शुक्रवार, 2 जुलाई 2021

वायरस हथियार वाले देशों में सबसे आगे हैं 'चीन'

वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। विश्व में सबसे अधिक परमाणु हथियार वाले देशों में चीन सबसे आगे निकलने की फिराक में है। जिसे लेकर अमेरिका भी चिंतित है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका चीन द्वारा परमाणु हथियारों के निर्माण में तेजी लाने को लेकर चिंतित है। क्या चीन 100 से अधिक परमाणु हथियारों का निर्माण कर रहा है ? इस सवाल पर हैनेड प्राइस ने कहा कि यह निर्माण चीन के इरादों के बारे में सवाल उठाता है। 

इन रिपोर्टों और अन्य घटनाक्रमों से पता चलता है कि परमाणु मिसाइलों को बनाने में चीन पहले की अपेक्षा में अधिक तेजी से काम कर रहा है। प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि चीन को साथ मिलकर काम करना चाहिए। ताकि, परमाणु हथियार बनाने की रेस से बचा जा सकें। उन्होंने आगे कहा कि चीन द्वारा तेजी से निर्माण को छिपाना अब अधिक कठिन हो गया है। अमेरिका द्वारा ये प्रतिक्रिया तब आई है। जब वाशिंगटन पोस्ट की एक नई रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि चीन के पश्चिमी भाग में स्थित एक रेगिस्तानी इलाके में 100 से अधिक नए मिसाइलों का निर्माण कर रहा है।

मुंबई: 52,484.67 अंक पर पहुंचा सेंसेक्स, तेजी आईं

कविता गर्ग        

मुंबई। विदेशों से मिले मिश्रित संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजारों में चार दिन बाद तेजी लौट आई। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 166.07 अंक यानी 0.32 प्रतिशत चढ़कर 52,484.67 अंक पर पहुँच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 42.20 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की मजबूती के साथ 15,722.20 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले लगातार चार दिन दोनों सूचकांकों में गिरावट रही थी। सुबह बढ़त के साथ खुलने के बाद सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट में चले गये थे। लेकिन लिवाली बढ़ने से दोपहर बाद दुबारा हरे निशान में लौट आये। 

ऊर्जा, स्वास्थ्य, बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों में लिवाली से बाजार में तेजी रही। बिजली और धातु समूहों की कंपनियों में बिकवाली से बाजार पर दबाव बना। छोटी कंपनियों में लिवाली का क्रम बना रहा। बीएसई का स्मॉलकैप 1.01 प्रतिशत उछलकर 25,567.26 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया। मझौली कंपनियों का सूचकांक मिडकैप 0.05 फीसदी की बढ़त के साथ 22,505.82 अंक पर बंद हुआ।

टीके से संबंधित सौदे में सरकार को जवाब देना चाहिए

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। कांग्रेस ने ब्राजील की ओर से कोवैक्सीन के आयात को निलंबित किए जाने के मामले में कहा है कि सरकार की हिस्सेदारी वाले इस टीके से संबंधित सौदे में बरती गई अनियमितताओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्री को जवाब देना चाहिए। शुक्रवार को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि जब कोवैक्सीन के टीकों के निर्यात पर पाबंदी लगा दी गई थी तो फिर भारत बायोटेक से जुड़े इस सौदे को जारी रखने की अनुमति कैसे दी गई ? उन्होंने कहा है कि भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके कोवैक्सीन की दो करोड़ खुराकें खरीदने पर सहमत हुई ब्राजील की सरकार ने समझौते में अनियमितताओं के आरोप लगने के बाद गत बुधवार को इस करार को निलंबित करने की घोषणा कर दी है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा है कि भारत बायोटेक एक निजी कंपनी है और इसने आईसीएमआर के साथ मिलकर कोवैक्सीन का निर्माण किया था। 

