गुरुवार, 13 मई 2021

अमेरिका के साथ भारत के लिए भी चिंता का विषय

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में कोरोना के मामले गिरावट की ओर हैं। मगर विशेषज्ञ अब नए खतरे को लेकर चिंता में हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल की शुरुआत में अमेरिकी बच्चों में कोरोना के संक्रमण के मामले वयस्कों की तुलना में ज्यादा देखे गए। इससे आशंका पैदा हो गई है कि क्या कोरोना अब बच्चों के लिए गंभीर संकट बनने जा रहा है ? भारत में भी कई विशेषज्ञ बच्‍चों को होने वाले खतरों को लेकर चेतावनी दे चुके हैं।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन के मुताबिक, अप्रैल की शुरुआत में छोटे बच्चों से लेकर 12 साल तक की उम्र के बच्चों में कोरोना के मामले 65 या उससे ऊपर के वयस्कों की तुलना में बढ़ गए। ताजा आंकड़े भी इस ट्रेंड के बरकरार रहने की ओर इशारा करते हैं। यही नहीं, कोरोना के कारण बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की दर में भी कमी नहीं आई है। ऐसे में रिसर्चर्स को आशंका है कि कोरोना के वेरियंट युवाओं को नए-नए तरीके से प्रभावित कर रहे हैं।

मंत्रालय ने कोविड वर्किंग ग्रुप की सलाह को स्वीकारा

अश्वनी उपाध्याय              
गाजियाबाद। जैसा की उम्मीद की जा रही थी। कोरोना रोधी वैक्सीन की राष्ट्रव्यापी कमी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविशील्ड वैक्सीन के दूसरे डोज के लिए समय अंतराल 12 से 16 हफ्ते रखने के कोविड वर्किंग ग्रुप की सलाह को स्वीकार लिया है। ऐसे में जिन लोगों ने कोविशील्ड वैक्सीन की पहली खुराक ली है। अब ये 12 से 16 हफ्ते के अंतराल पर वैक्सीन की दूसरी डोज ले सकेंगे। इससे पहले कोविड पर पैनल- राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह ने यह भी कहा कि गर्भवती महिलाएं अपने लिए वैक्सीन चुन सकती हैं और गर्भवती महिलाएं डिलीवरी के बाद कभी भी वैक्सीन लगवा सकती हैं। पैनल ने कहा कि जो लोग कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित रहे हैं। वे 6 महीने के बाद ही टीकाकरण करवाएं।

एसडीएम सिराथू ने गेहूं क्रय केंद्र का किया निरीक्षण

कौशाम्बी। उप जिलाधिकारी सिराथू प्रखर उत्तम ने गेहूं क्रय केंद्र शमसाबाद का औचक निरीक्षण कर केंद्र पर वारदाना कांटा माप बांट आदि के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गेहूं खरीद के बाद भंडारण कराएं। उन्होंने केंद्र प्रभारी से कहा, कि गेंहू खरीद के बाद उसको सुरक्षित करते हुए बारिश से बचाव की पूरी व्यवस्था की जाए उन्होंने कहा, कि किसी दशा में गेहूं भीगने ना पाए।इस बात को केंद्र प्रभारी सुनिश्चित कर ले।
इस बार गेंहू खरीद का लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है। शमसाबाद केंद्र में 77 किसानों से अब तक 3144 कुंतल गेंहू की खरीद हुई है। गेंहू खरीद कमजोर होने पर केंद्र प्रभारी को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा, कि गेहूं खरीद में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।मानक के अनुरूप गेहूं की खरीददारी की जाए। उन्होंने केंद्र प्रभारी को निर्देशित किया, कि गेहूं खरीद में और तेजी लाई जाय भुगतान सीधे किसानों के खातों में भेजा जाए। केंद्र पर अपने कार्य करने वाले व आने वाले किसानों को मास्क व सोसल डिस्टेंसिंग सहित कोरोना महामारी से अन्य बचाव व उपायों को लेकर उन्हें जागरूक करें।
सन्तलाल मौर्य 

वैक्सीन के लिए ग्लोबल टेंडर्स जारी कियें जाएंगे

राणा ओबराय          
चंडीगढ़। हरियाणा में भी हालात बेहद खराब बने हुए हैं। रोजाना नए मामलों की संख्या काफी बड़े स्तर पर दर्ज की जा रही है। वहीं रोजाना मौतों की भी एक बड़ी संख्या है। वहीं इस बीच हरियाणा सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने जानकारी देते हुए बताया कि अब हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के लोगों के लिए कोरोना वैक्सीन खरीदने के लिए ग्लोबल टेंडर्स जारी किये जाएंगे। विज ने कहा कि खासतौर पर ऐसा इसलिए किय जा रहा है। ताकि प्रदेश के प्रत्येक 18+ नागरिकों का फ्री और जल्द से जल्द वैक्सीनेशन हो सके।
बीते बुधवार को प्रदेश में कोरोना के 12,490 नए मामले सामने आये हैं। जबकि 165 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। बता दें कि, बीते बुधवार को जहाँ 12,490 नए मामले और 165 कोरोना मरीजों की मौत दर्ज की गई है। वहीं 14,264 कोरोना मरीजों की रिकवरी भी हुई है।हरियाणा में नए मामलों के बाद कोरोना के एक्टिव केस 1,07,058 हैं। हरियाणा में अबतक कोरोना के चपेट में 6,52,742 लोग आ चुके हैं।

