सोमवार, 11 जनवरी 2021

जासूसी के लिए कई तरीके अपना रही 'आईएसआई'

आई एस आई की लड़कियां न्यूड होकर करतीं थीं बात, हनी ट्रैप में फंसा पूर्व सरपंच


जयपुर। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आई एस आई सीमावर्ती इलाकों में जासूसी के लिए कई तरीके अपना रही है। राजस्थान के जैसलमेर में पोखरण रेंज से गिरफ्तार एक शख्स ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं। इस शख्स का कहना है। कि आई एस आई की ओर से लड़कियां उससे न्यूड होकर फोन पर बात करती थी। इस शख्स ने कहा है। कि लड़कियों से बात करने और तस्वीरें देखने के चक्कर में वो ऐसा फंसा कि सेना की गोपनीय जानकारी उनतक भेजने लगा।
सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले में राजस्थान के जैसलमेर के पोखरण फायरिंग रेंज के पास लाठी गांव से एक पूर्व सरपंच को गिरफ्तार किया है। आई एस आई की हनी ट्रैपिंग में फंसे इस व्यक्ति का नाम सत्यनारायण पालीवाल है। ये व्यक्ति इस इलाके का सरपंच रह चुका है।
अब तक की जांच के अनुसार सत्यनारायण पालीवाल ने सेना की गतिविधियां समेत कई सामरिक सूचनाएं आई एस आई को पहुंचाई है। आरोपी ने आई एस आई की लड़कियों से बात करने के लिए सोशल मीडिया पर नकली अकाउंट बना रखा था। इस अकाउंट से वह सूचनाएं आईं एस आई को भेज रहा था।
सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले में राजस्थान के जैसलमेर के पोखरण फायरिंग रेंज के पास लाठी गांव से एक पूर्व सरपंच को गिरफ्तार किया है। आई एस आई की हनी ट्रैपिंग में फंसे इस व्यक्ति का नाम सत्यनारायण पालीवाल है। ये व्यक्ति इस इलाके का सरपंच रह चुका है।
अब तक की जांच के अनुसार सत्यनारायण पालीवाल ने सेना की गतिविधियां समेत कई सामरिक सूचनाएं आई एस आई को पहुंचाई है। आरोपी ने आई एस आई की लड़कियों से बात करने के लिए सोशल मीडिया पर नकली अकाउंट बना रखा था। इस अकाउंट से वह सूचनाएं आई एस आई को भेज रहा था।

पंचायत: उम्मीदवारों के लिए तय हुए चुनाव-चिन्ह

उम्मीदवारों के लिये तय हुए चुनाव चिन्ह, जानिए कौन - कौन से चुनाव चिन्ह
बृजेश केसरवानी 
लखनऊ। पांच वर्ष के बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का समय आ गया है। अब बारी है। प्रधान कौन बनेंगे। उसी का सूरज खुशियों के साथ उगेगा और वोटर भी तोप से वोट के गोला दागेंगे तथा प्रधानजी भी जीतने के बाद प्लेन से उड़ान भगेंगे। इसके लिये बैलेट पेपर भी आ गये हैं। जिन पर मतदान के लिये तरह-तरह के चुनाव चिह्न भी जारी किये गये हैं। जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को तैयारियां रफ्तार से चल रही हैं। मतदान की प्रक्रिया को अधिसूचना का इंतजार है। इस बार मतदान के दौरान ग्राम प्रधान के पद पर 45 लोग चुनाव लड़ने का एक गांव से प्रवाधान होगा। प्रधानी के चुनाव में 45 लोग दावेदार हो सकेंगे। इनके लिये अलग-अलग चुनाव चिह्न का मतपत्र होगा। बता दें कि इस बार चुनाव के लिये मतपत्र पर तोप से लेकर हवाई जाहज (प्लेन) तक का चिह्न भी रहेगा। इसके अलावा उगता सूरज, हल जोतता किसान, इमली, अनार, पुस्तक जैसे चिह्न रहेंगे। जिनके माध्यम से प्रधानों की पांच वर्ष के लिये किस्मत लिखी जायेगी। दहगवां के नगर पंचायत बनने के बाद जिले में 1,037 ग्राम पंचायतों पर चुनाव कराया जायेगा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने वाला है। इसके लिये तीन प्रकार के अलग-अलग मतपत्र मिलेंगे। जिसमें ग्राम प्रधान पद के लिये अलग, वार्ड सदस्य के लिये अलग, जिला पंचायत सदस्य पद के लिये अलग मतपत्र मिलेगा। तीनों मतपत्रों के अलग-अलग रंग होंगे, जिन पर मतदान करके मतपेटिका में मतपत्र डाला जायेगा।
डॉ. पीएस पटेल, सहायक चुनाव अधिकारी बताते हैं। कि निर्वाचन आयोग से मतपत्र आ गये हैं। चुनाव चिह्न प्रकाशित हैं। चुनाव में काफी ज्यादा संख्या में चुनाव चिह्न हैं। और अलग-अलग पद के लिये मतपत्र आये हैं। प्लेन और हल जोतता किसान जैसे कई चिह्न पुराने भी हैं। बाकी कुछ नये चिह्न आये हैं। प्रशासन निर्वाचन की तैयारियां जोरशोर से कर रहा है।

