शुक्रवार, 4 जून 2021

कच्चे माल के निर्यात से 'अमेरिका' ने रोक हटाईं

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए जरूरी कच्चे माल के निर्यात से अमेरिका ने रोक हटा ली है। इसके अलावा अपने पड़ोसी और साझीदार देशों की उस लिस्ट में भारत को भी अहम स्थान दिया है। जिन्हें वह कोरोना वैक्सीन की सप्लाई करने वाला है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ग्लोबल एलोकेशन प्लान लॉन्च किया है। इस अभियान के तहत अमेरिका की ओर से दुनिया कई देशों को कोरोना टीकों की 25 मिलियन डोज की सप्लाई की जानी है। इसका बड़ा हिस्सा भारत को भी मिलने वाला है। अमेरिका के रुख में यह बदलाव इसलिए भी उल्लेखनीय है क्योंकि बीते कुछ महीनों से उसने वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए जरूरी कच्चे माल के निर्यात पर रोक लगा रखी थी। 

अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने गुरुवार शाम को मीडिया से बात करते हुए यह जानकारी दी। अमेरिका ने इससे पहले डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट लागू कर दिया था। जिसके चलते किसी भी अहम चीज की सप्लाई में अमेरिका को प्राथमिकता देना जरूरी था। बता दें कि भारत ने अमेरिका से इस रोक को हटाने की अपील भी की थी। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि भारत हमारे साथ मुश्किल वक्त में खड़ा था। जो हमें याद है और हम भी उसके साथ खड़े रहेंगे। यह रोक हटाए जाने के बाद वैक्सीन निर्माताओं के लिए कच्चे माल की उपलब्धता आसान हो जाएगी।

'पर्यावरण दिवस' कार्यक्रम को संबोधित करेंगे पीएम

अकांशु उपाध्याय          

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शनिवार की सुबह 11 बजे विश्व पर्यावरण दिवस 2021 कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष के कार्यक्रम का विषय 'बेहतर पर्यावरण के लिए जैव ईंधन को बढ़ावा देना' है। 

केंद्र सरकार ने कहा है कि इस कार्यक्रम के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी 'भारत में 2020-2025 के दौरान इथेनॉल सम्मिश्रण से संबंधित रोडमैप के बारे में विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट' जारी करेंगे। विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के क्रम में भारत सरकार तेल कंपनियों को 1 अप्रैल 2023 से इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल को इथेनॉल की 20 प्रतिशत तक की प्रतिशतता के साथ बेचने और उच्च इथेनॉल मिश्रणों ई-12 और ई-15 से संबंधित बीआईएस विनिर्देश के बारे में निर्देश देते हुए ई-20 अधिसूचना जारी कर रही है।

कमजोरी का रुख, सोने-चांदी के दामों में गिरावट आईं

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। सोने और चांदी की खरीदारी करने वालों के लिए अच्छी खबर है। आज सोना-चांदी की कीमतें घटी है। शुक्रवार को देशभर के सर्राफा बाजार में सोने और चांदी के दामों में गिरावट आई है। वैश्व़िक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना 388 रुपये गिरकर 47,917 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के मुताबिक दिल्ली में पिछले कारोबारी सत्र में सोना 48,305 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं, चांदी भी 920 रुपये की गिरावट के साथ 69,369 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है। 

जबकि, पिछले कारोबार सत्र में चांदी का भाव 70,289 रुपये प्रति किलोग्राम रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना और चांदी दोनों क्रमश: 1,870 डॉलर और 27.35 डॉलर प्रति औंस पर करीब करीब स्थिर रहे। सर्राफा बाजार में पिछले दो दिनों में सोने की कीमत में 1000 रुपए की गिरावट आई हैं तो वहीं चांदी की कीमत में भी लगातार गिरावट की स्थिति बनी हुई है।पिछले दो दिनों में चांदी के दाम में करीब 2000 रुपए की नरमी आई है। वहीं अगर सोने के इस मूल्य की तुलना करें तो सोना अपने उच्चतम मूल्य से तकरीबन 8000 रुपए नीचे गिर गया है। आपको बता दें कि 7 अगस्त 2020 में सोने की कीमत 56200 रुपए प्रति 10 ग्राम क मूल्य को पार कर गई थी।

गाज़ियाबाद के 42वें जिलाधिकारी बनेगें आरके सिंह

अश्वनी उपाध्याय                

गाजियाबाद। शनिवार को 2018 बैच के आईएएस राकेश कुमार सिंह गाज़ियाबाद के 42वें जिलाधिकारी का पदभार ग्रहण करेंगे। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राकेश कुमार सिंह ने कहा कि जनपद में विकासकारी योजनाओं को प्राथमिकता पर पूरी कराने के साथ विकास कार्यों को तरजीह दी जाएगी। वहीं, आमजन की समस्याओं को प्राथमिकता पर लेते हुए समस्याएं समय पर हल होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते आमजन को जिला प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद दिलाई जाएगीं।

मुरादाबाद जनपद में पिछले 4 साल से जिलाधिकारी के रूप में तैनात आईएएस अधिकारी राकेश कुमार सिंह को गाजियाबाद का जिलाधिकारी बनाया गया हैं।  राकेश कुमार सिंह सपा सरकार के कार्यकाल में 23 जून 2005 से 2 जून 2007 तक सिटी मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात रहे। नवंबर-2014 से फरवरी-2015 तक वे गाज़ियाबाद नगर निगम में बतौर नगर आयुक्त तैनात रहे। इसके बाद हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष एवं नोएडा में यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी में सीईओ तैनात रह चुके हैं।

