मंगलवार, 29 जून 2021

11 नए जनपदों में बीएसएल-2 लैब शुरू, निर्देश दिएं

हरिओम उपाध्याय                  
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की सम्भावनाओं को देखते हुए योगी सरकार ने छोटे जिलों में भी जांच के लिये नई प्रयोगशालाओं की सौगात दी है। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 नए जनपदों में बीएसएल-2 लैब को शुरू करने के निर्देश दे दिये हैं। अब औरैया, महोबा, बुलंदशहर,अमेठी, सिद्धार्थनगर, देवरिया, बिजनौर, कासगंज, मऊ, कुशीनगर और सोनभद्र में आरटीपीसीआर की जांच हो सकेंगी। सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में इन नई प्रयोगशालाओं से एक ओर जांच की संख्या में तेजी से इजाफा होगा।
वहीं बीमारी को मात देने में भी सरकार को मदद मिलेगी। इन नई प्रयोगशाला के संचालन से सर्वाधिक जांच में रिकार्ड बना चुका उत्तर प्रदेश अब नया कीर्तिमान गढ़ेगा जो अन्य प्रदेशों के लिए मिसाल साबित होगा। अपर मुख्य सचिव 'सचिव' सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में इन नई आरटीपीसीआर टेस्ट प्रयोगशालाओं के संचालन से प्रदेश के 45 जनपदों में प्रयोगशालाएं हो जाएंगी। बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने तीन से चार माह के अंदर प्रदेश के अन्य 30 जनपदों में भी ऐसी प्रयोगशालाएं स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में 125 और निजी क्षेत्र में 104 प्रयोगशालाएं क्रियाशील हैं। अब इन नई प्रयोगशालाओं के बढ़ने से एक ओर जांच की संख्या में तेजी से इजाफा होगा। 
वहीं ट्रिपल टी की नीति के तहत कोरोना की जांच से संक्रमण पर लगाम लगने के साथ ही कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की पहचान हो सकेगी। औरैया, महोबा, बुलंदशहर, अमेठी, सिद्धार्थनगर, देवरिया, बिजनौर, कासगंज, मऊ, कुशीनगर और सोनभद्र में आरटीपीसीआर की नई प्रयोगशाला शुरू हो रही हैं। 
 महानिदेशक डॉ डीएस नेगी ने बताया कि बुलंदशहर लैब में जांच शुरू हो गई है वहीं इन जनपदों में से छह जनपदों को आईसीएमआर से मंजूरी मिल गई है, शेष चार जनपदों को भी मंजूरी मिलते ही शुरू कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश से प्रदेश के सभी जनपदों में बीएसएल टू लैब के संचालन की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। इन नई लैब से प्रदेश के कुल 45 जनपदों में आरटीपीसीआर की जांचें तेजी से की जा सकेगी।
प्रदेश में महज 190 नए केस, रिकवरी रेट 98.5 प्रतिशत पहुंचा। सर्वाधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटों में 02 लाख 63 हजार कोरोना की जांचे की गई। प्रदेश में अब तक पांच करोड़ 73 लाख 48 हज़ार 462 कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं। प्रदेश में बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के महज 190 नए केस सामने आए हैं। जो बीते चार माह में संक्रमण के सबसे कम मामले हैं। प्रदेश में अब कुल एक्टिव केस की संख्या 3,046 हो गई है। प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट 0.1 प्रतिशत से भी कम स्तर पर आ चुका है, जबकि रिकवरी रेट 98.5 प्रतिशत पहुंच गया है। 
 देश के 11 राज्यों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट 'डेल्टा प्लस' से संक्रमित मरीजों की पुष्टि होने से सीएम ने अधिकारियों को अलर्ट मोड पर काम करने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत अब प्रदेश में कोविड के डेल्टा प्लस वैरिएंट की गहन पड़ताल के लिए अधिक से अधिक सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग हो इस बात पर अधिक जोर दिया जा रहा है। 
 सरकार ने प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग के दायरे को बढ़ाते हुए बीएचयू, केजीएमयू, सीडीआरआई, आईजीआईबी में जीनोम परीक्षण की व्यवस्था की है। जिससे अब प्रदेश में संक्रमण के नए वेरिएंट का परीक्षण आसानी से किया जा सकेगा। प्रदेश में पीकू व नीकू की स्थापना तेजी से की जा रही है। प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू बेड की संख्या 5900 से अधिक हो गई है।