हापुड़: दुकानें खोलने वालों पर सख्त कार्रवाई होगीं

अतुल त्यागी                
हापुड़। कस्बे में गस्त के दौरान पुलिस प्रशासन ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने के मामले में कई लोगों को दबोचा। आगे से कस्बे में बिना बेवजह घूमने वाले, चोरी चुपके दुकानें खोलने वालो पर सख्त कार्रवाई होगीं।
इमरजेंसी सेवाएं किराना स्टोर के सामान की सेवाएं घर-घर पहुंचाई जाएंगी। होम डिलीवरी करने वालो की जल्द लिस्ट जारी होगीं।
कस्बे के बाजार में एकत्रित जमा भीड़ से तहसील प्रशासन ने सबक लिया। पूर्णता लॉकडाउन का पालन करने के कस्बे में निर्देश दिएं।
कस्बे में पैदल गस्त करते हुए धौलाना एसडीएम अरविन्द द्रिवेदी, पिलखुवा सीओ डॉ तेजवीर सिंह, धौलाना एसएचओ धर्मेन्द्र सिंह व पुलिस बल के साथ बाजार बंद कराते हुए अधिकारीगण।

सुनवाई की लाइव स्ट्रीमिंग पर शिद्दत से विचार किया

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय में होने वाली सुनवाई की लाइव स्ट्रीमिंग पर शिद्दत से विचार किया जा रहा है। मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन ने गुरुवार को कहा कि वह शीर्ष अदालत में होने वाली सुनवाई की लाइव स्ट्रीमिंग के प्रस्ताव पर गम्भीरता से विचार कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इस दिशा में ठोस पहल करने से पहले वह न्यायालय के सभी न्यायाधीशों की आम सहमति चाहेंगे।
न्यायमूर्ति रमन कोविड महामारी के मद्देनजर मीडियाकर्मियों की सुविधा के लिए मोबाइल ऐप लांच करने के अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मीडियाकर्मियों को सम्बोधित कर रहे थे। सीजेआई ने कहा कि नयी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल में शुरुआती दिनों में कुछ खामियां आ सकती हैं, लेकिन इसे अनावश्यक रूप से तूल नहीं दिया जाना चाहिए।
न्यायमूर्ति रमन ने देश की न्यायिक प्रक्रिया में पारदर्शिता को परम्परागत सिद्धांत करार देते हुए कहा कि इन प्रक्रियाओं तक आम लोगों की पहुंच महत्वपूर्ण है, क्योंकि अदालतों, खासकर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिये गये निर्णयों का देश भर के लोगों की जीवन पर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भी अदालती कार्यवाहियां नहीं रुकीं, लेकिन अदालत कक्ष में व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होकर सुनवाई के बजाय वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये सुनवाई की ओर बढ़ना आसान नहीं था।
सीजेआई ने कहा कि मोबाइल ऐप विकसित करने के लिए गठित तकनीकी टीम के समक्ष भी अनेक चुनौतियां थीं, क्योंकि टीम के छह सदस्य कोविड पॉजिटिव पाये गये थे, फिर भी इन सदस्यों ने घर से काम करके सात दिनों के भीतर मीडियाकर्मियों के लिए जरूरी सुविधाओं को ऐप में समाहित कर दिया। इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में न्यायमूर्ति रमन के अलावा न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता तथा सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

सीएम योगी ने कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण किया

हरिओम उपाध्याय               
लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को मथुरा सहित आगरा-अलीगढ़ में कोविड—19 की समीक्षा करेंगे। वह यहां कोविड-19 अस्पताल और कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण किया हैं। मुख्यमंत्री के आने की सरकारी जानकारी जिला प्रशासन को मिल गई है। जिला प्रशासन के अधिकारी तेजी से मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियों में जुट गए है। 
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण में बने कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण करने के अलावा किसी एक अस्पताल में भर्ती मरीजों से मिल सकते है। बुधवार देरशाम तक मुख्यमंत्री का अधिकृत प्रोग्राम प्रशासन को प्राप्त नहीं हुआ है। 
 लखनऊ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरूवार सुबह 8 बजे आगरा के लिए रवाना होंगे, सीएम तीन घंटे आगरा में रहेंगे। इसके बाद मथुरा जाएंगे, मथुरा में कोविड की समीक्षा बैठक के साथ किसी गांव में होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के साथ बातचीत के बाद आखिर में अलीगढ़ के लिए रवाना होंगे। अलीगढ़ में एएमयू यूनिवर्सिटी ज़्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि गुरूवार ही सीएम ने एएमयू के वीसी से फ़ोन पर बातचीत की है और एएमयू के ज़्यादातर स्टाफ़ कोरोना की चपेट में है। इसके बाद सीएम लखनऊ लौटेंगे।
 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करेंगे। उसी के अनुरूप एसएन मेडिकल कॉलेज में तैयारियां भी शुरू करा दी गई हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए कोविड हॉस्पिटल में सुविधाएं और बेहतर बनाई जा रही है। मेडिसिन विभाग में कोविड और पोस्ट कोविड मरीजों के लिए बेड संख्या बढ़ाकर 100 की जा चुकी है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.संजय काला ने बताया कि मुख्यमंत्री के निरीक्षण के लिहाज से जरूरी तैयारियां की जा रही है।

