रविवार, 11 अक्तूबर 2020

दोस्त ने दोस्त को ही कार में जिंदा जलाया

दोस्त को शराब पिलाई फिर गला रेता और कार में ही जिंदा जला डाला। 


बिलासपुर। लाखों रुपयों का कर्ज लेकर मौज मार रहे एक व्यापारी का दिमाग इतना खतरनाक खेल खेल देगा, शायद ही कोई सोच सकता है। हिसार में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां एक शातिर व्यापारी ने गांव के साथी लड़के को कार से बहुत दूर ले जाकर दारू पी। जब लड़के को खूब नशा हो गया, तब उसका गला रेत डाला और बाद में उसी कार में लिटाकर आग लगा दी। घटना बिलासपुर गांव की है। जहां के रहने वाला राममेहर वयापार का काम करता है। राममेहर ने लाखों रुपये का कर्ज बैंक और सूदखोरों से ले रखा है। आये दिन उसको कोई न कोई तलाशता रहता था। पुलिस के मुताबिक व्यापारी ने दिमाग लड़ाया कि मैं अगर अपनी कार में किसी और को फूंक दूंगा तो लोग मुझे मरा समझेंगे और मैं चुपके से कहीं और फरार हो जाऊंगा। यही सोच वह गांव के अपने एक सहपाठी रमलू को बिना कुछ किसी को बताये कार में बैठाकर साथ ले गया। बहुत दूर जाकर अकेले में उसने रमलू के साथ दारू पी। रमलू जल्दी नशे में आ गया। इसी का फायदा उठा राममेहर ने रमलू का गला रेत डाला। उसके बाद इधर-उधर देख कार में ही आग लगा दी। जिसमें रमलू जलकर जिंदा मर गया। घटना के बाद राममेहर गायब हो गया।
एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि राममेहर गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने बताया है कि ऐसा इसलिए किया ताकि लोग समझें कि व्यापारी को किसी ने कार में जला दिया। और लोग व बैंक पैसा न मांगने आएं। मगर शातिर दिमाग कामयाब नहीं हो सका। रमलू शराब पीने का आदि था। उसके छह बच्चे हैं।             


मंदिर के महंत को बदमाशों ने मारी गोली

उत्तर प्रदेशः राम जानकी मंदिर के महंत को बदमाशों ने मारी गोली हालत गंभीर।


लखनऊ। गोंडा के इटियाथोक थाना क्षेत्र के तिर्रेमनोरमा इलाके में बदमाशों ने राम जानकी मंदिर के एक महंत को गोली मार दी। बता दें कि महंत पर सोते समय रात में करीब डेढ़ बजे जानलेवा हमला किया गया। वहीं महंत को गोली मारे जाने से इलाके में हड़कंप मच गया है। फिलहाल महंत सम्राट दास की हालत गंभीर है। जिसके बाद उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया है। लोगों का कहना है। कि मंदिर की बेशकीमती जमीन पर भू-माफियाओं की नजर है। आशंका जताई जा रही है। कि इसी जमीन की खातिर महंत पर जानलेवा हमला किया गया है।               