पशु सेवा केंद्र मूरतगंज का औचक निरीक्षण किया

कौशाम्बी। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी वीपी पाठक लगातार पशु अस्पतालों और आश्रय स्थलों का निरीक्षण कर स्थितियों की जानकारी ले रहे हैं। जिला अधिकारी ने जिले के पशु अस्पतालों और आश्रय स्थल की स्थितियों का निरीक्षण करने का निर्देश मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को दिया है। इसी क्रम में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी बी पी पाठक ने पशु सेवा केंद्र मूरतगंज का औचक निरीक्षण किया है। निरीक्षण के दौरान वहां की व्यवस्थाओं से लगभग वह संतुष्ट दिखाई पड़े हैं और वहां मौजूद कर्मचारियों को उन्होंने उचित दिशा निर्देश दिया है। 
इसके बाद वह पशु चिकित्सालय मुरतगंज पहुंचे। 
जहां पर उन्होंने व्यवस्थाओं को देखा है। साफ-सफाई के अभाव पर उन्होंने चतुर्थ श्रेणी कर्मी को व्यवस्था सुधारने का निर्देश चेतावनी के साथ दिया है। इसके बाद अस्थाई आश्रय स्थल उमारछा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी पहुंचे हैं यहां पर ग्राम प्रधान भी मौजूद थे। आश्रय स्थल की व्यवस्थाओं को उन्होंने देखा है। उन्होंने देखा कि यहां पशुओं की संख्या पर्याप्त है, भूसा आदि वस्तु उपलब्ध है। वहां मौजूद लोगों को उन्होंने उचित दिशा-निर्देश देते हुए व्यवस्था और बेहतर बनाने का निर्देश दिया है।
सुशील केसरवानी 

इंस्पेक्टर के बाद फर्जी एसएचओ को दबोचा: अपराध

राणा ऑबराय               
जींद। अपराध करने वाले लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। ऐसा ही मामला जिला जींद से जुड़ा है। एक नकली एसएचओ व एक नकली सीबीआई इंस्पेक्टर बनकर दो लोग पुलिस स्टेशन में ही पुलिस अधिकारियों पर रॉब झाड़ने लगे। हरियाणा की जींद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए फर्जी सीबीआई इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी के बाद अब फर्जी एसएचओ को भी दबोच लिया है। नकली एसएचओ अनिल दहिया ने अमन से अवैध हथियार खरीदे थे। सफीदों सदर पुलिस ने मामले में कार्रवाई की है। नकली सीबीआई इंस्पेक्टर बनकर सफीदों पुलिस को धौंस दिखाने वाले अनिल दहिया से पुलिस ने गहनता से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके जिस साथी अमन ने लड़की के परिवार को एसएचओ गोहाना बनकर धमकी दी थी। वह भी नकली है और उसी से उसने यह नाजायज हथियार खरीदा था। उसके बाद पुलिस ने दबिश दी और अमन को हिरासत में लेकर सफीदों ले आई। 
गौरतलब है कि उपमंडल सफीदों के गांव हाट की एक लड़की का अपने सुसराल वालों से तनाव चल रहा था और वह अपने मायके में आकर रह रही थी। अनिल दहिया नामक युवक लड़की वालों पर अपने आप को सीबीआई इंस्पेक्टर बतलाकर दबाव बना रहा था कि अपनी लड़की को गोहाना भेज दो अन्यथा लड़की को जबरदस्ती गांव से उठाकर ले जाएंगे। उसके बाद अमन ने लड़की के पिता के पास अपने आप को एसएचओ गोहाना बतलाकर फोन किया तथा कहा कि गोहाना थाना आ जाओ अन्यथा गांव से उठाकर ले जाऊंगा। जिस पर लड़की वालों ने कहा कि थाना सदर सफीदों में आ जाओ, वहीं बैठकर बातचीत करेंगे। वह धमकी देने वाला सफीदों सदर थाने में आया और अपने आप को अनिल दहिया सीबीआई इंस्पेक्टर बताया और उसके पास पिस्तौल भी था। 
खुद को बता रहा था सीबीआई इंस्पेक्टर पुलिस ने जब लड़की वाले मामले में दोनों पक्षों को बुलाकर पूछताछ शुरू की तो अनिल दहिया ने रौब झाड़ते हुए कहा कि मैं सीबीआई इंस्पेक्टर हूं और इन लड़की वालों पर कार्रवाई करो। अनिल दहिया द्वारा बार-बार अपने आप को सीबीआई इंस्पेक्टर बताने पर एएसआई मलकीत को शक हुआ तो उसने अनिल दहिया की पिस्तौल व आई कार्ड चेक किया तो दोनों नकली पाए गए। पुलिस ने नकली पिस्तौल व फर्जी आईकार्ड के साथ आरोपी अनिल दहिया को काबू करके उससे पूछताछ शुरू की तो उसने बताया कि उसके साथ गोहाना का अमन भी शामिल है और उसी ने फर्जी एसएचओ गोहाना बनकर लड़की वालों को फोन किया था और उसी से उसने नाजायज हथियार लिया था। इसी पूछताछ के आधार पर पुलिस ने गोहाना के अमन को काबू किया।