यूपी: फंदे पर लटका मिला महिला सिपाही का शव

फंदे पर लटका मिला महिला सिपाही का शव, पीआरवी 112 में थी तैनात

लखनऊ। मोहनलालगंज कोतवाली की पीआरवी (पुलिस रिपोर्टिंग व्हीकल) में तैनात महिला सिपाही उर्मिला वर्मा (24) ने रविवार रात फांसी लगा ली। वह कस्बे के मऊ इलाके में एक हॉस्टल में रहती थीं। हॉस्टल के कमरे में ही पंखे से दुपट्टे के सहारे फंदे पर शव लटका मिला। सूचना पर पहुंचे पुलिस अधिकारी उर्मिला के आत्महत्या के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं।
इंस्पेक्टर मोहनलालगंज ने बताया कि उर्मिला मूल रूप से अयोध्या जिले की रहने वाली थीं। रात 10 बजे से उनकी ड्यूटी थी। वह ड्यूटी पर भी नहीं पहुंची थीं। इस बीच उनका कोई परिचित हॉस्टल पहुंचा। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद होने पर काफी देर तक खटखटाता रहा। कोई उत्तर न मिलने पर उसने पड़ोस में रह रहीं एक महिला दारोगा को बताया। महिला दारोगा ने कमरे के दूसरे दरवाजे से अंदर देखा तो कमरे में पंखे से दुपट्टे के सहारे उर्मिला का शव लटका देख सन्न रह गईं।
उन्होंने घटना की जानकारी थाने पर दी। इसके बाद एसीपी प्रवीण मलिक, डीसीपी साउथ रवि कुमार मौके पहुंचे। फंदे से शव को उतारा गया। उर्मिला के परिवारीजनों को घटना की जानकारी दी। इंस्पेक्टर ने बताया कि मौके से कोई सोसाइडनोट नहीं मिला है। उर्मिला के आत्महत्या करने के कारणों की जानकारी नहीं हो सकी है। मौके से उनका मोबाइल भी नहीं मिला है। मोबाइल की खोजबीन की जा रही है। इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर पड़ताल की जा रही है। उर्मिला के परिवारीजन के आने पर ही कुछ जानकारी हो सकेगी।
देर रात तक झाड़ियों में हुई मोबाइल की खोजबीन
घटना के बाद से उर्मिला का मोबाइल पुलिस को मौके से नहीं बरामद हुआ। पुलिस का दावा है कि उर्मिला के मोबाइल से उसकी मौत के रहस्य से पर्दा उठेगा। इस कारण देर रात तक पुलिस उर्मिला के कमरे समेत घर के आस पास और कुछ दूर स्थित झाड़ियों तक में पुलिस की टीम मोबाइल की खोजबीन करती रही। पर देर रात तक मोबाइल नहीं मिल सका।
देर शाम साथी सिपाहियों के साथ खेलती रही बैडमिंटन
पुलिस ने बताया कि उर्मिला के अलावा हॉस्टल में थाने की अन्य दारोगा और महिला पुलिस कर्मी रहती हैं। सबके कमरे अलग-अलग हैं। देर शाम उर्मिला उनके साथ बैडमिंटन भी खेल रही थी। काफी देर तक बैडमिंटन खेलती रही। उसके बाद वह अपने कमरे में चली गई थी। फिर नहीं निकली।