विदेशों से वैक्सीन का आयात करने का फैसला लिया

पंकज कपूर                
देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने विदेशों से वैक्सीन का आयात करने का फैसला लिया है। इसके लिए एक पांच सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है। राज्य सरकार अगले दो महीने में स्पूतनिक वैक्सीन की 20 लाख डोज का आयात करेगी। हालांकि भारत सरकार से भी लगातार वार्ता चल रही है लेकिन अभी तक मिली वैक्सीन अपेक्षाकृत कम है।
 कोविड-19 की स्थिति को लेकर सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुधवार को मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि विदेशों से वैक्सीन का आयात किया जाए और इसके लिए एक कमेटी गठित कर दी गई है। कमेटी में अपर सचिव युगल किशोर पंत, अपर सचिव अरूणय सिंह चौहान, निदेशक अभिप्राप्ति चिकित्सा महानिदेशालय, खजानचंद पांडे राज्य वित्त सेवा के अधिकारी और पीपीई किट प्रकोष्ठ नियोजन विभाग, उत्तराखंड शासन में तैनात सुमंत शर्मा को रखा गया है। 
 उन्होंने बताया कि भारत सरकार से भी हम लगातार वार्ता कर रहे हैं। जितनी वैक्सीन अभी मिली है, वे अपेक्षाकृत कम है। इस महीने हमें 8 लाख और अगले महीने 9 लाख वैक्सीन मिल पाएगी, उसमें भी यह शर्त है कि जिन्हें वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है, उन्हें सेकंड डोज दी जाए। उन्होंने बताया कि देश की प्रमुख कंपनियों से भी हमारी बातचीत चल रही है कि वे केंद्र सरकार के अतिरिक्त हमें भी वैक्सीन दे। कुछ वैक्सीन हमें मिल भी चुकी है और कुछ मिलनी बाकी है। हम अगले दो महीने में स्पूतनिक वैक्सीन के 20 लाख डोज का आयात करेंगे। इसके लिए समिति गठित हो गई है और धनराशि की भी व्यवस्था हो गई है। जो हाॅस्पिटल एवं दवा विक्रेता ओवर चार्जिंग कर रहे हैं या दवा की कालाबाजारी कर रहे हैं या वास्तविक दवा न देकर नकली दवाइयां दे रहे हैं, उनके खिलाफ सख्ती से प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।  
 मुख्य सचिव ने बताया कि हमारे पास 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंची है और हमें रोज 60 टन ऑक्सीजन चाहिए। अभी हमें 20-20 मीट्रिक टन के दो कंटेनर अलाॅट हुए हैं। हमने केंद्र सरकार से कंटेनर उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया है और हमें विश्वास है कि शुक्रवार तक हमें 6 कंटेनर और मिल जाएंगे। अभी हमें दो कंटेनर मिले हैं। आईजी अमित सिन्हा ने बताया कि कल 110 के करीब स्थानों पर दबिश दी गइ्र्र थी, हमें कालाबाजारी की भी काफी सूचनाएं मिलती हैं, जिनके आधार पर 136 स्थानों पर कल दबिश दी गई थी। अब तक कुल 24 एफआईआर हुई हैं, 35 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है और 204 की बरामदगी हुई है। 587 लोगों को मास्क न पहनने पर चालान हुआ है, 6057 लोगों पर सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन पर चालान हुआ है। 
 

कोरोना से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। ​​​​जम्मू-कश्मीर में चल र​​ही आतंकी गतिविधि​यों और सेना के ​एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन​​ ​का जायजा लेने के लिए सेना प्रमुख ​​​​जनरल एमएम ​​नरवणे​​ ​खुद दो दिन के दौरे पर पहुंचे​​​।​ अपने दौरे के आखिरी दिन बुधवार को जनरल ​​नरवणे​ ​​​ने पाकिस्तान से लगी सीमा के अग्रिम इलाकों का दौरा करके ​​वहां तैनात सेना की टुकड़ियों से बातचीत की​​।​​ ​​सैनिकों के साथ बातचीत​ में उन्होंने ​सभी कमांडरों और सैनिकों को किसी भी उभरती सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने को कहा।​ जम्मू-कश्मीर में इन दिनों सेना का ​एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन काफी तेज गति से चल रहा है। इसी महीने में अब तक सेना और पुलिस ने 10 से ज्यादा आतंकवादियों को अलग-अलग ऑपरेशन में ढेर किया है। ​सेना से लगातार हो रही मुठभेड़ के बीच सेना प्रमुख खुद एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन का जायजा लेने के लिए दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। पहले दिन उन्होंने पूर्वी कमान के कमांडर ​लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी के साथ ​व्हाइट नाइट कॉर्प्स​ का ​दौरा किया। दोनों शीर्ष अधिकारियों ने सेना के ऑपरेशन और सीमा पर सुरक्षा-व्यवस्था और सेना की परिचालन स्थिति का जायजा लिया। ​व्हाइट नाइट कॉर्प्स जोन ​में मौजूदा सुरक्षा स्थिति और परिचालन संबंधी तैयारियों पर जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने सेना प्रमुख को जानकारी दी।​ 
 अपने दौरे के आखिरी दिन आज जमीनी हालात का निरीक्षण करने के लिए सेना प्रमुख नरवणे अग्रिम इलाकों अखनूर, रजौरी और नौशेरा सेक्टर्स में भी गये और यहां चल रहे हालात पर जानकारी ली। उन्हें नियंत्रण रेखा पर स्थिति, काउंटर-घुसपैठ ऑपरेशन और उनकी परिचालन संबंधी तैयारियों पर स्थानीय कमांडरों ने जानकारी दी। सेनाध्यक्ष ने ​सैनिकों के साथ बातचीत करके उच्च मनोबल और परिचालन की उच्च स्थिति के लिए उनकी सराहना की। नियंत्रण रेखा के साथ शांति की वर्तमान स्थिति की सराहना करते हुए ​​उन्होंने सभी कमांडरों और सैनिकों को किसी भी उभरती सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा।​ ​उन्होंने ​सभी सरकारी एजेंसियों को क्षेत्र में शांति बनाए रखने और ​कोविड महामारी ​का मुकाबला करने के लिए पूरे मनोयोग से लोगों तक पहुंचने के लिए उनकी सराहना की।​ 
 पिछले कई दिनों से जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग इलाकों में हुई मुठभेड़ में सेना के लश्कर-ए-तैयबा समेत कई आतंकी संगठनों के गुर्गों को ठिकाने लगाया है।​ इसके बाद चल रहे तनाव पर वास्तविक स्थिति जानने के बाद थल सेनाध्यक्ष ने जम्मू के 166 ​मिलिट्री हॉस्पिटल ​का दौरा किया और ​कोविड की दूसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया। ब्रिगेडियर केजे सिंह​ और डीएन करन ने ​सेना प्रमुख को तैयारियों के बारे में जानकारी दी।

