बुधवार, 23 सितंबर 2020

धोनी को क्यों बताया हार का जिम्मेदार

नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग में बीती रात खेले गए चौथे मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपरकिंग्स पर शाही जीत दर्ज की। पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान के लड़ाकों ने स्कोरबोर्ड पर 216 रन टांग दिए, जवाब में चेन्नई 200 रन ही बना पाई।


अब मैच के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जमकर आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर फैंस के निशाने पर आने के बाद भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए माही के फैसले की आलोचना की है।


चीन के बयान देने पर भारत में जगी उम्मीदें

बीजिंग/ नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख के सीमांत इलाक़ों में बीते 5 मई से चल रही सैन्य तनातनी दूर करने के लिये सोमवार को दोनों पक्षों के सैन्य और राजनयिक प्रतिनिधियों की हुई छठी बैठक के बाद जारी साझा बयान उम्मीदें पैदा करता है। पहले भी चीन ने साझा बयान में इस तरह के वादे किये हैं। इसलिये ताज़ा साझा बयान में चीन द्वारा तनाव घटाने के उपायों पर दिखाई गई सहमति ज़मीन पर लागू होगी या नही, इस पर पूरे विश्वास के साथ कुछ नहीं कहा जा सकता। 
चीन की कथनी और करनी में अब तक हम भारी फर्क देखते आए हैं। इस बार के साझा बयान को इस नज़रिये से भी देखा जा सकता है कि पूर्वी लद्दाख के कई इलाक़ों में जिन चोटियों पर भारतीय सेना ने कब्जा कर लिया, उससे चीन की रणनीतिक स्थिति कमज़ोर हो गई। इसलिये यह सहमति बनी है कि अग्रिम मोर्चो पर अब और अधिक सैन्य तैनाती नहीं की जाएगी। 
साझा बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष एकपक्षीय तौर पर ज़मीन पर स्थिति नहीं बदलेंगे। पिछली 5 मई के बाद से चीन द्वारा जिस तरह एकपक्षीय तौर पर ज़मीनी स्थिति बदली गई है, उसे ख़त्म करने के लिये चीन कदम उठाएगा या नहीं, इस बारे में साझा बयान में कोई संकेत नहीं दिया गया है।             


तनाका बनी दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला

दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला। जापान की केन तनाका का नाम गुइनगुइन्निस वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज


नई दिल्ली/टोक्यो। जापान की केन तनाका को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स  ने दुनिया के सबसे पुराने जीवित शख्स के रूप में मान्यता दी है। इस बीच केन तनाका ने एक और रिकॉर्ड तोड़ते हुए जापान की सबसे उम्रदराज शख्सियत होने की उपलब्धि भी हासिल कर ली है। केन तनाका से पहले ये रिकॉर्ड एक अन्य जापानी महिला के ही नाम था। जिनका नाम था। नबी ताजिमा। नबी की मौत अप्रैल 2018 में 117 वर्ष 260 दिन की उम्र में हुई। वहीं केन तनाका शनिवार को 117 साल और 261 दिन की हो गई हैं।
पति और बड़े बेटे की मौत द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई थी।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक उनका जन्म 2 जनवरी 1903 को हुआ था। पिछले साल 9 मार्च को 116 साल 66 दिन पूरे करने के बाद उनका नाम सबसे उम्रदराज महिला के तौर पर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज किया गया था। और प्रमाणपत्र सौंपा था। वे आठ भाई-बहनों में सातवें नंबर की हैं। 19 साल की उम्र में तनाका की शादी हिदेओ तनाका से हुई थी। उनके चार बच्चे हैं। बाद में उन्होंने एक बच्चे को गोद भी लिया। तनाका के 8 पोते-पोतियां हैं।60 साल की उम्र में इस आदमी ने मांगी Job, हर किसी ने ठुकराया तो ऐसे दिखाई Fitness
तनाका के पति और सबसे बड़े बेटे की मौत द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई थी। उसके बाद से वे एक दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करती थीं। तनाका जापान के फुकुओका शहर में रहती हैं। वहीं नई उपलब्धि हासिल करने के बाद उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण पारिवारिक यात्राओं पर प्रतिबंध के बावजूद हर दिन अपने जीवन का आनंद ले रही थीं। एक परिवार के रूप में हम नए रिकॉर्ड से खुश और गर्व महसूस कर रहे हैं।             


भारत में चीन ने 40 बार फाइटर जेट भेजेंं

ताइपे । ताइवान और चीन के बीच तनाव गहराता जा रहा है जिससे दोनों के बीच जंग के भड़कने की आशंका तेज हो गई है। चीन ने शुक्रवार और शनिवार को करीब 40 बार ताइवान की सीमा के पास अपने लड़ाकू विमान भेजे। इसके जवाब में ताइवान ने भी चीन के हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी है। ताइवान की राष्‍ट्रपति ने सेना की तैयारियों का जायजा लिया है और ताइवानी एयर फोर्स ने ड्रैगन पर हमले का जोरदार अभ्‍यास किया है। 


ताइवान की राष्‍ट्रपति त्‍साई इंग वेन ने ट्वीट करके कहा, 'ताइवान की वायुसेना किसी को धमकी नहीं देती है और न ही सैन्‍य उकसावे की कार्रवाई करती है। हमारे जवानों के अंदर यह इच्‍छाशक्ति और क्षमता है कि वे ताइवान की रक्षा कर सकें और चीनी विमानों के हमारे हवाई क्षेत्र में घुसपैठ से भयभीत नहीं है। हम इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'                 


तुर्की के राष्ट्रपति ने फिर कश्मीर की बात की

तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन ने फिर की कश्मीर की बात, भारत ने जताई आपत्ति, पाकिस्तान ने की सराहना।


