गुरुवार, 1 अक्तूबर 2020

आईपीएलः क्रिकेट लीग में बड़ा बदलाव

आईपीएल की वजह से इस बड़ी क्रिकेट लीग पर हुआ बड़ा बदलाव, जानिए क्या है वजह ?


नई दिल्ली। आईपीएल सीजन-13 का आयोजन इन दिनों यूएई में जारी हैं। जहां हर दिन एक से बढ़कर एक रोमांचक और हाईवोल्टेज मुकाबलों का दौर भी जारी है, आईपीएल दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग है, और इस लीग में दुनिया के हर क्रिकेटर के खेलने का सपना होता है, दुनिया का बड़े से बड़ा क्रिकेटर आईपीएल में खेलना चाहता है, और अपने खेल का जौहर दिखाना चाहता है। आईपीएल सीजन-13 का आगाज यूएई में 19 सितंबर से हुआ है, जो 10 नवंबर तक चलेगा, मतलब आईपीएल सीजन-13 का फाइनल मैच 10 नवंबर को खेला जाएगा।
अब इसी आईपीएल की वजह से श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने लंका प्रीमियर लीग एलपीएल के डेब्यू सीजन के तारीखों में एक बार फिर बदलाव किया है, बता दें कि लंका प्रीमियर लीग की शुरुआत पहली बार श्रीलंका में होने जा रहा है, जो पहले 28 अगस्त से 20 सितंबर के बीच खेला जाना था, लेकिन अब इसकी शुरुआत 21 नवंबर से की जाएगी, ये तीसरा मौका है, जब लंका प्रीमियर लीग के शेड्यूल में बदलाव किया गया है। और श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को आईपीएल की वजह से अपने शेड्यूल में ये बड़ा बदलाव करने पर मजबूर होना पड़ा है।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के मुताबिक ऐसा इसलिए किया गया है जिससे आईपीएल में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों को एलपीएल की शुरुआत से पहले क्वारंटीन होने का वक्त मिल सके।
एलपीएल ने इसे लेकर बयान भी जारी किया है जिसमें कहा गया है कि चूंकि आईपीएल 10 नवंबर तक चलेगा, इसलिए हमने सोचा कि आईपीएल में हिस्सा लेने वाले उन खिलाड़ियों के लिए कुछ समय रखी जाए, जो टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए एलपीएल में खेलना चाहते हैं।
गौर करने वाली बात है कि अगर एलपीएल की शुरुआत पहले 14 नवंबर से होनी थी, अगर तय समय पर ये लीग शुरु होती तो आईपीएल में जो दुनियाभर के दिग्गज क्रिकेटर हिस्सा ले रहे हैं, वो एलपीएल के शुरुआती मैचेस में हिस्सा नहीं ले पाते।
एलपीएल टूर्नामेंट खिलाड़ियों का ड्रॉफ्ट पहले एक अक्टूबर को निकलना था, लेकन अब इसे बढाकर 9 अक्टूबर कर दिया गया है, इनमें क्रिस गेल, डैरेन सैमी, डैरेन ब्रावो, शाहिद आफरीदी, कोलिन मुनरो, मुनाफ पटेल और रवि बोपारा जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। जानिए एलपीएल के बारे मेंः एलपीएल लंका प्रीमियर लीग को श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड शुरू करने जा रहा है, ये पहला मौका है जब श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड इस लीग को शुरू कर रहा है, इसमें 5 फ्रेंचाईजी टीम हिस्सा लेंगी, हर फ्रेंचाईजी अपनी टीम में 19 खिलाड़ी रख सकेंगी, जिसमें 6 विदेशी और 13 श्रीलंकाई खिलाड़ी होंगे। ये लीग 23 मैचों की खेली जाएगी, हलांकि कोरोनाकाल की वजह से इस लीग के आयोजन की तारीखों में कई बार बदलाव हो चुका है।               


पेट्रोल-डीजल के भाव बनी रही स्थिरता

नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ। गुरुवार को आज दिल्ली में पेट्रोल का भाव 81.06 रुपये और डीजल का भाव 70.63 रुपये प्रति लीटर रहा। लेकिन बता दें कि महीने की शुरुआत से ही कई बार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की गई है। दरअसल पेट्रोल डीजल के भाव में नरमी का मुख्य कारण कच्चे तेल की कीमतों में कमी है।वैश्विक ईंधन बाजार में कच्‍चे तेल के भाव में तेज गिरावट आई है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक 01 अक्टूबर 2020 को दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, मुंबई समेत प्रमुख शहरों में डीजल और पेट्रोल के रेट इस प्रकार रहे।         