सरकार लगाएगी रोक या हम लगाएं: एससी

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार और किसानों के बीच किसान आंदोलन के समाधान को लेकर अब तक हुई बातचीत में प्रगति न होने पर सोमवार को चिंता जताते हुए केंद्र से पूछा कि क्यों न तीनों कानूनों पर रोक लगा दी जाये? मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रमासुब्रमण्यम की खंडपीठ ने सुनवाई के दौरान तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि क्यों न तीनों कानूनों पर उस वक्त तक रोक लगा दी जाये। जब तक न्यायालय द्वारा गठित समिति इस मामले पर विचार न कर ले और अपनी रिपोर्ट न सौंप दे।

रेहड़ी-पटरी वालों ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन

मुजफ्फरनगर। पैंठ ना लगने से बच्चों के लालन पालन के लिए परेशान दुकानदारों ने पैंठ लगवाये जाने की मांग करते हुए कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया।सोमवार को पैंठ आदि में साग-सब्जी आदि की दुकानें लगाकर रोजी-रोटी कमाने वाले दुकानदारों ने धरना प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से शाहबुददीन रोड पर लगने वाली पैंठ आरंभ कराये जाने की मांग की। प्रदर्शनकारी दुकानदारोें द्वारा डीएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार सिंह को दिये गये ज्ञापन में बताया गया है कि शाहबुददीन रोड पर पिछले काफी समय से पैंठ बाजार लगता आ रहा है।

मुंबई: एक्ट्रेस प्रियंका ने फिल्म की शूटिंग पूरी की

मुंबई। पिछले महीने प्रियंका चोपड़ा ने बताया था कि कोरोना वायरस संबंधी महामारी के बीच होने वाली शूटिंग में रोजाना उनकी और फिल्म निर्माण टीम की कोविड-19 जांच होती है और भौतिक दूरी का अनुपालन किया जाता है। अभिनेता प्रियंका चोपड़ा ने लंदन में अपनी आगामी हॉलीवुड फिल्म 'टेक्स्ट फॉर यू' की शूटिंग पूरी कर ली है। जिम स्ट्रॉस निर्देशित यह रोमांटिक फिल्म वर्ष 2016 में जर्मन में आई सुपरहिट फिल्म 'एसएमएस फर डिच' से प्रभावित है जो सोफी क्रामर की इसी नाम से आए उपन्यास पर आधारित थी। प्रियंका चोपड़ा (38) ने इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीर साझा करते हुए शूटिंग के समाप्त होने की जानकारी दी। इस तस्वीर में वह फिल्म की पटकथा की प्रति लिए हुए दिख रही हैं। उन्होंने लिखा, ''समापन हो गया। पूरी टीम को बधाई और धन्यवाद। आपको फिल्म में देखेंगे।''