'ऑक्सीजन' की किल्लत ने लोगों को सबक दिया

अकांशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर में 'ऑक्सीजन' की किल्लत ने लोगों को एक सबक दे दिया है। लोग अब सचेत हो गए हैं और उन्होंने अपने घरों में 'ऑक्सीजन' लेने के लिए प्राकृतिक तरीका अपना लिया है। मात्र दो हजार रुपये में पूरे परिवार को ताजी 'प्राणवायु' मिल जाती है। नासा ने कई ऐसे पौधे घरों में लगाने के लिए सिफारिश की है, जिनसे भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है। पौधों के द्वारा घर में मौजूद हानिकारक गैसों के प्रभाव को भी खत्म किया जा सकता है। भले ही देश के अनेक हिस्सों में लॉकडाउन या कर्फ्यू लगा है, अर्थव्यवस्था पर भी कुछ हद तक प्रभाव पड़ा है, लेकिन 'नर्सरी' का कारोबार पिछले डेढ़ माह में 50 फीसदी तक बढ़ चुका है।
इंडियन नर्सरीमेन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वाईपी सिंह कहते हैं, ये मान कर चलें कि किसी नर्सरी पर एक दिन में ढाई सौ ग्राहक आ रहे हैं तो उनमें से 150 नए ग्राहक हैं, यानी जो पहली बार नर्सरी आए हैं। हर ग्राहक का फोकस 'ऑक्सीजन' देने वाले पौधों पर रहता है। एसोसिएशन अब इस दिशा में काम कर रही है कि होम आइसोलेशन या अस्पतालों में भर्ती लोगों को ऑक्सीजन देने वाला एक प्लांट भेंट किया जाए।
बतौर वाईपी सिंह, ऑक्सीजन को लेकर लोगों में आजकल जो क्रेज है, वह पहले कभी नहीं देखा गया। दिल्ली जैसे मेट्रो शहरों में दीवाली के आसपास जब प्रदूषण होता है तो उस वक्त भी कुछ लोगों को ऑक्सीजन प्लांट्स की याद आई थी। सामान्य आदमी प्योरीफायर नहीं खरीद सकता। उसका विकल्प घरों में लगाए जाने वाले ऑक्सीजन प्लांट्स हैं। नासा ने जिन प्लांट्स को घरों में लगाने की सिफारिश की है।

मेडिकल उपकरणों की कालाबाज़ारी पर रोक लगाएं

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिया है कि मेडिकल उपकरणों की कालाबाज़ारी पर रोक लगाएं। जस्टिस विपिन सांघी की अध्यक्षता वाली बेंच ने केंद्र सरकार से ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर सहित सभी मेडिकल उपकरणों की कीमत तय करने का निर्देश दिया। कोर्ट ने केंद्र सरकार से कल यानि 13 मई तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
 कोर्ट ने इस बात पर गौर किया कि जून 2020 में ही मेडिकल उपकरणों की कीमतें तय करने की बात थी लेकिन वह प्रक्रिया अधूरी रही। सुनवाई के दौरान वकील संजीव सागर ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने काफी मात्रा में ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स बरामद किए गए हैं। सागर ने कहा कि कई सरकारी वकील जो निचली अदालतों में पेश हो रहे हैं उन्हें ये तक नहीं पता कि हाईकोर्ट में इस मामले पर सुनवाई के दौरान क्या आदेश पारित किए गए। इस पर कोर्ट ने कहा कि उसने सरकार को निर्देश दिया है कि वे सरकारी वकीलों को हाईकोर्ट के आदेशों से अवगत कराने का आदेश दिया है। कोर्ट ने वकील संजीव सागर को निर्देश दिया कि वो सभी सरकारी वकील को हाईकोर्ट की सुनवाई और आदेश के बारे में अवगत कराने के लिए नोट तैयार करें।
 सुनवाई के दौरान एमिकस क्यूरी राजशेखर राव ने कहा कि कानून में कुछ कमियां हैं जिसकी वजह से लोग मेडिकल उपकरणों की जमाखोरी कर रहे हैं। ट्रायल कोर्ट भले ही आदेश देने में असमर्थ हो लेकिन हाईकोर्ट कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। दूसरा सवाल है कि ऐसे मामलों में पुलिस कार्रवाई करेगी या ड्रग डिपार्टमेंट।
 राजशेखर राव ने कहा कि सरकार की ओर से मेडिकल उपकरणों की कीमत तय नहीं करने की वजह से लोग उनका आयात बिना अवरोध के कर रहे हैं। वे लोग ये भी कह रहे हैं कि वे कोई कालाबाजारी नहीं कर रहे हैं। कानून की कमी की वजह से लोग अभियोजन से बच निकलते हैं। इस पर हाईकोर्ट ने भी सहमति जताई और केंद्र सरकार से कहा कि वे मेडिकल उपकरणों की कीमत तय करें ताकि कोई ऊंचे दाम पर न बेच सके। सुनवाई के दौरान एएसजी चेतन शर्मा और वकील चेतन शर्मा ने कहा कि वे इस मामले पर जवाब दाखिल कर देंगे।

एमपी में बारिश का सिलसिला जारी, जताईं संभावना

मनोज सिंह ठाकुर              
भोपाल। मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवा गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिक पीके शाह ने बताया कि साउथ-ईस्ट एमपी में ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इससे साउथ-ईस्ट एमपी से नॉर्थ केरल तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इससे प्रदेश में बादल बनने के साथ बारिश हो रही है। शाह ने बताया कि अगले दो दिन भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, रीवा संभाग के हिस्सों में गरज-चमक और तेज हवा के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना है। भोपाल में बादल छाए रहेंगे।
मौसम विभाग ने सेंट्रल-साउथ ईस्ट अरब सागर में 15 और 16 मई को बनने वाले ताऊ साइक्लोन के कारण प्रदेश में 17 मई से फिर बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिक पीके शाह ने कहा कि 17 से 19 मई तक तक प्रदेश में बारिश होने की संभावना ज्यादा है।

