रविवार, 29 नवंबर 2020

सड़क हादसे में बाइक सवार शिक्षकों की मौत

बाइक सवार दो शिक्षकों की अज्ञात वाहन की चपेट में आकर मौत


 बिजनौर। धामपुर क्षेत्र में दो शिक्षकों की सड़क हादसे में मौत हो गई। ये दोनों शिक्षक एमएलसी चुनाव में प्रचार करके वापस लौट रहे थे। दोनों शिक्षक भाजपा प्रत्याशी हरि सिंह ढिल्लों के चुनाव प्रचार के लिए जनसंपर्क में गए थे। अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक सवार शिक्षकों के साथ यह दुर्घटना हुई।
मृतक शिक्षकों की पहचान आर एस पी इंटर कॉलेज के शिक्षक अंग्रेजी के अध्यापक प्रदीप साहिल उम्र 28 वर्ष जबकि आर एस एम इंटर कॉलेज धामपुर के शिक्षक का नाम सहदेव सारथी के रूप में हुई है। दोनों आपस में अच्छे मित्र बताए जाते हैं। घटना से शिक्षकों के परिचितों में शोक की लहर दौड़ गई है।                                 


7 हजार से कम में बढ़िया क्वालिटी स्मार्टफोन

7 हजार रुपये से कम हैं बजट और लेना चाहते हैं दमदार कैमरा क्वालिटी का स्मार्टफोन तो जरुर पढ़े ये खबर


बजट स्मार्टफोन के लिए पॉपुलर कंपनी itel ने इसी हफ्ते अपने vision 1 स्मार्टफोन का नया वेरिएंट 3 जीबी रैम+32जीबी स्टोरेज लॉन्च किया है। अच्छी बात ये है कि इतनी कम कीमत होने के बावजूद इसमें दमदार बैटरी कुल 3 कैमरे दिए गए हैं। रेडमी 9A- शाओमी का रेडमी 9A कम बजट में हॉट सेलिंग फोन है। ये फोन अभी लॉन्च हुआ है और कस्टमर्स को काफी पसंद आ रहा है। इसका स्टार्टिंग मॉडल 7 हजार रुपये से शुरु है और थोड़े ज्यादा फीचर्स वाले फोन महंगे हैं। 6.53 की एचडी फोन स्क्रीन( स्क्रीन में रीडिंग मोड भी)हीलियो जी25 ऑक्टाकोर प्रोसेसर13 मेगापिक्सल मेन कैमरा और 5 मेगापिक्सल सेल्फी कैमराफोन सी ब्लू, मिडनाइट ब्लैक और नेचर ग्रीन के कलर में मिल रहा है। रेडमी 7A- शाओमी कंपनी का रेडमी 7A भी बजट वाले स्मार्टफोन में एक अच्छा ऑप्शन है। इसके बेसिक मॉडल की कीमत 7 हजार रुपये से कम है हालांकि ज्यादा रैम और मेमोरी वाला फोन थोड़ा महंगा है। फोन ने मैट ब्लू, मैट ब्लैक, मैट गोल्ड कलर ऑप्शन5.45 इंच की एचडी फोन स्क्रीन है12 मेगापिक्सल का मेन कैमरा और 5MP का सेल्फी कैमराक्वालकॉम स्नैपड्रैगन 439 प्रोसेसर4000 mAh लाइपॉलिमर की बैटरी सैमसंग गैलेक्सी M01 Core- सैमसंग गैलेक्सी M01 Core कम बजट में बेस्ट स्मार्टफोन है। सैमसंग जैसा बड़ा ब्रांड होने के साथ साथ इसके फीचर्स काफी शानदार हैं और कीमत 7 हजार रुपये से कम है।
1GB रैम और 16 जीबी मेमोरी वाले फोन की कीमत 5499 रुपये2जीबी रैम और 32 जीबी मेमोरी वाले फोन की कीमत 6499 रुपयेफोन में ब्लू, ब्लैक और रेड कलर के ऑप्शन।           


मथुराः दुल्हन की हुई ऐसी विदाई, हुए हैरान

मथुराः दुल्हन की हुई ऐसी विदाई जिसे देख लोग रह गए हैरान


मथुरा। कान्हा की नगरी में अपनी नई नवेली दुल्हन को विदा कराने एक दुल्हा हेलिकॉप्टर से ससुराल पहुंचा। दुल्हन की कालॉनी में पहली बार किसी दुल्हन की ऐसे विदाई हुई की। जिसे देखने के लिए आसपास के क्षेत्र के लोगों की भीड़ जमा हो गई। कई लोग दौड़ते हुए ये कहते हुए पहुंचे कि देखो-देखो उड़नखटोला आया है। हर लड़की का ख्वाब होता है कि शादी के बाद उसे वही खुशियां मिलें जो उसके मां-बाप के घर मिलीं। उसकी शादी ऐसी हो जिसके हर लम्हे को वो अपनी सारी उम्र याद करे। कई लड़कियों के सपने सच होकर उन्हें पंख लगने में समय भी नहीं लगता है। ऐसा ही एक नजारा कान्हा की मथुरा में देखने को मिला जहां एक ऐसी ही दुल्हन की कहानी सामने आई है। जिसके सपनों को शादी के महज तीन दिन में ही पंख लग गए। यहां शादी के तीसरे दिन एक दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलिकॉप्टर से विदा कराने उसके घर पहुंचा। ऐसे में आस-पास के स्थानीय लोगों की भीड़ इस नज़ारे को देखने के लिए लग गई। लोग तब तक उस हेलीकॉप्टर को टकटकी लगा कर देखते रहे जबतक वो उनकी नजरों से ओझल नहीं हो गया। लोगों का कहना था कि यहां पहली बार ऐसा हुआ है, जब दुल्हाअपनी दुल्हनियां को लेने हेलीकॉप्टर से पहुंचा है। मथुरा जनपद स्थित राधा माधव नगर सिविल लाइन निवासी रक्षा पुत्री राजवीर सिंह की शादी अरूण पुत्र चौधरी जगवीर सिंह निवासी राधाकृष्ण सिटी औरंगाबाद मथुरा से 25 नवंबर के दिन हुई थी। कुछ रस्मों के चलते रक्षा की विदाई शादी के तीसरे दिन जय गुरूदेव स्थित हेलीपैड से होनी तय हुई और जब वो 27 नवंबर के दिन विदाई का वो पल आया तब वो हुआ जो किसी ने उम्मीद नहीं की थी। शुक्रवार के दिन अपनी दुल्हन को विदा कराने अरूण हेलीकॉप्टर से नजदीक के जय गुरूदेव स्थित हेलीपैड ग्राउंड में उतरा फिर रक्षा को घर से ऑडी कार से विदा करा के जय गुरूदेव स्थित हेलीपैड पहुंचा।इस दौरान लड़की के परिजन और स्थानीय लोग विदाई का गम थोड़ा सा भूल कर हेलीकॉप्टर से अपनी बेटी की विदाई की ख़ुशी में मशगूल दिखे। आखिर सवाल उनकी बेटी की खुशियों का था। हेलिकॉप्टर से दूल्हा जब दुल्हन को अपने पैतृक गांव बलदेव स्थित बरौना लेकर पहुंचा तो सभी ग्रामीण हेलिकॉप्टर से आई दुल्हन को देखने के लिए एकत्रित हो गए। जहां सभी ग्रामीणों ने दूल्हा-दुल्हन के आगमन पर रास्ते में पुष्प अर्पित कर भव्य स्वागत किया। ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में पहली बार कोई दूल्हा-दुल्हन को हेलिकॉप्टर से लेकर आया है, जिससे समस्त ग्रामीणों में खुशी की लहर है। इस मौके पर धर्मवीर, जलसिंह, लोकेश, विनोद, आशीष चौधरी, अवधेश, प्रमोद, निरंजन राणा, मूला प्रधान आदि लोगों ने हर्ष व्यक्त करते हुए पुष्प माला अर्पित कर भव्य स्वागत किया।           


