शुक्रवार, 14 मई 2021

प्रतिबंध कम करने का दबाव, टीके के बाद छूट

वाशिंगटन डीसी। नये दिशा-निर्देश की घोषणा के बाद राष्ट्रपति बाइडन ने अपने ओवल ऑफ़िस में अन्य सांसदों के साथ अपना मास्क उतार दिया। नये दिशा-निर्देश के अनुसार, लोग खुली या बंद, अधिकांश जगहों पर बिना मास्क के जा सकते हैं। हालांकि, भीड़भाड़ वाली बंद जगहों, जैसे बस और विमान यात्रा के दौरान या अस्पतालों में अब भी मास्क लगाने की सलाह दी गई है। बताया गया है कि बाइडन प्रशासन पर कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंध कम करने का भारी दबाव था। ख़ासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्हें कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। इस बीच अमेरिकन फ़ेडरेशन ऑफ़ टीचर्स लेबर यूनियन ने भी आने वाले समय में स्कूलों को पूरी तरह खोल देने की सिफ़ारिश की है।

ना ईदगाह पर जमावड़ा, न नवाज को मस्जिदें खोली

बृजेश केसरवानी             
प्रयागराज। ईद-उल-फितर पर शुक्रवार को कोरोना वायरस की खौफ की वजह से न ईदगाह पर जमावड़ा हुआ न आम लोगो के लिये मस्जिदें खोली गई। मस्जिदों में सन्नाटा पसरा रहा। लोगो ने घरों में रहकर ईद उल फितर की नमाज़ घरों में अदा की इस दौरान मुल्क को महामारी से बचाने के साथ ही नेकी, बरकत और अमन के लिये अल्लाह से दुआएं की गई। वीडियो कॉलिंग व्हाटसअप के जरिये ईद की मुबारक दी जाती रही। रोशनबाग स्थित शाह वसी उल्लाह मस्जिद, काटजू रोड स्थित अब्दुल्लाह मस्जिद, करेली गौस नगर स्थित अल गौसिया मस्जिद सहित शहर व ग्रामीण इलाकों की सैकड़ो मस्जिदों में लॉक डाउन की वजह से प्रशासन के निर्देश पर सिर्फ पेशइमाम, मोअज्जिन के साथ पांच लोगों को ही ईद पर दाखिल किया गया। मस्जिदों में ईद उल फितर की नमाज़ की फ़र्ज अदायगी की गई। वहीं लोगो ने अपने घरों में बड़े बुजुर्गों संग रस्मे ईद उल फितर के तहत नमाज़ अदा कर मुल्क को कोरोना से निजात दिलाने के लिए अल्लाह से दुआ की। उलमाओं ने ऑनलाइन खुतबे में ईद की मुबारकबाद देते हुए कोरोना वायरस के खात्मे की दुआ की। साथ ही गरीबों, बेसहारों, यतीमों, जरूरतमंदों की अधिक से अधिक मदद करने की अपील की। पुराने शहर के खुल्दाबाद इलाके में लोगो ने घरों में ईद की नमाज़ अदा करने के बाद गले न मिलकर एक दूसरे को सिर्फ मुबारकबाद दी।
इस मौके पर: हसीब अहमद, अफसर महमूद, शकील अहमद, जाकिर, हसीन, इश्तेयाक अहमद, नूरउल्ला सहित आदि लोग शामिल रहे।

सभी लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन होंगे उपलब्ध

अश्वनी उपाध्याय               

गाजियाबाद। मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने जानकारी देते हुए बताया है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यकता होने पर वेबसाइट http://gzbcovidtracker.in/Registration पर आवेदन करना होगा। इस वेबसाइट में पेशेंट का नाम, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, पता और हॉस्पिटल का नाम आदि का देना होगा विवरण। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को सरलता से रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध होगेें। उन्होंने कहा कि मार्केट में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी नहीं होने दी जाएगी। उसके लिए खाद्य टबबसुरक्षा अधिकारी विनीत कुमार को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि ऐसा कोई करता है तो सख्त कार्रवाई की जाए। आपको बता दें कि हमने यह खबर सोशल मीडिया के माध्यम से भी शेयर करने के साथ-साथ लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय एवं अन्य उच्चाधिकारियों को भी जिला प्रशासन के सुस्त रवैये के बारे में बताया था। हमारे सम्मानित पाठकों के आभारी हैं। जिंहोने सोशल मीडिया पर खबर को वायरल किया और अंततः जिला प्रशासन को भी पोर्टल चालू करने पर मजबूर होना पड़ा।     

