रविवार, 27 सितंबर 2020

रकुलप्रीत ने खटखटाया एचसी का दरवाजा

ड्रग केसः एक्ट्रेस रकुलप्रीत सिंह ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा मीडिया ट्रायल से हुईं परेशान।


नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत मामले में ड्रग्स एंगल की जांच कर रही एनसीबी के सामने रोज नए खुलासे हो रहे हैं। बॉलीवुड ड्रग्स कनेक्शन में बड़े-बड़े सितारों का नाम सामने आ रहा है। इस मामले में एनसीबी की पूछताछ का सामना कर रही एक्ट्रेस रकुलप्रीत सिंह ने दिल्ली हाई कोर्ट का रूख किया है। रकुलप्रीत ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। एक्ट्रेस ने मीडिया ट्रायल से परेशान होकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। और अंतरिम निर्देश जारी करने की मांग की है। नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सवालों का सामना कर चुकीं एक्ट्रेस रकुलप्रीत सिंह ने दिल्‍ली हाईकोर्ट का रुख किया है। एक्ट्रेन ने कोर्ट के सामने याचिका दाखिल कर मांग की है। कि वह अंतरिम निर्देश जारी कर मीडिया ट्रायल पर रोक लगाए। एक्ट्रेस ने याचिका दाखिल कर मांग की है। कि ड्रग्स मामले में मीडिया उनसे जुड़ा कोई कार्यक्रम या प्रोग्राम या लेख, राइट।अप प्रसारित और प्रकाशित नहीं किया जाए। उन्होंने कोर्ट से मांग की है। कि उत्तरदाताओं को यह सुनिश्चित करने के लिए एक अंतरिम निर्देश दिया जा सके कि मीडिया उनके ड्रग केस से जुड़े किसी लेख को प्रकाशित या प्रसारित न कर सके। आपको बता दें कि ड्रग्स मामले में एनसीबी ने रकुलप्रीत सिंह से पूछताछ की। इससे पहले रकुल प्रीत ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय को मीडिया ट्रायल को लेकर निर्देश जारी करने की मांग की। गौरतलब है। कि इस मामले में बॉलीवुड के कई नामचीन लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। एनसीबी के सामने रोज नए खुलासे हो रहे हैं। एनसीबी ने इस मामले में एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, श्रद्धा कपूर जैसे कलाकारों से पूछताछ की है।             


बिना मास्को वालों की अब खैर नहींः एचसी

बिना मास्क मिलने वालो की अब खैर नही, हाईकोर्ट ने दिए सख्त आदेश।


लखनऊ। कोरोना वायरस का संक्रमण थमता न देखकर हाईकोर्ट ने पूरे प्रदेश में लोगों का मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि प्रदेश में कोई भी नागरिक घर से बाहर बिना मास्क के दिखाई नहीं देना चाहिए। घर से बाहर निकलने वाला हर व्यक्ति यह सुनिश्चित करे कि उसका मुंह और नाक ढंका हो। इस आदेश का उल्लंघन करने वाले पर मौजूदा कानून के तहत ही कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
कोर्ट ने आदेश का पालन सुनिश्चित करने के लिए हर जिले के प्रत्येक थाने में एक टास्क फोर्स गठित करने का निर्देश दिया है। जिसमें मौजूदा से ज्यादा संख्या में पुलिसकर्मी रखे जाएं। अदालत ने प्रशासन और पुलिस को इस बात के लिए भी आगाह किया है कि वह मास्क पहनना सुनिश्चित करने की नाकामी जनता पर नहीं थोप सकेंगे।             


चोर-अपहरणकर्ताओं का डीएल होगा रद्द

केंद्र सरकार का बड़ा फैसला- चोरी व अपहरण करने वाले अपराधियों का रद्द होगा ड्राइविंग लाइसेंस।


नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पहली बार चोरी करने अथवा यात्री का अपहरण करने वाले अपराधियों पर नकेल कसने के मकसद से उनका ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) रद करने का फैसला किया है। इसके लिए सरकार सूचना प्रौद्योगिकी का सहारा लेगी। डीएल व वाहन से जुड़े सभी दस्तावेजों को एम-परिवहन पर डाउनलोड कर इलेक्ट्रॉनिक रिकार्ड रखा जाएगा। राज्यों को भी अपना पोर्टल बनाना होगा जोकि एम-परिवहन से संबंद्ध रहेगा। सरकार के इस फैसले से क्षेत्रीय परिहवन कार्यायल (आरटीओ) में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा।
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने शुक्रवार को कई अधिसूचनाएं एक साथ जारी की है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पहली बार वाहन चोरी करने वालों का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने का कानून लागू किया है। वर्तमान व्यवस्था में पुलिस वाहन चोर पड़कने पर संबंधिति धाराओ में एफआईआर दर्ज कर जेल भेज देती थी। उसका डीएल रद्द करने का प्रावधान नहीं था। राज्यों से नया पोर्टल बनाने को कहा है। पुलिस को उक्त पोर्टल पर चोर के बारे में उल्लेख करना होगा। इसके आधार पर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) उसका डीएल रद करेगी।
इसी प्रकार सरकार ने यात्रियों का अपहरण करने वाले ड्राइवरों का डीएल रद्द करने का फैसला किया है। ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े गुरमीत का कहना है कि कैब।टैक्सी में सफर करने वाली अकेली महिलाओं की सुरक्षा मजबूत होगी। वहीं ट्रक बस टैक्सी चलाने वाले अपराधियों की पहचान हो सकेगी। मंत्रायल की एक दूसरी अधिसूचना में राज्य की पुलिस , परिवहन विभाग अथवा अन्य सादी वर्दी में तैनात अधिकारी को सड़क पर रोके गए सभी वाहनों के नंबर व ड्राइवर सहित जानकारी राज्य के पोर्टल में दर्ज कराना अनिवार्य होगा। इसमें जिनके दस्तावेज पूरे हैं। और कोई ई-चालान नहीं किया उसका भी जिक्र करना होगा। साथ ही स्टाप हस्ताक्षर युक्त रिपोर्ट अपलोड करनी होगी। इससे ड्राइवरों का नाहक शोषण रुकेगा। स्टेट रजिस्टर ऑफ ड्राइविंग लाइसेंस बनाना अनिवार्य सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने नए सेक्शन 25 ए में सभी राज्य सरकारों को स्टेट रजिस्टर ऑफ ड्राइविंग लाइसेंस बनाना अनिवार्य किया है। इसमें चालक व वाहन संबंधी पूर्ण विवरण दर्ज होगा। इसके साथ ही स्टेट रजिस्टर को केंद्र सरकार के नेशनल रजिस्टर ऑफ ड्राइविंग लाइसेंस से संबंद्ध करना होगा। नेशनल रजिस्टर में प्रत्येक चालक का यूनिक ड्राइविंग लाइसेंस नंबर जारी किया जाएगा। इस नंबर के बगैर राज्य सरकार किसी व्यक्ति के डीएल के नवीनीकरण अथवा नया डीएल नहीं बना सकेगा। देशभर के सभी ड्राइविंग लाइससों को आधार नंबर से जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है। इससे फर्जी डीएल बनवाना आसान नहीं होगा।               


नशे में दो बेटों की गला घोटकर हत्या की

नशे में धुत व्यक्ति ने गला घोटकर की दो बेटों की हत्या की।


महोबा उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के महोबकंठ क्षेत्र में शराब के आदी एक व्यक्ति ने पत्नी से झगड़े के बाद दो बेटों की गला घोंट कर हत्या कर दी। पुलिस ने इसकी जानकारी दी।
महोबा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अरुण कुमार श्रीवास्तव ने रविवार को बताया कि परापांतर गांव में शनिवार शाम करीब साढ़े सात बजे शराब के नशे में धुत हरनारायण (32) नामक व्यक्ति ने खेत में खेल रहे अपने बेटों आशीष (आठ) और आर्यन (पांच) की गमछे से गला घोटकर हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद भाग रहे हरनारायण को ग्रामीणों ने पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया है।
एसपी ने ग्रामीणों के हवाले से बताया कि हरनारायण की पत्नी रीना खेत में तिल का फसल काट रही थी। तभी शराब के नशे में हरनारायण वहां पहुंचा और जल्दी घर न चलने पर उससे झगड़ा करने लगा। इसके बाद उसने दोनों बच्चों को पहाड़ी में ले जाकर उनका गला घोंट दिया।
उन्होंने बताया कि दोनों बच्चों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिए गए हैं। और हिरासत में लिए गए हरनारायण के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्जकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।               


बोल्ड अवतार में नजर आई स्टार मौनी रॉय

बोल्ड अवतार में नजर आयी बॉलीवुड अदाकारा मौनी रॉय।


मुंबई। कोरोना महामारी में लोग घरों में कैद है। कोरुना वायरस के डर से लोग आपने घर से कम ही निकाल रहे है। वहीं बॉलीवुड अभिनेत्री मौनी रॉय इन दिनों मालदीव की वादियों में वेकेशन का मजा ले रही हैं।
बॉलीवुड अभिनेत्री मौनी रॉय ने आपने नए लुक के साथ फोटो सेयर की है। इंस्टाग्राम वॉल पर इस वेकेशन की कुछ झलकियां अपने फैंस के साथ शेयर की हैं। जिनमें वह कहीं सनबाथ लेती तो कहीं साइकिल की सवारी करती नजर आ रही हैं।
टीवी की दुनिया से बॉलीवुड में कदम रखने वालीं मौनी रॉय आए दिन चर्चा में बनी रहती हैं। ये लोगों के बीच मौनी रॉय की दीवानगी ही है कि उन्हें सोशल मीडिया में करोड़ों लोग फॉलो करते हैं। सिर्फ इंस्टाग्राम की ही बात करें तो सोशल मीडिया के इस प्लेटफॉर्म पर ही मौनी के 1 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। टीवी की ‘नागिन’ के नाम से मशहूर मौनी रॉय भी अपने फैंस के साथ फोटोज और वीडियोज शेयर करती रहती हैं। हाल ही में मौनी ने अपनी कुछ फोटोज शेयर की हैं। जिनमें वह टॉपलेस नजर आ रही हैं। मौनी की ये तस्वीरें खूब वायरल हो रही हैं।               