अंकारा। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने एक बार फिर से कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाया है।भारत ने इसपर आपत्ति की है, वहीं पाकिस्तान ने इसकी सराहना की है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने ट्विटर पर लिखा है- "हम संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीरी लोगों के अधिकारों के समर्थन में एक बार फिर अपनी आवाज़ उठाने के लिए राष्ट्रपति अर्दोआन की सराहना करते हैं।कश्मीरी लोगों के जायज़ संघर्ष को तुर्की के समर्थन से हौसला मिलता है।
एक दिन पहले ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ पर अपने भाषण में कश्मीर का मुद्दा उठाया था।
संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को संबोधित करते हुए अर्दोआन ने कहा, ''कश्मीर संघर्ष दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिहाज से काफ़ी अहम है।यह अब भी एक ज्वलंत मुद्दा है।जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म किए जाने के बाद से स्थिति और जटिल हो गई है।
अर्दोआन के इस रुख़ पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने कहा है, ''भारत के केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पर हमने राष्ट्रपति अर्दोआन की टिप्पणी देखी है।यह भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप है, और यह भारत के लिए पूरी तरह से अस्वीकार्य है।तुर्की को दूसरे देश की संप्रभुता का सम्मान करना सीखना चाहिए।             


सांसद ने लोकसभा में उठाया महत्वपूर्ण मुद्दा

उत्तराखंड। सांसद अजय भट्ट ने लोकसभा सदन में उठाया राज्य का ये सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा।


देहरादून। उत्तराखंड के भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और नैनीताल उधम सिंह नगर लोक सभा क्षेत्र से सांसद अजय भट्ट ने एक बार फिर उत्तराखंड की आवाज बनकर लोकसभा सदन में राज्य के ज्वलंत समस्या को उठाकर केंद्र सरकार से मदद मांग की है। सांसद अजय भट्ट ने लोकसभा सदन में शून्यकाल के दौरान राज्य के पलायन के मुद्दे को बेहद गंभीरता से उठाते हुए केंद्र सरकार से मदद की मांग की है।
यह भी पढ़ें देहरादून- (बड़ी खबर) पर्यटकों को सरकार ने दी बड़ी राहत, अब नहीं करानी होगी अनिवार्य बुकिंग, देखिए आदेश
नैनीताल लोकसभा से चुनकर लोकसभा सदन में जाने वाले सांसद अजय भट्ट उत्तराखंड के सबसे ज्यादा प्रश्न उठाने वाले सांसद में एक है। इस बार भी संसद के सत्र में सांसद अजय भट्ट ने उत्तराखंड की सीमावर्ती इलाकों से खाली हो रही गांव और लगातार पड़ रहा पलायन को रोकने के लिए केंद्र सरकार से विशेष पहल करने का अनुरोध किया है। सांसद अजय भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड सीमावर्ती राज्य होने के चलते नेपाल और तिब्बत की अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ा हुआ है। और यहां बॉर्डर इलाके में लगातार पलायन हो रहा है घर बंजर हो गए हैं।खेत खलियान सूने पड़ गए हैं ।और युवा घर छोड़कर परदेस में भटक रहे हैं। लिहाजा केंद्र सरकार ईन गाँव में फिर से खुशहाली लाने के लिए बड़े आर्थिक पैकेज की मदद करें। जिससे कि पहाड़ के उजड़ चुके गांव को फिर से बसाया जा सके।  मुख्यमंत्री के ओएसडी का निधन, पिछले दिनों हुए थे। कोरोना संक्रमित सांसद अजय भट्ट इससे पूर्व राज्य के कई ज्वलंत मुद्दों को लोकसभा सदन के समक्ष उठा चुके हैं।और कई प्रस्ताव के लोकसभा सदन में लाकर चर्चा में रहे हैं। अक्सर अपने क्षेत्र से चुनकर जाने के बाद चुप रहने वाले राजनेताओं को देख क्षेत्र की जनता मायूस रहती थी।लेकिन राज्य में पहली बार लोकसभा में गंभीर समस्याओं को उठाने के लिए सांसद भट्ट जैसा जनप्रतिनिधि मिला है। जिसे लोग को काफी उम्मीद है।           


लड़ने के लिए गिलोय कितनी है फायदेमंद

डेंगू, स्वाइन फ्लू, मलेरिया जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए फायदेमंद माना जाता है गिलोय


