सोमवार, 5 अप्रैल 2021

इसरो जासूसी मामला, केंद्र ने एससी का रुख किया

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। केंद्र ने इसरो के वैज्ञानिक नंबी नारायणन से जुड़े 1994 के जासूसी मामले में दोषी पुलिस अधिकारियों की भूमिका संबंधी उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध करते हुए सोमवार को उच्चतम न्यायालय का रुख किया। शीर्ष अदालत ने इस मामले में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिक को बरी करते हुए बाद में 50 लाख रुपये का मुआवजा देने का भी फैसला किया था। सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता ने त्वरित सुनवाई के लिए इस मामले का उल्लेख प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष किया। पीठ ने हा कि मामले की सुनवाई अगले हफ्ते की जाएगी। मेहता ने पीठ को बताया कि समिति ने रिपोर्ट दायर कर दी है और इसपर विचार किया जाना चाहिए क्योंकि यह एक “राष्ट्रीय मुद्दा” है। पीठ ने कहा कि वह इसे महत्वपूर्ण मामला मानती है लेकिन त्वरित सुनवाई आवश्यक नहीं है। पीठ ने कहा, ”हम इस पर अगले सप्ताह सुनवाई करेंगे।”

अधिकारों के हनन के मामले में चीन की आलोचना

बीजिंग‌। चीन के शिनजियांग प्रांत के मसले पर पश्चिमी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए बड़ा असमंजस पैदा हो गया है। शिनजियांग में मानव अधिकारों के कथित हनन के मामले में चीन की आलोचना करने वाली कंपनियों को चीन में तीखी प्रतिक्रिया और बहिष्कार का सामना करना पड़ा है। इससे दूसरी कंपनियों के सामने सवाल खड़े हुए हैं। एक तरफ उन पर पश्चिम में ‘नैतिक’ रुख अपनाने का दबाव है तो दूसरी तरफ उन्हें चीन के बड़े बाजार में संभावित नुकसान के बारे में सोचना पड़ रहा है। चीन में पिछले दिनों सोशल मीडिया पर जताए गए गुस्से के बाद उपभोक्ताओं ने एचएंडएम, नाइकी, एडिडास, बर्बरी, यूनिक्लो और जारा कंपनियों के उत्पादों का बहिष्कार शुरू कर दिया। चीन में उत्पादित होने वाले कुल कपास का 80 फीसदी हिस्सा शिनजियांग में पैदा होता है। वहां कथित तौर पर जबरिया मजदूरी कराए जाने के आरोपों के बाद उपरोक्त कंपनियों ने वहां के कॉटन का इस्तेमाल ना करने का फैसला किया था।    

मतदाता सूची में 90 नाम शामिल, 171 वोट पड़ें

हाफलौंग। असम के दीमा हसाओ जिले में एक मतदान केंद्र पर बड़ी अनियमितता का खुलासा हुआ है। यहां सिर्फ 90 मतदाता पंजीकृत हैं। लेकिन, कुल 171 वोट पड़े हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि यह मतदान केंद्र हाफलोंग विधानसभा क्षेत्र में है। इस जगह दूसरे चरण में एक अप्रैल को मतदान हुआ था। हाफलोंग में 74 प्रतिशत मतदान हुआ था। उन्होंने बताया, कि इस घटना के प्रकाश में आने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदान केंद्र के पांच चुनाव अधिकारियों को निलंबित करके यहां दोबारा मतदान कराने का प्रस्ताव रखा है। यह मतदान केंद्र खोटलिर एलपी स्कूल के 107 (ए) में था। हालांकि, इस मतदान केंद्र पर दोबारा चुनाव कराने के लिए अभी आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है।

फेसबुक के 53.3 करोड़ प्रयोगकर्ताओं का डेटा लीक

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। दुनियाभर में फेसबुक के करीब 53.3 करोड़ प्रयोगकर्ताओं का व्यक्तिगत ब्योरा कथित तौर पर ऑनलाइन लीक हो गया है और इसे हैकिंग मंचों पर डाल दिया गया। इनमें से 61 लाख प्रयोगकर्ता भारत के हैं। एक साइबर सुरक्षा कार्यकारी ने यह जानकारी दी। प्रयोगकर्ताओं के लीक डेटा में उनका नाम, फोन नंबर और अन्य ब्योरा शामिल है। 31 दिसंबर, 2020 तक वैश्विक स्तर पर फेसबुक के कुल सक्रिय प्रयोगकर्ताओं की संख्या 2.80 अरब थी। साइबर सुरक्षा कंपनी हडसन रॉक के सह-संस्थापक एवं मुख्य तकनीकी अधिकारी (सीटीओ) एलन गाल ने एक ट्वीट के जरिये यह मुद्दा उठाया है।

