मंगलवार, 13 जुलाई 2021

गुन्नौर सीट से किस्मत आजमा सकते हैं चाचा-भतीजा

हरिओम उपाध्याय                  
इटावा। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा एवं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) प्रमुख शिवपाल सिंह यादव 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में संभल जिले की यादव बाहुल्य गुन्नौर सीट से किस्मत आजमा सकते हैं।
दरअसल, यहां जारी एक पोस्टर में शिवपाल सिंह यादव गुन्नौर की जनता से आशीर्वाद मांगते हुए दिख रहे हैं जिससे उनके इस सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गयी हैं। पोस्टर में शिवपाल सिंह की ओर से साफ तौर पर लिखा गया है कि जैसे साल 2004 में नेता को आशीर्वाद मिला है। 
वैसे ही अपने लिए भी आशीर्वाद की चाहत रखते हैं।पोस्टर मे लिखा है " प्रिय क्षेत्रवासियो जैसा की आप भली भांति जानते है कि गुन्नौर से हमारा पारिवारिक रिश्ता रहा है। वर्ष 2004 के विधानसभा उपचुनाव मे नेता को नेतृत्व करने का मौका दिया। गुन्नौर विधानसभा के लोगो की जन आकांक्षाओ को देखते हुए हमने विधानसभा चुनाव 2022 मे गुन्नौर से लडने का निर्णय लिया है आशा करता हूंं। आप हमारा सम्मान बरकरार रखेगे। शिवपाल सिंह यादव गुन्नौर की जनता से अपना जुड़ाव भी बता रहे है। 2004 से अपना परिवारिक रिश्ता का भी शिवपाल जिक्र कर रहे है। अब ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि शिवपाल विधानसभा चुनाव अपनी परंपरागत सीट जसवंतनगर से चुनाव लड़ेंगे या नही।
जसवंतनगर सीट से शिवपाल की जगह उनके पुत्र आदित्य यादव चुनाव लड़ सकते है। 1996 से शिवपाल सिंह यादव इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा सीट से चुनाव जीतते आ रहे है। जसवंतनगर विधानसभा सीट मुलायम परिवार की पंरपरागत सीट मानी जाती है। वायरल पोस्टर आधिकारिक है या नही इस पर सवाल जरूर बनता है। गुन्नौर विधानसभा यादव बाहुल्य विधानसभा सीट है। फिलहाल इस सीट भाजपा के अजीत कुमार राजू एमएलए है। गुन्नौर विधानसभा 111 सीट से 2007 मे सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव चुनाव मैदान मे उतरे उनको जीत मिली और 54696 वोट हासिल हुए। जसवंतनगर इलाके के पीएसपी से प्रभावी नेताओ की बात को यकीन करे तो शिवपाल सिंह यादव अपने स्थान पर अपने बेटे आदित्य को चुनाव मैदान मे उतार सकते है इसलिए आदित्य की सक्रियता लगातार बनी हुई है ।शिवपाल सिंह यादव ने जसवंतनगर विधानसभा मे आने वाले चार ब्लाक प्रमुखो पर अपने प्रतिनिधियो की भी घोषणा सोमवार का कर दी है। जसवंतनगर ब्लाक से पूर्व ब्लाक प्रमुख अनुज यादव को अपना प्रतिनिधि बनाया है तो सैफई ब्लाक से अपने करीबी जिला पंचायत सदस्य डा.अरविंद यादव को प्रतिनिधि बनाया। इसी तरह से अपने बहनोई डा.अंजट सिंह को बसरेहर ब्लाक से प्रतिनिधि बनाया है जब कि ताखा से अपने बेहद करीबी ध्रुव कुमार यादव को अपना प्रतिनिधि बनाया है। इटावा के सीडीओ के नाम सोमवार को शिवपाल सिंह यादव की ओर से प्रतिनिधियो को लेकर लिखी गई चिठठी दोपहर बाद प्रचारित हुई। प्रतिनिधि बनाये जाने के बाद ही आदित्य यादव के जसवंतनगर से चुनाव लडने की चर्चाए जोर पकडे ही थी कि एकाएक शिवपाल सिंह यादव के गुन्नौर से चुनाव लडने की बात भी सामने आ गई है। वैसे शिवपाल के भतीजे सपा प्रमुख अखिलेश ने चाचा शिवपाल के लिए इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा सीट को छोड़ने की बात कही थी। अखिलेश यादव ने इस बात को भी बोला था कि उनके दल से गठबंधन होगा दल का विलय नही होगा लेकिन अब ऐसा प्रतीत होता है कि एक नये राजनैतिक मिजाज की तस्वीर दिखाई देगी।

