मंगलवार, 6 अक्तूबर 2020

दंगा भड़काने की साजिश के अहम सबूत मिलेंं

हाथरस की घटना को लेकर प्रदेश में थी दंगे भड़काने की तैयारी, जांच एजेंसियों को मिले साजिश के अहम सबूत।


अशीष तिवारी


लखनऊ। रिपोर्ट डॉक्टर इब्राहिम कुरैशी ब्यूरो चीफ उत्तर प्रदेश
यूपी में हाथरस की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश था। यही नहीं, इस घटना से जुड़ी कई अफवाहों को फैला कर कुछ संगठन योगी सरकार के खिलाफ माहौल बनाना चाहते थे।हाथरस मामले में जांच एजेंसियों को योगी सरकार के खिलाफ खतरनाक साजिश के अहम सुराग मिले हैं। हाथरस के बहाने योगी सरकार को बदनाम करने के लिए बड़ी साजिश रची गई थी। हालांकि सरकार की सतर्कता के चलते प्रदेश में जातीय और सांप्रदायिक दंगे भड़काने की साजिश नाकाम हुई। खबर ये भी है। कि हाथरस के बहाने उत्तर प्रदेश में जातीय और सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने की कोशिश की गई थी। इसके अलावा दंगे भड़काने के लिए अफवाहों और फर्जी सूचनाओं का सहारा लिया गया था।यही नहीं, सोशल मीडिया का भी दुरूपयोग हुआ। प्रमाण मिलने पर लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया गया है। हाथरस मामले में मायावती बीजेपी के मुखपत्र की तरह काम कर रही हैं। आप नेता संजय सिंह
योगी सरकार के मंत्री ने किसान कानून के विरोध पर साधा निशाना  कहा।कांग्रेस राज में किसानों की स्थिति बदतर हुई
प्रयागराज। होर्डिंग के विवाद में दबंगों ने सरेआम दुकानदार को पीटा, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने दर्ज किया केसः जितेंद्र हत्याकांड में बागपत पुलिस का सनसनीखेज खुलासा पति को रास्ते से हटाने के लिये पत्नी ने डेढ़ लाख की सुपारी देकर कराई हत्या। इस पूरी साजिश में पीएफआई, एसडीपीआई और सरकार के निशाने पर रहे माफियाओं की मिलीभगत के ठोस सुराग मिले हैं। प्रदेश में अराजकता पैदा करने के लिए बड़े पैमाने पर फंडिंग की गई।
साजिश में सीएए के उपद्रव में शामिल रहे संगठनों की भूमिका के भी सबूत मिले. उपद्रवियों के पोस्टर लगाए जाने उपद्रवियों से वसूली कराए जाने और घरों की कुर्की कराने जाने की सीएम योगी की सख्त कार्रवाइयों से परेशान तत्वों ने ये पूरी योजना बनाई था। हाथरस घटना से जुड़ी खबरें जैसे पीड़ित लड़की की जीभ काटे जाने अंग भंग करने और गैंगरेप से जुड़ी तमाम अफवाहें उड़ा कर नफरत की आग भड़काने की कोशिश की गई थी। यही नहीं। अफवाह फैलाने के लिए ढेरों वैरिफाइड सोशल मीडिया एकाउंट का भी इस्तेमाल किया गया। फिलहाल जांच एजेसियां वैरिफाइड एकाउंट का ब्यौरा तैयार करने में जुटीं हैं। अफवाहें फैलाने और नफरत पैदा करने के लिए चंडीगढ की घटना की मृतका की तस्वीरें हाथरस की बेटी की बता कर वायरल की गई। आपको बता दें कि एक बड़े चैनल के स्क्रीन शाट में छेड़छाड़ करके नफरत भरे पोस्टर तैयार किए गए इस पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है। दंगे भड़काने की साजिश के लिए तमाम आपत्तिजनक और फोटो शाप्ड तस्वीरों का भी जमकर इस्तेमाल हुआ। दूसरे राज्यों की शवों की फोटो शाप्ड तस्वीरों को हाथरस की पीड़िता की तस्वीरें बताकर नफरत पैदा करने की कोशिश की गई। रिपोर्ट डॉक्टर इब्राहिम कुरैशी ब्यूरो चीफ उत्तर प्रदेश।              


सिनेमाघरों की टिकट बिक्री में आया बदलाव

सिनेमाघरों के खुलने के लिए गाइडलाइंस जारी 50% टिकट बिक्री के अलावा ये होंगे बदलाव


नई दिल्ली। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स में परिचालन से संबंधित दिशा निर्देश जारी किए हैं। ये जगहें कोविड -19 महामारी के मद्देनजर छह महीने से अधिक समय तक बंद रहने के बाद 15 अक्टूबर से फिर से खोले जाने के लिए निर्धारित हैं। नए दिशानिर्देशों के अनुसार, सिनेमा हॉल को 50% ऑक्युपेंसी के साथ संचालित करने की अनुमति है। ताकि लोगों के बीच पर्याप्त सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखी जा सके। ये सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई सीट न बदले। मंत्रालय ने कहा है। कि स्क्रीनिंग की शो टाइमिंग भी बदली जाएगी और भीड़भाड़ से बचने के लिए पर्याप्त संख्या में बॉक्स ऑफिस काउंटर खोले जाएंगे। उन्होंने इंटरवल के दौरान दर्शकों को भीड़ से बचने को कहा है। सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए सिनेमाघरों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की घोषणा की। अपने आवास पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ 15 अक्टूबर से सिनेमा हॉल खोलने की अनुमति होगी। साथ ही मास्क पहनना और दर्शकों के बीच एक सीट की दूरी रखना अनिवार्य होगा।
उन्होंने कहा सिनेमा घर पिछले सात महीनों से बंद हैं। वे अब 15 अक्टूबर से खुलेंगे। लोगों की सुरक्षा के लिए हमने एसओपी तैयार की है। उन्होंने कहा सिनेमा घरों में 50 प्रतिशत लोगों के बैठने की अनुमति होगी। एक कुर्सी छोड़कर बैठने की व्यवस्था की जाएगी। मास्क लगाना अनिवार्य होगा। साथ ही सैनिटाइजर जरूरी है। जावड़ेकर ने बताया कि कोरोना से बचाव के बारे में जागरूकता फैलाने वाली एक मिनट की एक फिल्म दिखाया जाना या इस बारे में घोषणा किया जाना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा एक शो खत्म होने के बाद पूरा हॉल सैनिटाइज करना होगा तभी दूसरा शो आरंभ होगा। सिंगल स्क्रीन में टिकट बुकिंग के लिए ज्यादा खिड़कियां खोलनी होंगी। सभी जगह ऑनलाइन टिकट बुकिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। पैक्ड खाना मिलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई की एसओपी का पालन होगा और लोग 15 अक्टूबर से सिनेमाघरों में जाकर फिल्में देख सकेंगे। इसके लिए उन्होंने सभी को शुभकामनाएं भी दीं। बता दें कि भारत पिछले 24 घंटों में 61,267 नए कोरोना मामले सामने आए हैं। और 884 लोगों की मौत एक रिपोर्ट दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कुल 66,85,083 मामलों में 9,19,023 सक्रिय मामले हैं। 56,62,491 ठीक हो चुके और 1,03,569 लोगों की मौत हो चुकी है।                   