यूपी गेट पर किसानों ने तोड़ी बैरिकेडिंग

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने यूपी गेट पर पुलिस द्वारा लगाई बेरिकेडिंग को तोड़ दिया है और वे दिल्ली में जाने के लिए अन्य किसान नेताओं के सिग्नल का इंतजार कर रहे हैं। वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि हमें अभी दिल्ली जाने की कोई जल्दी नहीं है।  सरकार से बातचीत के लिए तीन दिसंबर की तारीख तय हुई है, उसके बाद ही तय होगा कि आगे क्या करना है। वहीं किसानों की भीड़ बढ़ने के साथ अनियंत्रित भी होती जा रही है।  ज़्यादातर किसान सड़क पर दरियाँ बिछा कर बैठे हुए हैं जबकि किसानों का एक गुट दिल्ली-पुलिस द्वारा लगाई गई बेरिकेडिंग गिराकर जोरदार प्रदर्शन कर रहा है।


इससे पहले आंदोलन कर रहे किसानों ने यूपी पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे फ्लाइओवर के नीचे रात गुजारी। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी यहीं पर किसानों के साथ रात गुजारी। सुबह होते ही दोबारा किसान जय जवान जय किसान का नारे लगाने लगे। किसान आनंदोलन के चलते यूपी गेट पर दिल्ली व गाजियाबाद पुलिस के साथ फोर्स के जवान भी तैनात किए गए हैं। फ्लाइओवर के नीचे से दिल्ली जाने वाली लेन को बैरिकेडिंग कर बंद किया गया है। यूपी गेट फ्लाईओवर के नीचे का हिस्सा किसानों ने कब्जा कर रखा है। फ्लाइओवर के नीचे से दिल्ली की ओर जाने वाली लेन को बंद किया गया है। फ्लाईओवर के ऊपर से वाहन दिल्ली की ओर जा रहे हैं। वहीं, लिंक रोड से यूपी गेट होते हुए दिल्ली जाने वाले वाहनों को आनंद विहार की ओर डायवर्ट किया गया है, जिससे राहगीरों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए लंबा चक्कर काटना पड़ रहा है।                            


नियमों को ताक पर रख लग रहे हैं टावर

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मोबाइल कंपनियाँ गाज़ियाबाद में अपनी सुविधाएं बेहतर करने के लिए जगह-जगह नए टावर लगा रहे हैं।  ज़्यादातर टावर लगाने वाली एजेंसियां नियमों को ताक पर रख कर संबन्धित बिल्डिंग के मालिक से समझौते के आधार पर ही टावर लगा रही हैं।  जहां टावर लगाने से बिल्डिंग स्वामी को हर महीने एक निश्चित रकम मिलने से वह शांत रहता है, वहीं इसके रेडिएशन से होने वाले संभावित खतरों को देखते हुए बहुत सी जगह इनका विरोध भी शुरू हो गया है। एक ऐसे ही मामले में ट्रांस हिंडन क्षेत्र के प्रहलाद गढ़ी में रहने वाले सचिन का कहना है कि गाँव में लगे अवैध मोबाइल टावरों के खिलाफ उन्होंने जिला प्रशासन और नगर पालिका में कई शिकायत दर्ज कराई हैं लेकिन ग्राम वासियों के विरोध के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।  आपको बता दें कि किसी भी बिल्डिंग में मोबाइल टावर लगाने से पहले संबन्धित एजेंसी को नगर पालिका से अनुमति लेनी होती है। इसके अलावा बिल्डिंग स्वामी को बिल्डिंग की मजबूती साबित करने के लिए Structure Safety Certificate भी जमा करना होता है।  सचिन का कहना है हमारे गाँव में इन नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।


क्या कहते हैं नियम


नियमानुसार किसी भी हॉस्पिटल के आसपास 100 मीटर के भीतर मोबाइल टावर नहीं लगाए जा सकते हैं। इसके अलावा यह भी देखा जाना जरूरी है कि टावर के आसपास खाली जमीन है या नहीं। वहीं अगर यदि टावर वाली बिल्डिंग के आसपास में रहने वाले लोग आपत्ति जताते हैं तो टावर नहीं लगाए जा सकते हैं।