आईसीएमआर के साथ इस कंपनी की साझेदारी की वजह से सरकार की भी इसमें भूमिका है। आम लोगों का इसमें पैसा लगा हुआ है। उन्होंने दावा किया है कि कोवैक्सीन ब्राजील में बहुत बड़े भ्रष्टाचार के घेरे में देखी जा रही है। वहां इस मामले को लेकर संसदीय जांच हो रही है। टीकों की खरीद के अनुबंध को इसी वजह से निलंबित किया गया है। लग रहे यह आक्षेप कहीं न कहीं भारत सरकार तक पहुंचते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि इस मामले में दो बड़े आरोप लग रहे हैं। पहला आरोप यह है कि कोवैक्सीन का दाम बड़े स्तर पर बढ़ाया गया है। पहले इस टीके को करीब डेढ़ डालर प्रति खुराक की दर से देने का प्रस्ताव किया गया था। बाद में इसकी कीमत को 15 डालर प्रति खुराक तक बढ़ा दिया गया। 

उनके मुताबिक, दूसरा आरोप सिंगापुर स्थित कंपनी मेडिसिन बायोटेक को लेकर है। इसके संस्थापक भी भारत बायोटेक के संस्थापक हैं। सिंगापुर की इस कंपनी ने ब्राजील से साढे चार करोड़ डालर का अग्रिम भुगतान मांगा था। ब्राजील में इसको लेकर सवाल किया गया कि जब मेडिसिन बायोटेक से अनुबंध का कोई सीधा संबंध नहीं है तो फिर वह अग्रिम भुगतान क्यों मांग रही है। सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया कि ऐसे आरोप हैं कि भारत बायोटेक पहले मेडिसिन बायोटेक को सस्ते में टीका बेचता था और फिर मेडिसिन बायोटेक इसे आगे महंगे में बेचता था। इसका मतलब था कि आईसीएमआर को कम मुनाफा होगा। उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार की यह जिम्मेदारी नहीं है कि यह पता किया जाए कि मेडिसिन बायोटेक की क्या स्थिति है। उसका बायोटेक से किस तरह का संबंध था ? जब टीकों के आपूर्ति पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, तो कोवैक्सीन के निर्यात के इस सौदे को जारी रखने की अनुमति कैसे मिली ?


अवैध कब्जे को मुक्त कराने के लिए डीएम को ज्ञापन

भानु प्रताप उपाध्याय          
शामली। हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली ने भू माफियाओं द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को मुक्त कराने के लिए डीएम को ज्ञापन दिया।
हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली के बिट्टू कुमार जिला प्रभारी, चौधरी रविंदर सिंह कालखंडे जिला संयोजक, सुधीर राणा जिला उपाध्यक्ष नेतृत्व में हिंदू युवा वाहिनी का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी शामली को भू माफियाओं द्वारा सरकारी पंचायती जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर ज्ञापन देते हुए आरोप लगाया कि गांव फतेहपुर में पंचायती जमीन में 50 वर्ष से भी ऊपर कन्या पाठशाला है। जहां पर गांव की बच्चे स्कूल में पढ़ते है। 
लेकिन कोरोनावायरस महामारी के कारण स्कूल की छुट्टी पड़ी थी। इसी बात का फायदा उठाकर भू माफिया राशन डीलर मदन पुत्र, किशन नारायण, नेहरू पार्क, दीपक पुत्र, मदन आदि ने जबरदस्ती पंचायती भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया और चालू सरकारी हैंडपंप भी उखाड़ कर फेंक दिया और वर्तमान में प्रधान की मिलीभगत से उक्त पंचायती भूमि पर जबरन चबूतरा बना दिया। जिससे मेन रास्ता भी तंग हो गया और आने जाने वाले व्यक्तियों को अपने वाहन लेकर चलने में बड़ी परेशानी हो रही है। 
उस घटना की लिखित शिकायत गांव वालों की ओर से पहले भी कई बार संबंधित अधिकारियों को दी जा चुकी है। उक्त शिकायत पर जांच के लिए जो भी संबंधित अधिकारी आता है तो यह भू माफिया बेखौफ होकर डरा धमका कर भगा देते हैं। जिससे गांव वालों में गहरा रोष व्याप्त है। मामले को जिलाधिकारी शामली ने गंभीरता से लेते हुए और हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली के पदाधिकारियों को उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए संबंधित अधिकारियों को जांच के आदेश दिए। हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली के बिट्टू कुमार, जिला प्रभारी चौधरी रविंदर सिंह, काल खंडे जिला संयोजक अरविंद कौशिक, जिला संयोजक आदि ने कहा, कि माननीय आदित्यनाथ योगी ने भू माफियाओं के खिलाफ अभियान चला रखा है। 
इसलिए भू माफियाओं के दबंग ताई, किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अवैध कब्जा मुक्त कराने के लिए अगर आवश्यकता पड़ी तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री को भेजी जाएगी वहीं दूसरी ओर प्रदीप नीरवाल, अनुज गोयल, विक्की कुमार ,आशीष निरवाल, लोकेश योगी ,वरुण वशिष्ठ, अनुराग गोयल ,उपेंद्र द्विवेदी, मनोज रोहिल्ला, राजेश गुप्ता, डॉ. राजेंद्र सिंह बालियान, अमरीश शर्मा आदि ने भू माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग जिलाधिकारी की।