उपजिलाधिकारी ने सम्बन्धितों को दिशा-निर्देश दिएं

कौशाम्बी। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना जैसी घातक बीमारी के रोकथाम के लिए कोरोना कर्फ्यू लॉक डाउन का नियम लागू कर रखा है। ताकि लोग महामारी के संक्रमण से बच सके उसका अनुपालन करवाने के लिए ईद त्योहार के मद्देनजर तेज तर्रार उपजिलाधिकारी प्रखर उत्तम ने थाना प्रभारियों सेक्टर मजिस्ट्रेट एवम तहसीलदार के साथ सिराथू क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन का कोई उल्लंघन न करे उसके लिए प्रमुख ईदगाह ,कड़ा धाम क्षेत्र का सम्बंधित जिम्मेदारों के साथ भ्रमण कर निरीक्षण किया। इस दौरान एसडीएम प्रखर उत्तम ने कहा, कोविड 19 से बचाव के प्रति विशेष सावधानी बरतना आवश्यक है। ईद त्योहार पर ऐसा कोई काम न करें। जिससे अपने कोविड के चपेट में आ जाएं। किसी भी हाल में एकत्रित नही होना है। घर पर सुरक्षित रहकर त्योहार को मनाना ही कोविड से बचाव का विकल्प है। बेवजह घर से कदापि न निकलें इस दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल को सतर्क दृष्टि रखते हुए स्वयं को भी संक्रमण से बचाये रखने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी देखते हुए पुलिस सतर्क रही और लोगों से लगातार घर मे रहकर ईद-उल-फितर का त्योहार मनाने की अपील की गई।
नवीन सब्जी मंडी सैनी पहुंच कर उपजिलाधिकारी प्रखर उत्तम ने व्यापारियों,किसानों व खरीददारों को मास्क लगाने और कोरोना संक्रमण बचाव हेतु नियम और निर्देशों के पालन हेतु प्रोटोकाल के पालन करने को कहा है। बिना मास्क घूमने व प्रोटोकाल का उल्लंघन करने जुर्माने की चेतावनी दी गयी।
सन्तलाल मौर्य 

हापुड़: दहेज के लालच में पति ने पत्नी की हत्या की

अतुल त्यागी                
हापुड़। जनपद देहात थाना क्षेत्र के गाव मुरादपुर में दहेज के लालच में पति ने अपनी पत्नी की हत्या की। आपको बता दें कि मामला जनपद के कोटला मेवातीयान निवासी सुमिया उम्र लगभग 20 वर्ष की शादी करीब 8 महीने पहले लॉक डाउन में पटना मुरादपुर निवासी इदरीश नाम के व्यक्ति से हुई थी। जहां लड़की गरीब परिवार से ताल्लुक रखती थी। जिसके पिता भी नहीं थे। लेकिन गरीबी के कारण उन्होंने अपने मन मुताबिक लड़के वालों को दहेज भी दिया था। जहां दहेज की मांग को लेकर लड़की को शादी के बाद से ही लड़की के ससुरालियों ने टॉर्चर किया था। मन मुताबिक, दहेज ना मिलने के कारण आए दिन लड़की को टॉर्चर किया जाता था। लेकिन आज सुमैया उम्र 20 वर्ष लगभग उसके पति ने लड़की के कैंची से वार कर हत्या की। जहां लड़की के पति को देहात थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खबर लिखे जाने तक लड़की का शव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गढ़ रोड लाया गया। जहां पंचनामा भरकर लड़की का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी की गई।

विधायक जरनैल का जटिलताओं के कारण निधन

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व विधायक जरनैल सिंह का कोविड-19 संबंधी जटिलताओं के कारण शुक्रवार को निधन हो गया, वह 48 वर्ष के थे। उनके परिवार ने इस बारे में बताया। जरनैल सिंह के भाई करनैल सिंह ने बताया कि सिंह पिछले 12-13 दिन से राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व विधायक जरनैल सिंह के निधन पर शुक्रवार को शोक जताया।केजरीवाल ने ट्वीट किया, ”दिल्ली के पूर्व विधायक जरनैल सिंह के असामयिक निधन से बेहद दुखी हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। समाज में उनके योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जायेगा।” सिसोदिया ने कहा कि जरनैल सिंह को एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर याद किया जिन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने ट्वीट किया, ”दिल्ली विधानसभा में पूर्व साथी रहे जरनैल सिंह के निधन का समाचार हम सबके लिए दुखद है। 1984 के नरसंहार के पीड़ित परिवारों के न्याय के लिए लड़ने वाली एक बुलंद आवाज़ हमारे बीच से चली गई। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में जगह दे।”