बिहार में बेरोजगारो की स्थिति चिंताजनक

पटना। बिहार विधानसभा में आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को बिहार नीतीश कुमार की सरकार की जमकर खबर ली। उन्‍होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि बिहार में बेरोजगारी की हालत गंभीर है। रविवार को मीडिया से बातचीत में तेजस्‍वी यादव ने कहा कि देश में बेरोजगारी की समस्‍या गंभीर है। इस मुद्दे को लेकर वे पहले भी यात्रा पर निकले, लेकिन लॉकडाउन के कारण पूरी नहीं हो सकी। बेरोजगारी के मुद्दे पर आरजेडी गंभीर है। तेजस्‍वी ने कहा कि बिहार देश में सबसे युवा प्रदेश है। यहां करीब 60 फीसद युवा आबादी है। साथ ही बेरोजगारी के कारण सबसे ज्‍यादा युवाओ का पलायन भी बिहार से हो रहा है। बिहार में 46.6 फीसद बेरोजगारी है।               


साल के अंत में खेलेंगे 4 टेस्ट मैच श्रंखला

सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर ने संकेत दिया है कि भारतीय टीम साल के अंत में जब चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए उनके देश का दौरा करेगी। तब वे जांचे-परखे खिलाड़ियों के साथ उतरेंगे और शेफील्ड शील्ड में किसी खिलाड़ी के बेहतरीन प्रदर्शन करने पर ही टीम में बदलाव होगा। न्यूजीलैंड में फरवरी-मार्च के बाद यह भारत की पहली श्रृंखला होगी और इसके तीन दिसंबर से शुरू होने का कार्यक्रम है, लेकिन आयोजन स्थलों को लेकर थोड़ा भ्रम है।क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न शहरों में लॉकडाउन को लेकर अलग-अलग नियम हैं।               


'गंगा' में दोबारा मिली अमेरिकन मछली

वाराणसी। वाराणसी में एक बार फिर से गंगा में अमेरिकन मछली के दोबारा मिलने से दहशत व्याप्त है।अमेरिकन कैटफिश दोबारा मिली है। इस बार कैटफिश रामनगर परिक्षेत्र में मिली है। जिसके बाद अब बीएचयू जंतु विज्ञान विभाग इसके शोध में जुट गया है। अमेरिकन मछली कैट फिश आकार भले ही सामान्य लेकिन प्रजाति बेहद आक्रामक है।गंगा के जल में मिलने वाली कैटफिश जो हाइपो स्टोमस और प्लेकोस्टोमस प्रजाति की हैस मांसाहारी मछली होती है।बीएचयू जंतु विज्ञान विभाग के प्रोफेसर बेचन लाल की मानें तो गंगा में लगातार इन मछलियों का मिलना अच्छे संकेत नहीं हैं। अगर इन मछलियों की ब्रीडिंग हो गई होगी तो आने वाले दिनों में गंगा का जलीय वातावरण प्रभावित हो सकता है।इनकी मानें तो कैटफिश की ब्रीडिंग आम तौर पर मार्च-अप्रैल में होती है लेकिन गंगा में लगातार इसका मिलना अच्छे संकेत नहीं है। फिलहाल इस पर शोध जारी है और अभी प्रथम दृष्टया ये ऐक्वेरियम से डाली गई मछली बताई जा रही है।         


बटलर से बढ़ जाएगी पंजाब की मुश्किलें

नई दिल्ली। आईपीएल 13-13 के तहत रविवार को किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स के बीच भिड़ंत है। इस मुकाबले में इंग्लैंड और राजस्थान रॉयल्स के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर आईपीएल 2020 में अपना पहला मैच खेलते हुए नजर आ सकते हैं। दरअसल बटलर का क्वारंटाइन पीरियड खत्म हो गया और वह राजस्थान के दल के साथ जुड़े गए हैं। ऐसे में रविवार को होने वाले इस मैच में पंजाब की टीम की मुसीबतें बढ़ सकती हैं।


आईपीएल 13 में खेलने के लिए उत्साहित हैं जोस बटलर


गौरतलब है कि जोस बटलर इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के उन 21 खिलाड़ियों में शामिल थे, जिनको प्राइवेट जेट के तहत यूएई (UAE) लाया गया था। हालांकि उनमें कुछ खिलाड़ी इस सीजन का पहला मैच खेल चुके हैं, लेकिन बटलर का क्वारंटाइन समय उन प्लेयर्स से ज्यादा रहा इसलिए बटलर इस टूर्नामेंट के तहत अब तक मैदान पर दिखाई नहीं दिए थे। ऐसे में अब जब उनका क्वारंटाइन पीरियड खत्म हो गया तो वह पंजाब (KXIP) के खिलाफ होने वाले मैच को खेलने के लिए काफी उत्साहित हैं।               


