शनिवार, 29 मई 2021

संक्रमण के 91,061 मामले मिलें, 4636 की मौत

बीजिंग। कोरोना वायरस की उतपत्ति का स्थल कहे जाने वाले चीन में एक बार फिर अब नए मामलों को पुष्टि हो रही है। चीन में शनिवार को कोरोना 16 नए मामले सामने आने की खबर मिली है। चीन के दक्षिणी प्रांत ग्वांगझू के कुछ इलाकों में ये मरीज मिले है। ग्वांगझू के कुछ इलाकों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बाद शनिवार को कई गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी गई और लोगों से अपने घरों में रहने को कहा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि स्थानीय रूप से प्रसारित दो मामले दक्षिण में स्थित गुआंगझू प्रांत के हैं, जो हांगकांग से सटा हुआ है। संक्रमण के अन्य मामले संभवत: विदेशों से संक्रमित होकर आए लोगों के हैं।

ग्वांगझू के लीवान जिले के पांच इलाके के लोगों की जांच करायी जा रही है। बाजार, बाल देखभाल केंद्र और मनोरंजन केंद्र बंद कर दिए गए हैं। रेस्तरां में भी लोगों के आने पर पाबंदी लगा दी गयी हैं। जिले के चार इलाके के लोगों से घरों में ही रहने को कहा गया है। बता दें कि चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के 91,061 मामले आए हैं और 4636 लोगों की मौत हुई है। चीन के अधिकारियों का मानना है कि विदेश से आने वाले लोग ही संक्रमित हो रहे हैं और स्थानीय स्तर पर संक्रमण के कम मामले हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को कहा कि ग्वांगझू में स्थानीय स्तर पर दो नए मामले आए और 14 मामले देश के दूसरे इलाके से आए।

1 जून से एमपी में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होगीं

मनोज सिंह ठाकुर              
भोपाल। 1 जून से मध्य प्रदेश में अनलॉक की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। इसके पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान आज शनिवार 29 मई को ज़िला, विकासखंड एवं ग्राम स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स को संबोधित कर रहे है। इस मौके पर सीएम ने कहा कि पूरे प्रदेश में शनिवार रात 10 बजे से सोमवार को प्रात: 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू रहेगासंभाग के हिसाब से रैड,यलो एवं ग्रीन जोन बनाए जाएंगे। रैड जोन में सभी गतिविधियां बंद रहेंगी( अत्यावश्यक सेवाएं छोड़कर), यलो में कुछ गतिविधियां चालू रहेंगी तथा ग्रीन में राज्य स्तर से प्रतिबंधित गतिविधियों को छोड़कर शेष चालू रहेंगी।सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कई जिलों में कोरोना के केस 10 से भी कम है। अप्रैल में पॉजिटिविटी रेट 25% तक हो गया था अब ये घट के 2% तक आ गया है। जो संक्रमित हैं उनके स्वस्थ होने की दर जो 80% के आसपास थी, आज बढ़कर 95% पहुंच गई है।आज प्रदेश के 18 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 1% से कम हो गई। संक्षेप में कहूँ तो क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स ने अपने कंधों पर ज़िम्मेदारी उठा ली। यही सही लोकतंत्र है। कोरोना की लड़ाई को  हमने जनांदोलन बनाया और ये आगे भी जारी रहेगी।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आप सब की मेहतन से संक्रमण दर घट रही है। प्रदेश में सिर्फ इंदौर, भोपाल और सागर में संक्रमण दर 5 प्रतिशत से ज्यादा है। मुरैना में भी कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। राजनीतिक आयोजन, सांस्कृति आयोजन, मेला, उत्सव, खेल, मनोरंजन स्थल, मॉल, स्कूल, कालेज, प्रशिक्षण संस्थान, पिकनिक स्थल, आडिटोरियम नहीं खुलेंगे। विवाह में भी सीमित संख्या में लोग रहेंगे। अंतिम यात्रा में भी केवल 10 लोग ही शामिल हो सकते हैं। हम गाइडलाइन भेज रहे हैं। इसके हिसाब से क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी तय करें की क्या करना है। रेड, यलो, ग्रीन जोन बनेंगे, जहां 5 से ज्यादा संक्रमित वो रेड जोन में आएगा।