लॉकडाउन जून के दूसरे सप्ताह तक लगातार जारी

मनोज सिंह ठाकुर                 
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ्यू, लॉकडाउन मई के महीने से लेकर जून के दूसरे सप्ताह तक लगातार क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप अर्थात स्थानीय प्रशासन, मध्यप्रदेश शासन द्वारा मई के महीने में खत्म होने की स्थिति में दिखाई नहीं देता। इससे बढ़कर आगे स्पष्ट रूप से कहना होगा। जैसा कि मुख्यमंत्री ने आज के संदेश में संकेत दिए हैं। लॉकडाउन जून के द्वितीय सप्ताह तक लगातार जारी रहेगा।
आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देर शाम को पॉजिटिविटी रेट के संबंध में केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आदेश के अंतर्गत जिस तरीके से नापतोल का भाव लॉकडाउन से जोड़ते हुए संकेत दिए हैं। उसे स्पष्ट होता है कि मई का पूरा महीना लॉकडाउन में ही जाएगा। यही नहीं जून का द्वितीय सप्ताह भी पॉजिटिविटी रेट संपूर्ण मध्यप्रदेश के जिला स्तर तक एवं संभागीय स्तर तक देखे तो आने वाला 1 महीना ,बीते गए 1 महीने के अंदाज में तुलनात्मक अध्ययन के अनुसार लॉकडाउन में ही रहेगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज देर शाम को जो संकेत दिए हैं। उन संकेतों को केंद्र के गृह मंत्रालय के गणित के हिसाब से एवं लॉक डाउन की गाइडलाइन के अनुसार देखे तो मध्य प्रदेश के लगभग 98% जिलों में पॉजिटिविटी रेट अभी तक हाई पर है। अर्थात पॉजिटिविटी रेट 5% से ऊपर है। ऐसी स्थिति में संक्रमण की रफ्तार को कंट्रोल करने की अंतरराष्ट्रीय गाइडलाइन एवं गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के पालन में मध्य प्रदेश में लोक डाउन की स्थिति को समझें तो लॉकडाउन 5% पॉजिटिविटी रेट अर्थात 10% से कम की स्थिति में जब आएगा तब लॉकडाउन हटाया जाना उचित माना गया है। यही अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय गाइडलाइन कहती है।
अब मध्य प्रदेश की बात करें तो मध्य प्रदेश में पिछले 1 महीने के लोक डाउन के अंतर्गत देखा जाए तो ऐसा कोई भी जिला नहीं है जहां पॉजिटिविटी रेट 5% से नीचे आई हो , खंडवा , भिंड ,बुरहानपुर और छिंदवाड़ा में जो पॉजिटिविटी रेट 5% से कम बताई जा रही है। उसे केवल और केवल सरकारी आंकड़ा माना जा रहा है। इस बात को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने संकेत के रूप में आज स्वीकार किया है। अन्य संपूर्ण मध्य प्रदेश के समस्त महानगरों से जिलों की स्थिति देखें तो 17 मई के बाद लॉकडाउन हटाने का कोई कारण एवं गाइड लाइन का अनुपालन दिखाई नहीं देता है। क्योंकि मध्य प्रदेश में वर्तमान में पॉजिटिविटी रेट 25% से नीचे भले ही आ गया हो परंतु 15% तक भी नहीं पहुंचा है।

साल की पहली किस्त 14 को खातों में ट्रांसफर होगीं

अकांशु उपाध्याय                           
नई दिल्ली। पीएम किसान योजना के लाखों लाभार्थी किसानों के लिए अच्छी खबर है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की इस साल की पहली किस्त (कुल मिलाकर आठवीं किस्त) इसी महीने 14 मई को खातों में ट्रांसफर की जाएगी। यह काम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। पीएम मोदी 2000 रुपए की राशि ट्रांसफर करने के बाद चुनिंदा लाभार्थियों से बात भी करेंगे। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह के हवाले से दी गई जानकारी के मुताबिक, यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे होगा। इस कार्यक्रम का और दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। बता दें, पीएम किसान योजना के तहत केंद्र सरकार छोटे और सीमांत किसानों को साल में 6000 रुपए आर्थिक सहायता देती है। यह राशि सीधे खातों में जमा की जाती है। 6000 रुपए की यह 2000-2000 की तीन किस्तों में जमा की जाती है।
पीएम किसान योजना के तहत हर साल 2000 रुपए की पहली किस्त 1 अप्रैल से 31 जुलाई, दूसरी किस्त एक अगस्त से 30 नवंबर और तीसरी किस्त एक दिसंबर से 31 मार्च के बीच जमा की जाती है। जिन किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है, उनके खातों में ही राशि जमा होती है। इस संबंध में
वेबसाइट पूरी जानकारी दी गई है। यहां पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थियो की पूरी लिस्ट भी है, जिसे सरकार द्वारा समय-समय पर अपडेट किया जाता है।

ईंधनों की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया: कंपनी

अकांशु उपाध्याय                        
नई दिल्‍ली। अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल की कीमत में तेजी के बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर रहे। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने दोनों ईंधनों की कीमतों में गुरुवार को कोई बदलाव नहीं किया है। गौरतलब है कि इसके पहले पिछले सात दिनों में पेट्रोल 1.68 पैसे प्रति लीटर और डीजल 1.88 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, देश के चार महानगरों दिल्‍ली, मुंबई, चेन्‍नई और कोलकाता में पेट्रोल की कीमत क्रमश: 92.05 रुपये, 98.36 रुपये, 93.84 रुपये और 91.16 रुपये प्रति लीटर पर टिकी है। वहीं, इन महानगरों में डीजल भी क्रमश: 82.61 रुपये, 89.75 रुपये, 87.49 रुपये और 85.45 रुपये प्रति लीटर के भाव मिल रहा है। 
गौरतलब है कि देश के कई राज्‍यों में कोविड-19 की लहर की वजह से लागू लॉकडाउन से पेट्रोलियम पदार्थो की मांग में कमी आई है। हालांकि, अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.63 डॉलर की तेजी के साथ 69.32 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई क्रूड भी 0.61 डॉलर की तेजी के साथ 66.08 डॉलर प्रति बैरल के स्‍तर पर टिका हुआ है।  