सीएम ने गृह विभाग को गस्त बढ़ाने का दिया निर्देश

हरिओम उपाध्याय               
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नदियों में शवों को बहाए जाने पर रोक लगाने के लिए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने गृह विभाग को गस्त बढ़ाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्‍य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) तथा पीएसी की जल पुलिस को प्रदेश की सभी नदियों में गश्त के लिए लगाया जाए।
ये पुलिस बल नौकाओं के जरिये पूरे प्रदेश की नदियों में गश्त कर यह सुनिश्चित करे कि नदियों में शव ना बहाए। राज्य सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि यदि जरूरी हो तो स्‍थानीय स्‍तर पर नदियों में शव बहाने वालों के खिलाफ जुर्माना भी लगाया जाए।
उन्होंने हिदायत दी कि प्रदेश में नदियों के किनारे स्थित सभी गांवों तथा कस्बों में ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान तथा शहरों में कार्यकारी अधिकारी और नगर पालिका, नगर पंचायत और नगर निगमों के अध्यक्षों के माध्‍यम से समितियां बनाकर यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र में कोई भी व्‍यक्ति परंपरा के नाते नदियों में शव न बहाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मृतकों की सम्मानजनक अंत्येष्टि के लिए धनराशि स्वीकृत की गई है और लावारिस शव के मामले में भी सम्मानजनक तरीके से धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अंतिम संस्कार कराया जाए। किसी भी दशा में धार्मिक परंपरा के नाते शव को नदी में न बहाने दिया जाए।
उन्होंने कहा कि शव या मृत जानवरों के कंकाल बहाने से नदी प्रदूषित होती है। केंद्र व राज्‍य सरकार नदियों को साफ करने के लिए अभियान चला रही हैं। इस संबंध में उन्होंने गृह विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर विकास विभाग, पर्यावरण विभाग और ग्राम्‍य विकास विभाग को मिलकर ठोस कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये हैं ताकि कोई शव नदी में न बहाया जा सके।
पिछले कुछ दिनों में हमीरपुर में यमुना नदी, गाजीपुर और बलिया में गंगा नदी में बड़ी संख्या में लावारिस शव बहते हुए मिले थे जिनका प्रशासन ने अंतिम संस्कार कराया। कुछ लोगों ने यह अंदेशा जताया था कि ये शव कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वाले लोगों के थे। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों ने इस आशंका को सिरे से खारिज कर दिया था।

रूसी 'स्पुतनिक वी' वैक्सीन की कीमत तय की

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। रूस की 'स्पुतनिक वी' कोरोना वैक्सीन की कीमत तय कर दी गई है। भारत में स्पुतनिक वैक्सीन की कीमत 948 रुपये होगी। वैक्सीन पर 5 प्रतिशत जीएसटी भी लगेगा, जिसके बाद एक डोज की कीमत 995 रुपये हो जाएगी। इस बारे में शुक्रवार को डॉ. रेड्डीज लैब ने बयान जारी कर कीमतों का खुलासा किया। साथ ही बताया कि स्थानीय उत्पादन में बढ़ोतरी होने के बाद स्पूतनिक की कीमत कम हो सकती है। 
बता दें कि पिछले महीने डीसीजीआई ने स्पुतनिक वी के उपयोग को मंजूरी दी थी। उसके बाद देश में आज पहली बार विदेशी वैक्सीन लगी है। हैदराबाद में स्पुतनिक की पहली डोज डॉ रेड्डीज लैब के कस्टम फार्मा सर्विसेज के ग्लोबल हेड दीपक सपरा को दी गई। 

पीएम ने देशवासियों से टीका लगवाने की अपील की

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 को सदी के अदृश्य दुश्मन की संज्ञा देते हुए एक बार फिर देशवासियों से कोरोना का टीका लगवाने की अपील की है। संकट के समय में दवाओं और जरूरी सामान की जमाखोरी और कालाबाजारी को मानवता के खिलाफ बताते हुए उन्होंने राज्य सरकारों से ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत देश के 9.5 करोड़ किसानों के खातों में 8वीं किस्त के तौर पर 20,667 करोड़ रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित करने के बाद किसानों को संबोधित कर रहे थे। मोदी ने कहा कि इसका लाभ करीब-करीब 10 करोड़ किसानों को होगा। बंगाल के किसानों को पहली बार इस सुविधा का लाभ मिलना शुरू हुआ है।
उन्होंने कोरोना के कारण जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “बीते कुछ समय से जो कष्ट देशवासियो ने सहा है,अनेकों लोग जिस दर्द से गुजरे है, तकलीफ से गुजरे है वो मैं भी उतना ही महसूस कर रहा हूं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा

राणा ओबराय              
चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कालका विधायक प्रदीप चौधरी की सदस्यता बहाल करने की मांग की है। जानकारी के अनुसार पत्र में उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की हाईकोर्ट 19 अप्रैल को निचली अदालत के उस फैसले पर रोक लगा चुकी है। जिसके आधार पर प्रदीप चौधरी की सदस्यता खत्म की गई है। 26 अप्रैल को खुद प्रदीप चौधरी विधानसभा अध्यक्ष को मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कोर्ट के आदेश की कॉपी दी थी। लेकिन इतने दिन के बाद भी उनकी सदस्यता बहाल नहीं की गई है।

