बुधवार, 5 मई 2021

पतन का शंखनाद 'संपादकीय'

पतन का शंखनाद   'संपादकीय' 
सत्ता की भूख में न जाने क्या-क्या खा गये, 
इतनी बढ़ गई भूख, अपने-पराएं सब समा गए। 
भाजपा के दलान का शहतीर दीमकों ने खोखला कर दिया है। अब गिरा, तब गिरा की स्थिति में बना हुआ है। देश के ज्यादातर संपादक और कई वरिष्ठ पत्रकार भाजपा के पतन के प्रारंभ की आभा को सहज ही समझ भी रहे हैं और भाजपा के प्रति हृदय से चिंतन-मनन भी कर रहे हैं। यह स्वतंत्र विचार है या कोई विवशता ? इस संदर्भ में कुछ भी कहना गलत होगा। परंतु सभी के शब्दों में अपार निराशा और ग्लानि का भाव छुपाए नहीं छुपता है। जबकि सभी भली-भांति इस बात से परिचित है कि सच को ना छुपाया जा सकता है और ना मिटाया जा सकता है।
कोविड-19 कोरोना संक्रमण से करोड़ों लोग जिंदगी और मौत के बीच खड़े हैं। लेकिन कई वरिष्ठ पत्रकार बंगाल हिंसा में 9 लोगों की मौत पर अध्यनरत है। जबकि वहां धंतु निकलने वाला नहीं है। देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बंगाल चुनाव की हार किसी सबक से कम नहीं है। संक्रमण को दरकिनार कर लाशों के ढेर पर राजनीति करने वालों के गाल पर बंगाल चुनाव परिणाम करारा तमाचा हैं। वहीं, यूपी के पंचायत चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त नहीं मिली है। बल्कि, भाजपा का दम भरने वाले लूट कर, हतोत्साहित होकर बैठे हैं। 
यह भाजपा के पतन का शंखनाद है। केंद्र सरकार का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर ही जाता है शायद इस बात से सभी लोग वाकिफ भी हैं। किंतु बहरे लोग शायद ही सुन सकेगे।
इसी कारण देश की जनता ने भाजपा की अनीतियों से तंग आकर भाजपा का पूरी तरह साथ छोड़ दिया है और अन्य विकल्प तलाश लिए हैं। कोई भी दल अथवा निर्दलीय ही सही, पर भाजपा कतई नहीं। जनता की इसी सोच से जिस बीज का अंकुरण हुआ है। उसने भाजपा के पतन का द्वार खोल दिया है। 
संक्रमण के द्वारा मौत के तांडव को देखकर न्यायपालिका ने देर से ही सही पर आंखें खोल ली है। लेकिन सरकार की लापरवाही जिन आंखों से आंसू बनकर बह रही है, शायद वे इस क़हर को ताउम्र भूल नहीं पाएंगे।
सरस 'निर्भयपुत्री'

गाजियाबाद: 24 घंटें में 1373 नए संक्रमित मिलें

अश्वनी उपाध्याय                 

गाज़ियाबाद। जिलें में पिछले 24 घंटों की अवधि में 1373 नए संक्रमित मिलें। जनपद में एक दिन में मिले मरीजों की यह सबसे अधिक संख्या है। इस अवधि में 999 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जबकि 13 मरीजों की मृत्यु हो गई। जिले में कोरोना संक्रमण के चलते अब तक 288 मरीज जान खो चुके हैं और फिलहाल, 6692 सक्रिय मरीज हैं। जिला प्रशासन ने काफी हील-हुज्जत के बाद आज गाज़ियाबाद के कंटेनमेंट जोन्स की लिस्ट अपडेट कर दी है। हालांकि, इस लिस्ट में 3 मई तक की सूचना दी गई है।

प्रदेश के लोगों को ज्यादा से ज्यादा भर्ती करेंगें: सरकार

राणा ओबराय                 
चंडीगढ। हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल कोरोना महमारी व उसकी रोकथाम को लेकर प्रेसवार्ता में बताया, कि हरियाणा के कोविड रजिस्टर्ड अस्पतालों के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को बड़ी घोषणा की है। सरकार उन अस्पतालों को 7 दिन का 7 हजार देगी। जो प्रदेश के लोगों को ज्यादा से ज्यादा भर्ती करेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जो अस्पताल हरियाणा के लोगों को ज्यादा से ज्यादा भर्ती करेंगे। उन्हें प्रति व्यक्ति प्रति दिन 1 हजार रुपये एक बेड के हिसाब से 7 दिन तक देंगे। यानि 7 दिन का 7 हजार अस्पतालों को दिया जाएगा। ताकि यह अस्पताल प्रदेश के लोगों को ज्यादा से ज्यादा भर्ती करें।