बागपत: इम्यूनिटी बूस्टर का निशुल्क किया गया वितरण

गोपीचंद             
बागपत। दिन शुक्रवार को कल्याण भारती सेवा संस्थान के तत्वावधान में यूनियन बैंक रेलवे रोड बड़ौत शाखा में होम्योपैथीक इम्यूनिटी बूस्टर का निःशुल्क वितरण किया गया। जिसमें संस्थान के प्रबन्ध निदेशक गोपी चन्द सैनी व संस्थान के सहयोगी सदस्य मनोज जैन और सुनील चौहान ने साथ मिलकर आम जन को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने व वैक्सीन अवश्य लगवाने के लिए आम जन को प्रेरित किया और कोरोना व अन्य रोगों से बचाव के लिये संस्थान की और से चलाई जा रही मानव सेवा में समर्पित होम्योपैथीक इम्यूनिटी बूस्टर सेवा का निःशुल्क लाभ लेने को कहा।
होम्योपैथीक इम्यूनिटी बूस्टर से सम्बंधित जानकारी दी और बैंक के समस्थ स्टफ के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुये बैंक के समस्त स्टफ को उनके उत्तम स्वास्थ्य हेतु होम्योपैथीक इम्यूनिटी बूस्टर सह्रदय भेट किये।
इस अवसर पर यूनियन बैंक के सहायक शाखा प्रबन्धक श्रीमान धीरज कुमार के साथ समस्थ स्टाफ व अन्य ग्राहक उपस्थित रहे।

अलग-अलग थानों द्वारा 2 अभियुक्तो को किया अरेस्ट

कौशाम्बी। अलग-अलग थानों द्वारा दो वांछित अभियुक्तो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जानकारी के मुताबिक थाना मंझनपुर पुलिस प्रभारी निरीक्षक मनीष कुमार पांडेय मय हमराह पुलिस बल द्वारा अभियुक्त चंद्रिका प्रसाद, उर्फ चण्डी पुत्र, कालीदीन निवासी, भग्गूपुर थाना मंझनपुर को गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही के पश्चात न्यायालय भेज दिया है।
इसी प्रकार थाना पश्चिम शरीरा पुलिस उपनिरीक्षक चन्दन सिंह मय हमराह पुलिस बल द्वारा अभियुक्त भानू प्रताप सिंह, पुत्र सूरज प्रताप सिंह निवासी बैसकाटी थाना करारी को गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही के पश्चात न्यायालय भेज दिया है।
विजय कुमार 