मोबाइल टावर रेडिएशन पर बंटी है विशेषज्ञों की राय


क्या मोबाइल टावर से निकलने वाले रेडिएशन का मानव जीवन पर खतरनाक प्रभाव पड़ता है?  दरअसल इस सवाल पर वैज्ञानिकों की राय बटीं हुई है। मोबाइल टावर से निकालने वाले रेडिएशन पर दुनिया भर में बहस चल रही है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) द्वारा 1996 से 2016 के बीच 48,452 लोगों पर किए एक शोध के बाद आशंका जताई थी कि मोबाइल रेडिएशन से ब्रेन ट्यूमर होने की आशंका बढ़ जाती है।  2004 में इज़राइल में किए गए शोध से जुड़े वैज्ञानिकों का कहना था कि जो लोग मोबाइल टावर के 350 मीटर के दायरे में रहते हैं, उनमें कैंसर होने की आशंका 4 गुना बढ़ जाती है।


सुप्रीम कोर्ट ने बंद कराया था टावर


वर्ष 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनते हुए एक कैंसर पीड़ित की याचिका पर मोबाइल कंपनी को 7 दिनों के भीतर टावर बंद करने के आदेश दिए थे।  यह फैसला ग्वालियर के हरीश चंद तिवारी की याचिका पर दिया गया था। हरीश ने अपनी याचिका में कहा था कि मोबाइल टावर  के एल्क्ट्रोमेग्नेटिक रेडिएशन से उन्हें कैंसर हुआ था जिसे सुप्रीम कोर्ट ने मान लिया था।


इससे पहले वर्ष 2016 दूरसंचार मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल कर माना था कि देश में लगे 212 टावरों में रेडिएशन का उत्सर्जन तय मानकों से अधिक हो रहा है। शीर्ष अदालत इसके बाद दोषी कंपनियों पर 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था।


टावर वैध है या अवैध, ऐसे करे जांच


देश भर में मोबाइल रेडिएशन को लेकर फैली गलतफहमियों को दूर करने के इरादे से दूरसंचार विभाग ने तरंग संचार के नाम से एक वेब पोर्टल https://tarangsanchar.gov.in/emfportalशुरू किया है। इस पोर्टल पर मांगी गई डिटेल भरकर आप अपने क्षेत्र में मोबाइल टावरों की लोकेशन के साथ-साथ यह भी जान सकते हैं कि जान सकते हैं कि वह टावर तय मानकों के अनुसार लगा है या नहीं।  इसके साथ ही यदि आप अपने घर के आसपास इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन की मात्रा जानना चाहते हैं तो 4,000 रुपए के भुगतान पर आपको मंत्रालय की ओर से विस्तृत रिपोर्ट भी मिल सकती है।                         


सीएम योगी पर ओवैसी ने पलटवार किया

योगी आदित्यनाथ पर ओवैसी का पलटवार बोले- पूरी पीढ़ी खत्म हो जाएगी पर नहीं बदलेगा हैदराबाद का नाम


हैदराबाद। हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने के योगी आदित्यनाथ के बयान पर एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की पीढ़ी खत्म होने के बाद भी, हैदराबाद को इसी नाम से जाना जाता रहेगा।
बता दें कि इससे पहले यूपी सीएम ने शनिवार को स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर हैदराबाद के मलकजगिरी क्षेत्र में एक  मेगा रोड शो किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अगर तेलंगाना में भाजपा को वोट दिया जाता है तो शहर का नाम बदलकर भाग्यनगर रखा जाएगा। आदित्यानाथ ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद हमने फैजाबाद का नाम अयोध्या और इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर दिया। फिर हैदराबाद को भाग्यनगर के रूप में क्यों नहीं बदला जा सकता है?' इस पर ओवैसी ने तीखा पलटवार करते हुए कहा, 'आपकी पूरी पीढ़ी समाप्त हो जाएगी लेकिन शहर का नाम हैदराबाद ही रहेगा। चुनाव हैदराबाद और भाग्यनगर के बीच हैं, और यदि आप चाहते हैं कि हैदराबाद का नाम नहीं बदला जाए तो मजलिस के लिएमतदान करें।" एआइएमआइएम प्रमुख ने शनिवार देर शाम जीएचएमसी चुनावों में अपनी पार्टी के लिए प्रचार करते हुए यह बात कही। उन्होंने सवाल करते हुए कहा, 'वे (भाजपा) नाम बदलना चाहते हैं। वे सब जगह का नाम बदलना चाहते हैं। आपका नाम बदल दिया जाएगा लेकिन हैदराबाद का नाम नहीं बदला जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री यहां आते हैं और कहते हैं कि वह हैदराबाद का नाम बदलेंगे। क्या आपने ठेका लिया हुआ है?' ओवैसी ने आगे कहा, 'ऐसा नहीं लगता है कि यह हैदराबाद चुनाव है, बल्कि ऐसा लग रहा है जैसे हम नरेंद्र मोदी की जगह एक प्रधानमंत्री का चुनाव कर रहे हैं। मैं करवन में एक रैली में था और मुझे पता चला कि वहां सभी को यहां बुलाया गया था। एक बच्चे ने वहां कहा कि उन्हें ट्रंप को भी बुलाना चाहिए था। उसने सही कहा था, केवल ट्रंप (अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप) ही बचे हैं। हैदराबाद में स्थानीय निकाय चुनाव राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), एआइएमआइएम और भाजपा के बीच एक त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। भाजपा शहर में चुनाव अभियान चला रही है और कई उच्च प्रोफाइल नेता भी इस दौरान देखे गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के अलावा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने हैदराबाद में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार किया था। 150 सदस्यीय जीएचएमसी के लिए एक दिसंबर को चुनाव होना है और मतों की गिनती चार दिसंबर को होगी।             


अकबरुद्दीन और बीजेपी अध्यक्ष पर मुकदमा

विवादित बयान को लेकर अकबरुद्दीन ओवैसी और तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष पर मुकदमा दर्ज