सरकार को ‘जवाबदेही’ तय करनी होगीं: अखिलेश

हरिओम उपाध्याय                
लखनऊ। बलिया और गाजीपुर जिलों में गंगा नदी में कई शव बहते पाये जाने की घटना के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार को इसकी ‘जवाबदेही’ तय करनी होगी।
अखिलेश ने ट्वीट किया, ”गंगा नदी में पाये जाने वाले शव एक आंकड़ा भर नहीं है। ये शव किसी के पिता, माता, भाई, बहन के हैं। यह सरकार की जवाबदेही है जो लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है।
गौरतलब है कि बलिया और गाजीपुर में गंगा नदी में कई शव बहते पाये गये थे। दोनों जिलों में करीब सवा सौ शव नदी से निकाले गए हैं। इन्हें नदी के किनारे ही गड्ढा खोदकर दफना दिया गया है।
एक अन्य ट्वीट में अखिलेश ने कहा, ”मैं ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया ओरिजिन को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने दान में 122 वेंटीलेटर और 95 आक्सीजन कंसंट्रेटर दिये। यह एक बात और याद दिलाती है कि हम सब एक हैं। ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया ओरिजिन को दिल से धन्यवाद।”
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौर में सत्ता संरक्षित कालाबाजारी और मंहगाई से भाजपा राज में लोगों की जिंदगी नरक बन गई है। प्रदेश की बदहाली को झूठे आंकड़ों की बाजीगरी से छुपाया जा रहा है।
मौतों का सच भी उसे नहीं दिख रहा है। उल्टे भाजपा नेतृत्व द्वारा सरकार को आगाह करने वाले विपक्षी नेताओं को बदनाम करने का अभियान चलाया जा रहा है। भाजपा ने नैतिकता और लोकलाज सबको तिलांजलि दे दी है।
अखिलेश यादव ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि कितने दुःख बात है कि सांसों के आपातकाल में भी शासन, प्रशासन और शराब माफिया का सिंडीकेट खुलेआम जहरीली शराब बिकवा रहा है। भाजपा सरकार के प्रवक्ताओं का बस एक ही एजेण्डा है कि समाजवादी पार्टी के सुझावों को दरकिनार कर कोरोना नियंत्रण करने की बजाय समाजवादी पार्टी के विरुद्ध अनाप-शनाप आरोप लगाना जारी रखना है।

इजरायल ने हमले में 450 से ज्यादा मिसाइलें दागीं

जेरूसलम। इजरायल और हमास के बीच संघर्ष तमाम अपीलों के बाद भी थमा नहीं है। इजरायली रक्षा विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बीती रात को इजरायल ने हमास में जोरदार हमले करते हुए महज 40 मिनट के अंदर ही 450 से ज्यादा मिसाइलें दागीं। इनके जरिए इजरायल ने हमास के 150 से ज्यादा ठिकानों को टारगेट किया और हमास के “मेट्रो नेटवर्क” भारी नुकसान पहुंचाया। इजरायल डिफेंस फोर्स ने बताया कि उसने मिसाइलों के जरिए अब तक की सबसे बड़ी बम वर्षा की है। उसने अपने इन हमलों में हमास के सुरंगी ठिकानों को नुकसान पहुंचाया है। हमास से छिड़े संघर्ष में इजरायल ने अब तक अपने आयरन डोम एरियल डिफेंस सिस्टम के जरिए दुश्मन के रॉकेटों को बड़ी संख्या में आसमान में ही नेस्तनाबूद कर दिया। वहीं अपनी मिसाइलों से गजा में बड़ी संख्या में इमारतों को ध्वस्त किया है।

