मंगलवार, 23 फ़रवरी 2021
नरेंद्र मोदी टेक्स 'संपादकीय'
अभिनेता धर्मेंद्र ने आंदोलन को लेकर किया ट्वीट
कांग्रेस विधायक के ठिकानों पर छापेमारी की गई
1500 आता था, अब बढकर 1800 आएगा बिल
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक करेंगे नई पारी की शुरुआत
चौटाला को दिल्ली हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिलीं
दवा: उपलब्धता विस्तृत करने की दिशा में कार्यरत
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। 3 साल पहले मुंबई में 16 वर्षीय अर्जुन देशपाण्डे द्वारा स्थापित फार्मा स्टार्ट-अप जेनेरिक आधार देश भर में गुणवत्तापूर्ण दवाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करने की दिशा में कार्यरत है। इसी दृष्टिकोण के साथ जेनेरिक आधार ने उत्तरप्रदेश के गाज़ियाबाद स्थित इंदिरापुरम में दो एक्सक्लुज़िव आउटलेट्स खोले हैं। कंपनी ने आने वाले कुछ सालों में गाज़ियाबाद में 100 से अधिक स्टोर खोलने और आस-पास के शहरों जैसे लखनऊ, मेरठ, वाराणसी, नोएडा, आगरा, ओरैया, बरेली, बुलंदशहर, गोंडा, मिर्ज़ापुर, अलीगढ़, आज़मगढ़, गोरखपुर, कानपुर, मथुरा, प्रयागराज (अलाहाबाद), झांसी, रामपुर, मुजफ्फरनगर, सोनभद्र, बदायुं, देवरिया, बाघपत, राय बरेली, सीतापुर, बाराबंकी, फतेहपुर, हरदोई, मुरादाबाद में विस्तार की योजना बनाई है। अर्जुन देशपाण्डे, संस्थापक, जेनेरिक आधार ने कहा, ‘‘उत्तरप्रदेश के गाज़ियाबाद स्थित इंदिरापुरम में 2 फ्रैंचाइज़ी स्टोर्स का उद्घाटन करते हुए मुझे बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। हम ज़िले में दवाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करना चाहते है और साल के अंत तक दवाओं की गुणवत्ता के साथ किसी तरह का समझौता किए बिना अन्य ज़िलों तक अपनी पहुंच बढ़ाना चाहते हैं। अपने इन्हीं प्रयासों को जारी रखते हुए, हमें खुशी है कि हम दिग्गज महोदय रतन टाटा जी के मिशन एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर भारत के सपने को साकार करने में योगदान दे रहे हैं। ‘‘हम भारतीय नागरिकों को दवाओं की गुणवत्ता के बारे में आश्वस्त करते हैं। जो हमारे स्टोर्स में उपलब्ध हैं और सभी विनियामक निर्देशों एवं आवश्यकताओं का अनुपालन करते हैं। हम माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘वोकल फार लोकल’ के दृष्टिकोण के अनुरूप भी काम कर रहे हैं और सीधे उन निर्माताओं से जेनेरिक दवाएं प्राप्त करते हैं। जिनके पास जीएमपी-डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित निर्माण सुविधाएं हैं।’’ देशपाण्डे ने कहा। जेनेरिक आधार स्टार्ट-अप वेंचर को माननीय रतन टाटा जी का भी समर्थन प्राप्त है। जो इस दुनिया में लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
रैंकिंग के लिए निगम द्वारा नुक्कड़ नाटक आयोजित
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। गाज़ियाबाद को स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग दिलाने के लिए अब तक डेढ़ लाख नागरिकों ने अपना फीडबैक दिया है। स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) के नोडल अधिकारी एवं लेखाधिकारी अरूण कुमार मिश्रा ने बताया कि जनता के फीडबैक में ओर तेजी लाने के लिए नगर निगम द्वारा जल्द विभिन्न कार्यक्रम कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर की अव्वल रैंकिंग लाने को नगर निगम द्वारा नुक्कड़ नाटक आयोजित कराने हेतु पंपलेट वितरण और नागरिकों को जागरूक करने को विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कराए जाएंगे। इसके अलावा रेडियो एनाउंसमेंट के जरिए भी शहरवासियों से सर्वेक्षण के लिए फीडबैक देने की अपील की जाएगी। एबीएम के नोडल अधिकारी अरूण कुमार मिश्रा ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए जनवरी से जनता से फीडबैक लिया जा रहा है। कॉलोनियों, ग्रुप हाउसिंग सोसायटी से लेकर बाजारों आदि में नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोग शहर को स्वच्छता में अव्वल रैंकिंग लाने में फीडबैक दे सकें। शहर में कई जगह होर्डिंग्स भी लगाए गए हैं। शहर में मंगलवार से अलग-अलग जगह नुक्कड़ नाटक का मंचन कराया जाएगा। स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के लिए शहर की अव्वल रैंकिंग लाने को नागरिक सीधे 1969 नंबर पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा स्वच्छ सर्वेक्षण ऐप और वेबसाइट पर जाकर भी फीडबैक दे सकते हैं।
