शुक्रवार, 2 जुलाई 2021

जम्मू: 1 क्वाडकॉप्टर नजर आने के बाद गोलाबारी की

श्रीनगर। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने शुक्रवार को जम्मू के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास पाकिस्तान से संबंधित एक क्वाडकॉप्टर (एक प्रकार का ड्रोन) नजर आने के बाद उस पर गोलाबारी की।
बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि जवानों ने आज सुबह करीब 04.25 बजे पाकिस्तान से संबंधित एक छोटे क्वाडकॉप्टर पर गोलाबारी की। गोलीबारी के तुरंत बाद क्वाडकॉप्टर वापस लौट गया।
उन्होंने कहा, “अरनिया सेक्टर में उड़ती हुई वस्तु आईबी को पार करने की कोशिश कर रही थी।” अधिकारी ने कहा, “गोलाबारी करने पर यह तुरंत वापस चली गई।” उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि क्वाडकॉप्टर क्षेत्र की निगरानी कर रहा था।

'टीकाकरण' के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा: राहुल

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को टीकाकरण के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें ”नफरत का मोतियाबिंद” हो गया है। वायनाड के सांसद राहुल पर तंज कसते हुए भाजपा ने यह भी सवाल किया कि एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने को लेकर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को कब सदबुद्धि आएगी। पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दावा किया कि भारत में 21 जून के बाद पिछले 11 दिनों के अंदर लोगों को औसतन 62 लाख टीकों की खुराक प्रतिदिन दी गई हैं। 
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी या तो इस सच्चाई को देखना नहीं चाहते या फिर ”भ्रम फैलाना” ही कांग्रेस की अघोषित नीति बन गई है। ज्ञात हो कि केंद्र की टीकाकरण नीति पर सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ” जुलाई आ गया है, वैक्सीन नहीं आयीं।
भाटिया ने दावा किया कि राहुल गांधी के इस ट्वीट को देखकर देशवासियों को बहुत दुख होगा क्योंकि आंकड़े बताते हैं कि केंद्र सरकार ने युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया है। उन्होंने कहा, ”जुलाई आ गया लेकिन राहुल गांधी को यह सदबुद्धि कब आएगी कि विपक्ष की भूमिका रचनात्मक होती है? आपको सत्ता सुख भोगने की लालसा है और मोदी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) से नफरत भी है। नफरत का मोतियाबिंद आपको सत्य से दूर क्यों कर देता है ?” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी या तो सच्चाई को देखना नहीं चाहते या फिर ”भ्रम फैलाना” ही कांग्रेस की ”अघोषित नीति” बन गई है।
विगत 21 जून को योग दिवस पर आरंभ हुए टीकाकरण अभियान के नए चरण में लोगों को दी गई टीकों की खुराक का आंकड़ा पेश करते हुए भाटिया ने कहा कि भारत ने अब तक अपने 34 करोड़ नागरिकों को टीकों का सुरक्षा कवच दिया है। उन्होंने कहा, ”पिछले 24 घंटे में टीकों की 41.60 लाख खुराक दी गई हैं जबकि 21 जून से लेकर अब तक 11 दिनों के भीतर 6.85 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। औसतन 62 लाख खुराक प्रतिदिन दी गई हैं।” उन्होंने राहुल गांधी से पूछा कि विश्व के कितने ऐसे देश हैं जहां प्रति दिन टीकों की इतनी खुराक दी गई है।
टीकों को लेकर सवाल उठाने और कोविड को ”मोविड” नाम देने के लिए भाटिया ने राहुल गांधी पर ”हल्की और ओछी राजनीति” करने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस के नेताओं के ऐसे बयानों से महामारी के खिलाफ लड़ाई कमजोर होती है। उन्होंने कहा, ”हल्की राजनीति करनी होती तो हम भी कह सकते थे कि ‘रोविड’ वायरस बहुत ही खतरनाक है और अंदर से भारत को खोखला करने का काम करता है। कोविड-19 रोधी टीकों के लिए भाजपा प्रवक्ता ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा और कहा कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने बाद में टीका लगवा लिया।

पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार का पुतला फूंका

पंकज कपूर               
देहरादून। उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारीयों को सरकारी सेवाओं में आरक्षण को यथावत रखने को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता समित टिक्कू के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार 2 जुलाई को बुद्ध पार्क में भाजपा के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए राज्य की भाजपा सरकार का पुतला फूंका। तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान आप प्रदेश प्रवक्ता समित टिक्कू ने कहा, आंदोलनकारियों की शहादत के बाद इस राज्य का गठन हुआ। हजारों लोग इस राज्य की मांग के लिए जेल तक गए। 
लेकिन आज उनको दिए अधिकार और आरक्षण पर मौजूदा सरकार गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा, जिन आंदोलनकारियों को आरक्षण के तहत अलग अलग विभागों में नौकरी दी गई थी कोर्ट ने उस आरक्षण पर रोक लगाने का फैसला लिया और इस सरकार ने स्टे लेने की जगह या कानून बनाने की जगह सभी विभागों को आंदोलनकारियों को हटाने के फरमान जारी कर दिए। जो सीधे तौर पर उन शहीदों और आंदोलनकारी का अपमान है जिनकी बदौलत राज्य निर्माण का सपना साकार हुआ। समित टिक्कू ने कहा,आप किसी भी कीमत पर आंदोलनकारियों के हक को नहीं मरने देगी। उन्होंने कहा कि अगर सरकार में थोडी भी नैतिकता होती तो वो विधानसभा में एक विधेयक लाकर इस पर एक कानून बनाती और आंदोलनकारियों की इस समस्या का निवारण करती, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया बल्कि विभागों को इन आंदोलनकारियों को हटाने का फरमान जारी कर दिया। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश के 500 से 600 आंदोलनकारियों को सरकार द्वारा नोटिस भेजा जा रहा है कि हाईकोर्ट द्वारा आरक्षण समाप्त कर दिया गया है तो आप लोग अब अपनी सेवाएं सरकार को नहीं दे सकते। 
जबकि 12 से ज्यादा वर्षों से ये लोग कई सरकारी विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि क्या इस दिन को देखने के लिए इस राज्य की लडाई लडी गई थी कि आंदोलनकारियों के बलिदान को ही सरकार भूल जाएगी। उन्होंने कहा कि एक ओर बडे नेताओं के रिश्तेदारों को बैकडोर एंट्री से विधानसभा और अन्य विभागों में समायोजित किया जा रहा है, जबकि आंदोलनकारियों के लिए सरकार ने लडना भी मुनासिब नहीं समझा। उन्होंने कहा कि जिस सरकार को आंदोलनकारियों के संरक्षक की भूमिका में आगे आना चाहिए था उसी सरकार ने इनसे पीठ फेरने का काम किया है।
आप के दिग्गज नेता समित टिक्कू ने कहा कि आंदोलनकारीयों को सरकारी सेवाओं में दिये जा रहे। क्षैतिज आरक्षण का वाद वर्ष 2011 से उत्तराखंड उच्च न्यायालय में विचाराधीन था किन्तु सरकारों की असंवेदनशीलता, लापरवाही, लचर पैरवी व इच्छा शक्ति के अभाव में उच्च न्यायालय उत्तराखंड ने वर्ष 2018 मार्च में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण को निरस्त कर दिया। उत्तराखंड सरकार को चाहिए था कि इस आदेश को निष्प्रभावी करने हेतु व विधानसभा में विधेयक पारित करवाकर 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण के लिए कानून एक्ट बनाती या फिर उच्च न्यायालय के फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देती पर सरकार ने ऐसा नहीं किया उल्टे वर्ष 2018 में ही उच्च न्यायालय के फैसले के बाद शासनादेश जारी कर इसको समाप्त कर दिया।
आप प्रवक्ता ने कहा, आज आप पार्टी ने संकल्प लिया है कि जिन आंदोलनकारियों पर ये संकट आया है। आप पार्टी उनकी इस लडाई में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ खडी है और ये संघर्ष तक तक जारी रहेगा जब तक इस लडाई का फैसला आंदोनकारियों के हक में नहीं आ जाता।
इस मौके पर श्रीकांत खण्डेलवाल, खीम सिंह बिष्ट, पुष्कर बिष्ट, दीप पांडे, रमेश कांडपाल, सचिन श्रीवास्तव, निर्मला आर्या, ममता, लक्ष्मी, राजवीर सिब्बल, उमेश, योगेश, शिवम ठाकुर, फ़ईम मिकरानी, शमी कुरेशी, नायाब, नाजिम, शानू, सचिन, रोहित, सुनील, पंकज, प्रणय आहूजा, राजकुमार, इरफ़ान, गोपाल बिष्ट आदि उपस्थित रहे।

सांध्यकालीन अतिथि शिक्षकों का अनुबंध समाप्त हुआ

पंकज कपूर               
देहरादून। के विभिन्न डिग्री कालेजों में इन दिनों 177 गेस्ट टीचर अनुबंध समाप्त होने के चलते बेरोजगार हो चुके हैं। लिहाजा कोरोना काल में यह शिक्षक घर बैठने को मजबूर हो चुके हैं। जानकारी के अनुसार एमबीपीजी कॉलेज सहित राज्य के 105 डिग्री कॉलेजों में तैनात 177 प्रात: और सांध्यकालीन अतिथि शिक्षकों का अनुबंध समाप्त हो चुका है। बुधवार को इन सभी शिक्षकों को कार्यमुक्त किया गया है। इनमें एमबी पीजी कॉलेज हल्द्वानी के 15 गेस्ट शिक्षक भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि विगत कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में डिग्री कॉलेजों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए सुबह—शाम की कक्षाओं का संचालन शुरू हुआ था।इसके लिए तब 11 माह हेतु गेस्ट शिक्षकों की नियुक्ति की गई। शीघ्र ही सुबह—शाम वाली कक्षाओं में दिक्कतें आने लगीं तब इन शिक्षकों को भी अन्य प्राध्यापकों के साथ ड्यूटी कराई जाने लगी थी। 
हर साल 30 जून को गेस्ट शिक्षकों का अनुबंध समाप्त हो जाता है।इसके बाद आवश्यकता पड़ने पर अनुसार उच्च शिक्षा निदेशालय से इन शिक्षकों का अनुबंध बढ़ाने को लेकर शासन को पत्र भेजा जाता है। अनुमति मिलने के बाद दोबारा 11 माह तक इनकी सेवाएं ली जाती हैं। इस बार 30 जून को 177 गेस्ट शिक्षकों का 11 माह का अनुबंध समाप्त हो गया है। लिहाजा राज्य के डिग्री कॉलेजों में सेवाएं दे रहे इन गेस्ट शिक्षकों का अनुबंध बढ़ाने को लेकर शासन को पत्र भेजा गया है। उम्मीद है कि शासन से अनुमति मिलने के बाद इनकी सेवाएं पुन: विस्तारित कर दी जायें।