संक्रमण में लगातार गिरावट से मिली राहत

कोरोना से मिल गई है। देश को जीत महीनेभर बाद आया ऐसा सुकून


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश मे एक महीने में कोरोना वायरस  (कोविड-19) के सबसे कम मामलों की संख्या दर्ज की गई जिसमें सोमवार को 59,980 नए मामले सामने आए। एचटी के डैशबोर्ड के आंकड़ों के अनुसार कोविड -19 सकारात्मक मामलों की कुल संख्या 66,85,083 हो गई है।और इसी अवधि में 884 नई मौतों के साथ। कुल 1,03,622 कोविड -19 सकारात्मक मामलों ने देश में वायरल बीमारी के कारण आज तक दम तोड़ दिया है। कोविड -19 के कारण पहली मौत 12 मार्च को दक्षिण भारत में हुई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है। कि लगातार दो हफ्तों तक देश में सक्रिय कोविड -19 मामले एक मिलियन से कम रहे हैं।
सक्रिय मामलों की संख्या महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह वास्तविक बीमारी के बोझ को राष्ट्रीय स्तर पर बताता है। इसके अलावा, सोमवार को लगभग एक मिलियन परीक्षण किए गए हैं। कोविड -19 का पता लगाने के लिए परीक्षण किए गए नमूनों की कुल संख्या लगभग 80 मिलियन तक पहुंच गई है। 23 जनवरी को, जब देश में पहला कोविड -19 टेस्ट किया गया था, तो भारत में सिर्फ एक प्रयोगशाला थी। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) एपेक्स वायरोलोजी प्रयोगशाला। पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन का उपयोग करते हुए कोविड 19 परीक्षण आयोजित करती है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से पिछले 24 घंटों में 903 मौतें दर्ज की गई हैं। इन जगहों से  82% नई मौतें सामने आई हैं। कल हुई 36% मौतों में महाराष्ट्र से 326 कर्नाटक से 67 लोगों की मौतें सामने आईं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से पिछले 24 घंटों में 903 मौतें दर्ज की गई हैं। इन जगहों से  82% नई मौतें सामने आई हैं। कल हुई 36% मौतों में महाराष्ट्र से 326 कर्नाटक से 67 लोगों की मौतें सामने आईं।               


अश्विन ने फिंच को दी ‘मांकड़िंग’ की चेतावनी

अश्विन ने फिंच को दी ‘मांकड़िंग’ की चेतावनी कहा।यह पहली और आखिरी चेतावनी थी।बच गया बड़ा विवाद।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच सोमवार को दुबई में खेले गए IPL 13 के मैच में बड़ा विवाद होने से बच गया। दरअसल दिल्ली केऊ गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने RCB के बल्लेबाज एरॉन फिंच को मांकड़िंग की चेतावनी दी। अश्विन ने फिंच को दी ‘मांकड़िंग’ की चेतावनी कहा। यह पहली और आखिरी चेतावनी थी। बच गया बड़ा विवाद। दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच सोमवार को दुबई में खेले गए IPL 13 के मैच में बड़ा विवाद होने से बच गया दरअसल दिल्ली के गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने RCB के बल्लेबाज एरॉन फिंच को मांकड़िंग की चेतावनी दी।
मांकड़िंग को लेकर पिछले IPL सीजन में विवाद खड़ा हो गया था। किंग्स इलेवन पंजाब के तत्कालीन कप्तान रहे रविचंद्रन अश्विन का राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जोस बटलर को मांकड़ करने का विवाद सुर्खियों में रहा था। मांकड़िंग को लेकर सख्त रवैया रखने वाले रविचंद्रन अश्विन ने इस बार ऐसा नहीं किया। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की पारी के तीसरे ओवर में अश्विन ने नॉन स्ट्राइकर एंड पर क्रीज से बाहर निकलने पर एरॉन फिंच को चेतावनी दी। अश्विन इस ओवर की चौथी गेंद डालने से पहले ही एरॉन फिंच को क्रीज से बाहर निकलता देख नॉन स्ट्राइकर एंड की तरफ मुड़ गए हालांकि उन्होंने गेंद को विकेट पर नहीं मारा अश्विन ने बल्लेबाज एरॉन फिंच को मांकड़ करने की चेतावनी देनी चाही। अश्विन के मांकड़िंग नहीं करने से डग आउट’ में बैठे दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग बहुत खुश हुए अश्विन ने मैच के बाद ट्वीट किया। 
स्पष्ट कर दूं  2020 के लिए पहली और अंतिम चेतावनी. बाद में मुझे दोष मत देना। उन्होंने रिकी पोंटिंग और एरॉन फिंच को टैग करते हुए लिखा। वैसे हम अच्छे दोस्त हैं।
बता दें कि पिछले सीजन में एक मैच में रविचंद्रन अश्विन ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ जोस बटलर को बिना गेंद फेंके ही नॉन स्ट्राइकिंग छोर पर रन आउट कर मांकड़िंग विवाद को हवा दे दी अश्विन ने बटलर को आईपीएल के इतिहास में पहली बार 'मांकड़िंंग’ का शिकार बनाया उस समय बटलर 43 गेंद में 69 रन बनाकर खेल रहे थे और अश्विन ने चेतावनी दिए बिना उन्हें मैनकाइंड से आउट किया जिससे उनकी खेलभावना को लेकर सवाल भी उठे।
खेल के नियमों के अनुसार तीसरे अंपायर ने बटलर को आउट दिया लेकिन ऐसे विकेट खेलभावना के विपरीत माने जाते हैं। इसके बाद बटलर और अश्विन के बीच तीखी बहस भी हुई। मैच के बाद जब अश्विन से मांकड़िंगऔर खेल भावना को लेकर उठ रहे सवाल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा मेरी ओर से यह बहुत सहज था। यह योजना नहीं थी। या ऐसा कुछ भी नहीं था। यह खेल के नियमों के भीतर है।
क्या होती है। मैनकाइंड। पूर्व भारतीय स्पिनर वीनू मांकड़ के नाम पर पड़ा यह आउट करने का तरीका क्रिकेट के नियमों के अतंर्गत है। लेकिन कुछ इसे खेल भावना के खिलाफ मानते हैं। वीनू मांकड़ ने 1947 में इसी तरीके से ऑस्ट्रेलिया के बिल ब्राउन को आउट किया था। मैच में दूसरे छोर पर खड़ा बल्लेबाज अगर गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने से पहले क्रीज से बाहर निकल आए तो उसे रन आउट करने को मांकड़िंग कहते हैं। भारतीयों में कपिल देव ने दक्षिण अफ्रीका के पीटर कर्स्टन को 1992-93 की सीरीज के दौरान मांकडिंंग से आउट किया था। वहीं, घरेलू क्रिकेट में स्पिनर मुरली कार्तिक ने बंगाल के संदीपन दास को रणजी ट्रॉफी मैच में इसी तरह से आउट किया था।             


अजीज फल की 8 वरायटीज के बारे में बताया

आपने कितनी तरह के सेब खाए हैं। यहां जानें इस हर दिल अजीज फल की 8 वरायटीज के बारे में।