दिग्गजों को पछाड़ा, चुनाव जीतकर रचा इतिहास

कौशाम्बी। जिले के किसानों के लिए के लिए पिछले करीब दो दशक से संघर्ष कर रहे समर्थ किसान पार्टी के नेता अजय सोनी जिला पंचायत सदस्य पद के लिए वार्ड नंबर 13 से निर्वाचित हुए हैं। सदैव गांव, गरीब, किसान और आम आदमी की आवाज बनकर उभरे अजय सोनी ने जिला पंचायत सदस्य पद के लिए बहुत कम खर्च एवं बहुत कम संसाधन में दिग्गजों को पछाड़कर चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया है। अपने अतीत के संघर्ष के बारे में बताते हुए अजय सोनी ने कहा कि मैंने ऐकला चलो के अनुसार अपने संघर्ष की शुरुआत की और किसानों के लिए नहर, बिजली समेत कई समस्यायों का समाधान कराया। इतना ही नहीं शासन, प्रशासन से आम आदमी के हक और समस्या के समाधान के लिए आवाज बुलंद की। इसी से प्रभावित होकर क्षेत्र की जनता ने मुझे इस बार जिला पंचायत सदस्य पद के लिए चुना है। मै अपनी ओर से पूरे पांच वर्ष क्षेत्र की जनता के बीच उपस्थित होकर आम आदमी की सेवा करूंगा और क्षेत्र के विकास के लिए अपनी ओर से समुचित प्रयास करूंगा।
विजय कुमार 

स्वयंसेवकों को तैयार करने के लिए मीटिंग का आयोजन

गोपीचंद             
बागपत। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक डॉ. वीरेंद्र सिंह के निर्देशन में आज मेरठ परिक्षेत्र के बागपत जिला में कार्यरत राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन मीटिंग हुई। डीएम बागपत के निर्देशानुसार, कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए बागपत जिले के प्रत्येक गांव में स्वयंसेवकों को तैयार करने के उद्देश्य से इस मीटिंग का आयोजन किया गया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ वीरेंद्र सिंह ने सभी कार्यक्रम अधिकारियों को यह निर्देशित किया कि बागपत जिला से प्रत्येक गांव से कम से कम 2 स्वयंसेवक को इस प्रकार से तैयार किया जाए कि वह अपने गांव एवं आस पड़ोस में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एवं कोविड-19 गाईडलाइन का ध्यान रखते हुए अपने आसपास के लोगों को जागरूक करें उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें और यदि उनमें करोना बुखार संबंधी किसी भी प्रकार के कोई लक्षण उभरते हैं तो वह प्रशासन को तत्काल सूचना देकर उनकी जांच करा सके। संक्रमण की वर्तमान विषम परिस्थिति में स्वयंसेवक प्रशासन एवं स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से वायरस की इस कड़ी को खत्म करने में सहायता करेंगे।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक डॉ किरन गर्ग ने  बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रत्येक स्वयंसेवक अपने आसपास के लोगों को टीकाकरण करवाने एवं उपयुक्त व्यवहारों का अनुपालन करने हेतु लगातार प्रेरित कर रहे है। अब हम प्रत्येक गांव में राष्ट्रीय सेवा योजना के दो स्वयंसेवक इस प्रकार तैयार करेंगे कि वह सोशल मीडिया का प्रयोग करते हुए अधिक से अधिक प्रचार करें एवं अपने आसपास के लोगों का मनोबल बढ़ाने का भी कार्य करें। वर्तमान में करोना बीमारी की भय से हर जगह निराशा छाई हुई है। सकारात्मक सोच और स्वस्थ जीवन शैली से ही हम करोना जैसी बीमारी को हरा सकते हैं। अतः हमें 2 गज की डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए इस प्रकार सकारात्मक माहौल बनाना चाहिए जिससे नकारात्मकता दूर हो सके और साथ ही साथ हमें अपने युवाओं को भी इस बीमारी के संक्रमण के चपेट में आने से बचाना होगा। बार-बार हाथ धोना और मास्क का प्रयोग करना एवं सैनिटाइज करने की तरफ अभी भी बहुत कम लोगों का ध्यान है। कार्यक्रम अधिकारी डॉ गीता तालियान ने बताया कि हमें लोगों को मानवीय सेवा हेतु ज्यादा  प्रोत्साहित करना होगा। इस अवसर पर डॉ मयंक जैन डॉ अरविंद कुमार, डॉ रघुराज सिंह डॉ दीपक जैन, डॉ स्वाति, डॉ स्मृति ,डॉ गीता, डॉ पवित्रा, श्रुति शुभांगी, अंशिका , अवि आंचल नेहा सलोनी कनिका,हिमांशु शर्मा मोहन गीता आदि उपस्थित रहे।

विजयी जुलूस निकालने वाले 12 अभियुक्त गिरफ्तार

गोपीचंद            
बागपत। पुलिस ग्राम अशरफाबाद थल से आदर्श आचार संहिता व कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन कर विजयी जुलूस निकालने वाले अभियुक्त 1-जुल्फकार उर्फ जुल्ला पुत्र उमरदीन, 2-खालिद पुत्र इलियास, 
3-आकिल पुत्र असरा, 4-सनव्वर पुत्र याकूब, 5-शाहिद पुत्र रकमूदीन, 6-रहीसुदीन उर्फ भालू पुत्र नसरूदीन, 7-तनवीर पुत्र नफीस, 8-आसमौहम्मद पुत्र ईशाक, 9-वसीम पुत्र शमीम, 10-नफीस पुत्र हसीमुदीन निवासी गण ग्राम अशरफाबाद थल थाना रमाला जनपद बागपत को गिरफ्तार किया गया। विजयी जुलूस निकालने वाले 12 अभियुक्त गिरफ्तार किएं गए। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्व थाना रमाला पर अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है। पुलिस ग्राम  टांडा से आदर्श आचार संहिता व कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन कर विजयी जुलूस निकालने वाले अभियुक्त 1-नवाजिश पुत्र शकील, 2-फिरोज पुत्र अल्लादिया निवासी गण ग्राम टांडा थाना छपरौली जनपद बागपत को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्व थाना छपरौली पर अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।आदर्श आचार संहिता व कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन कर जुआ खेलते हुए दो अभियुक्त गिरफ्तार।
पुलिस ग्राम आजमपुर मुलसम से आदर्श आचार संहिता व कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन कर ताश के पत्तो से हार जीत की बाजी लगाकर जुआ खेलते हुए अभियुक्त 1-नवलसिंह पुत्र निर्मल, 2-आसिफ पुत्र यूसुफ निवासी ग्राम पुसार थाना दोघट जनपद बागपत को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तो के कब्जे से ताश के 52 पत्ते व 620 रूपये नगद बरामद किये गये है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्व थाना दोघट पर अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।

भीषण गर्मी में भी रोड पर कार्यरत रही यूपी पुलिस

अतुल त्यागी                  
हापुड़। जनपद की पुलिस ना केवल कोविड-19 की गाइडलाइंस का पालन कराने को तत्पर है।
बल्कि आप और हमारी जीवन रक्षा के लिए अपनी  परवाह न करते हुए भीषण गर्मी में भी रोड पर है।
गांव हो या शहर जनपद की पुलिस आपके लिए संजीवनी बनकर तैनात है।
कहीं ऐसा ना हो सावधानी हटी और दुर्घटना घटी।
जनपद एसपी नीरज कुमार जादौन एएसपी सर्वेश मिश्रा ने अब जनपद के आम जनमानस की जीवन रक्षा के लिए कमर कसी है। जनपद पुलिस द्वारा कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के दृष्टिगत शासन द्वारा लगाए गए लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है और लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है।
बिना मास्क लगाये/अनावश्यक रूप से घूम रहे व्यक्तियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।

हापुड़: अपराधिक कृत्य में संलिप्त 2 गिरफ्तार किएं

अतुल त्यागी                
हापुड़। जनपद में बुधवार को थाना पुलिस द्वारा विजय जुलूस निकालने तथा भीड़ इकट्ठे करने के मामले में 2 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया। बृज किशोर पुत्र सुरेश त्यागी और पवन त्यागी पुत्र आत्माराम त्यागी को पुलिस ने गिरफ्तार किया और कुछ अभियुक्त भागने गये सुनील त्यागी,आकाश त्यागी, विशाल त्यागी विजय जुलूस निकालने और रसगुल्ले बांटते दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। जिनके पास से 20 किलोग्राम रसगुल्ले बरामद किए गए। यह लोग प्रधानी की जीत की खुशी में रसगुल्ले बांट रहे थे। जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