येरूशलम के विवादित क्षेत्र को लेकर तनाव पर चर्चा

अंकारा। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से कहा कि फलस्तीनियों के प्रति इजराइल के रवैये के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को 'उसे कड़ा एवं कुछ अलग सबक सिखाना' चाहिए।
तुर्की के राष्ट्रपति संचार निदेशालय के मुताबिक, दोनों देशों के नेताओं ने बुधवार को टेलीफोन पर यरूशलम के विवादित क्षेत्र को लेकर तनाव पर चर्चा की। बयान के अनुसार एर्दोआन ने कहा कि 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इजराइल को कड़ा एवं अलग सबक सिखाना' चाहिए और कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् को त्वरित हस्तक्षेप करना चाहिए ताकि।
बयान में कहा गया कि एर्दोआन ने पुतिन को सुझाव दिया कि फलस्तीनियों की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल पर विचार किया जाना चाहिए।
इस बीच इंस्तांबुल में हजारों लोगों ने मंगलवार की शाम देशव्यापी कोरोना वायरस कर्फ्यू का उल्लंघन कर इजराइली हमले के विरोध में प्रदर्शन किया। काफी संख्या में कारों का काफिला तुर्की एवं फलस्तीनी झंडे लहराते हुए इजराइली दूतावास की तरफ रवाना हुए।

माधुरी को मुख्य अभिनेत्री काम करने का मौला मिला

कविता गर्ग                 
मुंबई। अपनी मनमोहक मुस्कान से लाखों लोगों को दीवाना बनाने वाली खूबसूरत अदाकारा माधुरी दीक्षित का जन्म 15 मई, 1967 को महाराष्ट्र में हुआ था। 80 और 90 के दशक में रुपहले पर्दे पर अपनी ख़ूबसूरत और लाजवाब अदायगी का जलवा बिखेरने वाली माधुरी को बचपन से ही नृत्य में रुचि थी। महज तीन साल की उम्र में उन्होंने नृत्य सीखना प्रारम्भ कर दिया और आठ साल की उम्र में वह कत्थक नृत्य में पारंगत हो गईं। उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था कि वो एक्टिंग को अपना करियर बनाएंगी। उनका रुझान माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई में ज्यादा था और यही कारण है कि उन्होंने मुंबई के विले पार्ले के कॉलेज से इसकी पढ़ाई भी की।
माधुरी को राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म 'अबोध' में बतौर मुख्य अभिनेत्री काम करने का मौला मिला। साल 1984 में रिलीज हुई इस फिल्म में माधुरी के साथ बंगाली फिल्मों के मशहूर अभिनेता तपस पॉल भी मुख्य भूमिका में थे। हालांकि यह फिल्म फ्लॉप हो गई, लेकिन आलोचकों ने फिल्म में माधुरी के अभिनय को काफी पसंद किया। इसके बाद माधुरी को कई फिल्मों के ऑफर मिलने लगे, लेकिन उन्हें असली पहचान साल 1988 में आई फिल्म 'तेजाब' से मिली। इस फिल्म में मोहिनी के किरदार में उन्होंने दर्शकों का मन मोह लिया। इस फिल्म में उनके साथ अनिल कपूर मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में इस जोड़ी को काफी पसंद किया गया और फिल्म के गाने भी काफी मशहुर हुए। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही और माधुरी फिल्मी दुनिया की सुपरहिट अभिनेत्री बन गई।इसके बाद माधुरी ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
साल 1992 में आई फिल्म 'बेटा' में पुनः उनकी जोड़ी अनिल कपूर के साथ नजर आई और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही। इस फिल्म का उदित नारायण और अनुराधा पौडवाल की आवाज़ में गाया गाना 'धक-धक करने लगा' काफी मशहूर हुआ। यह गाना माधुरी दीक्षित के ऊपर फिल्माया गया था और जिसे दिवंगत कोरियोग्राफ़र सरोज खान ने कोरियोग्राफ किया था,से माधुरी दीक्षित बॉलीवुड में 'धक-धक गर्ल ' के रूप में पहचान मिली और वह लाखों लोगों की धड़कन बन गई। इस फिल्म में  माधुरी को उनके शानदार अभिनय के लिए एक बार फिर से फिल्म फेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया।
माधुरी ने अपने फिल्मी करियर में हर तरह के किरदार को बखूबी निभाया । माधुरी दीक्षित की प्रमुख फिल्मों में परिंदा, मृत्युदंड,खलनायक,राम लखन,दिल, कोयला, दिल तो पागल है,देवदास, आजा नचले, डेढ़ इश्कियां, गुलाब गैंग, कलंक आदि शामिल हैं। इसके अलावा माधुरी ने फिल्म 'गुलाब गैंग' के गाने 'रंगी साड़ी गुलाबी' में अपनी आवाज दी और फिल्म '15 अगस्त' को प्रोड्यूस भी किया। माधुरी बड़े पर्दे के साथ-साथ छोटे पर्दे शो में भी नजर आई। वह रियलिटी शो 'झलक दिखला जा' और 'डांस दीवाने' की जज भी रही। माधुरी सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं। उन्होंने पिछले साल ही अपना यूट्यूब चैनल भी लांच किया है। माधुरी दीक्षित को फिल्मों में उनके सराहनीय योगदान के लिए भारत सरकार ने साल 2008 में 'पद्मश्री' से सम्मानित किया। माधुरी दीक्षित ने साल 1999 में यूएसए बेस्ड डॉक्टर श्रीराम नेने से शादी की और उनके दो बेटे रियान और एरिन नेने हैं।

