रविवार, 11 अक्तूबर 2020

दोस्त ने दोस्त को ही कार में जिंदा जलाया

दोस्त को शराब पिलाई फिर गला रेता और कार में ही जिंदा जला डाला। 


बिलासपुर। लाखों रुपयों का कर्ज लेकर मौज मार रहे एक व्यापारी का दिमाग इतना खतरनाक खेल खेल देगा, शायद ही कोई सोच सकता है। हिसार में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां एक शातिर व्यापारी ने गांव के साथी लड़के को कार से बहुत दूर ले जाकर दारू पी। जब लड़के को खूब नशा हो गया, तब उसका गला रेत डाला और बाद में उसी कार में लिटाकर आग लगा दी। घटना बिलासपुर गांव की है। जहां के रहने वाला राममेहर वयापार का काम करता है। राममेहर ने लाखों रुपये का कर्ज बैंक और सूदखोरों से ले रखा है। आये दिन उसको कोई न कोई तलाशता रहता था। पुलिस के मुताबिक व्यापारी ने दिमाग लड़ाया कि मैं अगर अपनी कार में किसी और को फूंक दूंगा तो लोग मुझे मरा समझेंगे और मैं चुपके से कहीं और फरार हो जाऊंगा। यही सोच वह गांव के अपने एक सहपाठी रमलू को बिना कुछ किसी को बताये कार में बैठाकर साथ ले गया। बहुत दूर जाकर अकेले में उसने रमलू के साथ दारू पी। रमलू जल्दी नशे में आ गया। इसी का फायदा उठा राममेहर ने रमलू का गला रेत डाला। उसके बाद इधर-उधर देख कार में ही आग लगा दी। जिसमें रमलू जलकर जिंदा मर गया। घटना के बाद राममेहर गायब हो गया।
एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि राममेहर गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने बताया है कि ऐसा इसलिए किया ताकि लोग समझें कि व्यापारी को किसी ने कार में जला दिया। और लोग व बैंक पैसा न मांगने आएं। मगर शातिर दिमाग कामयाब नहीं हो सका। रमलू शराब पीने का आदि था। उसके छह बच्चे हैं।             


मंदिर के महंत को बदमाशों ने मारी गोली

उत्तर प्रदेशः राम जानकी मंदिर के महंत को बदमाशों ने मारी गोली हालत गंभीर।


लखनऊ। गोंडा के इटियाथोक थाना क्षेत्र के तिर्रेमनोरमा इलाके में बदमाशों ने राम जानकी मंदिर के एक महंत को गोली मार दी। बता दें कि महंत पर सोते समय रात में करीब डेढ़ बजे जानलेवा हमला किया गया। वहीं महंत को गोली मारे जाने से इलाके में हड़कंप मच गया है। फिलहाल महंत सम्राट दास की हालत गंभीर है। जिसके बाद उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया है। लोगों का कहना है। कि मंदिर की बेशकीमती जमीन पर भू-माफियाओं की नजर है। आशंका जताई जा रही है। कि इसी जमीन की खातिर महंत पर जानलेवा हमला किया गया है।               