विवाह बंधन: पति-पत्नी ने की फांसी लगाकर खुदखुशी

हरिओम उपाध्याय               
कन्नौज। शादी के बंधन में बंधने के 15 दिन बाद ही पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। सदर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम भूड़िया निवासी संजय की शादी 18 जून को शिवांगी के साथ हुई थी। गुरूवार शाम पति-पत्नी अपने कमरे में सोने चले गए। शुक्रवार सुबह जल्दी न उठने पर परिजनों ने दरवाजा खटखटाया। इसके बाद भी दरवाजा नहीं खुला। परिजनों ने देखा तो दोनों के शव फांसी के फंदे पर लटके थे। देखते ही घर में कोहराम मच गया।परिजनों ने इसकी सूचना सदर कोतवाली पुलिस को दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दोनों शवों को फांसी के फंदे से नीचे उतारा और आगे की कार्रवाई शुरूर कर दी। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चल सकेगा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

मुंबई: 'कदर न जानी' का पहला पोस्टर रिलीज किया

कविता गर्ग                         
मुंबई। बॉलीवुड गायिका सोनू कक्कड़ के नये अलबम कदर न जानी का पहला पोस्टर रिलीज कर दिया गया है। सोनू कक्कड़ अल्बम क़दर न जानी को जल्द ही संगीत प्रेमियों के बीच लेकर आ रही है। इसकी जानकारी डीआरजे रिकॉर्ड्स के संचालक एवं निर्माता राज जायसवाल ने दी। राज जायसवाल ने कहा कि यह गाना बेहद शानदार और स्टाईल में बना है। जिसकी शूटिंग पूरी हो चुकी है। आज इसका पहला पोस्टर सोशल मीडिया पर रिलीज कर दिया गया है।
पोस्टर पर टिक टॉक फेम अभिनेता मंजुल खट्टर हैंडसम लुक में नज़र आ रहे है। वही पंजाबी गाने से प्रसिद्धि पा चुकी अभिनेत्री रूमान अहमद का भोलाभाला अंदाज़ नज़र आ रहा है। क़दर न जानीके गीतकार और संगीतकार संजीव चतुर्वेदी है, जबकि वीडियो निर्देशक विकास के चन्डेल है।

जम्मू: मुठभेड़ के दौरान 1 जवान शहीद, 3 आतंकी मरें

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में शुक्रवार को मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बल का एक जवान शहीद हो गया और तीन आतंकवादी मारे गए। आधिकारिक सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार पुलवामा के हंजिन राजपोरा गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी के आधार पर राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने गुरुवार देर रात घेराबंदी एवं तलाश अभियान शुरू किया। सुरक्षा बल के जवान जब सभी निकास बिंदुओं को सील करने के बाद एक लक्षित क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे तब आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। 
इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गई।सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों की गोलीबारी में 44आरआर के दो जवान घायल हो गये जिसके बाद उनमें से एक की अस्पताल में मौत हो गई। मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादी भी मारे गए। मुठभेड़ जारी रहने के कारण आतंकवादी का शव बरामद नहीं किया जा सका है। सूत्रों के अनुसार क्षेत्र के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में तीन से चार आतंकवादियों के मौजूद होने की आशंका जताई जा रही है। इस बीच, एहतियात के तौर पर पुलवामा में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। कानून-व्यवस्था को बिगड़ने से रोकने के लिये नजदीक के क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।

जनरल वी के सिंह के खिलाफ याचिका से इनकार

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) संबंधी विवादित बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह के खिलाफ दायर याचिका की सुनवाई से शुक्रवार को इनकार कर दिया।
मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने सामाजिक कार्यकर्ता एवं पेशे से वकील चंद्रशेखरन रमासामी की याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी कि यदि याचिकाकर्ता को मंत्री का बयान पसंद नहीं है तो वह प्रधानमंत्री को पत्र लिखें और उन्हें हटाने की मांग करें। यदि मंत्री सही नहीं हैं तो प्रधानमंत्री खुद ही उन्हें हटा देंगे।
जनरल सिंह ने तमिलनाडु की यात्रा के दौरान कहा था, "आपमें से कोई नहीं जानता कि हमने कितनी बार एलएसी को पार किया है। हम घोषणा नहीं करते। चीनी मीडिया उसे कवर नहीं करती।
उन्होंने आगे कहा था कि चीन यदि 10 बार नियंत्रण रेखा पार करता है तो भारत कम से कम 50 बार ऐसा करता है।याचिकाकर्ता की दलील थी कि जनरल सिंह ने राष्ट्र के खिलाफ नफरत, अवमानना और असंतोष फैलाने वाला बयान दिया है।