पुलिस: सिपाहियों ने फिर कराया महिला का प्रसव

बृजेश केसरवानी             
प्रयागराज। पुलिस विभाग का नाम रोशन करने वाले जाबाज सिपाही आज अच्छा कार्य किए हैं। देर जारी चौकी में तैनात दो सिपाही कांस्टेबल दीपक पांडे व कांस्टेबल जितेंद्र यादव रात्रि 2 बजे गश्त में थाना कौंधियारा चौकी जारी क्षेत्र में कर रहे थे। अभी अचानक एक ऑटो खराब दिखा। जिसमें एक महिला दर्द से परेशान होकर तड़प रही थी। दोनों कांस्टेबल मौके पर पहुंचकर ऑटो चालक से व वहां खड़ा व्यक्ति से पूछताछ किए तो पता चला उन लोगों ने बताया कि एक महिला को प्रसव पीड़ा हो रही है। 
ऑटो खराब होने की वजह से अस्पताल नहीं जा सकते, फिर क्या ? इतना सुनते ही जाबाज सिपाहियों ने महिला को अपनी गाड़ी से परिवार सहित अस्पताल पहुंचाया। आपको बता दें महिला के परिजन ने बताया हम लोग गींज पहाड़ी थाना बारा है। तनु वाइफ ऑफ नीरज सिंह बताया गया उक्त महिला की पूरी सहायता कर अस्पताल पहुंचाकर जच्चा बच्चा को सुरक्षित हालत में परिजनों को सौंपा गया। जिसमें महिला को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। मां और बच्चा दोनो सकुशल हैं। वही खाकी का इस तरह का मानवीय चेहरा देखकर परिवार वालों ने पुलिस का आभार प्रकट किया।

नशीली कफ: पुलिस ने 2 अभियुक्तों को किया अरेस्ट

बृजेश केसरवानी              
प्रयागराज। जनपद में शंकरगढ़ पुलिस ने नशीली कफ सीरप की तस्करी करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस को मुखबिर की सटीक सूचना पर रानीगंज रेलवे क्रॉसिंग के पास नशीली कफ सिरफ के साथ दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। जैकी कुमार भारतीय और रंजीश पटेल को गिरफ्तार कर कब्जे से 320 शीशी ओनेरेक्स 100 एमआईं नशीली औषधि सीरप व घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल बरामद किया गया। मौके पर औषधि निरीक्षक गोविंद लाल गुप्ता जांच पड़ताल कर रहे हैं। फिलहाल दोनों आरोपियों पर एनडीपीएस के तहत कार्रवाई की जा रही है।

शानदार व्यवस्था के बीच वैक्सिनेशन सम्पन्न हुआ

गोपीचंद               
बड़ौत। पत्रकारों के लिए कोविड वैक्सिनेशन के लिए सीएचसी बड़ौत में आज विशेष कैंप लगाया गया था। इस कैम्प में पत्रकारों व उनके परिजनों को बनाई गई शानदार व्यवस्था के बीच वैक्सिनेशन सम्पन्न हुआ।
जिलाधिकारी राजकमल यादव के निर्देश पर बड़ौत सीएचसी में आज पत्रकारों के लिए चार दिवसीय विशेष कैंप का आयोजन हुआ। 
4 जून से 7 जून तक चलने वाले इस कैंप में आज पहले दिन पत्रकारों व उनके परिजनों का टीकाकरण किया गया। सीएचसी अधीक्षक डॉ विजय कुमार ने बताया कि की गई व्यवस्था के अनुसार 50 पत्रकारों व उनके परिजनों का वैक्सीनेशन पूर्ण हुआ है। सभी पत्रकारों का बहुत सराहनीय सहयोग। उन्होंने बताया कि यह कैंप शनिवार को भी जारी रहेगा जिसमें भी 50 पत्रकारों व उनके परिजनों को वैक्सीनेशन किया जाएगा।

महिला ने परिचितो पर दुष्कर्म का आरोप लगाया

अतुल त्यागी                  
हापुड़। घर से मायके के लिए रिश्तेदार के संग निकली महिला के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने परिचितो पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पुलिस ने पीडिता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। क्षेत्राधिकारी पिलखुवा डाॅ. तेजवीर सिंह ने बताया कि पीडिता धौलाना थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी है। सुबह महिला ने थाने मे पहुंचकर बताया कि बुधवार शाम उसके रिश्तेदार ने उसे मायके ले जाने की बात कही। जिस पर महिला मायके जाने को तैयार हो गई। इस दौरान रिश्तेदार के साथ दो अन्य ग्रामीण भी थे। तीनो के साथ वाहन मे सवार होकर चली गई। 
रास्ते मे तीनो आरोपी उसे जबरन खेत मे ले गए और सामूहिक दुष्कर्म किया। विरोध करने पर महिला को जान से मारने की धमकी दी गई। बेहोशी की हालत मे महिला को छोडकर तीनो फरार हो गए। होश मे आने के बाद किसी तरह महिला अपने घर पहुंची और परिजनो को आपबीती बताई। थाना प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह का कहना है कि पीडिता ने रिश्तेदार सहित तीन लोगो पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।आरोपियो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीडित के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर जांच की गई। घटना स्थल मसूरी थाना क्षेत्र से जुडा लग रहा है। फिलहाल पीडिता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है। घटना मे शामित तीनो लोगो की तलाश मे दबिश दी जा रही है।

सीबीएसई ने 13 सदस्यीय समिति का गठन किया

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वीं कक्षा के छात्रों के मूल्यांकन के उद्देश्य से वस्तुनिष्ठ मानदंड तय करने के लिए 13 सदस्यीय समिति का गठन किया है और यह समिति 10 दिनों में रिपोर्ट पेश करेगी। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई थीं।सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, ” कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न अनिश्चित स्थिति और विभिन्न पक्षकारों की राय के आधार पर यह फैसला किया गया था कि इस वर्ष सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा नहीं होगी। यह भी फैसला किया गया कि समयबद्ध तरीके से परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिये वस्तुनिष्ट मानदंड निर्धारित किये जायेंगे। ”उन्होंने कहा, ” बारहवीं कक्षा के छात्रों के मूल्यांकन के उद्देश्य से सीबीएसई ने वस्तुनिष्ठ मानदंड तय करने के लिए 13 सदस्यीय समिति का गठन किया। समिति 10 दिनों के भीतर 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के मूल्यांकन मानदंड पर रिपोर्ट सौंपेगी। ”