1 पैर से बंगाल जीतूंगी और 2 पैर से दिल्ली: ममता

चुंचुड़ा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि चोटिल होने के बावजूद, वह राज्य का चुनाव जीतेंगी और आगे दिल्ली की सत्ता पर नजर होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में उनके ही लोग शासन करेंगे। खुद को ‘रॉयल बंगाल टाइगर’ बताते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि पश्चिम बंगाल में किसी गुजराती का शासन नहीं होगा। बनर्जी ने कहा, ”(चोटिल होने के बावजूद) एक पैर से मैं बंगाल जीतूंगी और दो पैर से दिल्ली।” बनर्जी ने कहा कि 10 मार्च को नंदीग्राम में भाजपा समर्थकों की कथित धक्का-मुक्की के कारण वह चोटिल हो गयी थीं। हालांकि, चुनावी पर्यवेक्षक की रिपोर्ट पर गौर करने के बाद चुनाव आयोग ने कहा था कि नंदीग्राम की घटना एक हादसा थी और सुनियोजित हमला नहीं हुआ था। छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा सही से देश में शासन नहीं कर रही है और पार्टी ने पश्चिम बंगाल चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रखा है। चुनाव जीतने के वास्ते प्रचार के लिए देशभर से नेताओं को लाने के लिए भाजपा की आलोचना करते हुए बनर्जी ने एक जनसभा में कहा कि भगवा पार्टी ने विधानसभा चुनाव में मौजूदा सांसदों को उतारा है क्योंकि उसके पास योग्य उम्मीदवार ही नहीं है। भाजपा ने चुंचुड़ा विधानसभा सीट के लिए हुगली से लोकसभा सदस्य लॉकेट चटर्जी को मुकाबले में उतारा है।

गाजियाबाद प्रशासन ने नेताओं के साथ की मुलाकात

अश्वनी उपाध्याय      

गाज़ियाबाद। जिला प्रशासन ने आज सोमवार को जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए व्यापारी नेताओं से मुलाक़ात कर उन्हें कोरोना संक्रमण की गंभीरता के बारे में बताया और उन्हें समझाया कि वे किस तरह से कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने में जिला प्रशासन की मदद कर सकते हैं। इस बैठक में इंसिडेंट कमांडर, डिप्टी कमिश्नर (व्यापार कर), उप श्रम आयुक्त और व्यापारी संगठनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में शामिल अधिकारियों ने बताया कि गाज़ियाबाद समेत समस्त उत्तर प्रदेश कोविड 19 संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में है। उन्होंने व्यापारियों से कहा कि वे अपने-अपने एसोसिएशन के कार्यक्षेत्र में आने वाले सभी दुकानदारों और व्यापारी वर्ग को लगातार मास्क पहनने, सोशल डिस्टेन्सिंग बनाए रखे और सैनिटाइजर के इस्तेमाल के बारे में विस्तार से बताएं। उन्होंने कहा कि दुकानदार भाई अपने यहाँ आने वाले ग्राहकों को भी मास्क लगाने और सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करें। व्यापार संगठनों के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन को आश्वासन दिया कि वे अपने क्षेत्र में व्यापारियों को कोविड 19 प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ पब्लिक एड्रैस सिस्टम के माध्यम से जिला प्रशासन द्वारा आडिओ क्लिप्स भी चलाएँगे। बैठक में मौजूद पेट्रोल पंप के संचालकों ने कहा कि वे सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि उन ग्राहकों के वाहनों में पेट्रोल/डीजल न डालें जो मास्क नहीं पहन रहे हैं। 

गाजियाबाद में कोरोना संक्रमितों की संख्या-397 हुई

अश्वनी उपाध्याय       

गाजियाबाद। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार, गाज़ियाबाद में पिछले 24 घंटों की अवधि में 46 नए संक्रमितों की पहचान हुई है। जबकि, 26 नए संक्रमितों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। जिलें में अब सक्रिय संक्रमितों की संख्या 397 हो गई है। आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत से अब तक गाज़ियाबाद जनपद में कुल 27,055 व्यक्ति कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इनमें से 102 व्यक्तियों की मौत संक्रमण के चलते हुई है। राजधानी लखनऊ में आज भी सर्वाधिक संक्रमितों की पहचान हुई है। बुलेटिन के अनुसार यहाँ 1133 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई जबकि 268 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया।  24 घंटों की अवधि में लखनऊ में 5 व्यक्तियों की मौत होने की भी सूचना है। यहाँ अब सक्रिय संक्रमितों की संख्या 7143 हो गई है। अगर हम समस्त उत्तर प्रदेश की बात करें तो 24 घंटों की अवधि में 3999 नए संक्रमितों की पहचान हुई है। जबकि, संक्रमण के चलते मरने वालों की संख्या 13 रही। प्रदेश में अब 22,820 सक्रिय संक्रमित हो गए हैं।

गाजियाबाद: भीड़ को नियंत्रित करने पर किया मंथन

अश्वनी उपाध्याय       

गाजियाबाद। जिलें में कोविड 19 के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से गाजियाबाद प्रशासन ने मॉल, मल्टीप्लेक्स, रेस्तरां और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एक योजना बनाई है। इस संबंध में जिला प्रशासन ने रविवार को विभिन्न व्यापारिक संगठनों, मॉल और सिनेमा हाल प्रबंधकों के साथ एक मीटिंग कर उन्हें एक सप्ताह के भीतर टोकन पर इंटरव्यू में जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय कहा, कि टोकन सिस्टम मॉल, रेस्तरां, मल्टीप्लेक्स और अन्य स्थानों पर भीड़भाड़ को नियंत्रित करने में मदद करेगा। इसके लिए संबंधित प्रतिष्ठानों के मालिकों को भी एक वेटिंग एरिया बनाना होगा। प्रतिष्ठान के अंदर नए ग्रुप को अंदर जाने की अनुमति तभी मिलेगी जब उतनी ही संख्या में लोग वहाँ से बाहर निकाल चुके होंगे। टोकन में यह भी लिखा होगा कि आपको शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेन्ट या सिनेमा हाल में कितना समय बिताने की अनुमति है। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने कहा कि इस सप्ताह बैठकें आयोजित करने के बाद यह व्यवस्था लागू हो जाएगी।आपको बता दें कि गाजियाबाद में पिछले कुछ दिनों से कोविद -19 मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। राज्य नियंत्रण कक्ष के आंकड़ों के अनुसार, जिले ने क्रमशः अप्रैल के पहले चार दिनों में 19, 73, 55 और 63 नए मामले दर्ज किए। डीएम पाण्डेय ने कहा कि “हमने यह भी निर्देश दिया है कि ऐसे सभी स्थानों को अपने यहाँ कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करना चाहिए। हमने भीड़-भाड़ वाले व्यापारिक प्रतिष्ठानों के बाहर, लोगों की संख्या और अनुमानित समय के बारे में डिस्प्ले सिस्टम लगाने का भी निर्देश दिया है। डीएम ने कहा, “वेटिंग एरिया में सोशल डिस्टेन्सिंग और अन्य प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन होगा।”

बच्चें के साथ बंद कमरे में कुकर्म करने की कोशिश

अतुल त्यागी       
हापुड़। जनपद के नगर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला किला कोना में कल रात 4 अप्रैल 2021 को आमिश नाम के बच्चे के साथ बंद कमरे में कुकर्म करने की कोशिश की गई। बच्चे की चीख-पुकार सुनकर वहां से गुजर रहे एक  एक मयूरी चलाक ने बच्चे के परिजनों को सूचना दी। जहां परिवार व अन्य सदस्यों के मौके पर पहुंचने पर वारदात को अंजाम देने वाला राफी  पुत्र आरिफ उर्फ भूरा मौका देखकर फरार हो गया। बच्चे के परिवार के सदस्यों व अन्य लोगों ने 112 नंबर पुलिस को सूचना दी गई। जहां मौके पर पहुंचकर पुलिस ने बच्चे का बयान लिया गया। इस घटित घटना को अंजाम देने वाले व्यक्ति ने बच्चों को ऐसा करने के लिए मारपीट कर धमकाया गया था। जहां लोगों ने बताया, कि राफी नाम का जो व्यक्ति है। जहां वह क्रिमिनल किसम का लड़का है।

आंदोलनकारी का शांतिपूर्ण प्रर्दशन, कानून का पालन

अश्वनी उपाध्याय      

गाज़ियाबाद। जिलें में धरना-प्रदर्शन करने के लिए जिला कलेक्ट्रेट परिसर में एक स्थान निश्चित है। परंपरा के अनुसार प्रदर्शनकारी यहाँ धरना देने के बाद डीएम को ज्ञापन देने जाते हैं। आंदोलनकारियों को शांत करने के लिए जिला प्रशासन ने एक नई शुरुआत की है। इस पहल के तहत, आंदोलनकारियों से मांगों का ज्ञापन या चार्टर प्राप्त करते समय, जिला अधिकारी या संबन्धित अधिकारी उन्हें 10 मूलभूत कर्तव्यों के चार्टर को प्रदर्शित करते हुए एक पुस्तिका सौंपेंगे। हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार, जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पाण्डेय ने कहा  “हमारे रिकॉर्ड के अनुसार, कलेक्ट्रेट में पिछले तीन महीनों में 50 से अधिक आंदोलन हुए हैं। जिसमें किसान संघ, निवासियों के कल्याण संघ (आरडब्ल्यूए) और पेरेंट्स एसोसिएशन आदि शामिल हैं। प्रदर्शन करने वाले दावा करते हैं कि प्रदर्शन उनका अधिकार है। लेकिन, जिला प्रशासन उन्हें 10 मौलिक कर्तव्यों के बारे में याद दिलाना चाहता है।उम्मीद है कि सभी नागरिकों के साथ उनका पालन किया जाएगा”। उन्होंने आगे कहा कि इस कदम से लोग मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के पारस्परिक संबंध को समझेंगे। डीएम पाण्डेय ने कहा “अब तक, यह प्रयोग कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शनों पर सकारात्मक प्रभाव डालता रहा है। क्योंकि, उन्होंने कानून का पालन करना शुरू कर दिया है और आंदोलनकारी शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं”।

आज नहीं तो कल किसानों के सामने झुकना पड़ेगा

राणा ओबराय      
जींद। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने किसानों का समर्थन करते हुए केंद्र और हरियाणा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि आज नहीं तो कल भाजपा को किसानों के सामने झुकना ही पड़ेगा। हरियाणा के जींद में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि भाजपा की सरकार किसानों के साथ जिस तरह का बर्ताव कर रही है। उसकी कीमत उसे आने वाले समय में चुकानी पड़ेगी। भले ही केंद्र के सरकार उनकी सारी शक्ति ही क्यों न छीन ले वह मरते दम तक किसानों को समर्थन और उनकी लड़ाई लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे जो करले लेकिन इस आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति देने वाले 300 किसानों की शहादत बेकार नहीं जाने दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि तीनों कृषि कानूनों तथा किसान विरोध में लिए जा रहे हैं। लगातार निर्णय से आहत होकर आज देशभर के किसानों ने हरियाणा के जींद में महापंचायत की जिसमें आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस महापंचायत को बहुत से किसान संगठनों का परोक्ष और अप्रत्यक्ष समर्थन हासिल है। अरविंद केजरीवाल ने बताया कि किस तरह है भाजपा तथा उसके लोगों ने किसान आंदोलन को बदनाम करने की और उसे उखाड़ फेंकने की साजिश रची लेकिन किसान संगठन कमजोर नहीं पढ़े और आज भी यह आंदोलन जिंदा है।
उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्हे यह पता लगा कि भाजपा सरकार में किसान आंदोलन को तोड़ने के लिए किसी भी हद तक जा रही हैं तो उन्होंने तत्काल दिल्ली सरकार की मदद किसानों तक पहुंचाई यही कारण है कि आज सारे राजनीतिक दलों के लिए किसानों ने अपने दरवाजे बंद कर लिए हैं। लेकिन आम आदमी पार्टी ही इकलौती पार्टी है। जिस के कार्यकर्ताओं को किसान घर में बुलाकर दूध पिला रहे हैं। यह जानकारी उन्हें आम आदमी पार्टी सांसद व हरियाणा मामलों के प्रभारी सुशील गुप्ता से मिली।
इस महापंचायत में कई बड़े किसान संगठनों के नेताओं ने हिस्सा लिया तथा लाखों किसानों को संबोधित भी किया। इस मौके पर सांसद सुशील गुप्ता ने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि तीन सौ किसानों द्वारा इस आंदोलन में दी गई शहादत बेकार नहीं जाने दी जाएगी और किसी भी कीमत पर इस आंदोलन को समाप्त नहीं होने दिया जाएगा। महापंचायत से पहले केजरीवाल और सुशील गुप्ता द्वारा उन 300 किसानों को श्रद्धांजलि दी गई जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति आंदोलन में दी है। इस मौके पर विभिन्न किसान संगठनों ने अरविंद केजरीवाल को अपना समर्थन के प्रतीक स्वरूप एक बड़ा हल भी भेंट किया।

डीएम की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित

कौशाम्बी। जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित सम्राट उदयन सभागार में विकास कार्यो की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्माण कार्यो को समयबद्धता एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये है। साथ ही साथ कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होने कार्यो में लापरवाही या उदाशीनता बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने प्रधान, कोटेदार, ऑगनबाडि़यों एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को घर-घर जाकर 45 वर्ष से ऊपर वाले सभी लोगों को चिहिन्त कर कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाये जाने का निर्देश दिया है। साथ ही साथ उन्होंने कोरोना वैक्सीन लगने वालों की रिपोर्ट संबंधित विभागों में प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया है। कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने वरासत अभियान के अन्तर्गत खतौनी में नाम दर्ज वारिसों को भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एंव फसल बीमा के तहत जिन किसानों की फसल खराब हुई है। उनको बीमा कम्पनी से लाभान्वित कराये जाने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने कन्या सुमंगला योजना की समीक्षा के दौरान अभियान चलाकर कन्या सुंमगला योजना से ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं को लाभान्वित कराये जाने का निर्देश दिया है। लघु सिचाई विभाग की समीक्षा करते हुए चेकडैम का निर्माण वर्षा जल का संचयन करना, किसानों को सिचाई के लिए मध्यम एंव गहरी बोरिंग के प्रमाण पत्र एंव विद्युत कनेक्शन दिये जाने का निर्देश दिया है। वृद्धा, विधवा, दिव्यांग पेंशन की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को लंबित आवेदन पत्रों को जांच कर उनको तत्काल फीड कराये जाने का निर्देश दिया है। गोवंशसंरक्षण केन्द्रों की समीक्षा करते हुए निराश्रित पशुओं को गोसंरक्षण केन्द्रों में संरक्षित करने एवं उनकी जियो टैगिंग भी कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने गोसंरक्षण केन्द्रों में पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा, पानी की व्यवस्था सुनिश्चित बनाये रखने का निर्देश दिया है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शशि कांत त्रिपाठी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी श्रवण कुमार सिंह, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी  सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
सुशील केसरवानी  

बैंक के चेयरमैन हरी राज ने किसान बिल पर चर्चा की

अतुल त्यागी      
हापुड़। गांव हिमायूपुर में जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन हरी राज सिंह ने किसानों के साथ बैठकर वार्ता की और किसान बिल पर चर्चा की। जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन राज सिंह ने किसान बिल पर कहा कि सरकार ने यह किसान बिल किसानों के हित में लागू किया है। इस बिल के लागू होने से किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी और किसान अपनी फसलों को पूरे देश में कहीं भी बिक्री कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को कहीं पर भी कोई भी चार्ज देने की जरूरत नहीं है। सभी बिल किसानों के हित में है। लेकिन विपक्षी पार्टियां किसान बिल को लेकर सिर्फ झूठ फैला रही हैं और किसानों को गुमराह करने का काम कर रही हैं। जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन के सामने किसानों ने वार्ता करते हुए गांव में स्कूल नहीं होने का भी मुद्दा उठाया। वही, चेयरमैन ने कहा इस वार आप ऐसे प्रत्याशी को चुने जो आपके गांव में विकास करा सके और ग्रामीणों की समस्याओं को दूर कर सके वही गांव में जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन का जोरदार स्वागत भी किया गया।

बच्चों के संग परीक्षा पर चर्चा करेंगे पीएम मोदी

 अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को बच्चों के संग परीक्षा पर चर्चा करेंगे। पीएम मोदी ने खुद ट्वीट करके जानकारी दी कि 7 अप्रैल शाम 7 बजे परीक्षा पर चर्चा करूंगा। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि दिलचस्प सवाल-जवाब व साथ ही बहादुर एग्जाम वैरिस, माता-पिता और शिक्षकों के साथ एक यादगार चर्चा होगीं तो जरूरी देंखे परीक्षा पर चर्चा। बता दें कि वैसे तो बच्चों के बोर्ड एग्जाम फरवरी-मार्च में शुरू हो जाते हैं लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्कूलों को एक बार फिर से बंद कर दिया गया है और हालात सामान्य होने पर बच्चों के एग्जाम होंगे।

भारत: 24 घंटों में मिलें 1,03,764 कोरोना संक्रमित

अकांंशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। देश में कोरोना के कहर ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वर्ल्डोमीटर के मुताबिक रविवार रात तक 24 घंटों के दौरान मिले कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,03,764 पर पहुंच गई। महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक यह एक दिन में मिले कुल संक्रमितों की सर्वाधिक संख्या है। इससे पहले 16 सितंबर, 2020 को एक दिन में 97,894 नए मामले मिले थे, जो महामारी की पहली लहर का सर्वोच्च आंकड़ा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दौरान 24 घंटों में देश में 513 कोरोना मरीजों की मौत हुई। इसके साथ ही भारत अब अमेरिका के बाद ऐसा दूसरा देश बन गया है जहां एक दिन में कोरोना के एक लाख से ज्यादा मामले आए हों।
देश में कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार बनी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दोगुना होने का समय अब घटकर 104 दिन रह गया है, जबकि एक मार्च को यह अवधि 504 दिन आंकी गई थी। इसके साथ ही कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश के भी जुड़ने से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों की श्रेणी में कुल 12 राज्य हो गए हैं। मंत्रालय ने कहा कि पिछले चौबीस घंटों के दौरान करीब 81 फीसदी आठ राज्यों महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, दिल्ली, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात से हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 57,074 नए संक्रमण आए हैं। जबकि 5818 की संख्या के साथ छत्तीसगढ़ दूसरे और 4373 नए संक्रमणों के साथ कर्नाटक तीसरे नंबर पर है। दैनिक संक्रमणों की यह संख्या पिछले साल एक दिन की सर्वोच्च संक्रमण संख्या (पीक) 97 हजार के बेहद करीब है तथा एक-दो दिनों में उसे पार कर सकती है।

जंगलों की आग बुझाएंगा 'एयरफोर्स' का हेलीकॉप्टर

पंकज कपूर      
हल्द्वानी। उत्तराखंड के जंगल धू-धू कर जल रहे हैं। अभी तक लाखों की वन संपदा जलकर राख हो चुकी है जंगलों में लगी आग को काबू पाने में वन महकमा बेबस नजर आ रहा है। इसे देखते हुए अब केंद्र से हेलीकॉप्टर का सहारा लिया जा रहा है। इसी कड़ी में आज से कुमाऊं के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए एयर फोर्स का हेलीकॉप्टर मदद करेगा। जिसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अभियान पहाड़ों पर लगातार बढ़ रहे दावानल को देखते हुए अब एयर फोर्स के हेलीकॉप्टर के जारिये जंगलों में लगी आग को बुझाया जाएगा। राज्य सरकार ने पहाड़ों में लगी आग बुझाने के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी थी। जिसके बाद आज से कुमाऊं के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए केंद्र से भेजा गया एयर फोर्स का हेलीकॉप्टर मदद करेगा. आज से इस अभियान की शुरुआत होगी। पहाड़ों के जंगलों पर लगी आग को बुझाने के लिए एयर फोर्स का समन्वय करने की जिम्मेदारी तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ संदीप कुमार को सौंपी गई है। वो एयर फोर्स के जवानों के साथ इस अभियान में रहेंगे। डीएफओ संदीप कुमार एयर फोर्स के जवानों को जंगल में लगी आग से संबंधित जानकारी और जीपीएस लोकेशन के माध्यम से उपलब्ध कराएंगे। 

अवैध कच्ची शराब के साथ 17 अभियुक्त गिरफ्तार

हरिओम उपाध्याय         
सीतापुर। तापुर पुलिस अधीक्षक सीतापुर आर.पी. सिंह द्वारा अवैध शराब के निष्कर्षण, बिक्री व परिवहन के विरुद्ध अभियान चलाकर प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के अनुपालन के क्रम में जनपदीय पुलिस द्वारा कुल 375 लीटर अवैध शराब सहित 3 भट्ठी  के साथ 17 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर अग्रिम विधिक कार्यवाहा की गयी। थाना महोली द्वारा 3 अभियुक्त के कब्जे से 70 ली. कच्ची शराब बरामद। जैलेश पत्नी लक्ष्मण निवासी रुसतम नगर अनिल कोरी पुत्र मंगू कोरी निवासी बम्भौरा 3.पिन्कू सक्सेना निवासी उरदौली थाना महोली जनपद सीतापुर के कब्जे से कुल 70 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद कर आबकारी अधिनियम पंजीकृत कर कार्यवाही की गयी। थाना बिसवां द्वारा 1 अभियुक्त के कब्जे से 40 ली. कच्ची शराब बरामद। 1.अयोध्या पुत्र जगदीश निवासी अमरनगर। रामशंकर जयसवाल पुत्र स्व. चौधरी निवासी ग्राम पुरैनी थाना बिसवांजनपद सीतापुर के कब्जे से कुल 40 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद कर आबकारी अधिनियम पंजीकृत कर कार्यवाही की गयी। थाना रामपुर मथुरा द्वारा 1 अभियुक्त के कब्जे से 20 ली. कच्ची शराब बरामद।बृजेन्द्र पुत्र राम सेवक निवासी गवचरा थाना रामपुर मथुरा सीतापुर के कब्जे से कुल 20 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद कर आबकारी अधिनियम पंजीकृत कर कार्यवाही की गयी। थाना रामकोट द्वारा 01 अभियुक्त के कब्जे से 15 ली. कच्ची शराब बरामद। 1.परवन पुत्र रामेश्वर निवासी खूबपुर थाना रामकोट जनपद सीतापुर के कब्जे से कुल 15 लीटर अवैध कच्ची  शराब बरामद कर आबकारी अधिनियम पंजीकृत कर कार्यवाही की गयी। थाना खैराबाद द्वारा 2 अभियुक्त के कब्जे से 40 ली0 कच्ची शराब सहित 1 भट्ठी बरामद–1.रामेश्वरी पत्नी हरिश्चन्द्र 2.प्रमोद पुत्र शिवनाथ निवासीगण भगौतीपुर थाना खैराबाद जनपद सीतापुर के कब्जे से कुल 40 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद कर आबकारी अधिनियम पंजीकृत कर कार्यवाही की गयी।