एसिडिटी के लक्षण, उपचार और परहेज

एसिडिटी के लक्षण कारण इलाज उपचार और परहेज


मनोज सिंह ठाकुर


जब पेट की गेस्ट्रिक ग्लेंड एसिड का उत्पादन बढ़ाने लगती है। तो इस स्थिति को एसिडिटी कहते हैं। सामान्य रूप से हमारा पेट हाइड्रोक्लोरिक एसिड का स्राव करता है। जो खाने को पचाने और तोडऩे का काम करता है। जब कोई व्यक्ति एसिडिटी से जूझता है। तो उसके शरीर में अपच, गैस्ट्रिक सूजन, हार्टबर्न, एसोफेगस में दर्द पेट में अल्सर और पेट में जलन जैसे लक्षण दिखते हैं।
एसिडिटी क्या है। जब पेट की गेस्ट्रिक ग्लेंड, एसिड का उत्पादन बढ़ाने लगती है। तो इस स्थिति को एसिडिटी कहते हैं। सामान्य रूप से हमारा पेट हाइड्रोक्लोरिक एसिड का स्राव करता है। जो खाने को पचाने और तोडऩे का काम करता है। जब कोई व्यक्ति एसिडिटी से जूझता है।। तो उसके शरीर में अपच, गैस्ट्रिक सूजन, हार्टबर्न, एसोफेगस में दर्द पेट में अल्सर और पेट में जलन जैसे लक्षण दिखते हैं। एसिडिटी आम तौर पर खाने की गलत आदतों, स्ट्रेस, धूम्रपान, शराब के सेवन, एक्सरसाइज का अभाव और खराब लाइफस्टाइल के चलते होती है। इसके अलावा एसिडिटी अधिकतर उन लोगों को भी होती है। जो नॉनवेज का ज्यादा सेवन करते हैं। या ऑयली और स्पासी फूड खाना पसंद करते हैं। नॉन स्टेरायडल एंटी इन्फ्लामेट्री ड्रग जैसी कुछ दवाएं लोगों को गैस्ट्रिक एसिडिटी से राहत दिला सकती हैं। लेकिन इस स्वास्थ्य समस्या में डॉक्टर की मर्जी के बिना कोई भी दवा लेना सही नहीं होगा।
एसिडिटी से पीडि़त लोगों को खाना खाने के बाद एसोफेगस में दर्द (गर्दन का ठीक निचला हिस्सा) और पेट में जलन व खट्टी डकारें आने जैसे लक्षण दिखते हैं। कभी-कभी, एसिडिटी वाले लोगों को कब्ज और अपच की समस्या भी हो जाती है। अम्लता का इलाज एंटासिड और खाने की आदतों व लाइफस्टाइल में बदलाव कर किया जा सकता है। एंडोस्टिज्म नामक एक नई तकनीक भी एसिड रिफ्लक्स से राहत दे सकती है। हालांकि एसिडिटी से जल्द आराम पाने के लिए कई जबरदस्त घरेलू नुस्खे भी मौजूद हैं। उन्हें अपनाकर भी एसिडिटी से आराम मिलता है।
एसिडिटी के लक्षण क्या हैं। एसिडिटी के सामान्य संकेत और लक्षण कुछ इस प्रकार दिखते हैं। पेट में जलन, गले में जलन, बेचैनी, डकार आना, जी मिचलाना, मुंह का स्वाद खट्टा स्वाद, खट्टी डकार, कब्ज़, एसिडिटी के कारण क्या हैं।
नॉन वेजिटेरियन और स्पासी फूड का सेवन।
स्मोकिंग और एल्कोहल का सेवन
तनाव लेना। पेट की बीमारियां जैसे पेप्टिक अल्सर गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग, पेट में मरोड़, आदि।
नॉन-स्टेरायडल एंटी इन्फ्लामेट्री ड्रग जैसी दवाओं का सेवन, आदि। एसिडिटी का इलाज क्या है।
आमतौर पर, एसिडिटी का इलाज एंटासिड की मदद से किया जाता है। जिसमें मैग्नीशियम या कैल्शियम या एल्यूमीनियम युक्त यौगिक होते हैं। ये एंटासिड पेट में मौजूद अतिरिक्त एसिड को बेअसर करते हैं। जिससे इसके लक्षणों से राहत मिलती है। एसिडिटी जैसी स्वास्थ्य समस्या में आपके डॉक्टर आपको हिस्टामाइन ब्लॉकिंग एजेंट (रिसेप्टर ब्लॉकर्स) जैसे कि सिमेटिडिन, रेनिटिडाइन, फेमोटीडीन या निजाटिडाइन या प्रोटोन पम्प इन्हिबटर जैसे ओमेप्रोजोले और लानसोप्राज़ोल लेने की सलाह दे सकते हैं। हालांकि एसिडिटी रोग के लिए सर्जरी भी उपलब्ध है। लेकिन ऐसे बहुत कम केस होते हैं। जिनमें सर्जरी की जरूरत पड़ती है। वैसे एसिडिटी का इलाज घरेलू नुस्खो से भी किया जा सकता है। केला, तुलसी, ठंडा दूध, सौंफ, जीरा, लौंग, इलायची, पुदीना या पुदीना के पत्ते, अदरक, आंवला आदि एसिडिटी के लिए बेस्ट घरेलू नुस्खे माने जाते हैं। एसिडिटी से बचाव क्या है। सीमेटीडाइन
निम्नलिखित तरीकों से एसिडिटी की समस्या से बचा जा सकता है। मसालेदार भोजन का सेवन न करें।
अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियां शामिल करें। खुद को हाइड्रेट रखें।
खाने को चबा चबाकर खाएं।
डिनर और नींद के बीच में कम से कम 3 घंटे का अंतर रखें
तुलसी के पत्ते, लौंग, सौंफ आदि चबाएं।
अनावश्यक रूप से द।             


थकावटः थाली में जरूर रखें ब्रेन-फूड

बाद में पछताना नहीं चाहते हैं, तो थाली में जरूर रखें ब्रेन-फूड।


मनोज सिंह ठाकुर


बात करते हुए यह भूल जाना कि हम क्या बोलने वाले थे। कोई भी सामान रखने के बाद ध्यान ना आना कि कहां रखा है। यदि आपके साथ भी दैनिक जीवन में इस तरह की स्थितियां बनती हैं। तो इसका अर्थ है। कि आपका दिमाग बहुत जल्दी और बहुत अधिक थक जाता है। साथ ही आपकी एकाग्रता भी ठीक से काम नहीं कर रही है। यहां जानें किस तरह ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स इन समस्याओं से निजात पाने में आपकी सहायता कर सकते है।