एसिडिटी के लक्षण, उपचार और परहेज

एसिडिटी के लक्षण कारण इलाज उपचार और परहेज


मनोज सिंह ठाकुर


जब पेट की गेस्ट्रिक ग्लेंड एसिड का उत्पादन बढ़ाने लगती है। तो इस स्थिति को एसिडिटी कहते हैं। सामान्य रूप से हमारा पेट हाइड्रोक्लोरिक एसिड का स्राव करता है। जो खाने को पचाने और तोडऩे का काम करता है। जब कोई व्यक्ति एसिडिटी से जूझता है। तो उसके शरीर में अपच, गैस्ट्रिक सूजन, हार्टबर्न, एसोफेगस में दर्द पेट में अल्सर और पेट में जलन जैसे लक्षण दिखते हैं।
एसिडिटी क्या है। जब पेट की गेस्ट्रिक ग्लेंड, एसिड का उत्पादन बढ़ाने लगती है। तो इस स्थिति को एसिडिटी कहते हैं। सामान्य रूप से हमारा पेट हाइड्रोक्लोरिक एसिड का स्राव करता है। जो खाने को पचाने और तोडऩे का काम करता है। जब कोई व्यक्ति एसिडिटी से जूझता है।। तो उसके शरीर में अपच, गैस्ट्रिक सूजन, हार्टबर्न, एसोफेगस में दर्द पेट में अल्सर और पेट में जलन जैसे लक्षण दिखते हैं। एसिडिटी आम तौर पर खाने की गलत आदतों, स्ट्रेस, धूम्रपान, शराब के सेवन, एक्सरसाइज का अभाव और खराब लाइफस्टाइल के चलते होती है। इसके अलावा एसिडिटी अधिकतर उन लोगों को भी होती है। जो नॉनवेज का ज्यादा सेवन करते हैं। या ऑयली और स्पासी फूड खाना पसंद करते हैं। नॉन स्टेरायडल एंटी इन्फ्लामेट्री ड्रग जैसी कुछ दवाएं लोगों को गैस्ट्रिक एसिडिटी से राहत दिला सकती हैं। लेकिन इस स्वास्थ्य समस्या में डॉक्टर की मर्जी के बिना कोई भी दवा लेना सही नहीं होगा।
एसिडिटी से पीडि़त लोगों को खाना खाने के बाद एसोफेगस में दर्द (गर्दन का ठीक निचला हिस्सा) और पेट में जलन व खट्टी डकारें आने जैसे लक्षण दिखते हैं। कभी-कभी, एसिडिटी वाले लोगों को कब्ज और अपच की समस्या भी हो जाती है। अम्लता का इलाज एंटासिड और खाने की आदतों व लाइफस्टाइल में बदलाव कर किया जा सकता है। एंडोस्टिज्म नामक एक नई तकनीक भी एसिड रिफ्लक्स से राहत दे सकती है। हालांकि एसिडिटी से जल्द आराम पाने के लिए कई जबरदस्त घरेलू नुस्खे भी मौजूद हैं। उन्हें अपनाकर भी एसिडिटी से आराम मिलता है।
एसिडिटी के लक्षण क्या हैं। एसिडिटी के सामान्य संकेत और लक्षण कुछ इस प्रकार दिखते हैं। पेट में जलन, गले में जलन, बेचैनी, डकार आना, जी मिचलाना, मुंह का स्वाद खट्टा स्वाद, खट्टी डकार, कब्ज़, एसिडिटी के कारण क्या हैं।
नॉन वेजिटेरियन और स्पासी फूड का सेवन।
स्मोकिंग और एल्कोहल का सेवन
तनाव लेना। पेट की बीमारियां जैसे पेप्टिक अल्सर गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग, पेट में मरोड़, आदि।
नॉन-स्टेरायडल एंटी इन्फ्लामेट्री ड्रग जैसी दवाओं का सेवन, आदि। एसिडिटी का इलाज क्या है।
आमतौर पर, एसिडिटी का इलाज एंटासिड की मदद से किया जाता है। जिसमें मैग्नीशियम या कैल्शियम या एल्यूमीनियम युक्त यौगिक होते हैं। ये एंटासिड पेट में मौजूद अतिरिक्त एसिड को बेअसर करते हैं। जिससे इसके लक्षणों से राहत मिलती है। एसिडिटी जैसी स्वास्थ्य समस्या में आपके डॉक्टर आपको हिस्टामाइन ब्लॉकिंग एजेंट (रिसेप्टर ब्लॉकर्स) जैसे कि सिमेटिडिन, रेनिटिडाइन, फेमोटीडीन या निजाटिडाइन या प्रोटोन पम्प इन्हिबटर जैसे ओमेप्रोजोले और लानसोप्राज़ोल लेने की सलाह दे सकते हैं। हालांकि एसिडिटी रोग के लिए सर्जरी भी उपलब्ध है। लेकिन ऐसे बहुत कम केस होते हैं। जिनमें सर्जरी की जरूरत पड़ती है। वैसे एसिडिटी का इलाज घरेलू नुस्खो से भी किया जा सकता है। केला, तुलसी, ठंडा दूध, सौंफ, जीरा, लौंग, इलायची, पुदीना या पुदीना के पत्ते, अदरक, आंवला आदि एसिडिटी के लिए बेस्ट घरेलू नुस्खे माने जाते हैं। एसिडिटी से बचाव क्या है। सीमेटीडाइन
निम्नलिखित तरीकों से एसिडिटी की समस्या से बचा जा सकता है। मसालेदार भोजन का सेवन न करें।
अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियां शामिल करें। खुद को हाइड्रेट रखें।
खाने को चबा चबाकर खाएं।
डिनर और नींद के बीच में कम से कम 3 घंटे का अंतर रखें
तुलसी के पत्ते, लौंग, सौंफ आदि चबाएं।
अनावश्यक रूप से द।             


