सोमवार, 12 जुलाई 2021

चीन ने अमेरिकी युद्धपोत का पीछा किया: षड्यंत्र

वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। विवादित दक्षिणी चीन सागर में चीन और अमेरिका के बीच तल्खी बढ़ती ही जा रही है। इसी बीच चीन ने दावा किया है कि उसकी सेना ने सागर के एक विवादित क्षेत्र से अमेरिकी युद्धपोत का पीछा किया और उसे खदेड़ दिया है। यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिकी प्रशासन ने चीन को चेतावनी दी है कि क्षेत्र में फिलिपीन पर हमला हुआ तो रक्षा संधि के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

दरअसल, एपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी युद्धपोत का पीछा करने का दावा चीन की सेना ने किया है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने कहा कि उसने युद्धपोत बेनफोल्ड को पेरासेल द्वीप समूह के आसपास की जगह से वापस भेजा है। सेना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा कि चीनी बलों ने उन्हें चेतावनी दी और वहां से भगा दिया है।

बेतहाशा वृद्धि के विरोध में राज्यव्यापी आंदोलन किया

अश्वनी उपाध्याय            

गाजियाबाद। आज सोमवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर पेट्रोल-डीजल और रसोई में काम आने वाले सामानों में हो रही बेतहाशा वृद्धि के विरोध में राज्यव्यापी आंदोलन किया गया। इसी क्रम में आज सोशल आउटरीच विभाग गाजियाबाद में भी अपने सैकड़ों साथियों के साथ केंद्र और राज्य सरकार के विरोध में बैलगाड़ी यात्रा निकालकर प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व मंत्री सतीश शर्मा और उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव नसीम खान ने किया। प्रदर्शन में मुख्य रूप से जे के गौड -चेयरमैन शिक्षा विभाग, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पवन शर्मा आदि शामिल हुए। 

विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों लोग केंद्र और योगी सरकार के खिलाफ हाथों में तख्ती बैनर लिए हुए थे। तीन बैलगाड़ी, जिस पर मोटर साइकिल लादकर सांकेतिक रूप से गाजियाबाद शहर में संदेश दिया गया कि अब पेट्रोल और डीजल गाड़ियों में डलवाने लायक स्थिति लोगों की नहीं रह गई है।

भारतीय बनो और अपनी आजादी हासिल करों: यूपी

सत्येंद्र पंवार        
सहारनपुर। जब तक हिंदू बने रहोगे तो गुलाम बने रहोगे। भारतीय बनो और अपनी आजादी हासिल करो। क्योंकि भारत देश ही आजाद और लोकतंत्र है अन्यथा हिंदू गुलामियत की ओर ले जाता है। 
बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पश्चिमांचल जोन प्रभारी एडवोकेट मुकेश उत्तर प्रदेश परिवर्तन यात्रा का उत्तर प्रदेश कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जिम्मेवारी दी गई और गांव-गांव जाकर हर विधानसभा में लोगों में परिवर्तन लाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। मुकेश कुमार ने अपनी परिवर्तन यात्रा के दौरान लोगों में जनजागृति लाते हुए कहा कि हिंदू कोई जाति धर्म नहीं यह गुलामी की ओर लेजाने का एक षड्यंत्रकारियो का षड्यंत्र है। जिससे देश बर्बाद हो रहा है। भारतीय बनो इंडियन बनो क्योंकि हमारे संविधान में हिंदुस्तान नाम के अक्षर नहीं है और ना ही इससे कोई आजादी हासिल होती बल्कि भारत देश को मनु वादियों द्वारा गुलामी की ओर ले जाने का षड्यंत्र है। 
हमें आजादी चाहिए क्योंकि भारतीय संविधान समानता बंधुता का मैसेज देता है और लोकतंत्र में हर व्यक्ति के अपने अधिकार और मूल अधिकार होते हैं लेकिन उन को दबाया जा रहा है। देश बेच दिया जा रहा है। चारों ओर हाहाकार मच रहा है। उत्तर प्रदेश सचिव अर्जुनेश कुमार ने कहा कि हम लोगों को घर घर जाकर जन जागृति लानी है। वर्ण व्यवस्था से छुटकारा दिलाने के लिए बहुजन मुक्ति पार्टी के कार्यकर्ता पदाधिकारी बने देश की तरक्की के लिए। 
प्रदेश मीडिया प्रभारी आर डी गादरे ने कहा कि लोकतंत्र में चार स्तंभ है विधायिका कार्यपालिका न्यायपालिका और मीडिया लेकिन इन चारों पर तीन परसेंट षड्यंत्रकारी लोगों का कब्जा बना हुआ है तो आज देश आजाद नहीं, यह आजादी झूठी है।देश की जनता भूखी है। हमें आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए एकजुट होना पड़ेगा बहुजन समाज को आज लालच देकर आपस में लड़ वाया भरवाया जा रहा है।
जिससे देश बर्बाद हो रहा है और मूलनिवासी गुलाम बन रहे हैं। बैठक में मोहम्मद अख्तर शाहनवाज राजकुमार, डीपी सिंह मोकम सिंह, अशफाक खान, मौलाना बिलाल, एडवोकेट आवेश अहमद, जीवन पाल, जगबीर सिंह, गुर्जर जयचंद कश्यप, मोहनलाल सरफराज सैफी, इस्माइल, रामकुमार, बौद्ध वीरेंद्र गौतम, सुशील कुमार, अरमान खान चौधरी, इसराइल रईस अहमद, सत्येंद्र आदि सैकड़ों लोगों ने गांव गांव में नुक्कड़ सभाएं कर लोगों को जनजागृति करने का काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। जिससे लोग तन मन धन से साथ देने का वादा कर रहे हैं और आने वाले वक्त में 2022 में जन क्रांति दिखाई दे। आना महसूस किया जा रहा है।