ब्रेन ना हेल्थ के लिए है खबहुत जरूरी
आपको जानकर हैरानी हो सकती है। कि ब्रेन हेल्थ के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड कुछ इस तरह काम करता है। जैसे हमारे पेट की भूख मिटाने के लिए रोटी। जिस तरह रोटी खाकर पेट को शांति और पोषण मिलता है। ठीक उसी तरह ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारे ब्रेन को पोषण देकर उसे स्वस्थ रखता है। कई बीमारियों का एक इलाज ओमेगा-3 फैटी एसिडः ओमेगा-3 फैटी एसिड की सहायता से अल्जाइमर (भूलने की बीमारी) सोमनिया (नींद ना आना), तनाव, चिंता, अवसाद जैसे कई मानसिक विकारों को होने से रोका जा सकता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड दिमाग में बननेवाले हॉर्मोन्स को संतुलित बनाए रखने में भी बड़ी भूमिका निभाता है। इसके साथ ही ब्रेन की नर्व्स को सूखने और सिकुडऩे से बचाने में भी ओमेगा-3 फैटी एसिड बहुत प्रभावी होता है।
याददाश्त को बनाए रखेः अल्जाइमर की समस्या के मुख्य कारणों में यह बात भी शामिल है। कि यदि डायट में ओमेगा-3 फैटी एसिड का अभाव रहता है। तो याददाश्त से जुड़ी यह बीमारी बढ़ती उम्र के साथ अपनी चपेट में ले लेती है। यानी जो लोग संपूर्ण डायट का सेवन नहीं करते हैं। उन्हें अल्जाइमर होने का खतरा अधिक होता है। डिप्रेशन को दूर करने में सहायक
कई अलग-अलग क्लिनिकल रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है। कि डिप्रेशन का इलाज करा रहे रोगियों को यदि दवाओं के साथ ही ओमेगा-3 फैटी एसिड रिच डायट या इसके सप्लिमेंट्स दिए जाएं तो रोगी की स्थिति में जल्दी सुधार होता है। हालांकि इस बात के कारण अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। कि ओमेगा-3 फैटी एसिड डिप्रेशन के स्तर को कम करने में किस तरह कार्य करता है। लेकिन यह साफ है। कि इसका उपयोग अवसाद की रोकथाम में बेहतर और जल्दी सुधार देता है। हैरान करती है यह बात
मेडिकल स्टडीज में यह बात भी सामने आई है। कि सामान्य लोगों में ब्रेन के विकास में ओमेगा-3 फैटी एसिड सप्लिमेंट्स द्वारा कोई परिवर्तन नहीं देखा जाता है। जबकि डिप्रेशन और पर्सनैलिटी डिसऑर्डर से जूझ रहे पेशंट्स पर इसका कमाल का असर देखने को मिलता है। रिसर्चर्स एक बात और साफ करते हैं। कि ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए फिश ऑइल सप्लिमेंट्स के स्थान पर फिश का सेवन करना कहीं अधिक प्रभावी होता है। यानी मछली के तेल से तैयार सप्लिमेंट्स की तुलना में फिश खाना अधिक लाभकारी होता है। जो मीट-मछली नहीं खाते है। जो लोग नॉनवेज नहीं खाते हैं। वे प्लांटे बेस्ड डायट और ड्राई फ्रूट्स के माध्यम से अपने शरीर में ओमेगा-3 फैटी एसिड की पूर्ति कर सकते हैं। इन लोगों को बादाम और अखरोट का सेवन मुख्य रूप से करना चाहिए। इसके साथ ही आप हरी फलियों और ताजे फलों और साबुत अनाज से भी अपने शरीर में हुई पोषक तत्वों की कमी को दूर कर सकते हैं। अपने ब्रेन को हेल्दी और ऐक्टिव रखने के लिए आप ऑर्गेनिक फूड्स का सेवन करें।             


'कॉग्रेस' प्रदेश प्रभारी पुनिया कोरोना पॉजिटिव

कॉग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया कोरोना पॉजिटिव।


रायपुर। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की खबर के बाद सत्ता के गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। पुनिया की सैंपलिंग शनिवार की सुबह हुई थी। और इस दौरान पुनिया ने किसान रैली में भी हिस्सा लिया था। जो केंद्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि बिल के खिलाफ था बताया जाता है। कि पुनिया ने यहां आकर राज्य के कई मंत्री नेताओं से मुलाकात की है। खुद मुख्यमंत्री और प्रदेश के कई मंत्रियों ने उनके साथ मीटिंग की थी। जैसे ही पुनिया के पॉजिटिव होने की खबर आई सभी को जांच होने तक क्वारंटाइन होने को कहा गया है। पुनिया ने मरवाही चुनाव के सम्बंध में कांग्रेस भवन में एक बैठक भी ली थी। वहां हुए बैठक के बाद पुनिया ने एक प्रेस कांफ्रेंस भी किया था। और चुनाव के बारे में रणनीति संबंधी बातें मीडिया को बताई थी। मरवाही उपचुनाव में प्रत्याशी के नाम तय किये जाने के लिए भी माथा पच्ची हुई है। जिसके संबंध में चर्चा के लिए पुनिया मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष सहित कई मंत्रियों से मुलाकात की है।
इसके बाद पुनिया रायपुर में एक किसान रैली में शामिल हुए जिसे केंद्र सरकार द्वारा लाये किसान बिल के विरोध में आयोजित किया गया था। पुनिया ने इस संबंध में एक ट्वीट भी किया था। देर रात पुनिया की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई और प्रदेश के सत्ता के गलियारों में हड़कंप मच गया।


               


हाथरस: भाभी के आरोप पर महिला बोली

हाथरस: नक्सली भाभी के आरोप पर महिला बोली ‘मैं इंसानियत के नाते परिवार से मिलने गई थी, रिश्तेदार नहीं हूं।


मनोज सिंह ठाकुर
फेक नक्सल भाभी ने तोड़ी चुप्पी हाथरस पीड़िता की भाभी होने से किया इंकार