महिला को फांसी के फंदे पर लटकाने का आरोप लगाया

अतुल त्यागी           
हापुड़। उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के कुचेसर चोपला चौकी क्षेत्र के गांव रसूलपुर में 33 वर्षीय महिला और उसके डेढ़ साल बच्चे की फांसी के फंदे पर लटक कर मौत का मामला सामने आया है।जहां मृतक महिला के परिजनों ने महिला व उसके बच्चे को मार्कर फांसी के फंदे पर लटकाने का आरोप लगाया है। 
वही मृतक महिला के देवर ने बताया, कि हमेशा की तरह घरेलू कार्य करके अपने कमरे में सोने के लिए गई थी और ज्यादा देर होने के बाद उठाने के लिए गए तो दरवाजा ना खुलने पर खिड़की के द्वारा देखा गया तो महिला फांसी के फंदे पर लटकी हुई है और उसका डेढ़ साल का बच्चा बेड पर पड़ा दिखाई दिया। वही, मृतका के परिजनों ने गम्भीर आरोप लगाते हुए बताया कि म्रतक महिला को मानशिक तनाव के साथ प्रताड़ना भी दी जा रही थी। मृतका की माँ ने बताया कि लड़की को मारकर हत्या की गई है। वही पुलिस के मुताबिक सारी जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता लग सकती है।

टीकों की कथित कमी का हवाला दिया, निशाना साधा

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में कोविड-19 रोधी टीकों की कथित कमी का हवाला देते हुए शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि जुलाई का महीना आ गया है। लेकिन टीके नहीं आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता हर्षवर्धन ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि अहंकार और अज्ञानता के वायरस का कोई टीका नहीं है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ”जुलाई का महीना आ गया है, वैक्सीन नहीं आयीं।” हर्षवर्धन ने उन पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया, ” अभी कल ही मैंने जुलाई के लिए टीके की उपलब्धता को लेकर तथ्य सामने रखे थे। राहुल गांधी जी की समस्या क्या है? क्या वह समझते नहीं हैं? अहंकार और अज्ञानता के वायरस का कोई टीका नहीं है। कांग्रेस को अपने नेतृत्व में आमूल-चूल बदलाव के बारे में विचार करने की जरूरत है।
दरअसल, कांग्रेस का दावा है कि सरकार ने इस साल दिसंबर तक देश के सभी वयस्क नागरिकों को टीका लगाने का जो लक्ष्य रखा है उसे पूरा करने के लिए उचित संख्या में टीकाकरण नहीं हो रहा है क्योंकि टीके की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है।
दूसरी तरफ, बृहस्पतिवार को सुबह सात बजे प्रकाशित स्वास्थ्य मंत्रालय के टीकाकरण आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत कल तक टीके की 33.57 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी थीं।