नदी में कार गिरने से बच्चे समेत 4 लोगों की मौंत

आदर्श श्रीवास्तव                       
लखीमपुर खीरी। थाना धौरहरा से तिलक समारोह में शामिल होकर वापस फूलबेहड़ इलाके के गांव रमुआपुर जा रही तेज रफ्तार फोर्ड फिगो कार गुरुवार की देर रात शारदा नहर की रेलिंग तोड़ती हुई नदी में गिर गई। जिसमे कार सवार बच्चे समेत चार लोगों की नहर में डूबने से मौत हो गई है। जबकि कार चालक नहर में तेज बहाव के कारण बह गया। वहीं दो लोग कार से बाहर गिरने से बच गए। वहीं दो लोगो को बचा लिया गया है। घटना फूलबेहड़ थाना क्षेत्र के शारदा बैराज की है। देर रात हुई इस दर्दनाक घटना की जानकारी होने के बाद मौके पर एसपी विजय ढुल पहुंच गए।हालांकि इस घटना के बाद ग्रामीणों ने रात्रि में ही रेस्क्यू अभियान चलाकर बड़े-बड़े रस्सों की मदद से कार को नहर से बाहर खींचकर बाहर निकाला।लापता कार चालक का सर्च अभियान अभी भी जारी है। गुरुवार को देर रात थाना फूलबेहड़ क्षेत्र के गांव रमुआपुर सिकटिहा से कुछ लोग थाना धौरहरा क्षेत्र के गांव रायपुर में एक तिलक समारोह में शामिल होकर वापस लौट रहे थे तभी रात करीब दो बजे उनकी फोर्ट फिगो कार शारदा बैराज के समीप अनियंत्रित होकर पुल की रैलिंग से टकराकर नहर में गिर गई।जिसमें रमुआपुर निवासी ललित 35 वर्ष पुत्र हरिश्चंद्र, अजय कुमार 34 वर्ष पुत्र रामलखन,प्रयाशू 5 वर्ष पुत्र अजय कुमार,दीपक 30 वर्ष पुत्र रामआसरे निवासी मुड़िया हेमपुर थाना नीमगांव की मौत हो गई। वही तेज रफ्तार में टक्कर होने से अन्य दो लोग बाहर गिर कर घायल हो गए। जिन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। जबकि कार चालक नहर के तेज बहाव में बह गया। जिसकी तलाश जारी है।घटना की जानकारी होने के बाद रात ही में ग्रामीणों ने रस्सों के सहारे कार को नहर से निकल लिया है।
देर रात हुए दर्दनाक हादसे की खबर मिलने के बाद डीएम एसपी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने रेस्क्यू टीम लगाकर लापता हुए कार चालक की तलाश तेज कर दी है। एसपी विजय ढुल ने बताया कि देर रात सूचना मिली थी कि कार नहर में गिर गई है। तत्काल रूप से मौके पर पहुंचकर पुलिस के गोताखोरों और ग्रामीणों की मदद से कार को नहर से बाहर निकाला गया है। जिसमे दो लोग सुरक्षित हैं।जबकि चार लोग कार के अंदर मृत अवस्था में मिले हैं। वहीं कार चालक लापता बताया जा रहा है।उसकी नहर में तलाश की जा रही है।

संक्रमण: सिंगापुर में 13 जून तक रहेगा लॉकडाउन

सिंगापुर। सिंगापुर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने वहां पर एक महीने के लॉकडाउन की घोषणा की है। सिंगापुर में 16 मई से लेकर 13 जून तक लॉकडाउन रहेगा। इसी के साथ ही सिंगापुर में कड़ा पाबंदिया लगाई गई है। लोगों के इकट्ठा होने और जन गतिविधियों पर पाबंदियां शुक्रवार को कड़ी कर दी। शिक्षा मंत्री लॉरेंस वोंग ने कहा कि समूह में एकत्रित होने वाले लोगों की संख्या पांच लोगों से घटाकर दो लोगों तक की जाएगी। चैनल न्यूज एशिया ने खबर दी कि यह कदम उन रिपोर्टों के बाद उठाया गया है कि covid-19 के ज्यादातर मामले चांगी हवाईअड्डे, स्कूल और अस्पतालों से जुड़े हैं।
वोंग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर आप किराना का सामान खरीदने, व्यायाम करने या किसी भी चीज के लिए बाहर जाते हैं तो अधिकतम दो लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हम हर किसी को जितना संभव हो सके, घर में रहने के लिए प्रेरित करते हैं, केवल आवश्यक होने पर ही घर से बाहर जाएं। वोंग ने कहा कि अगर स्थिति में सुधार नहीं होता है तो हम निश्चित तौर पर और सख्त कदम उठाने की संभावना से इनकार नहीं करेंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक अलग प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि दो से ज्यादा लोग एकत्रित नहीं हो सकते चाहे वे घर में अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों से मिल रहे हो या सार्वजनिक स्थान पर।