नंबर लिंक कराएं बिना कोरोना का टीका नहीं लगेगा

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने अब लगभग यह साफ कर दिया है कि बिना आधार को अपने मोबाइल नम्बर लिंक कराए बगैर आपको कोरोना का टीका नही लगेगा। जबकि पहले यह कहा गया था कि आप अपने अन्य फोटो पहचान पत्र के सहारे आप टीका लगवा सकते हैं  .......फर्जी पहचान या नाम के जरिये किसी भी तरह की फर्जीवाड़ा टीकाकरण में न होने पाए, इस बात का बहाना बनाकर सरकार उन सभी लोगों से मोबाइल नंबर आधार से लिंक करने को कह रही है, जिन्हें निकट भविष्य में टीका लगना है। आज ही आधार को लेकर सुप्रीम कोर्ट में फैसला आ सकता है। दरअसल केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी आधार योजना की संवैधानिक वैधता को बरकरार रखने के अपने आदेश के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिकाओं की सुनवाई हुई है और आज फैसला आ सकता है.....कोर्ट ने अपने आदेश में योजना के कुछ प्रावधानों को खत्म करने की बात कही थी।जिसमें बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और स्कूल में दाखिले की जानकारी आधार से जोड़ने का प्रावधान शामिल है। टीकाकरण को भी आधार से जोड़ा जा रहा है केंद्र ने राज्यों से एक भी प्रॉक्सी  (एक व्यक्ति की जगह दूसरे वैक्सीन का वैक्सीन लगवाना) न होने देने और इसके लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल करने को कह रहा है। राज्य सरकार के अधिकारियों को किसे, कब और कौन सी वैक्सीन लगी, इन सभी बातों का डिटिजल रिकॉर्ड रखने को कहा गया है। दरअसल आधार जैसी आधिकारिक पहचान, संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा का ही एक स्वरूप है और सरकार ऐसे डेटा को तब तक एकत्र नहीं कर सकती जब तक कि ऐसा करने के लिए कानून द्वारा मान्यता प्राप्त एक स्पष्ट और विशिष्ट उद्देश्य न हो ,लेकिन मोदी सरकार को इस बात की अब कोई परवाह नही है और वह जमकर मनमानी कर रही है। हम सब यह अच्छी तरह से समझ चुके हैं कि इस तरह के डेटा संग्रह और ओर टीके को आधार से जोड़ देना आपके मोबाइल नंबर से जोड़ देने का वास्तविक लाभ वे ही कम्पनिया उठाएगी जो यह बिग डेटा कलेक्ट कर रही है।भारत मे वे लोग जो आधार की परियोजना की शुरूआत करने वाले थे वे ही लोग आज आधार को टीकाकरण से जोड़ने की हिमायत कर रहे हैं। 19 अक्टूबर को प्रकाशित इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक साक्षात्कार में इंफोसिस के नंदन नीलेकणी ने कोविड-19 टीकाकरण प्रक्रिया के साथ आधार को जोड़ने के लिए एक विस्तृत प्रस्ताव रखा, जहां सभी लाभार्थियों को आधार और डेटा सहित प्रमाणित किया जाएगा। जहां “व्यक्ति का नाम, वैक्सीन लगाने वाले का नाम, किस टीके का उपयोग किया गया, किस समय, तारीख, स्थान को रिकॉर्ड किया जाएगा” और इन जानकारियों को क्लाउड पर अपलोड किया जाएगा। उन्होंने कहा कि “यह केवल इसलिए जरूरी नहीं है कि मुझे टीका लग गया है बल्कि यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि आप जानते हैं कि मुझे टीका लगा है। नीलेकणी ने यह भी प्रस्ताव दिया कि टीकाकरण के प्रमाण के रूप में एक डिजिटल प्रमाण पत्र लाभार्थियों को भेजा जाए। जिसे “नौकरी के साक्षात्कार, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि“ पर मांगा जा सकता है। शायद आप अब समझ पाए  कि यह कितनी खतरनाक चीज है।

किसान आंदोलन के साथ 1 और आंदोलन शुरू

टीकाकरण: आधार से मोबाइल लिंक होना अनिवार्य

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। भारत में 16 जनवरी से कोरोना का टीकाकरण शुरू हो रहा है। इस संबंध में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दे दिया गया है। टीकाकरण के लिए सरकार ने को-वि (Co-win) ऐप और प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। इसी प्लेटफॉर्म के जरिए टीकाकरण होगा और इसी पर टीकाकरण से संबंधित सभी तरह की जानकारी डाली जाएगी। हालांकि, को-विन ऐप को अभी प्ले-स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध नहीं कराया गया है। टीकाकरण के लिए पूरी तैयार कर ली गई है और सबसे जरूरी बात कि इसके लिए आधार नंबर से मोबाइल नंबर लिंक करवाना अनिवार्य होगा।

यदि आप कोरोना का टीका लगवाना चाहते हैं तो आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना चाहिए। हालांकि अभी इस बारे में पूरी जानकारी नहीं दी गई है कि लोगों को खुद अपना मोबाइल नंबर आधार से लिंक करवाना होगा या सरकार कैंप लगवाकर यह काम करेगी। नोटिफिकेशन में केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से कहा है कि वे लोगों के आधार नंबर को मोबाइल नंबर से लिंक करें ताकि टीकाकरण के लिए एसएमएस भेजने में सुविधा हो।बता दें कि आप खुद से मोबाइल नंबर को आधार से लिंक नहीं कर सकते। इसके लिए आप अपने आधार कार्ड को लेकर अपने मोबाइल नंबर प्रोवाइडर कंपनी के नजदीकी स्टोर पर जाएं और आधार को मोबाइल नंबर से लिंक करने को कहें, हालांकि यह काम सभी स्टोर पर नहीं हो सकेगा। आधार को मोबाइल से लिंक करने का काम उसी स्टोर से हो सकेगा जो प्वाइंट ऑफ सेल (POS) ऑथराइज्ड हैं। साल 2018 में लाखों लोगों ने सरकार के आदेश के बाद अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराया था। यदि आपका मोबाइल नंबर पहले वाला ही है तो अब आपको अपने नंबर को आधार से लिंक कराने की जरूरत नहीं है। आप में से कई लोग ऐसे होंगे जिन्होंने पहले आधार को मोबाइल नंबर से लिंक भी करा लिया होगा।