मनोज सिंह ठाकुर
सबसे अधिक सेहतमंद फलों की जब भी बात आती है। तो सेब का नाम पहली पंक्ति में होता है। तभी तो स्वस्थ जीवन जीने के लिए हर दिन एक सेब खाने की सलाह दी जाती है। हममें से ज्यादातर लोग सेब की 3 से 4 वरायटीज के बारे में ही जानते हैं। लेकिन दुनियाभर में मुख्य रूप से 8 प्रकार के सेब सबसे अधिक खाए जाते हैं। जबकि दुनिया में साढ़े सात हजार से अधिक किस्म के सेब पाए जाते हैं। इनके रंग अलग होने के साथ ही गुणों में भी हल्का अंतर होता है। लेकिन ये सभी स्वास्थ्य के लिए अमृत समान होते हैं।
क्लासिक रेड सेबः कश्मीरी सेब लगभग पूरी दुनिया में पसंद किए जाते हैं। इन सेब को इनकी खूबसूरत रंगत के आधार पर क्लासिक रेड कैटिगरी में रखा गया है। ये सेब खाने में बहुत अधिक रसीले होते हैं।
मैकिन्टोश ऐपलः मैंकिटोश ऐपल गहरा गुलाबी शेड लिए हुए सुर्ख लाल सेब होता है। यह सेब अपने गूदे के कारण एक अलग पहचान रखता है। क्योंकि इसका गूदा बहुत मुलायम और दानेदार होता है। यही वजह है कि इसका उपयोग कैंडी जैम और जेली जैसी चीजें बनाने में अधिक किया जाता है।
फूजी ऐपलः फूजी ऐपल लाल-पीला और गुलाबी रंग के मिक्स शेड के साथ बहुत ही खूबसूरत दिखने वाला सेब होता है। इसे देखते ही मुंह में पानी आ जाता है। खास बात यह है। कि जितना दिखने में आकर्षक होता है। यह सेब खाने में भी उतना ही क्रंची होता है।
ग्रीन ऐपलः क्लासिक रेड के बाद सबसे अधिक पसंद किया जानेवाला सेब है। हरा सेब इसको ग्रेनी स्मिथ के नाम से भी जाना जाता है। आमतौर पर ऐपल जूस बनाने में इसी सेब का उपयोग किया जाता है। क्योंकि यह अन्य सेब की तुलना में बहुत अधिक रसीला होता है।
पीला सेेबः जैसा कि ना से ही साफ है। कि इस सेब का छिलका पीला होता है। और इसकी रंगत कहीं-कही से सुनहरी होती है। इस कारण इसे गोल्डन ऐपल और येलो ऐपल के नाम से भी जाना जाता है। इस सेब का उपयोग मुख्य रूप से ऐपल ड्रिंक्स और वेब्रेज बनाने में किया जाता है।
हनीक्रिस्प ऐपलः हनी क्रिस्प ऐपल बाहर से हल्का हरा होता और इस पर लाल सुर्खी होती है। (यानी इसके छिलके का बेस हल्के हरे रंग का और ऊपर से सुर्ख लाल रंग के शेड्स होते हैं।) इस सेब का स्वाद खाने में शहद जैसी मिठास लिए हुए होता है। साथ ही यह बहुत क्रिस्पी भी होता है। आमतौर पर इस सेब का उपयोग फ्रूट सैलेड बनाने में किया जाता है।
बाल्डविन ऐपलः बाल्डविन सेब चटख लाल रंग का होता है। और अन्य किस्म के सेबों की तुलना में दिखने में अधिक आकर्षक भी होता है। इस सेब की फसल सर्दियों के मौसम में अधिक होती है। इस कारण इसे विंटर ऐपल भी कहा जाता है।
इस सेब को रेड डिलिशियस ऐपल के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन सेब की अन्य किस्मों की अपेक्षा यह फल मार्केट में कम उपलब्ध होता है। स्वाद में यह रसीला और क्रंची होता है।
गाला ऐपलः का अर्थ होता है। जिसमें बहुत सारी चीजों का संगम हो। अगर सेब के बारे में इस शब्द का उपयोग किया जाता है। तो इसका अर्थ है। कि अलग-अलग तरह के सभी सेबों की खूबियां अपने आप में समेटे हुए। सभी खूबियों से भरपूर सेब।
गाला सेब अन्य प्रकार के सेबों की तुलना में काफी बड़े होते हैं। इस सेब की खास बात यह होती है। कि इसका छिलका सेब के अंदरूनी हिस्से की तुलना में अधिक मीठा होता है। यही कारण है। कि इसको छिलके सहित खाया जाता है।
गाला ऐपल बाहर से दिखने में फूजी ऐपल की तरह ही होता है लेकिन आकार में उससे बड़ा होता है। तो अब आप जान चुके हैं। कि सेब की सबसे अधिक पसंद की जानेवाली प्रजातियों की खूबियां क्या हैं। ऐसे में आप अपनी जरूरत और मूड के हिसाब से सेब के स्वाद का लुत्फ उठाएं।              


फॉलो करेंगे तो नहीं रहेगा कोरोना का खतरा

जिम जाने से पहले और बाद में फॉलो करेंगे ये 5 टिप्स, तो नहीं रहेगा कोरोना का खतरा


मनोज सिंह ठाकुर
लंबे समय से कोरोना के कारण लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। और बाहर निकलना अवॉइड कर रहे हैं। जिसके चलते हर कोई काफी चिड़चिड़ा महसूस कर रहा है। और लोग अपनी फिजिक पर भी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। लेकिन अब जिम खुल चुके हैं। और लोग भारी संख्या में जिम जा भी रहे हैं। आंकड़े बता रहे हैं। जिम खुलने के बाद कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सही एहतियात न बरतने के कारण लोग इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं। वर्तमान समय में भारत दूसरा ऐसा देश बन गया है। जहां सबसे ज्यादा अधिक कोरोना संक्रमित मरीज हैं। जबकि तीसरा ऐसा देश है। जहां कोरोना से अब तक सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। इससे आप समझ ही गए होंगे कि हम लोगों को इस वायरस से कितना सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है। लंबे समय से कोरोना के कारण लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। और बाहर निकलना अवॉइड कर रहे हैं। जिसके चलते हर कोई काफी चिड़चिड़ा महसूस कर रहा है। और लोग अपनी फिजिक पर भी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। लेकिन अब जिम खुल चुके हैं और लोग भारी संख्या में जिम जा भी रहे हैं। आंकड़े बता रहे हैं। जिम खुलने के बाद कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सही एहतियात न बरतने के कारण लोग इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं। इसलिए जरूरी है। कि आपको जिम जाने के पहले से लेकर जिम जाने और जिम से वापिस आने के बाद अपनाए जाने वाले सुरक्षा तरीकों की जानकारी हो। आज हम आपको ऐसे ही कुछ जरूरी टिप्स दे रहे हैं।
तबीयत खराब होने पर जिम अवॉइड करें
चाहे आपको कोरोना हो या न हो यदि आपकी तबीयत सही नहीं है। तो आपको बाहर निकलने से बचना चाहिए। और ऐसा सिर्फ इन दिनों ष्टश1द्बस्र-19 के चलते ही नहीं बल्कि हर समय करना चाहिए। क्योंकि स्वास्थ्य खराब होने पर आपका शरीर कमजोर रहता है और आप संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। साथ ही आप अपनी वजह से दूसरे लोगों को भी प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए तबीयत खराब होने पर जिम न जाएं। बल्कि अपने दोस्तों और जिम के साथी को भी ऐसा करने की सलाह दें।
वेंटिलेशन का भी रखें ध्यान
यदि आपका जिम आउटडोर है। या अच्छी तरह से वेंटिलेशन है। तो यह उन जिमों की तुलना में अधिक सुरक्षित है जो पूरी तरह से पैक होते हैं। या बेसमेंट में होते हैं। इनडोर जिम में बैक्टीरिया, वायरस और फंगी के पनपने के चांस अधिक होते हैं साथ ही वहां संक्रमण का खतरा भी अधिक होता है।
सैनिटाइज आइटम करें कैरी
अपने साथ हैंड सैनिटाइजऱ, डिसइन्फेक्टेंट वाइप्स सैनिटाइजऱ स्प्रे डिस्पोजेबल टिशू या तौलिया जैसी चीजें कैरी करें और समय समय पर इनका इस्तेमाल करें। जब आप जिम जाते हैं। तो कोरोना की चपेट में आने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। इसलिए इन्हें अपने जिम बैग में कैरी करें और बाहर निकलने से पहले खुद को अच्छी तरह सैनिटाइज़ कर लें।
शेयरिंग अवॉइड करें
अपने गियर कैरी करें और कुछ दिनों तक ऐसे उपकरणों का यूज़ करने से बचें जो सभी लोगों द्वारा यूज़ किए जा रहे हों। विशेष रूप से फोम रोलर्स और एक्सरसाइज बॉल्स का उपयोग करने से बचें। साइकलिंग मशीन ट्रेडमिल, डम्बल, बारबेल और वेटेड प्लेटों से भी दूर रहें।
सोशल डिस्टेंसिंग करें फॉलो
जिम जाने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करना सबसे ज्यादा जरूरी है। व्यायाम करते समय लगातार मास्क पहनें और लोगों से दूरी बनाकर रखें। ऐसे समय मे अपना जिम स्लॉट चुनें जब कम लोग वहां आते हों। इससे आपके वायरस की चपेट में आने की संभावना भी कम हो जाएगी।             