योगी सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगी सपा

हरिओम उपाध्याय                 
मुजफ्फरनगर। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों पर हमले व पुलिस द्वारा उनके ऊपर फर्जी मुकदमे दर्ज किए जाने की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि यदि सरकार जल्द ही किसानों के ऊपर दर्ज के मुकदमों को वापस नहीं लेती है तो समाजवादी पार्टी प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी। 
शुक्रवार को सपा जिला अध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने पूंजीपतियों से सांठगांठ के चलते किसानों को बर्बाद करने के लिए काले कृषि कानून बनाये है। नये कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर सर्दी, गर्मी और बरसात झेलकर 7 माह से धरना दे रहे कई सौ किसान शहीद हो चुके है। लेकिन किसान विरोधी भाजपा सरकार ने राजधानी के गाजीपुर, टीकरी और सिंघु बार्डर पर किसानों द्वारा चलाये जा रहे धरने की समाप्ति के लिये उनसे वार्ता के बजाए उन पर हमलों का सहारा लिया है।
सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने भाजपा नेता अमित वाल्मीकि व सैकड़ाों भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा भाकियू कार्यकर्ताओं व किसानों पर किये गये हमले को आंदोलन को बदनाम करने की साजिश बताते हुए किसानों पर दर्ज किए गए फर्जी मुकदमें की कड़ी भर्त्सना की है।
सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने किसानों पर दर्ज फर्जी मुकदमाें को तत्काल वापस लेने और हमलावर भाजपा नेता व भाजपा कार्यकर्ताओं को जेल भेजने की मांग करते हुए कहा कि मांगे न मानने पर भाजपा सरकार के विरुद्ध सपा बड़ा आंदोलन करेगी।

महिला की याचिका पर सुनवाई की, निर्देश जारी किया

अकांशु उपाध्याय                          
नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया है कि वो हिन्दू धर्म छोड़कर इस्लाम अपनाने वाली महिला और उसके परिवार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराए। जस्टिस सी हरिशंकर की बेंच ने महिला की याचिका पर सुनवाई करते हुए ये निर्देश जारी किया।
यह महिला मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहनेवाली है। लेकिन फिलहाल दिल्ली में ही रहती है। याचिका में कहा गया है कि महिला ने पिछले 27 मई को अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म कबूल किया था। इस्लाम धर्म कबूल करने के बाद से उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारी उसे और उसके नजदीकी रिश्तेदारों को परेशान कर रहे हैं। 
याचिका में महिला ने कहा है कि उसकी जान को खतरा है। याचिकाकर्ता की ओर से वकील कमलेश कुमार मिश्रा ने कहा कि मीडिया के लोग भी उसे और उसके परिजनों को परेशान कर रहे हैं। याचिका में कहा गया था कि महिला बालिग है और उसे अपनी मर्जी का धर्म मानने की संवैधानिक सुरक्षा मिली हुई है।

भाजपा के विधायक पर बलात्कार का मुकदमा दर्ज

हरिओम उपाध्याय                      
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाजपा के एक विधायक पर बलात्कार का मुकदमा दर्ज किया गया है। हरिद्वार के ज्वालापुर विधायक पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
विधायक सुरेश राठौर पर तब मुकदमा दर्ज हुआ जब पीड़िता द्वारा उच्च न्यायालय की शरण तक जाना पड़ा। जाहिर सी बात है। सत्ता दल के विधायक पर भी पुलिस जल्द कार्यवाई कैसे कर पाती। भाजपा नेत्री अपने ही पार्टी के विधायक सुरेश राठौर के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराया है। 
कुछ दिन पहले ही विधायक ने पीड़िता महिला, दो पत्रकारों व उसके पति को ब्लैकमेलिंग के आरोप में जेल भिजवाया था।
ज्वालापुर विधायक ने आरोप लगाया था, कि रेप के झूठे आरोप लगाकर पीड़िता रूपये ठगने व छवि को धूमिल करना चाह रहे है।