हाथरस। हाथरस कांड में शनिवार को मीडिया में रिपोर्ट आई कि गैंगरेप पीड़िता के घर पर फर्जी रिश्तेदार बनकर एक महिला रह रही थी। महिला के ऊपर नक्सली होने और परिवार को सरकार के खिलाफ भड़काने के आरोप लगे। इन सबके बीच सोशल मीडिया पर पर एक नक्सली भाभी भी ट्रेंड होने लगा। अब इस महिला ने खुद मीडिया के सामने आकर अपनी पहचान बताई है। और कहा है। कि वह परिवार से एकजुटता दिखाने गई थी।
सोशल मीडिया पर दो महिला को विडियो वायरल हो रहे थे। जिसमें वह सीपीएम और सीपीआई नेताओं से बात करती दिख रही थी। इसी आधार दावा किया जाने लगा कि महिला का नक्सल कनेक्शन है। महिला की पहचान डॉ. राजकुमारी बंसल (41) के रूप में हुई थी। जो मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली है। वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के फर्माकॉलजी विभाग में लेक्चरर है।
परिवार ने मुझे रोका, इसलिए मैं रुकी
महिला ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि वह 4 अक्टूबर को पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस गई थी। और 6 अक्टूबर को जबलपुर लौट आई। महिला ने बताया मैं केवल परिवार से एकजुटता दिखाने गई थी। मैं अगले दिन ही वापस आना चाहती थी। लेकिन परिवार ने मुझसे रुकने की गुजारिश की। आज मैं हैरान हूं। यह बिल्कुल गलत है। वे लोग ऐसे बिना किसी सबूत के किसी को कैसे नक्सली बोल सकते है।
हाथरस के नक्सल कनेक्शन पर क्या बोली एसआईटी
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था। कि एसआईटी महिला का पता लगा रही है। लेकिन एक वरिष्ठ पुलिसकर्मी ने बताया कि एसआईटी हमेशा शासनादेश पर गठित की जाती है। इस केस में पुलिस के मामले को हैंडल करने की भूमिका की जांच करनी है। किसी भी पुलिसकर्मी ने कथित नक्सली लिंक की जांच पर कमेंट तो नहीं किया हालांकि उन्होंने इस बात की पुष्टि जरूर की तो महिला की पहचान को प्रमाणित करने के लिए वे जबलपुर पुलिस के संपर्क में हैं।
विडियो में सीताराम येचुरी से बात कर रही थी। महिला
विडियो में राजकुमारी सीपीएम-सीपीआई के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल से बात करती दिख रही हैं। जो मंगलवार को परिवार से मिलने आए थे। विडियो में सीताराम येचुरी कहते दिख रहे हैं। वे न्याय मांग रहे हैं। इस पर सहमति जताते हुए राजकुमारी कहती हैं। ‘किसी का रात में दाह संस्कार कैसे किया जा सकता है। यह किसी के भी साथ हो सकता है। प्रशासन को ऐसा नहीं करना चाहिए था।
मैं गरीब परिवार से हूं सिस्टम की हकीकत जानती हूं’
एक दूसरे विडियो में राजकुमारी कह रही हैं।मैं यहां इंसानियत के नाते आई हूं। मैं परिवार की संबंधी नहीं हूं लेकिन मैं तीन दिन से यहां हूं। मैं उनके लिए लड़ना चाहती हूं। राजकुमारी ने बताया मेरा कोई राजनीतिक संबंध नहीं है। मैं गरीब परिवार से आती हूं और यह समझती हूं कि सिस्टम कैसे कमजोर वर्ग को दबाता है। जब मैंने रात में अंतिम संस्कार के बारे में पढ़ा तो मैं हिल गई। किसी भी मीडियापर्सन या नेता को परिवार से मिलने नहीं दिया जा रहा था। इसलिए मैंने सोचा कि मुझे भी एक आम नागरिक के रूप में परिवार से मिलने की कोशिश करनी चाहिए।
मदद करने से रोकने का तरीका
जब राजकुमारी गांव गई तो हाथरस पुलिस ने उनकी पहचान को लेकर पूछताछ की। उन्होंने कहा मदद करने की कोशिश कर रहे लोगों के खिलाफ षड्यंत्र करना दूसरों को जरूरतमंदों तक पहुंचने से रोकने का एक तरीका मात्र है। उन्होने बताया कि पुलिस ने अभी तक उनसे कोई संपर्क नहीं किया है।
हमें हमारी लड़की के लिए न्याय चाहते हैं।
दूसरी ओर पीड़ित परिवार का कहना है। कि वह अफवाहों से थक चुके हैं। कभी कॉल डीटेल रेकॉर्ड से परिवार और आरोपी के बीच कनेक्शन साबित करने की कोशिश जा रही है। तो कभी आरोपी जेल से पत्र लिखकर खुद को पीड़िता का दोस्त बता रहा है। और पीड़िता के परिवार पर ही उसे पीटने का आरोप लगा रहा है। पीड़िता की भाभी ने कहा यहां हर जगह से लोग आ रहे हैं। इसका यह मतलब नहीं है। कि उन्हें गाली दी जाए और षडयंत्र रचने का आरोप लगाया जाए। हम सभी हमारी लड़की के लिए न्याय चाहते हैं।               


बेटी की हत्या कर मां के साथ किया गेंगरेप

बिहारः बेटी की हत्या कर मां के साथ युवकों ने किया गैंगरेप नहर में मिली बेसुध महिला।


बक्सर। महिला अपनी छोटी बेटी के साथ बैंक जा रही थी। इस दौरान रास्ते में रोकर युवकों ने उसके साथ गैंगरेप किया। यही नहीं उसकी छोटी बेटी की हत्या भी कर डाली यह घटना बक्सर के मुरार थाना क्षेत्र की है।
नहर में मिली बेसुध महिलाः जब महिला बैंक से घर नहीं पहुंची तो घरवाले उसे खोजने निकले। परिजनों ने देखा कि नहर में महिला बेसुध पड़ी हुई थी। उसकी बेटी की मौत हो चुकी थी। दोनों को एक साथ बांधकर आरोपियों ने फेंक दिया था। परिजन उससे इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराए है। पीड़िता काफी डरी हुई है। बेटी की हत्या गला दबाकर की गई है। होश में आने के बाद परिजनों को घटना की जानकारी दी।
पुलिस जांच में जुटी
होश में आने के बाद पीड़िता ने कुछ आरोपियों के नाम बताए हैं। जिसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। बक्सर एसपी ने कहा कि पुलिस परिजनों और पीड़िता का बयान दर्ज कर केस दर्ज करेगी और मामले की जांच करेगी।  इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। और लोगों में गुस्सा है। ग्रामीणों ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने और कड़ी सजा देने की मांग की है।             


