शुक्रवार, 14 मई 2021

प्रतिबंध कम करने का दबाव, टीके के बाद छूट

वाशिंगटन डीसी। नये दिशा-निर्देश की घोषणा के बाद राष्ट्रपति बाइडन ने अपने ओवल ऑफ़िस में अन्य सांसदों के साथ अपना मास्क उतार दिया। नये दिशा-निर्देश के अनुसार, लोग खुली या बंद, अधिकांश जगहों पर बिना मास्क के जा सकते हैं। हालांकि, भीड़भाड़ वाली बंद जगहों, जैसे बस और विमान यात्रा के दौरान या अस्पतालों में अब भी मास्क लगाने की सलाह दी गई है। बताया गया है कि बाइडन प्रशासन पर कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंध कम करने का भारी दबाव था। ख़ासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्हें कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। इस बीच अमेरिकन फ़ेडरेशन ऑफ़ टीचर्स लेबर यूनियन ने भी आने वाले समय में स्कूलों को पूरी तरह खोल देने की सिफ़ारिश की है।

ना ईदगाह पर जमावड़ा, न नवाज को मस्जिदें खोली

बृजेश केसरवानी             
प्रयागराज। ईद-उल-फितर पर शुक्रवार को कोरोना वायरस की खौफ की वजह से न ईदगाह पर जमावड़ा हुआ न आम लोगो के लिये मस्जिदें खोली गई। मस्जिदों में सन्नाटा पसरा रहा। लोगो ने घरों में रहकर ईद उल फितर की नमाज़ घरों में अदा की इस दौरान मुल्क को महामारी से बचाने के साथ ही नेकी, बरकत और अमन के लिये अल्लाह से दुआएं की गई। वीडियो कॉलिंग व्हाटसअप के जरिये ईद की मुबारक दी जाती रही। रोशनबाग स्थित शाह वसी उल्लाह मस्जिद, काटजू रोड स्थित अब्दुल्लाह मस्जिद, करेली गौस नगर स्थित अल गौसिया मस्जिद सहित शहर व ग्रामीण इलाकों की सैकड़ो मस्जिदों में लॉक डाउन की वजह से प्रशासन के निर्देश पर सिर्फ पेशइमाम, मोअज्जिन के साथ पांच लोगों को ही ईद पर दाखिल किया गया। मस्जिदों में ईद उल फितर की नमाज़ की फ़र्ज अदायगी की गई। वहीं लोगो ने अपने घरों में बड़े बुजुर्गों संग रस्मे ईद उल फितर के तहत नमाज़ अदा कर मुल्क को कोरोना से निजात दिलाने के लिए अल्लाह से दुआ की। उलमाओं ने ऑनलाइन खुतबे में ईद की मुबारकबाद देते हुए कोरोना वायरस के खात्मे की दुआ की। साथ ही गरीबों, बेसहारों, यतीमों, जरूरतमंदों की अधिक से अधिक मदद करने की अपील की। पुराने शहर के खुल्दाबाद इलाके में लोगो ने घरों में ईद की नमाज़ अदा करने के बाद गले न मिलकर एक दूसरे को सिर्फ मुबारकबाद दी।
इस मौके पर: हसीब अहमद, अफसर महमूद, शकील अहमद, जाकिर, हसीन, इश्तेयाक अहमद, नूरउल्ला सहित आदि लोग शामिल रहे।

सभी लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन होंगे उपलब्ध

अश्वनी उपाध्याय               

गाजियाबाद। मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने जानकारी देते हुए बताया है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यकता होने पर वेबसाइट http://gzbcovidtracker.in/Registration पर आवेदन करना होगा। इस वेबसाइट में पेशेंट का नाम, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, पता और हॉस्पिटल का नाम आदि का देना होगा विवरण। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को सरलता से रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध होगेें। उन्होंने कहा कि मार्केट में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी नहीं होने दी जाएगी। उसके लिए खाद्य टबबसुरक्षा अधिकारी विनीत कुमार को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि ऐसा कोई करता है तो सख्त कार्रवाई की जाए। आपको बता दें कि हमने यह खबर सोशल मीडिया के माध्यम से भी शेयर करने के साथ-साथ लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय एवं अन्य उच्चाधिकारियों को भी जिला प्रशासन के सुस्त रवैये के बारे में बताया था। हमारे सम्मानित पाठकों के आभारी हैं। जिंहोने सोशल मीडिया पर खबर को वायरल किया और अंततः जिला प्रशासन को भी पोर्टल चालू करने पर मजबूर होना पड़ा।     

उपजिलाधिकारी ने सम्बन्धितों को दिशा-निर्देश दिएं

कौशाम्बी। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना जैसी घातक बीमारी के रोकथाम के लिए कोरोना कर्फ्यू लॉक डाउन का नियम लागू कर रखा है। ताकि लोग महामारी के संक्रमण से बच सके उसका अनुपालन करवाने के लिए ईद त्योहार के मद्देनजर तेज तर्रार उपजिलाधिकारी प्रखर उत्तम ने थाना प्रभारियों सेक्टर मजिस्ट्रेट एवम तहसीलदार के साथ सिराथू क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन का कोई उल्लंघन न करे उसके लिए प्रमुख ईदगाह ,कड़ा धाम क्षेत्र का सम्बंधित जिम्मेदारों के साथ भ्रमण कर निरीक्षण किया। इस दौरान एसडीएम प्रखर उत्तम ने कहा, कोविड 19 से बचाव के प्रति विशेष सावधानी बरतना आवश्यक है। ईद त्योहार पर ऐसा कोई काम न करें। जिससे अपने कोविड के चपेट में आ जाएं। किसी भी हाल में एकत्रित नही होना है। घर पर सुरक्षित रहकर त्योहार को मनाना ही कोविड से बचाव का विकल्प है। बेवजह घर से कदापि न निकलें इस दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल को सतर्क दृष्टि रखते हुए स्वयं को भी संक्रमण से बचाये रखने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी देखते हुए पुलिस सतर्क रही और लोगों से लगातार घर मे रहकर ईद-उल-फितर का त्योहार मनाने की अपील की गई।
नवीन सब्जी मंडी सैनी पहुंच कर उपजिलाधिकारी प्रखर उत्तम ने व्यापारियों,किसानों व खरीददारों को मास्क लगाने और कोरोना संक्रमण बचाव हेतु नियम और निर्देशों के पालन हेतु प्रोटोकाल के पालन करने को कहा है। बिना मास्क घूमने व प्रोटोकाल का उल्लंघन करने जुर्माने की चेतावनी दी गयी।
सन्तलाल मौर्य 

हापुड़: दहेज के लालच में पति ने पत्नी की हत्या की

अतुल त्यागी                
हापुड़। जनपद देहात थाना क्षेत्र के गाव मुरादपुर में दहेज के लालच में पति ने अपनी पत्नी की हत्या की। आपको बता दें कि मामला जनपद के कोटला मेवातीयान निवासी सुमिया उम्र लगभग 20 वर्ष की शादी करीब 8 महीने पहले लॉक डाउन में पटना मुरादपुर निवासी इदरीश नाम के व्यक्ति से हुई थी। जहां लड़की गरीब परिवार से ताल्लुक रखती थी। जिसके पिता भी नहीं थे। लेकिन गरीबी के कारण उन्होंने अपने मन मुताबिक लड़के वालों को दहेज भी दिया था। जहां दहेज की मांग को लेकर लड़की को शादी के बाद से ही लड़की के ससुरालियों ने टॉर्चर किया था। मन मुताबिक, दहेज ना मिलने के कारण आए दिन लड़की को टॉर्चर किया जाता था। लेकिन आज सुमैया उम्र 20 वर्ष लगभग उसके पति ने लड़की के कैंची से वार कर हत्या की। जहां लड़की के पति को देहात थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खबर लिखे जाने तक लड़की का शव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गढ़ रोड लाया गया। जहां पंचनामा भरकर लड़की का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी की गई।

विधायक जरनैल का जटिलताओं के कारण निधन

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व विधायक जरनैल सिंह का कोविड-19 संबंधी जटिलताओं के कारण शुक्रवार को निधन हो गया, वह 48 वर्ष के थे। उनके परिवार ने इस बारे में बताया। जरनैल सिंह के भाई करनैल सिंह ने बताया कि सिंह पिछले 12-13 दिन से राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व विधायक जरनैल सिंह के निधन पर शुक्रवार को शोक जताया।केजरीवाल ने ट्वीट किया, ”दिल्ली के पूर्व विधायक जरनैल सिंह के असामयिक निधन से बेहद दुखी हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। समाज में उनके योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जायेगा।” सिसोदिया ने कहा कि जरनैल सिंह को एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर याद किया जिन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने ट्वीट किया, ”दिल्ली विधानसभा में पूर्व साथी रहे जरनैल सिंह के निधन का समाचार हम सबके लिए दुखद है। 1984 के नरसंहार के पीड़ित परिवारों के न्याय के लिए लड़ने वाली एक बुलंद आवाज़ हमारे बीच से चली गई। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में जगह दे।”

सीएम ने गृह विभाग को गस्त बढ़ाने का दिया निर्देश

हरिओम उपाध्याय               
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नदियों में शवों को बहाए जाने पर रोक लगाने के लिए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने गृह विभाग को गस्त बढ़ाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्‍य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) तथा पीएसी की जल पुलिस को प्रदेश की सभी नदियों में गश्त के लिए लगाया जाए।
ये पुलिस बल नौकाओं के जरिये पूरे प्रदेश की नदियों में गश्त कर यह सुनिश्चित करे कि नदियों में शव ना बहाए। राज्य सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि यदि जरूरी हो तो स्‍थानीय स्‍तर पर नदियों में शव बहाने वालों के खिलाफ जुर्माना भी लगाया जाए।
उन्होंने हिदायत दी कि प्रदेश में नदियों के किनारे स्थित सभी गांवों तथा कस्बों में ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान तथा शहरों में कार्यकारी अधिकारी और नगर पालिका, नगर पंचायत और नगर निगमों के अध्यक्षों के माध्‍यम से समितियां बनाकर यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र में कोई भी व्‍यक्ति परंपरा के नाते नदियों में शव न बहाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मृतकों की सम्मानजनक अंत्येष्टि के लिए धनराशि स्वीकृत की गई है और लावारिस शव के मामले में भी सम्मानजनक तरीके से धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अंतिम संस्कार कराया जाए। किसी भी दशा में धार्मिक परंपरा के नाते शव को नदी में न बहाने दिया जाए।
उन्होंने कहा कि शव या मृत जानवरों के कंकाल बहाने से नदी प्रदूषित होती है। केंद्र व राज्‍य सरकार नदियों को साफ करने के लिए अभियान चला रही हैं। इस संबंध में उन्होंने गृह विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर विकास विभाग, पर्यावरण विभाग और ग्राम्‍य विकास विभाग को मिलकर ठोस कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये हैं ताकि कोई शव नदी में न बहाया जा सके।
पिछले कुछ दिनों में हमीरपुर में यमुना नदी, गाजीपुर और बलिया में गंगा नदी में बड़ी संख्या में लावारिस शव बहते हुए मिले थे जिनका प्रशासन ने अंतिम संस्कार कराया। कुछ लोगों ने यह अंदेशा जताया था कि ये शव कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वाले लोगों के थे। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों ने इस आशंका को सिरे से खारिज कर दिया था।

रूसी 'स्पुतनिक वी' वैक्सीन की कीमत तय की

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। रूस की 'स्पुतनिक वी' कोरोना वैक्सीन की कीमत तय कर दी गई है। भारत में स्पुतनिक वैक्सीन की कीमत 948 रुपये होगी। वैक्सीन पर 5 प्रतिशत जीएसटी भी लगेगा, जिसके बाद एक डोज की कीमत 995 रुपये हो जाएगी। इस बारे में शुक्रवार को डॉ. रेड्डीज लैब ने बयान जारी कर कीमतों का खुलासा किया। साथ ही बताया कि स्थानीय उत्पादन में बढ़ोतरी होने के बाद स्पूतनिक की कीमत कम हो सकती है। 
बता दें कि पिछले महीने डीसीजीआई ने स्पुतनिक वी के उपयोग को मंजूरी दी थी। उसके बाद देश में आज पहली बार विदेशी वैक्सीन लगी है। हैदराबाद में स्पुतनिक की पहली डोज डॉ रेड्डीज लैब के कस्टम फार्मा सर्विसेज के ग्लोबल हेड दीपक सपरा को दी गई। 

पीएम ने देशवासियों से टीका लगवाने की अपील की

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 को सदी के अदृश्य दुश्मन की संज्ञा देते हुए एक बार फिर देशवासियों से कोरोना का टीका लगवाने की अपील की है। संकट के समय में दवाओं और जरूरी सामान की जमाखोरी और कालाबाजारी को मानवता के खिलाफ बताते हुए उन्होंने राज्य सरकारों से ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत देश के 9.5 करोड़ किसानों के खातों में 8वीं किस्त के तौर पर 20,667 करोड़ रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित करने के बाद किसानों को संबोधित कर रहे थे। मोदी ने कहा कि इसका लाभ करीब-करीब 10 करोड़ किसानों को होगा। बंगाल के किसानों को पहली बार इस सुविधा का लाभ मिलना शुरू हुआ है।
उन्होंने कोरोना के कारण जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “बीते कुछ समय से जो कष्ट देशवासियो ने सहा है,अनेकों लोग जिस दर्द से गुजरे है, तकलीफ से गुजरे है वो मैं भी उतना ही महसूस कर रहा हूं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा

राणा ओबराय              
चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कालका विधायक प्रदीप चौधरी की सदस्यता बहाल करने की मांग की है। जानकारी के अनुसार पत्र में उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की हाईकोर्ट 19 अप्रैल को निचली अदालत के उस फैसले पर रोक लगा चुकी है। जिसके आधार पर प्रदीप चौधरी की सदस्यता खत्म की गई है। 26 अप्रैल को खुद प्रदीप चौधरी विधानसभा अध्यक्ष को मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कोर्ट के आदेश की कॉपी दी थी। लेकिन इतने दिन के बाद भी उनकी सदस्यता बहाल नहीं की गई है।

सरकार को ‘जवाबदेही’ तय करनी होगीं: अखिलेश

हरिओम उपाध्याय                
लखनऊ। बलिया और गाजीपुर जिलों में गंगा नदी में कई शव बहते पाये जाने की घटना के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार को इसकी ‘जवाबदेही’ तय करनी होगी।
अखिलेश ने ट्वीट किया, ”गंगा नदी में पाये जाने वाले शव एक आंकड़ा भर नहीं है। ये शव किसी के पिता, माता, भाई, बहन के हैं। यह सरकार की जवाबदेही है जो लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है।
गौरतलब है कि बलिया और गाजीपुर में गंगा नदी में कई शव बहते पाये गये थे। दोनों जिलों में करीब सवा सौ शव नदी से निकाले गए हैं। इन्हें नदी के किनारे ही गड्ढा खोदकर दफना दिया गया है।
एक अन्य ट्वीट में अखिलेश ने कहा, ”मैं ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया ओरिजिन को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने दान में 122 वेंटीलेटर और 95 आक्सीजन कंसंट्रेटर दिये। यह एक बात और याद दिलाती है कि हम सब एक हैं। ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया ओरिजिन को दिल से धन्यवाद।”
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौर में सत्ता संरक्षित कालाबाजारी और मंहगाई से भाजपा राज में लोगों की जिंदगी नरक बन गई है। प्रदेश की बदहाली को झूठे आंकड़ों की बाजीगरी से छुपाया जा रहा है।
मौतों का सच भी उसे नहीं दिख रहा है। उल्टे भाजपा नेतृत्व द्वारा सरकार को आगाह करने वाले विपक्षी नेताओं को बदनाम करने का अभियान चलाया जा रहा है। भाजपा ने नैतिकता और लोकलाज सबको तिलांजलि दे दी है।
अखिलेश यादव ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि कितने दुःख बात है कि सांसों के आपातकाल में भी शासन, प्रशासन और शराब माफिया का सिंडीकेट खुलेआम जहरीली शराब बिकवा रहा है। भाजपा सरकार के प्रवक्ताओं का बस एक ही एजेण्डा है कि समाजवादी पार्टी के सुझावों को दरकिनार कर कोरोना नियंत्रण करने की बजाय समाजवादी पार्टी के विरुद्ध अनाप-शनाप आरोप लगाना जारी रखना है।

इजरायल ने हमले में 450 से ज्यादा मिसाइलें दागीं

जेरूसलम। इजरायल और हमास के बीच संघर्ष तमाम अपीलों के बाद भी थमा नहीं है। इजरायली रक्षा विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बीती रात को इजरायल ने हमास में जोरदार हमले करते हुए महज 40 मिनट के अंदर ही 450 से ज्यादा मिसाइलें दागीं। इनके जरिए इजरायल ने हमास के 150 से ज्यादा ठिकानों को टारगेट किया और हमास के “मेट्रो नेटवर्क” भारी नुकसान पहुंचाया। इजरायल डिफेंस फोर्स ने बताया कि उसने मिसाइलों के जरिए अब तक की सबसे बड़ी बम वर्षा की है। उसने अपने इन हमलों में हमास के सुरंगी ठिकानों को नुकसान पहुंचाया है। हमास से छिड़े संघर्ष में इजरायल ने अब तक अपने आयरन डोम एरियल डिफेंस सिस्टम के जरिए दुश्मन के रॉकेटों को बड़ी संख्या में आसमान में ही नेस्तनाबूद कर दिया। वहीं अपनी मिसाइलों से गजा में बड़ी संख्या में इमारतों को ध्वस्त किया है।

अगले 5 दिनों में लू चलने की संभावना जताई

अगले 5 दिनों में लू चलने की संभावना जताई इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। दिल्ली समेत देशभर में गर्मी बढ़ रही है। आने वाले दिनों के लिए भारत मौसम वि...