आतंकी कनेक्शन पुख्ता, एनआईए को जांच सौंपी

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में ​​वायु सेना स्टेशन पर ड्रोन हमले का ​​सीमा पार से आतंकी कनेक्शन पुख्ता ​होने पर इस मामले की जांच ​​गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप​ दी है​। ​इस हमले के बाद से जम्मू के सैन्य क्षेत्रों में लगातार ड्रोन देखे जा रहे हैं​। हमले के अगले ही दिन सोमवार तड़के करीब तीन बजे जम्मू के कालूचक मिलिट्री स्टेशन के पास दो ड्रोन दिखे। हाई अलर्ट पर सुरक्षा बलों ने करीब 25 राउंड फायरिंग करके खदेड़ा​।इसी तरह बीती रात कुंजवानी, सुंजवां और रत्नूचक इलाके में संदिग्ध ड्रोन देखे गए। सैनिकों के फायरिंग करने पर यह ड्रोन भी आसमान में गायब हो गए।​​​​
इस मामले की शुरू से ही आतंकी एंगल से जांच कर रही सुरक्षा एजेंसियों को भी आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की भूमिका होने का संदेह है। प्रारम्भिक जांच में पता चला है कि देश में पहली बार 'ड्रोन अटैक' को अंजाम देने के लिए जम्मू हवाई अड्डे से मात्र 14.5 किलोमीटर दूर सीमा पार से दो ड्रोन ने उड़ान भरी और पेलोड गिराकर वापस लौट गए। ड्रोन के 1.2 किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ने का संदेह है। जो लंबी दूरी की बैटरी से संचालित किये गए थे।​ 
खुफिया और जांच एजेंसियों की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान की आर्मी और आईएसआई कश्मीर घाटी में ऐसे छोटे ड्रोन को लाने की कोशिश में जुटी हुई है। जिनका इस्तेमाल लश्कर और हिज्बुल के आतंकी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों पर आईईडी हमले के लिए कर सकते हैं​​। 
यही वजह है कि बीते ​48​ घंटे में जम्मू के सैन्य क्षेत्रों के आसपास ​ड्रोन की गतिविधियां बढ़ती दिख रही हैं​।​ जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर रविवार की रात हुए ड्रोन हमले के अगले ही दिन सोमवार तड़के करीब तीन बजे जम्मू के कालूचक मिलिट्री स्टेशन के पास दो ड्रोन दिखे। हाई अलर्ट पर सुरक्षा बलों ने करीब 25 राउंड फायरिंग की, जिसके बाद दोनों ड्रोन रात के अंधेरे में गायब हो​ गए। ​अब बीती रात ​फिर तीन जगहों ​कुंजवानी, ​​सुंजवां और ​​रत्नूचक इलाके में​​ ​संदिग्ध ड्रोन देखे गए। ​​​सुंजवां और ​​रत्नूचक​ इलाके में रात ​​1.08 बजे​, ​​कुंजवानी सैन्य इलाके में​​ सुबह तीन से साढ़े चार बजे के बीच संदिग्ध ड्रोन देखा गया​​।​ सैनिकों की फायरिंग ​के बाद यह ड्रोन वापस लौट गए​ लेकिन ​लगातार ड्रोन गतिविधियां बढ़ने पर जम्मू ही नहीं बल्कि देश के सभी सैन्य स्टेशनों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है​​।​​
 ​जम्मू-कश्मीर में वायु सेना स्टेशन, मिलिट्री स्टेशन और अन्य सैन्य क्षेत्रों के आसपास एनएसजी कमांडो को एंटी-ड्रोन तोपों से लैस किया गया है। जांच एजेंसियों को इन धमाकों में 'इम्पैक्ट आईईडी' का इस्तेमाल किये जाने की आशंका है।इम्पैक्ट आईईडी ऐसा विस्फोटक होता है जो जमीन या सतह पर आते ही फट जाता है। हालांकि घटनास्थल पर मिले अवशेषों की अभी फोरेंसिक लैब में जांच की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट आने में 48 घंटे तक का वक्त लग सकता है। उसके बाद ही इस बात की पुष्टि हो सकेगी कि धमाकों के लिए आतंकियों ने किस विस्फोटक का इस्तेमाल किया था।
 इस मामले की शुरू से ही आतंकी एंगल से जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम को ​सीमा पार से आतंकी कनेक्शन होने के सबूत हाथ लगे हैं, इसीलिए अब ​गृह मंत्रालय ने एनआईए को जांच सौंप​ दी है​। स्थानीय टीम की सहायता के लिए एनआईए की एक टीम शीघ्र ही जम्मू पहुंचेगी। वायुसेना की स्पेशल टीम और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की टीम भी अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है। 

16वीं बार फिर पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी

अकांशु उपाध्याय                   
नई दिल्ली। सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने आज जून के महीने में 16वीं बार फिर पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी कर दी। पेट्रोल और डीजल की कीमत में आज की गई बढ़ोतरी 2021 में की गई साल की 58वीं बढ़ोतरी है। आज पेट्रोल की कीमत में अलग अलग राज्यों में वैट की दर के मुताबिक प्रति लीटर 30 से 36 पैसे तक की बढ़ोतरी की गई है। जबकि डीजल की कीमत में प्रति लीटर 31 से 35 पैसे का इजाफा किया गया है। 
आज की बढ़ोतरी के साथ ही राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम बढ़कर 98.81 रुपये प्रति लीटर हो गया है, जबकि डीजल 89.18 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है। आज की बढ़ोतरी के बाद देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 104.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96.72 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गया है। 
कोलकाता में डीजल की कीमत बढ़ कर 98.64 रुपये और डीजल की कीमत प्रति लीटर 92.03 रुपये प्रति लीटर हो गई है। इसी तरह चेन्नई में आज पेट्रोल 99.80 रुपये प्रति लीटर के भाव पर और डीजल 93.72 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है। 
बेंंगलुरु में आज पेट्रोल 102 रुपये प्रति लीटर के स्तर को पार करके 102.11 रुपये के भाव पर बिक रहा है, जबकि डीजल 94.54 रुपये के स्तर पर बिक रहा है। सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से आज की गई बढ़ोतरी के बाद मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल 107 रुपये का स्तर पार कके 107.07 रुपये प्रति लीटर के भाव पर पहुंच गया है, वहीं डीजल 97.93 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर बिक रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पेट्रोल की कीमत 95.57 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जबकि डीजल 89.59 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है। 
 इसी तरह बिहार की राजधानी पटना में पेट्रोल की कीमत बढ़कर 100.81 रुपये प्रति लीटर हो गई, वहीं डीजल 94.52 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है। आज की बढ़ोतरी के बाद झारखंड की राजधानी रांची में पेट्रोल 94.35 रुपये प्रति लीटर और डीजल 94.12 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है। राजस्थान की राजधानी जयपुर में आज की बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल 106 रुपये का स्तर पार करके 106.08 रुपये प्रति लीटर के भाव पर पहुंच गया है, वहीं डीजल 98.82 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है। 