गौरतलब है कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद केंद्र सरकार और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फैसला किया था। सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ‘छात्रों का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा शीर्ष प्राथमिकता है। जिससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता। छात्रों को अंक किस आधार पर मिलेंगे और परिणाम कैसे तैयार होगा। इस बारे में सीबीएसई ने कहा था कि समय के अनुसार उचित मानदंड के तहत अंक दिये जायेंगे और परिणाम तैयार होगा। वहीं छात्रों को परीक्षा देने का विकल्प भी दिया जाएगा। जो छात्र अपने अंक से संतुष्ट नहीं होंगे वे बाद में परीक्षा देने का विकल्प चुन सकेंगे। गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय में भी इस मामले पर सुनवाई चल रही है।

सरकार के स्पष्टीकरण को लेकर सवाल पूछे: देवेंद्र

कविता गर्ग             
नागपुर। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार और उसके मंत्रियों पर तंज कसते हुए कहा कि राज्य में सिर्फ एक मुख्यमंत्री हैं और कई ”सुपर मुख्यमंत्री” हैं। जो अपने स्तर पर अहम नीतिगत फैसलों के बारे में घोषणाएं करते हैं। उन्होंने कहा कि कई मंत्री खुद को मुख्यमंत्री समझते हैं और ऐसी घोषणाएं कर श्रेय लेने की कोशिश करते हैं। फडणवीस ने महाराष्ट्र में मंत्री विजय वडेट्टीवार की घोषणा के उलट बृहस्पतिवार शाम राज्य में कहीं भी लॉकडाउन जैसी पाबंदी नहीं हटाने के संबंध में महाराष्ट्र सरकार के स्पष्टीकरण को लेकर सवाल पूछे जाने पर यह बात कही। 
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”इस सरकार में एक मुख्यमंत्री है और कई सुपर मुख्यमंत्री हैं। कई मंत्री खुद को मुख्यमंत्री समझते हैं और ऐसी घोषणाएं करते हैं। ”उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार में एक मुख्यमंत्री नीतिगत फैसले लेता है या अहम मुद्दे पर बोलने के लिए किसी मंत्री को चुनता है। इस सरकार में मुख्यमंत्री के बयान जारी करने से पहले ही कई मंत्री बोलने लगते हैं। यह ऐसी घोषणाओं के जरिये श्रेय लेने का प्रयास है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”सिर्फ इसी वजह से कल अनलॉक की घोषणा के कारण अफरा-तफरी मची और ऐसा पहले भी हो चुका है।” 
विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि बड़े नीतिगत फैसलों पर सरकार का बयान लोगों तक स्पष्ट रूप से पहुंचना चाहिए। आपदा प्रबंधन मंत्री वडेट्टीवार ने बृहस्पतिवार दोपहर पत्रकारों से कहा था कि शुक्रवार को राज्य के 36 में से 18 ऐसे जिलों में पाबंदियों में ढील दी जाएगी जहां संक्रमण की दर पांच प्रतिशत अथवा उससे कम है और अस्पतालों में ऑक्सीजन की सुविधा वाले 75 प्रतिशत बिस्तर खाली हों। मुंबई में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक के बाद उन्होंने संवाददाता सम्मेलन किया था। 
हालांकि इसके कुछ देर बाद मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने बयान जारी कर कहा कि कहीं भी मौजूदा पाबंदी नहीं हटायी गयी है और विभिन्न क्षेत्रों में पाबंदियों में ढील देने पर विचार किया जा रहा है। लेकिन इस बारे में अब तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। इसके बाद वडेट्टीवार ने कहा कि पाबंदियों को चरणबद्ध तरीके से हटाने को मंजूरी प्रदान कर दी गयी है। लेकिन अब तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।

ओलंपिक के व्यापक विरोध की अनदेखी: जापान

तोक्यो। जापान की सबसे प्रसिद्ध ओलंपियनों में से एक और जापानी ओलंपिक समिति की कार्यकारी सदस्य काओरी यामागुची का मानना है कि जापान कोविड-19 महामारी के दौरान तोक्यो खेलों के आयोजन को लेकर ‘पसोपेश’ में है। शुक्रवार को प्रकाशित एक संपादकीय में यामागुची ने मुखर होकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी), सरकार और स्थानीय आयोजक जापानी जनता के ओलंपिक के व्यापक विरोध की अनदेखी कर रहे हैं।
अलग-अलग जनमत संग्रहों में जापान की 50 से 80 प्रतिशत जनता ने ओलंपिक आयोजन के खिलाफ मतदान किया है। यामागुची ने जापान की क्योदो समाचार एजेंसी द्वारा प्रकाशित एक संपादकीय में लिखा है, ”हम एक ऐसी स्थिति में फंस गए हैं। जहां अब हम रुक भी नहीं सकते। अगर हम ऐसा करते हैं तो हमें नुकसान होगा और अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो भी हमें बहुत नुकसान होगा।” उन्होंने कहा, ”ऐसा लग रहा है कि आईओसी के लिए जापान की जनता की राय कोई मायने नहीं रखती है।”

किसान आंदोलन के नेतृत्व को लेकर फूट बढ़ने लगी

अकांशु उपाध्याय/राणा ओबरॉय   
नई दिल्ली/चंडीगढ़। हरियाणा में छह माह से चल रहे किसान संगठनों के आंदोलन में नेतृत्व को लेकर फूट बढ़ती जा रही है। पंजाब के किसान नेताओं के नेतृत्व को यहां के आंदोलनकारी न केवल खारिज कर चुके हैं, बल्कि अब भाकियू नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी और योगेंद्र यादव के नेतृत्व पर भी सवाल उठाने लगे हैं। किसान संगठनों के बीच नेतृत्व का यह विवाद हालांकि काफी समय से चल रहा था, लेकिन हिसार में आंदोलनकारियों व प्रशासन के बीच हुई वार्ता का आधा अधूरा सच बाहर आने तथा टोहाना में जननायक जनता पार्टी के विधायक देवेंद्र बबली के साथ हुई हिंसक वारदात के बाद इस विवाद ने पूरी तरह से हवा ले ही है।
आंदोलनकारी उठाने लगे इन किसान नेताओं के नेतृत्‍व पर सवाल