देश में 11 करोड़ से कम रह गई किसानों की संख्या

अंकाशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। देश की जनगणना के अनुसार, देश में खेती में लगे हुए कुल 26.3 करोड़ लोगों में से 45% यानी 11.8 करोड़ किसान थे और शेष लगभग 55% यानी 14.5 करोड़ खेतिहर मज़दूर थे। पिछले 10 वर्षों में यदि किसानों के मज़दूर बनने की दर वही रही हो। जो कि 2000 से 2010 के बीच थी, तो माना जा सकता है कि खेतिहर मज़दूरों की संख्या 15 करोड़ से काफ़ी ऊपर जा चुकी होगी। जबकि किसानों की संख्या 11 करोड़ से और कम रह गयी होगी। मगर ग्रामीण क्षेत्र की सबसे बड़ी आबादी होने के बावजूद खेतिहर मज़दूरों की बदहाली और काम व जीवन के ख़राब हालात की बहुत कम चर्चा होती है।
पिछले दो दशकों के दौरान, भारत में 3.50 लाख से अधिक किसानों ने आत्महत्या की। इनमें भी सबसे बड़ी संख्या ग़रीब और निम्न-मँझोले किसानों की थी। किसानों की आत्महत्या के सवाल पर संसद से लेकर सड़क तक चर्चा हुई है, लेकिन खेतिहर मज़दूरों की दुर्दशा को लगातार नज़रअन्दाज़ किया गया है। इस तबक़े के आत्महत्या के आँकड़े ही 2013 तक प्रकाशित और उपलब्ध नहीं थे। जबसे इनके अलग से आँकड़े उपलब्ध हैं, तब से देखें तो 2014 में 6,750 खेतिहर मज़दूरों ने आत्महत्या की, 2015 में 4,595, 2016 में 5,019 और 2019 में 4,324 खेतिहर मज़दूरों ने आत्महत्या कर ली।
आज जो लोग इस तरह की बातें कर रहे हैं कि धनी किसानों की कमाई ज़्यादा होगी तो मज़दूरों की हालत भी सुधरेगी, उनसे पूछा जाना चाहिए कि अगर ऐसा है तो खेतिहर मज़दूरों की सबसे अधिक आत्महत्याएँ उन्हीं इलाक़ों में क्यों होती हैं जहाँ खेती अधिक विकसित है और जहाँ धनी किसानों-फ़ार्मरों की बड़ी संख्या है? तथाकथित हरित क्रान्ति का फ़ायदा उठाने वाले आन्ध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और पंजाब जैसे विकसित खेती वाले राज्यों में सबसे ज़्यादा खेतिहर मज़दूर क्यों अपनी जान लेने पर मजबूर हो जाते हैं? इन्हीं राज्यों में खेतिहर मज़दूरों की सामाजिक-आर्थिक दुर्दशा भयंकर क्यों है?
पंजाब में, कुल 99 लाख कार्यबल में से, एक-तिहाई से अधिक लोग किसान या खेतिहर मज़दूर के रूप में खेती में लगे हुए हैं। राज्य में खेती से जुड़े 35 लाख लोगों में से 15 लाख (43%) खेतिहर मज़दूर हैं। यहाँ कुल कृषि कार्यबल में मज़दूरों का अनुपात कम होने का एक बड़ा कारण यह है कि बहुत बड़ी संख्या में प्रवासी खेतिहर मज़दूर भी पंजाब आकर काम करते हैं। पंजाब के खेतिहर मज़दूरों में से लगभग दो-तिहाई दलित हैं जबकि राज्य में उनकी कुल आबादी लगभग 28 प्रतिशत है। इनके शोषण को अति शोषण में तब्दील करने में इनकी जातिगत स्थिति का भी एक योगदान है।
आज धनी किसान आन्दोलन के समर्थक कह रहे हैं कि खेती में बड़ी पूँजी के आने से मशीनीकरण बढ़ेगा जिससे बेरोज़गारी बढ़ेगी। मगर हक़ीक़त यह है कि पिछले तीन-चार दशकों के दौरान खेती का मशीनीकरण लगातार बढ़ता ही रहा है और इससे जहाँ खेतों की उत्पादकता और किसानों के मुनाफ़े में इज़ाफ़ा हुआ, वहीं खेतिहर मज़दूरों के हिस्से में बेरोज़गारी और ग़रीबी ही आयी है।
पंजाब में खेती में पूँजीवादी विकास से न केवल रोज़गार में कमी आयी है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में मज़दूरी की दरें भी कम हुई हैं। इस प्रक्रिया ने लाखों खेतिहर मज़दूरों की आमदनी कम करके उन्हें ख़राब जीवनस्थितियों में धकेल दिया है। मज़दूरों के प्रति धनी किसानों के रवैये का अनुमान पिछले वर्ष की घटनाओं से लगाया जा सकता है। जब लॉकडाउन के दौरान पंजाब और हरियाणा में प्रवासी मज़दूरों का आना रुक गया था, तो मज़दूरी बढ़ने लगी थी क्योंकि श्रम की माँग बढ़ रही थी। ऐसे में, पंजाब और हरियाणा के धनी किसानों-कुलकों ने अपनी पंचायतें बुलाकर खेतिहर मज़दूरी पर सीलिंग तय कर दी थी। किसी भी मज़दूर को उससे ज़्यादा मज़दूरी नहीं दी जा सकती थी। यदि कोई माँगता तो उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाता। इन मज़दूरों को अपने गाँव से बाहर जाकर मज़दूरी करने की भी इजाज़त नहीं थी। बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखण्ड आदि से पंजाब और हरियाणा में जाने वाले प्रवासी मज़दूरों की बात करें, तो उनके शोषण और उत्पीड़न में भी धनी किसानों-कुलकों का वर्ग कोई कसर नहीं छोड़ता है।
घटती आमदनी के कारण हज़ारों खेतिहर मज़दूर क़र्ज़ के जाल में फँसे हुए हैं और आर्थिक बदहाली, क़र्ज़ का बोझ और निराशा बड़े पैमाने पर उन्हें अपनी जान लेने जैसा क़दम उठाने पर मजबूर कर रहे हैं। राज्य में किसानों की आत्महत्याओं पर काफ़ी चर्चा हुई है लेकिन न केवल खेतिहर मज़दूरों की आत्महत्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया है बल्कि उन्हें मामूली और सामान्य घटनाएँ बताने की भी कोशिश होती रही है।