क्षेत्र विकसित करने की दिशा में मंत्री के साथ बैठक
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न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक चमोली पुलिस ने मंगलवार को बताया, ‘अलग-अलग जगह से अब तक कुल 70 शव और 29 मानव अंग बरामद हुए हैं, इनमें से 39 शवों और एक मानव अंग की शिनाख्त हो चुकी है।
बता दें कि एनटीपीसी की निर्माणाधीन तपोवन-विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना को हुई भारी क्षति के अलावा रैंणी में स्थित उत्पादनरत 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा जलविद्युत परियोजना भी बाढ़ से पूरी तरह तबाह हो गई थी। जिसके बाद से क्षेत्र में बचाव कार्य चल रहा है।
मुंबई: एक्ट्रेस उर्मिला ने कंगना को किया कॉपी
कविता गर्ग
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और उर्मिला मातोंडकर में विचारधारा को लेकर छत्तीस का आंकड़ा रहता है। अक्सर ही दोनों सोशल मीडिया पर एक दूसरे से लड़ती दिखाई देती हैं। लेकिन जब बार फैशन की आती है। दोनों का पंसद काफी हद तक एक जैसी नजर आती है। दरअसल, एक बार तो ऐसा भी देखने को मिला जब उर्मिला को कंगना का एक लुक इतना पसंद आ गया था कि इसे कॉपी करती दिखाई दी थीं। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे शादी की वेडिंग रिसेप्शन में जब उर्मिला मातोंडर सिल्क की साड़ी पहने पहुंची तो हर किसी की नजर उनपर गईं। सभी की नजरे थमने का दो कारण थे एक तो उर्मिला की खूबसूरती और दूसरा उर्मिला का ये लुक फैंस को कंगना की याद दिला रहा था। उर्मिला से पहले इस साड़ी लुक में अभिनेत्री कंगना रनौत सोनम कपूर के रिसेप्शन में पहुंची थीं। कंगना का लुक उस वक्त खूब सुर्खियों में रहा था इसके बाद ये सिल्क साड़ी काफी डिमांड में आ गई थी वहीं उर्मिला को भी ये साड़ी इतनी पसंद आई कि उन्होंने भी इसे अपनी वारड्रोब में जगह दे दी।
मुंबई: कोहली और अनुष्का को लेकर बड़ा खुलासा
मनोज सिंह ठाकुर
मुंबई। बीसीसीआई के पूर्व चयनकर्ता सरनदीप सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया है कि इंडियन क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और अनुष्का शर्मा के पास सब कुछ होने के बावजूव वो जीमन से जुड़े हुए इंसान हैं। दरअसल, आलीशान घरमें रहने के बावजूद उनके यहां एक भी नौकर नहीं है। उन्होंने बताया, "अगर कोई उनके घर जाता है तो विराट और उनकी पत्नी खुद अपने हाथों से खाने को परोसते हैं और अपने गेस्ट का ख्याल खुद रखते हैं। इससे बेहतर और क्या हो सकता है?" चलिए आपको तस्वीरों में दिखाते हैं। विराट कोहली और अनुष्का शर्मा के घर की इनसाइड तस्वीरें जहां का एक-एक कोना इन दोनों ने अपने हाथों से संवारा है।
अस्थायी रास्तों पर चलने को मजबूर हैं नागरिक
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शन के कारण किसान और प्रशासन दोनों अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। यूपी गेट पर किसानों ने सर्विस लेनों को और प्रशासन ने एनएच-9 को बंद किया गया। गाज़ियाबाद से दिल्ली में प्रवेश के कुछ रास्ते खुले हुए हैं। लेकिन उन पर भयंकर जाम लगा रहता है। ऐसे में रोजाना घर से दफ्तर आने-जाने की जल्दी में लोगों ने अस्थाई रास्ते बना दिए हैं। इन रास्तों से भले ही पांच मिनट पहले पहुंच सकें, लेकिन अपनी जान को जोखिम में लोग डालकर इन रास्तों पर सफर कर रहे हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर बीते महीने भर से दिल्ली जाने का मुख्य रास्ता बंद है। वहीं दूसरी ओर गाजीपुर बॉर्डर के आसपास के खेतों के बीच से दोपहिया वाहनों ने रास्ता बना लिया है। जिन रास्तों पर दोपहिया वाहन सफर कर रहे हैं। उन रास्तों पर एक तरह से ढलाने बनी हुई हैं। भरपूर गड्ढे, बड़े-बड़े पत्थर और कंटीले तारों से घिरा हुआ है। लेकिन इन लोगों के आगे न जाने ऐसी क्या मजबूरी है कि वह अपनी जान को जोखिम में डालकर इन रास्तों को पार कर रहे हैं। इन रास्तों से गुजरते हुए कई वाहन चालक गिर भी जाते हैं।
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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 1. अंक-161, (वर्ष-11) पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254 2. शनिवार, मार्च 30, 2024 3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-षष्ठी,...
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