69 हजार शिक्षक भर्ती, नेता किया गिरफ्तार

69 हजार शिक्षक भर्ती मामले का मास्टर। माइंड भाजपा नेता गिरफ्तार।


बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती में पेपर लीक कर गड़बड़ी कराने के आरोपी बीजेपी नेता चंद्रमा सिंह यादव को सोमवार को एसटीएफ ने प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार नेता सूबे की योगी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री का प्रतिनिधि भी रह चुका है। शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी कराने का वो मास्टरमाइंड माना जाता है। एसटीएफ के लिए बना हुआ था चुनौती। चंद्रमा यादव की गिरफ्तारी न होने पर जांच एजेंसी यूपी एसटीएफ और सरकार की खासी किरकिरी हो रही थी। वो लम्बे समय से पुलिस और एसटीएफ के लिए चुनौती बना हुआ था। एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट ने सोमवार शाम उसे सिविल लाइंस इलाके में हिन्दू हॉस्टल चौराहे के पास से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने उसके पास से एक अदद मोबाइल फोन आधार कार्ड और कुछ पैसे भी बरामद किए हैं।
बीजेपी के रसूखदार नेताओं में शामिल। चंद्रमा यादव को प्रयागराज में बीजेपी के रसूखदार नेताओं में जाना जाता है। वो लम्बे अरसे तक प्रयागराज से जुड़े यूपी के एक मौजूदा कैबिनेट मंत्री का प्रतिनिधि रहा है। चंद्रमा बीजेपी के किसान मोर्चे की प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य रहा है तो साथ ही पार्टी की महानगर इकाई में उपाध्यक्ष भी रह चुका है। वो शहर के ही ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में चलने वाले पंचम लाल आश्रम इंटर कालेज का संचालक भी है। पहले भी हो चुका है। गिरफ्तार पहली से बारहवीं क्लास तक चलने वाले कॉलेज में सिर्फ 200 बच्चे ही पढ़ते हैं। पूरे कॉलेज में सिर्फ 12 कमरे हैं। चंद्रमा इससे पहले जनवरी महीने में टीईटी परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जून महीने के पहले हफ्ते में ही वो जमानत पर जेल से छूटा था। लेकिन उसी समय 69 हजार शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था। एसटीएफ को सौंपी गई थी। जांच
प्रयागराज पुलिस ने इस फर्जीवाड़े में गिरोह के सरगना डॉ केएल पटेल के साथ ही चंद्रमा यादव को भी नामजद किया था। प्रयागराज के सोरांव थाने में एफआईआर दर्ज होने और कई बड़ी मछलियों के जाल में फंसने के हफ्ते भर बाद ही न सिर्फ इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी गई थी। बल्कि तत्कालीन एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज का तबादला भी कर दिया गया था। सेंटरसे ही करवाता था पेपर लीकः मा यादव अपने रसूख का इस्तेमाल कर अपने कॉलेज को बड़ी परीक्षाओं का सेंटर बनवाता था। वो अपने सेंटर से ही पेपर लीक कर उसे केएल पटेल के साल्वरों से सॉल्व कराता था। चंद्रमा यादव का गैंग इन सॉल्व पेपर्स को ब्लूटूथ और दूसरी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए अभ्यर्थियों तक पहुंचाता था। इसके बदले यह लोग अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेते थे। कैबिनेट मंत्री से जुड़ा होने की वजह से करीब डेढ़ सौ दिनों तक फरार रहने वाले चंद्रमा को लेकर विपक्षी पार्टियां इस मामले पर खूब सियासत भी कर रहीं थीं।             


खेतों में पराली जलाने वालों पर होगी कार्यवाही

स्ट्रा रेक एवं बेलर के बिना कम्बाइन से फसल कटाई करने वाले स्वामी और खेतों में पराली जलाने वालों पर होगी विधिक कार्यवाही। जिलाधिकारी


सुनील श्रीवास्तव


संतकबीर नगर। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने शासन के निर्देश के क्रम में जनपद के कृषकों से फसल के अवशेष पराली जलाये जाने से उत्पन्न हो रहें प्रदूषण के रोकथाम के दृष्टिगत फसल अवशेष।पराली खेतों में न जलाये जाने की अपील की है। जिलाधिकारी ने खेतों में फसल अवशेष/पराली जलाये जाने से होने वाले नुकसान जैसे वायुमण्डलीय प्रदूषण, भूमि उर्वरा शक्ति पर दुष्प्रभाव, जैविक खाद बनाने में लाभकारी सूक्ष्म जीव का नष्ट हो जाना, पशुओं के चारे की समस्या, अग्निकाण्ड की घटनायें आदि से बचने हेतु सम्बंधित अधिकारियों जैसे जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा है। कि वर्तमान में धान के फसल की कटाई के समय कम्बाईन हार्वेस्टर के साथ सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम अथवा स्ट्रा रिपर अथवा स्ट्रा रेक एवं बेलर का उपयोग किया जाना अनिवार्य कर दिया गया है। उन्हांने बताया है कि धान फलस कटाई से पहले सभी कम्बाईन हार्वेस्ंिटग मशीन स्वामी यह सुनिश्चित करले की उनके कम्बाईन हार्वेस्ंिटग मशीन के साथ सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम अथवा स्ट्रा रिपर अथवा स्ट्रा रेक एवं बेलर लग जाए। अन्यथा की दशा में उक्त व्यवस्था के बैबर कोई भी कम्बाईन हार्वेस्ंटग मशीन यदि फसल कटाई करते हुए पायी जाएगी तो उसके स्वामी के विरूद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाई करते हुए कम्बाईन हार्वेस्ंटग मशीन सीज कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि फसल अवशेष जलाये जाने के घटनाये प्रकाश में ना आने पाये दोषी पाये जाने वाले के विरूद्ध नियमानुसार दण्डात्मक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये है।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने मा0 राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के नियम एवं शर्तो का हवाला देेते हुए बताया कि फसल अवशेष जलाने पर खेत के क्षेत्रफल के अनुसार अर्थदण्ड जैसे 02 एकड़ से कम क्षेत्रफल वाले कृषक से रू0 2500 प्रति घटना, 02 एकड़ से 05 एकड़ क्षेत्रफल वाले कृषक से रू0 5000 प्रति घटना तथा 05 एकड से उपर क्षेत्रफल वाले कृषक से रू0 15000 प्रति घटना निर्धारित किया गया है। इस साथ ही पुनरावृत्ति करने वाले कृषकों के विरूद्ध अतिरिक्त विधिक कार्यवाही अर्थदण्ड वसूले जाने का भी प्राविधान किया गया है। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया है। कि ग्राम पंचायतों में दर्शनीय स्थलों पर इस आशय से सम्बंधित नियमानुसार निर्धारित प्रारूप पर वाॅल पेंटिंग कराई जाए। उन्होंने जनपद की किसानों से पराली। फसल अवशेष अन्य कृषि अपशिष्ट न जलाने बल्कि खेत में मिलाकर मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढाने, फसल की उपज बढाने, पशुओं की चारे की व्यवस्था सुनिश्चित करने और अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखने में सहयोग करने की अपील की है।               