हैदराबाद। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी और तेलंगाना प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमारके खिलाफ शनिवार को भड़काऊ भाषण देने के मामले में हैदराबाद के एसआर नगर पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि दोनों नेताओं ने ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (जीएचएमसी) के चुनाव प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण दिया था। एसआर नगर के पुलिस निरीक्षक के. सईदुलु ने कहा कि दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 के तहत मामला दर्ज किए गए हैं।
एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी नेबुधवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि हुसैन सागर झील के तट पर बनीं पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और तेदेपा के संस्थापक एनटी रामाराव की समाधियां हटाई जाएंगी
ओवैसी ने कहा था कि जब हुसैन शाह वली द्वारा झील का निर्माण कराया गया था, तब इसका किनारा 4,700 एकड़ में फैला था लेकिन अब यह सिमट कर 700 एकड़ से भी कम रह गया है। उन्होंने कहा था कि झील के किनारे सड़क, दुकानें, लुंबिनी पार्क और दो नेताओं की समाधियां बन गई हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद बंदी संजय कुमार ने अकबरुद्दीन ओवैसी का नाम लिए बिना कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर ओवैसी में दम है तो वह समाधियों को तोड़कर दिखाएं।             


6 प्रेग्नेंट महिलाओं के साथ शादी में पहुंचे युवक

छह प्रेग्नेंट महिलाओं के साथ शादी में पहुंचे युवक की सच्चाई, जानकर खिसक जाएगी पैरों के नीचे से जमीन


एबूजा। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर बहुत तेजी के साथ वायरल हो रही है जिसमें एक युवक छह प्रेग्नेंट महिलाओं के साथ दिखाई दे रहा है। इस युवके बारे में सोशल मीडिया पर कई तरह की बाते चल रही हैं। कुछ लोग इसे अय्याश किस्म का बिजनेसमैन बता रहे हैं तो कुछ लोगों का मानना है कि, ये फोटो अलग-अलग गर्भती महिलाओं की हैं जिन्हें एडिट करके एक साथ जोड़ दिया गया है। तो आइये हम आपको बताते हैं कि, आखिर इस फोटो की सच्चाई क्या है। दरअसल, जो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें युवक छह औरतों के साथ एक शादी के समारोह में पहुंचा था। खास बात यह है कि वह शख्स उन 6महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चों के पिता होने का दावा कर रहा था। प्रीटी माइक नाम के शख्स की तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं। बताया जाता है कि यह शख्स नाइजीरिया का रहने वाला है और प्लेबॉय के रूप में काफी फेमस है। ऐसा पहली बार नहीं है कि यह शख्स इन दिनों चर्चा में आया है बल्कि इससे पहले भी वह चर्चाओं में रह चुका है। उल्लेखनीय है कि महिलाओं की आपत्तिजनक फोटो को शेयर करने के चलते यह साल 2017 में गिरफ्तार किया जा चुका था। इंटरनेट पर वायरल हुई यह तस्वीरें उस वक्त की है जब प्रीति माइक अपने एक्टर दोस्त विलियम्स उचेम्बा की शादी में पहुंचा था, जहां छह गर्भवती महिलाएं भी उसके साथ थीं।
प्रीटी माइक की पॉपुलरटी को देखते हुए कई लोगों ने इंस्टाग्राम पर यह कहा कि उन्होंने दूल्हा दुल्हन की इंपॉर्टेंस का मजा किरकिरा कर दिया है, क्योंकि सभी प्रीटी माइक की ही चर्चा कर रहे हैं।               


प्रतिषेध कानून के तहत पहला मामला दर्ज

बरेली में धर्मांतरण प्रतिषेध कानून के तहत पहला मामला दर्ज


लखनऊ। बरेली जिले में धर्मांतरण प्रतिषेध कानून के तहत पहला मामला दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बताया कि मामला बरेली जिले के देवरनियां थाने में शनिवार को दर्ज किया गया। उत्‍तर प्रदेश के अपर मुख्‍य सचिव गृह अवनीश अवस्‍थी की ओर से रविवार को जारी बयान के अनुसार देवरनियां पुलिस थाने (बरेली) के अंतर्गत शरीफ़ नगर गांव के टीकाराम ने यह मामला दर्ज कराया है। जिसमें उसने उसी गांव के एक व्यक्ति उवैश अहमद पर उसकी बेटी को ‘‘बहला फुसलाकर’’ धर्मांतरण की कोशिश करने का आरोप लगाया। उवैश अहमद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और नए जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने ‘उत्‍तर प्रदेश विधि विरूद्ध धर्म संपविर्तन प्रतिषेध अध्‍यादेश, 2020’ को शनिवार को मंजूरी दे दी। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की अध्‍यक्षता में पिछले मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में इस अध्‍यादेश को मंजूरी दी गई थी। इसमें विवाह के लिए छल, कपट, प्रलोभन देने या बलपूर्वक धर्मांतरण कराए जाने पर अधिकतम 10 वर्ष कारावास और जुर्माने का प्रावधान किया गया है।             


सड़कों में बने गड्ढों से मिलेगी निजात, प्रस्ताव

अब सड़कों में बने गड्ढों से मिलेगी निजात, राज्य सरकार ने मंत्रालय को 219 करोड़ के भेजे प्रस्ताव, जल्द शुरू होगा कार्य


पंकज कपूर


देहरादून। उत्तराखंड की अधिकतर सड़कें आपको टूटी और गड्ढों से भरी दिखाई पड़ती है। यहां आपको सफर करने में खासी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। चाहे उधम सिंह नगर हो या नैनीताल जिला या फिर आप को कुमाऊं से गढ़वाल या फिर अन्य मार्गों से होकर गुजरना पड़ता है, तो वहां पर अक्सर आपको साफ और अच्छी सड़कें नहीं बल्कि गड्ढों से भरी हुई सड़कों पर सफर करना पड़ता है। अब जल्द ही केंद्र सरकार की ओर से इन सड़कों की मरम्मत की जा सकती है। राज्य सरकार ने मंत्रालय को 219 करोड़ के प्रस्ताव भेजे हैं। इसी माह के अंत में यह बजट मिलने के आसार है। केंद्र ने भाजपा शासित राज्यों से सड़क बनाने के लिए 2 सितंबर 2020 को प्रस्ताव मांगे थे। जिसमें कहा गया था कि जल्द ही 219 करोड़ के प्रस्ताव बनाकर केंद्र को भेजे, ताकि जल्द बजट जारी किया जा सके, कुमाऊं और गढ़वाल मंडल की अधिकतर सड़कें टूटी और गड्ढों से भरी हुई हैं। इन मार्गो से अक्सर कई बड़ी दुर्घटनाएं सामने आई है। टूटी हुई सड़कों के कारण कई हादसों में मौत की खबरें उत्तराखंड में देखने को मिलती है। अगर जल्द ही केंद्र और राज्य सरकार इन सड़कों को गड्ढा मुक्त कर देता है तो फिर अधिकतर दुर्घटनाएं और सड़क हादसों को भी रोका जा सकता है।             


