शनिवार, 6 फ़रवरी 2021

सत्याग्रह: गांधी जयंती तक आंदोलन करेंगे किसान

अश्वनी उपाध्याय     

गाजियाबाद। किसान नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि केन्द्र के तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी दो अक्टूबर तक दिल्ली की सीमाओं पर बैठे रहेंगे। गत नवम्बर से दिल्ली-मेरठ राजमार्ग के एक हिस्से पर अपने समर्थकों के साथ आंदोलन कर रहे भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत ने कहा, ”हम दो अक्टूबर तक यहां बैठेंगे।” प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने दावा किया कि शनिवार को दोपहर 12 बजे से अपराह्र तीन बजे के लिए घोषित ”चक्का जाम” के दौरान कुछ ”शरारती तत्वों द्वारा शांति भंग करने की कोशिश” किये जाने के बारे में कुछ सूचनाएं मिली थीं। टिकैत ने कहा, ”इन सूचनाओं के कारण, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ‘चक्का जाम’ नहीं करने का फैसला लिया गया।” उन्होंने कहा, ”कोई भी खेती की जमीन को नहीं छू सकता है, किसान इसकी रक्षा करेंगे। किसानों और सैनिकों दोनों को इसके लिए आगे आना चाहिए।” गाजीपुर बॉर्डर प्रदशर्न स्थल पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात थे। बैरिकेडिंग के दूसरी तरफ सुरक्षाकर्मियों के साथ बातचीत करते हुए, उन्होंने, हाथ जोड़कर कहा, “आप सभी को मेरा प्रणाम। अब आप सभी मेरे खेतों की रक्षा करेंगे।”

छत्तीसगढ़: कई हिस्सों में किसानों का 'चक्काजाम'

पालूराम 
रायपुर। राजधानी रायपुर में हाइवे, जिले के आस-पास के ग्रामीण इलाकों के अलावा अभनपुर, धमधा जैसे हिस्सों में किसानों ने चक्काजाम किया। किसान शनिवार दोपहर रसनी में बने टोल नाके पर धरना दे रहे हैं। सड़क को जाम कर दिया गया है। किसान नेताओं की कार और ट्रैक्टर सड़क पर खड़े कर जाम कर दिए हैं। सैंकड़ों ट्रकों की लम्बी लाइन लग गई है। यातायात बाधित कर दिया गया है। यह सब केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में हो रहा है। एक सुर में किसान नेता यहां नारे लगाते दिखे। शहर के बोरियाखुर्द इलाके में भी स्थिति कुछ ऐसी ही रही। इन दोनों ही जगहों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। अफसर किसानों से रास्ता खोलने की गुजारिश कर रहे हैं, मगर किसानों का प्रदर्शन जारी है। छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ से जुड़े संगठनों ने शुक्रवार शाम ही चक्काजाम की तैयारी पूरी करते हुए इसका एलान कर दिया था। सिर्फ रायपुर ही नहीं प्रदेश के अन्य जिले बालोद, धमतरी, दल्ली राजहरा, धमतरी, मुंगेली, बिलासपुर, महासमुंद, राजनांदगांव, कोरबा, अम्बिकापुर आदि क्षेत्रों में चक्काजाम किया गया है।      किसानों का ये चक्काजाम दिल्ली में जारी किसान आंदोलन को समर्थन है। प्रदर्शन को लेकर किसान नेता वीरेंद्र पांडे, गौतम बंद्योपाध्याय और डॉ संकेत ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि सुधार के नाम पर लाए गए 3 कृषि व आम जनता विरोधी बिल की वापसी एवं फसलों के एमएसपी की गारंटी की मांग को लेकर पंजाब हरियाणा व देश के हर हिस्से से विरोध की आवाज बुलंद की जा रही है। किसान चाहते हैं कि तीन काले कानून केंद्र सरकार वापस ले। किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन को भाजपा द्वारा सुनियोजित ढंग से बदनाम किया जा रहा है। किसानों को आतंकवादी, नक्सली आदि बताकर अन्नदाता को अपमानित किया जा रहा है। जिस पर कांग्रेस, सीपीआई समेत अन्य पार्टियां विरोध कर रही हैं।