सदियों से हम प्रकृति द्वारा निर्धारित संसाधनों के साथ अपने जीवन को स्वस्थ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम अनेकों प्रकार की जड़ी बूटियों का उपयोग करतें आ रहें है। इन जड़ी बूटियों में से ही एक को गिलोय भी माना जाता है। जिसका उपयोग न केवल आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में किया जाता है।बल्कि गिलोय का उपयोग आज की दवाओं में भी किया जा रहा है। इसका उपयोग आमतौर पर बुखार के इलाज, पाचन क्षमता बढ़ाने आदि के लिए किया जाता था। हालांकि गिलोय का तना सबसे उपयोगी होता है।हम इसकी जड़ का भी उपयोग कर सकते हैं। तो आइए अब हम प्राचीन काल से इसके उपयोग के लाभों पर चर्चा करते हैं। यह हमारे जीवन को स्वस्थ बनाने के लिए किस तरह काम करता है।
गिलोय के अपने फायदे हैं।
सबसे पहले, अगर हम गिलोय के उपयोग के लाभों के बारे में बात करते हैं।तो इसका उपयोग प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करता है। गिलोय हमारी कोशिकाओं को स्वस्थ रखने और हमें बीमारी से छुटकारा दिलाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य करती है। इसके साथ ही, यह रक्त को शुद्ध करने, बैक्टीरिया से लड़ने।विषाक्त पदार्थों को दूर करने आदि के लिए भी उपयुक्त माना जाता है।जिसे एंटीपायरेटिक माना जाता है, गिलोय को डेंगू, स्वाइन फ्लू, मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों से लड़ने के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है और इसे बुखार में राहत देने के लिए उपयोग किया जाता है।
गिलोय लाभ में, यह पाचन में सुधार और आंत्र संबंधी समस्याओं को हल करने के लिए भी माना जाता है। कब्ज को खत्म करने के लिए, हम गिलोय पाउडर को आंवले के साथ मिलाकर उपयोग कर सकते हैं। जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है, उनके लिए हम गिलोय का घरेलू नुस्खे से इस समस्या को खत्म कर सकते हैं। गिलोय का रस रक्त शर्करा के उच्च स्तर को कम करने के लिए अद्भुत काम करता है।
गिलोय को पुराने समय से ही एडाप्टोजेनिक जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। यह मानसिक तनाव और चिंता को कम करने के लिए बहुत उपयोगी साबित होता है।क्योंकि यह विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिलाता है।और हमारी याददाश्त को बढ़ाता है।
गिलोय के फायदों में से एक यह है कि यह खांसी, सर्दी और टॉन्सिल जैसी समस्याओं को कम करने में भी मदद करता है। जिन बुजुर्गों को जोड़ों में दर्द की समस्या है।वे गिलोय के तने के चूर्ण को दूध में उबालकर इसका सेवन करके अपनी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। अस्थमा के कारण सीने में जकड़न, सांस की तकलीफ, घरघराहट आदि जैसी स्थितियों का इलाज करना मुश्किल है। गिलोय की जड़ को चबाकर उसका रस पीने से ऐसे रोगियों की समस्या हल हो सकती है।
इन सभी फायदों के अलावा, गिलोय के पौधों को आँखों की दृष्टि क्षमता बढ़ाने के लिए आँखों पर लगाया जा सकता है। अगर आप डार्क स्पॉट्स, पिंपल्स और झुर्रियों को कम करना चाहते हैं।तो हम गिलोय का इस्तेमाल कर सकते हैं ।क्योंकि इसमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं।जो त्वचा को चमकदार बनाने के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।उपरोक्त तथ्यों में हमने गिलोय का उपयोग करने के लाभों पर चर्चा की, यह कैसे हमारी जीवन शैली को स्वस्थ रखने के लिए उपयोगी माना जाता है। अब हम यह जानने की कोशिश करते हैं।कि इसका उपयोग कैसे किया जाए ताकि हम आयुर्वेदिक तरीकों से खुद को स्वस्थ रख सकें। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि गिलोय का उपयोग हम रस बनाकर या इसका पाउडर बनाकर उपरोक्त बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए कर सकते हैं। और इसके साथ ही गिलोय की जड़ का उपयोग भी बहुत फायदेमंद साबित होता है। लेकिन जब भी हम गिलोय का सेवन करना शुरू करते हैं। तो हमें इसकी विधि जानने की आवश्यकता होती है।ताकि हम इसका आवश्यकतानुसार उपयोग कर सकें। गिलोय लाभ में इसके अन्य लाभ यह हैं ।कि यह गठिया और पीलिया, यकृत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।             


सीएम के ओएसडी का निधन, जताया शोक

कोरोना से मुख्यमंत्री के ओएसडी का निधन सीएम ने जताया शोक।


देहरादून। सीएम के ओएसडी गोपाल सिंह रावत का आज निधन हो गया वह कोरोनावायरस से संक्रमित थे। और पिछले कई दिनों से वेंटिलेटर पर थे। आज उन्होंने अंतिम सांस ली वही गोपाल सिंह रावत के निधन पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विशेष कार्याधिकारी गोपाल रावत के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि गोपाल रावत जी का निधन मेरे लिए बड़ी व्यक्तिगत क्षति है। वे एक कुशल और योग्य अधिकारी थे। परमपिता परमेश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करें। श्री गोपाल रावत जी के परिजनों के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।                 


उत्तराखंड आने वालों के लिए नियम बनाएं

आज से फिर बदले बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वालों के लिए नियम। जानिए अब क्या है।


देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को लेकर अनलॉक चार के नियम हर दिन बदल रहे हैं। दो दिन पूर्व उत्तराखंड में सैलानियों के लिए दो दिन की होटल व होम स्टे बुकिंग का नियम लगाया गया था। अब इसे वापस ले लिया गया है। सैलानियों को इस नियम से छूट दे दी गई है। वह बिना बुकिंग के भी उत्तराखंड आ सकते हैं। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं। यह नई व्यवस्था 23 सितंबर से लागू होगी।
सबसे बड़ा फैसला कोवि़ड रिपोर्ट के संबंध में हैं। पर्यटक अब बिना कोरोना रिपोर्ट के भी होटल व होम स्टे में एंट्री पा सकते हैं। हालांकि होटल प्रबंधक को थर्मल स्क्रिनिंग सेनेटाइजिंग और सुरक्षा हेतु बनाए गए सभी प्रोटोकॉल को फॉलो करना होगा। इसके अलावा होटल प्रबंधक सुरक्षा हेतु बनाए गए खुद के नियम भी लागू कर सकता है। होटल्स निजी लैब संचालकों के साथ मिलकर अपने होटल्स में Covid-19 टेस्टिंग की व्यवस्था कर सकते हैं।               


यूपी के सबसे पहले ब्लैक बेल्ट बने रावत

योगमुडो (कोरियन मार्शल आर्ट) में पुष्पेंद्र सिंह रावत बने यूपी के सबसे पहले ब्लैक बेल्ट।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाजियाबाद के निवासी पुष्पेंद्र सिंह रावत ने इंटरनेशनल योंगमुडो फेडरेशन एवं इंडियन योंगमुडो फेडरेशन द्वारा आयोजित ऑनलाइन योंगमुडो ब्लैक बेल्ट एग्जाम में यूपी के सर्वप्रथम ब्लैक बेल्ट बने हैं।  इंटरनेशनल योंगमुड़ो फेडरेशन कोरिया के चीफ मास्टर एवं एग्जामिनर मिंचुल कैंग तथा इंडियन योंगमुड़ो फेडरेशन के अध्यक्ष मास्टर रोहित नारकर एवं महासचिव मास्टर राणा अजय सिंह ने संपूर्ण भारत से 130 मार्शल आर्ट खिलाड़ियों का बेल्ट एग्जाम लिया जिसमें पुष्पेंद्र सिंह रावत को टॉप-4 ब्लैक बेल्ट में चयनित किया गया तथा उत्तर प्रदेश में सबसे पहले योंगमुडो ब्लैक बेल्ट की उपाधि दी गई।
इसके साथ साथ पुष्पेंद्र सिंह रावत को मार्शल आर्ट में अच्छे खिलाड़ी चयनित कर उनको राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए तैयार करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई जिसे मार्शल आर्ट का विस्तार भी होगा।  इस अवसर पर योंगमुडो नॉर्थ इंडिया डायरेक्टर बृजेश भाऊ, योंगमुडो एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अनिल कौशिक और महासचिव राजकुमार चौहान तथा एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों ने पुष्पेंद्र सिंह रावत को बहुत-बहुत बधाई दी।               


पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर कितना सफल होगा

गाजियाबाद ।बढ़ते अपराधों के बीच 235 पुलिसकर्मियों के ट्रान्सफर कितना सफल होगा यह प्रयोग ।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जिले में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था में सुधार लाने के नाम पर गाजियाबाद एसएसपी कलानिधि नैथानी ने 235 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर किया। जबकि 8 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। ट्रान्सफर किए गए 235 में से 204 पुलिसकर्मी पिछले 3 सालों से एक ही थाने पर तैनात थे। इन सभी को संबंधित थानों हटाकर दूसरे थानों पर पोस्टिंग दी गई है। इसके अलावा पुलिस लाइन में तैनात दूसरे जिलों से आए।25 पुलिसकर्मियों को भी थानों में पोस्टिंग दी गई है। हाल ही में इन सभी पुलिसकर्मियों की लिस्ट तैयार की गई थी।सभी पुलिसकर्मियों की तैनाती शहरी इलाकों में ही की गई है।


सप्ताह में दूसरी बार हुए ट्रान्सफर
गाजियाबाद एसएसपी ने 1 हफ्ते में दूसरी बार इतने बड़े स्तर पर पुलिस कर्मियों के ट्रांसफर किए हैं। बताया जा रहा है।कि तीसरी ट्रांसफर लिस्ट भी तैयार कर ली गई है। जल्द बाकी के पुलिसकर्मियों पर भी एसएसपी का एक्शन देखने को मिलेगा। क्योंकि गाजियाबाद जिले में बढ़ता हुआ अपराध पुलिस कर्मियों की लापरवाही उजागर कर रहा है।                              


जानकारी छुपाने में व्यस्त गाजियाबाद पुलिस

अवतिका में व्यापारी के घर से लाखों की लूट मीडिया से जानकारी छुपाने में व्यस्त रही गाज़ियाबाद पुलिस।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। एसएसपी गाज़ियाबाद कलानिधि नैथानी द्वारा अपराधों पर काबू पाने के दावों के बीच कविनगर थाना क्षेत्र के अवंतिका इलाके से सामने आया है। यहां पर किराना कारोबारी के घर में घुसकर बदमाशों ने हजारों की नगदी और लाखों के जेवरात लूट लिए हैं। बदमाश घर में खिड़की की ग्रिल काटकर दाखिल हुए थे। आश्चर्य की बात यह है। कि घटना की जानकारी देने के स्थान पर पुलिस मामले में मीडिया से जानकारी छुपने में व्यस्त रही। स्थानीय मीडिया द्वारा जब मौके पर पहुंचे सीओ से जब जानकारी मांगी गई तो वो मीडिया से आंखें चुराते हुए नजर आए और बिना कुछ बोले गाड़ी में बैठ कर चले गए।
परिवार को बंधक बनाकर हुई लुट
बताया जा रहा है। कि बदमाश रेलवे लाइन के किनारे से आए थे ।और घर की ग्रिल काटकर दाखिल होते ही उन्होंने पूरे परिवार को बंधक बना लिया। बदमाशों की संख्या 4 से 6 के बीच हो सकती है। हालांकि पुलिस इस संख्या के बारे में अभी कुल कर कुछ नहीं कह रही है। वारदात की जानकारी मिलने के 4 घंटे बाद भी पुलिस की पूछताछ परिवार से पूरी नहीं हो पाई। परिवार भी काफी ज्यादा सहमा हुआ है। पुलिस ने परिवार को मीडिया से बात करने से मना कर दिया है। अपनी नाकामी छुपाने के लिए पुलिस अब पीड़ितों पर भी दबाव बनाने की कोशिश पर आमादा है।                    


शिलान्यास करने पहुंचे तो जनता ने लगाए नारे

काम बोलता है । सड़क निर्माण का शिलान्यास करने पहुंचे अरविंद चौधरी तो जनता ने लगाए नारे