हाल फिलहाल भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी आंदोलनकारियों के निशाने पर हैं, जिन्होंने पिछले दिनों बाकी किसान संगठनों से अपना नाता तोड़ते हुए अलग फेडरेशन बना ली। चढूनी भले ही इस फेडरेशन के बनाने के कितने भी कारण गिनाते रहें, लेकिन इस वास्तविकता से इन्कार नहीं किया जा सकता कि राकेश टिकैत की मध्य और उत्तर हरियाणा में दस्तक से चढूनी खासे नाराज हैं। बातों ही बातों में कई बार चढूनी यह इशारा भी कर चुके हैं कि टिकैत को उत्तर प्रदेश देखना चाहिए, हरियाणा को हम संभाल ही लेंगे। इस विवाद के बीच योगेंद्र यादव ने दक्षिण हरियाणा में मोर्चा संभाला हुआ है।

हिसार में हुई वार्ता और टोहाना में देवेंद्र बबली के विरोध की घटना के बाद फूट की दरार अधिक चौड़ी हुई

किसान संगठनों के बीच फूट का सिलसिला हालांकि कई माह पहले आरंभ हो गया था, लेकिन उस समय विवाद ज्यादा बढ़ा जब हिसार के आइजी ने राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी को बातों ही बातों में यह कह दिया कि उत्तर प्रदेश के सीएम और हरियाणा के सीएम एक ही दिन अपने-अपने राज्यों में सरकारी दौरे पर आते हैं, लेकिन आप उत्तर प्रदेश की बजाय हरियाणा में आंदोलन को हिंसक बनाने से नहीं चूकते।इसके बाद चढूनी का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह यह कहते हुए सुनाई दिए कि जब आइजी ने यह बात कही तो उन्हें बहुत शर्म आई। यानी वह आइजी की बात पर मुहर लगाने के साथ ही टिकैत पर भी सवाल उठा रहे हैं कि वह उत्तर प्रदेश के नोएडा और गाजियाबाद में सरकारी दौरे पर आए वहां के सीएम पर इतने मेहरबान कैसे हैं।

टीकरी से शुरू हुआ विरोध, कंडेला की महिला ने आठ मिनट का वीडियो जारी कर कहा चढूनी हमारा नेता नहीं

किसान संगठनों के बीच फूट उस समय अधिक बढ़ गई, जब हिसार के मंडलायुक्त चंद्रशेखर ने एक वीडियो में किसान जत्थेबंदियों के नेताओं द्वारा सरकार से किए गए किसी भी सरकारी कार्यक्रम में बाधा नहीं डालने व किसी नेता का रास्ता न रोकने के वादे से धरनों पर बैठे लोगों को वाकिफ नहीं कराया। टिकैत व चढूनी ने वार्ता के बाद दावा किया था कि सरकार ने उनकी सभी चार मांगे मान ली हैं, लेकिन मंडलायुक्त ने कहा कि सरकार ने दो मांगें मानीं और दो को तकनीकी व कानूनी कारण बताते हुए खारिज कर दिया। साथ ही मंडलायुक्त ने यह भी उजागर कर दिया कि इन किसान नेताओं ने वार्ता का आधा अधूरा सच बाहर निकाला है।राकेश टिकैत ने कहा, चढूनी के निजी विचारों से हमारा मतलब नहीं

उधर, भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी के टोहाना मामले में दिए गए बयान से इतर राकेश टिकैत ने आंदोलनकारियों का समर्थन किया है। टिकैत ने कहा कि टोहाना में बबली का विरोध करने वाले तथा जिनके विरुद्ध पुलिस कार्रवाई हुई है, वे सभी किसान संयुक्त मोर्चा के सदस्य हैं। उनकी रिहाई तक हिसार के मैयड टोल पर जाम रहेगा।राकेश टिकैत मैयड टोल पर पहुंच भी गए। चढूनी ने बुधवार को बयान दिया था कि टोहाना में उपद्रव मचाने वालों का हमारे आंदोलन से कोई वास्‍ता नहीं है। इसके बाद टिकैत ने कहा कि चढूनी ने जो बयान दिया है, वह उनका निजी विचार हो सकता है। मैं मैयड टोल पर खाट डालकर बैठ रहा हूं और गिरफ्तार लोगों को रिहा कराकर रहूंगा। बता दें कि देर रात विधायक बबली भी चंडीगढ़ पहुंच गए। उन्होंने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह से मुलाकात की। इस प्रकरण में आज शुक्रवार को सभी की मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात संभव है।

रक्षामंत्री की 50 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट को मंजूरी

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्‍ली। भारत अपनी समुद्री ताकत को बढ़ाने के मकसद से नौसेना के लिए छह एडवांस्‍ड सबमरीन के निर्माण के लिए रिक्‍वेस्‍ट ऑफ प्रपोजल जल्‍द ही जारी करेगा। भारतीय नौसेना द्वारा दिए गए इस प्रपोजल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्‍यक्षता में डिफेंस एक्‍वजीशन कांउसिल ने अपनी मंजूरी भी दे दी थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में हुई एक बैठक में 50 हजार करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। इस प्रोजेक्ट को स्वेदेशी कंपनी मझगांव डॉक्स लिमिटेड और L&T को सौंपा गया है।
आपको बता दें कि भारतीय नौसेना का एक युद्धपोत संध्‍याक आज अपनी सेवा पूरी कर रिटायर हो रहा है। इस जहाज को 40 वर्ष कीसेवा के बाद रिटायर किया गया है। इसकी परिकल्पना पूर्व रियर एडमिरल एफएल फ्रेजर ने की थी। 1978 में इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया था। इस जहाज को 26 फरवरी, 1981 को वाइस एडमिरल एमके रॉय द्वारा भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।