आपका नंबर लिंक है या नहीं ऐसे जानें – अगर आपको जानना है कि आपका नंबर वाकई में आधार से लिंक हुआ है या नहीं तो इसके लिए आप आधार की वेबसाइट वेरिफाई मोबाइल नंबर में जाकर चेक कर सकते हैं कि आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक हुआ है या नहीं। इसके लिए इन स्टेप को फॉलो करें My Aadhaar> Aadhaar Services >Verify Email/Mobile Number. इस तरह आप मोबाइल नंबर की लिंकिंग चेक कर सकते हैं।

आंदोलन में शामिल 1 और किसान की मौत

बहादुरगढ़। कृषि कानूनों को लेकर चल रहा किसान आंदोलन लगातार किसानों की मौत की वजह बन रहा है। बताना लाजमी है कि लगातार किसानों की हो रही मौत का अकड़ा अब 56 तक पहुंच गया है। धीरे -धीरे ये आकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। एक तरफ किसान अपनी मांगो को पूरी करवाने और कानून को वापस लेने की मांग कर रहे है तो वहीं दूसरी तरफ सरकार भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। बतादें कि कृषि कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन में टीकरी बॉर्डर पर सोमवार यानि आज एक और मौत हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार, तबीयत बिगड़ने पर जगदीश को घर लाया गया था। परिजनों ने इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान किसान ने दम तोड़ दिया। बता दें कि किसान आंदोलन में शामिल अब तक 56 किसानों की मौत हो चुकी है। वहीं अकेले टिकरी बॉर्डर पर 15 किसानों जान गई है। गौरतलब है कि कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन में मौतों की सिलसिला नहीं रुक रहा है। एक और किसान की मौत होने की बात सामने आ रही है। हरियाणा के बहादुरगढ़ जिले में टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। मृतक की पहचान 60 वर्षीय जगदीश के रुप में हुई है। वह पंजाब के मुक्तसर साहिब के लुडेवाला गांव का रहने वाला था। वह बहादुरगढ बाइपास पर गांव वालों के साथ ट्रॉली में रह रहा था।

धन्यवाद यात्रा, हार का फैक्टर समझने की कोशिश

अविनाश श्रीवास्तव  
 पटना। धन्यवाद यात्रा पर निकलने से पहले भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवारों की हार का फैक्टर समझने की कोशिश कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने आज अपनी पार्टी के तमाम प्रदेश उपाध्यक्षों की बैठक बुलाई है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर तेजस्वी यादव ने प्रदेश अध्यक्षों के साथ बैठक कर रहे हैं इस बैठक में इस बात को लेकर कई मजबूत जनाधार वाली सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों को क्यों मुंह की खानी पड़ी। आज की बैठक के बाद तेजस्वी यादव अगले कुछ दिनों में पार्टी के अन्य नेताओं के साथ भी चर्चा करने वाले हैं। तेजस्वी यादव ने चुनाव के दौरान भितरघात जैसे कारणों की रिपोर्ट लेने के लिए नेताओं की कमेटी भी बनाई है। यह कमेटी भी अपनी रिपोर्ट तेजस्वी यादव के सामने देगी। दरअसल तेजस्वी यादव इस पूरी कवायद के जरिए अपनी यात्रा का कार्यक्रम तय करना चाहते हैं। तेजस्वी यादव का मकसद है कि वह उन इलाकों से अपनी यात्रा की शुरुआत करें जहां आरजेडी पिछले चुनाव में कमजोर साबित हुई है। 
आज की बैठक में तेजस्वी यादव के साथ वृषण पटेल, उदय नारायण चौधरी, भूदेव चौधरी, सुरेश पासवान समेत कई नेता मौजूद है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की इस बैठक में शामिल होने के लिए पार्टी के 23 उपाध्यक्ष को आमंत्रित किया गया है, जिनमें कई नेता 10 सर्कुलर आवास पहुंच चुके हैं।