बिहारः परिवार के 6 लोगों को दिया जहर

बिहारः अवैध संबंध का विरोध करना पड़ा भारी महिला ने परिवार के 6 लोगों को चाय में मिलाकर पिलाया जहर।


मधुबनी। इस वक्त की बड़ी खबर मधुबनी से आ रही है। जहां अवैध संबंध का विरोध करना एक परिवार को महंगा पड़ा अवैध संबंध का विरोध करने पर महिला ने परिवार के छह सदस्यों को चाय में जहर मिलाकर पिला दिया है। जहरीली चाय पीने से महिला के देवर की मौत हो गई है। वहीं उसके दो बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मामला बधुबनी के बिस्फी थाना इलाके के सादुल्लहपुर की है। जहां महिला ने अवैध संबंध के कारण अपने देवर सास और तीन बेटों को जहरीली चाय दे दी और फिर खुद भी पी ली जहरीली चाय पीने से महिला के देवर की मौत हो गई है। वहीं 10 साल के अभिषेक और 6 साल के प्रभात कुमार की हालत गंभीर बताई जा रही है। बाकि के तीन लोगों की हालत खतरे से बाहर है। सभी का इलाज डीएमसीएच में चल रहा है। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच जांच में जुट गई है। वहीं आसपास के लोग इस बार में कुछ भी कहने से बच रहे है। लेकिन सभी दबे जुबान से कह रहे हैं। कि महिला चंदा देवी ने अवैध संबंध के कारण पूरे परिवार को तबाह कर दिया।             


भारत की सीमा पर 60,000 सैनिक तैनात

वॉशिंगटन डीसी। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने 'खराब बर्ताव' और क्वॉड समूह के देशों के सामने खतरे पैदा करने के लिए चीन को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि उसने भारत की उत्तरी सीमा पर 60,000 सैनिक तैनात किए हैं। अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया पर आधारित ‘क्वॉड’ देशों के विदेश मंत्री मंगलवार को टोक्यो में मिले थे। कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद से व्यक्तिगत उपस्थिति वाली यह उनकी पहली वार्ता थी। '60 हजार चीनी सैनिक तैनात'। यह बैठक हिंद-प्रशांत क्षेत्र, दक्षिण चीन सागर और पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के आक्रामक सैन्य बर्ताव की पृष्ठभूमि में हुई। इस बैठक से लौटने के बाद पोम्पियो ने शुक्रवार को गाइ बेनसन शो पर कहा, 'भारतीय देख रहे हैं कि उनकी उत्तरी सीमा पर 60,000 चीनी सैनिक तैनात हैं।' उन्होंने कहा, 'मैं भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के अपने समकक्षों के साथ था, चार बड़े लोकतंत्रों, चार शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं, चार राष्ट्रों के इस प्रारूप को क्वॉड कहते हैं। इन सभी चारों देशों को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से पेश खतरों से जुड़े वास्तविक जोखिम हैं।'                 


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)













 अक्टूबर 12, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-58 (साल-02)
2. सोमवार, अक्टूबर 12, 2020
3. शक-1945, अश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 60:05, सूर्यास्त 06:25।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-33+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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शनिवार, 10 अक्तूबर 2020

गूगल एप ने लॉन्च किए 6 नए फीचर्स

गूगल ने लॉन्च किए 6 नए फीचर्स, ऐसे करे उपयोग


नई दिल्ली। गूगल ने एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स के लिए 6 नए फीचर्स जारी कर दिए हैं। ये फीचर्स ना केवल नए बल्कि पुराने वर्जन्स में भी आएंगे। ये नए एंड्रॉयड फीचर्स गूगल असिस्टेंट डुओ फोन ऐप और बाकियों के लिए पेश किए गए हैं।
गूगल असिस्टेंट से शुरुआत करें तो अब आप इसे अपने स्मार्टफोन में ऐप्स को ओपन और सर्च करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर बात करें तो आप हे गूगल चेक न्यूज ऑन ट्विटर ऐसा कह सकते हैं। इन कमांड्स को कस्टमाइज भी किया जा सकता है। गूगल असिस्टेंट के इस फीचर को आप आज से ही इस्तेमाल करना शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा गूगल ने अपने वीडियो कॉलिंग ऐप में अब स्क्रीन शेयरिंग इनेबल कर दिया है।डुओ ऐसे में अब Duo से वीडियो कॉलिंग के दौरान आप अपने फोन की स्क्रीन शेयर कर सकते हैं। साथ ही गूगल ने वीडियो मैसेज के लिए ऑटोमैटिक कैप्शन्स भी ऐड किए हैं। ये उनके ज्यादा काम आएगा जिन्हें सुनने में दिक्कत है।
गूगल ने पिछले महीने ये घोषणा की थी। कि कंपनी का फोन ऐप स्पैम कॉलर्स को रोकेगा और आपको ये बताएगा कि कौन कॉल कर रहा है। गूगल अब इस फीचर को एंड्रॉयड 9 और इससे ऊपर के वर्जन में चलने वाले सारे एंड्रॉयड डिवाइसेज के लिए ला रहा है। जिनके पास गूगल फोन ऐप बाय डिफॉल्ट नहीं है। वो प्ले स्टोर से इसे डाउनलोड कर सकते हैं।
एंड्रॉयड में एक नया फीचर ‘साउंड नोटिफिकेशन भी ऐड किया गया है। ये आपको आपके आसपास की महत्वपूर्ण और अलार्मिंग नॉयजेज के लिए अलर्ट भेजेगा साउंड नोटफिकेशन्स आपके आसपास फायर अलार्म, डोर नॉकिंग या किसी हाउसहोल्ड अप्लायंस की बीपिंग डिेटेक्ट करते ही फ्लैश और वाइब्रेट होंगे और पुश नोटिफिकेशन्स सेंड करेंगे. इसे वियर OS स्मार्टवॉच पर भी सेट किया जा सकता है और ये लाइव ट्रांसक्राइब ऐप के साथ उपलब्ध है.
कॉग्निटिव डिसेबिलिटी और एज-रिलेटेड कंडीशन वाले लोगों के लिए गूगल के एक्शन ब्लॉक ऐप का उपयोग अब शॉर्ट फ्रेज कम्यूनिकेट करने के लिए किया जा सकता है। एक्शन ब्लॉक को हजारों पिक्चर कम्यूनिकेशन सिंबल के साथ अपडेट भी किया गया है। साथ ही गूगल ने ऐप में जापानी, फ्रेंच जर्मन और इटैलियन के लिए सपोर्ट भी ऐड किया है। 
नए क्रोमकास्ट की लॉन्चिंग के साथ गूगल टीवी को पेश किया गया था। गूगल, प्ले मूवीज एंड टीवी को गूगल टीवी में रिब्रांड कर रहा है। अब अपडेटेड ऐप को यूएस में एंड्रॉयड फोन्स के लिए उपलब्ध करा दिया गया है । गूगल ने यूआई को अपडेट किया है।           