किसान कानून को सही ढंग से नहीं समझें

कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को लेकर नीति आयोग के सदस्य ने कही ये बात


पालूराम


नई दिल्ली। नीति आयोग के सदस्य (कृषि) रमेश चंद ने कहा है कि आंदोलन कर रहे किसान नए कृषि कानूनों को पूरी तरह सही प्रकार से समझ नहीं पाए हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन कानूनों में किसानों की आय को बढ़ाने की काफी क्षमता है।


चंद ने कहा कि इन कानूनों का मकसद वह नहीं है, जो आंदोलन कर रहे किसानों को समझ आ रहा है। इन कानूनों का उद्देश्य इसके बिल्कुल उलट है। चंद ने कहा, ‘‘जिस तरीके से मैं देख रहा हूं, मुझे लगता है कि आंदोलन कर रहे किसानों ने इन कानूनों को पूरी तरह या सही तरीके से समझा नहीं है।’’


उन्होंने कहा कि यदि इन कानूनों का क्रियान्वयन होता है, तो इस बात की काफी अधिक संभावना है कि किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी। कुछ राज्यों में तो किसानों की आय दोगुना तक हो जाएगी। उनसे पूछा गया था कि क्या सरकार को अब भी भरोसा है कि वह 2022 तक किसानों की आय को दोगुना कर पाएगी।


राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 27 सितंबर को तीन कृषि विधेयकों…किसान उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, 2020, कृषक (सशक्‍तीकरण व संरक्षण) मूल्य आश्‍वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 को मंजूरी दी थी।


नीति आयोग ने सदस्य ने बताया कि किसानों का कहना है कि आवश्यक वस्तु अधिनियम को हटा दिया गया है और स्टॉकिस्ट, कालाबाजारी करने वालों को पूरी छूट दे दी गई है। चंद ने इसे स्पष्ट करते हुए कहा, ‘‘वास्तव में आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन किया गया है। इसके तहत प्रावधान किया गया है कि यह कानून कब लागू होगा। यदि अनाज, तिलहन या दालों के दाम 50 प्रतिशत बढ़ जाते हैं, तो इस कानून को लागू किया जाएगा। ’’


इसी तरह यदि प्याज और टमाटर के दाम 100 प्रतिशत बढ़ जाते हैं, तो यह कानून लागू होगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब प्याज के दाम चढ़ रहे थे, तो केंद्र ने 23 अक्टूबर को यह कानून लगाया था। उन्होंने कहा उस समय यह जरूरी था। ‘‘राज्यों से स्टॉक की सीमा लगाने को भी कहा गया था।’’


उन्होंने कहा, ‘‘देश के किसी भी राज्य में कॉरपोरेट खेती की अनुमति नहीं है। कई राज्यों में ठेका खेती पहले से हो रही है। एक भी उदाहरण नहीं है, जबकि किसान की जमीन निजी क्षेत्र की कंपनी ने ली हो।’’ नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि कृषक (सशक्‍तीकरण व संरक्षण) मूल्य आश्‍वासन और कृषि सेवा पर करार कानून किसानों के पक्ष में झुका हुआ है।


कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर पर चंद ने कहा, ‘‘चालू वित्त वर्ष 2020-21 में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 3.5 प्रतिशत से कुछ अधिक रहेगी।’’ बीते वित्त वर्ष 2019-20 में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की वृद्धि दर 3.7 प्रतिशत रही थी।


प्याज के निर्यात पर बार-बार रोक के बारे में पूछे जाने पर चंद ने कहा, ‘‘कीमतें जब भी एक दायरे से बाहर जाती हैं, तो सरकार हस्तक्षेप करती है। यह सिर्फ भारत ही नहीं, अमेरिका और ब्रिटेन में भी होता है। ’’                                  


मंडल स्तर पर प्रशिक्षण शिविर लगाएगी भाजपा

मण्डल स्तर पर प्रशिक्षण शिविर दिसंबर में लगाएगी भाजपा


कोरबा। भाजपा कार्यालय कोरबा में योजना बैठक आयोजित की गई इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा प्रदेश महामंत्री भूपेंद्र सवन्नी उपस्थित रहे। उनके साथ संभागीय प्रशिक्षण संयोजक अनिल केसरवानी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलन से की गई इसके पश्चात जिला अध्यक्ष एवं नवीन कार्यकारिणी पदाधिकारियों द्वारा भूपेंद्र सवन्नी का श्रीफल और महामाला द्वारा आत्मीय स्वागत किया गया।
तत्पश्चात भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ राजीव सिंह ने उपस्थित अतिथियों एवं कार्यकर्ताओं का स्वागत उद्बोधन व प्रस्तावना प्रस्तुत किया। भूपेंद्र सवन्नी ने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण शिविर के महत्व के बारे में बताया सवन्नी जी ने बताया कि कैसे 2015 के बाद से प्रशिक्षण कार्यक्रम को राष्ट्रीय, प्रदेश और जिला स्तरों पर इस कार्य के लिए एक समर्पित प्रशिक्षण विभाग द्वारा पूरा किया जा रहा है।
भारतीय मंडल प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत आगामी मंडल प्रशिक्षण कार्यक्रम में की जाने वाली आवश्यक तैयारी हेतु मंडल अध्यक्षों एवं संयोजकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। सवन्नी के उद्बोधन पश्चात प्रदेश उपाध्यक्ष लखन लाल देवांगन एवं रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने भी प्रशिक्षण से संबंधित जानकारी कार्यकर्ताओं से साझा की। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से रामपुर विधायक ननकी राम कंवर, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लखन देवांगन , प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विकास महतो , प्रदेशाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा भाजपा आरिफ खान, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष पवन गर्ग, भाजपा जिला महामंत्री संतोष देवांगन, जिला उपाध्यक्ष प्रफुल्ल तिवारी, आकाश सक्सेना, डॉ आलोक सिंह, उमाभारती शराफ ,जिला कोषाध्यक्ष गोपाल मोदी, सह कोषाध्यक्ष सुबोध पाण्डेय , जिला मंत्री अजय जायसवाल, नरेश टण्डन, रेणुका राठिया, राजेन्द्र राजपूत, संदीप सहगल, राजेंद्र राजपूत कार्यालय प्रभारी अमीलाल चौहान, सह प्रभारी दीपक खड़ायत जिला मीडिया प्रभारी मनोज मिश्रा, अजय चंद्रा, पुस्तकालय प्रभारी मदन गोपाल साहू 19 मंडलो के अध्यक्ष, महामंत्री एवं प्रशिक्षण संयोजक व प्रभारी समस्त मोर्चा प्रकोष्ठ के जिला प्रमुख व प्रशिक्षण वर्ग के वक्तागण व अन्य प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।             