प्राइमरी शिक्षक पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किएं

राणा ओबराय      
चंडीगढ़। शिक्षक बनने की इच्छा रखने वाले युवाओं के लिए अच्छी खबर है। पंजाब में प्राइमरी शिक्षक पदों के लिए आवेदन आमत्रित किए हैं। पंजाब के स्कूल शिक्षा विभाग ने इन पदों के लिए एक बार फिर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब आवेदन 21 अप्रैल 2021 तक कर सकते हैं। इसके लिए आवेदन की अंतिम तिथि पहले 21 दिसंबर 2020 को ही समाप्त हो चुकी थी। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत प्री प्राइमरी शिक्षकों के 8393 पद भरे जाने हैं। आवेदन शुल्क सामान्य वर्ग के लिए 1000 रुपये व एससी/एसटी के प्री प्राइमरी शिक्षक पद के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं पास होने के साथ नर्सरी टीचर एजुकेशन में डिप्लोमा मांगा गया है। 12वीं में न्यूनतम 45% अंक होने जरूरी हैं। साथ में अभ्यर्थी को 10वीं कक्षा में पंजाबी भाषा भी पढ़ा होना जरूरी है। 500 रुपये है।इस भर्ती प्रकिया के लिए नोटिफिकेशन 24 नवंबर 2020 को जारी किया गया था। जबकि आवेदन एक दिसंबर 2020 को शुरू हुए थे। अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी पंजाब के स्कूल एजुकेशन रिक्रूटमेंट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 की डेटशीट जारी की

नरेश राघानी    
जयपुर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 की डेटशीट जारी कर दी है। राज्य में 10वीं की बोर्ड परीक्षा 25 मई तक और 12वीं की बोर्ड परीक्षा 29 मई 2021 तक चलेगी। वहीं राजस्थान बोर्ड राज्य में स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल से 12वीं परीक्षा में राज्य में पहला स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा को विदेश में पढ़ाई करने का मौका देगी।बोर्ड की ओर से जारी सूचना के अनुसार राज्य में प्रथम आने वाली छात्रा को 4 वर्षीय डिग्री की पढ़ाई के लिए विदेश में पढ़ने का अवसर मिलेगा।जिसका सारा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। बोर्ड ने इस संबंध में अपने अधिकारिक अकाउंट से ट्वीट कर जानकारी दी है।

निश्चित तौर पर कांग्रेस पार्टी संघर्ष में होगीं सफल

हरिओम उपाध्याय     
लखनऊ। कांग्रेस पार्टी की नीतियों में आस्था व कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एवं कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी के प्रति विश्वास व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जनपद लखनऊ के बसपा के वरिष्ठ नेता एवं इण्डियन सोशल जस्टिस मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्मवीर आजाद,आरएस स्वराज एवं जनपद कानपुर देहात के बसपा के पूर्व जिला सचिव ओम प्रकाश शंखवार ने अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।पार्टी सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि सदस्यता ग्रहण समारोह में कर्मवीर आजाद के नेतृत्व में इण्डियन सोशल जस्टिस मिशन के पदाधिकारी सर्वश्री मोनू गौतम, शनि कुमार, अभिषेक गौतम, अनिल कुमार, संतोष कुमार, चन्द्रशेखर, राम बहादुर, सर्वजीत सहित सैंकड़ों लोगों ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कांग्रेस पार्टी में कर्मवीर आजाद सहित सभी शामिल होने वालों का स्वागत करते हुए कहा कि आज कांग्रेस पार्टी प्रदेश के गरीब, कमजोर, वंचितों की लड़ाई पूरे प्रदेश में लड़ रही है। उनके अधिकारों के संरक्षण और बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर द्वारा निर्मित संविधान की रक्षा के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष कर रही है। उन्होंने कहाकि आज आप लोग इतनी बड़ी संख्या में कांग्रेस परिवार में शामिल हो रहे हैं। निश्चित तौर पर कांग्रेस पार्टी अपने संघर्ष में सफल होगी। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक सतीश अजमानी, प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन दिनेश सिंह, प्रवक्ता डाॅ. उमा शंकर पाण्डेय, शैलेन्द्र तिवारी बबलू पूर्व पार्षद, विक्रम पाण्डेय आदि वरिष्ठ कांग्रेसजन मौजूद रहे।

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...