शनिवार, 20 मार्च 2021

जनस्वास्थ्य विभाग में मिला गड़बड़ी का मामला

राणा ओबराय           
रोहतक। जनस्वास्थ्य विभाग में गड़बड़ियों का मामला एक बार फिर से सामने आया है। एक ठेकेदार ने पिछले सप्ताह विभाग के इंजीनियर इन चीफ और चीफ इंजीनियर से पंचकूला पहुंचकर शिकायत की थी। उस दौरान अपना शपथ पत्र देते हुए ठेकेदार ने गड़बड़ियों के गंभीर आरोप लगाए थे। एक बार फिर से पूरे मामले में ठेकेदार ने विभाग के अधीक्षण अभियंता यानी एसई को शपथ-पत्र के साथ शिकायत सौंपी है। यह भी दावा किया है, कि यदि मेरी शिकायत गलत हों तो मेरे खिलाफ पुलिस केस किया जाए। जनस्वास्थ्य विभाग के अधीक्षण अभियंता राजीव गुप्ता को सौंपी शिकायत में ठेकेदार वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाए हैं, कि बीते साल दिसंबर में लेबर की सेलरी के लिए 35 टेंडर लगाए गए थे। जब इस प्रकरण में शिकायत की तो फरवरी में इन्हीं टेंडरों की संख्या गुपचुप तरीके से 35 के बजाय 22 कर दी। आरोप हैं, कि दिसंबर तक 50 हजार रुपये तक के टेंडर आफ लाइन लगाए जाते थे। साथ ही प्रति मजदूर 12-13 हजार रुपये ही होते थे। जनवरी में यह टेंडर आनलाइन किए गए तो प्रति व्यक्ति मजदूरी 10700 रुपये कर दी गई।
इनका दावा है कि करीब 150-170 कर्मचारियों को वेतन देने में भारी अनियमितताएं बरती गई हैं। इसलिए इस प्रकरण में निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए। यह भी मांग की है कि पूरे प्रकरण में अधिकारी मामले को जुटे हुए हैं। इन्होंने इस प्रकरण में शिकायत शपथ-पत्र पर देते हुए दावा किया है, कि गलत शिकायत है तो मेरे खिलाफ केस हो अन्यथा मैं गड़बड़ियों के खिलाफ कार्रवाई कराने कोर्ट में जाने के लिए बाध्य हो जाऊंगा।

लॉकडाउन-कर्फ्यू के पक्ष में नहीं है स्वास्थ्य मंत्री

राणा ओबराय      
चंडीगढ। हरियाणा में रफ्तार पकड़ रहे कोरोना के मामलों पर लगाम कसने के लिए आज शनिवार को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने प्रदेश के सभी उपायुक्त, सिविल सर्जन और पुलिस के आला अधिकारीयों के साथ बैठक की। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हुई बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी मौजूद रहे। वहीं, इस बैठक में गृह मंत्री अनिल विज ने सभी अधिकारियों को कड़े शब्दों में प्रदेश में सख्ती बढ़ाने के निर्देश दिए। विज ने स्पष्ट कहा कि वो अभी किसी तरह के लॉक डाउन या नाईट कर्फ्यू के पक्ष में नहीं है। ऐसे में सख्ती ही एकमात्र बचाव का जरिया है। प्रदेश में फैल रही कोरोना की दूसरी लहर को लेकर हरियाणा सरकार गंभीर हो गई है। जिसके चलते आज हरियाणा में मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता में अहम बैठक हुई। जिसमें वीसी के जरिये सूबे के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीयों, उपायुक्तों और पुलिस कप्तानों को प्रदेश में फिर से सख्ती बढ़ाने के निर्देश दिए। विज ने कहा कि बीते वर्ष कोरोना से इसी महीने में लड़ाई शुरू हुई थी। लेकिन इस बार अभी वो इस पक्ष में नहीं है कि लॉक डाउन या फिर नाईट कर्फ्यू लगाया जाये। विज ने अधिकारियों को कहा कि अधिकारी बिना मास्क घूमने वालों लोगों पर सख्ती के लिए हर चौक चौराहे पर चालान काटने की मुहिम शुरू करें ताकि कोई भी बिना मास्क के घर से बाहर न निकले।
वहीं विज ने इस बैठक में यह भी स्पष्ट कर दिया, कि अगर आने वाले समय कोरोना पर लगाम कसने के लिए कड़े कदम उठाने पड़े तो वो भी उठाये जायेंगे। लेकिन अभी वो लोगों का काम धंधा बंद नहीं करना चाहते।क्योंकि, लोग पहले लॉक डाउन में काफी सहन कर चुके हैं।

हापुड़: टैक्स जमा करने का दिया गया नोटिस

अतुल त्यागी   
हापुड़। जनपद में एआरटीओ प्रशासन राजेश श्रीवास्तव ने बताया, कि जनपद में 1063 वाहन स्वामियों को नोटिस दिया गया है। जिन पर आरटीओ विभाग का बकाया है। उन्होंने कहा कि भवन गाड़ी स्वामी जल्द से, जल्द अपना बकाया जमा करें। भविष्य में होने वाली परेशानी से बचें, उन्होंने बताया, कि सरकार द्वारा जो कर निर्धारण किया गया है। उसका जल्द से जल्द भुगतान करना अति आवश्यक है। क्योंकि फाइनैंशल ईयर समाप्त होने के कगार पर है। इसलिए समस्त वाहन स्वामी शीघ्र अति शीघ्र अपना बकाया कर कार्यालय में आकर भुगतान करें।