थकावटः थाली में जरूर रखें ब्रेन-फूड

बाद में पछताना नहीं चाहते हैं, तो थाली में जरूर रखें ब्रेन-फूड।


मनोज सिंह ठाकुर


बात करते हुए यह भूल जाना कि हम क्या बोलने वाले थे। कोई भी सामान रखने के बाद ध्यान ना आना कि कहां रखा है। यदि आपके साथ भी दैनिक जीवन में इस तरह की स्थितियां बनती हैं। तो इसका अर्थ है। कि आपका दिमाग बहुत जल्दी और बहुत अधिक थक जाता है। साथ ही आपकी एकाग्रता भी ठीक से काम नहीं कर रही है। यहां जानें किस तरह ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स इन समस्याओं से निजात पाने में आपकी सहायता कर सकते है।


ब्रेन ना हेल्थ के लिए है खबहुत जरूरी
आपको जानकर हैरानी हो सकती है। कि ब्रेन हेल्थ के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड कुछ इस तरह काम करता है। जैसे हमारे पेट की भूख मिटाने के लिए रोटी। जिस तरह रोटी खाकर पेट को शांति और पोषण मिलता है। ठीक उसी तरह ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारे ब्रेन को पोषण देकर उसे स्वस्थ रखता है। कई बीमारियों का एक इलाज ओमेगा-3 फैटी एसिडः ओमेगा-3 फैटी एसिड की सहायता से अल्जाइमर (भूलने की बीमारी) सोमनिया (नींद ना आना), तनाव, चिंता, अवसाद जैसे कई मानसिक विकारों को होने से रोका जा सकता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड दिमाग में बननेवाले हॉर्मोन्स को संतुलित बनाए रखने में भी बड़ी भूमिका निभाता है। इसके साथ ही ब्रेन की नर्व्स को सूखने और सिकुडऩे से बचाने में भी ओमेगा-3 फैटी एसिड बहुत प्रभावी होता है।
याददाश्त को बनाए रखेः अल्जाइमर की समस्या के मुख्य कारणों में यह बात भी शामिल है। कि यदि डायट में ओमेगा-3 फैटी एसिड का अभाव रहता है। तो याददाश्त से जुड़ी यह बीमारी बढ़ती उम्र के साथ अपनी चपेट में ले लेती है। यानी जो लोग संपूर्ण डायट का सेवन नहीं करते हैं। उन्हें अल्जाइमर होने का खतरा अधिक होता है। डिप्रेशन को दूर करने में सहायक
कई अलग-अलग क्लिनिकल रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है। कि डिप्रेशन का इलाज करा रहे रोगियों को यदि दवाओं के साथ ही ओमेगा-3 फैटी एसिड रिच डायट या इसके सप्लिमेंट्स दिए जाएं तो रोगी की स्थिति में जल्दी सुधार होता है। हालांकि इस बात के कारण अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। कि ओमेगा-3 फैटी एसिड डिप्रेशन के स्तर को कम करने में किस तरह कार्य करता है। लेकिन यह साफ है। कि इसका उपयोग अवसाद की रोकथाम में बेहतर और जल्दी सुधार देता है। हैरान करती है यह बात
मेडिकल स्टडीज में यह बात भी सामने आई है। कि सामान्य लोगों में ब्रेन के विकास में ओमेगा-3 फैटी एसिड सप्लिमेंट्स द्वारा कोई परिवर्तन नहीं देखा जाता है। जबकि डिप्रेशन और पर्सनैलिटी डिसऑर्डर से जूझ रहे पेशंट्स पर इसका कमाल का असर देखने को मिलता है। रिसर्चर्स एक बात और साफ करते हैं। कि ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए फिश ऑइल सप्लिमेंट्स के स्थान पर फिश का सेवन करना कहीं अधिक प्रभावी होता है। यानी मछली के तेल से तैयार सप्लिमेंट्स की तुलना में फिश खाना अधिक लाभकारी होता है। जो मीट-मछली नहीं खाते है। जो लोग नॉनवेज नहीं खाते हैं। वे प्लांटे बेस्ड डायट और ड्राई फ्रूट्स के माध्यम से अपने शरीर में ओमेगा-3 फैटी एसिड की पूर्ति कर सकते हैं। इन लोगों को बादाम और अखरोट का सेवन मुख्य रूप से करना चाहिए। इसके साथ ही आप हरी फलियों और ताजे फलों और साबुत अनाज से भी अपने शरीर में हुई पोषक तत्वों की कमी को दूर कर सकते हैं। अपने ब्रेन को हेल्दी और ऐक्टिव रखने के लिए आप ऑर्गेनिक फूड्स का सेवन करें।             