ऊना में 7259 व्यक्तियों ने कोरोना को मात दी

श्रीराम मौर्य                  
ऊना। जिला ऊना में अब तक 7259 व्यक्तियों ने कोरोना वायरस को मात दी है तथा अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए सीएमओ डॉ. रमण कुमार शर्मा ने बताया कि जिला ऊना में कोरोना संक्रमण की शुरूआत होने से लेकर अब तक 9864 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। जिनमें से 7259 पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं।
सीएमओ ने कहा कि जिला ऊना में कोरोना संक्रमण के आज 2443 एक्टिव केस हैं, जिनमें से डीसीसीसी खड्ड में 36, डीसीएचसी हरोली में 40, मेक शिफ्ट अस्पताल पालकवाह में 63, जबकि होम आइसोलेशन में 1967 मरीज स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। बाकी मरीजों को राज्य के अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर कोरोना मरीजों के लिए उचित प्रबंध किए हैं। बेड क्षमता बढ़ाने की दिशा में भी लगातार कार्य चल रहा है।
डॉ. रमण कुमार शर्मा ने कहा कि जिला में कोरोना की रोकथाम के लिए दवाओं, आक्सीजन तथा अन्य सुविधाओं की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर सर्दी, खांसी, सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण आने पर सही समय पर टेस्ट करवा लिया जाए, तो इलाज में मदद मिलती है। उन्होंने अगर हालत बिगड़ने के बाद ही मरीज को अस्पताल पहुंचाया जाता है, तो इससे जान बचाने में मुश्किल होती है। इसलिए लक्षण आने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में जाकर जांच कराएं तथा सेहत बिगड़ने का इंतजार न करें क्योंकि अकसर देखा गया है कि अचानक ऑक्सीजन का स्तर गिरने से मौत हो जाती है।

13.5 लाख छात्रों को पदोन्नति करने का निर्णय लिया

गांधीनगर। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने वैश्विक महामारी कोरोना के मौजूदा संक्रमण में राज्य में छात्रों को सुरक्षित रखने के स्वास्थ्य संरक्षण मूल्य के साथ इस वर्ष गुजरात माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के कक्षा 10 (एसएससी) के 13.5 लाख नियमित छात्रों को पर्याप्त सामूहिक पदोन्नति करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ग के छात्रों का टीकाकरण भी फिलहाल नहीं कराया गया है। राज्य सरकार ने छात्रों के व्यापक स्वास्थ्य हित में परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री द्वारा कोर कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णय का विवरण देते हुए शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंहजी चुडासमा ने गुरुवार को कहा कि राज्य में 1276 सरकारी, 5325 अनुदान-सहायता, 4331 स्व-वित्त और 45 अन्य स्कूल मिला कर 10977 स्कूलों में  सामूहिक पदोन्नति देने का निर्णय लिया है|
राज्य सरकार ने गुजरात में कक्षा 10 और कक्षा 12 बोर्ड परीक्षाएं जो 10 मई से 18 मई तक आयोजित की थी। कोरोना संक्रमण को स्थगित करने का निर्णय, 15 अप्रैल को लिया गया था। जब राज्य सरकार ने 15 अप्रैल को परीक्षा स्थगित करने का फैसला किया, तो यह घोषणा की गई थी कि कोरोना की संक्रमण स्थिति का आकलन करने और छात्रों को समीक्षा के बाद तैयार होने के लिए कम से कम 15 दिन देने के बाद परीक्षा की नई तारीखों की घोषणा 15 मई को की जाएगी।
इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने इससे पहले कोरोना की स्थिति पर निर्भर करते हुए, इस साल कक्षा1 से 8 और कक्षा11 में पढ़ने वाले छात्रों को सामूहिक पदोन्नति देने की घोषणा की है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में राज्य में कोरोना मामलों की संख्या में लगातार गिरावट आई है और अस्पताल से घर लौटने वाले कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि, देशभर में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए, राज्य सरकार, मुख्यमंत्री विजय रूपानी के नेतृत्व में, राज्य के छात्रों के भविष्य को कोरोना से बचाने के लिए दृढ़ संकल्प है। अब, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कोर कमेटी की बैठक में कोरोना के संक्रमण की स्थिति पर व्यापक समीक्षा और विचार-विमर्श के बाद इस वर्ष कक्षा 10 के नियमित छात्रों को पर्याप्त सामूहिक पदोन्नति देने का फैसला किया है। राज्य सरकार के इस छात्र हितैषी निर्णय के परिणामस्वरूप, कक्षा 10 (एसएससी) के नियमित छात्र सामूहिक पदोन्नति के लाभ के लिए पात्र होंगे।

महामारी: ऑक्सीजन देने वाले पौधों की डिमांड बढ़ीं

पंकज कपूर                        
हल्द्वानी। कोरोना महामारी के बीच लोगों में इम्यूनिटी बढ़ाने वाले पौधों के साथ-साथ ऑक्सीजन देने वाले पौधों की डिमांड भी बढ़ गई है। ऑक्सीजन का ज्यादा उत्सर्जन करने के लिए लोग अपने घरों में पीपल के पेड़ लगा रहे हैं। कोरोना संक्रमण में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गिलोय, एलोवेरा, तुलसी, अश्वगंधा, शतावर, हल्दी, अदरक सहित कई तरह के औषधि पौधों की डिमांड बढ़ गई है।
कोरोना काल में बढ़ी मेडिसिनल और ऑक्सीजन प्लांट की डिमांडहल्द्वानी के बरेली रोड स्थित नर्सरी संचालक शिव कुमार मौर्य का कहना है कि कोरोना संक्रमण के चलते काफी दिनों से औषधि पौधों की ज्यादा डिमांड हो गई है. दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण लोगों में ऑक्सीजन की दिक्कत को देखते हुए लोग अब ऑक्सीजन उत्सर्जन करने वाले पौधों को भी खूब खरीद रहे हैं. ये भी पढ़ेंः जमशेदपुर से 185 टन प्राणवायु भेजी गई यूपी और देहरादून, जीवन रक्षक ट्रेन ऑक्सीजन लेकर हुई। रवानानर्सरी संचालक के मुताबिक इस समय उनके नर्सरी में रोजाना सैकड़ों के पीपल का पेड़, मनी प्लांट, स्पाइडर प्लांट, स्पाइडर पीपरोमिया, एरिका पाम, पीस लिली, रबर प्लांट सहित अधिक ऑक्सीजन उत्सर्जन करने वाले पौधों की बिक्री बढ़ी है।