मंदिर के निर्माण का किया गया शिलान्यास

अतुल त्यागी    
हापुड़। जनपद में महामाई मंदिर के निर्माण का शिलान्यास सांसद राजेंद्र अग्रवाल व विधायक विजयपाल आढ़ती द्वारा किया गया। पर्यटन मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा महामाई मंदिर निर्माण हेतु 50 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई। जिसके लिए आज शनिवार को सदर विधायक विजयपाल आढती व सांसद राजेंद्र अग्रवाल द्वारा शिलान्यास किया गया। जनपद स्थित मीनाक्षी रोड पर माता महामाई मंदिर के लिए यह राशि पर्यटन द्वारा पर्यटन विभाग द्वारा स्वीकृत की गई थी और जल्द ही मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इस अवसर पर सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा, कि उत्तर प्रदेश सरकार के 4 साल बेमिसाल उत्तर प्रदेश सरकार में महिलाएं सुरक्षित हुई हैं और प्रधानमंत्री अवश्य योजनाओं का लाभ लोगों ने भरपूर उठाया है। वही, विधायक विजयपाल आढती ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में करोड़ों रुपए की योजनाओं से सड़क निर्माण के कार्य किए हैं। मंदिर के लिए धनराशि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा स्वीकृत की गई। उसके लिए वे मुख्यमंत्री का दिल से आभार प्रकट करते हैं और साथ ही उन्होंने कहा, कि उत्तर प्रदेश सरकार के 4 साल बेमिसाल है। इस दौरान उनके द्वारा क्षेत्र में आज शनिवार को भी करोड़ों के कार्य का शिलान्यास किया जा रहा है।

हापुड़: आग की चपेट में आने से मासूम की मौत

अतुल त्यागी    
हापुड़। चूल्हे के अंगारो से झुग्गी झोपड़ियो में आग लगीं। आधा दर्जन झुग्गी झोपड़िया आग में जलकर नष्ट हुई।आग की चपेट में आने से 6 वर्षीय मासूम की जलकर मौत हुई। हज़ारो रुपए की नगदी व अन्य समान भी आग में जलकर खाक। सिंभावली थाना क्षेत्र के रझेड़ा गाँव की घटना।

तुष्टिकरण का ‘खेला’ खेल रही हैं सीएम ममता

खड़गपुर। पश्चिम बंगाल में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कि ममता दीदी बर्बरता का स्कूल चलाती हैं। जिसके पाठ्यक्रम में तोलाबाजी (उगाही), कट मनी, सिंडिकेट और अराजकता शामिल है। मोदी ने कहा, कि ममता बनर्जी वोट बैंक की राजनीति के लिए तुष्टिकरण का ‘खेला’ खेल रही हैं।
उन्होंने कहा, कि भाजपा ही बंगाल की असली पार्टी है। कांग्रेस, वाम दल और तृणमूल कांग्रेस ने दशकों तक बंगाल के विकास को रोके रखा है। और ममता बनर्जी केंद्र की योजनाओं को रोकने के लिए दीवार की तरह खड़ी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि लोगों को विकास के लिए अपने मताधिकार का उपयोग करना चाहिये। मोदी ने कहा कि विधान सभा का यह चुनाव केवल सत्ता में परिवर्तन के लिए ही नहीं बल्कि ‘सोनार बांग्ला’ के निर्माण के लिए भी है। उन्होंने कहा कि संविधान ने हमें वोट की आजादी दी है। लेकिन दीदी इस ताकत को छीनती रही है। वर्ष 2018 में पंचायत चुनाव के दौरान लोगों के वोट के अधिकारों को कुचला गया जो कि लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को समझना चाहिए कि संविधान की मर्यादा से बड़ा कुछ भी नहीं है। उन्होंने राज्य की जनता से पढाई, दवाई, कमाई और सिंचाई की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए निर्भय होकर वोट करने का अनुरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने पर राज्य में कानून का शासन स्थापित होगा और गैर कानूनी कार्य करने वालों के खिलाफ सख्त कर्रवाई होगी।
प्रधानमंत्री ने भाजपा को बंगाल की पार्टी बताते हुए कहा कि जनसंघ के जन्मदाता श्यामा प्रसाद मुखर्जी इसी राज्य के सपूत थे। भाजपा पर बंगाल का कर्ज है। पार्टी पश्चिम बंगाल को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में आने पर सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास हासिल करेगी। मोदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को जनता ने दस वर्ष सत्ता में रहने का अवसर दिया लेकिन दीदी ने बंगाल को बर्वाद कर दिया। लोगों के साथ विश्वासघात किया गया और युवाओं के सपने चूर चूर कर दिये गये। इस दौरान लूट, मार, भ्रष्टाचार और कुशासन रहा।
उन्होंने कहा दीदी विकास के सामने दीवार बन कर खड़ी हो जाती है। उन्होंने कहा कि कि पहले कांग्रेस और  वामपंथियों और अब तृणमूल ने विकास को अवरुद्ध किया है। उन्होंने कहा कि दीदी ने दलित, आदिवासी और पिछड़ों का हक छीना है। यहां वोट बैंक की राजनीति के लिए तुष्टिकरण किया जा रहा है। मोदी ने कहा कि कल रात 50-55 मिनट के लिए वाट्सअप, फेसबुक और इस्टाग्राम डाउन हो गया था, तो लोगों के मन में सवाल खड़े हो गये थे। पश्चिम बंगाल में 50-55 साल से विकास डाउन हो गया है।