एम्स में भी आरटीपीसीआर की जांच होगी, तैयारी

हरिओम उपाध्याय                    
गोरखपुर। बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज और आरएमआरसी के बाद अब एम्स में भी आरटीपीसीआर की जांच होगी, तैयारी पूरी है। उम्मीद है कि अगले सप्ताह से जांच शुरू हो जाय। इसके साथ ही 30 बेड का एल-टू कोविड वार्ड भी शुरू होगा। 10 बेड पर आज से ही भर्ती शुरू हो गई है, जबकि 20 बेड पर एक सप्ताह के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। 
 गोरखपुर स्थित एम्स के लैब में रोजाना लगभग 3000 नमूनों की जांच हो सकेगी। इससे न केवल मरीजों की सहूलियतें बढ़ेंगी बल्कि आरएमआरसी और बीआरडी के लैब से जांच का बोझ भी कम होगा। संदिग्ध संक्रमितों की रिपोर्ट भी जल्दी मिल जाएगी। 
  बता दें कि एंटीजन किट से जांच रिपोर्ट तुरंत आती है, लेकिन आरटीपीसीआर जांच में तीन दिन का समय लगता है। एम्स में आरटीपीसीआर जांच शुरू होने से 36 घंटे में रिपोर्ट मिलने की संभावनाएं बलवती हो गईं हैं। गोरखपुर स्थित आरएमआरसी और बीआरडी लैब में आरटीपीसीआर की जांच की क्षमता रोजाना 10 हजार की है। 
 

सेनाओं ने तीसरी लहर से निपटने की तैयारी तेज की

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। देश में कोविड संकट के समय भारतीय ​​सशस्त्र बल न केवल ऑक्सीजन और ​​चिकित्सा सामग्री की जरूरतों को पूरा करने में लगे हैं। बल्कि ​​उन ग्रामीण क्षेत्रों की भी पहचान की है। जिन्हें मौजूदा हालातों में ज्यादा सहायता की आवश्यकता है। इसी के साथ देश की तीनों सेनाओं ने कोविड की संभावित ​​तीसरी लहर से निपटने की तैयारी भी अभी से तेज कर दी है​​।​ ​​नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने​ अपनी इकाइयों से ग्रामीण क्षेत्रों को गोद लेने का आह्वान किया है​।​ ​​​​
​​भारतीय वायुसेना और नौसेना विदेशों से बड़ी संख्या में ऑक्सीजन सांद्रता, जनरेटर, सिलेंडर और चिकित्सा सामग्री की खरीद करके भारत ला रही हैं। इसके बाद इन सामग्रियों को देश के प्रमुख शहरों तक पहुंचाने में वायुसेना के विमानों को लगाया गया है। महामारी की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए यह चिकित्सा सामग्री उन ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाईं जा रही है, जहां कोविड-19 से मुकाबला करने के लिए पर्याप्त नागरिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की कमी है। इसी के मद्देनजर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ​संगरोध सुविधा, अस्पताल स्थापित करने और संचालित करने के लिए सेना के स्थानीय कमांडरों की आपातकालीन वित्तीय शक्तियों को बढ़ा दिया है जिसका उपयोग ​सेनाएं ​अपनी जरूरतों के हिसाब से कर ​रही हैं।​​ ​
 सेना के सूत्रों का कहना है कि नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए अब तक ​​सशस्त्र ​बलों का फोकस प्रमुख शहरों पर रहा है लेकिन अब अगली लहर की तैयारी करने के लिए कमजोर क्षेत्रों यानी भारत के दूरस्थ इलाकों पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। इसी के मद्देनजर सशस्त्र बलों ने कुछ राज्यों और क्षेत्रों की पहचान की है जहां बढ़ते कोविड केसों के आधार पर मौजूदा क्षमताओं को बढ़ाने और दूसरों की तुलना में अधिक मदद की आवश्यकता है। यहां सेना, नौसेना और वायु सेना के सभी कमांड सक्रिय कर दिए गए हैं जो सिविल प्रशासन को बुनियादी सुविधाओं के साथ सहायता दे रहे हैं। क्षेत्र के सिविल अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से सेनाएं युद्ध स्तर  की आकस्मिकताओं का उपयोग कर रही हैं। इसीलिए एक महानिदेशक रैंक के अधिकारी के तहत विशेष कोविड प्रबंधन प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है जो सीधे वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ को रिपोर्ट करेंगे।
 सेना की उत्तरी कमान ने राज्य सरकार के साथ मिलकर कोविड अस्पतालों को सक्रिय किया है, जहां महामारी फैलने की लगातार आशंका बनी है। इसमें श्रीनगर में 250 बेड, जम्मू के पास दमाना में 200 बेड, उड़ी और बारामूला में 20 बेड के अस्पताल शामिल हैं।सेना ने दिल्ली, अहमदाबाद और लखनऊ के बाद वाराणसी में पूरी तरह से ऑक्सीजन युक्त 750 बेड का कोविड अस्पताल का संचालन किया है, जिसमें 250 आईसीयू बेड भी हैं। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के सहयोग से खोले गए इस कोविड अस्पताल में भारतीय सेना के चयनित विशेषज्ञ, डॉक्टर, नर्सिंग और मेडिकल स्टाफ को देश भर से भेजा गया है। देश भर में नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए सेना युद्ध के समय की आकस्मिकताओं का उपयोग कर रही है जिसमें अस्पतालों की स्थापना भी शामिल है।
 बिहार में बढ़ते कोविड केसों को देखते हुए भारतीय सेना ने नॉर्थ ईस्ट के 2 फील्ड अस्पतालों को हवाई जहाज से पटना पहुंचाएं हैं। इनमें चिकित्सा विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग और सहायक कर्मचारी हैं जो 100 आईसीयू बेड सहित ईएसआई, पटना में 500 बेड वाले अस्पताल की स्थापना में सहयोग दे रहे हैं। अस्पताल में मेडिकल स्टाफ की ताकत बढ़ाने के लिए अतिरिक्त विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ प्रशिक्षित इन्फैंट्री बैटलफील्ड नर्सिंग असिस्टेंट को भी हवाई मार्ग से भेजा गया है।दिल्ली में भी परीक्षण, सैन्य अस्पतालों में प्रवेश और महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों के परिवहन आदि के रूप में नागरिक प्रशासन को सहायता पहले से ही प्रदान की जा रही है। बल उन आवश्यक वस्तुओं की खरीद कर रहे हैं जो ग्रामीण क्षेत्रों या कठिन इलाकों में जल्दी से तैनात की जा सकती है।
 भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना​ भी नागरिक प्रशासन को ऑक्सीजन और अन्य ​​चिकित्सा आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए चौबीसों घंटे काम में जुटी हुई हैं। 12 मई​ तक भारतीय वायुसेना के ​विमानों ने 163 मीट्रिक टन क्षमता के उपकरणों के साथ 6,856 मीट्रिक टन क्षमता के 403 ऑक्सीजन कंटेनर्स एयरलिफ्ट ​किये हैं। वायु सेना ​ने अब तक जामनगर, भोपाल, चंडीगढ़, पानागढ, इंदौर, रांची, आगरा, जोधपुर, बेगमपेट, भुबनेश्वर, पुणे, सूरत, रायपुर, उदयपुर, मुंबई, लखनऊ, नागपुर, ग्वालियर, विजयवाड़ा, बड़ौदा, दीमापुर और हिंडन ​तक चिकित्सा सामग्री पहुंचाई है।​ ​भारतीय वायुसेना के विमान ​अब तक ​98​ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें ​भरकर 793 मीट्रिक टन क्षमता के 95 कंटेनर और 204 मीट्रिक टन क्षमता के अन्य उपकरण ​विदेशों से भारत ​लाए हैं। यह उपकरण सिंगापुर, दुबई, थाईलैंड, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, इंडोनेशिया, नीदरलैंड, ब्रिटेन, इजरायल और फ्रांस से लाए गए हैं।
भारतीय नौसेना के सात जहाज समुद्र सेतु-II’ अभियान के हिस्से के रूप में सिंगापुर, दोहा, क़तर. कुवैत, बहरीन से विभिन्न राज्यों को सीधे आपूर्ति के लिए 13 कंटेनरों से 260 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) लेकर आए हैं। आईएनएस जलाश्व इस समय ब्रुनेई में और आईएनएस शार्दुल कुवैत में है। यह दोनों जहाज तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन क्रायोजेनिक कंटेनर, ऑक्सीजन सिलिंडर और अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सा सामग्री लेकर भारत लौटेंगे। ​नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने ​नौसेना कर्मियों और पूर्व सैनिकों को दिए अपने संदेश में कहा कि हमारे राष्ट्र को अपने सशस्त्र बलों में बहुत विश्वास है।