तस्करी के लिए ले जा रहे थे 2500 कछुए

तस्करी के लिए ले जा रहे थे 2500 से ज्यादा कछुए, पुलिस ने ऐसे दबोचा


इटावा। इटावा पुलिस ने कछुआ तस्करी मामले में अंतर्जनपदीय गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 2583 कछुए, 30 किग्रा कछुआ कैल्पी, 01 ट्रक, 01 ओमनी वैन एवं अवैध असलाह भी बरामद किए गए हैं। पकड़े गए कछुओं की कुल अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपये बताई गई है। जिले में अपराध, अपराधियों एवं प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्कारी की रोकथाम के लिए एसएसपी इटावा आकाश तोमर ने जबरदस्त अभियान चलाया है। जिसके चलते इटावा पुलिस ने कछुआ तस्करी करने वाले पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 2583 कछुए बरामद हुए हैं। यह कछुए ट्रक में भरकर तस्करी के लिए ले जाए जा रहे थे। इस विशेष अभियान के तहत सभी क्षेत्राधिकारी और समस्त थाना प्रभारियों द्वारा क्षेत्र में निकलकर पूरे जनपद में सघनता से चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान थाना सैफई पुलिस टीम को सूचना मिली कि कुछ अज्ञात बदमाश करहल की ओर से एक ट्रक में भारी संख्या में अवैध कछुओं को लोड करके जसवंतनगर की ओर जाने की तैयारी कर रह रहे हैं। पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए करहल से जसवंतनगर की ओर जाने वाले रास्ते दुमीला बॉर्डर पर सघनता से चेकिंग प्रारम्भ की गई जिसमें करहल की ओर से आने वाले सभी वाहनों को सघनता से चेक किया जा रहा था।
इसी दौरान देर रात पुलिस टीम को करहल की ओर से एक ट्रक तथा मारुति वैन एक साथ आते दिखाई दिए जिसे पुलिस टीम द्वारा टॉर्च की रोशनी दिखाकर रोकने का प्रयास किया गया। जिसके बाद ट्रक चालक ने ट्रक रोक लिया और उतककर भागने लगा। रात के अंधेरे का फायदा उठाकर ड्राइवर मौके से भागने में कामयाब रहा। पुलिस टीम की घेराबंदी के दौरान ट्रक से एक और मारुति वैन से चार लोगों को पकड़ा गया है। ट्रक से भारी मात्रा में कछुए और कछुए की कैल्पी बरामद हुई है। इसके साथ ही पकड़े गए अभियुक्तों की तलाशी लेने पर अवैध असलाह तथा अवैध चाकू भी बरामद हुए हैं। पुलिस टीम की पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे सभी लोग समायन पक्षी बिहार मैनपुरी व अन्य जगहों से कछुए पकड़ने का कार्य करते हैं। तथा पकड़ने के बाद डिमांड के अनुसार विभिन्न स्थानों पर कछुओं की तस्करी का काम करते है।फिलहाल इस ट्रक में कछुए लोड कर वे लोग जनपद बरेली की ओर जा रहे थे। जानकारों के मुताबिक कछुओं की तस्करी का मुख्य इस्तेमाल दवाई आदि के लिए होता है। दरअसल सेक्सुअल पावर बढ़ाने वाली दवाइयों में कछुओं के खोल और मांस का इस्तेमाल होता है। विदेशों में इन कछुओं की कीमत काफी ज्यादा होती है। इसके अलावा कछुओं को सुख समृद्धि का सूचक भी माना जाता है। जिसके कारण कई राज्यों में इनकी काफी डिमांड है। बता दें साल 1979 में लुप्त प्राय इन कछुओं को संरक्षित घोषित कर इन्हें बचाने की मुहिम शुरू की गई थी। इसके लिए चंबल नदी के तकरीबन 425 किलोमीटर में फैले तट से सटे हुए इलाके को राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य घोषित किया गया था।             


क्रूरताः जिहादियों ने 43 लोगों का गला काटा

नाइजीरिया में क्रूरता की सारी हदें पार, जिहादियों ने 43 मजदूरों को रस्सी से बांधकर काटा गला