रेप के आरोपी बाबा को एम्स अस्पताल में भर्ती कराया

राणा ओबराय                     
रोहतक। दो महिलाओं के साथ बलात्कार किए जाने के आरोप में जेल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के सुप्रीमो गुरमीत राम रहीम सिंह को दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एंडोस्कोपी के लिए एम्स में लाए गए राम रहीम को अस्पताल में कितने दिन तक निगरानी में रखा जाएगा इसका फैसला उसके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा।
गलवार को दो महिला अनुयायियों के साथ बलात्कार किए जाने के आरोप में कारागार में उम्रकैद की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा को बीमारी के चलते दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 
गुरमीत राम रहीम को एंडोस्कोपी के लिए एम्स में लाया गया है। एम्स के डॉक्टरों ने बताया है कि उसके स्वास्थ्य की जांच पड़ताल करने के बाद ही यह तय किया जाएगा कि राम रहीम को अस्पताल में कितने दिन तक निगरानी में रहना पड़ेगा। गौरतलब है कि इससे पहले 13 मई को भी जेल अधिकारियों की सलाह पर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को रोहतक स्थित पीजीआईएमएस ले जाया गया था। उस समय जेल के डॉक्टरों ने कहा था कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख का रक्तचाप घट बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि गुरमीत राम रहीम को अगस्त 2017 में सीबीआई की विशेष अदालत ने दो महिलाओं के साथ बलात्कार किए जाने के आरोप में 20 साल कैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद वर्ष 2019 के जनवरी माह में एक अन्य अदालत ने राम रहीम और तीन अन्य लोगों को 16 वर्ष पहले हुए एक पत्रकार की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