2 से 18 साल के बच्चों के लिए ट्रायल की मंजूरी दी

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। भारत बायोटेक और आईसीएमआर के सहयोग से तैयार कोरोना से बचाव की वैक्सीन कोवैक्सीन का अब बच्चों में भी ट्रायल शुरू होने जा रहा है। विशेषज्ञों की कमेटी से मंजूरी मिलने के बाद बुधवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया ने 2 साल से 18 साल के बच्चों के लिए ट्रायल की मंजूरी दे दी है। इससे पहले सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने इसके दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल की अनुशंसा की थी।  
यह परीक्षण दिल्ली, पटना के एम्स और नागपुर स्थित मेडिट्रिना चिकित्सा विज्ञान संस्थान समेत विभिन्न स्थानों पर 525 वॉलंटियर पर किया जाएगा। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत बायोटेक ने फेज दो और तीन के ट्रायल की अनुमति मांगी थी, जिसके लिए  525 वॉलंटियर तैयार किए गए थे। वैक्सीन का ट्रायल दो डोज में किया जाएगा। 

तमिलनाडु के संयंत्र में बॉयलर फटा, चार की मौत

कुडलूर। तमिलनाडु के कुडलूर में रसायन के एक संयंत्र में बृहस्पतिवार को ब्वायलर फटने और उसके बाद अमोनिया गैस का रिसाव होने के कारण एक महिला समेत चार कर्मचारियों की मौत हो गई तथा दस लोग घायल हो गए। राज्य सरकार ने यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मृतकों के परिजन को तीन-तीन लाख रूपये का मुआवजा तथा घायलों को एक-एक लाख रूपये का मुआवजा देने के आदेश दिए हैं। एक सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया कि ब्वायलर में विस्फोट के बाद अमोनिया गैस का रिसाव हुआ जिसके चलते चार लोगों की मौत हो गई तथा दस लोग घायल हो गए।
पुलिस ने बताया कि संयंत्र में फसलों की सुरक्षा में इस्तेमाल होने वाले रसायनों का उत्पादन किया जाता है। आज सुबह जब घटना घटी तब सभी कर्मचारी काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि विस्फोट के बाद गैस रिसाव होने पर एक महिला और तीन पुरूषों की दम घुटने से मौत हो गई तथा दस लोग घायल हो गए।
कुडलूर जिले के पुलिस अधीक्षक अभिनव ने संवाददाताओं को बताया कि उन लोगों की मौत दम घुटने के कारण हुई। वे झुलसे नहीं थे। उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। श्रम मंत्री सीवी गणेशन ने कहा कि हादसे की जांच करवाई जाएगी। घायलों को कुडलूर के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...