गौरतलब है कि भारतीय नौसेना काफी समय से इस प्रयास में जुटी है कि उसका जंगी जहाजी बेड़ा दुनिया में सबसे अव्‍वल हो। इसके लिए जरूरी है कि नौसेना के पास अत्‍याधुनिक तकनीक से लैस जहाज और सबमरीन हों। जिस तरह से भारत के पड़ोसी चीन और उसकी सहायता से पाकिस्‍तान अपनी सैन्‍य क्षमता में इजाफा कर रहा है उसको देखते हुए ये और भी जरूरी हो जाता है।

फाइजर-मॉडर्ना वैक्सीन की मंजूरी से होगी मदद

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। भारतीय आयुध संस्थान केंद्र के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन को मंजूरी देने से न केवल वयस्कों बल्कि बच्चों के वैक्सीनेशन में भी मदद मिलेगी। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने संकेत दिया था कि देश में वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन को भारत में मंजूरी दी जा सकती है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक दोनों ही वैक्सीन को मंजूरी दिए जाने में भारत उस नजरिए का इस्तेमाल करेगा, जिसे अमेरिका और अन्य उन देशों ने अपनाया है, ये देश इन दोनों वैक्सीन को लगा रहे हैं। एक इंटरव्यू में फाइजर को ब्रिजिंग ट्रायल से छूट देने पर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि यह न केवल अडल्ट्स बल्कि बच्चों के वैक्सीनेशन में भी देश की मदद करेगा।

उन्होंने कहा कि यह पहले भी किया जा चुका है, जब सरकार ने उन सभी टीकों को आपातकालीन मंजूरी दी थी, जिसे यूएस, यूके और यूरोपिय संघ और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंजूरी दे रखी है। ऐसे में मुझे लगता है कि जल्द ही हमारे पास बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए फाइजर वैक्सीन मौजूद होगी। पहले नियमों में छूट क्यों नहीं दी गई के सवाल पर डॉ. गुलेरिया ने कहा कि पहले हमारे पास उभरते आंकड़ों का सही डाटा नहीं था।

यूरोपीय आबादी पर इसके दुष्प्रभाव हुए थे, ऐसे में आपको सावधान रहना था। पहली बात तो ये है कि आप ज्यादा नुकसान नहीं करना चाहते। यूके और यूएस में बड़ी संख्या में वैक्सीन लगाए जाने के बाद ये साफ हो गया कि इसमें कोई दुष्प्रभाव नहीं थे। दोनों ही जगह अच्छी संख्या में भारतीय रहते हैं। आज हमारे पास विश्वस्तर का पर्याप्त डाटा है जिससे हम इन वैक्सीन को मंजूरी दे सकते हैं।

कलह दूर करने के लिए 3 घंटे तक वार्तालाप हुई

राणा ओबरॉय   

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह कांग्रेस की प्रदेश इकाई में चल रही कलह को दूर करने के मकसद से गठित समिति के समक्ष शुक्रवार को पहुंचे और यह मुलाकात करीब तीन घंटे तक चली।

सूत्रों के मुताबिक, कैप्टन सबूत के तौर काफी दस्तावेज ले कर आए थे कि किस तरह उन्होंने विधायकों समेत अन्य नेताओं के अनुरोध पर काम कराया। कैप्टन ने उनको लेकर नेताओं द्वारा की गई शिकायतों का जवाब भी दिया। बैठक के बाद अमरिंदर सिंह ने इस इस मुलाकात का ब्यौरा देने से इनकार किया, हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को मिलकर जीतना है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि अमरिंदर सिंह से इस मुलाकात के साथ ही समिति की संवाद करने की कवायद पूरी हो गई। अब वह जल्द ही आलाकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

100 नेताओं से की गई चर्चा

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता वाली समिति ने पिछले चार दिनों में, कांग्रेस के पंजाब से ताल्लुक रखने वाले 100 से अधिक नेताओं से उनकी राय ली है. इनमें अधिकतर विधायक हैं। खड़गे के अलावा कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत तथा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल इस समिति में शामिल हैं।

गौरतलब है कि हाल के कुछ सप्ताह में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पार्टी नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली है। विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।

आवासहीनो को सर्वसुविधायुक्त आवास की घोषणा

दुष्यंत सिंह टीकम   

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रदेश में शहरी गरीब आवासहीनों को सर्वसुविधायुक्त पक्का मकान उपलब्ध कराने की घोषणा पर त्वरित अमल करते हुए 36 हजार 177 आवासों के निर्माण के लिए 1 हजार 188 करोड़ 28 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के प्रस्तावों पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में आज मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित राज्य स्तरीय स्वीकृति और निगरानी समिति की बैठक में यह स्वीकृति दी गई। शहरी गरीबों को आवास उपलब्ध कराने की स्वीकृति मिलने पर नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए  मुख्यमंत्री श्री बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया है।

बैठक में स्वीकृत किए गए आवासों में नगरीय क्षेत्रों में ”मोर जमीन-मोर मकान“ घटक अन्तर्गत विभिन्न नगरीय निकायों की 138 परियोजनाओं अन्तर्गत 34 हजार 308 आवास निर्माण हेतु 1 हजार 66 करोड़ 18 लाख रूपए एवं रायपुर विकास प्राधिकरण की परियोजना अन्तर्गत 1869 आवास निर्माण के लिए 122 करोड़ 10 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई। योजनान्तर्गत राज्य शासन द्वारा शहरी गरीब आवासहीनों को सर्वसुविधायुक्त आवास देकर उनके जीवन को बेहतर बनाने एवं सामाजिक और आर्थिक स्थिति में बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है। आवासों के साथ-साथ हितग्राहियों को मूलभूत सुविधाएं, बिजली, पानी, सड़क आदि की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
बैठक में आवास एवं पर्यावरण विभाग के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू एवं वित्त एवं नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग की सचिव सुश्री अलरमेलमंगई डी. भी सम्मिलित हुईं।