ड़र की 'दीवार' दिखाकर क्यों डराते हो: प्रियंका

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने दिल्ली की सीमा पर पुलिस द्वारा की गई कई स्तर की सुरक्षा घेराबंदी का फोटो शेयर कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और पूछा है कि डर की दीवार दिखाकर क्यों डराते हो? उन्होंने सोशल मीडिया पर दिल्ली बॉर्डर की कई लेयर की बैरिकेडिंग की तस्वीर साझा करते हुए लिखा है, ‘क्यों डराते हो डर की दीवार से ?’ 
26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने किसानों को दिल्ली आने से रोकने के लिए सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर जबर्दस्त बैरिकेडिंग की है। वहां कंटीले तार और सड़कों पर कील लगाए गए हैं। कई जगहों पर पुलिस ने 20 स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया है। इधर, किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में आज देशभर में चक्का जाम का आह्वान किया है। ये जाम दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच किया गया है। इसे देखते हुए भी दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं। पूरे दिल्ली-एनसीआर में 50,000 पुलिसकर्मी और पारा मिलिट्री फोर्सेज के जवानों की तैनाती की गई है। पुलिस बॉर्डर इलाके में ड्रोन कैमरे से निगरानी रख रही है।
सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो के 10 स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। वहां एंट्री और एग्जिट रोक दी गई है। हालांकि, किसानों ने पहले ही साफ कर दिया था कि दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं रहेगा।

43 साल के 1 व्यक्ति को पुडुचेरी में गिरफ्तार किया

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। पुलिस ने 43 साल के एक व्यक्ति को पुडुचेरी में गिरफ्तार किया है। इस व्यक्ति पर ये आरोप है कि उसने फेसबुक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने का प्रस्ताव दिया था। फेसबुक पर उसमें पीएम मोदी को लेकर लिखा था कि यदि कोई उसे पांच करोड़ रुपये दे, तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या कर देगा। इस बारे में पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है। फिलहाल इस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह है पूरा मामला... जानकारी के मुताबिक, आर्यनकुप्पम गांव के निवासी उक्त व्यक्ति को गुरुवार को गिरफ्तार किया। इसके बाद उसे स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। कौन है पोस्ट करने वाला आरोपी?
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की पहचान रियल एस्टेट व्यवसायी सत्यानंदम के रूप में हुई है। उस पर कानून की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया। आरोपी ने लिखा था यह पोस्ट...
पुलिस ने मुताबिक, आरोपी ने फेसबुक पर एक संदेश लिखा था। इसमें कहा गया था कि यदि कोई उसे पांच करोड़ रुपये दे तो वह प्रधानमंत्री की हत्या करने के लिए तैयार है। गुरुवार को एक कार चालक ने यह संदेश देखा और पुलिस को इसकी सूचना दे दी, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के अधिकारियों के हवाले से मीडिया में आ रही खबर के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी की हत्या का प्रस्ताव देने वाले व्यक्ति की पहचान रियल एस्टेट व्यवसायी सत्यानंदम के रूप में की गई है। उस व्यक्ति पर कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

तीनों कृषि बिल किसानों के फायदे में हैं: जनरल

अश्वनी उपाध्याय लखनऊ/अलीगढ। भारतीय थल सेना के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि तीनों कृषि बिल किसानों के फायदे में हैं। किसानों की आड़ में कुछ लोग व दल राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। चीन भारत की ताकत को जानता है। हमारी फौज भी आज हर तरह से जवाब देने में सक्षम है। अलीगढ़ महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद हिन्दुस्तान से बातचीत में केंद्रिय मंत्री ने कहा कि किसानों को गुमराह किया जा रहा है। कानून पूरी तरह से किसानों के हित में हैं और इसमें किसी का भी कोई नुकसान नहीं है। किसानों की आड़ में कुछ लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। जो पूरी तरह से गलत है। उन्हें रोकने के लिए दिल्ली में अगर सख्ती भी की जा रही है तो वह पूरी तरह से सही है। किसान आंदोलन में किसान कम और फोटो खिंचवाकर अपनी पब्लिसिटी कराने वालों की भीड़ ज्यादा है। एक सवाल के जवाब में पूर्व थल सेनाध्यक्ष ने कहा कि चीन को सेना मुंह तोड़ जवाब दे रही है। अगर भारत के 20 जवान शहीद हुए, तो चीन को इसका खामियाजा 60 जवान खोकर उठाना पड़ा है। नेपाल द्वारा सीमा विवाद उत्पन्न करने के मामले पर वह बोले कि भारत के लिए यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। नेपाल की आंतरिक राजनीति के कारण यह विवाद उत्पन्न हुआ, जो जल्द ही खत्म हो जाएगा। नेपाल से भारत का रोटी-बेटी का रिश्ता रहा है, जो कभी भी खत्म नहीं हो सकता है। जल्दी ही दोनों देशों के बीच की मधुरता फिर लोगों के सामने होगी।