'कोरोना' वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है: शिवराज

मनोज सिंह ठाकुर                   
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है। हम सबको कोरोना के बीच ही जीने की कला सीखनी होगी। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर आने की आंशका है। प्रदेश सरकार इसके लिये पूरी तरह से तैयार है। इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ अग्रिम रूप से की जा रही हैं। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीनेशन एक सशक्त उपाय है। इस संजीवनी का उपयोग शहडोल जिले के जमुई ग्रामवासियों की तरह प्रदेश की हर ग्राम पंचायत को करने की जरूरत है। 
मुख्यमंत्री ने यह बातें गुरुवार को शहडोल प्रवास के दौरान ग्राम जमुई में शत-प्रतिशत टीकाकरण की उपलब्धि पर आयोजित सम्मान समारोह में कही। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी आवश्यक सावधानियाँ बरतनी होगी। बिना मास्क लगाए घर से बाहर न निकलें।
दो गज की दूरी बनाकर रखें, भीड़-भाड़ में न जायें, बाजारों में भी भीड़ एकत्रित नहीं होने दें, स्वच्छता का ध्यान रखें और बिना किसी अफवाह में आए टीकाकरण अवश्य कराएँ। अब जरूरत है 'मास्क नहीं तो सामान नहीं' पर अमल करने की। जमुई ग्राम के लोगों ने इंग्लैण्ड और अमेरिका से भी आगे निकलकर जागरूकता का परिचय दिया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कहावत है रामजी चिड़िया राम जी खेत अर्थात् गरीबों के लिए सरकार के खजाने खुले हुए हैं। सरकार ने नवम्बर माह तक 5 किलो निःशुल्क और 5 किलो एक रुपये मूल्य पर उचित मूल्य दुकान के माध्यम से गरीबों को अनाज वितरित करने का निर्णय लिया है। अगस्त माह से 10 किलो के थैले में अनाज का वितरण किया जाएगा।
कार्यक्रम में राजस्व सेवा अभियान के तहत नामातंरण, टीकाकरण और आयुष्मान कार्ड के प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। मुख्यमंत्री चौहान ने शहडोल संभाग में एक जून से शुरू किए गए राजस्व सेवा एवं ग्राम सेवा अभियान के तहत सौरभ को नामातंरण प्रमाण-पत्र, सुधा पाण्डेय, गंगू और लालमन को टीकाकरण प्रमाण-पत्र और सेजल साहू को आयुष्मान कार्ड प्रदान किए।मुख्यमंत्री ने ग्राम जमुई में 20 लाख रुपये की लागत से ग्राम पंचायत भवन और 7 लाख 80 हजार रुपये की लागत से बनने वाले आँगनवाड़ी भवन की आधारशिला रखी। भवनों का निर्माण ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा कराया जाएगा। उन्होंने ग्राम जमुई में सामुदायिक भवन निर्माण की घोषणा भी की। कार्यक्रम में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह, जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सांरग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल, विधायक जयसिंह मरावी, शरद कोल, मनीषा सिंह और शहडोल संभाग और जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल जिले के ग्राम जमुई से राजस्व सेवा एवं ग्राम सेवा अभियान का शुभारंभ किया। गौरतलब है कि कमिश्नर शहडोल संभाग  राजीव शर्मा की पहल पर संभाग में एक जुलाई से राजस्व सेवा एवं ग्राम सेवा अभियान चलाया जा रहा है। राजस्व सेवा अभियान में किसानों के राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया जाएगा। वही ग्राम सेवा अभियान में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना टीकाकरण, पौध-रोपण, हितग्राहीमूलक योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन एवं ग्रामीण विकास संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जाएगा।
 मुख्यमंत्री ने ग्राम जमुई का भ्रमण कर सभी से मुलाकात की और टीकाकरण कार्य में प्रमुख भूमिका निभाने वाले सरपंच भैयालाल बैगा, उप सरपंच मीनू सिंह, बलराम गुप्ता, कमल प्रताप सिंह, पंचायत सचिव अविनाश शुक्ला, एएनएम फूलमती सिंह, सीएचओ सोनम जायसवाल एवं सोनिया पाण्डेय, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रभा सिंह, ललिता सिंह, सरस्वती केवट, आशा कार्यकर्ता गीता कहार, लक्ष्मी मिश्रा, सत्यप्रभा मिश्रा, जन-अभियान परिषद के वॉलेंटियर्स की सराहना की। उन्होंने कहा कि अभी भी कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए अनुकूल व्यवहार अपनायें। मुख्यमंत्री ने सभी को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में शत-प्रतिशत टीकाकरण का संदेश ग्राम जमुई से देश में जाना चाहिये।

किसानों के जीवन में 'डिजिटल' लेनदेन से परिवर्तन

अकांशु उपाध्याय                            
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि डिजिटल लेनदेन पर 'किसानों का भरोसा बढ़ा है। मोदी गुरुवार को 'डिजिटल इंडिया' के छह वर्ष पूरा होने पर 'डिजिटल इंडिया' अभियान के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया की शुरुआत 6 साल पहले पहली जुलाई को हुई थी। मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों के जीवन में भी डिजिटल लेनदेन से अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को एक लाख 35 करोड़ रुपये सीधे बैंक अकाउंट में जमा किए गए हैं। डिजिटल इंडिया ने वन नेशन, वन एमएसपी की भावना को भी साकार किया है। 
संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के एक किसान प्रह्लाद बोरघड़ से बात की। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि कैसे ई-नाम (नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट) प्लेटफॉर्म ने उनके जैसे छोटे किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाने में मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान भी किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई परेशानी नहीं हुई।
बोरघड़ ने कहा, "हम 2018 से इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं। हमें अपनी उपज का अधिक मूल्य मिल रहा है और हम इसे आसानी से बेचने में सक्षम हैं।" डिजिटल पहल ने परिवहन पर बोझ कम कर दिया है क्योंकि उनके जैसे किसानों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि किसानों को ई-नाम से लाभ मिल रहा है। किसान और डीलर दोनों ही ई-नाम से बेहतर कीमत और व्यापक पहुंच का लाभ उठाएंगे।  उल्लेखनीय है कि ई-नाम की शुरुआत 14 अप्रैल 2016 को हुई थी जिसके तहत पंजीकृत होकर किसान अपनी उपज का उचित मूल्य प्राप्त कर सकता है और अपनी देश में जहां भी चाहे वहां बेच सकता है।