जनसंख्या नियन्त्रण बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया

बृजेश केसरवानी               
प्रयागराज। दिशा छात्र संगठन की ओर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर योगी सरकार द्वारा प्रस्तावित जनसंख्या नियन्त्रण बिल-2021 के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया गया। दिशा छात्र संगठन के अमित ने कहा कि योगी सरकार द्वारा प्रस्तावित जनसंख्या नियन्त्रण बिल वास्तव में जनता के जनवादी अधिकारों पर फ़ासीवादी हमला है। यह कांग्रेस सरकार द्वारा इन्दिरा गाँधी के दौर में जबरन लागू की गयी नसबन्दी की योजना से भी अधिक बर्बर है। योगी सरकार अपनी नाक़ामियों का ठीकरा जानबूझ कर जनता के सिर पर फोड़ रही है। 
सरकार की जनविरोधी नीतियों की वजह से फैली भुखमरी, बेरोज़गारी जैसी समस्याओं के लिए जनसंख्या के नाम पर जनता को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि प्रदेश में न तो संसाधनों की कमी है और न ही अनाज और अन्य चीज़ों की। एफ़सीआई को गोदामों में हर साल लाखों टन अनाज सड़ जाता है, चूहे खाते हैं। लेकिन देश में हर रोज़ 6000-7000 बच्चे भूख और कुपोषण से मर जाते हैं। इसी तरह से हर सरकारी विभाग में लाखों पद खाली पड़े हैं। 
नये पदों का सृजन करना तो दूर, पुराने पदों को समाप्त किया जा रहा है और सारा काम संविदा और ठेके पर दिया जा रहा है। अगर इन चीज़ों का समुचित प्रबन्ध किया जाये तथा संसाधनों और पैसों का ठीक से इस्तेमाल किया जाये, विधायकों-सांसदों की ऐय्याशी में कमी की जाये; तो बेरोज़गारी, भुखमरी जैसी तमाम समस्याओं को हर किया जा सकता है। लेकिन जनता को मिलने वाली हर सुविधा को छीनकर सरकार बड़े कॉरपोरेट घरानों की तिजोरी में डाल देना चाहती है। इसीलिये जनवादी अधिकारों पर हमला करने वाले इस बर्बर बिल को पेश किया गया है। कोरोना महामारी के भयंकर दौर में भाजपा सरकार 20000 करोड़ रुपये खर्च करके सेण्ट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर काम करती रही। इसके लिए विशेष क़ानून तक पारित करा दिया गया। इतने पैसों में 100 करोड़ रुपये की लागत वाले कम से कम 200 अस्पताल तैयार हो सकते थे। लेकिन जनता की सुविधाओं और ज़रूरतों पर ख़र्च करने की बजाय सरकार जनता को ही दोषी साबित करने में लगी हुई है। साथ ही इस क़ानून के ज़रिए ज़्यादा बच्चे पैदा करने के दुष्प्रचार के अपने साम्प्रदायिक एजेण्डे को साधना भी सरकार का एक मक़सद है।
दिशा छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने इस बिल को वापस लेने की माँग करते हुए छात्रों-युवाओं का आह्वान किया कि वे इस बिल का विरोध करें। प्रदर्शन में अम्बरीश, चन्द्रप्रकाश, धर्मराज, सौम्या, अंशुरीश, शिवा, नीशु, अविलम्ब, नवेद, प्रदीप, शुभम, रवि, अविनाश आदि शामिल रहे।