देश में मानसून की विदाई हुई जारी

देश से मानसून की विदाई, जाते- जाते भी झूमकर हो रही बारिश, सामान्य से नौ फीसदी ज्यादा बारिश, इस साल सामान्य रहेंगी सर्दियां, लेकिन कई इलाकों में शीत लहर और बर्फबारी अक्टूबर- नवंबर माह में।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश से अब मानसून विदाई ले रहा है। लेकिन जाते-जाते भी कई राज्यों में झमा झम बारिश का दौर जारी है। हालाँकि इस बार पिछले साल की तुलना में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। कई सालों बाद यह पहला मौका है जब उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की सरहद पर स्थित बुंदेलखंड में सामान्य बारिश हुई। यह इलाका पिछले कई सालों से सूखा ग्रस्त रहा है। पिछले 120 सालों में यह 19वां साल है जब 109 फीसदी या उससे ज्यादा बारिश देश के विभिन्न इलाकों में पड़ी हो। जानकारों की माने तो 61 साल बाद ऐसा हुआ है कि लगातार दो सालों तक मानसून में बारिश सामान्य से ज्यादा दर्ज की गई हो।
जानकारी के मुताबिक पिछले साल 2019 में 110 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी। जबकि 2020 में बारिश का आंकड़ा 109 फीसदी रहा। इससे पहले साल 1958 में 109.8 फीसदी और 1959 में 114.3 फीसदी बारिश दर्ज की गई थी। इसके अलावा साल 1916 में 110 फीसदी और 1917 में 120 फीसदी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी।
यही नहीं इस बार देश के 36 में से 31 सब डिविजन में सामान्य से ज्यादा बारिश देखी गई। इस साल के मानसून सीजन में अगस्त महीने में सबसे ज्यादा बारिश देखी गई। चार महीने रहे मानसून में अगस्त महीने में 27 फीसदी बारिश दर्ज की गई। इस बार मानसून की वापसी लगभग 15 दिनों की देरी से हो रही है। मानसून की विदाई की तारीख सामान्य तौर पर 17 सितंबर होती है लेकिन इस बार मानसून ने जाने में देरी कर दी। इस साल ये विदाई की प्रक्रिया 28 सितंबर को राजस्थान और पंजाब से शुरू हुई। पूरे देश से मानसून की विदाई की सामान्य तारीख 15 अक्तूबर है।
मौसन वैज्ञानिक आर के जेनामनी के मुताबिक निसर्ग तूफान ने मानसून को जमीन क्षेत्र में खींचने और एक जून को ही दस्तक देने में मदद की। सामान्य तौर पर पूरे देश में मानसून आठ जुलाई को आता है लेकिन इस बार 26 जून को ही मानसून ने दस्तक दे दी। जुलाई में बंगाल की खाड़ी में मानसूनी विक्षोभ के पैदा ना होने से बारिश में काफी कमी देखी गई। मौसम विभाग ने जानकारी दी कि अगस्त के आखिर से प्रशांत महासागर में कमजोर ला-नीना और जुलाई से हिंद महासागर में न्यूट्रल आईओडी बनाया हुआ है। विभाग ने बताया कि अक्तूबर से दिसंबर तक यही स्थिति बनी रहने की संभावना है, इसलिए इस बार सर्दियां सामान्य रहेंगी।
मौसम वैज्ञानिक बताते है कि इस बार सर्दी सामान्य रहेगी लेकिन कई हिस्सों में शीत लहर का प्रकोप अक्टूबर माह के अंतिम हफ्ते से ही शुरू हो जायेगा। उनके मुताबिक पहाड़ी इलाकों में इस बार पहली की तुलना में बर्फ़बारी जल्द शुरू हो सकती है। उनका मानना है कि कुछ इलाकों में तो अक्टूबर – नवम्बर माह में ही पहली बर्फबारी नजर आ सकती है।             


31 अक्टूबर तक यात्राओं पर प्रतिबंधः कनाडा

कनाडा में यात्रा पर प्रतिबंध की अवधि 31 अक्टूबर तक बढ़ाई।


ओटावा। कनाडा ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के मद्देनजर विदेशियों की यात्रा पर लगायी गयी पाबंदी की अवधि 31 अक्टूबर तक बढ़ा दी है। सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, हम अमेरिकी नागरिकों को छोड़ कर विदेशी नागरिकों की कनाडा में आने पर लगायी गयी पाबंदी की अवधि 31 अक्टूबर तक बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह आदेश कुछ अमेरिकी नागरिकों, संघीय सरकार द्वारा अनुमति प्राप्त किये अस्थायी विदेशी श्रमिकों तथा कुछ निजी व्यक्तियों जैसे राजनयिक तथा विमानों के क्रू मेंबर पर लागू नहीं होगा।               


आगराः 15 अक्टूबर तक स्कूल बंद किए

आगरा। कोरोनो वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर आगरा जिला प्रशासन ने धार्मिक स्थलों और शैक्षणिक संस्थानों को 15 अक्टूबर तक बंद रखने का फैसला किया है। स्कूल और कॉलेज प्रबंधन ने उम्मीद जताई थी कि सामान्य कक्षाएं 1 अक्टूबर से शुरू हो जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हूंं। मंदिरों के पुजारी इस बात से निराश हैं कि अधिमास में उन्हें पूजा पाठ करने की अनुमति नहीं होगी। बता दें कि अधिमास तीन साल में एक बार आता है और ये अशुभ माना जाता है।इस बीच, आगरा में कोरोना वायरस के 57 नए मामले सामने आए, जिसके बाद यहां कुल मामलों की संख्या 5,760 हो गई, जिसमें से 4,875 मरीज ठीक हो गए हैं। जिले में अब तक कोविड-19 से 127 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सक्रिय संक्रमितों की संख्या 758 है।               