पर्यावरण के साथ खिलवाड़ किया, तो भुगतना पड़ा

हरिओम उपाध्यक्ष                                             
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यहां कहा कि प्रकृति और पर्यावरण के जितने अधिक सान्निध्य में हम सभी रहते हैं। विभिन्न प्रकार के रोगों से लड़ने की उतनी अधिक क्षमता हमारे पास होती है। जब भी हमने प्रकृति के विपरीत आचरण किया और पर्यावरण के साथ खिलवाड़ किया, तो उसका दुष्परिणाम पूरी जीव सृष्टि को भुगतना पड़ा। प्रकृति और पर्यावरण के समन्वय के महत्व का अनुमान हम वर्तमान में लगा सकते हैं। पूरी दुनिया विगत सवा वर्ष से कोरोना महामारी से जूझ रही है। चूंकि मनुष्य इस जीव सृष्टि का सर्वश्रेष्ठ प्राणी माना गया है। वह ही सर्वाधिक इसकी चपेट में भी आया है।
मुख्यमंत्री योगी आज यहां सिटी माॅन्टेसरी स्कूल के गोमती नगर विस्तार शाखा में पीपल के पौधे को रोपित कर प्रदेश में वन महोत्सव का शुभारम्भ कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वन महोत्सव का कार्यक्रम हमारे लिये केवल वृक्ष लगाने तक ही सीमित नहीं है, अपितु प्रकृति और पर्यावरण के प्रति हमारे दायित्व के निर्वहन का अवसर है। उन्होंने कहा कि पीपल का पवित्र पौधा लगाकर वन महोत्सव का शुभारम्भ किया गया है। पीपल भगवान विष्णु का प्रतिनिधित्व करता है। भगवान बुद्ध कोे इस वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था, इसलिए यह बोधि वृक्ष भी कहलाया।
योगी ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है, इसलिए वर्ष 2017 में प्रदेश सरकार ने प्रतिवर्ष वृक्षारोपण के एक सुनिश्चित अभियान को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। वृक्षारोपण के इस अभियान को पूरा करने के लिए प्रत्येक वर्ष वृहद वृक्षारोपण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। प्रदेश में सरकार बनने के बाद वर्ष 2017 में 05 करोड़ वृक्षारोपण तथा वर्ष 2018 में 11 करोड़ वृक्षारोपण के लक्ष्य को पूरा किया गया। वर्ष 2019 में राज्य सरकार ने प्रदेश की आबादी के बराबर एक ही दिन में निर्धारित 22 करोड़ वृक्षों के रोपण के लक्ष्य को पूरा किया। विगत वर्ष 2020 में कोरोना महामारी की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद एक दिन में प्रदेश में 25 करोड़ से अधिक वृक्ष लगाये गये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2021 में प्रदेश सरकार ने वन महोत्सव के दौरान 01 जुलाई से 07 जुलाई के बीच 30 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा है। इस वर्ष 04 जुलाई को एक ही दिन 25 करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वन विभाग सहित ग्राम्य विकास, पंचायती राज, लोक निर्माण, शिक्षा आदि प्रदेश शासन के अन्य विभाग अहिर्निश प्रयास कर रहे हैं।
योगी ने सभी से चार जुलाई को कोरोना महामारी से बचाव के निर्धारित प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए, वृक्षारोपण महा अभियान के साथ जुड़ने की अपील की। राज्य सरकार 30 करोड़ पौधे निःशुल्क उपलब्ध कराने के लक्ष्य के साथ सभी प्रदेशवासियों को इस वृहद अभियान से जोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से दिवंगत हुए लोगों की स्मृति में ग्राम पंचायतों में पौधे रोपित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से प्रदेश में वृक्षारोपण के लक्ष्य को प्राप्त किया गया। पिछले 04 वर्ष के दौरान जिन पौधों का रोपण किया गया, उसमें से 75 से 90 प्रतिशत पौधे जीवित और पूरी तरह सुरक्षित हैं। बहुत अच्छी वाटिकाएं और पेड़ आज वहां उगे हुए दिखायी देते हैं। 
इससे प्रदेश में वन का आच्छादन बढ़ा है। योगी ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश में 100 वर्ष से अधिक आयु के वृक्षों को हेरिटेज वृक्ष के रूप में संरक्षित करने का एक अभियान चलाया जा रहा है। गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में गंगा उद्यान लगाने की कार्यवाही की जा रही है। एक्सप्रेस-वे और हाईवे को इस बार वृक्षारोपण अभियान से जोड़ने जा रहे हैं। राम वन गमन मार्ग को वृक्षारोपण से आच्छादित करने की कार्यवाही चल रही है। उन्होंने कहा कि वृक्षों को लगाने के बाद इनकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए थर्ड पार्टी आॅडिट कराने की व्यवस्था की गई है। वन विभाग को निर्देशित किया गया है कि जितने भी वृक्ष लगाए उसमें 75 से 80 प्रतिशत वृक्षों को जियो टैगिंग से जोड़े, जिससे पता चल सके कि जिन वृक्षों को लगाया गया है, वह सुरक्षित हैं कि नहीं। उन वृक्षों को टैबलेट या स्मार्ट फोन से भी देख जा सके। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, सीएमएस के संस्थापक प्रबन्धक जगदीश गांधी, संस्थापक निदेशक डाॅ0 भारती गांधी सहित अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे।