अफसरों को जेल में डालें या अवमानना को तैयार रहें

सुनील श्रीवास्तव  

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में जारी ऑक्सीजन के संकट का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। दिल्ली हाईकोर्ट में लगातार इस मसले को सुना जा रहा था, लेकिन अब बुधवार को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है और आज ही इस मामले पर सुनवाई की अपील की है। ऑक्सीजन संकट पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। केंद्र सरकार ने कोर्ट में बताया कि दिल्ली की मांग अधिक है, उसके मुताबिक संसाधन की जरूरत है। अदालत में जस्टिस शाह ने टिप्पणी करते हुए कहा कि ये एक राष्ट्रीय आपदा है, ऑक्सीजन की कमी की वजह से लोगों की मौत हुई है। केंद्र अपनी ओर से कोशिश कर रहा है, लेकिन अभी शॉर्टेज है ऐसे में अपना प्लान हमें बताइए।

...अवमानना के लिए तैयार रहें''
सुनवाई के दौरान जस्टिस चंद्रचूड़ ने सवाल किया कि आपने दिल्ली को कितना ऑक्सीजन दिया है, साथ ही केंद्र ने हाईकोर्ट में ये कैसे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली को 700 एमटी ऑक्सीजन सप्लाई का आदेश नहीं दिया। केंद्र सरकार ने कोर्ट को बताया कि अप्रैल से पहले ऑक्सीजन की डिमांड ज्यादा नहीं थी, लेकिन अब ये अचानक बढ़ी है।
सुप्रीम कोर्ट ने सीधे कहा कि केंद्र की जिम्मेदारी है कि आदेश का पालन करे, नाकाम अफसरों को जेल में डालें या फिर अवमानना के लिए तैयार रहें। लेकिन इससे दिल्ली को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी, वो काम करने से ही मिलेगी।
केंद्र सरकार के फॉर्मूले पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि ये पूरा फॉर्मूला सिर्फ अनुमान पर है। हर राज्य में स्थिति अलग हो सकती है, हर जिले में अलग हो सकती है। राज्य अलग-अलग वक्त पर पीक कर रहे हैं, ऐसे में आप सिर्फ एक ही तरह से नहीं हिसाब लगा सकते हैं। दिल्ली में इस वक्त हालात काफी खराब हैं। आपको हमें बताना होगा कि 3, 4, 5 मई को आपने क्या किया। केंद्र का कहना है कि उन्होंने 3 मई को 433 एमटी, 4 मई को 585 एमटी ऑक्सीजन दिया है।
हाईकोर्ट के नोटिस के खिलाफ दायर की थी याचिका
दिल्ली हाईकोर्ट ने बीते दिन ऑक्सीजन संकट के मामले में केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था, साथ ही केंद्र के दो अफसरों को समन भी भेजा था। अब केंद्र सरकार ने इसी पर आपत्ति जाहिर की है।
केंद्र ने इस मामले पर तुरंत सुनवाई की मांग की तो चीफ जस्टिस एनवी. रमना ने कहा कि जजों की कमी है, ऐसे में जस्टिस चंद्रचूड़ की बेंच ही इस मामले को सुनेगी। 

दिल्ली हाईकोर्ट में भी हो रही है सुनवाई
बुधवार को ही दिल्ली हाईकोर्ट में भी ऑक्सीजन संकट पर सुनवाई हुई, जिसमें दिल्ली सरकार ने अदालत को बताया है कि बाकी दिनों के मुकाबले बीते दिन केंद्र से अधिक ऑक्सीजन मिली है।
बीते दिन ही हाईकोर्ट ने फटकार लगाई थी और केंद्र को नोटिस दिया था, बुधवार को केंद्र ने अदालत को बताया कि बीते दिन की सुनवाई को मीडिया में ऐसे दिखाया गया है जैसे केंद्र मुद्दे पर असंवेदनशील है। ऐसे में हमने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई है। ऐसे में अब हाईकोर्ट में ऑक्सीजन संकट पर तभी सुनवाई होगी, जब सर्वोच्च अदालत मामला सुन लेगा।

भारत: दूसरी लहर का कह़र, तीसरी की तैयारियां

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कहर के बीच अब तीसरी लहर को लेकर तैयारी शुरू होने जा रही है। केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने कहा है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी। लेकिन यह नहीं पता कि यह कब आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना की दूसरी लहर इतनी भीषण और लंबी होगी, इसका अनुमान नहीं लगाया गया था।

