बुधवार, 17 फ़रवरी 2021

श्रीलंका ने निरस्त किया, पाक पीएम का कार्यक्रम

कोलंबो। भारत को घेरने की नीयत से श्रीलंका को साधने में जुटे पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका लगा है। इमरान खान के श्रीलंका की संसद को संबोधित करने के कार्यक्रम को कोलंबो ने रद्द कर दिया है। श्रीलंकाई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के साथ संबंध खराब होने के डर से श्रीलंका ने इमरान के मंसूबों पर पानी फेरा है। इससे पहले पीएम मोदी ने 13 मार्च 2015 को श्रीलंका की संसद को संबोधित किया था। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तानी पीएम इमरान खान भी पीएम मोदी के नक्‍शे कदम पर चलना चाहते थे लेकिन श्रीलंका ने कोरोना वायरस का बहाना लेकर इमरान खान के अरमानों को मिट्टी में मिला दिया। इससे पहले इमरान खान अपने श्रीलंका दौरे के दौरान 24 फरवरी को वहां की संसद को संबोधित करना चाहते थे। श्रीलंका ने कहा कि कोरोना वायरस के कोलंबो में फैलने की वजह से वे संसद में इमरान खान के संबोधन के दौरान सभी सांसदों की उपस्थिति सुनिश्चित नहीं कर सकते हैं, इसलिए इस कार्यक्रम को स्‍थगित किया जाता है। उधर, सूत्रों ने बताया कि सरकार के एक धड़े में पाकिस्‍तानी पीएम के संसद में संबोधन को लेकर आपत्ति थी। उन्‍हें डर था कि इससे भारत के साथ उसके रिश्‍ते खराब हो सकते हैं। सूत्रों ने दावा किया कि इमरान खान संसद में संबोधन के दौरान कश्‍मीर का मुद्दा उठा सकते थे। श्रीलंका ने अब तक कश्‍मीर मामले से दूरी बनाकर रखी हुई है। अगर इमरान खान कश्‍मीर मुद्दे को उठाते तो श्रीलंका के लिए यह मुश्किल पैदा करने वाला हो जाता। यही नहीं इमरान खान संसद को संबोधित करके खुद को पीएम मोदी के बराबर दिखाने की कोशिश करते। इन सब खतरों को देखते हुए श्रीलंका ने संसद को संबोधित करने के कार्यक्रम को ही रद्द कर दिया है। वैसे भी कोलंबो पोर्ट टर्मिनल विवाद को लेकर पहले से ही श्रीलंका के साथ भारत के तनावपूर्ण संबंध चल रहे हैं। बता दें किसी विदेशी नेता को दूसरे देश की संसद को संबोधित करना सम्मान के नजरिए से देखा जाता है। इमरान इसी को भुनाना चाहते थे लेकिन उन्‍हें झटका लग गया। इमरान खान के श्रीलंका दौरे को लेकर वहां के मुस्लिम नेता गदगद हैं। उन्हें उम्मीद थी कि संसद के अपने संबोधन में इमरान खान श्रीलंका के मुसलमानों के हालात पर भी बोलेंगे। बता दें कि श्रीलंका में कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वाले मुस्लिम मरीजों को दफनाने की जगह जलाने का आदेश है। सरकार के इस आदेश का श्रीलंका के मुस्लिम नेता लगातार विरोध करते रहे हैं। आतंकी संगठन लिट्टे के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान ने श्रीलंका की सेना को कई हथियार मुहैया कराए थे। दावा किया जाता है कि पाकिस्तान और चीन के उच्च तकनीकी सैन्य उपकरण और खुफिया सहायता के जरिए ही श्रीलंकाई सेना लिट्टे का खात्मा करने में सफल हो पाई थी। दरअसल, उस दौरान श्रीलंका की सेना पर मानवाधिकारों के हनन के जबरदस्त आरोप लगे थे। जिसके कारण कई देशों ने श्रीलंका को हथियारों की सप्लाई रोक दी थी।