रूस के प्रयास से टला 'विश्वयुद्ध' का खतरा

रूस के प्रयास से टल गया विश्वयुद्ध का खतरा अर्मेनिया-अजरबैजान में बनी सहमति


मॉस्को। कोरोना संकट के बीच दुनिया पर मंडरा रहा विश्व युद्ध का खतरा रूस के प्रयासों से टल गया है। अर्मेनिया  और अजरबैजान पिछले कई दिनों से जारी युद्ध रोकने पर सहमत हो गए हैं। आज दोपहर से दोनों तरफ से गरज रहीं तोपें खामोश हो जाएंगी, यदि दोनों देशों में सहमति नहीं बनती तो आने वाले दिनों में स्थिति विकराल हो सकती थी। क्योंकि कई देश इस लड़ाई में कूदने की तैयारी कर रहे थे। मॉस्को में चल रही थी बातचीत
विवादित क्षेत्र को लेकर अर्मेनिया और अजरबैजान में छिड़ी जंग को खत्म करने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुनित) ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों को मॉस्को आमंत्रित किया था। दोनों पक्षों में हुई मैराथन बातचीत के बाद आखिरकार युद्ध रोकने पर सहमति बन गई है।               


अब सीएम योगी की भी होगी 'सुरक्षा व्यवस्था'

पीएम की तर्ज पर अब होगी सीएम योगी की सुरक्षा व्यवस्था।


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा और चुस्त-दुरुस्त होगी। शुक्रवार शाम यूपी कैबिनेट ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता करने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा-व्यवस्था की तर्ज पर सीएम योगी की सुरक्षा में अहम बदलाव किया गया है। कैबिनेट बाई सर्कुलेशन संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। अब प्रधानमंत्री के काफिले की तरह मुख्यमंत्री के काफिले में सुरक्षा वाहनों की कतार में चलने वाले अतिरिक्त वाहन की पोजीशन बदली जाएगी मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए शासन द्वारा अनुमोदित ग्रीन बुक (संशोधित संस्करण 2017) के निर्देशों के क्रम में उनकी सुरक्षा फ्लीट की संरचना तय की हुई है। कैबिनेट ने इस वर्तमान संरचना क्रम में परिवर्तन करने का फैसला किया है।
दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को लेकर खुफिया एजेंसियां पूर्व में कई अलर्ट जारी कर चुकी है। जिनके बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा-व्यवस्था को और सुदृढ़ किया गया है। मुख्यमंत्री को आतंकी खतरे की आशंका को देखते हुए उनकी सुरक्षा की समय-समय पर समीक्षा की जाती रही है। इससे पहले पिछले दिनों लोक भवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय के शीशे बुलेट प्रूफ करने का फैसला लिया गया था. यह सुरक्षा प्लान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के सुझाव पर तैयार किया गया था।
इसी तरह गोरखनाथ मंदिर स्थित उनके आवास की सुरक्षा व्यवस्था भी और पुख्ता की गई है। वहां सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। साथ ही बैरियर भी बढ़ाए गए हैं। इससे मंदिर और परिसर में स्थित योगी आदित्यनाथ के आवास की सुरक्षा और पुख्ता हो गई है। इससे पहले केंद्र की एसपीजी सुरक्षा की तर्ज पर अब यूपी में स्पेशल सिक्योरिटी ग्रुप का गठन किया गया था। इसमें पीएसी और एटीएस के कमांडो शामिल किए गए थे।                   