देश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार कमी

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के नए मामलों में लगातार कमी आ रही है। मंगलवार को प्राप्त हुए आंकड़े राहत पहुंचाने वाले हैं। रिकवरी दर बढ़कर 96.87 प्रतिशत तक पहुंच गया है। इसके बावजूद बीते 24 घंटे में 907 मरीजों की कोरोना वायरस से मृत्यु हुई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण के 37,566 नए मामले सामने आए हैं। पिछले सौ दिनों में पहली बार आंकड़ा इतना कम दर्ज किया गया है।
वहीं, बीते 24 घंटों के दौरान 907 मरीजों की कोरोना वायरस से मृत्यु हुई है। हालांकि देश में कोरोना वायरस के नए मामलों में कमी आने के साथ सक्रिय मामले भी कम हो रहे हैं। फिलहाल कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या घटकर 5,52,659 रह गई है, जो कुल मामलों का 1.82 प्रतिशत है। राहत की बात यह है कि रिकवरी दर बढ़कर 96.87 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 2.74 फीसदी पर है।

15 दूसरे आरोपियों को दोबारा समन जारी किया: हिंसा

अकांशु उपाध्याय                   
नई दिल्ली। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने 26 जनवरी को लालकिले पर हुई हिंसा मामले में आरोपी दीप सिद्धू और 15 दूसरे आरोपियों को दोबारा समन जारी किया है। कोर्ट ने सभी आरोपियों को 12 जुलाई को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। इससे पहले कोर्ट की ओर से भेजे गए समन आरोपियों को नहीं मिले जिसकी वजह से दोबारा समन जारी किया गया है।
पिछले 19 जून को कोर्ट ने इस मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से दायर चार्जशीट पर संज्ञान लिया था। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गजेंद्र नागर ने दीप सिद्धू समेत सभी आरोपियों को आज कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। चार्जशीट में कहा गया है कि 26 जनवरी को लालकिले पर कब्जे की साजिश रची गई थी और लालकिले को विरोध प्रदर्शन का केंद्र बनाने की योजना थी। 
चार्जशीट में कहा गया है कि गणतंत्र दिवस के दिन हिंसा फैलाने को सोची-समझी साजिश थी। इस हिंसा के जरिये केंद्र सरकार को बदनाम करने की योजना बनाई गई थी। दिल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता, आर्म्स एक्ट, प्रिवेंशन ऑफ डैमेज टू पब्लिक प्रोपर्टी, एंशिएंट मानुमेंट्स एंड आर्कियोलॉजिकल साईट्स एंड रिमेंस एक्ट, एपिडेमिक डिसीज एक्ट और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत आरोप लगाए हैं। 
कोर्ट ने उन आरोपों पर संज्ञान नहीं लिया जिनमें अभी अनुमति नहीं ली गई थी। जिन मामलों में अनुमति नहीं ली गई थी उमें आर्म्स एक्ट, एपिडेमिक एक्ट और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के कुछ आरोप शामिल हैं। बता दें कि पिछले 17 जून को दिल्ली पुलिस ने इस मामले में पूरक चार्जशीट दाखिल किया था। पिछले 28 मई को आरोपियों के खिलाफ एपिडेमिक एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमे के लिए जरूरी मंजूरी न मिलने के चलते आज कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की ओर से दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान नहीं लिया था। पिछले 21 मई को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट दाखिल किया था। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में दीप सिद्धू समेत 16 लोगों को आरोपी बनाया है। दीप सिद्धू को इस मामले में जमानत मिल चुकी है। 
दिल्ली पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर में कोर्ट ने पिछले 17 अप्रैल को दीप सिद्धू को जमानत दे दिया था। जमानत पर रिहा होते ही आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से लालकिले को नुकसान पहुंचाने के मामले में पुलिस ने दीप सिद्धू को 17 अप्रैल को ही गिरफ्तार कर लिया था। दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हरियाणा के करनाल से पिछले 9 फरवरी को गिरफ्तार किया था। इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे।

शादी-शुदा औरत को संरक्षण देने से इनकार किया

बृजेश केसरवानी                   
प्रयगराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दूसरे पुरूष के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही शादी-शुदा औरत को संरक्षण देने से इंकार कर दिया है।
कोर्ट ने कहा कि याची ने अपने पति के खिलाफ न तो तलाक का केस किया है और न ही घरेलू हिंसा कानून या भारतीय दंड संहिता के तहत अपराधों की शिकायत दर्ज करायी है। ऐसे में पति द्वारा प्रताड़ित करने के आधार पर पति से सुरक्षा की गुहार लगाना बेमानी है। कोर्ट ने याचिका पर हस्तक्षेप करने से इंकार करते हुए याचिका खारिज कर दी।
यह आदेश न्यायमूर्ति सुनीता अग्रवाल तथा न्यायमूर्ति साधना रानी ठाकुर की खंडपीठ ने श्रीमती सुरभि की याचिका पर दिया है। याची का कहना था कि उसका पति समाज विरोधी क्रिया-कलापों में लिप्त है, जिससे परेशान होकर उसने घर छोड़ दिया और वह दूसरे पुरूष मोहित के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही है। पति से उसे खतरा है। उसने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन से शिकायत भी की है। कहा गया था कि पति से उसे सुरक्षा दी जाये।

बुजुर्ग से मारपीट के मामले में याचिका दायर: एससी

अश्वनी उपाध्याय                 
गाजियाबाद। जिलें में बुजुर्ग से मारपीट और दाढ़ी काटने के मामले में ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी ने सुप्रीम कोर्ट में केवियट याचिका दायर की है। मनीष माहेश्वरी ने कहा है कि कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ अगर गाजियाबाद पुलिस सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करती है तो उनका पक्ष भी सुना जाए। इस मामले में मनीष माहेश्वरी के खिलाफ बुजुर्ग की पिटाई के वायरल वीडियो के खिलाफ गाजियाबाद पुलिस के पास शिकायत दर्ज की गई थी। गाजियाबाद पुलिस ने माहेश्वरी को लोनी थाने में आकर बयान दर्ज करवाने के लिए नोटिस भेजा था।
लेकिन माहेश्वरी ने थाने में आने से इनकार कर दिया। मनीष माहेश्वरी ने कर्नाटक हाईकोर्ट का रुख किया था। कर्नाटक हाईकोर्ट ने माहेश्वरी को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये जांच में शामिल होने की छूट दी थी। कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को गाजियाबाद पुलिस की ओर से सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है। इसी के मद्देनजर मनीष माहेश्वरी ने सुप्रीम कोर्ट में केवियट याचिका दायर की है।

बीआरओ द्वारा निर्मित 63 पुल राष्ट्र को समर्पित कियें

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ​सोमवार को छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा निर्मित 63 पुल राष्ट्र को समर्पित किये। लेह में वायुसेना स्टेशन पर 'वायु योद्धाओं' के साथ हुई बातचीत को उन्होंने अद्भुत बताते हुए कहा कि ये वायु योद्धा किसी भी विपत्ति से लड़ने और किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। वह लद्दाख के कारू में भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों से भी मिले और उनके साहस को सलाम किया। राजनाथ सिंह लद्दाख में ऐतिहासिक ठिकसे मठ में भी गए।
​रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ​केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में लेह से 88 किलोमीटर दूर क्यूंगम में आयोजित एक कार्यक्रम में​​लद्दाख में लेह-लोमा रोड पर बनाए गए 50 मीटर लंबे पुल का उद्घाटन किया। 
यह एकल स्पेन स्टील सुपर स्ट्रक्चर ब्रिज मौजूदा बेली पुल की जगह लेगा​​।​ इससे सैन्य हथियारों, विशेष उपकरणों सहित भारी हथियार प्रणालियों की आवाजाही ​आसान होगी​​। लेह-लोमा रोड लेह को चुमथांग, हैनले और त्सो मोरोरी झील जैसे स्थानों से जोड़​ती है, ​इसलिए ​पूर्वी लद्दाख में अग्रिम क्षेत्रों तक पहुंच के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है​​।​ ​इसके अलावा राजनाथ सिंह ​​ने लद्दाख में 62 और पुलों का उद्घाटन किया​​।​ इसमें 11 लद्दाख में, चार जम्मू-कश्मीर में, ​तीन ​हिमाचल प्रदेश में, ​छह ​उत्तराखंड में, ​आठ ​सिक्किम में, नगालैंड और मणिपुर में एक-एक और अरुणाचल प्रदेश में 29 पुलों का उद्घाटन किया। परियोजनाओं की संयुक्त लागत 240 करोड़ रुपये है और वे सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को जबरदस्त बढ़ावा देंगे।​ इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान दूर-दराज के क्षेत्रों में संपर्क स्थापित करने में बीआरओ की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि इनमें से कुछ पुल दूरदराज के दुर्गम क्षेत्रों में स्थित कई गांवों के लिए जीवन रेखा बन जाएंगे। 
विशेष रूप से किसी राष्ट्र के विकास के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने दूर-दराज के सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास को सुनिश्चित करने के सरकार के संकल्प की पुष्टि की और कहा कि आज 63 पुलों का उद्घाटन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह पुल बेहतर कनेक्टिविटी के जरिए संबंधित राज्यों के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में विभाजित करने के सरकार के फैसले पर रक्षा मंत्री ने कहा कि मजबूत और दूरदर्शी कदमों से राष्ट्रीय एकता मजबूत हुई है, जिससे बाहर से प्रायोजित आतंकवादी गतिविधियों में बड़ी कमी आई है और लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए नए रास्ते खुल गए हैं। 
लद्दाख के विकास पर राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सहित कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं जो क्षेत्र के कल्याण के प्रति सरकार के संकल्प को दर्शाती हैं। उन्होंने क्षेत्र में लोकतांत्रिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।
 वर्ष 2020 में गलवान घाटी की घटना के दौरान अनुकरणीय साहस प्रदर्शित करने के लिए भारतीय सेना की सराहना करते हुए रक्षा मंत्री ने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने विवादों को सुलझाने के लिए पड़ोसी देशों के साथ बातचीत का आह्वान करते हुए कहा कि भारत एक शांतिप्रिय राष्ट्र है जो आक्रामकता में विश्वास नहीं करता है। 
लेकिन अगर उकसाया जाता है, तो हम इसका माकूल जवाब देंगे। उन्होंने राष्ट्र को आश्वस्त किया कि सशस्त्र सेनाएं किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। राजनाथ सिंह ने सीमाओं पर सुरक्षा को मजबूत करने, सशस्त्र बलों के बीच संयुक्तता बढ़ाने तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा किए गए सुधारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हम हर तरह से सुरक्षित, मजबूत और समृद्ध राष्ट्र के निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक ने अपने संबोधन में कहा कि काम करने के सीमित मौकों और कोविड-19 महामारी के बावजूद परियोजनाओं को पूरा किया गया। उन्होंने कहा कि ये पुल रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सशस्त्र बलों को तेजी से तैनात करने में सहायता करेंगे जिससे सुरक्षा माहौल को और मजबूत किया जा सकेगा और दूरदराज के सीमावर्ती क्षेत्रों के समग्र आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। उन्होंने चुनौतियों के बावजूद राष्ट्र की सेवा जारी रखने के लिए बीआरओ के संकल्प को दोहराया।​ ​एक ही बार में ​​63 पुलों के उद्घाटन के साथ सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने 2020 में शुरू किए गए 44 पुलों के अपने रिकॉर्ड को पार कर लिया है​​। राजनाथ सिंह ​ने ​17 जून, 2021 को​ अरुणाचल प्रदेश में ​​12 ​ सड़कें राष्ट्र को समर्पित ​की थीं​।​ 
आज ​63 पुलों ​का उद्घाटन ​होने के साथ बीआरओ ​की 75 ​परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।​ ​
 ​इस मौके पर लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर, लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल, उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर-कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी तथा रक्षा मंत्रालय, भारतीय सेना, बीआरओ और नागरिक प्रशासन के अन्य वरिष्ठ नागरिक एवं सैन्य अधिका​री शामिल हुए। कार्यक्रम में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ​तीरथ सिंह रावत, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग​,​ पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्य मंत्री डॉ​.​ जितेंद्र सिंह​,​ जम्मू-कश्मीर के सांसद जुगल किशोर शर्मा, उत्तराखंड के सांसद अजय टम्टा और मिजोरम से सांसद सी लालरोसंग आभासी रूप से शामिल हुए।

सीएम तीरथ की दो टूक, उपचुनाव जरूर लड़ेंगे: यूके

पंकज उपाध्याय                 
देहरादून। नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही अटकलों के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दो टूक कहा है कि वह उपचुनाव जरूर लड़ेंगे। मेरे लिए कई विधायक अपनी सीट खाली करने के लिए तैयार हैं। पार्टी नेतृत्व जहां से भी मुझे चुनाव लड़ाएगा मैं वहीं से चुनाव मैदान में उतर जाऊंगा।
मंगलवार को राज्य में चल रही नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि वह मजबूती के साथ अपनी सरकार चला रहे हैं और मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उपचुनाव हर हाल में लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के कई विधायक मेरे उपचुनाव लड़ने के लिए अपनी सीट खाली करने को तैयार हैं। इस संबंध में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को भी अवगत करा दिया गया है। पार्टी नेतृत्व जहां से भी उपचुनाव लड़ने की इजाजत देगा। वहीं से चुनाव मैदान में उतरकर मैं उपचुनाव लड़ लूंगा। उन्होंने कहा कि उपचुनाव लड़ने की सारी तैयारियां की जा रही है।जल्द ही राज्य में उपचुनाव होगा। मुख्यमंत्री ने बताया है कि उनके चाहने वालों की राज्य और देश में कमी नहीं है। राज्य की जनता सरकार की ओर से कराए जा रहे विकास कार्यों को लेकर काफी खुश है। सरकार की ओर से लागू की गई सभी योजनाओं का लाभ समाज के सभी वर्गों के लोगों को दिया जा रहा है। चुनाव और उपचुनाव एक संवैधानिक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। इसके लिए भाजपा की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
पार्टी नेतृत्व राज्य में जहां भी उपचुनाव लड़ने का आदेश देगा मैं वहीं से चुनाव लड़ूंगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के उप चुनाव लड़ने के बयान को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा था कि नियमानुसार चुनाव आयोग को चुनाव करवाना चाहिए। आयोग उपचुनाव की घोषणा करें तो पार्टी इसके लिए हर समय तैयार है। उन्होंने कहा कि विधानमंडल दल के नेता को राज्यपाल मुख्यमंत्री मनोनीत करता है और मुख्यमंत्री की संस्तुति पर मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई जाती है। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने संविधान की धारा 164 के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि संविधान में साफ तौर पर वर्णित है कि जो मुख्यमंत्री या मंत्री सदन का सदस्य नहीं है, उसे 6 माह के भीतर सदन का सदस्य बनना जरूरी होता है नहीं तो उसे पद से हटना पड़ेगा।

'डेल्टा प्लस' वैरिएंट पहले से कहीं अधिक खतरनाक

हरिओम उपाध्याय                    
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित की गई टीम-9 के साथ राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा है कि देश में कई राज्यों में पाया गया कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट पहले से कहीं अधिक खतरनाक है। इसलिए विशेष सतर्कता और सावधानी बरतते हुए हमें अपने कामकाज को आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक पुख्ता किए जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि थोड़ी सी भी लापरवाही बड़ी समस्या का कारण बन सकती है। मंगलवार को योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित की गई टीम के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि देश के अनेक राज्यों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट डेल्टा़ से संक्रमित मरीज पाए जा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार इस बार का वैरिएंट पहले की अपेक्षा कहीं अधिक खतरनाक है। 
हमें विशेष सतर्कता बरतनी होगी। विशेषज्ञों के परामर्श के अनुरूप बिना देर किए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। कोरोना महामारी के दृष्टिगत प्रदेश की स्थिति हर दिन के साथ बेहतर होती जा रही है। यह अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी समस्या का कारक बन सकती है। सीएम को बताया गया है कि बीते 24 घंटों में 02 लाख 37 हजार 783 टेस्ट किए गए। इसी अवधि में, 174 नए केस सामने आए हैं और 254 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। दैनिक पॉजिटिविटी दर 0.1ः से भी कम स्तर पर आ चुकी है, जबकि रिकवरी दर 98.5ः से बेहतर हो रही है। वर्तमान में कुल एक्टिव केस घटकर 2,946 रह गए हैं। 
1,810 लोगों का इलाज होम आइसोलेशन में हो रहा है। प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 75 लाख से अधिक कोविड टेस्ट हो चुके हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस के गहन अध्ययन-परीक्षण के लिए प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा बढ़ाई जा रही है। विगत दिनों आईजीआईबी, नई दिल्ली में कराए गए साढ़े 05 सौ सैंपल परीक्षण के दौरान किसी में भी कोरोना वायरस के डेल्टा़ वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई। 80 फीसदी सैम्पल कोविड की दूसरी लहर के डेल्टा वैरिएंट के ही पाए गए।बीएचयू वाराणसी, केजीएमयू लखनऊ और सीडीआरआई, आईजीआईबी, दिल्ली के सहयोग से वायरस के जीनोम परीक्षण प्रक्रिया को और तेज कराया जा रहा है। अध्ययन की यह रिपोर्ट डेल्टा़ वैरिएंट से बचाव के लिए प्रबंधन में सहायक होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण सर्वोत्तम सुरक्षा कवर है। प्रदेश में अब तक 03 करोड़ 10 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं। 44 लाख से अधिक लोगों ने टीके की दोनों डोज प्राप्त कर ली है। 
सीएम ने निर्देश दिये है कि शिक्षण संस्थानों में शिक्षक संवर्ग के रिक्त पदों पर नियुक्तियों को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन जेनेरेशन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए तेजी से कार्य जारी है। कल क्रियाशील हुए हापुड़, सिद्धार्थ नगर और कुशीनगर के ऑक्सीजन प्लांट के साथ ही अब तक 121 प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। शेष निर्माणाधीन प्लांट के स्थापना की कार्यवाही तेजी से पूरी की जाए।

काले कलूटे जामुन का लंदन को निर्यात किया: दवा

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। दुनियाभर के लोगों में स्वास्थ्य के प्रति बढती जागरुकता और मधुमेह रोधी गुणों के कारण देश से पहली बार काले कलूटे जामुन के लंदन को निर्यात किया गया है। उत्तर प्रदेश से लंदन में जामुन की पहली सफल खेप के निर्यात ने निर्यातकों और किसानों को इस स्वदेशी फल की खेती एवं व्यापार की संभावनाओं को बढ़ा दिया है। 
पहली बार बिठूर (कानपुर) में उत्पादित जामुन के फलों का निर्यात कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) पंजीकृत निर्यातक द्वारा जून के पहले सप्ताह में किया गया और निर्यात जारी रखा जा रहा है जो टनों में है। हाल के वर्षों में भारतीयों और विदेशों में जामुन के फलों की लोकप्रियता में अपार वृद्धि हुई है। 
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के सहायक महाप्रबंधक डॉ. सी बी सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के जामुन का लंदन के बाजार में स्वागत हो रहा है और आम के अलावा इस फल के निर्यात की भी काफी संभावनाएं हैं। निर्यातकों को गुणवत्ता वाले फल और पैकेजिंग प्रौद्योगिकी के कारण दूर के बाजारों में शिपमेंट भेजने में सफलता मिली। जामुन की मांग को देखते हुए यूरोप और मध्य पूर्व देशों में उच्च गुणवत्ता वाले जामुन के फलों के निर्यात की अच्छी संभावनाएं है।
जामुन मधुमेह रोधी गुणों के कारण तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट के साथ ही बड़ी संख्या में बायोएक्टिव यौगिक भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं| इनका मानव स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होने के प्रमाण वैज्ञानिक प्रयोगों पर आधारित है। अविश्वसनीय बायोएक्टिव यौगिक हृदय, स्वास्थ्य, पाचन और मसूड़ों के स्वास्थ्य सुधार में सहायता करते हैं। जामुन के कई स्वास्थ्य लाभों के कारण इसके शौकीन कुछ लोग गूदे का आनंद तो लेते ही हैं और स्वास्थ्य सप्लीमेंट के रूप में उपभोग करने के लिए गुठली का पाउडर बनाकर रख लेते हैं। पहले जामुन की निर्यात संभावनाओं से अनभिज्ञ निर्यातक अब इस अनोखे फल को यूरोपीय देशों में निर्यात करने की योजना बना रहे हैं जहां लोग इस तरह के दुर्लभ और विदेशी उत्पाद के लिए प्रीमियम मूल्य का भुगतान करने को तैयार हैं। अधिकांश यूरोपीय बाजारों में जामुन एक दुर्लभ फल है नतीजतन अगर इस फल के व्यवस्थित निर्यात को प्रोत्साहित किया जाता है तो उत्पादक और निर्यातक उचित लाभ कमा सकेंगे।

चुनावों के मद्देनजर सीएम ने जनता से कई वादे किए

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। आगामी साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर दिल्ली सीएम ने जनता से कई वादे किए हैं। पंजाब के लोगों से वादे करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अगर पंजाब में उनकी पार्टी की सरकार बनी तो हर परिवार को 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी।
इसके अलावा केजरीवाल ने कहा, ”आज मैं तीन बड़ी घोषणाएं कर रहा हूं।
आम आदमी पार्टी की पंजाब में सरकार हर परिवार को तीन सौ यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। पंजाब के लगभग 70-8- प्रतिशत लोगों की बिजली का बिल जीरो हो जाएगा। दूसरा बड़ा एलान, बहुत से लोगों से ने अनाप शनाप बिल आए हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो इन सब लोगों के पुराने घरेलू बिल माफ किए जाएंगे। तीसरी बड़ी बात कि पंजाब में बिजली सरप्लस में है लेकिन फिर भी कटौती होती है, हमारी सरकार 24 घंटे बिजली देगी।

‘भवतु सब्ब मंगलम’ को पूरा कर रही भाजपा: कोविंद

हरिओम उपाध्याय                
लखनऊ। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने मंगलवार को कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भगवान बुद्ध के वाक्य और भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडकर के उद्देश्य ‘भवतु सब्ब मंगलम’ को सही मायने में पूरा कर रही है। लोकभवन में मंगलवार को भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र का वर्चुअल शिलान्यास किया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डा दिनेश शर्मा मौजूद थे। 
राम नाथ कोविंद ने कहा कि भगवान बुद्ध के वाक्य ‘भवतु सब्ब मंगलम’ का आत्मसात करना लोकतंत्र में हर सरकार का दायित्व है जिसका अर्थ है प्रजा की भलाई। भगवान बुद्ध के विचारों से प्रभावित डा अंबेडकर के समता मूलक समाज की परिकल्पना को भाजपा की सरकारें पूरा कर रही है।उन्होने कहा कि डा अंबेडकर ने 93 साल पहले आज ही के दिन समता मूलक समाज की परिकल्पना के साथ ‘समता’ नामक समाचार पत्र का प्रकाशन आरंभ किया। उनका संपूर्ण जीवन समता मूलक समाज की रचना में ही व्यस्त रहा। समाज मूलक समाज के मूल शिल्पी बाबा साहब ने संविधान में भी समता का जिक्र किया। उनके दिलोदिमाग में समता और समरसता गुंजायमान थी।
राष्ट्रपति ने कहा कि समता मूलक समाज के उद्देश्य के साथ 93 साल पहले शुरू की गयी बाबा साहब की यात्रा के आज हम सब साक्षी बने है। लखनऊ को बाबा साहब की स्नेह भूमि भी कहा जाता है। उनका लखनऊ से विशेष लगाव था। भगंत बोधानंद जी से उन्होने दीक्षा ली थी जिनका निवास लखनऊ में था। इस नाते उनका लखनऊ में अक्सर आना होता था। केन्द्र सरकार बाबा साहब से जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ स्थल के तौर पर विकसित कर रही है जिसमें मध्यप्रदेश में महू, नागपुर में दीक्षा स्थल पर स्मारक,मुम्बई में चैतन्य भूमि पर बाबा साहब अम्बेडकर स्मारक नई दिल्ली में अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर और अलीपुर रोड पर अम्बेडकर मेमोरियल शामिल है जहां डॉ अम्बेडकर का महापरिनिर्वाण हुआ। पंच तीर्थ के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 नवंबर, 2015 को लंदन में अम्बेडकर स्मारक का उद्घाटन किया। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार की परंपरा को आगे बढाते हुये उत्तर प्रदेश सरकार ने यहां डा. भीमराव अंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र का शिलान्यास किया। यूपी सरकार की इस पहल जितनी सराहना की जाये कम है।

करार: कई कदमों की घोषणा किए जाने का 'ढकोसला’

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से 1.1 लाख करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना समेत कई कदमों की घोषणा किए जाने को ‘एक और ढकोसला’ करार देते हुए मंगलवार को कहा कि इस ‘आर्थिक पैकेज’ से कोई परिवार अपने रहने, खाने, दवा और बच्चे की स्कूल की फीस का खर्च वहन नहीं कर सकता।उन्होंने ट्वीट किया, ”वित्त मंत्री के ‘आर्थिक पैकेज’ से कोई परिवार अपने रहने-खाने-दवा-बच्चे की स्कूल फ़ीस का ख़र्च वहन नहीं कर सकता। 
पैकेज नहीं, एक और ढकोसला!” पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा, ”कुछ बुनियादी सच्चाई कोई बैंकर कर्ज के बोझ तले दबे कारोबार को ऋण नहीं देगा। कर्ज के बोझ से दबे या नगदी की किल्लत का सामना कर रहे कारोबार अब और अधिक कर्ज नहीं चाहते। उन्हें कर्ज से इतर पूंजी की जरूरत है।

मुंबई: ‘एप्पल टीवी+’ की सीरीज 24 को रिलीज होगी

कविता गर्ग            

मुंबई। जारेड हैरिस और ली पेस अभिनीत ‘एप्पल टीवी+’ की सीरीज ‘फाउंडेशन’ 24 सितम्बर को रिलीज होगी। डिजिटल मंच ने यह घोषणा की है। सीरीज ‘फाउंडेशन’ में भारतीय कलाकर कुब्रा सैत और प्रवेश राणा भी नजर आएंगे। सीरीज आईज़ैक असिमोव की किताब ‘फाउंडेशन’ पर आधारित है। सीरीज ‘सेक्रेड गेम्स’ में नजर आईं। अदाकारा सैत ने ‘फाउंडेशन’ का ट्रेलर इंस्टाग्राम पर साझा किया और इसके इस साल 24 सितम्बर को रिलीज होने की जानकारी दी। राणा ने भी ‘इंस्टाग्राम स्टोरी’ में इसकी रिलीज तारीख की जानकारी दी। वह आखिरी बार सलमान खान अभिनीत फिल्म ‘राधे : योर मोस्ट वांटेड भाई’ में नजर आए थे। ‘स्काइडेंस टेलीविजन’, डेविड एलिसन, डाना गोल्डबर्ग, मार्सी रॉस के साथ मिलकर सीरीज का निर्माण कर रहा है। जो इसके कार्यकारी निर्माता होंगे।

31 तक 'राशन कार्ड योजना' लागू करने का निर्देश

अकांशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 31 जुलाई तक ‘एक देश, एक राशन कार्ड योजना’ लागू करने का मंगलवार को निर्देश दिया। जबकि केंद्र को कोविड-19 की स्थिति जारी रहने तक प्रवासी मजदूरों को नि:शुल्क वितरण के लिए सूखा राशन उपलब्ध कराने को कहा। न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ ने तीन कार्यकर्ताओं की याचिका पर कई निर्देश पारित किए, जिसमें केंद्रों और राज्यों को प्रवासी मजदूरों के लिए खाद्य सुरक्षा, नकदी हस्तांतरण और अन्य कल्याणकारी उपाय सुनिश्चित करने के लिए निर्देश देने का अनुरोध किया गया था। याचिका में कहा गया कि प्रवासी मजदूर कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में कर्फ्यू और लॉकडाउन लगाए जाने के कारण संकट का सामना कर रहे हैं।
पीठ ने केंद्र को 31 जुलाई तक असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के पंजीकरण के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) की मदद से एक पोर्टल विकसित करने को कहा ताकि कल्याण योजनाओं का लाभ उन्हें दिया जा सके। इसने राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों को संबंधित राज्यों में वैश्विक महामारी की स्थिति जारी रहने तक प्रवासी मजदूरों के लिए सामुदायिक रसोईघरों का संचालन करने का भी निर्देश दिया। पीठ ने महामारी की स्थिति बनी रहने तक प्रवासी मजदूरों के बीच मुफ्त वितरित करने के लिए केंद्र को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अनाज आवंटित करते रहने को कहा। कार्यकर्ता अंजली भारद्वाज, हर्ष मंदर और जगदीप छोकर ने प्रवासी मजदूरों के लिए कल्याणकारी उपायों को लागू करने के अनुरोध के साथ एक याचिका दायर की थी।