मेरठ: फंदे पर लटकी मिलीं रेप पीड़िता की लाश

मेरठ। दुष्कर्म पीडि़ता का शव रविवार सुबह फंदे से लटका मिला। दो माह से वह नौचंदी क्षेत्र में किराये पर रह रही थी। मकान मालिक और स्वजन ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को उतारा। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पीड़िता का तीन साल पहले तलाक भी हो गया था। सिविल लाइन थाना क्षेत्र निवासी युवती ने करीब आठ साल पहले मोदीनगर निवासी युवक से प्रेम विवाह किया था। विवाद के चलते तीन साल पहले तलाक हो गया था। मकान मालकिन बिजली का बिल लेने के लिए तीसरी मंजिल पर गई थी, लेकिन महिला ने कमरा नहीं खोला। कुछ देर बाद महिला की बहन भी पहुंच गई। पुलिस के अनुसार जांच में पता चला कि महिला गत वर्ष मेडिकल क्षेत्र में किराये पर रहती थी। इस दौरान उसने एक युवक पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। कोर्ट के आदेश पर थाने में रिपोर्ट दर्ज हो गई थी। इस मामले की जांच सीओ सिविल लाइन कर रहे थे। वहीं, सीओ सिविल लाइन देवेश कुमार ने बताया कि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मामले की जांच की जा रही है। मकान मालिक और पड़ोसियों ने बताया कि महिला छत पर घूमते हुए या फिर कपड़े सुखाते हुए दिखाई दे जाती थी, लेकिन तीन-चार दिन से दिखाई नहीं दे रही थी। मृतका की बहन ने बताया कि वह भी दो-तीन दिन से फोन कर रही थी। उसका भी जवाब नहीं आ रहा था। रात भी फोन किया था, इसलिए सुबह मिलने आ गई। युवती तीन महीने पहले एक मामले में पुलिस पर खुद की पिटाई का आरोप भी ला चुकी है। जिसके बाद मामले में हंगामा भी हुआ था। हालाकि इस बारे में अधिकारी से जानकारी करने पर यह मामला गलत बताया गया है। पुलिस महिला के आत्‍महत्‍या मामले की जांच करेगी।

गणतंत्र दिवस पर बैरिकेड तोड़ एंट्री करेगें 'किसान'

सोनीपत। कृषि कानून को लेकर सरकार और किसान आमने सामने है। और ये टकराव दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है। एक तरफ सरकार नई -नई तरकीबे सोच रही है। किसानों को मनाने के लिए तो वहीं दूसरी तरफ किसान भी सरकार को अपनी ताकत दिखाने के लिए नई -नई योजनाएं बना रहे है। बताना लाजमी है कि सरकार को दिखा देना चाहते है कि वो अपनी मांगो के लिए कुछ भी कर सकते है। गौरतलब है कि हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर करीब डेढ़ महीने से आंदोलनरत किसान तीन कृषि कानूनों को निरस्त करवाने की मांग को लेकर धरने पर डटे हुए हैं। इतने दिन बीतने के बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं निकल रहा। सरकार के साथ हो चुकी आठ दौर की वार्ता के बाद भी किसानों की मांगों का कोई समाधान नहीं निकल सका है। सातवें दौर की वार्ता तक किसानों को आस थी कि सरकार उनकी मांगे पूरी करेगी, लेकिन आठवें दौर की वार्ता के बाद से किसानों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। किसानों को जिस तरह से सरकार ने साफ कहा है कि कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जा सकता है, उससे किसान अब अपनी ताकत सरकार को दिखाना चाहते है। जिसके लिए सरकार के हर अभियान व कार्यक्रम को किसान रोकना चाहते है। यही कारण है कि अब सरकार के साथ टकराव के हालात पैदा हो रहे हैं। तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर कुंडली बॉर्डर पर 46 दिनों से आंदोलनरत किसानों ने अब आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। सरकार के साथ आठ दौर की वार्ता के बाद भी आंदोलन का कोई समाधान न निकलने से किसानों में नाराजगी बढ़ रही है। किसान नेताओं का कहना है कि सरकार के रुख को देखते हुए लगता है कि सरकार समस्या का समाधान करने के पक्ष में ही नहीं है। जिसके बाद अब टकराव के आसार बढ़ते जा रहे हैं। किसान नेताओं ने ऐलान किया है कि जिस तरह से हर बाधा को पार करते हुए वे दिल्ली की दहलीज तक पहुंच गए हैं। इसी प्रकार गणतंत्र दिवस की परेड के लिए भी बैरिकेट तोड़ते हुए दिल्ली के अंदर तक घुसेंगे। किसानों के इस ऐलान के बाद सरकार की परेशानी भी बढ़ने लगी है। अब देखना ये होगा कि गणतंत्र दिवस से पहले किसानों की मांग पूरी होती है या नहीं ? 