लागू होने वालीं प्राइवेसी पॉलिसी को टाला: वाट्सएप

अकांशु उपाध्याय                        
नई दिल्ली। पूरे विश्व में सबसे ज़्यादा चलने वाला इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप वाट्सएप कल यानी 15 मई से लागू होने वाली नई प्राइवेसी पॉलिसी को फिलहाल टाल चुका है। इसका मतलब है कि किसी भी यूजर का अकाउंट अब डिलीट नहीं किया जाएगा। ,मगर कंपनी ये भी बता चुकी है कि अगर कोई प्राइवेसी पॉलिसी को स्वीकार नहीं करता है तो समय के साथ-साथ उन वाट्सएप यूजर्स की फंक्शनलिटी कम होती जाएगी।
आपको बता दे वाट्सएप के एक प्रवक्ता के मुताबिक जो लोग प्राइवेसी पॉलिसी को एक्सेप्ट नहीं करेंगे वे व्हाट्सऐप जुड़ी कई सर्विसेज का यूज नहीं कर पाएंगे।  ये व्हाट्सऐप यूजर्स अपनी चैट लिस्ट को एक्सेस नहीं कर पाएंगे। यूजर्स वॉयस और वीडियो कॉल ना ही कर पाएंगे न उसका जवाब दे पाएंगे। इसके साथ ही वाट्सएप आपके फोन पर मैसेज और कॉल भेजना बंद कर देगा और यूजर्स अपने व्हाट्सऐप पर आएं मैसेज को पढ़ या उसका रिप्लाई नहीं कर सकेंगे।
जानकारी अनुसार फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी अब उन यूजर्स के अकाउंट की फैसिलिटीज या फीचर्स को सिमित कर देगी जो प्राइवेसी पॉलिसी को स्वीकार नहीं करेंगे। इसीलिए व्हाट्सऐप नई गोपनीयता नीति के बारे में उपयोगकर्ताओं को रिमाइंडर भेजना जारी रखेगा ,वाट्सएप पॉलिसी एक्सेप्ट नहीं करने वालो को सभी कॉल और मैसेज प्राप्त होना बंद हो जाएंगे।
इसका मतलब है कि यूजर्स को नई नीति को स्वीकार करना ही होगा वरना वो आपना अकाउंट खो देंगे। इससे ऐसा लगता है कि वाट्सएप अभी भी उपयोगकर्ताओं को नई गोपनीयता नीति को स्वीकार करने पर विचार करने के लिए अधिक समय देना चाहता है।
वही वॉट्सऐप यूजर जो कंटेंट अपलोड, सबमिट, स्टोर, सेंड या रिसीव करते हैं, कंपनी उसका इस्तेमाल कहीं भी कर सकती है। कंपनी उस डेटा को शेयर भी कर सकती है। पहले दावा किया गया था कि अगर यूजर इस पॉलिसी को ‘एग्री’ नहीं करता है तो वह अपने अकाउंट का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा। हालांकि, बाद में कंपनी ने इसे ऑप्शनल घोषित किया था।