सरकार भी शामिल का दावा, बकवास करार दिया

अकांशु उपाध्याय                        
नई दिल्ली। डोमिनिका के प्रधानमंत्री रूज़वेल्ट स्केरिट ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के कथित अपहरण में उनकी सरकार के शामिल होने के दावों को पूरी तरह से बकवास करार दिया है। स्थानीय मीडिया की एक खबर में यह जानकारी दी गई। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से जुड़े 13,500 करोड़ रुपये के घोटाले में वांछित हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का 23 मई को एंटीगुआ एवं बारबुडा से कथित तौर पर अपहरण कर डोमिनिका ले जाया गया था। 
डोमिनिका न्यूज ऑनलाइन’ की खबर के अनुसार, स्केरिट ने अपने साप्ताहिक कार्यक्रम ‘एन्नो पैले’ (चलो बात करते हैं) में कहा कि सरकार चोकसी के संबंध में अदालत को उसकी कार्यवाही पूरी करने देगी और साथ ही आश्वासन दिया कि उनके अधिकारों तथा कर्तव्यों का सम्मान किया जाएगा। खबर के अनुसार, स्केरिट ने पड़ोसी देश एंटीगुआ एवं बारबुडा से चोकसी के अपहरण को लेकर भारत और डोमिनिका सरकार के बीच सांठगांठ से इनकार कर दिया है। चोकसी भारत से भागने के बाद 2018 से बतौर नागरिक एंटीगुआ एवं बारबुडा में रह रहा था।
‘डोमनिका न्यूज ऑनलाइन’ ने खबर में स्केरिट के हवाले से कहा, ” डोमिनिका सरकार और एंटीगुआ की सरकार के भारत के साथ सांठगांठ की खबरें पूरी तरह बकवास है। हम खुद को इस तरह के कृत्यों, ऐसी गतिविधियों में कभी शामिल नहीं करते, बिल्कुल भी नहीं। मेरा मतलब है कि यह बेतुका है और हम इसका खंडन करते हैं।” उन्होंने कहा, ” क्या यह एक स्थानीय नागरिक के लिए उचित होगा जो डोमिनिका में किसी की हत्या करे और दूसरे देश में भाग जाए। उसे पकड़ने और आरोपों का सामना करने के लिए डोमिनिका वापस भेजने के बजाय उसे आजाद घूमने की अनुमति दी जा रही थी।
स्केरिट ने चोकसी पर आरोपों के संबंध में अमेरिका द्वारा वांछित डोमिनिका के एक नागरिक का हवाला दिया जिसकी प्रत्यर्पण की कार्यवाही अदालतों में चल रही है। स्केरिट ने कहा कि देश इस आधार पर लोगों के साथ अलग-अलग व्यवहार नहीं कर सकता कि उनके पास कितना पैसा है। उन्होंने कहा, ” हम सभी कानून के अधीन आते हैं, चाहे हम किसी भी पद पर हों या हमारे पास कितना पैसा हो या ना हो। मेरा मानना है कि ऐसी स्थिति में, डोमिनिका को इस व्यक्ति को गिरफ्तार करने और अदालत के समक्ष पेश करने का अधिकार है। अदालत को इस पर फैसला करने दें। उन्होंने कहा, ”हम यहां डोमिनिका में चोकसी के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन एक युवा लड़का ग्रैंड बे भी है। अमेरिकी सरकार ने सेंट थॉमस में अपराध को अंजाम देने के आरोपों में उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया है और हम उसे पकड़ने के लिए बाध्य हैं। पुलिस ने डीपीपी (लोक अभियोजन निदेशक) के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए युवक को गिरफ्तार किया है और उसकी प्रत्यर्पण सुनवाई तक उसे जेल में हिरासत में रखा गया है।खबर के अनुसार, डोमिनिका में चोकसी के वकील जस्टिन साइमन ने दावा किया कि ब्रिटेन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस, जिसे स्कॉटलैंड यार्ड के नाम से जाना जाता है, उसने चोकसी के साथ उत्पीड़न और उसके अपहरण के आरोपों की जांच शुरू कर दी है क्योंकि वहां के नागरिक कथित तौर पर साजिश का हिस्सा थे। साइमन ने पत्रकारों से कहा कि अगर डोमिनिका या एंटीगुआ कथित साजिश में शामिल पाए गए तो इसके अंतरराष्ट्रीय निहितार्थ होंगे।