अबूजा। नाइजीरिया में बोको हरम के लड़ाकों ने धान के खेतों में काम करने वाले 43 मजदूरों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। वहीं, छह मजदूरों को घायल कर दिया। इस घटना को उत्तर पूर्वी नाइजीरिया के मैदुगुरी शहर में अंजाम दिया गया। जिहादी विरोधी मिलिशिया ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन मजदूरों को पहले रस्सियों से बांधा गया और फिर क्रूर तरीके से इनके गले को काट दिया गया। इस हमले में बचने वाले लोगों की मदद करने वाले मिलिशिया नेता बाबाकुरा कोलो ने बताया कि हमने घटनास्थल से 43 शवों को बरामद किया है। सभी की निर्मम तरीके से हत्या की गई है। छह अन्य बुरी तरह घायल हैं। उन्होंने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह बोको हरम का काम है, जो इस इलाके में सक्रिय है और लगातार मजदूरों पर हमला करता रहता है।
नाइजीरिया के राष्ट्रपति मोहम्मदू बुहारी ने इस हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि इन हत्याओं से पूरा देश घायल हुआ है। एक और मिलिशिया इब्राहिम लिमन ने बताया कि इस घटनाक्रम में मारे गए मजदूर उत्तर पश्चिम नाइजीरिया के सोकोतो राज्य के थे। ये सभी लोग काम की तलाश में इस इलाके में आए थे। लिमन ने बताया कि 60 मजदूरों को धान के खेत में काम करने का जिम्मा सौंपा गया था।
लिमन ने बताया कि बोको हरम के हमले में 43 लोगों की मौत हुई है और छह लोग घायल हुए हैं। वहीं, आठ लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि जिहादियों ने इन लोगों को अगवा कर लिया है। खोज अभियान में मदद करने वाले एक स्थानीय नागरिक माला बुनु ने बताया कि शवों को जाबरमारी गांव ले जाया गया है जहां उन्हें रविवार को दफन करने से पहले रखा जाएगा।                                  


मानसिक रोगियों को कोरोना से बचाने का प्रयास

कोरोना से मानसिक रोगियों को सुरक्षित रखने का होगा प्रयास… स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जारी किये नए दिशा निर्देश


अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने हाल ही मेंकोविड -19 महामारी के दौरान मानसिक रोगों के प्रबंधन के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि मानसिक विकारों से ग्रस्त कमजोर रोगियों एवं प्रथम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में कोरोनोवायरसके जोखिम को कम किया जा सके। इसके लिए सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य केंद्र और निकटवर्ती कोविड अस्पताल के बीच हॉटलाइन संपर्क स्थापित करने का भी सुझाव दिया है ताकि सेवाओंको आसानी से प्राप्त किया जा सके।
विशेष रूप से यह दिशानिर्देश ऐसे लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाये गए हैं जो कोरोना पॉजिटिव होने के साथ ही आघात या अवसाद से भी पीडि़त है याजो इस महामारी के कारण अवसाद से पीडि़त हो गए हैं और जो पहले से ही किसी गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त हैं।
इन विशेष दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए एक नोडल अधिकारी की भी नियुक्ति की जायेगी जो समय समय पर इन दिशानिर्देशोंकी समीक्षा भी करेगा और गाइड लाइन में जो भी नया अपडेशन होगा उसको मानसिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कार्यरतस्टाफएवं मानसिक स्वास्थ्य के मामले देखने वाले पेशेवरों के साथ साझा किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त गाइड लाइन मेंमानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को समुदाय में भी उपलब्ध कराने की बात की गयी है जिसके लिए समुदाय में पहले से मौजूद मानसिक रोगियों एवं कोविड-19 के दौरान आये नए मानसिक मामलों को कम करने के लिए सुरक्षात्मक उपायों का प्रचार प्रसार किया जाएगा। साथ ही डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य एवं कोविड-19 पर सटीक तथ्यों के प्रचार- प्रसार के लिए आईईसी सामग्री का उपयोग भी किया जायेगा साथ ही मानसिक रोगी की देखभाल एवं उनके घर तक दवाईयों की सतत उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रहे गैर सरकारी संगठनों की भी मदद ली जाएगी।
गाइड लाइन में कहा गया है कि मानसिक रोगियों एवं उनकी देखभाल करने वाले लोगों को कोरोना से बचने के लिए केवल आपातकालीन परिस्थितियों में ही मानसिक स्वास्थ्य केंद्र में आना चाहिए। स्थानीय स्तर पर मानसिक रोगों से सम्बंधित दवाइयों की खरीद में कोई कठिनाई हो तो सहायता के लिए स्थानीय / राज्य / राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया जा सकता है। बुजुर्ग या ऐसे मानसिक रोगी जो ओपीडी तक जाने में असमर्थ हैं उनके लिए गृह भ्रमण जैसी सेवायें शुरू की जायेंगी साथ ही दिशानिर्देशों में यह भी कहा गया है कि महामारी का उपयोग एक अवसर के रूप में करते हुए समुदाय आधारित मानसिक सेवाओं को सुद्रढ़ बनाना चाहिए।साथ ही आपातकालीन परिस्थितियों को छोड़कर अस्पताल जाने से बचने के लिए टेली-मेडिसिन सुविधा को और भी बढ़ावा दिया जाएगा।
मानसिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल संक्रमण समिति का गठन भी किया जाएगा जो मानसिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालयद्वारा सुझाए गए नए मानदंडों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेगाताकि मानसिक रोगियों को सुरक्षित रूप से मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया जा सके।                                       


सीएम भूपेश में नक्सली मुठभेड़ की निंदा की

मुख्यमंत्री ने सुकमा नक्सली मुठभेड़ की कड़ी निंदा की


सहायक कमांडेंट की शहादत को नमन करते हुए दी श्रद्धांजलि


घायल जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की


रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले में हुये नक्सली मुठभेड़ की कड़ी निंदा करते हुए इसमें सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के सहायक कमांडेंट नितिन भालेराव की शहादत को नमन करते हुए अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है साथ ही उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।                             


नए कृषि कानून से किसानों को अधिकार मिलें

मन की बातः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘नए कृषि कानून से किसानों को उनके अधिकार मिले’