संक्रमण से जुड़े मामलों को लेकर मीडिया से चर्चा की

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्य में कोरोना संक्रमण से जुड़े मामलों को लेकर शुक्रवार को मीडिया से चर्चा की। इस वार्ता में सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के नए मामले करीब 8500 पर पहुंच गया है। दिल्ली में संक्रमण दर घटकर 12 फीसदी पर पहुंच गई है। पिछले 10 दिनों में दिल्ली में 10 हजार बेड खाली हो गए है। हालांकि अभी भी आइसीयू के बेड भरे हुए हैं। यानी गंभीर स्थिति वाले मरीजों की संख्या बनी हुई है। दिल्ली में जो कोरोना के मामले कम हो रहे है उसमें लॉकडाउन की भूमिका रही। दिल्ली वासियों के अनुशासनत्मक तरीके से हो पाई है।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि अगर हम ढीले पड़ गए तो कोरोना फिर से आ सकता है। कोरोना से बचने के लिए जितने भी उपाय है सभी अपनाएं। ढिलाई बिल्कुल नहीं करना है। आने वाले समय को देखते हुए दिल्ली सरकार अपनी पूरी तैयारी करेगी। कोरोना की वजह से जो बच्चे अनाथ हो गए हैं या ऐसे सभी परिवार जिन्होंने कमाई वाले सदस्यों को खोया है। उनके लिए हम हैं। ऐसे बच्चों की पढ़ाई पूरी कराने की हमारी जिम्मेदारी होगी। दिल्ली में हालात सुधर रहे है लेकिन कोरोना के खिलाफ जंग जारी है।
न्यूज़ 18 के अनुसार सीएम ने कहा कि रोजाना कोरोना केस घटकर साढ़े 8 हजार पर आ गए हैं। संक्रमण दर 12 फीसदी पर पहुंच चुका है। लेकिन लड़ाई अभी बाकी है। लॉकडाउन के पालन का असर दिख रहा है। अस्पतालों में बेड्स भी खाली हो रहे हैं, लेकिन आईसीयू बेड अब भी भरे हुए हैं। गम्भीर मरीजों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। जिन बच्चों के माता-पिता गुजर गए, वे खुद को अनाथ ना समझें, मैं हूं ना। जिन बुजुर्गों के बच्चे नहीं रहे, उनका ख्याल हम रखेंगे।

राष्ट्रपति ने ओली को दोबारा पीएम नियुक्‍त किया

काठमांडू। नेपाल में राष्‍ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने के. पी. शर्मा ओली को दोबारा प्रधानमंत्री नियुक्‍त किया है।विपक्षी दल कल रात नौ बजे की समय सीमा तक गठबंधन सरकार बनाने में असफल रहे। श्री ओली आज पद की शपथ लेंगे। वे सोमवार को प्रतिनिधि सभा में विश्‍वास मत हार गए थे। उन्‍हें 30 दिन के अंदर बहुमत साबित करना होगा।
प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार और मुख्‍य विपक्षी दल नेपाली कांग्रेस प्रमुख शेरबहादुर देउबा ने निर्धारित समयसीमा से कुछ पहले अपने सहयोगियों को सूचित किया कि वे बहुमत के साथ गठबंधन सरकार नहीं बना पाएंगे। इसके बाद राष्‍ट्रपति के पास ओली को दोबारा सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के अलावा कोई विकल्‍प नहीं था।

स्पूतनिक-वी अगले सप्ताह से मार्केट में उपलब्ध होगीं

अकांशु उपाध्याय                  
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बाद अब एक भारतीय बाज़ार में एक और वैक्सीन भी आ गई है। रूस की स्पूतनिक-वी भी अगले सप्ताह से मार्केट में उपलब्ध होगी। सूत्रों के अनुसार स्पूतनिक-वी वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 995.40 रुपए होगी। बताया जा रहा है कि जब स्पूतनिक-वी वैक्सीन का निर्माण भारत में शुरू होगा, तब उसकी कीमत कम होगी। बता दें कि भारत में फिलहाल स्पूतनिक-वी वैक्सीन की 1.50 लाख डोज उपलब्ध हैं।आपको बता दें कि देश में अब तक दो टीकों के सहारे है सरकारी टीकारण अभियान चल रहा है। केंद्र सरकार इन दोनों टीकों को 250 रुपए में खरीदती है। इन दोनों टीकों (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) की निर्माता कंपनियों ने प्राइवेट अस्पतालों और खुले बाजार के लिए अपनी वैक्सीन की अलग कीमत रखी है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने 1 मई से वैक्सीन कंपनियों को राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों को भी टीके की बिक्री की अनुमति दे दी है। देश में टीके का उत्पादन कर रहीं कंपनियां 50 फीसदी टीका केंद्र सरकार को देंगी तो 50 फीसदी टीका राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों को बेच सकती हैं। देश में स्पूतनिक-वी का उत्पादन जुलाई सेस्पूतनिक वैक्सीन को लेकर सरकार का कहना है कि इस महीने के अंत तक 30 लाख और स्पूतनिक टीके की खुराक भारत पहुंचेंगी। साथ ही सरकार की देश में इस टीके का उत्पादन शुरू करने के लिए रेड्डी लेबोरेटरी के अलावा पांच अन्य कंपनियों के साथ बातचीत चल रही है। इनमें हेटेरो बॉयोफॉर्मा, विरचोव बॉयोटैक, स्टेलिस बॉयोफॉर्मा, ग्लैंड बॉयोफॉर्मा तथा पैनाशिया बॉयोटैक शामिल हैं। सरकार की कोशिश है कि जुलाई से देश में निर्मित स्पूतनिक वी वैक्सीन मिलनी शुरू हो जाएगी।

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...