भारत की आधिकारिक स्थिति पर टिप्पणी की: वीके

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को केन्द्रीय मंत्री वीके सिंह के खिलाफ दायर उस याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करने से इनकार कर दिया। जिसमें दावा किया गया था कि चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत की आधिकारिक स्थिति पर टिप्पणी कर उन्होंने अपनी शपथ का उल्लंघन किया है।
न्यायालय ने कहा कि अगर मंत्री सही नहीं है, तो प्रधानमंत्री इस संबंध में कार्रवाई करेंगे, अदालत कुछ नहीं कर सकती। प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण, न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना और न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय की एक पीठ ने इस टिप्पणी के साथ ही तमिलनाडु के निवासी याचिकाकर्ता चंद्रशेखरन रामासामी की याचिका खारिज कर दी। 
रामासामी खुद को एक वैज्ञानिक बताते हैं। पीठ ने कहा कि अगर आपको किसी मंत्री का बयान पसंद नहीं आया, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप याचिका दायर कर उसे बयान वापस लेने के लिए कहेंगे। अगर मंत्री सहीं नहीं है, तो प्रधानमंत्री इस संबंध में कार्रवाई करेंगे, अदालत कुछ नहीं कर सकती। पीठ ने याचिकाकर्ता से कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि आप वैज्ञानिक हैं इसलिए आपको अपनी क्षमता का उपयोग देश के लिए कुछ करने के लिए करना चाहिए। हम याचिका खारिज कर रहे हैं। याचिका में केन्द्र को यह निर्देश देने का अनुरोध किया गया था कि वह यह घोषणा करे कि केन्द्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत की स्थिति के संबंध में कथित टिप्पणी कर अपनी शपथ का उल्लंघन किया है।

कलेक्ट्रेट परिसर में सम्पन्न होगा 2021 का मतदान

हरिओम उपाध्याय            
देवरिया। जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत/जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग, उप्र लखनऊ की अधिसूचना में निर्धारित कार्यक्रमानुसार अध्यक्ष, जिला पंचायत सामान्य निर्वाचन, 2021 का मतदान तीन जुलाई को पूर्वान्ह 11 बजे से अपरान्ह तीन बजे के मध्य न्यायालय, जिला मजिस्ट्रेट कक्ष, कलेक्ट्रेट परिसर में सम्पन्न होना है। डीएम नेे बताया है कि उस दिन मतदान स्थल का 100 मीटर परिधि का क्षेत्र प्रतिबन्धित रहेगा तथा इस क्षेत्र में सिर्फ राज्य निर्वाचन आयोग, उप्र द्वारा अधिकृत व्यक्ति, निर्वाचन में लगे कर्मी, सुरक्षा कर्मी, उम्मीदवार, जिला पंचायत के सदस्यगण, ड्यूटी पर तैनात मजिस्ट्रेट के अतिरिक्त वही व्यक्ति अन्दर आ सकेगें, जिन्हे अनुमति दी गई है।
उन्होंने बताया कि उप्र जिला पंचायत (अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष का निर्वाचन और निर्वाचन विवादों का निपटारा) नियमावली, 1994 के बिन्दु-20 के अनुसार उम्मीदवार, सदस्य एवं अन्य ऐसे व्यक्ति जिन्हें निर्वाचन अधिकारी मतदान में अपनी सहायता के प्रयोजन के लिये लगाया गया है ही मतदान कक्ष में प्रवेश करेंगे। अन्य किसी व्यक्ति को मतदान स्थल में प्रवेश वर्जित होगा।मतदान व मतगणना परिसर में मतदाताओं (सदस्य, जिला पंचायत) का कोई भी मोबाइल व इलेक्ट्रानिक डिवाइस लेकर जाना पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगा। मतदान व मतगणना स्थल के प्रवेश द्वारा पर ही तलाशी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। जिससे कोई मतदाता (सदस्य, जिला पंचायत) मोबाइल लेकर प्रवेश न कर सके। ऐसी कोई सामग्री जिससे मतदान की गोपनीयता भंग होने की संभावना हो लेकर जाना पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगा।