एटा अधीक्षक का स्थानांतरण, कारागार लखीमपुर

पंकज कुमार   
एटा। जिला कारागार एटा के अधीक्षक पीपी सिंह का स्थानांतरण जिला कारागार लखीमपुर खीरी बुधवार को शासन द्वारा किया गया। जिला कारागार एटा पर 22 जून 2016 से तैनात थे। उनके द्वारा विगत 4 सालों में  जेल को नई दिशा और बेहतर बनाने का पूरा प्रयास किया गया। जिस पर वह खरे भी उतरे उनके द्वारा बंदियों के उत्थान के लिए तरह-तरह के जीवन उपयोगी कार्यक्रम कराए गए। उन्होंने उन्होंने जेल को एक आश्रम के रूप में परिवर्तित कर दिया था। उनसे जेल के बंदी जितना लगाव करते थे। उससे ज्यादा जिले के सभी अधिकारी राजनेता और पत्रकार बंधु उनका बहुत ही आदर करते हैं और बड़े ही मिलनसार कर्मठ और प्रशासनिक दायित्व को शासन के अनुसार चलाने वाले निर्भीक तथा ईमानदार अधिकारी के रूप में उन्होंने जिला एटा में अपने जेल अधीक्षक के कार्यकाल में एक छाप छोड़ी है। श्री पी.पी सिंह को एटा रत्न का पुरस्कार भी उनके उत्कृष्ट कार्यो के कारण प्रदान किया गया। उन्होंने अपने बेहतर कार्यशैली और कारागार को नई दिशा प्रदान करने के कारण जिला कारागार एटा को आईएसओ प्रमाण पत्र भी 2020 में प्रदान किया गया। अब श्री पी.पी सिंह की एटा जनपद कारागार से सेवा समाप्त हो रही है और उत्तर प्रदेश की अन्य कारागार जिला कारागार खीरी का प्रभार उनको प्रदान किया जा रहा है। हम सब लोग उनको बधाई देते हैं, कि जैसे जिला कारागार एटा को उन्होंने आदर्श कारागार बनाया। वैसे ही जिला कारागार खीरी का भी नाम रोशन करेंगे।

एटा: पुलिस लाइन में अपराध समीक्षा की बैठक

पंकज कुमार 
एटा। एटा जिलाधिकारी विभा चहल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा श्री सुनील कुमार सिंह द्वारा पुलिस लाइन स्थित सम्मेलन कक्ष में अपराध समीक्षा की बैठक की गयी। जिसमें एटा अपर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक अपराध राहुल कुमार, समस्त क्षेत्राधिकारीगण, समस्त प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष/थानाप्रभारी व अन्य पुलिसकर्मी उपस्थित रहे। ग्राम पंचायत चुनाव एवं पंचायत चुनाव के संबंध में थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया। पूर्व में घटित घटनाओं के दृष्टिगत रखे सतर्क दृष्टि। आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दृष्टिगत थानों में स्वीकृत व्यक्तिगत शस्त्र लाइसेंसों की संख्या व तथा उनमें से कुल जमा शस्त्रों की संख्या एवं शेष शस्त्रों की संख्या तथा शेष बचे शस्त्रों को जल्द से जल्द जमा कराए जाने के संबंध में थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया। शस्त्र लाइसेंसधारी व्यक्तियों के कारतूसों का शत-प्रतिशत सत्यापन कराया जाए। अपराधों में लिप्त ऐसे व्यक्तियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण हेतु रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय अविलंब भेजी जाए। बूथों को चार श्रेणियों में बांटा गया 1- सामान्य 2- संवेदनशील 3- अति संवेदनशील 4- अति संवेदनशील प्लस इस संबंध में थाना स्तरों से कार्यवाही पूर्ण करा ली जाए। महिलाओं एवं बालिकाओं संंबंधी अपराधों पर प्रभावी रोकथाम लगाई जाए, एवं ऐसे प्रकरणों में तत्परता पूर्वक कार्यवाही करते हुए आरोपियों की गिरफ्तार कर पीड़िताओं को शीघ्र न्याय दिलाया जाए। असामाजिक तत्वों एवं गुंडा एक्ट से संबंधित अपराधियों को चिंहित कर सख्त कार्यवाही की जाए। जघन्य अपराधों का निस्तारण कर त्वरित कार्यवाही करें, सही मामलों में तुरन्त एफआईआर हो एवं शिकायतकर्ता संतुष्ट होना चाहिए। सभी थाना प्रभारियों को उनके थाना क्षेत्र में चिन्हित किए गए सक्रिय गैंगों का शत-प्रतिशत रजिस्ट्रेशन कराने हेतु निर्देशित किया गया साथ ही अवैध शराब के निर्माण, अपमिश्रित शराब की बिक्री एवं तस्करी पर शत-प्रतिशत कार्यवाही की जाए। अनूसूचित जाति एवं जनजाति के व्यक्तियों के साथ घटित होने वाले अपराधों पर प्रभावी रोकथाम लगाई जाए, अवैध शस्त्र, फैक्ट्री एवं कारतूसों आदि पर नियंत्रण हेतु प्रभावी कार्यवाही की जाए। सूचीबद्ध अपराधियों एवं चिह्नित किए गए टाॅप 10 अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करते हुए उनसे संबंधित सभी अभिलेखों को अध्यावधिक रखा जाए। सभी अपर पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी अपने अधीनस्थों को गाईड करें, क्षेत्राधिकारी स्वयं क्षेत्र में निकले ड्यिूटीरत अधीनस्थों को चैक करें, उनकी किसी भी समस्या को संज्ञान लेते हुये उसका तत्काल निराकरण करायें। लम्बित विवेचनाओं के शीघ्र व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण तथा वांछित/वारण्टी अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाये।
 जनशिकायती प्रार्थना पत्र, आईजीआरएस प्रकरण में प्राप्त प्रकरणों का गुणवत्तापूर्वक निस्तारण समय से सुनिश्चित किया जायें। साथ ही सभी क्षेत्राधिकारियों द्वारा अपने सर्किल के थानों पर प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रों के निस्तारण की गुणवत्ता की रैण्डम चैकिंग की जाये। सभी थानाध्यक्ष पीड़ित/आवेदक से स्वयं वार्ता कर उनकी समस्या के निस्तारण के सम्बन्ध में जानकारी करें। समस्त थाना प्रभारियों को प्रत्येक थाने में महिला शौचालय निर्माण हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही सभी अधिकारी व कर्मचारी अपना व्यवहार उच्चकोटि का रखें। नियमानुसार वर्दी धारण करें। आचरण में सौम्यता एंव शालीनता रखी जाये। दुर्व्यवहार की शिकायत पर दोषी कर्मियों के विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। गोष्ठी के अन्त में सभी राजपत्रित अधिकारियों से अपना पर्यवेक्षण सुदृढ रखते हुये उक्त बिन्दुओं पर अधीनस्थों द्वारा की जा रही कार्यवाही का निरन्तर अनुश्रवण कर वाॅछित कार्यवाही समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराने की अपील की गयी।