बेटियों पर बड़े अत्याचार का किया विरोध

अधिवक्ता संघ ने मार्च निकालकर कानून-व्यवस्था और बेटियों पर हो रहे हमलों पर जताया विरोध।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। अधिवक्ता संघर्ष समिति के बैनर तले आज वकीलों ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था में गिरावट और बेटियों की सुरक्षा को लेकर मार्च निकाला। गाजियाबाद बार एसोसिएशन कार्यालय में चौ. चरण सिंह की प्रतिमा से शुरू होकर यह मार्च कलेक्ट्रेट पहुंचा, जहां प्रशासनिक अधिकारियों को एक ज्ञापन सौंपा गया। राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन में वकीलों ने प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्यवस्था और बेटियों पर हो रहे हमलों को लेकर राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग की गई। समिति के सदस्य नाहर सिंह यादव ने कहा कि हाथरस की घटना में पुलिसकर्मियों को सजा देने के बजाय सरकार उन्हें बचाने में लगी हुई है। ऐसी निकम्मी सरकार को तुरंत बरखास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाथरस के बाद बलरामपुर और बुलंदशहर में भी बेटियों के साथ बलात्कार की घटनाएं हो गई है। इसके लिए प्रदेश की भाजपा सरकार जिम्मेदार है। वकीलों ने आरोपियों की संपत्ति को कुर्क करने और इन मामलों की सुनवाई प्रदेश से बाहर की कोर्ट में कराने की भी मांग की है।               


भिड़ंत में फिर 2 लोग गंभीर घायल हुए

अतुल त्यागी


भिड़ंत में बाइक सवार दो लोग गंभीर रूप से हुए घायल। 


हापुड़। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को 108 की मदद से कराया पास के निजी अस्पताल में भर्ती।
घायलों की हालत नाजुक होने पर किया मेरठ मेडिकल के लिए रेफर। थाना धौलाना क्षेत्र के दौलतपुर डीकरी रजवाहे के पास की घटना।


अफवाहें कैसी-कैसी ? 'संपादकीय'

अफवाहें कैसी-कैसी ?     'संपादकीय'
कोविड-19 कोरोना वायरस के कारण ब्रह्मांड में अफरा-तफरी मची हुई है। ठंडे क्षेत्र अथवा राष्ट्र के लिए यह बहुत कष्ट कारक सिद्ध होगा। कोरोना वायरस को लेकर अलग-अलग तरह की अफवाहें फैल रही है। जिसमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि अब मच्छरों से भी संक्रमण फैल रहा है।
 यह एक मोनोपोली है जिसके तहत देश की अधिकांश जनता को पीड़ा और समस्याओं में जीवन यापन करना पड़ रहा है। किंतु उसके बावजूद भी देश का प्रत्येक नागरिक शासन और प्रशासन में विश्वास रखते हुए आगे बढ़ रहा है। लॉकडाउन जैसी व्यवस्था प्रतिस्थापित करने के बाद देश में अपराध इस हद तक बढ़ गया है। जिसका शायद देश के किसी नागरिक को भी अनुमान नहीं था। देश में सामूहिक दुष्कर्म, उसके बाद सामूहिक दुष्कर्म, उसके बाद नाबालिगों से सामूहिक दुष्कर्म और प्रशासनिक व्यवस्था का वास्तविक चेहरा देखकर प्रत्येक व्यक्ति का हृदय विचलित और विभोर होना स्वभाविक है। देश की आर्थिक व्यवस्था किस अवस्था से गुजर रही है, यह बात शायद किसी से छिपी नहीं है ? देश का प्रत्येक नागरिक इस बात के प्रति चिंतित है। देश के राष्ट्रपति को जन्मदिन की शुभकामना दी गई है। लेकिन राष्ट्रीय समस्याओं को लेकर किसी प्रकार का कोई मनन नहीं किया जाता है। केवल नीतियों को जनता पर लादने का कार्य किया जा रहा है। क्या भारत की जनता नरेंद्र मोदी की गुलाम है ? शायद इस गलतफहमी को पालने की गलती देश के प्रधानमंत्री ने कर ली हैं। देश की जनता लोकतांत्रिक व्यवस्था में निर्मित संविधान के अनुसार सहयोग कर रही है। देश में जनता का शासन है, जनता को पीड़ित करने के लिए किसी को शासक नहीं बनाया जाता है, यही लोकतांत्रिक व्यवस्था का सिद्धांत होता है। इसके बावजूद देश में अपराधिक गतिविधियां किस प्रकार से और किस दर से बढ़ रही है ? इसके अनुपात को देखकर मन भयभीत हो जाता है। इस प्रकार की सरकार जो महिलाएं, युवती और नारी समाज के प्रति समर्पित भाव के अनुसार कार्य नहीं कर रही है। ऐसी सरकार से क्या उम्मीद, क्या अपेक्षा की जा सकती है ? देश की जनता न सोई हुई है और न मुर्दा है। इसके बावजूद भी समर्पण की भावना के साथ देश के शासकों के साथ खड़ी हुई है। आखिर किस प्रकार के दंड का दंश जनता झेल रही है। सरकार की उदारवादी नीतियां राष्ट्र के कष्ट का कारण बनेगी। 
राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'                  