'कॉग्रेस' प्रदेश प्रभारी पुनिया कोरोना पॉजिटिव

कॉग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया कोरोना पॉजिटिव।


रायपुर। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की खबर के बाद सत्ता के गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। पुनिया की सैंपलिंग शनिवार की सुबह हुई थी। और इस दौरान पुनिया ने किसान रैली में भी हिस्सा लिया था। जो केंद्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि बिल के खिलाफ था बताया जाता है। कि पुनिया ने यहां आकर राज्य के कई मंत्री नेताओं से मुलाकात की है। खुद मुख्यमंत्री और प्रदेश के कई मंत्रियों ने उनके साथ मीटिंग की थी। जैसे ही पुनिया के पॉजिटिव होने की खबर आई सभी को जांच होने तक क्वारंटाइन होने को कहा गया है। पुनिया ने मरवाही चुनाव के सम्बंध में कांग्रेस भवन में एक बैठक भी ली थी। वहां हुए बैठक के बाद पुनिया ने एक प्रेस कांफ्रेंस भी किया था। और चुनाव के बारे में रणनीति संबंधी बातें मीडिया को बताई थी। मरवाही उपचुनाव में प्रत्याशी के नाम तय किये जाने के लिए भी माथा पच्ची हुई है। जिसके संबंध में चर्चा के लिए पुनिया मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष सहित कई मंत्रियों से मुलाकात की है।
इसके बाद पुनिया रायपुर में एक किसान रैली में शामिल हुए जिसे केंद्र सरकार द्वारा लाये किसान बिल के विरोध में आयोजित किया गया था। पुनिया ने इस संबंध में एक ट्वीट भी किया था। देर रात पुनिया की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई और प्रदेश के सत्ता के गलियारों में हड़कंप मच गया।


               


हाथरस: भाभी के आरोप पर महिला बोली

हाथरस: नक्सली भाभी के आरोप पर महिला बोली ‘मैं इंसानियत के नाते परिवार से मिलने गई थी, रिश्तेदार नहीं हूं।


मनोज सिंह ठाकुर
फेक नक्सल भाभी ने तोड़ी चुप्पी हाथरस पीड़िता की भाभी होने से किया इंकार


हाथरस। हाथरस कांड में शनिवार को मीडिया में रिपोर्ट आई कि गैंगरेप पीड़िता के घर पर फर्जी रिश्तेदार बनकर एक महिला रह रही थी। महिला के ऊपर नक्सली होने और परिवार को सरकार के खिलाफ भड़काने के आरोप लगे। इन सबके बीच सोशल मीडिया पर पर एक नक्सली भाभी भी ट्रेंड होने लगा। अब इस महिला ने खुद मीडिया के सामने आकर अपनी पहचान बताई है। और कहा है। कि वह परिवार से एकजुटता दिखाने गई थी।
सोशल मीडिया पर दो महिला को विडियो वायरल हो रहे थे। जिसमें वह सीपीएम और सीपीआई नेताओं से बात करती दिख रही थी। इसी आधार दावा किया जाने लगा कि महिला का नक्सल कनेक्शन है। महिला की पहचान डॉ. राजकुमारी बंसल (41) के रूप में हुई थी। जो मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली है। वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के फर्माकॉलजी विभाग में लेक्चरर है।
परिवार ने मुझे रोका, इसलिए मैं रुकी
महिला ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि वह 4 अक्टूबर को पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस गई थी। और 6 अक्टूबर को जबलपुर लौट आई। महिला ने बताया मैं केवल परिवार से एकजुटता दिखाने गई थी। मैं अगले दिन ही वापस आना चाहती थी। लेकिन परिवार ने मुझसे रुकने की गुजारिश की। आज मैं हैरान हूं। यह बिल्कुल गलत है। वे लोग ऐसे बिना किसी सबूत के किसी को कैसे नक्सली बोल सकते है।
हाथरस के नक्सल कनेक्शन पर क्या बोली एसआईटी
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था। कि एसआईटी महिला का पता लगा रही है। लेकिन एक वरिष्ठ पुलिसकर्मी ने बताया कि एसआईटी हमेशा शासनादेश पर गठित की जाती है। इस केस में पुलिस के मामले को हैंडल करने की भूमिका की जांच करनी है। किसी भी पुलिसकर्मी ने कथित नक्सली लिंक की जांच पर कमेंट तो नहीं किया हालांकि उन्होंने इस बात की पुष्टि जरूर की तो महिला की पहचान को प्रमाणित करने के लिए वे जबलपुर पुलिस के संपर्क में हैं।
विडियो में सीताराम येचुरी से बात कर रही थी। महिला
विडियो में राजकुमारी सीपीएम-सीपीआई के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल से बात करती दिख रही हैं। जो मंगलवार को परिवार से मिलने आए थे। विडियो में सीताराम येचुरी कहते दिख रहे हैं। वे न्याय मांग रहे हैं। इस पर सहमति जताते हुए राजकुमारी कहती हैं। ‘किसी का रात में दाह संस्कार कैसे किया जा सकता है। यह किसी के भी साथ हो सकता है। प्रशासन को ऐसा नहीं करना चाहिए था।
मैं गरीब परिवार से हूं सिस्टम की हकीकत जानती हूं’
एक दूसरे विडियो में राजकुमारी कह रही हैं।मैं यहां इंसानियत के नाते आई हूं। मैं परिवार की संबंधी नहीं हूं लेकिन मैं तीन दिन से यहां हूं। मैं उनके लिए लड़ना चाहती हूं। राजकुमारी ने बताया मेरा कोई राजनीतिक संबंध नहीं है। मैं गरीब परिवार से आती हूं और यह समझती हूं कि सिस्टम कैसे कमजोर वर्ग को दबाता है। जब मैंने रात में अंतिम संस्कार के बारे में पढ़ा तो मैं हिल गई। किसी भी मीडियापर्सन या नेता को परिवार से मिलने नहीं दिया जा रहा था। इसलिए मैंने सोचा कि मुझे भी एक आम नागरिक के रूप में परिवार से मिलने की कोशिश करनी चाहिए।
मदद करने से रोकने का तरीका
जब राजकुमारी गांव गई तो हाथरस पुलिस ने उनकी पहचान को लेकर पूछताछ की। उन्होंने कहा मदद करने की कोशिश कर रहे लोगों के खिलाफ षड्यंत्र करना दूसरों को जरूरतमंदों तक पहुंचने से रोकने का एक तरीका मात्र है। उन्होने बताया कि पुलिस ने अभी तक उनसे कोई संपर्क नहीं किया है।
हमें हमारी लड़की के लिए न्याय चाहते हैं।
दूसरी ओर पीड़ित परिवार का कहना है। कि वह अफवाहों से थक चुके हैं। कभी कॉल डीटेल रेकॉर्ड से परिवार और आरोपी के बीच कनेक्शन साबित करने की कोशिश जा रही है। तो कभी आरोपी जेल से पत्र लिखकर खुद को पीड़िता का दोस्त बता रहा है। और पीड़िता के परिवार पर ही उसे पीटने का आरोप लगा रहा है। पीड़िता की भाभी ने कहा यहां हर जगह से लोग आ रहे हैं। इसका यह मतलब नहीं है। कि उन्हें गाली दी जाए और षडयंत्र रचने का आरोप लगाया जाए। हम सभी हमारी लड़की के लिए न्याय चाहते हैं।               


बेटी की हत्या कर मां के साथ किया गेंगरेप

बिहारः बेटी की हत्या कर मां के साथ युवकों ने किया गैंगरेप नहर में मिली बेसुध महिला।


बक्सर। महिला अपनी छोटी बेटी के साथ बैंक जा रही थी। इस दौरान रास्ते में रोकर युवकों ने उसके साथ गैंगरेप किया। यही नहीं उसकी छोटी बेटी की हत्या भी कर डाली यह घटना बक्सर के मुरार थाना क्षेत्र की है।
नहर में मिली बेसुध महिलाः जब महिला बैंक से घर नहीं पहुंची तो घरवाले उसे खोजने निकले। परिजनों ने देखा कि नहर में महिला बेसुध पड़ी हुई थी। उसकी बेटी की मौत हो चुकी थी। दोनों को एक साथ बांधकर आरोपियों ने फेंक दिया था। परिजन उससे इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराए है। पीड़िता काफी डरी हुई है। बेटी की हत्या गला दबाकर की गई है। होश में आने के बाद परिजनों को घटना की जानकारी दी।
पुलिस जांच में जुटी
होश में आने के बाद पीड़िता ने कुछ आरोपियों के नाम बताए हैं। जिसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। बक्सर एसपी ने कहा कि पुलिस परिजनों और पीड़िता का बयान दर्ज कर केस दर्ज करेगी और मामले की जांच करेगी।  इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। और लोगों में गुस्सा है। ग्रामीणों ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने और कड़ी सजा देने की मांग की है।             


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...