हाथरसः 6 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म, तोड़ा दम

हाथरस में फिर दूसरी बार छह साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद इलाज के दौरान हुई मौत शव को सड़क पर रख कर परिजनों ने लगाया जाम
हाथरस। एक और बेटी की दुष्कर्म के बाद मौत हो गई है।दरअसल 15 दिन पहले सादाबाद क्षेत्र के मई जटोई निवासी 6 वर्षीय बालिका के साथ अलीगढ़ जिले के इगलास गांव में रेप की घटना हुई थी। लड़की का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। जहां 15 दिन बाद लड़की की मौत हो गई है। घटना से गुस्साए परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया है। परिजनों की मांग है कि जब तक सही आरोपी नहीं पकड़ा जाएगा और इगलास कोतवाल को निलंबित नहीं किया जाएगा। तब तक वे बच्ची का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।मौके पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। लेकिन परिवार का आरोप है कि पुलिस ने सही आरोपी को नहीं पकड़ा है। लड़की के पिता ने कहा कि तीन महीने पहले मेरी दो लड़कियों को उसकी मौसी अपने घर लेकर गई थी। वहां पर मौसी के लड़के ने लड़की के साथ रेप किया। मेरी मांग है कि पुलिस मेरी बड़ी लड़की को वापस लाए और सही आरोपी को गिरफ्तार करे।अभी पुलिस ने गलत लड़के को गिरफ्तार किया है। जो मानसिक रूप से विक्षिप्त है।वहीलड़की के पिता ने इगलास के एसओ पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है। मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।मेरी मांग है कि असली अपराधी को गिरफ्तार किया जाए और इगलास के एसओ को सस्पेंड किया जाए। पिता की शिकायत है कि जिला प्रशासन उसकी सुध नहीं रहा है। इस मामले में सादाबाद के डीएसपी ब्रम्हम सिंह ने कहा कि लड़की की मां की मौत हो गई थी। इसके बाद वह अपनी मौसी के साथ रहती थी। मौसी के लड़के ने घटना को अंजाम दिया है। इगलास के इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। मौके पर अलीगढ़ के एएसपी भी मौजूद हैं।                


हाथरसः पीएफआई जुड़े 4 लोग गिरफ्तार किए

हाथरस जाते समय पीएफआई से जुड़े चार लोग गिरफ्तार
संदीप मिश्र


लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और इसके एक सहयोगी संगठन से जुड़े हैं। चारों को सोमवार रात मथुरा से उस समय गिरफ्तार किया गया। जब वे दिल्ली से हाथरस जा रहे थे।
पुलिस ने कहा कि सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए कि कुछ संदिग्ध दिल्ली से हाथरस जाने के रास्ते में हैं, उन्होंने एक टोल प्लाजा पर एक कार को रोका। चारों से पूछताछ की गई और माथ टोल प्लाजा पर हिरासत में ले लिया गया।
इन चारों की पहचान मुजफ्फरनगर के अतीक-उर रहमान, मलप्पुरम के सिद्दीक, बहराइच के मसूद अहमद और रामपुर के आलम के रूप में हुई है। इनके पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप और कुछ साहित्य, जो शांति और व्यवस्था पर प्रभाव डाल सकते थे। उन्हें जब्त कर लिया गया।
पुलिस ने पूछताछ के दौरान कहा कि यह पता चला है कि चारों का संबंध पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और उसके सहयोगी संगठन कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) से है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आगे की पूछताछ जारी है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहले संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने नागरिक कानूनों के खिलाफ राज्य में हिंसक विरोध प्रदर्शन के लिए पीएफआई को दोषी ठहराया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘हाल की घटनाओं’ का उल्लेख कर कहा कि अराजकतावादी तत्व हाथरस की घटना के बाद राज्य में सांप्रदायिक और जातिगत हिंसा को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं।                 


जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए

 जम्मू-कश्मीर में 5.1 तीव्रता के भूकंप के झटके
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को रिक्टर पैमाने पर 5.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “रिक्टर पैमाने पर 5.1 तीव्रता का भूकंप सोमवार सुबह 5.13 बजे आया।” उन्होंने बताया कि भूकंप का केंद्र लद्दाख क्षेत्र में था और इसकी गहराई पृथ्वी के अंदर 10 किलोमीटर थी।                      


अगस्त माह में संक्रमण में आई कमीः शोध

भारत में अगस्त के बाद कोरोना वायरस मामलों में सबसे कम वृद्धि


पालूराम
नई दिल्ली। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 61,267 नए मामले सामने आए। जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 66,85,082 पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को ये जानकारी दी। कोरोना वायरस के मामलों में अगस्त के बाद मंगलवार को सबसे कम वृद्धि दर्ज की गई है।
देश में रिकवरी रेट अब 84.34 फीसदी हो गई है। बता दें कि चिली में सबसे ज्यादा 92 प्रतिशत से ऊपर रिकवरी रेट है। वहीं अमेरिका में सबसे कम 33 फीसदी है।
भारत में कोविड-19 से मृत्यु दर 1.55 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, कोरोना वायरस से संक्रमित 20 शीर्ष देशों में भारत में मृत्यु दर सबसे कम है। जबकि मेक्सिको में सबसे ज्यादा 10.4 प्रतिशत मृत्यु दर है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक यूनाइटेड किंगडम में मृत्यु दर 8.8 फीसदी है।
भारत में कुल संक्रमितों में से फिलाहल 9,19,023 सक्रिय हैं, और 56,62,490 मरीज इससे उबर चुके हैं। भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से 884 मौतें हुई हैं जिसके बाद कुल मौतों की संख्या 1,03,569 हो गई है।
महाराष्ट्र अभी भी कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बना हुआ है। यहां अब तक 14,53,653 मामले सामने आ चुके हैं और 38,347 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और दिल्ली का स्थान है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक भारत में एक दिन में 10,89,403 नमूनों की जांच की गई। जिसके बाद कुल जांच की संख्या 8,10,71,797 पहुंच गई है।                  


शक्तिशाली लोगों ने बंधक बनाई न्याय प्रणाली

न्याय प्रणाली अमीरों और शक्तिशाली लोगों द्वारा बंधक बना ली गई है: सुप्रीम कोर्ट बार अध्यक्ष


नई दिल्ली। वरिष्ठ वकील और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दुष्यंत दवे ने एक कार्यक्रम में कहा कि यदि सुप्रीम कोर्ट के जज किसी राजनेता की प्रशंसा करते हैं तो वे अधीनस्थ अदालतों को क्या संदेश देते हैं? इसका केवल यही संदेह होता है, मोदी सरकार के ख़िलाफ़ मामले तय न करें। कार्यपालिका के पक्ष में जाने के लिए जज क़ानून के परे जा चुके हैं।
श्री अध्यक्ष दुष्यंत दवे ने शुक्रवार को एक ऑनलाइन लेक्चर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह याद रखना प्रासंगिक है कि महात्मा गांधी ने कहा था कि कानून की अदालत से बड़ी एक अदालत है। अंतरात्मा की अदालत.
उन्होंने कहा कि अन्याय को खत्म करने के लिए कानून पर भरोसा करने के बजाय प्रबुद्ध जनता की राय मौजूदा समय की मांग है। दवे मानवाधिकार वकील गिरीश पाटे की पुण्यतिथि के मौके पर बोल रहे थे, जिनका साल 2018 में निधन हो गया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, ‘वह दलित और असुरक्षित (लोगों) के रक्षक थे। उन्होंने मानवीय गरिमा के लिए लड़ाई लड़ी और उनके मुद्दों को उठाया, चाहे वे गुजरात स्थित दांग के आदिवासी रहे हों या गन्ना श्रमिक। उन्होंने कभी पीआईएल (जनहित याचिका) का दुरुपयोग नहीं किया। उन्होंने आगे कहा, ‘न्यायपालिका में हुए अतिक्रमणों पर लगातार नजर रखने में बेंच और बार अपनी भूमिका निभा पाने में विफल रहे हैं। अपनी सामाजिक भूमिका निभाने में वकील सबसे अधिक विफल रहे हैं। मुझे यह कहते हुए खेद है कि हमारे न्यायाधीश न्याय प्रशासन में अपनी अंतरात्मा की आवाज को भूल गए हैं, जिसे उन्हें अपने कर्तव्यों के निर्वहन में हर सेकेंड याद रखना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘भारत में आपराधिक न्याय प्रणाली अमीरों और शक्तिशाली लोगों द्वारा बंधक बना ली गई है।’जजों के सभी राजनीतिक विचारों से ऊपर होने की संविधान सभा की बहसों की ओर ध्यान दिलाते हुए दवे ने आगे कहा, ‘न्यायपालिका की स्वतंत्रता न केवल बाहर से प्रभावित हुई है बल्कि यह भीतर से भी खत्म हो गई है। 1993 से बड़े पैमाने पर स्वतंत्र जजों की नियुक्ति नहीं करके कॉलेजियम प्रणाली ने न्याय, संविधान और राष्ट्र के प्रशासन का बहुत बड़ा नुकसान किया है।
उन्होंने आगे कहा, ‘कानून का शासन खतरे में हैं. पिछले 30-35 साल में जिस तरह की (न्यायिक) नियुक्तियां की गई हैं उन्होंने बहुत कुछ अधूरा छोड़ दिया है जिससे संस्थान को बड़ी क्षति पहुंची है. वे न्यायाधीश कहां हैं जो आज के राजनीतिक दबाव को झेलने में सक्षम हैं?’
उन्होंने कहा, ‘प्रवासी श्रमिकों की मदद करने के लिए 30 मार्च को एक याचिका दायर की गई थी और अगले दिन सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को एक ‘प्रमाण पत्र’ दे दिया कि प्रवासी संकट खत्म हो गया है।


कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जमकर पीटाः तोमर

मनोज सिंह ठाकुर

नई दिल्ली। भाजपा नेताओं पर लगता है सत्ता का नशा काफी मात्रा में चढ़ गया है। अब भाजपा के सीनियर लीडर और केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने ऐसा बयान दिया है। जिसको लेकर उनकी काफी आलोचना हो रही है।

भाजपा नेताओ के विवादित बयान इन दिनों काफी चर्चा में हैं। अब केंद्रीय मंत्री के भी बोल बिगड़ गए। दरअसल, भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस के कार्यकर्ता कहीं मिलें और उलटी सीधी बात करें तो उन्हें जमकर कूट दीजिये।











दरअसल, मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में सोमवार को सुमावली विधानसभा में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल हुए। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री तोमर ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए ये विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को उपचुनाव की तैयारियों में जुट जाने को कहा। साथ ही ये भी कहा कि अगर कोई भी कांग्रेस का कार्यकर्ता उनसे उल्टी-सीधी बात करे तो उस पर टूट पड़िए और जमकर कूटिये।                 











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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)











 अक्टूबर 07, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-53 (साल-02)
2. बुधवार, अक्टूबर 07, 2020
3. शक-1944, अश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि- षष्ठी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 60:05, सूर्यास्त 06:20।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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सोमवार, 5 अक्तूबर 2020

तेजपत्ता का काढ़ा है बहुत फायदेमंद

तेजपत्ता से बना काढ़ा सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। काढ़े को पीने से शरीर में कई तरह की चीजों को दूर किया जा सकता है। क्योंकि इसमें मिनिरल्स होते हैं। तेजपत्ता में कॉपर, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयरन से भरपूर होता है। इतना ही नहीं ये एंटीऑक्सीडेंट्स भी होता है। जो कैंसर, ब्लड क्लॉटिंग और दिल से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करता है। 
तेजपत्ते का काढ़ा पीने के फायदे। कमर दर्द होती है। तो ऐसे में आप तेजपत्ते का काढ़ा कम से कम दिन में दो बार रोज पीना चाहिए। साथ ही तेजपत्ते का तेल ले लाएं और इसकी मालिश कमर पर करें तेजपत्ते को सरसों के तेल में पका कर आप खुद भी तेल बना सकती हैं। ठंड लगने पर या ठंड से होने वाले शरीर दर्द में आपको तेजपत्ते के काढ़े को पीना चाहिए साथ ही इस तेल की मालिश भी करें। चोट या मोच लगने पर आपको तेजपत्ते का काढ़ा पीना चाहिए और इसी के तेल को लगाना चाहिए। ताकि मोच आई सूजन और दर्द से राहत मिलेगा तेज पत्ते को पीस कर मोच वाली जगह पर लगाएं। कई बार अगर सोते वक्त नसों में खिंचाव हो जाता है। या नसों में सूजन आ जाती है। तो ऐसे में तेजपत्ते के केढ़ा का सेवन करें ये आपको आराम देगा।
काढ़ा बनाने की विधि  इसे बनाने के लिए 10 ग्राम तेजपत्ता 10 ग्राम अजवायन और 5 ग्राम सौंफ को पीस लें और एक लीट पानी में डाल कर तब तक उबालें जब तक ये आधा न रह जाए। जब ये मिश्रण ठंडा हो जाए तो इसका काढ़ा पी लें।                  


24 घंटे में 74 हजार से अधिक नए संक्रमित

भारत में कोरोना का कहर। 24 घंटे में मिले 74 हजार से ज्यादा नए मरीज। 903 लोगों की हुई मौत।


नई दिल्ली। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 74,442 नए मामले सामने आए हैं। और 903 मौतें हुई हैं। वहीं कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 66,23,816 हो गई है। जिसमें 9,34,427 सक्रिय मामले हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इलाज के बाद 55,86,704 मरीज ठीक हो चुके हैं। देश में अब तक इस बीमारी से 1,02,685 मरीज जान गंवा चुके हैं।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, 4 अक्टूबर तक कोरोना वायरस के लिए कुल 7,99,82,394 सैंपल टेस्ट किए गए। जिनमें से 9,89,860 सैंपल रविवार को टेस्ट किए गए। छत्तीसगढ़ में रविवार को 1924 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई। वहीं 496 मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। जबकि आज 09 की मौत भी हुई।
इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना का संक्रमण बढ़कर 1,23, 324 हो गया है। जिसमें 93731 डिस्चार्ज किये गए। वहीं एक्टिव केस की संख्या घटकर 28548 हो गई है। जबकि आज हुई 9 मरीजों की मौत के साथ ही प्रदेश में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 1045 हो गया है।                 


इंडियन ने सनराइजर्स को 34 रन से दी शिकस्त

मुम्बई इंडियंस ने सनराइजर्स हैदराबाद को 34 रन से दी शिकस्त, प्वाइंट टेबल में टॉप में बनाई जगह।