दशहराः उत्सव नहीं होगा, ना बड़ा आयोजन

इस बार दशहरा उत्सव में नहीं होगा कोई बड़ा आयोजन, प्रतीकात्मक रूप से रावण के पुतले का होगा दहन।


सुप्रिया पांडे


रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इस बार दशहरा उत्सव में कोई बड़ा आयोजन होने का आसार नजर नहीं आ रहा है। जिला प्रशासन के साथ देर शाम रावण दहन समिति के पदाधिकारियों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि दशहरा उत्सव का कोई बड़ा आयोजन नहीं होगा, बल्कि प्रतीकात्मक रूप से पुतला दहन का कार्यक्रम किया जाएगा।
डब्ल्यूआरएस कॉलोनी के मैदान में रावण के पुतले का कद भी घटा दिया जाएगा। कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले इस बार नजर नहीं आएंगे। परंपरा को बनाए रखने के लिए पूजा पाठ के साथ प्रतीकात्मक पुतला का दहन होगा। बता दें कि हर बार डब्ल्यूआरएस मैदान में भव्य कार्यक्रम किया जाता था।
इस मामले में एडीएम विनीत नंदनवार ने बताया कि सभी प्रमुख समितियों के साथ बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें से कुछ ने रावण दहन न करने का फैसला लिया है। साथ ही कुछ लोगों ने प्रतीकात्मक रूप से पुतला दहन करने का फैसला लिया है। आज शाम तक व्यापारी लैटर पैड में जिला प्रशासन को अपनी राय देंगे। उसके बाद आदेश जारी किया जाएगा।             


सोने-चांदी में फिर आई भारी गिरावट

नई दिल्ली। सोने-चांदी की कीमतों में सुबह अच्छी-खासी गिरावट देखी गई है। एमसीएक्स पर दिसंबर का सोना वायदा 0.5 फीसदी गिरकर 50,386 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। तीन दिनों में यह सोने की दूसरी गिरावट है। वहीं चांदी की बात करें, तो एमसीएक्स पर चांदी वायदा दो फीसदी लुढ़ककर 61,267 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। पिछले सत्र में, सोना एक फीसदी यानी लगभग 500 रुपये बढ़ गया था, जबकि चांदी 1,900 रुपये प्रति किलोग्राम महंगी हुई थी। सात अगस्त के 56,200 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सोने में काफी उतार-चढ़ाव आया है। इस हफ्ते की शुरुआत में यह 49,500 रुपये से नीचे चला गया था।                  


अखरोट सेहत के लिए है बहुत गुणकारी

अखरोट में कई प्रोटीन्स, विटामिन्स, फैट्स और मिनरल्स पाए जाते हैं जो शरीर को पोषण प्रदान करने में कारगर होते हैंअखरोट शरीर में थर्मोजेनिक प्रभाव पैदा करता है, जिससे हृदय की धमनियों में जमा हुआ वसा घुलनशील अवस्था में आकर धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है। इस तरह से आपके हृदय को शरीर में रक्त संचार के लिए अधि‍क मेहनत नहीं करनी पड़ती।अखरोट में प्राकृतिक मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें जिंक, कॉपर, फास्फोरस, आयरन और कैल्शि‍यम जैसे तत्व भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो आपके शरीर के आंतरिक अंगों को पोषि‍त कर उन्हें बेहतर तरीके से कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं।अखरोट की 100 ग्राम मात्रा में लगभग 600 कैलोरी होती है। इसे खाने से शरीर को अत्यधि‍क एनर्जी मिलती है। आपके जानकर आश्चर्य होगा कि यह वजन घटाने के लिए भी बेहतरीन है, क्योंकि इसकी थोड़ी मात्रा भी आपको विटामिन पी, एफ, सी, विटामिन बी9, बी2 और विटामिन ए मिलता है, वह भी भरपूर एनर्जी के साथ।इन सभी विटामिन और मिरनल्स के अलावा अखरोट फैटी एसिड, ओमेगा 3 और ओमेगा 6 का भी एक बेहतरीन स्त्रोत है, जो आपके मस्तिष्क के अंगों के लिए फायदेमंद है और यादददाश्त बढ़ाने में मदद करते हैं।               