महंगाई ने लोगों को भुखमरी के कगार पर ढकेला: यूपी

कौशाम्बी। बढ़ती महंगाई ने देश के आर्थिक कमर को तोड़ने का काम किया है। वही पेट्रोलियम पदार्थ व खाद्य पदार्थों की बढ़ी महंगाई ने आम लोगों को भुखमरी के कगार पर ढकेल दिया है। कांग्रेस पार्टी इसका पुरजोर विरोध करती है और सरकार से मांग करती है कि वह महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई करें। उक्त बातें सोमवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान बोलते हुए पार्टी के जिला अध्यक्ष अरुण विद्यार्थी ने कही। कार्यक्रम में बताओ मुख्य अतिथि प्रभारी प्रदेश सचिव रामकिशन पटेल मौजूद रहे। कांग्रेसियों ने पार्टी कार्यालय से मुख्यालय चौराहे होते हुए तहसील परिसर तक एक्का व बैलगाड़ी से प्रदर्शन किया। इस मौके पर कांग्रेसियों के हाथों में गैस सिलेंडर भी रहे कांग्रेसियों ने केंद्रीय सरकार को इस महंगाई के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए।
इस मौके पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के चलते आज देश की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। सरकार तत्काल खाद्य पदार्थ और पेट्रोलियम के बड़े मूल्य को कम करें जिससे आम लोगों को राहत मिल सके। इस मौके पर बोलते हुए युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अंकुर शुक्ला ने कहा कि आज सरकार की नीतियों के चलते युवा रोजगार से वंचित है। छोटे-छोटे उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं। यही नहीं सरकारी नौकरियां कम हो रहे हैं। जिसके लिए केंद्र व राज्य सरकार जिम्मेदार है। इस मौके पर बोलते हुए एनएसयूआई जिला अध्यक्ष अमित द्विवेदी आजाद ने कहा कि सरकार की नीतियों के चलते आज विद्यालय पूरी तरह बंद है। जिससे छात्रों के भविष्य पर बुरा असर पड़ा है। 
आज छात्र तैयारी नहीं कर पा रहा है। जिससे उसका भविष्य अंधेरे में जा रहा है। उन्होंने तत्काल शिक्षा के लिए व्यवस्था किए जाने और छात्रों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए जाने की बात कही। इस मौके पर मानवाधिकार कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा व अल्पसंख्यक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष तमजीद ने भी बैठक को संबोधित किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से तलत अजीम, आशीष कुमार मिश्रा पप्पू, वेद प्रकाश पांडे सत्यार्थी, रजनीश पांडे, शमीम आलम, शाहिद सिद्धकी, संस्कार पांडे, विनय पासी, नरेंद्र सिंह, विष्णु पांडे, मोहम्मद गुलाम, अश्वनी मिश्रा उर्फ मुकेश, भारत गौतम, इजहार अब्बास, प्यारे भाई, मथुरा दुबे, फैसल अली, मिसबाहउल ऐन, बरसाती लाल पंडा,  असगर मदनी, विनोद चौधरी, विवेक मिश्रा माइकल, उदय यादव सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस के सिपाही मौजूद रहे।
सुशील केसरवानी

सहयोगियों के साथ राज्यपाल का किया गया स्वागत

राणा ओबराय              
चंडीगढ़। हरियाणा के नव-नियुक्त राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय सोमवार को हरियाणा राजभवन पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला, विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चन्द गुप्ता और अपने मंत्रिमण्डल के सहयोगियों के साथ राज्यपाल का गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने नव-नियुक्त राज्यपाल से उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला, विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चन्द गुप्ता तथा अपने मंत्रिमण्डल सहयोगियों का परिचय कराया। नव-नियुक्त राज्यपाल के साथ उनके परिवारिक सदस्य भी थे।
तदोपरान्त नव-नियुक्त राज्यपाल ने गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी ली और निरीक्षण भी किया। हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन से आए एच.ए.पी. के जवानों ने डी.एस.पी. अभीलक्ष जोशी के नेतृत्व में राष्ट्रीय-धुन बजाकर सलामी दी। इसके बाद नव-नियुक्त राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्यमंत्री व उनके मंत्रिमण्डल सहयोगियों के साथ जलपान भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने उन्हें हरियाणा की भौगोलिक, सांस्कृतिक व ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की जानकारी दी। इसके अलावा, उन्होंने राज्य सरकार द्वारा करवाये जा रहे कुछ प्रमुख विकास कार्यों और योजनाओं से भी अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के तीन तरफ हरियाणा की सीमाएं लगती हैं। कृषि एवं खेलों में हरियाणा की राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेशवासियों के लिए गर्व बात है कि निकट भविष्य में होने वाले खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी हरियाणा को मिली है। 
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री श्री अनिल विज, शिक्षा मंत्री श्री कंवरपाल, परिवहन मंत्री श्री मूलचन्द शर्मा, सहकारिता मंत्री डाॅ. बनवारी लाल, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री ओम प्रकाश यादव, खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री श्री संदीप सिंह तथा पुरातत्व एवं संग्रहालय राज्य मंत्री श्री अनूप धानक भी मौजूद रहे। मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, गृह तथा स्वास्थ्य विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, पुलिस महानिदेशक श्री मनोज यादव, सचिव राज्यपाल श्री अतुल द्विवेदी, डायरेक्टर सिविल मिलिट्री अफेयर्स वेस्टर्न कमाण्ड कर्नल जसदीप संधु, एयर वाइस मार्शल वेस्टर्न एयर कमाण्ड एम.वी. रामाराव तथा वेस्टर्न कमाण्ड से मेजर जनरल श्री छिब्बर समेत राज्य सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।