नई दिल्ली। आईपीएल सीजन-13 में आज मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच मुकाबला खेला गया। जहां पर मुंबई इंडियंस की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मुकाबला शारजांह में था और इस मैदान पर खेले गए मैच में मुंबई इंडियंस की टीम ने सनराइजर्स हैदराबाद को 34 रन से हरा दिया। मुंबई इंडियंस ने 209 रन का टारगेट रखा था जिसके जवाब में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम 174 रन ही बना सकी। मुंबई इंडियंस ने जीता मैच। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई इंडियंस की टीम ने 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 208 रन बनाए मुंबई इंडियंस की ओर से क्विंटन डिकॉक ने 39 गेंद में 67 रन की पारी खेली अपनी इस पारी में चार चौके और 4 छक्के लगाए हालांकि कप्तान रोहित शर्मा इस मैच में 5 गेंद में 6 रन बनाकर आउट हो गए 1 सिक्सर लगाया,  सूर्यकुमार यादव ने 18 गेंद में 27 रन की पारी खेली छह चौके लगाए इशान किशन ने 23 गेंद में 31 रन बनाए, एक चौका और दो सिक्सर लगाया, हार्दिक पंड्या को सिद्धार्थ कौल ने क्लीन बोल्ड तो किया लेकिन उन्होंने एक बार फिर से आखिरी में 19 गेंद में 28 रन की पारी खेली पारी में दो चौके और दो छक्के लगाए, कीरोन पोलार्ड 13 गेंद में 25 रन बनाकर नाबाद रहे तीन छक्के लगाए तो वही क्रुणाल पांड्या ने 4 गेंद में 20 रन ठोक दिए पारी में दो चौके और दो छक्के लगाए और इसके साथ ही मुंबई इंडियंस की टीम ने 209 रन का टारगेट सनराइजर्स हैदराबाद के बल्लेबाजों के सामने जीत के लिए रखा।
सनराइजर्स हैदराबाद की गेंदबाजी।
सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाजों की करें तो संदीप शर्मा को जरूर दो विकेट मिले लेकिन 41 रन लुटाए सिद्धार्थ कौल ने भी दो विकेट हासिल किए 64 रन लुटाए जबकि राशिद खान ने चार ओवर में 22 रन खर्च करके एक विकेट हासिल किया।
सनराइजर्स हैदराबाद की बल्लेबाजी।
209 रन के टारगेट का पीछा करने उतरे सनराइजर्स हैदराबाद की बल्लेबाजों में कप्तान डेविड वॉर्नर को छोड़ दें तो बाकी के बल्लेबाज फ्लॉप रहे,  कप्तान डेविड वॉर्नर ने 44 गेंद में 7 रन की पारी खेली पांच चौके और दो छक्के लगाए बेयरस्टो 15 गेंद में 25 रन बनाकर आउट हो गए इनसे एक बड़ी पारी की उम्मीद इस सिचुएशन में टीम को रही लेकिन वह उसे पूरा करने में नाकाम रहे मनीष पांडे भी 19 गेंद में 30 रन बनाकर आउट हुए पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया केन विलियमसन 5 गेंद में 3 रन बनाकर आउट हो गए प्रियम गर्ग 7 गेंद में 8 रन ही बना सके अभिषेक शर्मा 13 गेंद में 10 रन बनाकर आउट हो गए अब्दुल समद आखिरी में 9 गेंद में 20 रन की पारी जरूर खेली दो सिक्सर लगाया एक चौका जड़ा और इस तरह से सनराइजर्स हैदराबाद की टीम 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 174 रन ही बना सकी और मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद को 34 रन से हार का सामना करना पड़ा। टॉप पर पहुंचा मुंबई।
इसके साथ ही पॉइंट टेबल की बात करें तो इस जीत के साथ ही मुंबई इंडियंस की टीम ने 5 मैच खेल लिए हैं मौजूदा सीजन में जिसमें से तीन जीत और दो हार के साथ मुंबई इंडियंस की टीम टॉप पर पहुंच गई है, तो वहीं दिल्ली कैपिटल्स की टीम एक बार फिर से दूसरे पोजीशन पर खिसक गई है। सनराइजर्स हैदराबाद की टीम चौथे नंबर से सीधे छठे नंबर पर पहुंच गई है पांच मैच में इस टीम के दो जीत है तीन हार हैं इससे पहले मुंबई इंडियंस की टीम तीसरे नंबर पर थी।               


9 अक्टूबर को आएगा भयंकर चक्रवाती तूफान

9 अक्टूबर को आ रहा भयंकर चक्रवाती तूफानः राज्यों में मचा सकता है तबाही।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में मानसून की विदाई का वक्त चल रहा है। हालांकि जाते जाते भी मानसून की प्रदेश में बारिश कर रहा है। इस बीच, खबर है कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान की स्थिति बन रही है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी अंडमान सागर में 9 अक्टूबर को कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। इसके चक्रवाती तूफान बनकर आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाके की ओर बढ़ने की आशंका है। कम दबाव वाले क्षेत्र से ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश में 11-13 अक्टूबर के बीच बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में बने इसी कम दबाव के क्षेत्र के कारण अभी मुंबई में बारिश जारी रहेगी।
वहीं स्कायमेट के अनुसार, यह सिस्टम अगले 48 घंटों तक बंगाल की खाड़ी में ओडिशा और इससे सटे भागों के करीब बना रहेगा। उसके बाद यह ओडिशा के रास्ते जमीनी भागों की ओर बढ़ेगा। 10 अक्टूबर तक यह छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश होते हुए महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र पर पहुंच सकता है। इसका असर पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और गुजरात तक दिखेगा।
बता दें, अक्टूबर में भी बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान आता है। 2013 और 2014 के अक्टूबर महीने में भयंकर चक्रवाती तूफान फेलिन और हुदहुद आया था। इन दोनों तूफानों ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में काफी तबाही मचाई थी। स्काटमेट के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मानसून साल 2020 में वापसी की राह पर है। इसकी विदाई की शुरुआत 11 दिनों की देरी से 28 सितंबर 2020 को शुरू हुई। 30 सितंबर को इसने समूचे उत्तर पश्चिम भारत को अलविदा कह दिया। दूसरे चरण में जम्मू कश्मीर से लेकर दिल्ली तक के क्षेत्र शामिल रहा। 30 सितंबर को मानसून की विदाई जम्मू कश्मीर से लेकर गिलगित-बालटिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हो गई।
अगले दो-तीन दिनों के दौरान उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान के लगभग सभी क्षेत्रों और उत्तर प्रदेश के कुछ भागों से मानसून के वापस होने की संभावना है। लेकिन मध्य भारत के बाकी हिस्सों और पूर्वी तथा पूर्वोत्तर राज्यों से इसकी वापसी कुछ समय के लिए अभी लटक सकती है, क्योंकि एक निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है। निम्न दबाव के रूप में उठा यह सिस्टम अगले 1 सप्ताह तक अस्तित्व में रहेगा और इसकी वजह से पूर्वी दक्षिण पूर्वी हवाएं देश के कई राज्यों पर चलती रहेगी। इसके कारण पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश तो होगी ही, साथ ही मध्य भारत में भी कुछ स्थानों पर वर्षा होगी। यह उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ते हुए 9-10 अक्टूबर तक पश्चिमी मध्य प्रदेश और इससे सटे गुजरात के पास पहुंच जाएगा। इसके आगे बढ़ने की इसी प्रक्रिया के दौरान बारिश की गतिविधियां भी पश्चिमी दिशा में बढ़ती रहेंगी और 9-10 अक्टूबर के बाद जब यह सिस्टम कमजोर होते हुए गुजरात को पार कर जाएगा तब फिर से मॉनसून की वापसी शुरू होगी।
उल्लेखनीय है कि गुजरात और महाराष्ट्र दो ऐसे राज्य हैं जहां पर 10-15 अक्टूबर तक मानसून की गतिविधियां जारी रहना सामान्य मौसमी घटना है। लेकिन इसके बाद मॉनसून समाप्त हो जाता है क्योंकि 15 अक्टूबर के आस-पास ही दक्षिण भारत में उत्तर पूर्वी मॉनसून के आगमन की आहट मिलने लगती है। इस बदलाव के साथ-साथ मॉनसून की विदाई के बाद बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफानों के बनने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं और वर्तमान मौसमी तथा समुद्र की स्थितियां 10 अक्टूबर के बाद बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान के लिए अनुकूल बनती हुई नजर आ रही हैं।
गलत साबित हुए पूर्वानुमान।
मौसम का हाल आम जन ही नहीं, मौसम विज्ञानियों के लिए भी अबूझ पहेली बना हुआ है। आलम यह है कि राजधानी दिल्ली में 18 फीसदी तक मौसम पूर्वानुमान गलत साबित हो रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर 25 से 30 फीसदी तक पूर्वानुमान गलत ही निकलते हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ?मानते हैं कि वायुुमंडलीय विज्ञान में सौ फीसद सटीकता संभव नहीं है। मौसम बदलता रहता है। जलवायु परिवर्तन से एक्स्ट्रीम इवेंट्स भी बढ़ रहे हैं। फिर भी अधिकतर पूर्वानुमान सटीकता के करीब होते हैं। स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत भी कुछ इसी तरह की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि वायुमंडलीय विज्ञान विशुद्ध विज्ञान नहीं है। यहां कोई सेट फॉर्मूला लागू नहीं होता। इसीलिए मॉडलिग के आधार पर जारी पूर्वानुमान औसतन 70 फीसद ही सटीकता रखते हैं। बहुत बार ये कम या ज्यादा भी हो जाती है। इस बार जल्दी आएगा सर्दी का मौसम।
अक्टूबर का महीना शुरू होते ही हल्की हल्की ठंड का अहसास होने लगा है। सुबह और रात में तापमान घट जाता है, जबकि दिन में तीखी धूप होने के कारण गर्मी का अहसास होता है। सितंबर के महीने में मौसम में बड़ा उतार चढ़ाव देखने को मिला। भारी बारिश हुई तो गर्मी ने भी सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अधिकतम एवं न्यूनतम दोनों ही तापमान सामान्य से साढ़े 3 डिग्री तक अधिक दर्ज किए गए। मानसून के अधिक समय तक सक्रिय रहने से सर्दी की दस्तक इस बार जल्द हो सकती है। गुलाबी ठंड का एहसास अगले कुछ ही दिनों में होने लगेगा। अक्टूबर का महीना शुरू होते ही हल्की हल्की ठंड का अहसास होने लगा है। सुबह और रात में तापमान घट जाता है, जबकि दिन में तीखी धूप होने के कारण गर्मी का अहसास होता है। सितंबर के महीने में मौसम में बड़ा उतार चढ़ाव देखने को मिला। भारी बारिश हुई तो गर्मी ने भी सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अधिकतम एवं न्यूनतम दोनों ही तापमान सामान्य से साढ़े 3 डिग्री तक अधिक दर्ज किए गए। मानसून के अधिक समय तक सक्रिय रहने से सर्दी की दस्तक इस बार जल्द हो सकती है। गुलाबी ठंड का एहसास अगले कुछ ही दिनों में होने लगेगा।  स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत के अनुसार, राजधानी दिल्ली की फिजा में आंशिक बदलाव तो महसूस हो ही रहा है, पखवाड़े भर के दौरान गुलाबी ठंड भी महसूस होने लगेगी। अक्टूबर माह में ही अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से नीचे चला जाएगा, जबकि नवंबर में बच्चों और बुजुर्गों को गर्म कपड़ों की जरूरत पड़ने लगेगी। सितंबर माह में सामान्यतः अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री सेल्सियस रहता है, लेकिन इस बार यह औसतन 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो 3.4 डिग्री अधिक है। 19 सितंबर को तो अधिकतम तापमान 38.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। यह भी उल्लेखनीय है कि सितंबर का ऑल टाइम रिकॉर्ड 16 सितंबर 1938 के नाम है, जब अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसी तरह सितंबर का सामान्य न्यूनतम तापमान 24.9 डिग्री सेल्सियस है, जबकि इस बार यह औसतन 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.8 डिग्री अधिक है। हालांकि 30 सितंबर को न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस भी रहा था। इस माह का ऑल टाइम रिकॉर्ड 26 सितंबर 1964 का है जब न्यूनतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। अगर बारिश की बात करें तो सितंबर में होने वाली बारिश का सामान्य आंकड़ा 125.1 मिमी का है, जबकि इस साल केवल 20.9 यानी 83 फीसद कम बारिश हुई। यह बात अलग है कि इस साल मानसून ने दिल्ली में दो दिन पहले 27 जून के बजाय 25 जून को ही दस्तक दे दी थी, वहीं इसकी विदाई भी 25 सितंबर की जगह पांच दिन देरी से 30 सितंबर को हुई।                 