ना झुकेंगे के हटेंगे, हक लेकर रहेंगे

‘ना झुकेंगे ना हटेंगे, अपना हक लेकर रहेंगे’ – लोहिया पार्क के निवासियों का धरना अविरल जारी।


अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। नंदग्राम के लोहिया विहार और शांति नगर में गाज़ियाबाद नगर निगम राजनीतिक ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए घर तोड़ने की कार्रवाई कर रहा है। लोहिया विहार एवं शांति नगर के लोगों ने भी निगम की इस कार्रवाई के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। वार्ड-6 की पार्षद मायादेवी की अगुवाई में दोनों कॉलोनियों के लोग बुधवार से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती, वे ना तो झुकेंगे और ना ही धरने से हटेंगे। गौरतलब है कि नंदग्राम में 101 मकानों पर ध्वस्तीरकण की तलवार लटकी है।
राजनीतिक प्रशिक्षण केंद्र बनाने के लिए पहले चरण में ग्यारह मकानों को तोड़ा जाना है। नगर निगम साफ कर चुका है कि ये मकान हर कीमत पर तोड़े जाएंगे। उधर, कालोनी के लोग लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। बुधवार से लोहिया विहार और शांति नगर के लोगों ने धरना भी शुरू कर दिया है। धरने की अगुवाई कर रहीं पार्षद मायादेवी का कहना है कि हम किसी भी कीमत पर अपना हक नहीं छोड़ेंगे, चाहे नगर निगम का बुलडोजऱ उनके ऊपर से गुजऱे, वे धरने से नहीं हटेंगे।
पार्षद मायादेवी ने कहा कि कॉलोनी के लोगों ने जमीन नगर निगम से नहीं खरीदी बल्कि किसानों से जमीन को खरीदा गया है। अगर कॉलोनी की जमीन एलएमसी की है तो उसमें नगर निगम के अधिकारी दोषी हैं। उन्होंने कहा कि लोहिया विहार और शांति नगर की जमीन की रजिस्ट्री तहसील में कराई गई, नगर निगम यहां के मकानों से हाऊस टैक्स वसूल रहा है, खड़ंजे और सड़कें नगर निगम ने ही कालोनी में बनाई हैं। बिजली के खंभे लगाकर बिल वसूले जा रहे हैं। आज बीस साल बाद नगर निगम को याद आ रहा है कि कालोनी एलएमसी की जमीन पर बसी हुई है।
मायादेवी ने कहा है कि लोहिया विहार और शांतिनगर के लोगों को जमीन के बदले जमीन दी जाए। जिन लोगों के मकान तोड़े गए हैं, उन्हें मुआवजा दिया जाए। कोई भी अन्य कीमत उन्हें कबूल नहीं है। इस दौरान धरनास्थल पर बैठे लोग नगर निगम विरोधी नारे भी लगाते रहे हैं।             


'ट्विटर किलर' ने 9 हत्याओं की बात कबूली

टोक्यो। जापान की एक अदालत में 'ट्विटर किलर' ने नौ लोगों की हत्या की बात कबूल कर ली, यह जानकारी स्थानीय मीडिया ने दी है। शख्स ने बुधवार को कोर्ट में हत्या की बात को कबूल कर लिया, लेकिन 29 साल के ताकाहिरो शिरीषी के वकीलों ने कहा कि उस पर लगे चार्ज को कम करना चाहिए, क्यों कि उसने उन्हीं लोगों को मारा था, जिन्होंने सोशल मीडिया पर खुद आत्महत्या की इच्छा जताई थी।                


हाथरस कांड में सुप्रीम कोर्ट करें कार्रवाई

हाथरस कांड में सुप्रीम कोर्ट करे कार्रवाई: बसपा।


लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने हाथरस दुष्कर्म कांड में उच्चतम न्यायालय से कार्रवाई करने की मांग करते हुए गुरुवार को कहा कि दुष्कर्म पीडिता के शव को उसके परिजनों को नहीं सौंपना राज्य सरकार और पुलिस की भूमिका में सन्देह पैदा करता है।
मायावती ने यहां कहा कि उत्तरप्रदेश पुलिस द्वारा दलित पीड़िता के शव को उसके परिवार को न सौंपकर उनकी मर्जी के बिना और उनकी गैर-मौजूदगी में ही कल आधी रात को अन्तिम संस्कार कर देना लोगों में काफी संदेह तथा आक्रोश पैदा करता है। बसपा पुलिस के ऐसे गलत रवैये की कड़े शब्दों में निन्दा करती है।
उन्हाेंने कहा, " अगर माननीय उच्चतम न्यायालय इस संगीन प्रकरण का स्वयं ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर होगा, वरना इस जघन्य मामले में उत्तरप्रदेश सरकार तथा पुलिस के रवैये से ऐसा कतई नहीं लगता है कि गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद भी उसके परिवार को न्याय तथा दोषियों को कड़ी सजा मिल पाएगी।"               


