गुरुवार, 27 मई 2021
यूएई-चीन के बीच बढ़ते संबंधों से टेंशन में अमेरिका
अनुबंध-पत्र प्रस्तुत करने पर राहत देने का निर्देश
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने ब्लैक फंगस के मरीजों, मुख्य रूप से कोविड-19 से स्वस्थ होने के बाद इससे प्रभावित होने वाले मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा एम्फोटेरिसिन बी के सीमा शुल्क मुक्त आयात की बृहस्पतिवार को अनुमति प्रदान कर दी। अदालत ने दवा पर सीमा शुल्क में केंद्र द्वारा छूट दिए जाने पर अंतिम फैसला लेने तक आयातकों द्वारा अनुबंध-पत्र प्रस्तुत करने पर यह राहत देने का निर्देश दिया है।
उच्च न्यायालय ने कहा कि म्यूकरमाइकोसिस से पीड़ित हजारों लोगों की जान बचाने के लिए दवाओं की आवश्यकता है और केंद्र को तब तक इसपर सीमा शुल्क में छूट देने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए जब तक कि देश में इसकी आपूर्ति कम है। न्यायमूर्ति विपिन सांघी और न्यायमूर्ति जसमीत सिंह की पीठ ने कहा, “हम निर्देश देते हैं कि इस दवा (एम्फोटेरिसिन बी) का किसी भी व्यक्ति को असल सीमा शुल्क का भुगतान किए बिना ही आयातक द्वारा अनुबंध पत्र प्रस्तुत किए जाने पर उस समय तक अनुमति दी जाए। जब तक कि केंद्र इसपर फैसला नहीं ले लेती है।”
दिल्ली में बृहस्पतिवार को 117 संक्रमितों की मौंत
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 117 मरीजों की मौत हुई। जो कि 15 अप्रैल के बाद एक दिन में इस महामारी से जान गंवाने वालों की सबसे कम संख्या है। इस दौरान दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,072 नए मामले सामने आए जबकि संक्रमण दर घटकर 1.53 प्रतिशत रह गई।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन जारी कर यह जानकारी दी। यह लगातार पांचवां दिन है, जब दिल्ली में कोविड-19 के नए मामलों की संख्या दो हजार से कम रही है। संक्रमण के नए मामलों की संख्या लगातार दूसरे दिन 1500 से नीचे रही है। बुधवार को राजधानी में 70,068 नमूनों की कोविड-19 जांच की गयी। राजधानी में 15 अप्रैल को कोविड-19 के कारण 112 लोगों की मौत हुई थी।
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उपभोक्ताओं को जून में नहीं मिलेगा रिफाइंड और तेल
शिमला। हिमाचल प्रदेश के राशनकार्ड उपभोक्ताओं को जून में रिफाइंड तेल नहीं मिलेगा। उपभोक्ताओं को रिफाइंड के बदले दो लीटर सरसों तेल ही दिया जाएगा। खाद्य आपूर्ति निगम ने रिफाइंड तेल का टेंडर नहीं किया है। उपभोक्ताओं को अगले माह से वैसे भी सरसों तेल 57 रुपये महंगा मिलेगा। विभाग ने इसकी जानकारी पहले ही दे दी है। एपीएल उपभोक्ताओं को 160 और बीपीएल को 155 रुपये प्रतिलीटर तेल मिलेगा।
हिमाचल में साढ़े 18 लाख राशनकार्ड उपभोक्ता हैं। इनमें 12.50 लाख एपीएल और 4.45 लाख बीपीएल उपभोक्ता हैं। सरकार की ओर से उपभोक्ताओं को सब्सिडी पर राशन उपलब्ध कराया जाता है। सरकार उपभोक्ताओं को एक लीटर रिफाइंड और एक लीटर सरसों तेल उपलब्ध कराती है। बताया जा रहा है कि रिफाइंड तेल के दाम में भारी उछाल आया है। इसके चलते अगले महीने दो लीटर सरसों तेल ही देने का फैसला लिया गया है।
गुब्बारों से बांधकर कुत्ते को उड़ाया, वीडियो पोस्ट
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली के 27 वर्षीय एक यूट्यूबर ने हीलियम गैस के गुब्बारों से बांधकर अपने पालतू कुत्ते को हवा में उड़ाने का वीडियो पोस्ट किया। जिसके बाद उसे पशुओं के खिलाफ अत्याचार के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि आरोपी गौरव शर्मा के यूट्यूब चैनल पर 41 लाख 50 हजार सब्सक्राइबर हैं। वह दक्षिण दिल्ली में मालवीय नगर के पंचशील विहार में रहता है। 21 मई को बनाए गए इस वीडियो में शर्मा को एक पार्क में अपने पालतू कुत्ते के साथ देखा जा सकता है। वीडियो में दिख रहा है कि कुत्ते को कई गुब्बारों से बांधा गया और फिर उसे उड़ने के लिए छोड़ दिया गया।