अधिकारियों की मेहरबानी या सफेदपोशों की चापलूसी

हरिओम उपाध्याय          
हल्द्वानी। उच्च अधिकारियों की मेहरबानी कहो या फिर सफेदपोशों की चापलूसी। हल्द्वानी तहसील में एक अधिकारी का प्रमोशन होने के बाद भी वह अपनी पुराने पद की कुर्सी पर बना हुआ है। क्या तहसील में इनसे ज्यादा काबिल अधिकारी नही रहे। आपको बता दें हल्द्वानी तहसील परिसर में आरके साहब पदोउन्नति के बाद नायब तहसीलदार बन गए हैं। नायब तहसीलदार बनने के बाद भी आरके पद व ऑफिस का मोह नहीं छोड़ पा रहें हैं। 
न चार्ज छोड़ रहें हैं और न ही किसी अन्य को काम करने का मौका दे रहें है, आख़िर ऐसा क्यो। क्या है ऐसी वजह जिसके लिए वह गुणा-गणित में जुटे है।
उच्च अधिकारियों की नज़र आख़िर इन महाशय पर क्यों नहीं पड़ रही है। सूत्रों की माने तो इन महाशय की फ़ाइल खगाली जाएगी तो पता चलेगा कि अब तक इनके द्वारा आख़िर क्या क्या गुल खिलाएं गए हैं, कालाढूंगी तहसील से लेकर हल्द्वानी तहसील तक के सफर में इनकी की गई गलतियों की सजा कई कर्मचारियों को भुगतनी पड़ी थी।सूत्रों के अनुसार मीठी वाणी के धनी इन महाशय द्वारा तहसीलदार हल्द्वानी को तक गुमराह करने का काम किया जाता है।
तहसील परिसर में बने आरके ऑफिस में खतौनी की प्रतिलिपि लेने वाले लोग कम होते है और भू-माफियाओं जमात ज्यादा होती है। महाशय का व्यवहार इतना लचीला है कि प्रोपर्टी डीलर कुर्सी में बैठें होंगे और वह खुद स्टूल में बैठें मिलेंगे।
लाख शिकायतों के बाद भी इन महाशय पर अधिकारियों की अति कृपा दृष्टि आख़िर क्यों है, समझ से परे है। महाशय द्वारा कुछ तथाकथित पत्रकारों को भी सांध कर रखा जाता है, ताकि अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए उनकी लेखनी को अपने हिसाब से दिशाहीन कर सकें।इन महाशय पर दो-दो भारी भरकम जिम्मेदारियां जिलाधिकारी के निर्देश पर आख़िर क्यों दी गई है। अधिकारियों की कमी है या फिर हल्द्वानी तहसील में कोई काबिल अधिकारी नहीं बचा है। वैसे तो सवालों की फेहरिस्त बहुत लंबी है।
इसी मामले पर जल्द दस्तावेजों के साथ होगी अगली ख़बर, जिसमे खुलेंगे कई चेहरो से ईमानदारी के नक़ाब, कौन-कौन है नेतानगरी में इन महाशय के आका, किस-किस अधिकारियों की चापलूसी ने इन्हें एक ही तहसील में सालों से रोका है।

जिला एसएसपी ने कांस्टेबलों के तबादले किएं: यूके

पंकज कपूर                 
हल्द्वानी। नैनीताल जिले की एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने लंबे समय से एक ही थाने और चौकी पर खूंटा गाड़ कर बैठे कांस्टेबलों के तबादले कर दिए हैं। जिले में 102 कांस्टेबलों के ट्रांसफर के आदेश जारी किए गए हैं। कई लंबे समय से तराई के थानों में किला जमा कर बैठे थे तो कई लंबे समय से पहाड़ में चढ़े हुए थे। आखिरकार लंबे समय कि वर्कआउट के बाद एसएसपी ने आज लंबे समय से थाने चौकी में तैनात इन कांस्टेबलों के तबादले के आदेश जारी कर दिए हैं।

अगले 5 दिनों में लू चलने की संभावना जताई

अगले 5 दिनों में लू चलने की संभावना जताई इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। दिल्ली समेत देशभर में गर्मी बढ़ रही है। आने वाले दिनों के लिए भारत मौसम वि...