वसुंधरा। गाज़ियाबाद के वार्ड 36 में सेक्टर 10-12 की मुख्य सड़क का कार्य 2 सालों से लंबित था, जिसको लेकर स्थानीय निवासियों में काफी रोष था। लेकिन स्थानीय पार्षद अरविंद चौधरी के प्रयास के बाद नगर निगम ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है । 2 वर्ष पूर्व पार्षद ने इस सड़क निर्माण का अथक प्रयासों से पास करा लिया था।लेकिन सड़क पानी की पाइप लाइन की लीकेज होने के कारण निर्माण विभाग कार्य को शुरू नहीं कर पा रहा था।
विभागीय खींचा-तानी में लटके सड़क का निर्माण को लेकर पार्षद अरविन्द चौधरी ने नगर आयुक्त से में मुलाकात कर कार्य को शुरू कराने की मांग की। नगर आयुक्त ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पत्र जारी कर निर्माण विभाग को कार्य शुरू करने के आदेश जारी किया लंबे इंतज़ार के बाद आखिर इस सड़क के निर्माण का कार्य शुरू हो ।गया।
पार्षद अरविन्द चौधरी चिन्टू ने  कहा कि इस कार्य में काफी ज्यादा देरी हो गयी है। लेकिन हमें खुशी है।कि आखिर ये कार्य शुरू हो गया । यह सड़क इन दो सेक्टरों की प्रमुख सड़क थी । जो हमारे वार्ड के विभिन्न सेक्टरों को जोड़ती थी । इस कार्य के लिए मैं नगर आयुक्त व उनकी टीम का धन्यवाद देना चाहूंगा , जिन्होंने तत्काल प्रभाव से इस पर कार्यवाही के आदेश दिए । इस कार्यक्रम में वसुंधरा जोनल प्रभारी सुनील राय , जुम्मन सिंह ,  मयूर , बिक्रम सिंह , गणेश लाल , नितिन त्यागी ,  अमर सिंह , राजेंद्र सिंह, उपस्थित रहे ।               


अस्पताल से गायब है स्वाइन फ्लू की वैक्सीन

करोड़ों संक्रमण के बीच जिला अस्पताल से गायब है। स्वाइन फ्लू की वैक्सीन।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। बदलते मौसम के बीच अब कोरोना संक्रमण के साथ गाज़ियाबाद में स्वाइन फ्लू का भी खतरा मंडराने लगा है। इस सीजन में अब तक स्वाइन फ्लू के तीन मरीज भी मिल चुके हैं जिसके स्वास्थ्य विभाग ने शासन से वैक्सीन भेजने की मांग की थी। अफसोस की बात है। कि शासन स्तर से अभी तक जिले में वैक्सीन नहीं भेजी गई है।
अब तक चिह्नित तीनों मरीज इंदिरापुरम क्षेत्र से हैं। हालांकि फिलहाल तीनों मरीज स्वस्थ हैं। लेकिन शासन से मेडिकल स्टाफ के वैक्सीनेशन के लिए वैक्सीन भेजने की मांग की गई थी। इस संबंध में स्टेट सर्विलांस अधिकारी को पत्र भेजे हुए एक महीने से ज्यादा समय हो चुका है।लेकिन अब तक जिले में वैक्सीन की सप्लाई नहीं की गई है।
वैक्सीन नहीं आने से स्वास्थ्यकर्मी भी परेशानी में हैं। उन्हें डर है।कि कोरोना संक्रमण के बीच यदि स्वाइन फ्लू के और मरीज निकले तो परेशानी बढ़ सकती है। आपको बता दें कोरोना और स्वाइन फ्लू का संक्रमण लगभग एक जैसे तरीके से ही फैलता है। और दोनों के लक्षण भी लगभग समान ही होते हैं। जिसके चलते दोनों संक्रमण में अंतर करना काफी मुश्किल होता है। सीएमओ ने इस संबंध में स्टेट सर्विलांस अधिकारी को पत्र भेजकर जिले में एंटी स्वाइन फ्लू वैक्सीन के 500 इंजेक्शन भेजने की मांग की है। जिससे मेडिकल स्टाफ का वैक्सीनेशन करवाया जा सके।             


कर्मचारी के संबंध में आया ठहरावः हाईकोर्ट

सस्पेंशन कोई सजा नहीं।सिर्फ नियोक्ता।कर्मचारी के संबंध में आया ठहराव है।तेलंगाना हाईकोर्ट ने कहा।आपराधिक मुकदमे का सामना कर रहे कर्मचारी को नियोक्ता पर थोपा नहीं जा सकता


तेलंगाना। यह देखते हुए कि निलंबन कोई सजा नहीं है।और यह ''सिर्फ नियोक्ता और एक कर्मचारी के बीच संबंध को निलंबित करता है। तेलंगाना हाईकोर्ट ने बुधवार को दोहराया है कि सिविल सेवा नियमों के तहत अगर किसी कर्मचारी के खिलाफ कोई आपराधिक मामला लंबित है या विभागीय जांच चल रही है तो उस कर्मचारी को निलंबित किया जा सकता।
अदालत एक डिप्टी तहसीलदार की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी।उसने अपने निलंबन के आदेश को चुनौती दी थी। इस आदेश को चुनौती देने वाले याचिकाकर्ता के खिलाफ 24 जुलाई 2020 को आईपीसी की धारा 420, 468, 471, 506 रिड विद 34 के तहत किए गए अपराध के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जिसके बाद उसे 31 जुलाई 2020 को उसे निलंबित कर दिया गया था। अपीलकर्ता ने 17 अगस्त 2020 एकल पीठ द्वारा पारित आदेश की वैधता को चुनौती दी थी। एकल पीठ ने याचिकाकर्ता की तरफ से उसके निलंबन के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया था।
क्या दो ट्वीट के मामले में प्रशांत भूषण के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। बीसीडी ने जांच करने के लिए भूषण को नोटिस जारी किया
मुख्य न्यायाधीश राघवेन्द्र सिंह चौहान और जस्टिस टी विनोद कुमार की पीठ ने कहा कि चूंकि याचिकाकर्ता के खिलाफ क्रिमिनल ट्रायल और डिपार्टमेंटल इंक्वायरी,दोनों ही लंबित है।इसलिए नियोक्ता को इस तरह के कर्मचारी के साथ काम करने को मजबूर नहीं किया जा सकता है। या ऐसे कर्मचारी को नियोक्ता पर लादा नहीं जा सकता है। इसलिए याचिकाकर्ता को निलंबन करने का आदेश न्यायोचित है।