फेफड़ों में कोरोना महामारी का बहुत खतरा

सावधानः कोरोना से रिकवरी के बाद फेफड़ों में इस भयंकर बीमारी का खतरा।


नई दिल्ली। कोविड-19 का जड़ से इलाज एक आदर्श वैक्सीन से ही संभव है। लेकिन अगर डॉक्टर की सलाह पर कोरोना मरीजों को दवाएं और एंटीबायोटिक्स ना दी जाएं तो आगे चलकर वे पल्मोनरी फाइब्रोसिस जैसी खतरनाक बीमारी का शिकार हो सकते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस फेफड़ों को बड़ी तेजी से डैमेज करता है, जिससे आगे चलकर फाइब्रोसिस का खतरा पैदा हो सकता है।
हाल ही में मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी को फेफड़ों में समस्या के चलते एम्स में दाखिल किया गया था। कोरोना इंफेक्शन से रिकवरी के बाद पता लगा कि वह फाइब्रोसिस का शिकार हो चुके हैं। पल्मोनरी फाइब्रोसिस एक गंभीर बीमारी है जिसमें फेफड़े के टिशू (ऊतक) क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। टीबी हॉस्पिटल मेडिकल सुप्रीटेंडें डॉक्टर एके श्रीवास्तव कहते हैं कि फाइब्रोसिस फेफड़ों के क्षतिग्रस्त होने का आखिरी स्टेज है। कोरोना वायरस मुख्य रूप से इंसान के फेफड़ों को खराब करता है, इसलिए रिकवरी के बाद भी लोगों को डॉक्टर्स की सलाह पर इसकी दवाएं लेना जारी रखना चाहिए।
डॉ. श्रीवास्तव कहते हैं, ‘कोविड-19 के इलाज के दौरान डॉक्टर्स को मरीजों के फेफड़ों की रक्षा करनी होती है।कोरोना से रिकवरी के बाद मरीज को रेगुलर गाइडेंस के लिए डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए ताकि फेफड़ों के बचाव और उसके नॉर्मल फंक्शन को समझा जा सके. इसके अलावा डॉक्टर की देख-रेख में एंटीबायोटिक्स, स्टेरॉयड या संबंधित दवाओं को नियमित रूप से लेना चाहिए.’
पल्मोनरी फाइब्रोसिस पर्मानेंट पल्मोनरी आर्किटेक्चर डिस्टॉर्शन या लंग्स डिसफंक्शन से जुड़ी समस्या है। कोविड-19 के मामले में फेफड़े वायरस से खराब होते हैं, जो बाद में फाइब्रोसिस की वजह बन सकता है। हालांकि यह बीमारी कई और भी कारणों से हो सकती है। ये रेस्पिरेटरी इंफेक्शन, क्रॉनिक डिसीज, मेडिकेशंस या कनेक्टिव टिशू डिसॉर्डर की वजह से हो सकती है।
पल्मोनरी फाइब्रोसिस में फेफड़े के आंतरिक टिशू के मोटा या सख्त होने की वजह से रोगी को सांस लेने में काफी दिक्कत होती है। धीरे-धीरे मरीज के खून में ऑक्सीजन की कमी आने लगती है। यह स्थिति बहुत गंभीर हो सकती है। अधिकांश मामलों में डॉक्टर इसके कारणों का पता नहीं लगा पाते हैं। इस कंडीशन में इसे इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस कहा जाता है।
डॉक्टर्स कहते हैं कि पल्मोनरी फाइब्रोसिस घातक एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस-2 ,(एसएआरएस- सीओवी-2) को ज्यादा गंभीर बना सकता है। इम्यून सिस्टम पैथोजन से जुड़े अणुओं का इस्तेमाल कर वायरस की पहचान करता है, जो एंटीजन-प्रेजेंटिंग सेल (एपीसी) रिसेप्टर्स के साथ संपर्क कर डाउनस्ट्रीम सिग्नलिंग को ट्रिगर करते हैं ताकि एंटीमाइक्रोबियल और इनफ्लामेटरी फोर्सेस को रिलीज किया जा सके। बता दें कि पूरी दुनिया में अब तक कोरोना के साढ़े तीन करोड़ से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। अकेले अमेरिका में इस वक्त 78 लाख से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है। अमेरिका के बाद भारत में 69 लाख कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इस भयंकर बीमारी से देश में अब तक कुल 1,07,450 लोगों की मौत हो चुकी है।               


24 घंटे में 73,272 नए मामले दर्ज किए

भारत में कोरोना: 24 घंटे में 73,272 नए मामले और 926 मौतें, देखें पूरा अपडेट


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 70 लाख तक पहुंच गई है। नए मामलों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही एक्टिव केस की संख्या में लगातार गिरावट भी जारी है। नए संक्रमण से ज्यादा ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। देश में पिछले 24 घंटों में 73,272 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए और 82,753 मरीज ठीक भी हुए हैं। हालांकि 926 मरीजों की जान भी चली गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 69 लाख 79 हजार हो गई है। इनमें से एक लाख 7 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। एक्टिव केस की संख्या घटकर 8 लाख 83 हजार हो गई और कुल 59 लाख 88 हजार लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या छह गुना ज्यादा है। देश में लगातार तीन हफ्तों से नए रिकवरी केसों की संख्या, नए कोरोना केसों से अधिक आ रही है।  राजधानी: दिल दहलाने वाली घटना गद्दे में दबने से मासूम भाई-बहन की मौत ढूंढते रह गए परिजन ICMR के मुताबिक, 9 अक्टूबर तक कोरोना वायरस के कुल 8 करोड़ 57 लाख सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। जिनमें से 11 लाख 64 हजार सैंपल की टेस्टिंग कल की गई। पॉजिटिविटी रेट करीब सात फीसदी है। सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में एक्टिव केस देश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र के बाद आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है। कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश है। मौत के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत का नंबर है।              