वैश्विक स्तर पर पौधारोपण की कवायद

रायपुर/सूरजपुर। वृक्षों के महत्व को आज पूरी दुनिया समझने लगी हैं। यही कारण हैं जो वैष्विक स्तर पर पौधारोपण के लिए विभिन्न कवायदे की जा रही हैं। इसी क्रम में सूरजपुर के कलेक्टर रणबीर शर्मा ने पौधारोपण को प्रोत्साहित करने के लिए अनूठी पहल की है। इसमें उनके द्वारा गन लाइसेंस लेने वाले व्यक्तियों के समक्ष पहले 10 पौधों के रोपण की शर्त रखी गई है। गन का लाइसेंस लेने के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को पहले 10 फलदार पौधों का रोपण कर जिला प्रशासन द्वारा जारी फेसबुक पेज 'ट्रीस फॉर गन' में फोटो अपलोड करना होगा। इसके पश्चात ही जिला प्रशासन आवेदक के आवेदन पर विचार करेगी। ऐसी अनूठी पहल शायद ही पहले कभी सूनी गई होगी, जिसकी शुरूआत अब सूरजपुर जिले से की गई है। बता दें कि कलेक्टर रणबीर शर्मा पर्यावरण में बड़ी ही रूचि रखते हैं इसके साथ ही साफ-सफाई और पौधारोपण के प्रति भी अत्यंत संवेदनशील है। अपनी नवीन पदस्थापना के बाद से ही कलेक्टर ने जगह-जगह साफ-सफाई की व्यवस्था को सुधारा है और विभिन्न प्रयासों के तहत् फलदार व छावदार पौधों का रोपण कराया है। कलेक्टर शर्मा ने ट्रीस फॉर गन के संकल्पना के विषय में बात करते हुए बताया है कि गन लाइसेंस के लिए 10 फलदार पौधों का रोपण कर उक्त फेसबुक पेज पर अपलोड करना अनिवार्य कर दिया गया है और यह एक शुरूआत है। इसी प्रकार के कई कार्यों में पौधों के रोपण के साथ जिले की सुंदरता व विकास की राह सुनिश्चित की जाएगी। आमजन भी फेसबुक पेज ट्रीस फॉर गन पर विजीट करके अवलोकन कर सकते हैं।               


1 अक्टूबर से खुल जाएंगे सिनेमा-थियेटर

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में सभी सिनेमा हॉल, नृत्य-गायन और मैजिक शो एक अक्टूबर से शुरू करने की इजाजत दे दी है। लेकिन इसमें 50 से ज्यादा प्रतिभागी शाामिल नहीं हो सकते। ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘सामान्य स्थिति में लौटने के लिए जात्रा, नाटक, मैजिक शो, सिनेमा हॉल, संगीत नृत्य-गायन एक अक्टूबर से 50 प्रतिभागियों के साथ शुरू करने की इजाजत दी जाती है।’ मुख्यमंत्री ने कहा ये इजाजत सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने और कोविड-19 से बचने के लिए दूसरी शर्तों के साथ दी जाएगी। बता दें कि राज्य में सभी सिनेमा हॉल, थिएटर कोविड-19 के चलते मार्च में लगाए गए लॉकडाउन के कारण बंद कर दिए गए थे।