बिहार में दाखिल खारिज का काम ठप हुआ

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार में इन दिनों जमीन के दाखिल ख़ारिज कराने का काम बिलकुल कछुआ की चाल में रेंग रहा है। ऑनलाइन व्यवस्था होने के बावजूद भी म्यूटेशन के लिए लोगों को काफी इंतजार करना पड़ रहा है। याचिकाओं की संख्या तो बढ़ गई लेकिन समय पर निष्पादन नहीं हो पा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक 100 में से 5 लोगों का भी काम अधिकारी समय पर पूरा नहीं कर पा रहे हैं। बिहार में दाखिल-खारिज के आवेदन में केवल 3.46 प्रतिशत का ही निष्पादन समय पर हो पाया है। यह आंकड़ा पिछले साल 1 दिसंबर तक का है। खुद विभाग की समीक्षा बैठक में यह खुलासा हुआ है कि आख़िरकार अधिकारी कर क्या रहे हैं। इस बात का भी खुलासा हुआ है कि ऑनलाइन म्यूटेशन का निपटारा हो भी जाता है तो कर्मी जान-बूझकर त्रुटि छोड़ देते हैं। कभी नाम गलत तो कभी खाता संख्या गलत चढ़ा देते हैं। 
हालांकि इसके लिए सरकार ने सुधार की अलग ऑनलाइन व्यवस्था की है। हम आपको बता दें कि बिहार में जमीन के दाखिल ख़ारिज कराने को लेकर राज्य के सभी अंचलों को ऑनलाइन व्यवस्था से जोड़ दिया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2017-18 में जब व्यवस्था मैनुअल थी तो म्यूटेशन के लिए 13 लाख 41 हजार 734 याचिकाएं दायर की गई थी। 

साल 2019-20 में जब व्यवस्था पूरी तरह ऑनलाइन हो गई तो याचिकाओं की संख्या 20 लाख 25 हजार 391 हो गई। पिछले साल 1 दिसम्बर 2020 तक याचिकाओं की संख्या 40 लाख 71 हजार 908 हो गई। इनमें निष्पादन 76.64 फीसदी आवेदनों का हो गया। लेकिन अधिसंख्य आवेदन का निपटारा तय समय के बाद हुआ।


डीएम ने देखी कोविड-19 कंट्रोल रूम की व्यवस्था

मुजफ्फरनगर। जनपद में हुए कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन टैस्ट की व्यवस्थाओें का जायजा ले रही डीएम सेल्वा कुमारी जे अचानक कलेक्ट्रेट स्थित कोविड-19 कंटोल रूम का निरीक्षण करने पहुंची और कंट्रोल रूम कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। सोमवार को जनपद में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन टैस्ट किया गया। डीएम सेल्वा कुमारी जे ने जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल समेत अन्य स्थानों पर की गई ड्राई रन टैस्ट की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्यकर्मियों को आवश्यक निदा-निर्देश दिये। इसी दौरान जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे कलेक्ट्रेट में बने कोविड-19 कंट्रोल रूम का औचक्क निरीक्षण करने जा पहुंची। उन्होने कंट्रोल रूम में काम कर रही कोविड-19 के डॉक्टरों की टीम व कर्मचारियों को आवयक दिशा निर्देश देते हुए पूछा कि मरीजों से बात करने में उन्हे किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं आ रही हैं। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे कोविड-19 कंट्रोल रूम में काम कर रहे डॉक्टरों व कर्मचारियों के काम से संतुष्ट नजर आई।