के विजय राघवन ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''वायरस के अधिक मात्रा में सर्कुलेशन हो रहा है और तीसरा चरण आना ही है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब आएगा। हमें नई लहरों के लिए तैयारी करनी चाहिए।'' वैज्ञानिक सलाहकार ने यह भी कहा कि वायरस के स्ट्रेन पहले स्ट्रेन की तरह की फैल रहे हैं। इनमें नई तरह के संक्रमण का गुण नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा वेरिएंट्स के खिलाफ वैक्सीन प्रभावी हैं। देश और दुनिया में नए वेरिएंट्स आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एक लहर के खत्म होने के बाद सावधानी में कमी आने से वायरस को फिर से फैलने का मौका मिलता है।केंद्र सरकार ने कहा है कि कुछ राज्यों में कोरोना के केसों में कमी के संकेत जरूर मिले हैं, लेकिन 12 राज्यों में अभी भी 1 लाख से अधिक एक्टिव केस हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा कि देश के 10 राज्यों में पॉजिटिवटी रेट 25 फीसदी से ज्यादा है और इनमें अभी और अधिक काम करने की जरूरत है।
लव अग्रवाल ने बताया कि एक दिन पहले के मुकाबले 2.4 फीसदी केस बढ़े हैं तो कई राज्यों में अधिक मरीजों की मौत भी हुई है।संयुक्त सचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''कई राज्यों में एक दिन पहले के मुकाबले मौतों में वृद्धि देखने को मिली है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा में अधिक मौतें हुई हैं।''
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया कि कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों में कोरोना के प्रतिदिन वाले वाले केसों में तेजी का रुख बना हुआ है। लव अग्रवाल ने कहा, ''कुछ इलाकों को लेकर चिंता है। बेंगलुरु में पिछले एक सप्ताह में करीब 1.49 लाख केस सामने आए हैं। चेन्नई में 38 हजार केस सामने आए हैं।''

382,315 नए केस मिलें, 3780 संक्रमितों की मौत

हरिओम उपाध्याय   

नई दिल्ली। देश में कोरोना की सुनामी जमकर कहर बरपा रही है। बीते दिन एक दिन सबसे ज्यादा मौत का आंकड़ा सामने आया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 382,315 नए कोरोना केस आए और 3780 संक्रमितों की जान चली गई है। हालांकि 3,38,439 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं। देश में एक मई को रिकॉर्ड 3689 संक्रमितों की मौत हुई थी।