सीएम को रोकने के बाद सियासत में हलचल बढ़ीं

पंकज कपूर                        
देहरादून। उत्तराखंड की सियासी तस्वीर अपने चार महीने पुराने वाली स्थिति में पहुंच गई है। मार्च महीने की तरह ही अब जुलाई में भी रोज ही राज्य की सियासत में हलचल बढ़ रही है। अब दिल्ली से खबर है कि एक बार फिर से सीएम का चेहरा बदलने वाला है। भाजपा हाईकमान से मुलाकात के बाद सीएम तीरथ सिंह रावत को दिल्ली में ही रोक लिया गया है। उन्हें गुरुवार को देहरादून लौटना था, मगर उनका आना रद्द हो गया।
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि देर रात भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के बाद सीएम तीरथ रावत को दिल्ली में ही रुकने को कहा गया है। 
वहीं, मंत्री सतपाल महाराज और धन सिंह रावत को भी दिल्ली बुला लिया गया है। इस कारण सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है।इससे पहले बीती रात सीएम तीरथ सिंह रावत की गृहमंत्री अमित शाह के घर पर बैठक हुई। बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। यह बैठक रात करीब 12 बजे तक चली। इस दौरान विधायक की मौत के बाद खाली हुई हल्द्वानी और गंगोत्री सीटों के संबंध में चर्चा हुई। कहा जा रहा था कि सीएम तीरथ के लिए राज्य में उपचुनाव कराया जाएगा, मगर अब हालात फिर बदलते दिख रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि उत्तराखंड को जल्द ही एक नया मुख्यमंत्री मिलेगा।मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने 10 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। 
तीरथ सिंह रावत अब भी रामनगर-पौड़ी संसदीय सीट से सांसद हैं। उन्होंने अपने सांसद पद से इस्तीफा नहीं दिया है, जबकि तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बने रहने के लिए शपथ ग्रहण के छह महीने के भीतर विधानसभा की सदस्यता लेनी है। यानी, उन्हें किसी भी विधानसभा सीट से नौ सिंतबर तक उपचुनाव जीतना होगा, मगर निर्वाचन आयोग के अनुसार यह भी तय किया गया है कि अगर किसी भी राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए एक साल या फिर उससे कम समय बचता है तो वहां उपचुनाव नहीं कराया जा सकता। बीते पांच मई को आयोग ने कोरोना का भी हवाला देते हुए उपचुनाव कराने से इन्कार कर दिया था। ऐसे में अब उपचुनाव मुश्किल लग रहा है, जिसके कारण बीजेपी हाइकमान के पास नेतृत्व परिवर्तन का ही एकमात्र विकल्प बचता है।

देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,04,58,251 हुईं

अकांशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। भारत में एक दिन कोविड-19 के 46,617 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,04,58,251 हो गई। वहीं, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97 प्रतिशत के पार चली गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से 853 और लोगों की मौत के बाद , इस महामारी की वजह से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4,00,312 हो गई है।
देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी कम होकर 5,09,637 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.67 प्रतिशत है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 97.01 प्रतिशत हो गई है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मामलों में कुल 13,620 की कमी आई है। आंकड़ों के अनुसार, अभी तक कुल 41,42,51,520 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 18,80,026 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई।देश में नमूनों के संक्रमित आने की दैनिक दर 2.48 प्रतिशत है। यह पिछले 25 दिनों से लगातार पांच प्रतिशत से कम ही है। नमूनों के संक्रमित आने की साप्ताहिक दर भी कम होकर 2.57 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या लगातार 50वें दिन भी संक्रमण के नए मामलों से अधिक रही। अभी तक कुल 2,95,48,302 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। कोविड-19 से मृत्यु दर 1.31 प्रतिशत है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के फिर बढ़ाएं दाम