शताब्दी एक्सप्रेस में लगी आग, यात्री सुरक्षित

 अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। जनपद रेलवे स्टेशन पर शनिवार सुबह दिल्ली से लखनऊ को जाने वाली लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन के पार्सल डिब्बे में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। काफी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया आग लगने के कारण स्टेशन पर रेल काफी देर तक खड़ी रही। बाद में दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन की बोगी को अलग कर शताब्दी एक्सप्रेस को लखनऊ के लिए रवाना कर दिया गया।
दमकल विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली से लखनऊ को जाने वाली 12004 दिल्ली लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन सुबह तकरीबन 6:10 बजे दिल्ली स्टेशन से लखनऊ के लिए रवाना हुई थी। जैसे ही ट्रेन सुबह 7:45 पर गाजियाबाद स्टेशन पर पहुंची तो अचानक इसके पार्सल बोगी से धुआं निकलता दिखाई दिया। इसके बाद रेलवे के अधिकारियों ने दमकल विभाग को इसकी सूचना दी जिसके बाद दमकल वाहनों की मदद से आग को बुझाने का प्रयास किया। रेलवे अधिकारियों का कहना है। कि उन्होंने घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी है। अधिकारियों के निर्देश पर मामले की जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। दमकल विभाग के अधिकारी का कहना है, कि आशंका है, कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी हो।

कितनी पीढ़ियों तक आरक्षण जारी रहेगा: एससी

 अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मराठा कोटा मामले की सुनवाई के दौरान शुक्रवार को जानना चाहा, कि कितनी पीढ़ियों तक आरक्षण जारी रहेगा। शीर्ष न्यायालय ने 50 प्रतिशत की सीमा हटाए जाने की स्थिति में पैदा होने वाली असमानता को लेकर भी चिंता प्रकट की। महाराष्ट्र सरकार की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने न्यायमूर्ति अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ से कहा कि कोटा की सीमा तय करने पर मंडल मामले में (शीर्ष न्यायालय के) फैसले पर बदली हुई परिस्थितियों में पुनर्विचार करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि न्यायालयों को बदली हुई परिस्थितियों के मद्देनजर आरक्षण कोटा तय करने की जिम्मेदारी राज्यों पर छोड़ देनी चाहिए और मंडल मामले से संबंधित फैसला 1931 की जनगणना पर आधारित था। मराठा समुदाय को आरक्षण प्रदान करने वाले महाराष्ट्र के कानून के पक्ष में दलील देते हुए रोहतगी ने मंडल मामले में फैसले के विभिन्न पहलुओं का हवाला दिया। इस फैसले को इंदिरा साहनी मामला के रूप में भी जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों (ईब्ल्यूएस) को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का केंद्र सरकार का फैसला भी 50 प्रतिशत की सीमा का उल्लंघन करता है। इस पर पीठ ने टिप्पणी की, ‘यदि 50 प्रतिशत की सीमा या कोई सीमा नहीं रहती है। जैसा कि आपने सुझाया है। तब समानता की क्या अवधारणा रह जाएगी। आखिरकार, हमें इससे निपटना होगा। इस पर आपका क्या कहना है।इससे पैदा होने वाली असमानता के बारे में क्या कहना चाहेंगे। आप कितनी पीढ़ियों तक इसे जारी रखेंगे।
पीठ में न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव, न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर, न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता और न्यायमूर्ति रविंद्र भट शामिल हैं। रोहतगी ने कहा कि मंडल फैसले पर पुनर्विचार करने की कई वजह है। जो 1931 की जनगणना पर आधारित था। साथ ही, आबादी कई गुना बढ़ा कर 135 करोड़ पहुंच गई है।
पीठ ने कहा कि देश की आजादी के 70 साल गुजर चुके हैं। और राज्य सरकारें कई सारी कल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं। तथा क्या हम स्वीकार कर सकते हैं कि कोई विकास नहीं हुआ है। कोई पिछड़ी जाति आगे नहीं बढ़ी है। न्यायालय ने यह भी कहा कि मंडल से जुड़े फैसले की समीक्षा करने का यह उद्देश्य भी है। कि पिछड़ेपन से जो बाहर निकल चुके हैं। उन्हें अवश्य ही आरक्षण के दायरे से बाहर किया जाना चाहिए।
इस पर रोहतगी ने दलील दी, ‘हां, हम आगे बढ़े हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। कि पिछड़े वर्ग की संख्या 50 प्रतिशत से घट कर 20 प्रतिशत हो गई है। देश में हम अब भी भूख से मर रहे हैं। मैं यह नहीं कहने की कोशिश कर रहा हूं कि इंदिरा साहनी मामले में फैसला पूरी तरह से गलत था। और इसे कूड़ेदान में फेंक दिया जाए। मैं यह मुद्दा उठा रहा हूं कि 30 साल हुए हैं। कानून बदल गया है। आबादी बढ़ गई है। पिछड़े लोगों की संख्या भी बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि ऐसे में जब कई राज्यों में आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से अधिक है। तब यह नहीं कहा जा सकता कि यह ”ज्वलंत मुद्दा नहीं है।और 30 साल बाद इस पर पुनर्विचार करने की जरूरत नहीं है। मामले में बहस बेनतीजा रही और सोमवार को भी दलील पेश की जाएगी। गौरतलब है। कि शीर्ष न्यायालय बंबई उच्च न्यायालय के उस फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है। जिसमें राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में दाखिले और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय को आरक्षण देने को कायम रखा गया था।

सीएम ने पूजन कर सर्व कल्याण की कामना की

 पंकज कपूर 
हरिद्वार। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को हरकी पैड़ी पहुंचकर मां गंगा की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत शनिवार को देहरादून से चलकर हरकी पैड़ी पहुंचे। यहां पर उनका विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल, राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर, भाजपा जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह चौहान, जिला महामंत्री विकास तिवारी, मेला अधिष्ठान के अधिकारियों और श्री गंगा सभा के सभापति कृष्ण कुमार शर्मा, अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, स्वागत मंत्री सिद्धार्थ चक्रपाणी, उज्ज्वल पंडित सहित अन्य लोगों ने स्वागत किया। इसके बाद श्रीगंगा सभा के आचार्य अमित शास्त्री ने मंत्रोउच्चारण के साथ मुख्यमंत्री श्री रावत से मां गंगा की पूजा-अर्चना ओर आरती कराई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मां गंगा से कुम्भ की सफलता और सभी के कल्याण की कामना की। इसके बाद श्रीगंगा सभा कार्यालय में पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को गंगाजलि, प्रसाद भेंट किया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीलधारा टापू स्थित मीडिया सेंटर पहुंचे। जहां उन्होंने कुम्भ के लिए कराए गए 12023.50 लाख रूपये की लागत से 36 कार्यों का लोकार्पण किया। इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, मेलाधिकारी दीपक रावत, जिलाधिकारी सी रविशंकर, आईजी कुम्भ संजय गुंज्याल, अपर मेलाधिकारी डाॅ. ललित नारायण मिश्र, हरबीर सिंह, रामजी शरण शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

लक्ष्मी स्टेशन होगा, झांसी रेलवे स्टेशन का नाम

 अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के एक और रेलवे स्टेशन का नाम बदलने वाला है। झांसी रेलवे स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मी बाई रेलवे स्टेशन होगा। इससे पहले भी यूपी के कई रेलवे स्टेशनों के नाम बदले जा चुके हैं।
बता दें कि सबसे पहले यूपी के वाराणसी जंक्शन से 19 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुगलसराय स्टेशन का नाम बदल कर पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन किया गया था।
ये स्टेशन यूपी के चंदौली जिले के शहर मुगलसराय में आता है। इसके बाद वाराणसी के मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलकर बनारस स्टेशन रखा गया है। इलाहाबाद जंक्शन का नाम भी बदल कर प्रयागराज जंक्शन कर दिया गया। इसके अलावा पिछले साल ही नौगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर सिद्धार्थनगर हो गया है।

होली-बैसाखी के सहारे आंदोलन का भविष्य

 अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का केंद्र सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। 26 मार्च को भारत बंद के बाद होली और वैसाखी पर भी किसानों ने देशव्यापी प्रदर्शन करने की घोषणा की है। होली पर किसान संगठन होलिका दहन की जगह कृषि कानून की प्रतियां जलाएंगे।
वहीं वैसाखी पर हजारों किसान बॉर्डर पर जुटेंगे। हालांकि दिल्ली की सीमाओं पर कम होती भीड़ से भी किसान संगठन चिंतित नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि अभी भीड़ जरूर कम हो रही है। लेकिन आगामी त्यौहार के सहारे आंदोलन को फिर से खड़ा करने की कोशिश करेंगे।
किसान नेताओं ने अमर उजाला को बताया कि 23 मार्च को हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों से किसानों के जत्थे 23 मार्च को भगत सिंह के शहीदी दिवस पर दिल्ली के टीकरी बॉर्डर पर पहुंचेंगे।
होली के त्योहार को लेकर संगठन की तैयारी हो चुकी है। होली पर गांवों से हजारों किसान दिल्ली की बॉर्डर जुटेंगे। सभी मिलकर यहां शांतिपूर्ण तरीके से होली का त्योहार मनाएंगे।
इसके अलावा बैसाखी पर भी किसान बॉर्डर पर जुटेंगे। हर गांव से कम से कम दस किसानों को आंदेालन में शामिल होने का आह्वान किया जा रहा है। सभी बॉर्डर से कम होती भीड़ किसान संगठनों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। हर प्रदर्शन स्थल पर गिने चुने ही लंगर चल रहे हैं। इसके अलावा अधिकांश जत्थे भी खाली हो गए हैं। दिल्ली में बढ़ती गर्मी के कारण भी किसानों की संख्या कम हो रही है।
इधर, किसानों का सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी है। भारत बंद के लिए किसान संगठनों ने लोगों से समर्थन मांगना शुरू कर दिया है। किसानों का कहना है, कि ये बंद शांतिपूर्ण तरीके से होगा। इस दौरान अगर कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की परेशानी खड़ी करेगा तो उसे सीधे पुलिस संगठन के पास सौंप दिया जाएगा।

कोविड प्रोटोकॉल के कड़ाई से पालन के निर्देश

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं, कि नवा रायपुर के शहीद वीर नारायण अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में रोड सेफ्टी टी 20 वर्ल्ड क्रिकेट सीरीज के खेले जा रहे मैचों के दौरान दर्शकों की संख्या स्टेडियम की क्षमता के 50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं हो। खेल के दौरान स्टेडियम के अंदर और बाहर कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि मैच के दौरान दर्शक मास्क लगाए रहें। यदि दर्शक मास्क नहीं लगाए पाए जाते हैं तो उन पर अर्थदण्ड अधिरोपित करने के साथ कड़ी कार्रवाई की जाए।