देश में आज कोरोना की ताजा स्थिति-
कुल कोरोना केस- दो करोड़ 6 लाख 65 हजार 148
कुल डिस्चार्ज- एक करोड़ 69 लाख 51 हजार 731
कुल एक्टिव केस- 34 लाख 87 हजार 229
कुल मौत- 2 लाख 26 हजार 188
कुल टीकाकरण- 15 करोड़ 49 लाख 89 हजार 635 डोज दी गई।
महाराष्ट्र में कोविड से मौतों का आंकड़ा बढ़ा
महाराष्ट्र में कोविड की मौतों और नए मामलों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई, हालांकि मुंबई की स्थिति में सुधार हुआ है। मंगलवार को राज्य में मौतों का कुल आंकड़ा 71,000 तक जा पहुंचा। सोमवार को राज्य में 567 मौतें हुई थीं, जबकि मंगलवार को 891 मौतें हुईं। इसके साथ मौतों का कुल आंकड़ा 71,742 तक जा पहुंचा। नए संक्रमणों की संख्या फिर से 50,000 के स्तर को पार करते हुए 51,880 हो गई। राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या अब 48,22,902 हो गई है।
देश में 16 जनवरी से कोरोना का टीका लगाए जाने के अभियान की शुरुआत हुई थी। 4 मई तक देशभर में 16 करोड़ 4 लाख 94 हजार 188 कोरोना डोज दिए जा चुके हैं। बीते दिन 14 लाख 84 हजार 989 टीके लगे। 1 अप्रैल से 45 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगाने के दूसरे चरण का अभियान शुरू हुआ था। अब 1 मई से 18 से ऊपर के लोगों को भी टीका लगाया जा रहा है।
कई राज्यों में लॉकडाउन या लॉकडाउन जैसी पाबंदियां
देशव्यापी लॉकडाउन लगाए जाने की मांग के बीच भारत के बड़े हिस्से में इस तरह की पाबंदियां अलग-अलग समय अवधि के लिए जारी हैं। राष्ट्रीय राजधानी में 19 अप्रैल से लॉकडाउन लगा हुआ है और यह दस मई तक जारी रहेगा। बिहार में चार मई से 15 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है। उत्तर प्रदेश में वीकेंड लॉकडाउन दो और दिनों के लिए बढ़ाकर गुरुवार तक किया गया है। हरियाणा में तीन मई से सात दिनों के लिए लॉकडाउन लागू है। ओडिशा में आज से 19 मई तक 14 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है। राजस्थान में 17 मई तक लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लागू हैं। कर्नाटक में 7 अप्रैल की रात से 12 मई तक लॉकडाउन लगा है। झारखंड में 22 अप्रैल से छह मई तक लॉकडाउन लागू है। छत्तीसगढ़ में जिलाधिकारियों को लॉकडाउन 15 मई तक बढ़ाने की अनुमति है, जो पांच मई को समाप्त हो रहा है। पंजाब में वीकेंड लॉकडाउन जैसे उपायों के अलावा व्यापक पाबंदियां हैं और 15 मई तक रात्रि कर्फ्यू लागू रहेगा। मध्यप्रदेश में सात मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू है जिसमें केवल आवश्यक सेवाओं को अनुमति है। गुजरात के 29 शहरों में रात्रि कर्फ्यू जारी है।
महाराष्ट्र में पांच अप्रैल को निषेधाज्ञा के साथ कर्फ्यू जैसा लॉकडाउन और लोगों की आवाजाही पर पाबंदियां लगाई थीं। ये पाबंदियां बाद में 15 मई तक बढ़ा दी गईं। गोवा में चार दिवसीय लॉकडाउन सोमवार को समाप्त हो गया। लेकिन कलानगुटे और उत्तर गोवा के कैंडोलिम जैसे पर्यटक स्थलों पर लॉकडाउन जारी रहेगा। 
तमिलनाडु में 20 मई तक सभी राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों पर रोक सहित व्यापक पाबंदियां लगाई हैं। केरल में चार मई से नौ मई तक लॉकडाउन जैसी कड़ी पाबंदियां लगाई गई हैं। पुडुचेरी में 10 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया गया है। तेलंगाना में आठ मई तक रात्रि कर्फ्यू जारी है। आंध्र प्रदेश में छह मई से दो हफ्ते के लिए दोपहर 12 बजे से सुबह छह बजे तक आंशिक कर्फ्यू की घोषणा की गई है। पश्चिम बंगाल में पिछले हफ्ते हर तरह की सभाओं पर प्रतिबंध सहित व्यापक पाबंदियां लगाई गईं।

बंगाल में हत्या, तराई के कार्यकर्ताओं में आक्रोश

पंकज कपूर   
रुद्रपुर। पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ तराई के भाजपा कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम का सौंपकर पश्चिम बंगाल में अराजकता करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की। साथ ही कहा कि इस तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं जाएगी।
भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा की अगुवाई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कलक्ट्रेट में राष्ट्रपति को ज्ञापन एडीएम उत्तम सिंह चैहान को सौंपा। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना की संकट घड़ी में जहां मानव समाज एक-दूसरे की जान बचाने में लगा है। वहीं बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के गुंडे भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्या करने में तुले हुए हैं। उनके साथ मारपीट कर रहे हैं। उनके घरों और दफ्तरों में आगजनी कर रहे हैं। भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है। कई कार्यकर्ताओं को घायल कर दिया है। भाजपा के कार्यालयों में तोड़फोड़ की घटनाएं एवं आगजनी की घटनाएं आम होती जा रही हैं। यह लोकतंत्र का काला अध्याय तृणमूल कांग्रेस बंगाल में लिख रही है। पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र का अपमान है। शिव अरोरा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अत्याचार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। गुंडागर्दी करने वालों पर सख्ती से अंकुश लगाने की मांग की। 
ज्ञापन देने वालों में विधायक राजकुमार ठुकराल, मेयर रामपाल सिंह, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौन, रुद्रपुर उत्तरी मंडल के महामंत्री राधेश शर्मा, अमित नारंग, ललित मिगलानी, राकेश सिंह, सुशील यादव, विकास शर्मा, महावीर कश्यप, धर्मपाल कोली, सुदर्शन विश्वास, हरीश भट्ट, नमन चावला, धर्मेंद्र आर्य आदि शामिल थे।

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...