विहिप ने बिल पर राज्य विधि आयोग को भेजा सुझाव

हरिओम उपाध्याय                    
लखनऊ। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने उत्तर प्रदेश के जनसंख्या नियंत्रण बिल पर अपना सुझाव राज्य विधि आयोग को भेज दिया है। विहिप ने जनसंख्या स्थिरीकरण व ‘बच्चे दो ही अच्छे’ के प्रस्ताव पर अपनी सहमति जताते हुए सोमवार को दस सूत्रीय सुझाव का प्रपत्र आयोग को प्रेषित किया।
विहिप ने अपने सुझाव प्रपत्र में लिखा है कि राज्य विधि आयोग ने जनसंख्या नियंत्रण बिल का जो मसौदा तैयार किया है उसके प्रस्तावना में दी गयी जनसंख्या स्थिरीकरण और ‘बच्चे दो ही अच्छे’ के प्रस्ताव को जनसंख्या संतुलन के लिये आवश्यक मानते हुए परिषद ने अपनी सहमति दी है।
हालांकि विहिप ने प्रजनन दर को एक समय सीमा में 1.7 तक लाने के प्रस्ताव पर असहमति दर्शाते हुए उस पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता बतायी है। परिषद का कहना है कि जनसंख्या का स्थिरीकरण तभी सम्भव है जब किसी महिला के पूरे प्रजनन काल में बच्चों का औसतन जन्म दर दो से थोड़ा अधिक रहे। इसके लिए संगठन ने सकल प्रजनन दर को 2.1 उचित माना है। तर्क दिया है कि इस प्रजनन दर औसतन दो बच्चे अपने माता-पिता का स्थान लेंगे, लेकिन इनमें से यदि किसी बच्चे का प्रजनन क्षमता प्राप्त करने से पहले ही निधन हो जाता है तो अतिरिक्त 0.1 जन्म दर उस कमी को संतुलित करने में सक्षम होगा। 
ऐसे में जनसंख्या स्थिरीकरण के लिये ‘दो बच्चे’ की नीति अच्छी है। वहीं बच्चों की संख्या दो से कम होने की स्थिति में एक अवधि के बाद जनसंख्या का संकुचन होने लगेगा, जिसके सामाजिक और आर्थिक परिणाम सकारात्मक नहीं होंगे। 
विहिप ने अपने सुझाव में ‘एक बच्चे’ की नीति का विरोध किया है। तर्क दिया है कि इस नीति के तहत बच्चा जब युवा होगा तो उसके पास देखभाल के लिए दो की संख्या में माता-पिता के अलावा चार दादा-दादी होंगे। विहिप का कहना है कि चीन ने वर्ष 1980 में ‘एक बच्चे’ की नीति अपनायी थी, लेकिन उन माता-पिता को इससे छूट दी थी, जो स्वयं अपने मां-बाप की इकलौती संतान थे। चीन ने तीन दशाब्दी बाद इस नीति को वापस भी ले लिया था। 
संगठन का मानना है कि उत्तर प्रदेश के संदर्भ में ‘एक बच्चे’ की नीति समाज के विभिन्न वर्गों में जनसंख्या असंतुलन की स्थिति पैदा करेगी। इस सम्बंध में संगठन का कहना है कि देश के कई राज्यों में जनसंख्या  असंतुलन की यह स्थिति वर्तमान में बरकरार है। असम और केरल में तो यह बड़ी ही भयावह स्थिति में है। 
विहिप ने अपने सुझाव प्रपत्र में लिखा है कि केरल और असम में हिन्दुओं की सकल जन्म दर 2.1 से कम है लेकिन मुस्लिमों की असम में सकल जन्म दर 3.16 और केरल में 2.33 है, जिससे दोनों राज्यों में एक समुदाय की जनसंख्या संकुचित हो रही है तो दूसरे समुदाय में बेतहासा वृद्धि की तरफ गतिमान है। 
गौरतलब है कि उप्र में जनसंख्या के स्थिरीकरण के लिये योगी सरकार ने विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर 11 जुलाई को नई जनसंख्या नीति जारी की। इससे एक दिन पहले राज्य विधि आयोग ने उत्तर प्रदेश जनसंख्या (नियंत्रण, स्थिरीकरण व कल्याण) विधेयक-2021 का ड्राफ्ट तैयार कर उसे अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया। आयोग ने इस विधेयक के ड्राफ्ट पर 19 जुलाई तक लोगों का सुझाव भी मांगा है। इसी क्रम में विहिप ने आज अपना सुझाव राज्य विधि आयोग के पास भेजा है। 

पेट्रोल की कीमतों में 28 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। लगभग तीन महीनों बाद सोमवार को डीजल की कीमतों में मामूली कटौती देखने को मिली। जबकि पेट्रोल की कीमतों में इजाफा लगातार जारी रहा। सरकारी तेल कंपनियों ने सोमवार को पेट्रोल की कीमतों में 28 पैसे प्रति लीटर की भारी बढ़ोतरी की तो वहीं डीजल की कीमत में प्रति लीटर पर 16 पैसे की कटौती की। 
कंपनियों ने बीते शनिवार को भी पेट्रोल के दाम में 35 पैसे की बढ़ोतरी की थी। साथ ही डीजल की कीमत में भी हर लीटर पर 26 पैसे इजाफा किया गया था। 
अंतरराष्ट्रीय बाजार में देखें तो इन दिनों पेट्रोलियम ईंधन की मांग अब तक के उच्च स्तर पर है। इसीलिए कच्चे तेल का बाजार एक बार फिर से तेजी पर है। दिल्ली में सोमवार को  पेट्रोल 101.19 रुपये प्रति लीटर पर चला गया, जबकि डीजल 89.88 रुपये प्रति लीटर से घट कर 89.72 रुपये प्रति लीटर पर आ गया। तीन महीने के बाद डीजल के दामों में राहत 
सोमवार,  करीब तीन महीने बाद इसकी कीमतों में 16 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई है।  पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के बाद सरकारी तेल कंपनियों ने 27 फरवरी 2021 को डीजल के दाम में 17 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की। फिर दो महीने से भी ज्यादा समय तक इसके दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। हालांकि, बीच में 15 अप्रैल को डीजल के दाम में 14 पैसे की मामूली कटौती हुई थी। लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद से बीती 4 मई से डीजल के दामों में रुक-रुक कर बढ़ोतरी जारी रही। इस समय कच्चा तेल 75 डॉलर के करीब बना हुआ है। बीते शुक्रवार को कारोबार की समाप्ति पर ब्रेंट क्रूड 75.55 डॉलर प्रति बैरल पर था जो कि पिछले दिन के मुकाबले 1.43 डॉलर ज्यादा है। 
इसी तरह वहां यूएस वेस्ट टैक्सास इंटरमीडियएट या डब्ल्यूटीआई क्रूड भी 1.62 डॉलर चढ़ कर 74.56 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था।

सरकार को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया: एचसी

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने कोरोना के दौरान छात्रों से वार्षिक और विकास शुल्क नहीं लेने के दिल्ली सरकार के आदेश को निरस्त करने वाली सिंगल बेंच के फैसले के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली सरकार को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। 
चीफ जस्टिस डीएन पटेल की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस मामले पर अगली सुनवाई 14 जुलाई को करने का आदेश दिया।
पिछले 7 जून को डिवीजन बेंच ने सिंगल बेंच के फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने निजी स्कूलों के संगठन एक्शन कमेटी अनऐडेड रिकॉग्नाइज्ड प्राइवेट को नोटिस जारी किया था। पिछले 31 मई को हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने दिल्ली सरकार के उन दो आदेशों को निरस्त कर दिया था, जिसमें निजी स्कूलों को कोरोना के दौरान छात्रों से वार्षिक और विकास शुल्क नहीं लेने का आदेश दिया गया था। जस्टिस जयंत नाथ ने कहा था कि इस बात का कोई रिकॉर्ड नहीं है कि वार्षिक और विकास शुल्क से स्कूल लाभ कमा रहे थे।
सिंगल बेंच के समक्ष दिल्ली के गैर सहायता प्राप्त 450 निजी स्कूलों के संगठन एक्शन कमेटी अनऐडेड रिकॉग्नाइज्ड प्राइवेट स्कूल ने याचिका दायर की थी। याचिका में कहा गया था कि दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने 18 अप्रैल, 2020 और 28 अगस्त, 2020 को आदेश जारी कर स्कूलों को वार्षिक शुल्क और विकास शुल्क वसूलने से मना कर दिया था। इन आदेशों को स्कूलों के फिजिकल खुलने तक लागू किया गया था। इसकी वजह से स्कूल छात्रों से पूरी फीस नहीं वसूल पा रहे हैं।
याचिका में कहा गया था कि ये आदेश जारी करना गैरकानूनी है और शिक्षा निदेशालय के क्षेत्राधिकार के बाहर है। सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने मॉडर्न स्कूल बनाम केंद्र सरकार के मामले में फैसला दिया था कि फीस बढ़ाने के पहले शिक्षा निदेशालय की अनुमति जरूरी है। दिल्ली सरकार ने कहा था कि कोरोना महामारी के दौरान लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है और कई अभिभावकों की नौकरी चली गई है। ऐसे में सामान्य रूप से स्कूल खुले बिना पूरी फीस वसूलना गैरकानूनी है।
सिंगल बेंच ने कहा था कि शिक्षा विभाग को स्कूलों की फीस पर तय करने का अधिकार तभी तक है, जब उसे पता चले कि उन फीस को वसूलने से स्कूलों को व्यावसायिक लाभ हो रहा है। शिक्षा विभाग को शिक्षा की व्यावसायिकता रोकने का अधिकार है लेकिन वो अनिश्चित काल तक फीस वसूलने से नहीं रोक सकता है। 
सिंगल बेंच ने कहा था कि स्कूलों को किराया, कर, परिवहन, इंश्योरेंस चार्ज, आडिटर्स की फीस, बिल्डिंग और फर्नीचर की रिपेयरिंग और रखरखाव में होने वाले खर्च को बंद रहने के दौरान भी वहन करना पड़ता है। अगर ये सारे काम नहीं किए जाएंगे तो स्कूलों की बिल्डिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान हो सकता है।
पिछले 28 जून को सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले में दखल देने से इनकार कर दिया था। 

मई: देश का औद्योगिक उत्पादन 29.3 फीसदी बढ़ा

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। देश का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) मई महीने में सालाना आधार पर 29.3 फीसदी बढ़ा है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। एनएसओ की ओर से जारी औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों के मुताबिक मई महीने में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में 34.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इसी तरह खनन क्षेत्र का उत्पादन 23.3 फीसदी और बिजली का उत्पादन 7.5 फीसदी बढ़ा। हालांकि, मई, 2020 में औद्योगिक उत्पादन में 33.4 फीसदी की गिरावट आई थी। 
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी की वजह से पिछले साल मार्च से औद्योगिक उत्पादन प्रभावित रहा है। उस वक्त इसमें 18.7 फीसदी की गिरावट आई थी। अप्रैल, 2020 में औद्योगिक उत्पादन 57.3 फीसदी घटा था। हालांकि, पिछले साल फरवरी में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 5.2 फीसदी रही थी।

पीएचसी में हेल्थ एटीएम लगाने का फैसला लिया

हरिओम उपाध्याय                    
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) हेल्थ एटीएम की सुविधा से लैस होंगे। योगी सरकार ने प्रदेश के सभी सीएचसी और पीएचसी में हेल्थ एटीएम लगाने का फैसला लिया है। लोग इन मशीनों के जरिये खुद अपने स्वास्थ्य की जांच कर सकेंगे। ब्लड प्रेशर, पल्स रेट, टेंप्रेचर और आक्सीजन के साथ शरीर से जुड़ी तमाम चीजों की जांच मुफ्त में हो सकेगी। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने सोमवार को यहां बताया कि प्रदेश सरकार ने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए यह बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर शुरू हो रही इस योजना का सबसे ज्यादा लाभ ग्रामीण और कस्बों में रहने वाले लोगों को मिलने जा रहा है। 
इन अत्याधुनिक मशीनों के जरिये लोग बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिक ऐज, बॉडी फैट, हाईड्रेशन, पल्स रेट, हाइट, मसल मास, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा और वजन की जांच कर सकेंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि डॉक्टर डेली कंसलटेंसी के माध्यम से सीधे हेल्थ एटीएम से जुड़े होंगे। जांच कराने वाले लोगों को चिकित्सक सलाह भी देंगे। हेल्थ एटीएम में ओपीडी जैसी सुविधा मिलेगी। बीमारी के हिसाब से डाइट चार्ट, मेंटल स्ट्रेस कम करने के तरीके भी चिकित्सक रिपोर्ट के आधार बताएंगे। हेल्थ एटीएम के लग जाने से लोगों को जहां जांच की सुविधा मिलेगी वहीं अपने स्वास्थ्य के प्रति उनमें जागरूकता भी बढ़ेगी।
 उन्होंने बताया कि कोरोना जैसी महामारी के दौर में योगी सरकार के इस कदम को लोगों के लिए बेहद फायदेमंद माना जा रहा है। हेल्थ एटीएम को एटीएम की तर्ज पर सार्वजनिक स्थानों पर लगाया जाएगा। इनकी देखरेख और बेहतर संचालन के लिए तकनीशियनों की तैनाती की जाएगी। राज्य सरकार इस योजना के जरिये जहां एक तरफ बेहतर स्वास्थ्य पर काम कर रही हैं वहीं दूसरी ओर तकनीशियनों की तैनाती से रोजगार की एक नई राह भी खोलने जा रही है। 
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने अफसरों को इसके लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। कई औद्योगिक समूहों ने ‘हेल्थ एटीएम’ उपलब्ध कराने की इच्छा सरकार से जताई है। मुख्यमंत्री  योगी ने ऐसे सभी लोगों से संपर्क कर इस अभियान में सहयोग लेने के निर्देश दिए हैं। प्रवक्ता ने बताया कि हेल्थ एटीएम अगली पीढ़ी का हेल्थकेयर डिलीवरी प्लेटफॉर्म है। तत्काल इलाज के लिए यह टेलीकंसल्टेशन और डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड को तकनीक के माध्यम से जोड़ती है। हेल्थ एटीएम के जरिये बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिक ऐज, बॉडी फैट, हाईड्रेशन, पल्स रेट, हाइट, मसल मास, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा, वजन सहित कुल 59 पैरामीटर की जांच कर सकते हैं। तत्काल बॉडी स्क्रीनिंग के लिए 16 पैरामीटर की जांच हो सकेगी। लाइफ स्टाइल से जुड़ी जांच जैसे ग्लूकोज, हीमोग्लोबिन, लिपिड प्रोफाइल आदि की भी जांच की जा सकेगी। कई तरह के रैपिड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, गर्भावस्था, डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, एचआईवी के साथ ही 12 लीड ईसीजी, डिजिटल स्टेथोस्कोप, डर्मास्कोप, ओटोस्कोप जैसे टेस्ट भी किए जाएंगे। 