जीरे की खेती की विधि और लाभ

जीरा एक बीजीय फसल है, जो मसालों में प्रमुख स्थान रखता है। भारतवर्ष में सर्वाधिक जीरा उत्पादन गुजरात व राजस्थान में होता है। इन दो राज्यों में देश का 80 प्रतिशत जीरा उगाया जाता है।
राजस्थान में देश के लगभग 28 प्रतिशत जीरे का उत्पादन किया जाता। तकनीकों के प्रयोग द्वारा जीरे की वर्तमान उपज को 25-50 प्रतिशत तक वृद्धि किया जा सकता है।
आर. जेड.-19 120-125 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है इसकी औसत 9-11 कुंतल प्रति हेक्टेयर है।
आर. जेड. -209 पकने की अवधि 120-125 दिन, उपज 7-8 कुंतल प्रति हेक्टेयर।
जी. सी.-4 पकने की अवधि 105- 110 दिन, औसत उपज 7-9 कुंतल प्रति हेक्टेयर।
आर जेड- 223 पकने की अवधि 110- 115 दिन, औसत उपज 6-8 कुंतल प्रति हेक्टेयर।
भूमि:- जीरे की फसल के लिए बलुई दोमट तथा दोमट मिट्टी अच्छी होती है, खेत में जल का जमाव नहीं होनी चाहिये।
खेत की तैयारी:- पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करने के बाद एक क्रॉस जुताई हैरो से करें। इसके बाद पाटा लगा कर मिट्टी को समतल कर देना चाहिये।
इसके पश्चात एक जुताई कल्टीवेटर से करके पाटा लगा दें ताकि मिट्टी भुरभुरी बन जाए।
जीरा की अधिक पैदावार के लिए ऐसे खेत का चयन करना चाहिए जिसमें पिछले दो वर्षो से जीरे की खेती न की गई हो। 
बीज एवं बुआई:- बुआई के समय साधारणतया तापमान 24 से 28° सेंटीग्रेड उचित होता है तथा बढ़वार के लिए 20 से 25° सेंटीग्रेड तापमान उपयुक्त रहता है।
अतः जीरे की बुआई नवंबर के महीनें में कर देनी चाहिये, सामान्यतः जीरे की बुआई छिड़काव विधि द्वारा की जाती है।
लेकिन कल्टीवेटर से 30 से. मी. के निश्चित अन्तराल पर पंक्तियां बनाकर बुआई करना अच्छा उत्पादन देता है।
बीज की मात्रा:- एक हेक्टयर भूमि के लिए 12 कि. ग्रा. बीज पर्याप्त है, जीरे का बीज 1.5 से.मी. से अधिक गहराई पर नहीं बोना चाहिये।
जीरा की सिंचाई, खाद एवं उर्वरक।
खाद एवं उर्वरक:- खाद उर्वरकों कि मात्रा भूमि जाँच करने के बाद उसी के अनुरूप देनी चाहिये। सामान्य परिस्थितियों में अंतिम जुताई के समय खेत में 5 टन गोबर या कम्पोस्ट खाद मिला दें।
बुआई के समय 65 किलो डीएपी व 9 किलो यूरिया प्रति हेक्टेयर मिलाकर खेत में दे, पहली सिंचाई के बाद फिरसे 33 किलो यूरिया प्रति हेक्टयर की दर से छिड़काव करें।
सिंचाई:- बुआई के पश्चात सीघ्र एक हल्की सिंचाई कर देनी चाहिये, दूसरी सिंचाई 6-7 दिन पश्चात करें। दूसरी सिंचाई फसल के अंकुरण के लिए उपयुक्त है।
इससे अंकुरण पर पपड़ी का कम असर पड़ता है, इसके बाद आवश्यकता हो तो 6-7 दिन पश्चात, अन्यथा 20 दिन के अन्तराल पर दाना बनने तक तीन सिंचाई पर्याप्त है।
दाना पकने के समय जीरे में सिंचाई बिलकुल करें, सिंचाई के लिए फव्वारा विधि का प्रयोग सर्वोत्तम है।
खरपतवार नियंत्रण:- जीरे की फसल में खरपतवारों का प्रकोप ज्यादा होता है जिससे फसल को नुकसान होता है।
अतः बुआई के समय दो दिनों तक पेन्डीमैथालिन(स्टोम्प ) नामक खरपतवार नाशी 3.3 लीटर 500 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टेयर छिड़काव करें।
इसके बाद फसल 25-30 दिन की हो जाये तो गुड़ाई कर दे, आप रासायनिक विधि का उपयोग भी कर सकतें हैं लेकिन गुड़ाई सर्वोत्तम मानी जाती है।
फसल चक्र:- एक खेत में जीरा की फसल लगातार तीन वर्षो तक नहीं लेनी चाहिये, ऐसा करने से उखटा रोग का प्रकोप बढ़ जाता है।
जीरा की अधिक पैदावार के लिए ऐसे खेत का चयन करना चाहिए जिसमें पिछले दो वर्षो से जीरे की खेती न की गई हो।
जीरा की खेती
अतः उचित फसल चक्र अपनाये, बाजरा-जीरा-मूंग, गेहूं-बाजरा- जीरा का तीन वर्षीय फसल चक्र में परिणाम उत्तम है।
चैंपा या एफिड – इस किट का सर्वाधिक प्रकोप फूल आने की अवस्था पर होता है, यह पौधों के कोमल भागों का रस चूसकर नुकसान पहुचांता है।
बचाव हेतु एमिडाक्लोप्रिड की 0.5 लीटर या मैलाथियान 50 ई.सी. की एक लीटर या एसीफेट की 750 ग्राम प्रति 500 लीटर पानी में घोल बना लें तथा प्रति हेक्टेयर छिड़काव कर दे।
दीमक – यह मृदा जनित किट है जो पौधों की जड़ें काटकर फसल को बहुत नुकसान पहुँचाती है। रोकथाम हेतु अन्तिम जुताई के समय क्योनालफॉस की 20 -25 कि.ग्रा. मात्रा प्रति हेक्टयर कि दर से भुरकाव कर दे।
यदि खड़ी फसल हो तो क्लोरोपाइरीफॉस कि 2 लीटर मात्रा प्रति हेक्टयर कि दर से सिंचाई के साथ दे तथा बीज को उपचारित करके बुआई करें।
रोग, बीज उत्पादन, उपज तथा आर्थिक लाभ।
रोग तथा नियंत्रण
उखटा रोग – इस रोग के कारण पौधे मुरझा जाते हैं। वैसे तो यह आरम्भिक अवस्था में अधिक होता है परंतु किसी भी अवस्था में यह फसल को नुकसान पहुंचा सकता है। नियंत्रण हेतु बीज को ट्राइकोडर्मा की 4 ग्राम प्रति किलो या बाविस्टीन की 2 ग्राम प्रति किलो उपचरित करके बोना चाहिये।
बीज प्रमाणित जगहों से लें, रोग के लक्षण दिखाई देने पर 2.50 कि.ग्रा. ट्राइकोडर्मा कि 100 किलो कम्पोस्ट के साथ मिलाकर छिड़काव करें, दवा छिड़काव के बाद हल्की सिंचाई कर दें।
झुलसा रोग – यह रोग फूल आने के पश्चात बादल होने पर लगता है। इसके कारण पौधों का ऊपरी भाग झुक जाता है और पतियों व तनों पर भूरे-भूरे धब्बे बन जाते है। नियंत्रण हेतु मैन्कोजेब की 2 ग्राम प्रति लीटर घोल बनाकर छिड़काव कर दें।
छाछया रोग – इस रोग में पौधे पर सफ़ेद रंग का पाउडर दिखाई देता है जो धीरे-धीरे बढ़ जाता है तथा बीज नहीं बनते।
नियंत्रण हेतु गन्धक का चूर्ण 25 किलो ग्राम प्रति हेक्टयर की दर से भुरकाव कर दें।
बीज उत्पादन:- जीरा की अधिक पैदावार के लिए ऐसे खेत का चयन करना चाहिए जिसमें पिछले दो वर्षो से जीरे की खेती न की गई हो। जल निकास का प्रबंध उत्तम हो, बीज उत्पादन के लिए चुने खेत के चारो तरफ 10 से 20 मीटर की दुरी तक किसी खेत में जीरे की फसल नहीं हो ये ध्यान रखें।
बीज उत्पादन के लिए सभी आवश्यक कृषि क्रियाओ का उचित नियंत्रण आवश्यक है। किनारे से 10 मीटर फसल चारों तरफ छोड़ते हुए लाटा काट कर अलग सुखा दें तथा दाने को अलग कर उसे अच्छी प्रकार सुखा दें ताकी दाने में 8 -9 प्रतिशत से अधिक नमी न रहे।
बीजों को रसायनों से उपचारित कर बोरे अथवा लोहे की टंकी में भरकर सुरक्षित स्थान पर भंडारित करें।
कटाई एवं गहाई:- सामान्य रूप से जब बीज एवं पौधा भूरे रंग का हो जाये तो तुरन्त कटाई कर लेनी चाहिय। अच्छी प्रकार से सुखाकर थ्रेसर से मँड़ाई कर दाना अलग कर ले, इसके बाद दाने को अच्छे प्रकार से सुखाकर साफ बोरों में भंडारित कर लें।
उपज तथा आर्थिक लाभ:- उन्नत विधि के उपयोग करने पर जीरे की औसत उपज 7 से 8 कुन्तल बीज प्रति हेक्टयर हो जाती है।
लागत लगभग 30 से 35 हज़ार रुपये प्रति हेक्टयर का खर्च आता है तथा जीरा दाने का 100 रुपये प्रति किलो भाव रहने पर 40 से 45 हज़ार रुपये प्रति हेक्टयर का शुद्ध लाभ प्राप्त किया जा सकता है।                 