पंजाबः ट्रैक्टर रैलियों का नेतृत्व करेंगे राहुल

राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लागू किए गए कृषि कानूनों का विरोध करने के मद्देनजर 3 से 5 अक्टूबर तक पंजाब में ट्रैक्टर रैलियों का नेतृत्व करेंगे, जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी शामिल होंगे। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी। पार्टी ने कहा, पंजाब के सभी मंत्री व कांग्रेस विधायक इस रैली में शामिल होंगे। इसमें पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। इस दौरान किसानों की नाराजगी और उनके दर्द के लिए आवाज को बुलंद किया जाएगा, जिनकी आजीविका और भविष्य को केंद्रीय कानूनों ने दांव पर लगा दिया है।


                     

योगी ने 75 जिलों में कार्यों की समीक्षा की

योगी ने प्रदेश के 75 जिलों में कार्यों की समीक्षा की।


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी 75 जिलों में विकासात्मक परियोजनाओं की समीक्षा पूरी कर ली है। पिछले 27 दिनों से चल रहीं बैठकें बुधवार रात को झांसी मंडल की समीक्षा के साथ समाप्त हुईं। मुख्यमंत्री ने महामारी के दौरान वर्चुअल बैठकों के माध्यम से सभी डिवीजन में किए गए कार्यों की समीक्षा की। योगी आदित्यनाथ ने बैठकों में कहा कि उत्तर प्रदेश विकास, प्रगति, वृद्धि और समृद्धि में एक नया अध्याय लिखने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और डिफेंस कॉरिडोर बेरोजगारों और उद्यमियों के लिए नए अवसर लाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक डिवीजन में 50 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 22 मेगा परियोजनाएं हैं। योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को जालौन जिले में वेंटिलेटर बनाने और तकनीशियनों को इस संबंध में प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया। उन्होंने जिले में दो एनेस्थेटिस्ट की नियुक्ति करने को भी कहा।
उन्होंने कहा कि 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले खनन कार्य में निर्णय लेने और कामकाज के संदर्भ में कुछ पारदर्शिता की आवश्यकता है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आइए हम सभी इस बात को अच्छी तरह से समझें कि जब तक कोई दवा या वैक्सीन बाजार में नहीं आता है, तब तक हमारे सामने सुरक्षात्मक उपाय ही एकमात्र विकल्प है। प्रभावी निगरानी प्रणाली और संपर्क ट्रेसिंग कोविड से हर स्तर पर व्यापक जागरूकता फैलाने के अलावा कई लोगों की जान बचा सकती है।”
सभी परियोजनाओं के समय-सीमा को ध्यान में रखने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि उपयोग प्रमाणपत्र परियोजना के भौतिक सत्यापन के बाद ही प्रस्तुत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को समय पर पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए, लेकिन साथ ही काम की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के लिए इस्तेमाल होने वाले धन का उपयोग कहीं और नहीं किया जाना चाहिए, अन्यथा सरकार कठोर कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा, “मनरेगा के तहत काम के अवसर पैदा करें और अधिक से अधिक प्रवासी मजदूरों को इसमें शामिल करें।” मुख्यमंत्री ने हर संभव तरीके से पानी का संरक्षण करने का निर्देश दिया और कहा कि प्राकृतिक जल निकायों, तालाबों और कुओं को पुनर्जीवित करने की तत्काल जरूरत है। उन्होंने कहा कि बारिश खत्म होने के बाद सड़कों की मरम्मत युद्धस्तर पर की जानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को एमएसएमई इकाइयों को स्थापित करने के लिए उद्यमियों को ऋण देने की सुविधा देने का भी निर्देश दिया और जिलों को संगठित रूप से ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (ओडीओपी) के तहत उत्पादों का प्रदर्शन, विकास और मार्केटिंग करने के लिए कहा।               


टाटा मोटर्स का यूपी के विकास में योगदान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने कहा है कि टाटा मोटर्स कंपनी का उत्तर प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इस कंपनी द्वारा प्रदेश में अनेक इकाइयां स्थापित की गई हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार उपलब्ध है। श्री कटारिया यहां सुल्तानपुर रोड पर हाईवे स्थित कबीरपुर में टाटा मोटर्स द्वारा अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त नवनिर्मित गुंजन सर्विस सेन्टर का उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सर्विस स्टेशन उच्च गुणवत्ता का एक बेहतर उदाहरण है। प्रदेश सरकार की औद्योगीकरण नीति से इस उद्यम को प्रोत्साहन मिला है। उन्होंने कहा कि इसमें बीएस-6 वाहनों के लिए प्रदेश की पहली रीजनरेशन-वे की स्थापना की गई है। इस सर्विस स्टेशन की इस क्षेत्र में बड़ी आवश्यकता थी, जिसे टाटा कंपनी ने मूर्तरूप दिया।


परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में औद्योगीकरण को नई गति देने के लिए कटिबद्ध है। इसमें वृहत औद्योगिक इकाईयों का सहयोग अपेक्षित है। राज्य सरकार ने उद्यमियों और निवेशको को हर स्तर पर आवश्यक सहूलियतें और सुविधाएं प्रदान करने की व्यवस्था की है। उन्होंने प्रदेश और देश के विकास में टाटा कंपनी के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि यह कंपनी विकास के कार्यक्रमों को उद्योगों की स्थापना करके अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इस सर्विस सेंटर के माध्यम से लोग भरपूर लाभ उठा सकेंगे।


संचारी रोग नियंत्रण अभियान का तीसरा चरण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ के तृतीय चरण का शुभारम्भ किया। इस मौके पर उन्होंने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान से सम्बन्धित जागरूकता वीडियो का लोकार्पण भी किया। यह अभियान 01 अक्टूबर, 2020 से 31 अक्टूबर, 2020 तक संचालित किया जाएगा। इससे पूर्व, मार्च, 2020 एवं माह जुलाई, 2020 में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के क्रमशः प्रथम व द्वितीय चरण संचालित किये गये थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के समन्वय, डब्ल्यू0एच0ओ0, यूनीसेफ जैसी संस्थाओं के सहयोग एवं जनसहभागिता के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा विगत 03 वर्षाें से संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए अभियान संचालित किया जा रहा है। इन अभियानों से प्रदेश में संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण हुआ है। इस दिशा में राज्य की सफलता देश व दुनिया के लिए एक उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 38 जनपदों में प्रतिवर्ष संचारी रोगों से बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते थे। पूर्वी उत्तर प्रदेश 40-45 वर्षाें से दिमागी बुखार से प्रभावित होता रहा। गोरखपुर सहित आसपास के जनपदों में वर्ष 1977 से वर्ष 2017 तक प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में लोग दिमागी बुखार से प्रभावित होते थे। वर्ष 2017 में वर्तमान प्रदेश सरकार ने दिमागी बुखार के मरीजों के उपचार के साथ-साथ संक्रमण से बचाव की दिशा में प्रयास प्रारम्भ किया। इसके अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाकर ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, कृषि, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, नगर विकास आदि विभागों के अन्तर्विभागीय समन्वय से स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता तथा बीमारी के प्रति जन जागरूकता के कार्यक्रम प्रारम्भ किये गये। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावी सर्विलान्स की व्यवस्था भी प्रारम्भ की गयी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2016 एवं वर्ष 2017 में क्रमशः 4,353 एवं 5,417 लोग दिमागी बुखार से प्रभावित हुए थे एवं 715 तथा 748 दिमागी बुखार से पीड़ित मरीजों की मृत्यु हुई थी। इसकी तुलना में वर्ष 2020 में 823 लोग दिमागी बुखार से प्रभावित हुए। इनमें से मात्र 25 की मृत्यु हुई। दिमागी बुखार से ग्रसित होने वालों की संख्या तथा इस रोग की मृत्यु दर में राज्य सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप काफी गिरावट आयी है। उन्होंने कहा कि दिमागी बुखार के विरुद्ध सफलता अन्तर्विभागीय समन्वय और टीम वर्क से प्राप्त हुई है। इस उपलब्धि को अन्य क्षेत्रों में भी दोहराया जा सकता है।
कार्यक्रम में अपने स्वागत सम्बोधन में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि माह अक्टूबर, 2020 में संचारी रोग नियंत्रण अभियान का तृतीय चरण संचालित किया जा रहा है। इस समय डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, दिमागी बुखार जैसी कई संक्रामक बीमारियां होती हैं। इस संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के तहत टीकाकरण से छूटे बच्चों व माताओं को सूचीबद्ध किया जा रहा है। भविष्य में अभियान चलाकर उनका टीकाकरण कराया जाएगा।             


हदः यूपी में बढ़ रही हैं गैंगरेप की वारदाते

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इन दिनों अपराध का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हाथरस के बाद अब बलरामपुर में 22 साल की छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई,इसे लेकर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने कहा,”योगी आदित्यनाथ को मैं बताना चाहती हूं कि आपने एक महिला के पेट से जन्म लिया है,आपको दूसरों की बहन-बेटी को अपनी बहन-बेटी समझना चाहिए,यदि आप उनकी हिफाज़त नहीं कर सकते तो बेहतर यही है कि आपको खुद ही पीछे हट जाना चाहिए।खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए,उन्होंने कहा,मुझे 99 नहीं 100% भरोसा हो गया है कि वर्तमान में यूपी के CM,सरकार चलाने में सक्षम नहीं है,बेहतर यही है कि आप या तो नेतृत्व परिवर्तन करें और यदि आप नहीं कर पा रहे हैं तो यहां पर राष्ट्रपति शासन लगाएं. कम से कम उत्तर प्रदेश की जनता के ऊपर रहम करें,यही मेरी अपील है।
मायावती ने कहा,’हाथरस की घटना के बाद मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद यूपी सरकार कुछ हरकत में आएगी,यूपी के मनचले लोग जो बहन-बेटियों का उत्पीड़न कर रहे हैं,उन पर अंकुश लगाएगी,पर ऐसा नहीं हुआ।आज सुबह मैंने बलरामपुर की एक घटना न्यूज़ में देखी जिसने मुझे झकझोर कर रख दिया.उन्होंने कहा, ”अगर वह महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा दे देना चाहिए। मैं केंद्र सरकार से आग्रह करती हूं कि उन्हें उनके स्थान पर भेजा जाए- गोरखनाथ मठ,यदि वह मंदिर पसंद नहीं करते,तो उन्हें राम मंदिर निर्माण का कार्य दिया जाना चाहिए। बसपा प्रमुख ने कहा, ”उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का नहीं बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजक तत्वों का राज चल रहा है,यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है,खासकर इस सरकार में यहां की बहन-बेटियां बिलकुल सुरक्षित नहीं है।             