आलिया को लेकर फिल्म बना सकते हैं संजय: मुंबई

कविता गर्ग                 
मुंबई। बॉलीवुड के जानेमाने फिल्मकार संजय लीला भंसाली, ऋतिक रौशन और आलिया भट्ट को लेकर फिल्म ‘इंशाअल्लाह’ बना सकते हैं। संजय लीला भंसाली फिल्म ‘इंशाअल्लाह’ सलमान खान को लेकर बनाना चाहते थे लेकिन बात नहीं बन सकी।
संजय लीला भंसाली इस समय ‘हीरा मंडी’ वेब सीरीज पर काम कर रहे हैं। भंसाली फिल्म ‘इंशाअल्लाह’ पर भी काम कर रहे हैं। 
संजय लीला भंसाली ने एक बार फिर ‘इंशाअल्लाह’ प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है। इस फिल्म में आलिया भट्ट के अपोजिट ऋतिक रौशन काम करते नजर आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि ऋतिक रौशन और संजय लीला भंसाली के बीच फिल्म को लेकर कई बैठकें हो चुकी हैं। ऋतिक को स्क्रिप्ट पसंद आई है लेकिन उन्होंने कुछ बदलाव करने की रिक्वेस्ट की है। संजय लीला भंसाली ने भी स्क्रिप्ट पर दोबारा काम शुरू कर दिया है। ‘इंशाअल्लाह’ के 2022 के सेकंड हाफ में फ्लोर पर जाने की उम्मीद है।

कोरोना वार्ड में आग लगने से 50 लोगों की मौंत हुईं

बगदाद। दक्षिण इराक के दी कार प्रांत स्थित अल हुसैन टीचिंग अस्पताल के कोरोना वायरस वार्ड में आग लगने से कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई तथा अनेक लोग घायल हो गए। इराक के चिकित्सा अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि नासिरया शहर के इस अस्पताल में कम से कम 50 लोगों की मौत हुई है तथा अन्य की हालत नाजुक बनी हुई है। मरने वाले लोग बुरी तरह झुलस गए थे। उन्होंने बताया कि आग इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट के कारण लगी।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि आग ऑक्सीजन सिलेंडर फटने की वजह से लगी। 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आग लगने के कारण के बारे में कुछ नहीं कहा है। दो चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल में यह वार्ड तीन महीने पहले खुला था और इसमें 70 बेड थे। 
कार के स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता अम्मार अल जामिली ने बताया कि जब आग लगी तब कम से कम 63 मरीज वार्ड के भीतर थे। इराक के किसी अस्पताल में इस वर्ष आग लगने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले, अप्रैल में बगदाद के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक फटने की वजह से आग लगी थी और तब कम से कम 82 लोगों की मौत हो गई थी।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-332 (साल-02)
2. बुधवार, जुलाई 14, 2021
3. शक-1984,अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्थी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:38, सूर्यास्त 07:16।
5. न्‍यूनतम तापमान -36 डी.सै., अधिकतम-40+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...