मुंबई: मिस्ट्री फिल्म में काम करेंगी अभिनेत्री जीतन

मनोज सिंह ठाकुर 

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री जीनत अमान मर्डर मिस्ट्री फिल्म में काम करती नजर आयेंगी। जीनत अमान फिल्म 'मरगांव : द क्लोज्ड फाइल' में काम करती नजर आयेंगी। यह फिल्म एक मर्डर मिस्ट्री है जो अगाथा क्रिस्टी की कार्यशैली को दर्शाती है। फिल्म की कहानी में 69 वर्षीय अभिनेत्री को एक एंग्लो इंडियन परिवार की मुखिया के रूप में पेश किया गया है, जो एक स्वतंत्र महिला, एक मां और साथ ही एक उद्यमी की भूमिका भी अदा करती हैं। फिल्म के बारे में निर्देशक कपिल कौस्तुभ शर्मा ने बताया कि, "जीनत जी सिल्विया नाम की एक मजबूत महिला का किरदार अदा करेंगी. यह विभिन्न रंगों के साथ एक जटिल और अपरंपरागत चरित्र है।"

डीलर के घर लाखों की लूट, विरोध पर बम फेंका

अविनाश श्रीवास्तव  
 सुपौल। इस वक़्त की बड़ी खबर सुपौल जिले से सामने आ रही है जहां 10-12 की संख्या में हथियारबंद अपराधियों ने डीलर के घर भीषण डकैती की घटना को अंजाम दिया है। अपराधियों ने हथियार के बल पर लाखों रुपये कैश और गहने पर अपना हाथ साफ़ कर लिया। इतना ही नहीं जब घटना के दौरान पड़ोसी की नींद खुली और उसने विरोध किया तो अपराधियों ने उनके ऊपर बम फेंक दिया। इस बम विस्फोट में पड़ोसी बुरी तरह घायल हो गए।
 बताया जा रहा है कि 10-12 की संख्या में हथियारबंद डकैतों ने डीलर देबनारायण चौधरी के घर धावा बोला। पिछले दरवाजे को तोड़कर सभी डकैत घर में घुसे और हथियार के बल पर घर वालों को बंधक बनाकर एक-एक कमरे की तलाशी ली। इसके बाद लॉकर तोड़कर जेवरात और कैश सहित लाखों रुपये समेट लिए। शोर सुनकर पड़ोसी त्रिभुवन साह की नींद खुली और देखने पहुंचे तो सभी डकैत बम फेंककर फरार हो गए। बम के विस्फोट में त्रिभुवन साह जख्मी हो गए। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर जांच में जुट गई है। पुलिस ने मौके से तीन जिंदा बम बरामद किया है। पीड़ित डीलर के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

सनसनी: दिल्ली में 'बर्डफ्लू' की दस्तक, पुष्टि हुई

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। पिछले दिनों पार्कों में मृत पाये गये कौवौं और बत्तखों की जांच में इसकी पुष्टि हुई है। दिल्ली सरकार के पशुपालन विभाग ने मरे हुए कौवौं और बत्तखों को जांच के लिये जालंधर की प्रयोगशाला में भेजा था। विभाग से सोमवार को मिली जानकारी के अनुसार मरे हुए कौवों और बतखों के आठ नमूनों की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है है। विभाग के मुताबिक संजय झील की बत्तख और मयूर विहार के पार्क के कौवों में बर्ड फ्लू पाया गया है। दिल्ली सरकार ने राजधानी में बर्ड फ्लू की आशंका में पूर्वी दिल्ली स्थित मुर्गा मंडी को नौ जनवरी को ही 10 दिन के लिये बंद कर दिया था और जीवित पक्षियों के राजधानी में लाने पर प्रतिबंध लगा दिया था।


यूपी: सीएम योगी को धमकी, आरोपी गिरफ्तार

बलिया। उत्तर प्रदेश की बलिया पुलिस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धमकी देने वाले व्यक्ति को गड़वार क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक विपिन तांडा ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी दी थी। इस सिलसिले में लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मोबाइल सिम के आधार पर धमकी देने वाले बलिया जिले के गड़वार क्षेत्र के रहने वाले गौरव सिंह राजपूत को रविवार शाम उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि इस संबंध विधिक कार्रवाई करते हुए लखनऊ पुलिस को सूचना दे दी गई है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1. अंक-148 (साल-02)
2. मंगलवार, जनवरी 12, 2021
3. शक-1983, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि- चतुर्दशी, विक्रमी संवत 2077।

4. प्रातः 07:12, सूर्यास्त 05:29

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