अकांशु उपाध्याय                         
नई दिल्ली। तेल विपणन कंपनियों ने दो दिन के अंतराल के बाद शुक्रवार को पेट्रोल के दाम फिर बढ़ा दिये। जिससे पहली बार मुंबई में इसकी कीमत 105 रुपये, चेन्नई में 100 रुपये और दिल्ली तथा कोलकाता में 99 रुपये प्रति लीटर के पार पहुँच गई। डीजल की कीमत लगातार तीसरे दिन स्थिर रही। देश के चार बड़े महानगरों में आज पेट्रोल 40 पैसे तक महँगा हुआ।अग्रणी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 35 पैसे बढ़कर 99.16 रुपये प्रति लीटर के अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुँच गई। 
डीजल 89.18 रुपये प्रति लीटर पर अपरिवर्तित रहा। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने का मौजूदा सिलसिला 04 मई को शुरू हुआ था। मई और जून में पेट्रोल 8.41 रुपये और डीजल 8.45 रुपये महँगा हुआ था।मुंबई में पेट्रोल 34 पैसे महँगा होकर 105.24 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया। डीजल 96.72 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रहा। चेन्नई में भी पेट्रोल सौ रुपये के पार निकल गया। वहाँ इसकी कीमत 33 पैसे बढ़कर 100.13 रुपये प्रति लीटर हो गई जबकि डीजल 93.72 रुपये प्रति लीटर पर टिका रहा। कोलकाता में पेट्रोल 40 पैसे महँगा होकर 99.04 रुपये प्रति लीटर पर पहुँच गया। 
वहाँ डीजल 92.03 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रहा। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं। देश के चार महानगरों में आज पेट्रोल और डीजल के दाम इस प्रकार रहे।

विकास के लिए ₹34 करोड़ की राशि स्वीकृत की: यूके

पंकज कपूर                    
देहरादून। कोरोना काल में राज्य के पर्यटन विभाग के लिए एक अच्छी खबर आई है। भारत सरकार ने गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए 54 करोड़ 35 लाख 60 हजार रुपए की धनराशि स्वीकृत की है। गंगोत्री धाम में विभिन्न विकास कार्यों के लिए 17 करोड़ रुपए जबकि यमुनोत्री धाम में पर्यटन सुविधाओं एवं अवस्थापनाओ के विकास के लिए 34 करोड रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। 
इस परियोजना के संबंध में 2 हफ्ते पहले ही माननीय मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल से दिल्ली में भेंट वार्ता की थी।केंद्र सरकार की ओर से देश में तीर्थस्थल और धरोहर स्थल विकसित करने के लिए ‘पिलग्रिमेज रेजुवेनेशन एंड स्प्रीचुअल, हेरिटेज ऑगमेंटेशन ड्राइव’ (प्रसाद) यानी ‘तीर्थयात्रा कायाकल्प एवं आध्यात्मिक संवर्धन मुहिम’ योजना चलाई गई है। 
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद इन कार्यों को करवाने वाली संस्था होगी जबकि सचिव पर्यटन इसके नोडल अधिकारी होंगे।पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री व मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा कि गंगोत्री तथा यमुनोत्री के विकास कार्यों के लिए दी गई स्वीकृति से प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि गंगोत्री तथा यमुनोत्री धामों में होने वाली इन विकास कार्यों से जहां राज्य में पर्यटन सुविधाओं का विकास होगा वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों के लिए नए रोजगार स्थापित हो सकेंगे। बताया कि राज्य सरकार जल्द ही इन कार्यों के लिए निविदा प्रक्रिया आरंभ करने जा रही है और इसके पश्चात 60 दिनों के अंतर ही विकास कार्य आरंभ कर दिए जाएंगे।सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि योजना के तहत यमुनोत्री धाम में भी फैसिलिटेशन सेंटर और अन्य यात्री सुविधाओं प्रवेश द्वार आदि का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त वहां पर जानकी चट्टी से यमुनोत्री मंदिर तक 6 किलोमीटर के ट्रैक का निर्माण किया जाएगा। जिसमें दोनों ओर यात्री सुविधाओं को स्थापित किया जाएगा। जैसे पेयजल की व्यवस्था, रेन शेल्टर लाइटिंग आदि। 
खरसाली में माता के पुराने मंदिर में प्रकाशित करने की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही अप्रोच रोड का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त दोनों ही धामों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सुदृढ़ इंतजाम किए जाएंगे।

उत्तराखंड में अगले 24 घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी

पंकज कपूर                         
देहरादून। उत्तराखंड मौसम विभाग में अगले 24 घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए राजधानी देहरादून पौड़ी गढ़वाल और नैनीताल जिले में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही टिहरी चंपावत और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में भी कहीं-कहीं बौछारें वह बरसात होने की संभावनाएं जताई गई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 घंटों में मैदानी इलाकों में 50 से 60 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और पहाड़ी जिलों में आकाशीय गर्जना के साथ बौछारें वह बिजली चमकने का पूर्व अनुमान लगाया गया है। देहरादून पौड़ी और नैनीताल जिलों में भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए यहां ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-321 (साल-02)
2. शनिवार, जुलाई 3, 2021
3. शक-1984,अषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:42, सूर्यास्त 07:16।
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै., अधिकतम-42+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...