‘यास’ के बारे में हुई समीक्षा बैठक को सफल बताया

अकांशु उपाध्याय               

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा में चक्रवात ‘यास’ के बारे में हुई समीक्षा बैठक को सफल बताया है। उन्होंने राज्य में आपदा प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत करने के लिए भविष्य में भी केंद्र की ओर से भरपूर सहयोग का आश्वासन दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, भुवनेश्वर में एक बहुत ही उपयोगी समीक्षा बैठक हुई। एक ऐसा क्षेत्र जहां ओडिशा ने सराहनीय प्रगति की है। हम आपदा प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।

इससे पहले नवीन पटनायक ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, चक्रवात यास प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास उपायों के लिए 500 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद। साथ ही आपदा रोधी विद्युत अवसंरचना के निर्माण के लिए उठाए गए कदम भी सराहनीय हैं। हम दीर्घकालिक शमन पर काम करेंगे।

अंतरराष्ट्रीय नियमों का खुला उल्लंघन, गिरफ्तार

वाशिंगटन डीसी/ मीन्स्क। अमेरिका ने यह घोषणा बेलारूस की ओर से एक यूरोपियन फ़्लाइट का रूट बदलने और एक विपक्षी एक्टिविस्ट और पत्रकार को प्लेन से गिरफ़्तार करने के बाद की है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अपने बयान में बेलारूस के ख़िलाफ़ सख़्त क़दम उठाने की बात कही है। जेन साकी ने अपने बयान में कहा है कि 23 मई को आयरलैंड की एयरलाइंस रायनएयर की फ़्लाइट का रूट बदलना और पत्रकार एक्टिविस्ट रोमान प्रोतासेविच को गिरफ़्तार करना, अंतरराष्ट्रीय नियमों का खुला उल्लंघन है। 

अमेरिका ने हाल के हफ़्तों में बेलारूस के ख़िलाफ़ कई क़दम उठाए हैं। अमेरिका ने कहा है कि वो बेलारूस में अलेक्जेंडर लुकाशेंको शासन के अहम सदस्यों पर प्रतिबंध लगाने के लिए यूरोपीय यूनियन के साथ मिलकर काम कर रहा है।

यूपी: कार्यकारिणी के सदस्यों की अहम बैठक हुईं

अश्वनी उपाध्याय              

मुरादनगर। जनपद में शनिवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल की कार्यकारिणी के सदस्यों की एक अहम मीटिंग हुई। इसमें जिले के पदाधिकारियों से विचार-विमर्श करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपने को बात तय हुई। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के मुरादनगर अध्यक्ष शहजाद चौधरी का कहना है कि बीते साल कोरोना महामारी के कारण हुई नुकसान की भरपाई व्यापारी अभी तक भी नहीं कर पाये हैं। इस वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण व्यापारियों पर फिर से संकट आ गया है। ऐसे मे कुछ व्यापारियों के लिए अब दोबारा से कारोबार शुरू करना मुश्किल होगा। अगर अभी भी लॉकडाउन नहीं खुला, तो व्यापारी पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे।

1 वर्ष में महंगाई की मार ने जनता की तोड़ीं कमर

अकांशु उपाध्याय                 

नई दिल्ली। पिछले 1 वर्ष में महंगाई की मार ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। आम आदमी को अपना घर चलाना मुश्किल हो रहा है। हर चीज के मूल्यों में लगभग वृद्धि हो रही है। ऐसे में आम जनता को राहत मिले तो कैसे ? कभी-कभी तो लगता है, सरकार का भी महंगाई पर नियंत्रण नहीं है। अब आप सरसों के तेल को ही ले लीजिए पिछले एक साल में ही दाम लगभग दोगुने हो चुके हैं। पिछले 1 वर्ष की बात करें तो सरसों के तेल के दामों में भी निरंतर वृद्धि हुई है। सरसों के तेल से अलग अगर बात की जाए तो आप पेट्रोल-डीजल के मूल्यों को भी देख सकते हैं। पेट्रोल और डीजल के मूल्य में भी निरंतर बढ़ोतरी जारी है।

हालांकि, जब देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे। उस समय भी मूल्य में वृद्धि जारी थी। मगर देश की जनता ने जब पेट्रोल डीजल को लेकर सोशल मीडिया से लेकर विभिन्न माध्यमों से सरकार को चेताया तो सरकार की आंखें खुल गई। उसे अपनी कुर्सी का डर सताने लगा। उस समय पेट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि बिल्कुल रुक गई।जैसे ही विधानसभा के चुनाव खत्म होते ही फिर से पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि होती चली गई। विधानसभा चुनाव के समय पेट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि प्रयोग है या संयोग यह आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं।

अनाथ बच्चों को लेकर हरकत में आईं राज्य सरकारें

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की चपेट में आकर मां-बाप की मौत हो जाने से अनाथ हुए बच्चों को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी किए गए निर्देशों के बाद राज्य सरकारें हरकत में आ गई हैं। तमिलनाडु सरकार ने ऐसे बच्चों को 500000 रूपये की सहायता राशि दिए जाने की घोषणा की है। देशभर में वैश्विक महामारी के रूप में आई कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने लोगों के सामने अनेक तरह की कठिन परिस्थितियां उत्पन्न कर दी है। पिछले दिनों में रोजाना कोरोना संक्रमण के लाखों मामले सामने आए तो अभी तक 300000 से अधिक लोगों की जान भी कोरोना की चपेट में आकर जा चुकी है। 

कोरोना से प्रभावित होने वालों में ऐसे बच्चे भी शामिल हैं। जिन्होंने अपने माता पिता को वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से खो दिया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को भरण-पोषण के लिए 5000 रूपये की पेंशन दिए जाने की घोषणा की है। सुप्रीत कोर्ट के आदेशों के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने भी ऐसे बच्चों को 500000 रूपये की मुआवजा राशि दिए जाने की घोषणा की है। इसके अलावा महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ हुई बैठक में उन बच्चों के लिए एक नीति तैयार करने के निर्देश दिए हैं। जिन्होंने कोरोना के कारण अपने माता पिता को खो दिया है। उद्धव ठाकरे ने ऐसे बच्चों की परवरिश और शिक्षा के प्रावधान की चिंता करने की बात कही है। उधर बिहार सरकार ने भी कोरोना संक्रमण की वजह से अपने माता पिता को गंवाने वाले बच्चों की सहायता के लिए आगे आई है। बिहार की नीतीश कुमार सरकार अनाथ हुए सभी बच्चों को 18 साल के होने तक हर महीने 1000 रूपये की सहायता राशि देगी। यह राशि समाज कल्याण विभाग की तरफ से बच्चों को दी जाएगी। बच्चों को मदद पहुंचाने के लिए समाज कल्याण विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को बच्चों से आवेदन लेने के निर्देश दिए हैं।

लोगों के लिए काम करने की इजाजत दें सरकार

मिनाक्षी लोधी               

कोलकाता। भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र पर “बदले की राजनीति” का आरोप लगाते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय को बुलाने के फैसले को वापस ले और वरिष्ठ नौकरशाह को कोविड-19 संकट के दौरान लोगों के लिए काम करने की इजाजत दे। 

उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह उनकी सरकार के लिये हर कदम पर मुश्किल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। क्योंकि वे अब भी विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार को पचा नहीं पाए हैं। बनर्जी ने आगे कहा कि अगर बंगाल की वृद्धि और विकास के लिये उनसे मोदी के चरण छूने को कहा जाएगा तो वह इसके लिये तैयार हैं।

कौशाम्बी: डीएम ने कोरोना पर ग्रामीणों से चर्चा की

कौशाम्बी। जिलाधिकारी कौशांबी सिराथू तहसील के निन्धियावा गांव पहुंचे हैं और वहां पर प्राइमरी स्कूल में कैंप लगाकर उन्होंने कोविड 19 से बचाव के तौर-तरीकों पर ग्रामीणों से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की बैक्सीन ग्रामीण लगवाएं साथ ही इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि गांव में ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जे को उप जिलाधिकारी ग्राम प्रधान के सहयोग से खाली कराया जाए साथ ही उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत की कार्ययोजना में शामिल कर गांव में खेल के मैदान को विकसित किया जाए और गांव में स्ट्रीट लाइट लगवाया जाए उन्होंने कहा कि विकास कार्यो में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। इस मौके पर उप जिलाधिकारी कड़ा वीडियो श्वेता सिंह सहित ग्राम प्रधान गांव की आमजनमानस मौजूद रही। 

टिड्डी दल के संभावित आक्रमण को लेकर कृषकों एडवाइजरी जारी कर बताया गया कि संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन से जारी पूर्व अनुमान के अनुसार राजस्थान में टिड्डी दल के आक्रमण की संभावना व्यक्त की गई है। उसके मद्देनजर जनपद में भी निगरानी की जाय ताकि किसी भी स्तर के प्रकोप की दशा में समय से टिड्डी दल पर नियंत्रण पाया जा सके। टिड्डी दल के प्रकोप की दशा में तमाम तरह के उपाय पटाखे टिन के डब्बों में आवाज सहित तमाम कीटनाशक रासायनिक  सुझाव ,बलुई मिट्टी में टिड्डियों के प्रजनन  की संभावना अधिक होती है। इसलिए ऐसी अवस्था में खेतों में पानी भर दिए जाय।
सन्तलाल मौर्य 

हापुड़: गंदगी को लेकर महिलाओं ने किया प्रदर्शन

अतुल त्यागी              
हापुड़। पीने के पानी की समस्या और क्षेत्र में फैली गंदगी को लेकर महिलाओं ने प्रदर्शन किया। नगर पंचायत का घेराव कर अधिशासी अधिकारी नमिता चौधरी के खिलाफ जमकर की नारेबाजी, अधिशासी अधिकारी पर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा महिलाओं से अभद्रता करवाने का आरोप। लोगों की समस्या बिना सुने ही अपनी कार्यालय के अंदर चली गई अधिशासी अधिकारी। कर्मचारियों पर लोगो को कार्यालय के अंदर जाने से रोकाने का भी आरोप। कोरोना काल में भी क्षेत्र में बीते 3 महीने से साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन न होने से जनता में रोष।

कांग्रेस और राहुल 'समसामयिक'

कॉंग्रेस और राहुल   'समसामयिक'
बैक फुट की जगह अब फ्रंट फुट पर दिखाई देने लगे !
 2014 के बाद 7 साल में यदि राजनीतिक परिपेक्ष में कॉन्ग्रेस और राहुल गांधी का राजनीतिक विश्लेषण करें तो, दोनों का ज्यादातर समय बैकफुट पर खेलते हुए दिखाई दिया। ऐसा भी नहीं था कि राहुल गांधी और कांग्रेस ठीक से नहीं खेलें। उन्होंने 7 सालों में कई बार चौके और छक्के भी मारे। लेकिन वह या तो रन आउट  होते हुए दिखाई दिए या फिर केंद्र की सत्ताधारी भाजपा सरकार के नेताओं ने उन्हें कैच आउट कर दीया।
 नोटबंदी, जीएसटी, राफेल सौदा, भारत-चीन तनाव, समान नागरिकता बिल, तीन कृषि बिल जैसे मुद्दों को लेकर राहुल गांधी ने खूब चौके छक्के मारे। लेकिन वह या तो रन आउट हुए या फिर सरकार में बैठे नेताओं ने  कैच लपक कर आउट कर दिया।
लेकिन कोविड-19 एक ऐसा मैच बनकर आया, जिसमें राहुल गांधी खूब चौके छक्के मार रहे हैं। सत्ताधारी भाजपा ना तो राहुल गांधी को रन आउट कर पा रही है और ना ही उनका कैच लपक पा रही है। बल्कि, भाजपा सरकार ही राहुल गांधी को जमकर खेलने का मौका दे रही है ? कोविड-19 के आगमन से लेकर अभी तक राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार को कोरोना महामारी के  बढ़ते प्रकोप को लेकर निरंतर आगाहा करते आ रहे हैं और बीमारी से किस प्रकार से निपटा जाए इसके लिए वह सुझाव भी दे रहे हैं। मगर भाजपा सरकार में बैठे नेता ना केवल राहुल गांधी के सुझाव को दरकिनार कर रहे हैं। बल्कि राहुल गांधी का मजाक भी बनाते हुए दिखाई दिए। 
मौजूदा वक्त में राहुल गांधी अच्छी बैटिंग इसलिए भी कर रहे हैं। क्योंकि दूसरे छोर पर श्रीमती प्रियंका गांधी  राहुल गांधी का मजबूती के साथ खड़े होकर साथ दे रही हैं।
 राहुल गांधी रन आउट और कैच आउट इसलिए भी हो जाते थे क्योंकि नोटबंदी को यदि छोड़ दे तो, भाजपा सरकार ने अन्य जिन योजनाओं पर काम कर लागू किया है। वह योजनाएं कांग्रेस शासन के समय से अटकी पड़ी हुई थी। उन्हें भाजपा ने सत्ता में आकर लागू किया, जिसमें जीएसटी, एफडीआई, समान नागरिकता बिल, कृषि कानून, धारा 370 और राफेल विमान सौदा जैसे अनेक योजनाएं थी जो लंबित पड़ी हुई थी। जिन्हें भाजपा ने सत्ता में आकर लागू किया।
जब कॉन्ग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी इन योजनाओं का विरोध करते थे या हैं तो भाजपा के नेता इन योजनाओं को कांग्रेस शासन काल की लंबित योजनाएं बताकर कांग्रेस और राहुल गांधी को चुप करा दिया करते थे। और कांग्रेस बैकफुट पर आ जाया करती है। लेकिन कोरोना महामारी ने कांग्रेस और राहुल गांधी को फ्रंट फुट पर खेलने का मौका दे दिया है। भाजपा के नेताओं के पास इसका तोड़ अभी तक नजर नहीं आ रहा है। जबकि कांग्रेस के पास कहने के लिए और भाजपा सरकार का विरोध करने के लिए बहुत कुछ है। क्योंकि देश में आजादी के बाद बीमारियां और महामारी पहले भी आए हैं। तब सीमित संसाधन और सीमित धन होने के बाद भी कांग्रेस सरकार ने बीमारियों और महामारियो का जमकर मुकाबला किया और जनता को मुफ्त में दवाइयां और मुफ्त टी के भी लगवाए थे।
 28 मई शुक्रवार को राहुल गांधी ने एक बार फिर से प्रेस वार्ता की और सरकार को सुझाव देकर घेरा भी, लेकिन पूर्व की तरह शुक्रवार को भी भाजापा के बड़े नेता राहुल गांधी की काट के लिए पत्रकारों के सामने आए।
कोविड-19 में राहुल गांधी के द्वारा भाजपा सरकार के खिलाफ उठाए गए मुद्दे और सरकार को दिए गए सुझाव इस समय जनता के दिलों दिमाग में छा गए हैं। जनता को लगने लगा है कि राहुल गांधी ठीक कह रहे हैं। लेकिन सरकार मान नहीं रही है, भाजपा के रणनीतिकार ही क्या राहुल गांधी को राजनीतिक ताकत दे रहे हैं। यह बड़ा सवाल है ? राहुल गांधी इस समय पूर्ण कालीन राजनीति भी करते हुए दिखाई दे रहे हैं। जबकि उन पर पहले आरोप लगता था कि राहुल गांधी अवसर देखकर राजनीति करते हैं। क्योंकि राहुल गांधी कई मौकों पर देश से नदारद हो जाते थे।
 देवेंद्र यादव 

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...