पीठ ने कहा कि तेलंगाना सिविल सर्विस (क्लासीफिकेशन,कंट्रोल और अपील) रूल्स, 1991 के नियम 8 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि एक कर्मचारी को निलंबित किया जा सकता है यदि कोई आपराधिक मामला लंबित है, या विभागीय जांच पर विचार किया जा रहा है।बॉम्बे हाईकोर्ट ने दिनभर के लिए कार्यवाही स्थगित की, रिया की ज़मानत याचिका और कंगना रनौत के कार्यालय विध्वंस मामले पर सुनवाई कल पीठ ने यह भी कहा वतमान मामले में याचिकाकर्ता को 31 जुलाई 2020 को उसके आरोप बता दिए गए थे। इस प्रकार, जाहिर तौर पर एक विभागीय जांच शुरू हो गई थी। इसके अलावा निस्संदेह, याचिकाकर्ता के खिलाफ 24 जुलाई 2020 को पुलिस स्टेशन,करीमनगर रूरल में आईपीसी की धारा 420,468,471,506 रिड विद 34 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। ऐसे में नियम 8 के तहत बताई गई दोनों शर्तें इस मामले में पूरी होती हैं।               


5 के खिलाफ गैर जमानती वारंटः तौमर

सीमुद्दीन सिद्दीक़ी समेत पांच के खिलाफ गैर जमानती वारंट
ठाकुर अनुराधा तोमर |


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लखनऊ की एक विशेष अदालत ने महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के एक मामले में पूर्व मंत्री और कांग्रेसी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत पांच लोगो के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश पवन कुमार राय ने राज्य की योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह और उनके परिवार की महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में बिना जमानत हाजिरी माफ़ी की अर्जी देने पर नसीमुद्दीन सिद्दीकी, रामअचल राजभर, अतर सिंह, मेवालाल गौतम और नौशाद अली के खिलाफ ग़ैरज़मानती वारंट जारी किया है। सभी के खिलाफ 22 जुलाई 2016 को हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गयी थी।


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अदालत ने कहा कि कहा कि पत्रावली को देखने से पता चला कि किसी भी आरोपी ने अभी तक इस मामले में अपनी जमानत नहीं कराई है जबकि आरोपियों की ओर से उनकी हाजिरी माफी की अर्जी दी जाती रही है, जिसे अदालत त्रुटिवश स्वीकार करती रही है।पर मायावती कहिन - संसद में सरकार और विपक्ष का व्यवहार शर्मनाक गौरतलब है। कि श्रीमती स्वाति सिंह की सास तेतरा देवी ने 22 जुलाई 2016 को हज़रतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया था। कि 21 जुलाई को नसीमुद्दीन सिद्दीकी।रामअचल राजभर, मेवालाल आदि की अगुवाई में एकत्र भीड़ ने उनके पुत्र को फांसी देने की मांग के साथ ही परिवार की महिलाओं को गालियां दीं और अमर्यादित नारे लगाये थे। इस मामले ने तूल पकड़ा था। जब भाजपा के तत्कालीन उपाध्यक्ष दया शंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती को लेकर अमार्यादित टिप्पणी की थी। बसपा के वरिष्ठ नेताओं ने दया शंकर सिंह की गिरफ़्तारी को लेकर हजरतगंज में जमकर प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में दया शंकर सिंह की पत्नी, बेटी और मां को खुले मंच से अमर्यादित शब्दों के साथ संबोधित किया गया था।             


सरकार-विपक्ष का हुआ शर्मनाक व्यवहार

संसद में सरकार और विपक्ष का व्यवहार शर्मनाक।


नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने संसद में सरकार और विपक्ष की कार्यशैली की आलोचना करते हुए बुधवार को कहा कि यह लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला है।सुश्री मायावती ने एक ट्वीट में कहा कि संसद के मौजूदा सत्र में सरकार और विपक्ष का व्यवहार और कार्यशैली से संसद की मर्यादा और संविधान की गरिमा तार तार हुई है।
 कृषि विरोधी विधेयक को लेकर एकजुट विपक्ष का संसद परिसर में मार्च बसपा नेता मायावती ने कहा वैसे तो संसद लोकतंत्र का मन्दिर ही कहलाता है। फिर भी इसकी मर्यादा अनेकों बार तार-तार हुई है। वर्तमान संसद सत्र के दौरान भी सदन में सरकार की कार्यशैली व विपक्ष का जो व्यवहार देखने को मिला है।वह संसद की मर्यादा। संविधान की गरिमा व लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला है। अति-दुःखद। अयोध्या में फिल्मी सितारों की रामलीला को योगी ने दी मंजूरी संसद में के उच्च सदन राज्यसभा में विपक्ष के हंगामें के दौरान आसन का माइक तोड़ा गया।दस्तावेज फाडे गये और सहायक कर्मचारियों को डराया धमकाया गया । इसके बाद हंगामें के बीच सदन में कृषि से संबंधी विधेयकों को ध्वनिमत से पारित कर दिये गये। सभापति ने विपक्ष के आठ सदस्यों को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया। इसका विरोध करते हुए ये सांसद पूरी रात संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठे रहे। विपक्ष ने निलंबित सांसदों के समर्थन में संसद की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया।               


हंगामा करने वाले 8 पुलिसकर्मी निलंबित

दारू पी कर हंगामा करने वाले 8 पुलिस कर्मी किये गये निलंबित…… 


शराब पीकर हंगामा करने वाले आठ आरक्षियो को एसपी ने किया निलंबीत
बहराइच। रात्रि में थाना रिसिया पर तैनात आरक्षी महीप शुक्ला के आवास पर आयोजित पार्टी में शराब पीकर हंगामा करने व आपस में मारपीट करने तथा घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को न देने के फलस्वरूप जनमानस में पुलिस की छवि खराब करने के आरोप में पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने संज्ञान लेते हुए इस मामले को गम्भीरता से लिया है और इस संदर्भ में आरोपी आरक्षी 1- राजेश यादव 2- अमित यादव 3- अजय यादव 4- पंकज यादव 5- विनोद यादव 6- पवन यादव 7- अफजल अफजल खान एवं 8- महेश शुक्ला को निलंबित कर जांच के आदेश दे दिये हैं।पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसकी जांच अपर पुलिस अधीक्षक नगर को सौंपी गई है।               


डेढ़ लाख परिवारों के पास नहीं है शौचालय

दिल्ली में डेढ़ लाख परिवारों के पास शौचालय नहीं  ।


नई दिल्ली। दिल्ली सरकार कासामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण, 2018-2019 जारी हुआ है। सर्वे के अनुसार इस शहर में 20.05 लाख परिवार हैं। 42.6 प्रतिशत परिवार 10 हजार रूपये तक प्रति महीना पर जिंदगी गुजारता है। 47.3 प्रतिशत 10 से 25 हजार रूपये प्रति महीना खर्च करते हैं। सिर्फ 1.6 प्रतिशत ही 50 हजार या उससे अधिक प्रति महीने खर्च करते हैं। उत्तरी और पश्चिमी दिल्ली में कम आय वाले समूह के सबसे अधिक लोग रहते हैं। जबकि मध्यम आय वाले लोग दक्षिण-पश्चिम और दक्षिणी दिल्ली में अधिक रहते हैं। ऊंची आय वाले लोग नई दिल्ली और उत्तरी-पश्चिम दिल्ली में रहते हैं। कुल 21.2 प्रतिशत के पास ही कंप्यूटर है। यानी 15.7 लाख परिवारों के पास कंप्यूटर या लैपटाॅप नहीं है। इसमें भी नई दिल्ली क्षेत्र में 29.6 और उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 14.1 प्रतिशत के पास कंप्यूटर था। इनमें से से लगभग 80 प्रतिशत लोग इंटरनेट से जुड़े हुए हैं।शहर के गिने गये इन परिवारों के 66.6 प्रतिशत के पास अपना घर है। अपने घर के मालिक सबसे अधिक शाहदरा में 76.3 प्रतिशत और उसके बाद मध्य दिल्ली में 72.3 प्रतिशत है। अपने घर का खुद मालिकाना से घर के प्रकार का मसला हल नहीं होता। संभव है कि ये घर गैर पंजीकृत मोहल्ले में हों या स्लम वाले मकान भी हों। यहां सभी तरह की रिहाइश को जोड़ लिया गया है। किराये के मकान में रहने वाले सबसे अधिक नई दिल्ली और दक्षिण पूर्वी दिल्ली में हैं। इस विशाल आबादी का 1.22 लाख परिवार सामुदायिक शौचालय पर निर्भर है। 11, 497 परिवार अभी भी खुले में नित्य काम करने के लिए बाध्य है। सिर्फ 40.7 प्रतिशत परिवारों के पास ही राशन कार्ड है। इसका 85.9 प्रतिशत हिस्सा पीडीएस से राशन हासिल करता है।
दिल्ली के 51.7 प्रतिशत के पास अपनी गाड़ी है। शाहदरा में यह सबसे अधिक है जबकि उत्तरी दिल्ली में सबसे कम 41.5 प्रतिशत है। दोपहिया और चार पहिया दोनों ही गाड़ी रखने वाले लोग कुल 6.6 प्रतिशत हैं। इसमें भी शाहदरा 9.6 और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में 3.6 प्रतिशत से सबसे ऊपर और नीचे हैं। लेकिन केवल चार पहिया वाहन रखने वाले 4.3 प्रतिशत हैं। जिसमें नई दिल्ली सबसे ऊपर है। 40.3 प्रतिशत के पास दो पहिया वाहन हैं।जिसमें उत्तर पूर्वी दिल्ली और शाहदरा सबसे आगे हैं। दिल्ली में लगभग आधे लोगों के पास किसी तरह का वाहन नहीं है। इसमें भी उत्तरी दिल्ली के 58.4 प्रतिशत परिवारों के पास कोई वाहन नहीं है। 3.3 प्रतिशत परिवारों के पास किसी भी तरह का फोन नहीं है। दिल्ली में 22.2 प्रतिशत लोग एयरकंडिशनर का प्रयोग करते हैं। इसमें दक्षिण-पश्चिम जिले में सर्वाधिक और उत्तर पूर्वी दिल्ली में सबसे कम है। सबसे घनी आबादी शाहदरा और सेंट्रल दिल्ली की है। कुल रिहाइशों के लगभग 71 प्रतिशत को ही टोटी के माध्यम से पानी पहुंचता है। लगभग 6 प्रतिशत लोग पानी सप्लाई व्यवस्था से ही बाहर हैं।ध्यान में रखना  होगा  कि कोविड-19 महामारी का प्रभाव दिल्ली पर खूब पड़ा है। खासकर, अनौपचारिक क्षेत्र रेहड़ी और घरेलू कामों में आई कमी की वजह से 10 हजार से कम आय के लोगों की स्थिति बदतर हुई है। इसी तरह सेवा क्षेत्र में काम के लगभग बंद हो जाने और अब भी उसमें बहुत सुधार न होने से 10 से 25 हजार की आय वाले लोगों की आय में भारी गिरावट आई है। आर्थिक आधार के खराब होने से न सिर्फ मकान वाहन कंप्यूटर और इंटरनेट सेवा आदि की मांग में कमी आई है। इसका असर निश्चय ही उपभोक्ता सामानों पर भी पड़ा है। इस रिपोर्ट को इस नजरिये से पढ़ना जरूरी है।             


4 बड़ें अस्पतालों पर प्रशासन का चाबू

लखनऊ के चार बड़े निजी कोविड अस्पतालों पर प्रशासन का चला चाबुक,मरीजो की हो रही मौतों पर डी एम ने लिया समज्ञान।


लखनऊ। चार बड़े निजी कोविड अस्पतालों पर प्रशासन का चला चाबुक,मरीजो की हो रही मौतों पर डी एम ने लिया संज्ञान लखनऊ। देस में चल रही महामारी कोविड-19 के प्रकोप ने पूरी तरह से अपना प्रभाव डाला है और इस महामारी का असर सामान्य जन जीवन पर पड़ा है। वहीं इसके बचाव को लेकर देश और प्रदेश की सरकारों द्वारा जहां निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। वही कुछ स्वार्थी किस्म के लोग मौके का फायदा उठाते हुये इसके बचाव और इलाज के नाम पर लोगों का शोषण कर मात्र धन उगाही में लिप्त पाये जा रहे हैं ।इसी सम्बन्ध में राजधानी लखनऊ में कोविड मरीजों का इलाज कर रहे कुछ निजी अस्पतालों को लेकर आ रही शिकायतों का संज्ञान लेते हुये जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने लखनऊ के चार प्रमुख अस्पतालों में इलाज के दौरान मरने वाले मरीजों को लेकर नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है।सूत्रों के मुताबिक इस सम्बंध में जिलाधिकारी द्वारा चंदन अस्पताल चरक मेयो और अपोलो अस्पताल में पिछले कुछ दिनों में 48 कोविड मरीजों की मौत के बारे में जानकारी मांगी है जिसके बारे में यहां कोविड के 48 मरीज रेफर कर भर्ती कराये गये थे। जहां सभी 48 मरीजों की मौत हो गयी थी। सूत्रों ने इसका विवर्म देते हुए बताया कि चरक अस्पताल में 10 संक्रमित भेजे गए सभी की हुई मौत चंदन हॉस्पिटल में 11 कोरोना संक्रमित भेजे गए सभी की हुई मौत अपोलो हॉस्पिटल में 17 संक्रमित भेजे गए सभी की हुई मौत और इसी तरह मेयो हॉस्पिटल में 10 मरीज भेजे गए थे। जहां भी सभी ने तोड़ा था दम।जिलाधिकारी लखनऊ ने इन चारों अस्पतालों से जवाब मांगा था जिसकी अवधि समाप्त होने व मिले जवाबों के आधार पर इन सभी के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की बात कही है। इन मृतक रोगियों की मृत्यु के सम्बंध में जिलाधिकारी ने पाया कि प्रथम दृष्टया लापरवाही परिलक्षित होती है। रोगी का कोविड टेस्ट विलम्ब से कराया जाना टेस्ट पाज़िटिव आने के बाद भी समय से मरीज को कोविड उपचार हेतु तत्काल कोविड 19 हास्पिटल रेफर न करना साबित चिकित्सालय में प्रोटोकॉल के अनुरूप चलित ट्राईड एरिया/होल्डिंग एरिया का न होना/मानकों के अनुरूप कार्य न होना भी जांच में पाया गया है। इन सभी तथ्यों को देखते हुए इन सभी अस्पतालों के खिलाफ विधिक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।               


'दर्जाप्राप्त' मंत्री को जान से मारने की धमकी

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त श्री राजेश्वर सिंह को जान से मारने की धमकी मिलने पर गहरा रोष प्रकट करता है। प्रशासनिक अधिकारियों से आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्रवाई व माननीय मंत्री जी को सुरक्षा प्रदान करने की मांग मान्य मुख्यमंत्री से करता है। हिंदू युवा वाहिनी के राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त श्री राजेश्वर सिंह को लखनऊ में असामाजिक तत्व शकील अहमद द्वारा जान से मारने की धमकी देने पर हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली के कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश है। हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता माननीय श्री राजेश्वर सिंह समर्थन में साथ है।
इसलिए बिट्टू कुमार चौधरी रविंदर सिंह कॉलखंडे अरविंद कौशिक सुधीर राणा, अमित गर्ग, अनुज गोयल, प्रदीप निरवाल वरुण वशिष्ठ, अनुराग गोयल, सन्नी गर्ग, पंकज गुप्ता उपेंद्र द्विवेदी, मनोज रोहिल्ला राजेश गुप्ता, महेश गोयल, विनय कौशिक अमरीश शर्मा, मांगेराम नामदेव, अमरपाल सिंह, मान अरविंद बंजारा, सुनील बंजारा, भानु प्रताप उपाध्याय आदि ने माननीय श्री आदित्यनाथ योगी ( मुख्यमंत्री) उत्तर प्रदेश से मांग करता है श्री राजेश्वर सिंह को धमकी देने वाले आरोपियों  के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्रवाई करें  श्री राजेश्वर जी को सुरक्षा प्रदान करें।             


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...