पत्नी-बच्चे की गला दबाकर हत्या, फिर आत्महत्या

राणा ओबरॉय   

पानीपत। पत्नी की शक की आदत ने एक हँसते खेलते परिवार को खत्म कर दिया l पत्नी के शक करने की आदत से परेशान युवा बाउंसर ने अपने एक साल के बेटे और पत्नी की गला दबाकर हत्या कर डाली और स्वयं भी ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। दोनों की हत्या के बाद उसने अपने ससुर, जीजा और मालिक के बेटे को कॉल कर वारदात की जानकारी दी थी। जीआरपी ने मामला दर्ज कर बाउंसर के शव और पुलिस ने पत्नी व बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

गांव सिवाह निवासी 28 वर्षीय रमेश कादियान उर्फ मैसी दिल्ली में एक प्रॉपर्टी डीलर पद्म पंवार का बाउंसर था। दिल्ली में लॉकडाउन लगने से वह गांव में घर बनवाने के लिए पानीपत आ गया था। डेढ़ माह से वह यहीं पर था। वीरवार की दोपहर करीब दो बजे उसने प्रापर्टी डील पद्म पंवार के बेटे नितिन को कॉल किया। बताया कि बेटे कविश (1) और पत्नी अनु (27) को उसने मार दिया है। अब रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या करने के लिए जा रहा है। इसके बाद रमेश ने सोनीपत निवासी अपने जीजा नितिन और ससुर रणबीर को भी कॉल कर यही बातें कहीं। नितिन ने तुरंत ससुर पाले राम को कॉल कर यह सूचना दी। जब वे दूसरे बेटे सुरेश के साथ रमेश के कमरे पहुंचे तो वहां पर बहू और पौत्र की लाश मिली लेकिन रमेश वहां नहीं था। सुरेश ने बताया कि रमेश भागता दिखा तो उसे पकड़ने का प्रयास किया। वह भागकर सिवाह के पास रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया। पहले उसे बचा लिया गया लेकिन वह भागकर ईख की फसल में छिप गया। इस बीच आई दूसरी ट्रेन के सामने कूदकर उसने जान दे दी।

संक्रमितो की मौत के आंकड़े स्पष्ट नहीं, तबादला

यूपी प्रशासन ने बृहस्पतिवार को आधी रात के बाद एक दर्जन से अधिक आईएएस अफसरों का तबादला कर दिया गया। ग़ाज़ियाबाद समेत छह जिलों में नए जिलाधिकारी तैनात किए गए हैं। इनके अलावा कुछ कमिश्नर भी बदले गए हैं। शासन स्तर पर भी प्रशासनिक फेरबदल हुआ है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार सुबह तबादला प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इसी श्रंखला में गाजियाबाद के नए डीएम आरके सिंह होंगे। 
अश्वनी उपाध्याय   
गाज़ियाबाद। जिले में शायद ही कोई ऐसा खुशकिस्मत घर हो जिसमें कोरोना संक्रमण की वजह से कोई मौत न हुई हो। हालांकि अब संक्रमण और इससे मरने वालों की संख्या में बहुत कमी आ गई है। कुछ समय हम सभी ने ऐसा समय देखा है जब हर सुबह हमें अपने किसी परिजन की मौत की खबर मिलती थी। अगर हम उस दौर के सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो गाज़ियाबाद में प्रतिदिन संक्रमण के चलते मरने वालों की संख्या एक या दो बार ही दहाई का आंकड़ा पार कर पाई। जबकि इसके ठीक विपरीत गाज़ियाबाद के श्मशान गृहों और कब्रिस्तानों में कोरोना संक्रमितों के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा था। हालत इतनी बदतर हो गई थी कि गाज़ियाबाद नगर निगम को शहर में अस्थाई श्मशान गृह बनाने पड़े थे।

अपुष्ट सूत्रों के अनुसार सरकारी आंकड़ों में कोरोना से हुई मौतों का कारण यह था कि जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने संबन्धित विभागों के अधिकारियों को मौतें दर्ज न करने के मौखिक आदेश दिए हुए थे। इतना ही नहीं गाज़ियाबाद के हर अस्पताल को तथाकथित रूप से मौखिक आदेश था कि कोरोना संक्रमण से हुई किसी भी मौत की घोषणा बिना जिलाधिकारी की सहमति के न की जाए।  इस बीच मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने घोषणा कर दी कि कोरोना संक्रमण से अनाथ हुए बच्चों की परवरिश के लिए उसके संरक्षक को बच्चे के पालन पोषण के लिए हर महीने 4 हजार रुपए महीना दिया जाएगा। दुर्भाग्य से गाज़ियाबाद के जिलाधिकारी के तानाशाही रवैये के चलते अधिकतर मौतों को सरकारी आंकड़ों में दर्ज ही नहीं किया गया।  ऐसे में आप उस अवयस्क बच्चे से कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वह यह सिद्ध कर पाए कि उसके संरक्षक या घर में कमाने वाले सदस्य कि मौत कोरोना संक्रमण से हुई थी?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गाज़ियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय का ट्रांसफर हो गया है।  ऐसे में हमारा अनुरोध है कि जिलाधिकारी महोदय, आपके लंबे कार्यकाल में आप ने कोई अच्छा काम किया हो या न किया हो, यह बहस का विषय है। किन्तु कम से कम जाते-जाते तो गाज़ियाबाद का भला करते जाइए।  कम से कम गाज़ियाबाद कि जनता को यह बताते जाइए कि कोरोना संक्रमण से मरने वालों की वास्तविक संख्या क्या है? आपके इस एक कदम से जिले के सैकड़ों परिवारों का भला होगा।

'आप' ने चलाया कोरोना मुक्त अभियान: उत्तराखंड

श्रीराम मौर्य   
काशीपुर। उत्तराखंड से करोना वायरस को जड़ से खत्म करने के लिए आम आदमी पार्टी ने कोरोना मुक्त अभियान शुरू किया है आम आदमी पार्टी ने ‘हर गांव कोरोना मुक्त अभियान’ कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य से पार्टी के कुमाऊं मंडल के तमाम पदाधिकारी आज यहां रामनगर रोड स्थित पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए। इस अवसर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक बाली ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना से जंग लड़ती उत्तराखंड की जनता के साथ आम आदमी पार्टी पूरी मजबूती के साथ खड़ी हुई हैऔर पार्टी इसे राजनीति से ऊपर उठकर जन कल्याण का कार्य मानती है।प्रदेश के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों तक कोरोना से लड़ती जनता को राहत देने के उद्देश्य से पार्टी ने विगत दिवस देहरादून में हर गांव कोरोना मुक्त अभियान की शुरुआत की है ।पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया एवं वरिष्ठ आप नेता कर्नल अजय कोठियाल ने हर विधानसभा क्षेत्र के लिए जाने वाली गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर इस कार्यक्रम की शुरुआत की ।श्री बाली ने बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पार्टी के 10हजार कार्यकर्ता प्रदेश की जनता की सेवा में दिन-रात जुटेंगे और करीब 6 हजार गांवों के लोगों को लाभ मिलेगा ।इस अभियान के तहत गांवों में ऑक्सीजन जांच केंद्र खोले जाएंगे और ब्लॉक स्तर पर हमारी पार्टी आइसोलेशन सेंटर भी खोलेगी जहां आइसोलेशन बेड़ वऑक्सीजन की सभी व्यवस्थाएं होंगी ।

आप नेता श्रीबाली ने उत्तराखंड की विषम परिस्थितियों और कोरोना महामारी के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा एयर एंबुलेंस के प्रस्ताव को ठुकरा दिये जाने की घोर निंदा की और कहा कि डबल इंजन की सरकार भी उत्तराखंड के साथ न्याय नहीं कर पा रही है। इससे पता चलता है कि केंद्र की भाजपा सरकार उत्तराखंड के प्रति कितनी चिंतित है ? उत्तराखंड की जनता को अब भाजपा का वास्तविक चेहरा पहचान लेना चाहिए ।उन्होंने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए भाजपा की केंद्र व उत्तराखंड की प्रदेश सरकार भले ही तैयारी में न हो मगर आम आदमी पार्टी जनसेवा के मद्देनजर अभी से तैयारियों में जुटी है और प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे नहीं छोड़ सकती। हमारे कार्यकर्ता उन गांवों तक पहुंचेंगे जहां अभी तक सरकार की ओर से कोई मदद नहीं पहुंची है ।जो मेडिकल किट जनता को उपलब्ध कराई जाएगी उसमें ऑक्सीमीटर ,थर्मामीटर सैनिटाइजर दवाइयां मास्क समेत अन्य कई जरूरी उपकरण होंगे।

पार्टी के ही प्रदेश उपाध्यक्ष बसंत कुमार ने बताया कि आम आदमी पार्टी द्वारा हर विधानसभा क्षेत्र में राहत सामग्री लेकर जो गाड़ी जा रही हैं उनमें कोरोना किट व अन्य जरूरी उपकरण है जो हर गांव तक पहुंचाए जाएंगे और कोई भी गांव ऐसा नहीं बचेगा जहां आप कार्यकर्ता कोरोना पीड़ित जनता के पास न पहुंच पाए । उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने संकल्प लिया है कि उत्तराखंड की जनता को कोरोना की तीसरी लहर से पूरी तरह सुरक्षित बचाया जाएगा ।आम आदमी पार्टी उत्तराखंड की जनता को भाजपा की डबल इंजन की सरकार की तरह भगवान भरोसे नहीं छोड़ सकती।प्रदेश उपाध्यक्ष शिशुपाल सिंह रावत ने कहा कि कोरोना महामारी से उत्तराखंड की ग्रामीण जनता डर के साए में जी रही है लेकिन भाजपा की प्रदेश सरकार उसे स्वास्थ्य लाभ देने की बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठी है ।
आम आदमी पार्टी केआज के इस कार्यक्रम में पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर यूनुस चौधरी जसपुर से वरिष्ठ नेता अजय अग्रवाल ,सरदार सूबासिंह नैनीताल के जिलाध्यक्ष संतोष कबडवाल,खटीमा के जिलाध्यक्ष जसपाल सिंह ,काशीपुर के जिलाध्यक्ष मुकेश चावला ,काशीपुर से प्रदेश प्रवक्ता मयंक शर्मा एवं हल्द्वानी से प्रदेश प्रवक्ता समीर टिक्कू जसपुर के संगठन मंत्री अभिताभ सक्सेना काशीपुर के नगर अध्यक्ष मनोज कौशिक तथा महिला मोर्चा की नगर अध्यक्षा श्रीमती उषा खोखर काशीपुर से हर गांव कोरोना मुक्त अभियान के कार्यक्रम के प्रभारी आकाश मोहन दीक्षित ,अमन बाली अमित सक्सेना ,अजयवीर ,लकी माहेश्वरी राजवीर सिंह खोखर एडवोकेट जसपुर से ओम प्रकाश राहुल ठाकुर विकास डंगवाल प्रतापपुर से विपिन चौधरी सहित पार्टी के अनेक पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...