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल में आज 18वीं बार मन की बात रेडियो कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत एक खुशखबरी शेयर करते हुए की। उन्होंने कहा कि भारत की देवी अन्नपूर्णा की 100 साल से ज्यादा पुरानी प्रतिमा कनाडा से वापस लाई जा रही है। माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा काशी के एक मंदिर से चुराकर विदेश ले जाई गई थी। जिसे अब वापस लाया जा रहा है।
की बात। पीएम के संबोधन की खास बातें-
मैं कनाडा सरकार का आभार प्रकट करता हूं कि उन्होंने भारत की धरोहर को वापस लौटाने में मदद की कुछ समय पहले वर्ल्ड हेरिटेज डे के मौके पर भी भारत ने अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को संजोने के संकल्प को दोहराने के साथ की है। 
बीते दिनों हुए कृषि सुधारों ने किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं। काफी विचार​-विमर्श के बाद भारत की संसद ने कृषि सुधारों को कानूनी स्वरूप दिया। इन सुधारों से न सिर्फ किसानों के अनेक बंधन खत्म हुए बल्कि उन्हें नए अधिकार नए अवसर भी मिले हैं।
आज देश में कई म्यूज़ियम और लाइब्रेरी अपने कलेक्शन को पूरी तरह से डिजिटल बनाने का काम कर रहे है। अब आप घर बैठे नेशनल मुस्लिम गेट लाइंस की यात्रा कर पाएंगे।
इस महीने 12 नवंबर से डॉक्टर सलीम अली जी का 125वां जयंती समारोह शुरू हुआ है। डॉक्टर सलीम ने पक्षियों की दुनिया में बर्ड्स बंचिंग को लेकर उल्लेखनीय कार्य किए है। दुनिया में बर्ड्स बंचिंग को भारत के प्रति आकर्षित भी किया है।
मेरी भागदौड़ की जिन्दगी में मुझे भी पिछले दिनों केवड़िया में पक्षियों के साथ समय बिताने का बहुत ही यादगार अवसर मिला पक्षियों के साथ बिताया हुआ समय आरको प्रकृति से भी जोड़ेगा और पर्यावरण के लिए भी प्रेरणा देगा।
30 नवंबर को हम श्री गुरु नानक देव जी का 551वां प्रकाश पर्व मनाएंगे। मुझे महसूस होता है। कि गुरु साहब की मुझ पर विशेष कृपा रही जो उन्होंने मुझे हमेशा अपने कार्यों में बहुत करीब से जोड़ा है। भारत की संस्कृति और शास्त्र हमेशा से ही पूरी दुनिया के लिए आकर्षण के केंद्र रहे हैं। कई लोग तो इनकी खोज में भारत आए और हमेशा के लिए यहीं के होकर रह गए तो कई लोग वापस अपने देश जाकर इस संस्कृति के संवाहक बन गए। पिछले साल नवंबर में करतारपुर साहिब कॉरिडोर का खुलना बहुत ही ऐतिहासिक रहा। विदेश में रहने वाले हमारे सिख भाई-बहनों के​ लिए अब दरबार साहिब की सेवा के लिए राशि भेजना और आसान हो गया है। 5 दिसबंर को अरबिंदो की पुण्यतिथि है। श्री अरबिंदो को हम जितना पढ़ते हैं। उतनी ही गहराई हमें मिलती जाती है। मेरे युवा साथी श्री अरबिंदो को जितना जानेंगे उतना ही अपने आप को जानेंगे, खुद को समृद्ध करेंग।           


ससुराल वालों ने धर्म-परिवर्तन को किया मजबूर

वाजिद खान की पत्नी का आरोप- ससुराल वालों ने धर्म परिवर्तन को किया मजबूर


नई दिल्ली। कोरोना काल में हमने ना जाने कितने कलाकारों को खो दिया। इसमें से एक नाम संगीत की दुनिया की मशहूर जोड़ी साजिद-वाजिद के वाजिद का भी रहा। वाजिद खान का लंबी बीमारी के बाद 1 जून 2020 को निधन हो गया। इसी के बाद से साजिद-वाजिद की मशहूर जोड़ी हमेशा-हमेशा के लिए टूट गई। मगर वाजिद के निधन के बाद उनकी पत्नी कमलरुख का जीवन मुश्किलों से भरा नजर आ रहा है। कमलरुख ने वाजिद के परिवार पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। वाजिद खान की पत्नी कमलरुख ने सोशल मीडिया पर इस बात का खुलासा किया है। कि उन्हें वाजिद के परिवार द्वारा जबरदस्ती इस्लाम धर्म कबूलने के लिए कहा जा रहा है। जहां एक तरफ वे अपने पति के निधन की पीड़ा से बाहर निकल नहीं पाई हैं। वहीं दूसरी तरफ वाजिद के परिवार द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है। कमलरुख ने लेटर में अपनी भावनाएंं व्यक्त करते हुए कहा- मैं पारसी थी। और वे मुस्लिम थे। हम यूं समझ लीजिए कि कॉलेज स्वीटहार्ट्स थे। यहां तक क‍ि जब हमने शादी की तो स्पेशल मैरिज एक्ट के अंतर्गत की। मैं इस पर अपना अनुभव बताना चाहती हूं कि किस तरह से मुझे इंटरकास्ट मैरिज करने के बाद धर्म के आधार पर भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। ये बेहद शर्मनाक है। और सबकी आंखे खोल देने वाला है। अब देखने वाली बात होगी की वाजिद के परिवार की तरफ से इसपर क्या प्रतिक्रिया मिलती है।               


गृहमंत्री ने रोड शो से पहले मंदिर में दर्शन किए

अमित शाह पहुंचे हैदराबाद, रोड शो से पहले भाग्यलक्ष्मी मंदिर में किए दर्शन


हैदराबाद। तेलंगना में निकाय चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत के साथ प्रचार में लगी है। यहां हर दिन पार्टी के वरिष्ठ नेता रैलियां कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद अब गृहमंत्री अमित शाह भी वहां पहुंच गए हैं। वो रविवार को यहां रोड शो करेंगे। उनसे पहले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और स्मृति ईरानी के अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी यहां रैली की थी।
गृह मंत्री के पहुंचने पर बेगमपेट एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। गौरतलब है कि हैदराबाद में स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), एआइएमआइएम और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। भाजपा शहर में चुनाव अभियान चला रही है और इस दौरान पार्टी के कई उच्च प्रोफाइल नेता भी देखे गए हैं। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने हैदराबाद में चुनाव प्रचार किया। 150 सदस्यीय जीएचएमसी के लिए एक दिसंबर को चुनाव होना है और वोटो की गिनती चार दिसंबर को होगी।                                   


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)




 नवंबर 30, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-105 (साल-02)
2. सोमवार, नवंबर 30, 2020
3. शक-1983, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि- प्रतिपदा, विक्रमी संवत 2077।


4. प्रातः 06:53, सूर्यास्त 05:18।


5. न्‍यूनतम तापमान 09+ डी.सै., अधिकतम-21+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...