महानिरीक्षक परिक्षेत्र ने थाने का निरीक्षण किया

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज परिक्षेत्र, प्रयागराज श्री कवीन्द्र प्रताप सिंह द्वारा 'समाधान दिवस' के अवसर पर जनपद प्रयागराज के थाना कर्नलगंज भ्रमण/निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सीसीटीएनएस रूम, कार्यालय रूम, बंदीगृह एवं अभिलेखों का निरीक्षण किया गया। थाना परिसर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने हेतु थाना प्रभारी/ कर्मचारियों को निर्देशित किया गया। ततपश्चात पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज रेंज द्वारा 'समाधान दिवस' के ही अवसर पर जनपद के थाना सोराव का भी भ्रमण/निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान 'कोविड हेल्प डेस्क' कार्यालय सीसीटीएनएस, रूम बंदीगृह एवं अभिलेखों का निरीक्षण किया गया तथा शिकायतकर्ताओं की समस्याओं के समाधान हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।       


शिक्षा प्रभावित होने पर छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन

प्रयागराज के बालसन चौराहे पर छात्र एवं छात्राओं ने किया प्रदर्शन


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। कोरोना महामारी के चलते सभी संस्थानो, विश्वविद्यालय, द्वारा विद्यार्थियों का एक सेमेस्टर जो लॉकडाउन के वजह से प्रभावित हुआ, प्रोन्नत किया गया है।2018 की बैच वालो को जिनकी फर्स्ट या सेकंड सेमेस्टर में एक भी बैक हो चाहे वह 1 नम्बर से ही क्यों न हो, उनका थर्ड सेमेस्टर प्रमोट नही किया जा रहा है। जबकि बाकी अन्य कोर्सेज, सभी को प्रमोट किया गया है। वहाँ ऐसा नियम लागू नहीं है सभी को प्रमोट किया गया।               


जांच अभियान, यातायात में सबको आराम

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


सावधान थाना बहादुरगढ़ प्रभारी नीरज कुमार ऐक्सन मूड में


हापुड़। बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के हर  नियुक्त चैकिंग पाइंट पर बहादुरगढ़ पुलिस तैनात। थाना बहादुरगढ़ प्रभारी नीरज कुमार का लगातार हर पोइंट पर नजर और संदिग्ध वाहनों की जबरदस्त चैकिंग। थाना प्रभारी ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर चैकिंग अभियान चलता रहता है।
आवाम को किसी तरह से परेशानी नहीं होने दी जाएगी। लेकिन जनता की सुरक्षा हमारा दायित्व इतना ही नहीं, संक्रमण के चलते अपनी ही सुरक्षा में मास्क न लगाने वालों पर चालान के रुप में कार्यवाही होगी।             


पुलिस टीम पर चाकू से हमला किया, 2 अरेस्ट

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


पुलिस टीम पर चाकू से हमला करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा


हापुड़। जनपद के थाना कोतवाली पिलखुवा को मिली बड़ी सफलता। पुलिस टीम द्वारा दो आरोपियों को 2 किलो 500 ग्राम डोडा के साथ किया गिरफ्तार। पुलिस टीम पर धारदार हथियार से हमला करने वाली शातिर महिला सहित दो अभियुक्तों को किया गिरफ्तार 307 में वांछित चल रहे अपराधी थाना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार सिंह की टीम को उस समय सफलता प्राप्त हुई। जब उपनिरीक्षक राम समझ राणा  अपने सहयोगियों के साथ रेलवे स्टेशन के सामने हाईवे से एक महिला व एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया जब उनके कब्जे से 2 किलो 500 ग्राम मादक पदार्थ डोडा पाउडर के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार की गई महिला एक कुख्यात तस्कर है तथा गिरफ्तार अभयोक्त गण द्वारा थाना पिलखुवा पर तैनात कांस्टेबल 304 कमर मोहम्मद को दिनांक 9 अक्टूबर 2020 की रात्रि को उस समय चाकू मारकर घायल किया जब वह मादक पदार्थ तस्करी  की सूचना पर कॉन्स्टेबल विनय कुमार के साथ दबिश देने गए थे तो बहा उपस्थित महिला शबनम ने चाकू से कॉन्स्टेबल कमर मोहम्मद के ऊपर चाकू से हमला कर दिया। अफरोज उर्फ शबनम पत्नी राजेंद्र निवासी मोहल्ला रामपुरा थाना पिलखुवा जनपद हापुड़, सलमान उर्फ जावेद पुत्र साकिर निवासी मोहल्ला रामपुरा थाना व कस्बा जनपद हापुड़ जिले के निवासी है तथा पुलिस को गिरफ्तारी के बाद इनके पास से 2 किलो 500 ग्राम मादक पदार्थ डोडा प्राप्त हुआ। गिरफ्तार करने वाली टीम ने उपनिरीक्षक राम समझ राणा, कांस्टेबल योगेंद्र कुमार, कांस्टेबल सुमित कुमार, कांस्टेबल बबीता रानी, कांस्टेबल दिपीका का सहयोग रहा।           


48 घंटेः आकाश हत्याकांड का खुलासा किया

अतुल त्यागी


हापुड़। पुलिस ने तीन दिन पूर्व हुए आकाश हत्याकांड के दो हत्यारोपियों को गिरफ़्तार किया। पुलिस ने हत्या में प्रयक्त तमंचा भी बरामद किया। तीन दिन पूर्व मोहल्ला इन्द्रगढ़ी में गोली मारकर की गई थी आकाश की हत्या। पुलिस ने हत्यारोपी मोनू उर्फ़ डागा व विकास उर्फ़ गोलू निवासी मोहल्ला इन्द्रगढ़ी को देवनंदनी पुल के नीचे से किया गिरफ़्तार। थाना प्रभारी सुमन कुमार सिंह के कुशल नेतृत्व में पुलिस टीम ने की गिरफ़्तारी। सीओ वैभव पांडे ने प्रेसवार्ता कर किया हत्याकांड का खुलासा।


यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश  संदीप मिश्र  लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके ...