शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

लखनऊ छात्र नेता की गोली मारकर हत्या

लखीमपुर खीरी: लखनऊ विवि के छात्र नेता की गोली मारकर हत्या, आरोपी गिरफ्तार।


लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में गुरुवार देर रात लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता अमन बाजपेई की गोली मार कर हत्या कर दी गई। इस मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक के पीआरओ ने बताया कि मामला गोला कस्बे का है।
लक्ष्मीनगर मोहल्ला निवासी रामराखन बाजपेई अपने दो पुत्र विजय और अभय के साथ रहते हैं। जबकि रामराखन की दूसरी पत्नी से पुत्र कुलदीप बाजपेई कुछ दूरी पर अलग मकान में अपने परिवार के साथ रहता है। इन दिनों कोरोना के चलते विजय का बेटा लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र नेता अमन बाजपेई के लखनऊ स्थित घर आया हुआ था।
रात में खाना खाने के बाद घर से बाहर टहलने के लिए निकला था। लगभग सौ कदम की दूरी पर घर के बाहर सौतेले चाचा से पैतृक संपत्ति को लेकर कहा सुनी हो गयी थी। जिसके बाद अमन की गोली मार कर हत्या कर दी गयी। आनन फानन में परिजन अमन को अस्पताल लेकर भागे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आरोपी चाचा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आरोपी को हिरासत में ले लिया है। मृतक के बाबा रामराखन बाजपेई गन्ना समिति में कई बार संचालक और केन ग्रोवर्स नेहरू डिग्री कॉलेज में प्रबंधक रह चुके हैं।
मृतक के पिता विजय बाजपेई केन ग्रोवर्स नेहरू डिग्री कॉलेज में छात्र संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। मृतक अमन बाजपेई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का पूर्व नगर सयोजक और लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी कर रहा था।                


शेयर बाजार में तेजी, 220 अंक ऊपर खुला

घरेलू शेयर बाजार की तेज शुरूआत, 220 अंक ऊपर खुला सेंसेक्स।


मुंबई। घरेलू शेयर बाजार की शुरूआत शुक्रवार को तेजी के साथ हुई। सेंसेक्स 220 अंकों की बढ़त के साथ 39,200 पर खुला। निफ्टी भी 68 अंकों की मजबूत बढ़त के साथ 11,584 पर खुला। एशिया के अन्य बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों से भारतीय शेयर बाजार में आरंभिक कारोबार के दौरान मजबूती बनी हुई थी।
सुबह 9.21 बजे सेंसेक्स पिछले सत्र से 157.08 अंकों यानी 0.40 फीसदी की तेजी के साथ 39,136.93 पर बना हुआ था जबकि निफ्टी 61.75 अंकों यानी 0.54 फीसदी की तेजी के साथ 11,577.85 पर कारोबार कर रहा था।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 220.57 अंकों की तेजी के साथ 39,200.42 पर खुलने के बाद 39,114.13 तक फिसला।
वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी बीते सत्र से 68 अंकों की तेजी के साथ 11,584.10 पर खुलने के बाद 11,559.40 तक फिसला।                   


डीजल के दाम में लगातार दूसरी गिरावट

कच्चे तेल में तेजी के बावजूद पेट्रोल, डीजल के दाम में लगातार दूसरी बड़ी गिरावट।


नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में तेजी के बावजूद पेट्रोल और डीजल के दाम में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इन दो दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 41 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है, जबकि डीजल के दाम में 54 पैसे प्रति लीटर की गिरावट आई है, जिससे उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है।
उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में लगातार पांचवें दिन तेजी का सिलसिला जारी है। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव इन पांच दिनों में करीब चार डॉलर प्रति बैरल बढ़ गया है।
तेल विपणन कंपनियों ने शुक्रवार को पेट्रोल के दाम में दिल्ली में 26 पैसे जबकि कोलकाता और मुंबई में 25 पैसे और चेन्नई में 23 पैसे प्रति लीटर की कटौती की। वहीं, डीजल के दाम में दिल्ली और कोलकाता में 35 पैसे जबकि मुंबई में 37 पैसे और चेन्नई में 33 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम घटकर क्रमश: 81.14 रुपये, 82.67 रुपये, 87.82 रुपये और 84.21 रुपये प्रति लीटर हो गया है। डीजल का भाव भी चारों महानगरों में घटकर क्रमश: 72.02 रुपये, 75.52 रुपये, 78.48 रुपये और 77.40 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटर कांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के नवंबर डिलीवरी अनुबंध में शुक्रवार को पिछले सत्र के मुकाबले 0.28 फीसदी की तेजी के साथ 43.42 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
वहीं, न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के अक्टूबर डिलीवरी वायदा अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 0.22 फीसदी की तेजी के साथ 41.06 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।               


फैशन डिज़ाइनर शरबरी की संदिग्ध मौत

कोलकाता: फैशन डिजाइनर शरबरी दत्ता अपने घर में मृत मिलीं।


कोलकाता। लोकप्रिय फैशन डिजाइनर शरबरी दत्ता गुरुवार और शुक्रवार के बीच की मध्यरात्रि को अपने दक्षिण कोलकाता के ब्रॉड स्ट्रीट आवास के बाथरूम में मृत पाई गईं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दत्ता शुक्रवार की रात करीब 12.15 बजे अपने बाथरूम के अंदर मृत मिली। स्थानीय पुलिस स्टेशन और कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार की होमिसाइड ब्रांच के अधिकारी रात में घटनास्थल पर पहुंच कर जांच में जुट गए।
उनके परिवार के सदस्यों ने कहा कि दत्ता (63) को मंगलवार को रात के खाने के दौरान आखिरी बार देखा गया था। इसके बाद उनसे संपर्क नहीं हो पाया। प्राथमिक जांच से पता चला कि शौचालय में अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हुई होगी। लेकिन दत्ता के परिवार वालों ने कहा कि वह ठीक थीं और उन्हें ऐसी कोई पुरानी बीमारी नहीं थी।
कोलकाता पुलिस की होमिसाईड ब्रांच, फैशन डिजाइनर के आकस्मिक निधन के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए जांच करेगी। दत्ता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
मशहूर बंगाली कवि अजीत दत्ता की बेटी, शरबरी दत्ता पिछले कुछ दशकों से विशेष रूप से पुरुषों के एथनिक परिधानों के क्षेत्र में पोशाक डिजाइनिंग उद्योग में एक लोकप्रिय नाम थीं। दत्ता ने ही रंगीन बंगाली धोती और डिजाइनर पंजाबी (कुर्ता) को मुख्यधारा के फैशन की दुनिया में कढ़ाई के कामों के साथ पेश किया था।                 


राष्ट्रपति ने बादल का इस्तीफा स्वीकार किया

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हरसिमरत कौर बादल का इस्तीफा किया मंजूर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को मिली यह जिम्मेदारी।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। तीन कृषि बिलों को लोकसभा में पारित कराए जाने से नाराज हरसिमरत ने गुरुवार को मंत्रिपद से इस्तीफा दे दिया था। प्रधानमंत्री की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने हरसिमरत का इस्तीफा तुरंत मंजूर कर लिया।राष्ट्रपति ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
सत्तारूढ़ राजग में पड़ी फूट   
कृषि संबंधी तीन अध्यादेशों को कानूनी जामा पहनाने संबंधी विधेयकों पर सत्तारूढ़ राजग में फूट पड़ गई है। विधेयक से जुड़े प्रावधानों पर नाराजगी जताते हुए केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने बृहस्पतिवार को मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले लोकसभा में विधेयकों पर चर्चा के दौरान पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने उनके इस्तीफे की घोषणा की थी। हालांकि उन्होंने कहा कि पार्टी एनडीए सरकार को समर्थन जारी रखेगी।विधेयकों के खिलाफ जारी विरोध सड़क के बाद संसद और सरकार तक पहुंच गया। हरसिमरत ने इस्तीफे की जानकारी देते हुए ट्वीट किया।मैंने किसान विरोधी अध्यादेशों और विधेयकों के खिलाफ कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। किसानों की बहन और बेटी बनकर उनके साथ खड़े रहने पर मुझे गर्व है। इससे पहले सुखबीर बादल ने कहा, इन विधेयकों का पंजाब-हरियाणा सहित उत्तर भारत के 20 लाख किसानों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। ये कृषि क्षेत्र में पंजाब सरकार की 50 साल की मेहनत तबाह कर देंगे। इसके प्रावधान किसान विरोधी हैं। पार्टी कोटे की मंत्री हरसिमरत कौर ने इससे जुड़े अध्यादेशों का मंत्रिमंडल की बैठक में विरोध किया था। विरोध के बावजूद बिलों को लोकसभा में पेश किया गया। इसलिए वह मंत्रिमंडल से इस्तीफा देंगी। मंगलवार को भी बादल ने इन बिलों का लोकसभा में तीखा विरोध करते हुए वापस लेने की मांग की थी।भाजपा और एनडीए के सबसे पुराने सहयोगी अकाली दल से मोदी सरकार में केवल हरसिमरत ही शामिल थीं। पंजाब-हरियाणा के किसान कई दिनों से विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार ने सोमवार को ही। लोकसभा में आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन व सरलीकरण) विधेयक तथा कृषक (सशक्तीकरण और संरक्षण) कीमत आश्वासन व कृषि सेवा पर करार विधेयक पेश किया था।                