स्वाद के साथ सेहत का खजानाः मिर्च

हरी मिर्च का इस्तेमाल तो आप सब करते ही होंगे। लेकिन कई लोग इसके तीखेपन की वजह से खाने के लिए डरते है भोजन में तीखापन लाने वाली हरी मिर्च, स्वाद के साथ ही सेहत के लिए भी गुणों का खजाना है। अगर खाने में मिर्च ना हो तो आप चाहे कितने ही मसाले क्यों ना डाल दें पर खाना मजेदार नही लगेगा। वेसे तो मिर्च कई रंगो में आती है जैसे लाल, पीली, हरी आदि। लेकिन आपको यह बात नहीं पता होगी की हरी मिर्च खाने से काफी सारे फायदे भी होते हैं।
-हरी मिर्च में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होता है। विटामिन सी दूसरे विटामिन्स को शरीर में भली प्रकार अवशोषित होने में मदद करता है।
-यदि आप लोग हरी मिर्च खाते हैं। तो आप लंग कैंसर की बीमारी से बच सकते हैं।
-बताया जाता है कि हरी मिर्च दिमाग के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होती है7 हरी मिर्च दिमाग को भी फ्रेश रखती है7 और हरी मिर्च आपके ब्लड शुगर को भी संतुलित रखती है।
-मधुमेह के मरीजों के लिए हरी मिर्च लाभकारी साबित हो सकती है। हरी मिर्च एक कारगर एंटी डायबिटिक के रूप में काम करती है। इसके पीछे कारण हरी मिर्च में कैप्साइसिन नामक खास तत्व का होना है, जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करने का काम करता है।
-आप लोगों को यह भी बता दें कि हरी मिर्च में फाइबर विटामिन पाया जाता है। जो पाचन क्रिया को काफी मजबूत रखता है। अगर इस तरह देखा जाए तो हरी मिर्च शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है।
-हरी मिर्च का सेवन हमारी आँखो के लिए भी फायदेमंद है। इसमें मौजूद विटामिन सी और बीटा-कैरोटीन आँखो के लिए अच्छे होते हैं। हमेशा हरी मिर्ची को अंधेरी जगह पर रखें क्योंकि रोशनी और धूप के संपर्क में आने से इसके अंदर का विटामिन सी ख़त्म हो जाता है।               


त्वचा-सेहत के लिए लाभदायक ग्वारपाठा

ग्वारपाठा, घृतकुमारी या एलोवेरा आपकी त्वचा की सुंदरता के लिए जितना उपयोगी है, उतना ही लाभकारी आपकी सेहत के लिए भी है। हम सभी चाहते हैं कि हमारा शरीर हमेशा निरोग रहे। तो प्राकृतिक आयुर्वेदिक औषधियों में एलोवेरा एक ऐसी ही औषधि है, जिसका सेवन नियमित रूप से करने पर किसी भी तरह की बीमारियां शरीर पर हावी नहीं हो पाती हैं। आइए, जानते हैं ग्वारपाठा खाने का सही तरीका और इसके फायदे…
क्यों खाना चाहिए एलोवेरा?
एलोवेरा को एक सर्वगुण संपन्न पौधा भी कहा जाता है। क्योंकि आपकी सेहत से जुड़ी कोई समस्या हो या सौंदर्य से जुड़ी समस्या, हर पीड़ा को हरने के गुण इस पौधे में मौजूद होते हैं। शायद यही वजह है कि मिश्र की प्राचीन सभ्यता में घृतकुमारी को अमरता प्रदान करनेवाला पौधा कहा जाता था।
एलोवेरा में ऐंटिबैक्टीरियल, ऐंटिफंगल और ऐंटिमाइक्रोबियल तत्व पाए जाते हैं। यही कारण है कि कोई बीमारी आपकी त्वचा से जुड़ी हो या शरीर के अंदरूनी हिस्सों से, एलोवेरा खाने का फायदा शरीर के हर अंग को मिलता है।
इन समस्याओं से बचाता है


अपने दैनिक जीवन में आप खान-पान और लाइफस्टाइल से संबंधित कई भूल कर जाते हैं। जिस कारण कभी दांत दर्द, पेट दर्द, कब्ज, अपच, उल्टी, लूजमोशन, सिर दर्द जैसी समस्या हो जाती है। लेकिन अगर आप हर दिन एलोवेरा जूस या इसके गूदे का सेवन करेंगे तो आपको इन समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
कभी नहीं होती ये बीमारियां
नियमित रूप से सीमित मात्रा में एलोवेरा का सेवन करने से रोगी को कभी भी डायबिटीज, हाई कॉलेस्ट्रोल, हाइपरटेंशन जैसी गंभीर बीमारियों का सामना नहीं करना पड़ता है। क्योंकि एलोवेरा का सही प्रकार से सेवन करने पर आपके शरीर में कोई विकार पनप ही नहीं पाता है। इस कारण आप हर तरह की बीमारियों से बचे रहते हैं।
इन बीमारियों में देता तुरंत लाभ
पेट में तेज जलन हो रही हो या सीने पर जलन की समस्या तब आप एलोवेरा की एक पत्ती को छीलकर उसके गूदे में धोड़ा-सा शहद मिलाएं और इस मिश्रण का सेवन धीरे-धीरे चाटकर करें। आपको सीने और पेट की जलन से छुटकारा मिलेगा।
ग्वारपाठा छीलकर उसके गूदे में थोड़ी-सी चीनी मिलाकर रोगी को पिला दें। कैसा भी पेट दर्द हो उसे कुछ ही मिनटों में आराम मिल जाएगा।
यदि रसोई का कोई काम करते हुए या किसी अन्य काम के दौरान आपकी त्वचा जल जाती है तो आप तुरंत इस जली हुई जगह पर एलोवेरा का गूदा लगा लें। इससे आपकी त्वचा की जलन तुरंत शांत होगी। साथ ही फफोले कम पड़ेंगे और त्वचा पर जले हुए का निशान गहरा नहीं बन पाएगा।
सेवन से जुड़ी जरूरी बातें
एलोवेरा का सेवन करने के बारे में यह बात अच्छी तरह जान लें कि आपको इसके सेवन से कोई हानि नहीं होगी अगर आप हर दिन सीमित मात्रा में इसका सेवन करेंगे।
अति तो हर चीज की वर्जित होती है, इस कारण आपको अपनी उम्र और सेहत के अनुसार ही एलोवेरा की सही मात्रा का निर्धारण करना होगा। इस बारे में आयुर्वेदिक चिकित्सक आपको सही सलाह दे सकते हैं।
यदि आप युवा हैं और स्वस्थ हैं। यानी आपको किसी भी तरह का गंभीर रोग नहीं है तो आप हर दिन एलोवेरा की पत्ती का दो इंच भाग खा सकते हैं। जूस पीना चाहें तो आप हर दिन चाय के कप से आधा कप जूस पी सकते हैं।
गर्भवती महिलाओं को किसी भी जूस या फल का नियमित सेवन करने से पहले अपनी डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए। क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला के शरीर में हॉर्मोन्स की स्थिति अलग हो सकती है, जिससे उसकी हेल्थ संबंधी जरूरतें भी अलग-अलग हो सकती हैं। इस स्थिति में आपकी डॉक्टर की सलाह के बाद ही आप एलोवेरा का सेवन करें।             


पूर्व रक्षा-वित्त मंत्री जसवंत सिंह का निधन

नई दिल्ली। पूर्व रक्षा मंत्री जसवंत सिंह का रविवार सुबह निधन हो गया। वह 82 साल के थे और पिछले छह साल से कोमा में थे। भाजपा के संस्थापकों में से एक मंत्री सिंह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्‍व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के दौरान विभिन्न मंत्रालयों के कैबिनेट मंत्री रहे। उन्होंने 1996 से 2004 के दौरान रक्षा, विदेश और वित्‍त जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का जिम्‍मा संभाला। वर्ष 2014 में भाजपा ने सिंह को राजस्थान के बाड़मेर से लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया था। इसके बाद नाराज सिंह ने पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा मगर हार गए। उसी वर्ष उन्‍हें सिर में गंभीर चोटें आई, तब से वह कोमा में थे। सिंह ने पहले सेना में रहकर देश सेवा की और बाद में राजनीति का दामन थाम लिया था। सिंह 1980 से 2014 तक सांसद रहे और इस दौरान उन्होंने संसद के दोनों सदनों का प्रतिनिधित्व किया।               