प्रेमी युगल को जूतों की माला पहनाईं, जूते मारे

आगरा। प्रेमी प्रेमिका को जूते की माला पहनाई गई। मुंह काला करके सिर पर जूते मारे गए। उसके बाद गांव में जुलूस निकाला गया। आरोपियों ने वीडियो भी बनाया। वीडियो में प्रधान भी दिख रहा है। सोशल मीडिया पर वीडियाे वायरल होने के बाद पुलिस को मिला। पुलिस ने बताया कि मामला सही है। मुकदमा दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की जा रही है। घटना सुबह करीब 11 बजे की है। गांव महुअर के मजरा गांव जखा निवासी एक विवाहित महिला के गांव के एक युवक से प्रेम संबंध हैं। बात उजागर होने पर महिला के घर क्लेश हुई थी। महिला का पति उसे लेकर शहर में ताजगंज के तोरा चौकी क्षेत्र में रहने लगा। सात दिन पहले महिला गायब हो गई। गांव में रह रहा उसका प्रेमी भी लापता था। घरवालों को यकीन हो गया कि दोनों भाग गए हैं। शुक्रवार की सुबह प्रेमी अपनी प्रेमिका को लेकर गांव में पहुंचा। अपने घर जाने लगा। दोनों एक ही बिरादरी से हैं। इस बात पर गांव के कुछ लोगों ने विरोध किया। गांव में पंचायत बैठी। आरोप है कि पंचायत में मौजूद पंचों ने फरमान सुनाया कि दोनों जूते की माला पहनाकर मुंह काला करके पूरे गांव में जुलूस निकाला जाए। इसी बीच किसी ने यह मांग रखी कि प्रेमी का सिर भी मुंडवा दिया जाए। ताकि लोग इससे सबक लें। कोई किसी के घर में बहन-बेटियों को प्रेम जाल में नहीं फंसाए। ऐसा ही हुआ। भीड़ में शामिल लोगों ने पहले दोनों को जूते की माला पहनाई। उसके बाद उनके चेहरे काले कर दिए। इतना ही नहीं महिला और उसके प्रेमी के सिर पर पांच-पांच जूते भी मारे। नारे लगाते हुए दोनों का गांव में जुलूस निकाला। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल...
घटना का वीडियो बनाया गया था। गांव के ही किसी युवक ने उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। यह वीडियो पुलिस तक पहुंच गया। वीडियो 48 सेकेंड का है। वीडियो में एक युवक महिला के चेहरे से जबरन घूंघट हटा रहा है। कुछ लोग बोल रहे हैं कि अब कौन से लाज मार रही है। इसके बाद प्रेमी प्रेमिका के चेहरे पर कालिख पोती जाती है। बाद में उनके सिर पर जूते मारे जाते हैं। वीडियो में कई लोग दिख रहे हैं। वीडियो देखने वालों का दावा है कि ग्राम प्रधान दाता राम भी वीडियो में दिख रहे हैं।

ड्राइविंग के सम्बंध में चालकों को किया जागरूक

लेन ड्राइविंग और साइड ड्राइविंग के सम्बन्ध में वाहन चालकों को किया गया जागरूक
बृजेश केसरवानी 

प्रयागराज। सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन), तृतीय दल ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया है, कि राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा मासिक कार्यक्रम के तहत शनिवार को सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी दी गयी। इसके अतिरिक्त जनपद प्रयागराज में लेन ड्राइविंग और साइड ड्राइविंग के सम्बन्ध में जनपद के प्रमुख चैराहे मुण्डेरा, लेफ्रोसी झूंसी एवं सिविल लाइन्स आदि क्षेत्रों में सभी वाहन चालकों को जागरूक किया गया। लेन ड्राइविंग और साइड ड्राइविंग करने वाले वाहनों के विरूद्ध शहरी क्षेत्रों में सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी(प्रवर्तन) तथा ग्रामीण क्षेत्रों में यात्रीकर अधिकारियों द्वारा 15 वाहनों के विरूद्ध चालान की कार्यवाही की गयी।