गांधी की भनक से सरकार घबराईः शैलजा

राहुल गांधी के आने की भनक से ही भाजपा सरकार बौखलाई: कुमारी सैलजा।


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद श्री राहुल गांधी जी के हरियाणा आगमन पर प्रदेश कांग्रेस द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया जाएगा। हरियाणा सरकार के लोगों के बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण वक्तव्य आए हैं कि वह श्री राहुल गांधी जी को हरियाणा प्रदेश में आने देना नहीं चाहते हैं। श्री राहुल गांधी का अधिकार है कि वह लोगों की बात सुनें और उनका दुख दर्द बांटें। उनके आने की सूचना से ही भाजपा सरकार बौखलाई हुई है और डरी हुई है। हम देखेंगे कि कैसे हरियाणा सरकार उन्हें हरियाणा में आने से रोकती है। श्री राहुल गांधी जी हरियाणा आएंगे और अवश्य आएंगे।
यह बातें हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद श्री राहुल गांधी जी और कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी की अगुवाई में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ हाथरस में दरिंदगी का शिकार हुई मृतक लड़की के परिजनों से मिलने के लिए जाने के दौरान दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर पत्रकारों से बातचीत में कहीं।
कुमारी सैलजा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगातार लोकतंत्र का गला घोंटा गया है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में दरिंदगी का शिकार हुई मृतक लड़की के परिजनों की आवाज भाजपा सरकार द्वारा लगातार दबाई जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार को पहले ही दिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद श्री राहुल गांधी जी और कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी को हाथरस जाने की इजाजत दे देनी चाहिए थी।
कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा कांग्रेस द्वारा श्री राहुल गांधी जी का हरियाणा प्रदेश में आगमन पर जोरदार स्वागत किया जाएगा। श्री राहुल गांधी जी हर गरीब के लिए, हर जरूरतमंद के लिए हमेशा खड़े रहते हैं। भाजपा सरकार द्वारा तीन कृषि विरोधी काले कानून बनाए गए हैं, इन काले कानूनों के द्वारा भाजपा सरकार लोगों की रोजी रोटी को खत्म करना चाहती है। यह सरकार पूंजीपतियों को बढ़ावा दे रही है। इन काले कानूनों के खिलाफ किसान, मजदूर, आढ़तियों को अपना समर्थन देने के लिए श्री राहुल गांधी जी को हमने हरियाणा प्रदेश का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया है। वह हरियाणा आकर किसान, मजदूर आढ़तियों से मुलाकात करेंगे और उनका दुख दर्द बांटेंगे। कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के पास लोगों का दुख दर्द और पीड़ा सुनने के लिए समय नहीं है। श्री राहुल गांधी जी हमेशा देशवासियों की पीड़ा सुनते रहे हैं। इसी कड़ी में श्री राहुल गांधी जी हरियाणा प्रदेश में केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लाए गए कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ किसान, मजदूर और आढ़तियों की बात सुनने के लिए आ रहे हैं। हरियाणा कांग्रेस उनका प्रदेश आगमन पर जोरदार स्वागत करेगी। 6 अक्टूबर को वह पंजाब से पेहवा आएंगे और फिर कुरुक्षेत्र जाएंगे। हरियाणा प्रदेश का आम आदमी आज इस सरकार से त्रस्त है और श्री राहुल गांधी जी से बात करना चाहता है। कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार के लोगों के बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण वक्तव्य आए हैं कि वह श्री राहुल गांधी जी को हरियाणा प्रदेश में आने देना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि श्री राहुल गांधी जी पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी के पोते और पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी जी के पुत्र हैं, वह एक राजनीतिक व्यक्ति हैं, उनका अधिकार है कि वह लोगों की बात सुनें और उनका दुख दर्द बांटें। उनके आने की सूचना से ही भाजपा सरकार बौखलाई हुई है और डरी हुई है। हम देखेंगे कि कैसे हरियाणा सरकार उन्हें हरियाणा में आने से रोकती है। हरियाणा कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता देखेगा कि कैसे हरियाणा सरकार राहुल गांधी जी को हरियाणा में आने से रोकती है। श्री राहुल गांधी जी हरियाणा आएंगे और अवश्य आएंगे। कुमारी सैलजा ने कहा कि श्री राहुल गांधी जी के हरियाणा दौरे की तैयारियों को लेकर दिल्ली में शनिवार को होने वाली बैठक अब रविवार को आयोजित की जाएगी। इस बैठक में हरियाणा कांग्रेस के सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक व वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे।             


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...