दिल्ली पुलिस ने किया हाईटेक गैंग का पर्दाफाश

 अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक कराने वाले हाई टेक मुन्ना भाई गैंग का पर्दाफाश करते हुए एक युवती समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि इस गैंग की सरगना युवती है। जो खुद को आईपीएस बताती थी। लोगों को प्रभाव में लेने के लिए युवती अपने भाई और ब्वॉयफ्रेंड को सब इंस्पेक्टर व हेड कांस्टेबल की नकली वर्दी पहनाकर साथ चलती थी। आरोपियों की पहचान वैशाली, भाई लव कुमार, रोहित और हिमांशू के तौर पर की गई है। इस गैंग का खुलासा उस समय हुआ था, जब पिछले दिनों नारायणा के एक सेंटर पर रोहित नामक एक युवक को नकल करते हुए पकड़ा गया था। उसी से हुई पूछताछ के बाद इस गैंग का पर्दाफाश हुआ है।
वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी उर्विजा गोयल ने बताया कि पुलिस ऑनलाइन एग्जाम में चीटिंग करने वालों पर नजर रख रही है। पिछले दिनों नारायणा इलाके में स्थित ॐ एंड चंद्र एसोसिएट नामक एग्जामिनेशन सेंटर पर नकल करते हुए एक युवक को पकड़ा गया था। सोनीपत जवाहर नगर निवासी रोहित को मोबाइल फोन से चीटिंग करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। इसके खिलाफ 4 मार्च को केस दर्ज कर लिया गया था। पूछताछ में रोहित ने इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया। रोहित के पास से मोबाइल फोन बरामद किया गया था। मोबाइल फोन का डाटा रिकवर करने के दौरान कॉल डिटेल्स आदि की जांच में हुई। जिसके बाद तीन लोगों के बारे में जानकारी मिली। जिनके नाम वैशाली, लव कुमार और हिमांशू थे. इन्हें दिल्ली और हरियाणा में अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया गया।

यूके: गुरु के चरणों में ध्यान से मिलती है खुशी

 पंकज कपूर   
देहरादून। संत राजिन्दर सिंह महाराज ने कहा, कि सृष्टि के शुरूआत से ही इंसान की यही कोशिश रही है, कि वो अपनी ज़िंदगी को खुशियों से जिये और इसके लिए वह उन कार्यों करने की कोशिश करता है। जिनसे उसे लगता है कि उसे खुशी मिलेगी। महाराज ने कहा, कि हममें से बहुत से लोग यह सोचते हैं, कि जब हमारा शरीर तंदुरुस्त होगा, हमारे पास बहुत सारा पैसा होगा। हमारे रिश्ते-नाते बेहतर होंगे। एक बहुत बड़ा घर होगा या एक सफल कैरियर होगा तो हमें खुशी मिलेगी। इसके लिए हम यही कोशिश करते हैं कि दुनिया में कुछ बन जाएं।अपने शरीर को स्वस्थ रखें। अपने लिए कुछ नाम कमाएं। कुछ धन-दौलत कमाएं। अपने परिवार व रिश्ते-नातों को अच्छी तरह निभायें और इन सब बाहरी खुशियों को पाने के लिए हम अपना बेशकीमती समय उन कार्यों में ही लगा देते हैं। महाराज जी ने बताया कि हममें से अधिकतर लोग अपने आपको शरीर और मन मानते हैं। हम अपना सारा समय अपनी शारीरिक जरूरतों (भोजन, आवास, कपड़ा) की पूर्ति और इसे आराम देने के लिए विभिन्न प्रकार के आनंद की प्राप्ति में ही लगा देते हैं। इसके साथ-साथ हम अपने बौद्धिक विकास के लिए अपना अधिकतर समय एक अच्छी शिक्षा की प्राप्ति में लगाते हैं। जिससे कि हम एक सुनहरा उज्जवल भविष्य बनाकर इस दुनिया में नाम-शौहरत और दौलत कमा सकें। उन्होंने कहा कि अगर हम ध्यान से देखें तो हम पाते हैं कि इस दुनिया की शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक खुशियाँ प्राप्त करने पर हमें इनके खो जाने का डर हमेशा बना रहता है। इनमें से कोई भी खुशी स्थायी नहीं है। क्योंकि इस दुनिया की हर चीज़ नाशवान है। ऐसे में हम सोचते हैं कि क्या कोई ऐसी खुशी है। जो सदा-सदा के लिए हमारे साथ रहती है? तब हमारा ध्यान अपने धर्मग्रंथों व संतों-महापुरुषों की शिक्षाओं की ओर जाता है। महापुरुष समझाते हैं कि अगर हमें सच्ची खुशी पानी हैं तो वह इस बाहर की दुनिया में नहीं बल्कि हमारे भीतर ही हमें मिलेगी, जिसके लिए हमें अपने ध्यान को इन बाहरी दुनिया के आकर्षणों से हटाकर अपनी आत्मा की ओर लगाना होगा। जिसके लिए हमें वक्त के किसी पूर्ण गुरु के चरण-कमलों में पहुँचकर उनसे ध्यान-अभ्यास की विधि सीखनी होगी और जैसे-जैसे हम ध्यान-अभ्यास में नियमित रूप से समय देते हैं तो हम अपने अंतर में प्रभु की ज्योति और श्रुति के साथ जुड़कर सच्ची खुशी का अनुभव करते हैं, जिससे कि हमारा इस जीवन को देखने का नज़रिया ही बदल जाता है। ध्यान-अभ्यास के ज़रिये हमारा मिलाप प्रभु से हो जाता है और हम हमेशा-हमेशा की खुशी को पा लेते हैं। ध्यान-अभ्यास की यह विधि प्रत्येक इंसान कर सकता है चाहे वह बच्चा हो या बुजुर्ग। हमें चाहिये कि हम छोटी उम्र से ही ध्यान एकाग्र करना सीखें जिससे कि बड़े होने पर यह हमारी एक आदत बन जाए। जो लोग ध्यान एकाग्र करना सीख लेते हैं वह अपना ध्यान संसार की चिंताओं से हटाकर स्वयं को अंतर के आनंद से जोड़ना सीख लेते हैं और अपने अंतर में सदा-सदा की खुशी का अनुभव करते हैं। जब हम अपनी दैनिक जीवन की जिम्मेदारियाँ निभा रहे होंगे, तब भी यह खुशी हमारे साथ रहेगी। जब हम काम पर जाएंगे, चाहे ट्रैफिक में गाड़ी चला रहे हों या शॉपिंग करते समय या बच्चों का पालन-पोषण करते समय दिन-रात, हर समय, हर पल यह खुशी हमारे साथ रहती है। ध्यान-अभ्यास करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि जब हमने अंतर प्रभु की दिव्य-ज्योति और श्रुति के साथ जुड़ते हैं तो हमें यह अनुभव हो जाता है कि प्रभु की यह शक्ति न सिर्फ इंसानों को बल्कि सृष्टि के सभी जीव-जंतुओं और पेड़-पौधों आदि को भी जान दे रही है। तब हमारे अंदर सभी के प्रति प्रेम, अहिंसा और करूणा का भाव उत्पन्न होता है।

'हार्डवेयर' से फेसबुक को बनाएं सेफ, ऑप्शन

वाशिंगटन डीसी। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सेफ्टी ऑप्शन को आगे बढ़ाते हुए, फेसबुक ने अब अपने यूजर्स के लिए एंड्रॉयड और आईओएस पर भी अधिक एन्क्रिप्शन समर्थन के लिए एक हार्डवेयर सिक्योरिटी की’ को सक्षम किया है। नया ऑथेंटिकेशन स्टेप यूजर्स के लिए एक हार्डवेयर ‘सिक्योरिटी की’ का उपयोग अपने अकाउंट में लॉग इन करने की अनुमति देगा। 
ध्यान दें कि आपके फेसबुक अकाउंट में लॉग इन करने के लिए एक हार्डवेयर ‘सिक्योरिटी की’ सपोर्ट नया नहीं है। यह सुविधा 2017 के बाद से डेस्कटॉप के लिए फेसबुक वेबसाइट पर मौजूद है। अब इस टेक्नोलॉजी को यूजर्स के लिए एंड्रॉयड और आईओएस पर रोल आउट किया जा रहा है। नई हार्डवेयर ‘सिक्योरिटी की’ फेसबुक द्वारा उपयोग किए जाने वाले टू-फैक्टर सिक्योरिटी सिस्टम के विस्तार के रूप में आती है।
कैसे काम करता है ये डिवाइस...
‘हार्डवेयर की’ एक छोटा प्लग-इन डिवाइस है। जिसे सीधे कंप्यूटर या स्मार्टफोन से जोड़ा जा सकता है। डिवाइस में एक एन्क्रिप्टेड की दी गई है। इसे ऑनलाइन सर्विस या एप्लिकेशन में लॉग इन के लिए सुरक्षा उपाय के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
इस तरह की ‘सिक्योरिटी की’ ऑनलाइन फिशिंग और हैक के प्रयासों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती हैं। चूंकि वे एक फिजिकल फॉरमेट में मौजूद हैं। इसलिए उन्हें किसी भी रूप में ऑनलाइन कॉपी नहीं किया जा सकता है। इस तरह के डिवाइस को राजनेताओं जैसे हाई प्रोफाइल लोगों द्वारा उपयोग करने की सिफारिश की जाती है।
मान लीजिए कि आपके पास पहले से ही हार्डवेयर ‘सिक्योरिटी की’ है। या आप एक खरीदने की योजना बना रहे हैं। उस स्थिति में, आप सेटिंग मेनू के अंतर्गत केवल सिक्योरिटी और लॉगिन पेज पर जाकर अपने फेसबुक अकाउंट से इसे कनेक्ट कर सकते हैं। जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है। हार्डवेयर की टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के विस्तार के रूप में कार्य करेगी, अनिवार्य रूप से टेक्स्ट मैसेज या ऐप वेरीफिकेशन ऑप्शन की जगह लेगी।
इस्तेमाल करना है बेहद आसान....
सिक्योरिटी की के साथ खास बात ये है कि इनका उपयोग करना बहुत आसान है। वे पोर्टेबल हैं। और इन्हें कीचेन में लगाकर रखा जा सकता है। ये ‘की’ कई ऑनलाइन ऐप और सर्विस को सपोर्ट करती हैं। ऐसी कई सर्विस तक पहुंच प्राप्त करने के लिए सिंगल की का उपयोग किया जा सकता है। इसलिए, अपने मोबाइल यूजर्स के लिए सुरक्षित लॉगिन इंटरफेस फेसबुक का नया कदम काफी शानदार है।

प्रशासन ने होली समारोह पर लगाया प्रतिबंध

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना तेजी से फैल रहा है। ऐसे में संक्रमण की रफ्तार को कम करने के लिए शासन और प्रशासन ने सख्ती लागू करने का फैसला किया है।  वहीं जिले में प्रशासन ने सार्वजनिक होली समारोह पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है। जारी आदेश के मुताबिक सार्वजनिक होली समारोह प्रतिबंधित रहेगा। वहीं कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों पर प्रशासन ने कार्रवाई का आदेश जारी किया है।

अमिताभ को अवॉर्ड्स से किया गया सम्मानित

 अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। महानायक अमिताभ बच्च्न को प्रतिष्ठित इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म आर्काइव्स अवॉर्ड (एफ आई ए एफ ) से सम्मानित किया गया है। अमिताभ को ये सम्मान शुक्रवार 19 मार्च की शाम एक वर्चुअल कार्यक्रम में ​हॉलीवुड फिल्ममेकर्स मार्टिन स्कोर्सेसे और क्रिस्टोफर नोलन से प्राप्त हुआ। अमिताभ बच्चन इस अवॉर्ड को पाने वाले पहले भारतीय हैं। उनसे पहले ये सम्मान अभी त​क किसी को नहीं मिला। एफआईएएफ कार्यक्रम में हर साल फिल्म जगत से जुड़े लोगों को सम्मानित किया जाता है। जो किसी ना किसी तरीके से फिल्म से जुड़ी चीजों को सहेजने में मदद करते हैं।
अमिताभ बच्चन ने अपने इंस्टाग्राम और ट्विटर पर अपनी कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए फैंस को इस बात की जानकारी दी है। तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, ‘मुझे 2021 एफ ए एफ अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इसे पाकर मैं मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। समारोह में मुझ पर पुरस्कार देने के लिए एफआईएएफ और मार्टिन स्कॉर्सेस और क्रिस्टोफर नोलन को धन्यवाद। भारत की फिल्म विरासत को बचाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता अटल है। फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन अपनी फिल्मों को बचाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन बनाने के अपने प्रयासों को जारी रखेगा।
आपको बता दें कि 78 वर्षीय बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार अमिताभ बच्चन का नाम एफआईएएफ संबद्ध फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन द्वारा नॉमिनेट किया गया था। एफआईएएफ की स्थापना फिल्म निमार्ता और आर्काइविस्ट शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर द्वारा की गई एक गैर-लाभकारी संगठन है। वहीं एफआईएएफ का मुख्य उद्देश्य भारत की फिल्मी विरासत के संरक्षण, रेस्टोरेशन, प्रलेखन, प्रदर्शनी और अध्ययन के लिए कार्य करना है।
बिग बी के वर्कफ्रंट की बात करें तो वह जल्द ही फिल्म चेहरे में नजर आने वाले हैं। इस फिल्म में उनके साथ एक्टर इमरान हाशमी और रिया चक्रवर्ती मुख्य भूमिका है। इसके अलावा अमिताभ बच्चन के ‘ब्रह्मास्त्र झुंड और ‘मेडे’ जैसी फिल्मों में भी नजर आएंगे। बता दें कि ‘मेडे’ अजय देवगन द्वारा निर्देशित थ्रिलर मूवी है।

आईपीएल की शुरुआत, नई गाइडलाइंस जारी

 अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। आईपीएल की शुरूआत 9 अप्रैल से होनी है और टूनार्मेंट का फाइनल मैच 30 मई को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) के 14वें सीजन के लिए बीसीसीआई ने गाइडलाइंस जारी कर दी है।
भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों को आईपीएल के लिए इस बार खुद को क्वारंटाइन नहीं करना होगा और वह नेशनल टीम के बायो-बबल से फ्रेंचाइजी के बायो-बबल में प्रवेश कर सकेंगे।
बीसीसीआई ने यह भी साफ किया है, कि लीग में हिस्सा ले रहे भारतीय खिलाड़ियों को कोविड-19 वैक्सीन नहीं लगेगी और उनको अपने समय का इतजार करना होगा।
आईपीएल 2021 (आईपीएल 2021)की शुरूआत 9 अप्रैल से होनी है और टूनार्मेंट का फाइनल मैच 30 मई को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। बीसीसीआई के अपने एक नोट में लिखा, ‘जो खिलाड़ी भारत और इंग्लैंड सीरीज के लिए बनाए गए बायो-बबल से सीधे आएंगे वह बिना किसी क्वारंटाइन पीरियड के फ्रेंचाइज के स्कावड को जॉइन कर सकेंगे।
हालांकि, उनको फ्रेंचाइजी के टीम होटल में टीम बस या फिर चार्टड फ्लाइट से आना होगा और इस बात की पुष्टि करनी होगी। अगर चार्टड फ्लाइट्स का इस्तेमाल होता है। तो क्रू मेंबर के सारे प्रोटोकॉल को फॉलो करना होगा। अगर ट्रैवल व्यवस्था से बीसीसीआई के चीफ मैडिकल आॅफिसर संतुष्ट होते हैं। तो वह खिलाड़ी फ्रेंचाइजी के टीम बबल में बिना क्वारंटाइन और बिना आरटी-पीसीआर टेस्ट के जा सकेंगे।
कुल मिलाकर 12 बायो-बबल बनाए जाएंगे जिसमें से 8 टीमों और स्पोर्ट स्टाफ के लिए, दो बबल मैच अधिकारियों और टीम मैनेजमेंट के लिए और दो बायो-बबल ब्रॉडकास्ट कमेंटेटर और क्रू के लिए होंगे। बीसीसीआई ने साफ किया है। कि उनका कोई भी अधिकारी किसी भी खिलाड़ी, स्पोर्ट स्टाफ, मैच मैनेजमेंट टीम या ब्रॉकास्ट क्रू के संपर्क में नहीं आएगा।
टीम के मालिक जो बायो-बबल का पार्ट बनना चाहते हैं। उनको अपने होटल रूम में 7 दिनों का क्वारंटाइन पीरीयड पूरा करना होगा। बीसीसीआई हर फ्रेंचाइजी टीम के लिए चार सिक्योरिटी स्टाफ नियुक्त करेगी, जिनका काम बायो-सिक्योर एन्वॉयरमेंट के नियमों पर निगरानी रखना होगा।
बीसीसीआई के बताया है। कि लीग में भाग ले रहे खिलाड़ियों को वैक्सीन नहीं लगेगी और उनको अपनी बारी का बाकी लोगों की तरह इंतजार करना होगा। बीसीसीआई के अनुसार बॉल से कोरोना के फैलने के कम चांस हैं। गेंद को स्टैंड में जाने या मैदान से बाहर जाने पर बॉल को सैनिटाइज किया जाएगा और फिर खिलाड़ियों को इस्तेमाल के लिए दिया जाएगा। गेंद पर थूक लगाना आईपीएल 2021 में भी बैन रहेगा।
 

राजनाथ-अमेरिकी रक्षामंत्री के बीच बातचीत

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के अपने समकक्ष लॉयड ऑस्टिन से शनिवार को मुलाकात के बाद कहा, कि बातचीत बहुत व्यापक और सार्थक रही। उन्होंने कहा, ”हम भारत-अमेरिका वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ाने के लिए संकल्पबद्ध हैं। हम भारत-अमेरिका संबंध को 21वीं सदी की सबसे अहम साझेदारियों में से एक बनाने की उम्मीद करते हैं। ऑस्टिन तीन देशों की यात्रा के कार्यक्रम के तहत जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा के बाद भारत आए हैं।
राजनाथ ने बताया कि अमेरिकी रक्षा मंत्री के साथ सेनाओं के बीच आपसी भागीदारी, सूचना साझा करने और साजोसामान संबंधी सहयोग समेत अन्य मुद्दों पर बातचीत की गई। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यासों का भी जायजा लिया। दोनों नेताओं ने भारतीय सेना और अमेरिका की हिंद-प्रशांत कमान, मध्य कमान और अफ्रीका कमान के बीच सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। राजनाथ ने बताया कि अमेरिका के साथ एलईएमओए, सीओएमसीएएसए और बीईसीए जैसे द्विपक्षीय रक्षा समझौतों को लागू करने के कदमों पर केंद्रित बातचीत की गई। उन्होंने कहा मैं अमेरिका के रक्षा उद्योग को भारत के रक्षा क्षेत्र में उदार एफडीआई नीतियों का फायदा उठाने के लिए आमंत्रित करता हूं।” उन्होंने कहा कि भारत, अमेरिका के साथ मजबूत रक्षा साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं ऑस्टिन ने मुलाकात के बाद कहा सिंह और मैंने बहुत ‘सार्थक चर्चा’ की।
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने तेजी से बदल रहे अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में भारत को एक बहुत महत्वपूर्ण साझेदार बताते हुए  कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध मुक्त एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र का केंद्र हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा मेरे और सिंह के बीच काफी उपयोगी वार्ता हुई।
ऑस्टिन ने अपनी भारत यात्रा के बारे में कहा मैं हमारे सहयोगियों एवं साझेदारों के प्रति हमारी मजबूत प्रतिबद्धता को लेकर बाइडन-हैरिस प्रशासन का संदेश पहुंचाना चाहता था। उन्होंने कहा भारत आज तेजी से बदल रहे अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में एक बहुत महत्वपूर्ण साझेदार है। ऑस्टिन ने कहा, ”मैं भारत के साथ समग्र एवं प्रगतिशील रक्षा साझेदारी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की क्षेत्र में हमारे रुख के मुख्य स्तम्भ के तौर पर पुन: पुष्टि करता हूं। उन्होंने कहा ”भारत और अमेरिका के संबंध मुक्त एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र का मजबूत केंद्र हैं।
इससे पहले, ऑस्टिन शनिवार सुबह राष्ट्रीय समर स्मारक गए और भारत के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वार्ता से पहले उन्हें विज्ञान भवन परिसर में सलामी गारद दिया गया। ऑस्टिन ने शुक्रवार को दिल्ली पहुंचने के कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से वार्ता की।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण   

1. अंक-216 (साल-02)
2. रविवार, मार्च 21, 2021

3. शक-1983, फाल्गुन, शुक्ल-पक्ष, तिथि- अष्टमी, विक्रमी सवंत

4. सूर्योदय प्रातः 06:35, सूर्यास्त 06:35।

5. न्‍यूनतम तापमान -11 डी.सै., अधिकतम-30+ डी.सै.। 

6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110

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यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...