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि ‘पीपल फॉर एनिमल्स सोसाइटी’ के सदस्य गौरव गुप्ता की शिकायत पर शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा), आपदा प्रबंधन अधिनियम और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। ठाकुर ने बताया कि इस वीडियो को हटा दिया गया है। इस वीडियो को लेकर आलोचना होने के बाद आरोपी ने अगले दिन एक अन्य वीडियो अपलोड करके माफी मांगी थी। उसने कहा कि उसने अपने पालतू कुत्ते ‘डॉलर’ के साथ वीडियो बनाते समय उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए थे। उसने कहा कि वह भविष्य में ऐसी हरकत नहीं करेगा।
12 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को भी लगेगा टीका
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका की दिग्गज दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने केंद्र सरकार से कहा है कि उसका कोविड वैक्सीन भारत में कोरोनावायरस के वैरियंट के खिलाफ “उच्च प्रभावशीलता” दिखाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि देश में संक्रमण और मौतों की विनाशकारी दूसरी लहर के पीछे यही वैरिएंट है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने कहा कि फाइजर ने केंद्र सरकार को यह भी बताया कि इसका टीका 12 साल से अधिक उम्र के सभी के लिए उपयुक्त साबित हुआ है और अहम बात यह है कि इसे दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान सीमा के बीच कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं में एक महीने तक सुरक्षित रूप से संग्रहीत किया जा सकता है।
अमेरिकी फार्मा दिग्गज कंपनी ने केंद्र सरकार से इस वैक्सीन के इस्तेमाल के लिए फास्ट-ट्रैक मंजूरी देने की गुजारिश की है और कहा है कि जुलाई से अक्टूबर के बीच पांच करोड़ खुराक रोल आउट करेगी अगर उसे सरकार प्रतिकूल घटनाओं के मामले में क्षतिपूर्ति, या मुआवजे के दावों से सुरक्षा सहित महत्वपूर्ण नियामक छूट देती है। हालांकि, देश में इस्तेमाल हो रही तीन वैक्सीन (कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक-वी) में से किसी को भी इस तरह की छूट नहीं दी गई है, जैसी छूट पफाइजर मांग रहा है। फाइजर ने भारत में उसकी कोविड-19 वैक्सीन को जल्द मंजूरी देने की मांग करते हुए भारतीय अधिकारियों से कहा है कि उसका टीका भारत में फैले कोरोना वैरियंट के खिलाफ काफी असरदार है और यह 12 वर्ष से अधिक आयु के बच्चो को भी लगाया जा सकता है। फाइजर ने कहा है कि भारत में फैले एसएआरएस-सीओवी-2 वेरियंट के खिलाफ और भारतीय लोगों पर उसका टीका काफी प्रभावी दिखा है।
ब्लैक फंगस को सूचनीय रोग घोषित किया: सीजी
यूपी: नदियों के किनारे शव दफनानें पर रोक लगाईं
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। नमामिगंगे की इकाई राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) ने गंगा व इसकी सहायक नदियों के किनारे शव दफनानें पर पूरी तरह रोक लगा दी है। इसके साथ ही नदियों में शवों को प्रवाहित करने पर भी रोक लगाई है। नई दिल्ली स्थित मिशन के मुख्यालय से पिछले दिनों शव दफनानें पर रोक लगाने को लेकर एक पत्र प्रदेश इकाइयों को भेजा गया है।
पत्र में दफनाए गए शवों को निस्तारित करने का भी निर्देश दिया गया है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन ने 21 मई को उत्तर प्रदेश इकाई के पास पत्र भेजा। इसमें गंगा किनारे शव दफनाने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने और इसकी निगरानी के लिए सुरक्षा बलों की निगरानी का निर्देश दिया है। सुरक्षा एजेंसियों को गंगा व इसकी सहायक नदियों में शवों का प्रवाह भी रोकने के लिए निर्देशित किया गया है। मिशन के अधिशासी निदेशक डीपी मथुरिया की ओर से जारी पत्र के बिंदु पांच में गंगा व इसकी सहायक नदियों के किनारे दफनाए गए शवों को मानक के अनुरूप दाह संस्कार करने की भी बात कही गई है। दाह संस्कार के अलावा शवों के निस्तारण पर होने वाला खर्च प्रदेश सरकार देगी।
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