कार-लारी की भिडंत, 7 लोगों की मौत

कलबुर्गी। कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में भीषण सड़क हादसा हुआ है। कार-लॉरी की भिड़ंत से हुई इस दुर्घटना में तीन महिलाओं सहित सात लोगों की मौत हुई है।जानकारी के अनुसार घटना तब हुई जब एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था। मृृतकों की पहचान इरफाना बेगम (25), रुचिया बेगम (50), अबेधाबी बेगम (50), मुनीर (28), मुहम्मद अली (38), शौकत अली (29) और जयचुनबी (60) के रूप में हुई है। सभी अलंदा तालुक के निवासी था।           


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)











 सितंबर 28, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-45 (साल-02)
2. सोमवार, सितंबर 28, 2020
3. शक-1944, अश्विन, शुक्ल-पक्ष, तिथि- द्वादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 60:04, सूर्यास्त 06:25।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।


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शनिवार, 26 सितंबर 2020

कोरोना फहलानें में मच्छरों का योगदान

नई दिल्‍ली। देश में कोरोना महामारी थमने का नाम नहीं ले रही है, ऐसे में एक अन्‍य बीमारी ने उसका साथ पकड़ लिया है, जिसने डॉक्‍टरों के माथे पर भी बल जा दिया है। जानकारी के अनुसार, कोरोना के अलावा देश में मौसमी बीमारियों ने चिंता बढ़ा दी है। बदलते मौसम के साथ, इन्फ्लूएंजा और टाइफाइड से होने वाले मच्छरों के कारण डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है। इन दिनों डेंगू बढ़ रहा है। कोरोना और डेंगू का बढ़ता प्रकोप भी खतरनाक होता जा रहा है। दोनों रोगों के हमलों से जूझ रहे रोगियों के उपचार के लिए कोई मानक प्रोटोकॉल भी नहीं है। डॉक्टर भी इस समय मुश्किल में हैं।


कोरोना और डेंगू का दोहरा प्रसारण


वर्तमान में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कोरोना के इलाज के लिए दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।             


नगर पालिका के ठेकेदार पर लगाया आरोप

भानु प्रताप उपाध्याय 


ठेकेदार पर कुछ मौहलले वासीयो ने लगाया था घटिया सामग्री लगाने का आरोप 


शामली। शहर के मोहल्ला पंसारीयान में डूडा विभाग द्वारा बनाए जा रही सीसी सड़क, वही कुछ मौहलले के व्यक्तियो ने ठेकेदार द्वारा पुरानी इंटो का प्रयोग कर नालियो का निर्माण कराये जाने का आरोप लगाया था। वही कुछ व्यक्तियों द्वारा आला अधिकारी से इस संबंध में जांच कराए जाने की मांग की थी। वही शहर कोतवाली के मौहल्ला पंसारीयान स्थित नई बस्ती में डूडा विभाग द्वारा सीसी सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। वही मौहलले वासीयो की शिकायत पर सीसी सड़क पर परियोजना अधिकारी, अवर अभियंता डूडा की टीम मौके पर पहुची। जिस पर सीसी सड़क स्टीमेंट के अनुसार मानको के अनुरुप पाई। वही इस संबंध में जेई गौरव ने बताया जाचं पर सीसी सड़क निर्माण कार्य मानकपुर पाया गया है। वही लोगो के प्लोटो की नीव में पुरानी लगी है जिसका विभाग से कोई पैसा नहीं मिलेगा। वही नाली निर्माण में नई ईंटो का प्रयोग पाया गया है।               


विश्व में मामलों की संख्या 3.24 करोड़ हुई

दुनियाभर में कोरोना मामलों की संख्या हुई 3.24 करोड़ के पार।


वाशिंगटन डीसी। दुनियाभर में कोरोना वायरस मामलों की संख्या 3.24 करोड़ के पार पहुंच गई हैं जबकि 987,000 से अधिक लोग इस बीमारी से जान गंवा चुके हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने यह जानकारी दी।
यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम्स साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया कि शनिवार सुबह तक कोरोना के कुल मामलों की संख्या 32,471,119 रही जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 987,593 हो गई। सीएसएसई के अनुसार, 7,032,524 मामलों और 203,657 मौतों के साथ अमेरिका दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में शीर्ष पर है। वहीं, 5,818,570 मामलों के साथ भारत दूसरे स्थान पर है, जबकि देश में 92,290 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है।
सीएसएसई के आंकड़ों ने दर्शाया कि अधिकतम कोरोना मामले वाले अन्य शीर्ष 15 देशों में ब्राजील (4,689,613), रूस (1,131,088), कोलंबिया (798,317), पेरू (794,584), मेक्सिको (720,858), स्पेन (716,481), अर्जेटीना (691,235), दक्षिण अफ्रीका (668,529), फ्रांस (552,421), चिली (453,868), ईरान (439,882), ब्रिटेन (425,766), बांग्लादेश (356,767), इराक (341,699) और सऊदी अरब (332,329) हैं।
वर्तमान में कोरोना से मौतों के मामले में ब्राजील दूसरे स्थान पर है। देश में 140,537 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। 10,000 से ज्यादा मौतों वाले अन्य देश मेक्सिको (75,844), ब्रिटेन (42,025), इटली (35,801), पेरू (32,037), फ्रांस (31,675), स्पेन (31,232), ईरान (25,222), कोलंबिया (25,103), रूस (19,973), दक्षिण अफ्रीका (16,312), अर्जेटीना (15,208), चिली (12,527), इक्वाडोर (11,236) और इंडोनेशिया (10,218) हैं।             


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...