प्रयागराज: कोविड़-19 व स्वच्छता जागरुकता जारी

बृजेश केसरवानी 
 प्रयागराज। प्रयागराज द्वारा जनमानस में कोविड-19 टीकाकरण और स्वच्छता को लेकर चलाये जा रहे अभियान केध अंतर्गत शनिवार को विभाग के शिविर में लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किये गये कार्यक्रमों की उपस्थित दर्शकों द्वराा खूब सराहना की गयी। लखनऊ से आये सर्वेश श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत किये गये हास्य, व्यंग्य के कार्यक्रम में दर्शकों ने उनका उत्साहवर्धन तालियाँ बजाकर किया। दूरदर्शन आकाशवाणी के मशहूर नक्कारावादक सलाम ने अपनी प्रस्तुति से कला प्रेमियों का मन मोह लिया। प्रयागराज की स्मृति शुक्ला द्वारा प्रस्तुत किये गये भजनों तथा गणेश तथा शिव वंदना पर लखनऊ के कलाकार उत्तम कुमार के नृत्य प्रदर्शन का भी लोगों ने भरपूर स्वागत किया। वाराणसी से आये लोकगीत तथा बिरहा कलाकारों के दल कन्हैया लाल यादव एण्ड पार्टी द्वारा प्रस्तुत किये गये कार्यक्रम की भी दर्शकों द्वारा सराहना की गयी। विशेष रूप से लोक गायक कन्हैया लाल यादव और लोक गायिका अनीता राव द्वारा प्रस्तुत किये गये गीतों पर विभाग के शिविर में तालियाँ बजाकर उत्साहवर्धन किया गया। कोविड-19 से बचना-बचाना है बात मान लो, सबको टीका है। लगवाना मेरी बात मान लो’ गीत जब प्रस्तुत किया गया तो बिना मास्क लगाये दर्शकों द्वारा अपनी नाक और मुँह को गमछा और रूमाल से ढ़क लिया गया। कार्यक्रम में मौजूद विभाग के उपनिदेशकआरिफ हुसैन रिजवी ने बताया कि प्रतिदिन 12 बजे के बाद से शिविर में उत्तर प्रदेश के विभिन्न भागों से आये हुए कलाकारों द्वारा मनोरंजक और ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों का यह सिलसिला 27 फरवरी तक लगातार जारी रहेगा। उन्होंने फिर कहा कि टीकाकरण पूरी तरह सुरक्षित है और इसका प्राथमिकता के आधार पर लाभ प्राप्त करने के लिए अपना पंजीकरण कराना जरूरी है। विभाग के कार्यक्रम में लखनऊ मुख्यालय से आये संयुक्त निदेशक सुनील कुमार शुक्ल सहित बड़ी संख्या में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