जावड़ेकर सहित 12 मंत्रियों का मंत्रिपरिषद से इस्तीफा

राणा ओबराय            
नई दिल्ली। रविशंकर प्रसाद, हर्षवर्धन और प्रकाश जावड़ेकर सहित 12 मंत्रियों ने हाल ही में केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था। अब खबर मिल रही है, कि इनमें से रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर को पार्टी में अहम जिम्मेदारी दी जाएगी। इसका ऐलान जल्द होगा। दोनों को पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव या राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है। साथ ही चुनावी राज्यों का प्रभारी की अहम ज़िम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है। अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं और संभावना जताई जा रही है कि इसको मद्देनजर रखते हुए रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, निशंक और हर्षवर्धन सहित कुछ नेताओं को संगठन में शामिल कर चुनावी राज्यों की जिम्मेदारी दी जा सकती है। 

प्रसाद और जावड़ेकर पहले भी बीजेपी संगठन में अहम भूमिका निभा चुके हैं। निशंक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रहे हैं जबकि हर्षवर्धन दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं। केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बुधवार को हुए फेरबदल व विस्तार में बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी सहित पार्टी संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियां संभाल रहे पांच नेताओं को मंत्री बनाया गया है। बीजेपी में एक व्यक्ति, एक पद का सिद्धांत लागू है, इसलिए माना जा रहा है कि सरकार में शामिल किए गए नेताओं की जगह संगठन में नए लोगों को जिम्मेदारी दी जा सकती है। यह संभावना जताई जा रही है कि प्रसाद, हर्षवर्धन और जावड़ेकर सहित केंद्रीय मंत्रिपरिषद से बाहर किए गए नेताओं को संगठन में भूमिका दी जा सकती है।

गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया
इन तीनों नेताओं के अलावा थावरचंद गहलोत, संतोष गंगवार, रमेश पोखरियाल निशंक, सदानंद गौड़ा, बाबुल सुप्रियो, देबश्री चौधरी, संजय धोत्रे, रतनलाल कटारिया और प्रतापचंद सारंगी को भी मंत्रिपरिषद से हटाया गया है। गहलोत को तो कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त कर दिया है। लेकिन उनके इस्तीफे से राज्यसभा में नेता सदन का पद भी खाली हो गया है। वह पार्टी की सर्वाच्च नीति निर्धारक इकाई संसदीय बोर्ड में लंबे समय तक दलित प्रतिनिधि के रूप में भी रहे हैं। पार्टी संविधान के मुताबिक संसदीय बोर्ड में अध्यक्ष के अतिरिक्त 10 सदस्य होते हैं। पार्टी महासचिवों में से एक इस संसदीय बोर्ड का सचिव होता है। लेकिन वर्तमान संसदीय बोर्ड में सात ही सदस्य हैं। इनमें बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संगठन महामंत्री बी एल संतोष शामिल हैं। 

संसदीय बोर्ड में भी तीन पद फिलहाल रिक्त हैं। वर्तमान में बीजेपी संगठन में भूपेंद्र यादव सहित आठ महासचिव, अन्नपूर्णा देवी सहित 12 उपाध्यक्ष और टुडु सहित 13 सचिव हैं। जनवरी 2020 में बीजेपी का अध्यक्ष बनने के बाद नड्डा ने लगभग आठ महीने के बाद अपनी टीम बनाई थी। अभी तक पार्टी संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियां संभाल रहे नेताओं को सरकार में शामिल किए जाने के बाद अब सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी संगठन में नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है।

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश  संदीप मिश्र  लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके ...