मंगलवार, 22 जून 2021

व्याख्या: उत्‍तर कोर‍िया ने अमेरिका को खबरदार किया

सियोल/ वाशिंगटन डीसी। उत्‍तर कोर‍िया के एक शीर्ष अधिकारी ने अमेरिका को खबरदार किया है। उन्‍होंने कहा उत्‍तर कोरिया के संकेतों की गलत व्याख्या नहीं करे। उन्‍होंने जोर देकर कहा कि उत्‍तर कोरिया के संकेतों को अमेरिका गलत व्‍याख्‍या कर रहा है। उन्‍होंने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह वार्ता का सपना देख रहा है तो उसे निराशा ही हाथ लगेगी। उत्‍तर कोरिया की ओर से यह टिप्‍पणी ऐसे वक्‍त आई है। जब एक अमेरिकी दूत ने दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में किम जोंग उन के साथ वार्ता पर अपनी सकारात्‍मक प्रतिक्रिया दी है। उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन की बहन ने अमेरिका के साथ वार्ता की संभावनाओं को सिरे से नकार दिया है। किम जोंग की बहन किम यो जोंग सत्ता में शक्तिशाली भूमिका में हैं। किम यो जोंग ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलीवान के बयान पर भड़कते हुए कहा है कि वह किम जोंग के बयान के अपने तरीके से अर्थ निकालकर वार्ता के सपने देख रहे हैं। 

सुलीवान के बयान का मजाक उड़ाते हुए उन्होंने कोरियाई मुहावरे का भी प्रयोग किया। किम यो ने कहा कि अमेरिका को उ. कोरिया प्रमुख के बयान का अपने हिसाब से मतलब निकालने पर निराशा ही हाथ लगेगी। किम यो उत्तर कोरिया की वर्कर्स पार्टी में पब्लिसिटी ए्ंड इन्फॉर्मेशन डिपार्टमेंट में डिप्टी डायरेक्टर हैं। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलीवान ने उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन के बयान को रोचक संकेत बताया था। किम ने कहा था कि वे टकराव और वार्ता दोनों के लिए ही तैयार हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडन ने उत्तर कोरिया से वार्ता के लिए सुंग किम को विशेष दूत नियुक्त किया हुआ है। वह पांच दिन की दक्षिण कोरिया की यात्रा पर हैं।

24 को अदालत में रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया

कविता गर्ग                          
मुंबई। बंबई उच्च न्यायालय ने मंगलवार को मुंबई पुलिस आयुक्त को 36 वर्षीय महिला के आरोपों की जांच करने का निर्देश दिया जिसने कहा था कि शिवसेना सांसद संजय राउत और उसके पति के इशारों पर कुछ लोगों ने उसका पीछा किया और उसे प्रताड़ित किया। महिला और उनके पति के बीच अलगाव है। न्यायमूर्ति एस.एस. शिंदे और न्यायमूर्ति एन.जे. जामदार की खंडपीठ ने पुलिस आयुक्त को इस मामले में 24 जून को अदालत में रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया। याचिका इस वर्ष फरवरी में दायर की गई थी। जिसमें पेशे से मनोवैज्ञानिक महिला ने दावा किया था कि राज्यसभा सदस्य राउत तथा उसके अलग रह रहे पति के इशारों पर कुछ अज्ञात पुरुष उसका पीछा कर रहे हैं और उसे परेशान कर रहे हैं। 
महिला की वकील आभा सिंह ने अदालत को मंगलवार को बताया कि याचिका दायर करने के बाद हाल में उनकी मुवक्किल को असंज्ञेय मामले में गिरफ्तार कर लिया गया जिसमें आरोप लगाया गया कि उसने पीएचडी की नकली डिग्री हासिल की है।उन्होंने कहा, ”याचिकाकर्ता दस दिन से जेल में है। जब से उन्होंने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है तब से पूरी पुलिस मशीनरी उनके पीछे पड़ गई है। यह दुर्भावनापूर्ण और बदले के इरादे से की गई कार्रवाई है।” 
अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देने के लिए अलग से याचिका दायर कर सकती हैं। पीठ ने कहा, ”हम पुलिस आयुक्त को निर्देश देते हैं कि वह याचिका में की गई शिकायतों की जांच करें और उचित कदम उठाएं। पुलिस आयुक्त 24 जून को इस मामले में रिपोर्ट दें।” महिला ने याचिका में आरोप लगाया है कि उन्होंने 2013 और 2018 में तीन शिकायतें की थीं लेकिन आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। याचिका पर मार्च में जब सुनवाई हुई थी तब राउत के वकील प्रसाद ढाकेफलकर ने इसका विरोध करते हुए सभी आरोपों से इंकार कर दिया था। उनका कहना था कि याचिकाकर्ता शिवसेना नेता की पुत्री समान है।

रिटायर्ड: सरकार द्वारा नया सचिव नियुक्त किया गया

राणा ओबराय
चंडीगढ़। हरियाणा सिविल सचिवालय चंडीगढ़ में आम चर्चा सुनने व देखने को मिलती हैं कि मन्त्री या बड़े अधिकारी रिटायर्ड होने के बाद भी अपने सचिव या निजी सचिव को पदमुक्त नही करते हैं। जबकि रिटायर्ड होने वाले के स्थान पर सरकार द्वारा नया सचिव या निजी सचिव नियुक्त कर दिया जाता है। आखिरकार ऐसा कौन सा निजी स्वार्थ होता है। जो मन्त्री या बड़े अधिकारी पुराने सचिव या निजी सचिव को हटाते नही है। 
क्या वह ज्यादा ज्ञानवीर होता है या वह कमाऊ पूत अथवा वह अपने बोस के द्वारा किये गए कार्यों का ज्यादा राजदार हो जाता है ? इनमें से ऐसा कौन सा कारण है ? जो मन्त्री या अधिकारी को मजबूर करता है। अपने पुराने सचिव को साथ रखने के लिए ? यदि ज्ञान औऱ कार्यों कि बात की जाए तो सभी पुराने औऱ नए सचिवों की एक ही पाठशाला है। वहीँ से सब सीख कर आते हैं। सभी को बराबर का ज्ञान होता है। हाँ यदि मन्त्री या अधिकारी अपने अधीन विभाग में रिटायर्ड सचिव अथवा निजी सचिव को नियुक्त करके अपने साथ रखता है तो इसमें उनका निजी स्वार्थ हो सकता है ? कुछ भी हो हरियाणा के भाजपा राज में यह परम्परा बंद नही हुई तो यह लोकतंत्र की हत्या होगी।

उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के 8 नए मामलें सामने आएं

पंकज कपूर              

देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का कहर जहां तेजी से कम हो रहा है। वही ब्लैक फंगस के मामलों में भी धीरे धीरे धीरे कमी आ रही है। राज्य में आज ब्लैक फंगस के 8 नए मामले तथा 1 मरीज की मौत हुई। मंगलवार की शाम 6:00 बजे स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के अब तक 465 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि 82 मरीजों की मौत हो चुकी है। वही 65 मरीज स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में ब्लैक फंगस के सबसे अधिक 302 मामले सामने आए जिनमें 54 की मौत हो चुकी है 29 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। इसके अलावा दून मेडिकल कॉलेज में 23, मैक्स हॉस्पिटल में 15, महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में 30, जौलीग्रांट में 45, आरोग्यधाम हॉस्पिटल में दो, कृष्णा अस्पताल हल्द्वानी में तीन, सुशीला तिवारी अस्पताल में 33, सिटी अस्पताल में, तिवारी नर्सिंग होम में एक, जिला अस्पताल उधम सिंह नगर में एक, ओएनजीसी हॉस्पिटल में एक, सिनर्जी हॉस्पिटल में 2, उत्तरकाशी डिस्टिक हॉस्पिटल में 2, मिलट्री हॉस्पिटल रुड़की में दो तथा मिलिट्री हॉस्पिटल देहरादून में एक मामले सामने आए है।

अनियंत्रित व्यवस्था, सरकार पर पलायन का आरोप

कविता गर्ग                       
मुंबई। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार अगर गिरती है तो वैकल्पिक व्यवस्था देने के लिए भारतीय जनता पार्टी तैयार है। फडणवीस ने उद्धव ठाकरे सरकार पर गंभीर मुद्दों से पलायन करने का भी आरोप लगाया है। 
 देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को विधान भवन में पत्रकारों से कहा कि राज्य में उद्धव ठाकरे सरकार से हर वर्ग परेशान हो चुका है। सरकार में शामिल तीनों दल सिर्फ नौटंकी कर रहे हैं। उन्हें जनता की परेशानियों को खत्म करने की कोई फिक्र नहीं है। उद्धव ठाकरे की स्थिति अब तब की बन गई है। लेकिन भाजपा सरकार गिराने का कोई पाप नहीं करने वाली है। सरकार गिरने के बाद भाजपा सूबे की जनता के हितों को देखकर वैकल्पिक व्यवस्था करने में सक्षम है। 
 देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य में किसानों की स्थिति खराब हो गई है। कोरोना की वजह से लोगों की रोजी रोटी की समस्या बढ़ गई है। मराठा समाज का आरक्षण रद्द हो गया है। इतनी सारी समस्याओं पर चर्चा करने के लिए राज्य सरकार के पास समय नहीं है। उन्होंने कम से कम 3 सप्ताह तक विधानसभा का अधिवेशन चलाए जाने की मांग की थी लेकिन राज्य सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी, इसलिए उन्होंने विधानभवन कामकाज समिति की बैठक का बायकाट कर दिया है।  

असंवैधानिक कदम को वापस बगैर शांति बहाल नहीं

श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वदलीय बैठक से पहले पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा रद्द करने के ‘अवैध’ और ‘असंवैधानिक’ कदम को वापस लिए बगैर क्षेत्र में शांति बहाल नहीं हो सकती। गुपकर गठबंधन (पीएजीडी) की एक बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान वह जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने के लिए जोर देंगी। जिसे‘ ”हमसे छीन लिया गया है।

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख ने कहा, ”गठबंधन का एजेंडा यह है कि जो कुछ हमसे छीन लिया गया है। हम उस पर यह बातचीत करेंगे। यह एक गलती थी। यह अवैध तथा असंवैधानिक था। जम्मू कश्मीर के मुद्दे का हल किये बगैर जम्मू कश्मीर और पूरे क्षेत्र में शांति बहाल नहीं हो सकती।” महबूबा के साथ गठबंधन के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला सहित इसके अन्य नेता भी थे।

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हंगामा किया

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। अनिवार्य आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट न लाने की वजह से कथित तौर पर उड़ान की मंजूरी न मिलने पर उत्तर प्रदेश निवासी 36 वर्षीय एक कारोबारी ने यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हंगामा कर दिया, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विस्तार एअरलाइंस के उपप्रबंधक दीपक ढांढा से मिली शिकायत पर उत्तर प्रदेश के रुद्रपुर, देवरिया निवासी कारोबारी सूरज पांडेय को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि ढांढा ने अपनी शिकायत में कहा कि संबंधित यात्री उड़ान संख्या यूके933 से मुंबई जाने के लिए इंदिरा गांधी हवाईअड्डे पर विस्तार एअरलाइंस के काउंटर पर पहुंचा लेकिन उसके पास आरटी-पीसीआर रिपोर्ट नहीं थी और इसलिए उसे विमान में चढ़ने की अनुमति नहीं दी गई जिससे उसकी उड़ान छूट गई।एअरलाइन के अधिकारी ने शिकायत में आरोप लगाया कि अपराह्न लगभग तीन बजे सूरज पांडेय हिंसक हो गया और उसने चिल्लाना शुरू कर दिया। वह बैगेज बेल्ट पर भी चढ़ गया और उस पर घूमना शुरू कर दिया तथा एअरलाइन के कर्मचारियों एवं यात्रियों के लिए बाधा उत्पन्न करने लगा।
पुलिस उपायुक्त (इंदिरा गांधी हवाईअड्डा) राजीव रंजन ने कहा, ”हमने शिकायत के सत्यापन के लिए सीसीटीवी फुटेज देखी। शिकायत, सीसीटीवी फुटेज के अध्ययन और अब तक की गई जांच से पता चलता है कि आरोपी सूरज पांडेय ने दिल्ली पुलिस कानून की संबंधित धाराओं के अंतर्गत आने वाला अपराध किया। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया और उसकी चिकित्सीय जांच भी कराई गई। उन्होंने कहा कि क्योंकि यह एक जमानती अपराध था, इसलिए आरोपी को जमानत पर रिहा कर दिया गया। उसे यहां अदालत में पेश किया जाएगा। विस्तार एअरलाइंस के प्रवक्ता द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि यात्री ने 21 जून को दिल्ली से मुंबई के लिए उड़ान बुक की थी, लेकिन उसे विमान में इसलिए सवार नहीं होने दिया गया क्योंकि उसके पास कोविड-19 संबंधी आटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट नहीं थी जो सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार अनिवार्य है। 
प्रवक्ता ने कहा, ”प्रतिक्रिया में उसने (यात्री) हमारे कर्मचारियों तथा अन्य यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार किया और उसके कृत्य से जमीनी संचालन की सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ। हमने यात्री को टिकट का पूरा पैसा वापस कर दिया है और अधिकारियों को घटना की सूचना दे दी है। एअरलाइन ने कहा कि विस्तार बुरे व्यवहार और ऐसे कृत्यों के प्रति ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ की नीति रखती है जिससे यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा और गरिमा के लिए खतरा पैदा होता हो।

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...