व्यापार मंडल ने किया आईजी-एसएसपी का सम्मान

बृजेश केसरवानी    
प्रयागराज। शनिवार को प्रयागराज व्यापार मंडल एवं इलाहाबाद होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के संयुक्त तत्वधान में सफल कुम्भ मेले व कोरोना काल के दौरान सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक से नवाज़े गए आई.जी रेंज श्री के. पी सिंह को एवं उत्तर प्रदेश के डीजीपी द्वारा प्रयागराज की बेहतर क़ानून व्यवस्था के लिए सिल्वर मेडल से नवाज़े गए डीआईजी/एसएसपी श्री सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के सम्मान में सिविल लाईनस के होटल मिलन में एक कार्यक्रम किया गया। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता इलाहाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अमरेन्द्र सिंह जी ने की जिसमें उन्होंने श्री के. पी सिंह व श्री सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी जी के कार्यों की प्रसंशा करते हुए उन्हें बधाई दी। एस.पी सिटी दिनेश सिंह ने कहा की प्रयागराज से उनका पुराना सम्बंध हैं। उनकी पड़ाई लिखाई यही हुई हैं और प्रयाग व्यापार मंडल से हमेशा सहयोग मिलता हैं। एस.एस. पी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के कहा कि कोई भी कार्य की सफलता का श्रेय एक व्यक्ति को नहीं दिया जा सकता , पूरी टीम का सहयोग होता हैं। किसी भी कार्य को करने के लिए । 
आइ. जी. रेंज के.पी सिंह ने कहा कि कुम्भ की सफलता का श्रेय प्रयागराज के समस्त समाजिक संगठन और प्रयागराज की जनता को जाता हैं। उन्होंने प्रयागराज को अपना दूसरा घर बताया और वर्षों पूरी अपनी यादें व्यापारियों से साझा की। उन्होंने प्रयाग व्यापार मंडल का इस सम्मान के लिए धन्यवाद दिया। 
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर रंजना त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम आयोजक इलाहाबाद होटल एंड रेस्टरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष सरदार जोगिंदेर सिंह जी रहे। कार्यक्रम में अधिकारियों का स्वागत प्रयाग व्यापार मंडल के अध्यक्ष विजय अरोरा ने किया तथा धन्यवाद महामंत्री सोहैल अहमद ने ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में आइ.एम.एन.ए के अध्यक्ष डॉक्टर महेश मदनानी ,अनिल कुमार गुप्ता अन्नु , मो. क़ादिर , राना चावला , सुशील खरबंदा , शिवशंकर सिंह , आशीष केसरवानी , संजीव अग्रवाल , आशीष अरोरा , महमूद खान , इंदर मध्यान , श्याम केसवानी , अनिता जैसवाल , दिनेश सिंह , विनोद चंद दुबे , राजीव नैयर , निखिल मलंग , धर्मेंद्र दिवेदी , सदर परमजीत सिंह , नरेश रॉय , रौनक़ गुप्ता , मो. आमिर , मो. आरिज खान , सरोज साहू , सरदार दिलजीत सिंह , मो. मोईन अख़्तर , अखिलेश सिंह , हरीश चंद जैसवाल , अतुल केसरवानी , धनंजय सिंह , अनुज अग्रवाल , फ़ैयाज़ अहमद , रोहित सिंह , उमेश केसरवानी , शानू यादव , राजीव गांधी , पार्षद साहिल अरोरा मोहम्मद अकरम पस्थित रहें।

अंतर: उनहोंने लगाई कीलें, किसानों ने बोएं पौधे

अश्वनी उपाध्याय      

गाजियाबाद। इन दिनों हमारा देश एक अजीबोगरीब दौर से गुजर रहा है। होना यह चाहिए, कि सरकार के हर फैसले की ज़िम्मेदारी से आलोचना हो। अगर कोई बात गलत है, तो उसका विरोध हो लेकिन साथ ही सरकार की अच्छे प्रयासों की प्रशंसा भी होनी चाहिए। मगर चाहे वह मीडिया हो या राजनैतिक दल, हर मुद्दे पर देश दो भागों में बंट कर उसके समर्थन या विरोध में मोर्चे निकाल रहा है। कुछ ऐसा ही गाज़ियाबाद-दिल्ली बार्डर पर भी हो रहा है। उपद्रवी किसानों से जनता और सरकारी संपत्ति को बचाने के लिए पुलिस ने गाजीपुर बार्डर पर नुकीली कीलें और कंक्रीट के स्लैब आदि लगा कर यहाँ दो दुश्मन देशों के बार्डर से भी ज्यादा सुरक्षा कर दी है। वहीं शुक्रवार को किसानों ने यहाँ मिट्टी डाल कर पौधे रोपने शुरू कर दिए हैं। दोनों ही गुट यहाँ पिछले 2 महीनों से डेरा जमाए बैठे हैं। जिसकी वजह से गाज़ियाबाद के उन लाखों नागरिकों को हर दिन लंबे जाम से गुजरना पड़ रहा है। जो हर दिन रोजगार या काम के सिलसिले में दिल्ली जाते हैं। हाइवे पर मिट्टी डालने की शुरुआत भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत ने की। टिकैत ने फावड़ा उठाकर सड़क पर मिट्टी को इकसार करने के साथ फूलों के पौधे भी रोपे। उन्होंने आंदोलन में शामिल किसानों से अपने-अपने गांवों से ट्रैक्टर के जरिए मिट्टी लाने का भी आह्वान किया। आपको बता दें कि किसानों ने आज (शनिवार को) देशव्यापी चक्का जाम का ऐलान किया है। चक्का जाम से दिल्ली-यूपी और उत्तराखंड को अलग रखा गया है। इन 3 राज्यों में चक्का जाम नहीं किया जाएगा। किसान संगठनों का कहना है कि यह विरोध-प्रदर्शन पूर्णत: व्यवस्थित और शांतिपूर्ण तरीके से होगा। किसी को भी उपद्रव करने की छूट नहीं दी जाएगी। किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि शनिवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा। संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक देशभर में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को दोपहर 12 से 3 बजे तक जाम किया जाएगा। इस दौरान इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एंबुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा।