धोनी और उनकी पत्नी में अलग योजना बनाई

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान, महेंद्र सिंह धोनी और उनकी पत्नी साक्षी ने क्रिकेट से परे विभिन्न और अन्य खेलों में रन बनाने की योजना बनाई है। वे एक वेब श्रृंखला के साथ ओटीटी अंतरिक्ष में प्रवेश कर रहे हैं। साक्षी और एमएसडी ने अपने बैनर धोनी एंटरटेनमेंट को 2019 में डॉक्यूमेंट्री 'द रोम ऑफ द लायन' के साथ लॉन्च किया। अब, वह एक वेब श्रृंखला लेकर आ रहा है, जो एक नवोदित लेखक द्वारा लिखित एक अप्रकाशित पुस्तक का रूपांतरण है। साक्षी ने कहा, 'मैंने रचनात्मक कार्रवाई में विचारों और सोच को पेश करने की प्रक्रिया पर अधिक ध्यान दिया है। स्क्रीन पर जीवन के लिए एक अवधारणा को देखने की खुशी मुझे रोमांचित करती है, और हम यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रक्रिया गुणवत्ता-उन्मुख है। जब हम 'द रोअर ऑफ द लायन' विकसित कर रहे थे, तो हमने सोचा कि मनोरंजन उद्योग में प्रवेश करने का यह सही समय है। ' उन्होंने कहा, 'नई परियोजना असाधारण रूप से अच्छी तरह से लिखी गई है और लेखक द्वारा बनाई गई दुनिया रोमांचक है जिसे हम आपकी स्क्रीन पर लाने का इंतजार कर रहे हैं, यह जादुई यथार्थवाद है। यह एक पौराणिक विज्ञान-कथा है जो एक रहस्यमय 'अघोरी' की यात्रा के बारे में बताती है। दिलचस्प बात यह है कि धोनी को कंपनी का अल्फा कहा जाता है और साक्षी को कंपनी का अल्फा कहा जाता है। साक्षी ने कहा, 'माही का सेना के प्रति प्यार जगजाहिर है। हमने पदनाम को एक रैंक देने और इसे एक अलग स्पर्श देने के बारे में सोचा। यह सशस्त्र बलों के लिए हमारे सम्मान और प्रशंसा का विस्तार है।               


सांसद रवि किशन को वाई प्लस सुरक्षा

बीजेपी सांसद और अभिनेता रवि किशन को मिली वाई प्लस सुरक्षा।


नई दिल्ली। बॉलीवुड और भोजपुरी अभिनेता बीजेपी सांसद रवि किशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रवि किशन को वाई प्लस कैटेगिरी की सिक्योरिटी दी गई है। रवि किशन के खिलाफ हो रही बयानबाजी और बॉलीवुड मामलों में उनके बयान के बाद ये सुरक्षा बढ़ाई गई है। अपनी सुरक्षा बढ़ाए जाने के बाद रवि किशन ने ट्वीट किया है। ट्वीट में उन्होंने अपनी सुरक्षा बढ़ाए जाने की जानकारी दी है। साथ ही खुद को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ऋणी बताया है।
रवि किशन ने ट्वीट कर लिखा- आदरणीय श्रद्धेय योगी आदित्यनाथ महाराज जी, पूजनीय महाराज जी, मेरी सुरक्षा को देखते हुए आपने जो वाई+ सुरक्षा मुझे उपलब्ध करवाई है। इसके लिए मैं, मेरा परिवार तथा मेरे लोकसभा क्षेत्र की जनता आपकी ऋणी है और आपका धन्यवाद करती है। मेरी आवाज़ हमेशा सदन मे गूंजती रहेगी।
बीते सितंबर महीने में रवि किशन ने एक बयान में दावा किया कि पड़ोसी मुल्क चीन और पाकिस्तान हिन्दुस्तान की युवा पीढ़ी को बर्बाद करने के लिये नशीले पदार्थों की तस्करी करा रहे हैं। रवि किशन ने कहा था कि नशे के इस जंजाल में बड़ी संख्या में फिल्म इंडस्ट्री के लोग भी शामिल हैं।                


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...