टूलकिट मामले में 1 और नाम, कनाडा से कैनेक्शन

अब टूलकिट मामले में एक और नाम आया सामने, मिला कनाडा कनेक्शन
ओटावा। क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद टूलकिट मामले में कई जानकारियां सामने आई हैं। मिल रही जानकारी के मुताबिक, खालिस्तानी समर्थक एम. धालीवाल की करीबी कनाडा की रहने वाली अनिता लाल भी टूलकिट मामले में एक अहम किरदार है। अनीता लाल वर्ल्ड सिख ऑर्गेनाइजेशन की फाउंडर और पॉइटिक जस्टिस फाउंडेशन की को-फाउंडर है। टूलकिट को तैयार करने में अनीता लाल भी शामिल थी।
खबर के अनुसार जूम मीटिंग में शामिल होने वाले कई लोगों ने अपनी पहचान छुपा रखी थी या तो कोई और आईडी बना रखी थी। ताकि पहचाने जान जाएं। कनाडा की रहने वाली पुनीत नाम की महिला और निकिता भी पहली बार इंस्ट्राग्राम चेट्स और पैरेटऑन मेल के जरिये मिले थे। 6 दिसम्बर को जो ग्रुप बनाया गया था। उसका नाम इंटरनेशनल फार्मर्स स्ट्राइक था। इसके अलावा बताया कि 20 जनवरी से 27 जनवरी तक शांतुनु टीकरी बॉर्डर पर मौजूद था। जिसके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी हुआ है। शांतुनु किसान आंदोलन में शामिल हुआ था।

कोरोना नियम पालन या फिर लॉकडाउन: सीएम

सीएम उद्धव ठाकरे को आया गुस्सा, बोले- कोरोना नियम पालन होगा या फिर लगा दिया जाए लॉकडाउन
कविता गर्ग
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सूबे में बढ़ रहे कोरोना वायरस के ग्राफ को देखते हुए दोबारा लॉकडाउन लगाने की धमकी दी है। बुधवार को मंत्रियो के साथ हुई बैठक मैं उद्धव ठाकरे ने कोरोना के कारण हर जिले में फैल रहे संक्रमण के चलते उपजी परिस्थितियों का जायजा लिया।
इस बैठक में उद्धव ने कोरोना और लॉकडाउन के नियमों को सख्ती से लागू करने के संकेत दिए। मुख्यमंत्री ने साथ ही उन इलाकों में टेस्टिंग और स्क्रीनिंग बढ़ाने के निर्देश दिए जहां एक बार फिर कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी किए गए एक बयान में उद्धव ने सूबे की जनता से पूछा है। कि जनता कोरोना नियमों का पालन करना चाहेगी या सूबे में दोबारा लॉकडाउन लगा दिया जाए। सीएमओ से जारी बयान में कहा गया है। बहुत सारे लोग मास्क नहीं पहन रहे है। 
लोगों को लग रहा है, कि कोरोना चला गया है। पुलिस और प्रशासन पर नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी है और जो लोग नियम नहीं मान रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। प्रशासन उन लोगों की भी स्थिति की जानकारी ले जिन्हें पहले कोरोना हो चुका है।

एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के द्वारा संपत्ति जब्त

मनी लॉन्ड्र‍िंग केस में एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया की ₹17 करोड़ संपत्ति जब्त
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्र‍िंग केस में एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया और अन्‍य की 17 करोड़ रूपये से अधिक राशि की संपत्ति अस्‍थायी तौर पर जब्‍त की है।
प्रवर्तन निदेशालय संस्था के खिलाफ विदेशी फंडिंग हासिल करने में अनियमितताओं के आरोपों के खिलाफ जांच कर रहा है। गृह मंत्रालय का आरोप है, कि संस्था ने भारत में एफडीआई यानि विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के जरिए पैसे मंगाए। जिसकी नॉन-प्रॉफिट संस्थाओं को अनुमति नहीं है।
गौरतलब है, कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरेशनल इंडिया ने पिछले साल सितंबर माह में भारत में अपना कामकाज रोक दिया था।
संस्था ने आरोप लगाया है। कि भारत सरकार ने एक कार्रवाई के तहत उसके अकाउंट फ्रीज़ कर दिए थे। जिसके बाद उसे अपने अधिकतर स्टाफ को निकालना पड़ा. संस्था ने भारत सरकार पर यानी इरादतन निशाना बनाने का आरोप लगाया है। 
दूसरी ओर, सरकार का कहना है। कि इस संस्था ने फॉरऐगन कॉनट्राइबयूशन ( रेगुलेशन) एकट के तहत कभी रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया है। जो विदेशी फंडिंग के लिए जरूरी होता है।

कू एप से बाहर होंगे चीन के निवेशक, बेचेंगे हिस्सेदारी

कू एप से बाहर होंगे चीन के निवेशक, बेचेंगे पूरी हिस्सेदारी
नई दिल्ली/ बीजिंग। हाल ही में चर्चा में आयी घरेलू माइक्रोब्लॉगिंग साइट कू की पेरेंट कंपनी में चीन का निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेच बाहर निकल रहा है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
कू के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अपरामेय राधाकृष्ण ने कहा, कि अन्य निवेशकों ने चीन के निवेशकों की 9 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा जाहिर की है।
उल्लेखनीय है, कि भारत सरकार और ट्विटर के बीच तनातनी के बाद कू को खासी चर्चा मिली है। इसके बाद से कू को अब तक 30 लाख बार से अधिक डाउनलोड किया जा चुका है। तथा इसके 10 लाख से अधिक सक्रिय यूजर हो चुके हैं।
कू के निवेशकों में एस्सेल पार्टनर्स, 3वन4 कैपिटल, ब्लूम वेंचर्स और कलारी कैपिटल्स शामिल हैं। इनके अलावा चीन से संबंधित वैश्विक वेंचर कैपिटल कंपनी शुनवेई ने कू की पेरेंट कंपनी बॉम्बीनेट में निवेश किया है।
राधाकृष्ण ने पीटीआई-भाषा से कहा कि शुनवेई ने मातृ कंपनी के एक अन्य ऐप वोकल के लिये निवेश किया था। तब कू की शुरुआत भी नहीं हुई थी। शुनवेई ने भारत की कई कंपनियों में निवेश किया है। जिसमें बॉम्बीनेट भी है।
राधाकृष्ण ने कहा कि कू अब राष्ट्रीय भावना का हिस्सा बन रहा है। ऐसे में कू में अब भारतीय निवेशक ही होने चाहिए।
हाल ही में बॉम्बीनेट ने 41 लाख डॉलर जुटाए हैं। और निवेश के इस राउंड शुनवेई ने हिस्सा नहीं लिया। वास्तव में हम सुनिश्चित कर रहे हैं, कि कंपनी में और कोई चीन का निवेशक न शामिल हो।

नवरात्रि का आठवां दिन मां 'महागौरी' को समर्पित

नवरात्रि का आठवां दिन मां 'महागौरी' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय  नवरात्रि का आठवां दिन, यानी कि महा अष्टमी बहुत महत्वपूर्ण मानी जात...