सुरक्षा: जाम में नजर आया भिंडरवाले जैसा झंडा

अश्वनी उपाध्याय     

गाजियाबाद। यह तो काफी हद तक जाहिर हो चुका है कि खालिस्तानी अलगाववादी भारत में चल रहे किसान आंदोलन का फायदा उठाना चाहते हैं। इस बीच एक नई तस्वीर से सवाल उठ गया है कि क्या शनिवार को बुलाए गए चक्का जाम में भी खालिस्तानी तत्व घुसपैठ करने में कामयाब हो गए? न्यूज एजेंसी एएनआई ने लुधियाना की एक तस्वीर जारी की है। जिसमें एक ट्रैक्टर पर लगे झंडे में जरनैल सिंह भिंडरावाले जैसी छवि दिख रही है।जून 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारा गया भिंडरावाले सिखों के धार्मिक समूह दमदमी टकसाल का प्रमुख था। सिखों के लिए अलग देश की मांग करने वालों में भिंडरावाले को प्रमुख बताया जाता है। खालिस्तानी अलगाववादी उसे अपना आदर्श मानते हैं। पिछले दिनों सिंघु बॉर्डर पर भी उसका पोस्टर दिखा था। विदेशों में खालिस्तानी समर्थकों के प्रदर्शनों में भी वह दिखता रहा है।

मोदीनगर: किसान नेताओं ने एडीएम को सौंपा ज्ञापन

पालूराम    

मोदीनगर। कृषि कानून के विरोध में किसान तकरीबन 74 दिन से बैठे हुए हैं। शनिवार को किसान नेताओं ने पूरे भारत में चक्का जाम की घोषणा की हुई थी। वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली में चक्का जाम न करके किसानों से जिला कार्यालयों में ज्ञापन देने की घोषणा की थी। इसी को लेकर आज भारतीय किसान यूनियन के नेता और क्षेत्रीय किसान मोदीनगर उप जिलाधिकारी को ज्ञापन देने पहुंचे हैं। किसान नेता सत्येंद्र तोमर ने बताया कि पिछले 74 दिन से किसान दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। यह कृषि कानून किसानों के लिए फांसी का फंदा है। किसानों पर जिस किसी भी सरकार ने हाथ डाला है। उसको नुकसान उठाना पड़ा है। ऐसे ही अब उनको उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को भी पीछे हटना पड़ेगा। शांतिपूर्ण ढंग से सौंपा ज्ञापन... किसान नेता का कहना है कि सरकार अगर पीछे नहीं हटेगी तो किसान भी पीछे नहीं हटेंगे। किसानों को इकट्ठा करने के लिए महापंचायतों का दौर जारी है। यह सिर्फ किसी एक जाति का नहीं बल्कि किसानों का आंदोलन है। बॉर्डर पर आते-जाते रहेंगे किसान... भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिला उपाध्यक्ष चौधरी पवन कुमार ने बताया कि उनके नेता राकेश टिकैत ने जैसा कि आह्वान किया है कि एक गांव से एक ट्रैक्टर 15 आदमी और 10 दिन बॉर्डर पर आने चाहिए। इसके लिए उनकी पूरी तैयारी हैं। वैसे ही बॉर्डर पर लगातार ट्रैक्टर जाते रहेंगे और आज उन्होंने शांति पूर्ण रूप से अपनी मांगों को लेकर मोदी ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया  इकबाल अंसारी  चेन्नई। देश में इन दिनों आईपीएल की धूम मची हुई है। गत चैम्पियन चेन्नई सुपर...