रत्नुचक-कुंजवानी में सैन्य स्टेशन के पास ड्रोन देखा

श्रीनगर। सेना के जवानों ने जम्मू के बाहरी इलाके रत्नुचक- कुंजवानी में देर रात सैन्य स्टेशन के पास एक बार फिर ड्रोन देखा है। सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि 28-29 जून रात में सेना स्टेशन के पास ड्रोन देखा गया है। उन्होंने कहा, “उड़ती हुई वस्तु को सेना के ब्रिगेड के पास रत्नुचक और कुंजवानी इलाकों में तीन बार देखा गया। 
सूत्रों ने बताया कि रत्नुचक में करीब 0108 बजे पहला ड्रोन देखा गया उसके बाद फिर कुंजवानी के पास 0309 बजे और तीसरी बार उसी स्थान के पास करीब 0419 बजे ड्रोन देखा गया। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। इससे पहले सोमवार को कालूचक-पुरमंडल रोड पर मिलिट्री स्टेशन के पास दो संदिग्ध ड्रोन उड़ते हुए देखे गए जिसके बाद सेना के जवानों नें सैनिकों की सतर्कता और सक्रियता ने एक बड़े खतरे को विफल कर दिया। रविवार को जम्मू वायु सेना स्टेशन पर एक संदिग्ध ड्रोन द्वारा दो बम गिराए जाने की घटना में वायु सेना के दो जवान घायल हो गए थे और एक इमारत का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।

बस और कैंटर की टक्कर में 5 लोगों की मौंत हुईं

फिरोजाबाद। जिले के थाना नगला खंगर क्षेत्र के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर मंगलवार तड़के बस और कैंटर की टक्कर में चालक-परिचालक समेत पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि दो यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। पुलिस ने बताया कि घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अखिलेश नारायण ने बताया कि जिले के थाना नगला खंगर के क्षेत्र आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर पोल संख्या 62 के समीप राजस्थान के जयपुर से बिहार जा रही डबल डेकर बस तकनीकी खराबी के कारण सड़क किनारे खड़ी थी और चालक, परिचालक उसकी मरम्मत में जुटे थे। 
इसी दौरान पीछे से आ रहा कैंटर डबल डेकर बस में जा घुसा।इस हादसे में कैंटर के परिचालक व चालक एवं बस चालक समेत पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दो यात्रियों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि कैंटर चालक रेशम थापा (40) और परिचालक आनन्द (35) नोएडा के रहने वाले थे जबकि बस चालक रामसेवक (45) दरभंगा, बिहार का रहने वाला था। घायलों और अन्य मृतकों की शिनाख्त का प्रयास जारी है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है और एक्‍सप्रेस वे पर यातायात सुचारू कर दिया गया है। लखनऊ में एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि फिरोजाबाद जिले में हुई सड़क दुर्घटना पर मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने दुख जताया है और वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर तत्काल पहुंचकर पीड़ितों की सहायता करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने घायलों की बेहतर चिकित्सा व्यवस्था कराने की हिदायत दी है।

चारधाम यात्रा शुरू करने के निर्णय पर रोक लगाईं

पंकज कपूर                  
देहरादून। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने पहली जुलाई से चारधाम यात्रा शुरू करने के उत्तराखंड कैबिनेट के निर्णय पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने चारधाम में पूजा अर्चना का लाइव टेलीकास्ट करने के निर्देश सरकार के दिए हैं। सोमवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएस चौहान व न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ में अधिवक्ता दुष्यंत मैनाली, सच्चिदानंद डबराल ,की कोविड काल में स्वास्थ्य अव्यवस्था तथा चारधाम यात्रा तैयारियों को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान मुख्य सचिव ओमप्रकाश व अन्य अधिकारी कोर्ट में वर्चुअली पेश हुए। हाईकोर्ट ने राज्‍य सरकार की आधी अधूरी जानकारी को लेकर भी नाराजगी जताई है।
यही नहीं, उतराखंड हाईकोर्ट ने सरकार को आदेश दिया है कि वह भक्‍तों के लिए चारधाम के लाइव दर्शन करने का इंतजाम भी करें। वहीं, इस मामले की सुनवाई की अगली तारीख को लाइव दर्शन के इतंजाम पर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। सरकार की ओर से चारधाम यात्रा को लेकर जारी एसओपी को शपथ पत्र के साथ पेश किया। कोर्ट ने एसओपी को हरिद्वार महाकुंभ की एसओपी की नकल करार देते हुए उसे अस्वीकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि एसओपी में हरिद्वार जिले में पुलिस तैनाती का ज़िक्र किया है। इससे साफ है, सरकार यात्रा तैयारियों को लेकर कितनी गंभीर है। सरकार की ओर से पुजारियों व पुरोहितों के विरोध का ज़िक्र किया तो कोर्ट ने कहा कि हमें धार्मिक भावनाओं का पूरा ख्याल है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-318 (साल-02)
2. बुधवार, जून 30, 2021
3. शक-1984,अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:42, सूर्यास्त 07:16।
5. न्‍यूनतम तापमान -21 डी.सै., अधिकतम-41+ डी.सै.।
बरसात की संभावना
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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संपर्क सूत्र :- +919350302745  
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कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...