राज्यसभा सांसद अशोक गस्ती का निधन

कोरोना से संक्रमित नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद का निधन पीएम मोदी ने जताया शोक।


नई दिल्ली। अस्पताल के निदेशक मनीष राय ने एक बयान में बताया कि गस्ती को कोविड-19 के कारण गंभीर निमोनिया हो गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गस्ती के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया राज्यसभा सदस्य अशोक गस्ती समर्पित कार्यकर्ता थे, जिन्होंने कर्नाटक में पार्टी को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की। वह गरीबों और समाज के वंचित तबकों को सशक्त बनाने को लेकर जुनूनी थे। मैं उनके निधन से दु:खी हूं। मैं उनके परिवार एवं मित्रों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ओम शांति।राय ने बताया कि गस्ती गंभीर रूप से बीमार थे। उनके कई अंगों ने कार्य करना बंद कर दिया था। और वह जीवनरक्षक प्रणाली पर थे।तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों का पैनल उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रख रहा था। राय ने कहा।हम उनके निधन से शोकाकुल हैं और उनके परिवार एवं मित्रों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।जमीनी स्तर के कार्यकर्ता एवं रायचूर के रहने वाले गस्ती को भाजपा के टिकट पर इस साल जून में निर्विरोध राज्यसभा सदस्य चुना गया था। सविता समाज से संबंधित गस्ती आरएसएस कार्यकर्ता और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय सदस्य रहे थे।कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य अशोक गस्ती का बृहस्पतिवार रात निधन हो गया। वह 55 वर्ष के थे। गस्ती को दो सितंबर को ‘ओल्ड एयरपोर्ट रोड स्थित मणिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।        


गुमराह होने से बचें, नए अवसर मिलेंगे

कृषि से जुड़े बिल पास होने पर PM मोदी का ट्वीट कहा किसानों को नए अवसर मिलेंगे गुमराह करने में लगे कई लोग।


हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। लोकसभा में गुरुवार को कृषि सुधार विधेयक पारित कर दिए गए। विधेयक पारित होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट में इसे किसानों के लिए महत्वपूर्ण क्षण बताया।प्रधानमंत्री ने ट्वीट में लिखा।लोकसभा में ऐतिहासिक कृषि सुधार विधेयकों का पारित होना देश के किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है।ये विधेयक सही मायने में किसानों को बिचौलियों और तमाम अवरोधों से मुक्त करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा।इस कृषि सुधार से किसानों को अपनी उपज बेचने केऐ लिए नए-नए अवसर मिलेंगे।जिससे उनका मुनाफा बढ़ेगा।इससे हमारे कृषि क्षेत्र को जहां आधुनिक टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा वहीं अन्नदाता सशक्त होंगे।
ट्वीट में प्रधानमंत्री ने लिखा किसानों को भ्रमित करने में बहुत सारी शक्तियां लगी हुई हैं। मैं अपने किसान भाइयों और बहनों को आश्वस्त करता हूं। कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और सरकारी खरीद की व्यवस्था बनी रहेगी। ये विधेयक वास्तव में किसानों को कई और विकल्प प्रदान कर उन्हें सही मायने में सशक्त करने वाले हैं।
बिचौलियों से किसानों को मुक्ति विधेयक पारित होने के बाद कई मंत्रियों और नेताओं की प्रतिक्रिया आई है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा। लोक सभा ने किसानों के हित में आज एक ऐतिहासिक विधेयक पास किया है। किसान अब अपनी फसल मंडी या मंडी के बाहर जहां भी अच्छा मूल्य मिले वहां बेच सकेंगे। किसान बिचौलियों के शोषण से मुक्त हो सकेंगे। किसानों हित के इस ऐतिहासिक क़ानून के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व में आज आज़ादी के बाद कृषि क्षेत्र में हुए सबसे बड़े सुधारों में से एक को लोक सभा की मंजूरी मिल गई। भारत की कृषि का उद्योगों से बेहतर लिंक बनेगा।कृषि उत्पादों के लिए किसानों को सही मूल्य मिलेगा और उनका जीवन समृद्ध होगा।नरेंद्र सिंह तोमर ने क्या कहा।विधेयक के बारे में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा।मौसम के जोखिम और बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षा के कारण इस अध्यादेश ने किसानों के लिए नई संभावनाओं और नई आशाओं के द्वार खोल दिए हैं। एवं किसानों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त किया है। गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य वर्ष 2014-15 के 1400 रुपये प्रति क्विंटल मुकाबले वर्ष 2020-21 में बढ़कर 1925 रुपये हो गया है।जो लगभग 37.5% की वृद्धि को दर्शाता है।नरेंद्र सिंर तोमर ने कहा। योजना के एक वर्ष के भीतर ही 10 करोड़ से अधिक किसान परिवार लाभान्वित हुए हैं। इसके अंतर्गत अब तक DBT के माध्यम से 93,000 करोड़ रुपये की राशि किसानों के खतों में हस्तांतरित की गई है।इसी प्रकार की प्रतिक्रिया केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से आई। उन्होंने कहा। लोकसभा ने दो बिल पास कर दिए। कृषि क्षेत्र में सुधार का यह बड़ा कदम है।किसान अब अपनी उपज कहीं भी और किसी को भी बेच सकते हैं। एपीएमसी बनी रहेगी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) भी जारी रहेगा।सीएम योगी की प्रतिक्रिया
कृषि विधेयक पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा।कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक 2020 कृषि उपज के कुशल, पारदर्शी और बाधारहित अंतर-राज्य और राज्‍य के भीतर व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देगा। इससे किसानों और व्यापारियों को बिक्री और खरीद के लिए पसंद की स्वतंत्रता प्राप्त होगी। कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक 2020 का लोकसभा में पास होना। एक नए युग का आरंभ है। यह विधेयक किसान बहनों-भाइयों के हितों का संरक्षण सुनिश्चित करेगा।इस लोक कल्याणकारी प्रयास के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार।                   


भारत में लॉकडाउन सफल या असफल रहा

भारत में लॉकडाउन सफल या असफल।कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की रिसर्च में सामने आई बड़ी बाते
हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना वायरस का संकट देश में फैलता जा रहा है। भारत दुनिया का ऐसा देश है। जहां कोरोना से होने वाली मौतों का औसत काफी कम है। इस बीच कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के द्वारा एक रिसर्च की गई है। जिसमें दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लगातार किए गए संवाद और जनता से की गई अपीलों के कारण ही लॉकडाउन सफल हो पाया. इसी का फायदा भारत में कोरोना वायरस के कहर को कम रखने में हुआ।
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की ओर से की गई इस रिसर्च को PLOS ONE ने 11 सितंबर को पब्लिश किया है। जिसे बाद में भारत सरकार ने भी देखा है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रधानमंत्री कार्यालय कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे रहा। लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए संवाद की वजह से लोगों ने कोरोना वायरस को गंभीरता से लिया और तैयारी हो पाई।
रिसर्च में कहा गया है। कि पीएम मोदी के द्वारा की गई अपील के कारण ही 130 करोड़ लोग सख्त लॉकडाउन का पालन कर पाए और सोशल डिस्टेंसिंग को समझ पाए।इसके अलावा पीएमओ के द्वारा बनाया गया PM Cares फंड भी उनकी अपील के बाद लोगों की मदद से भर गया।
इस दौरान लोगों को जागरुक रखने के लिए सोशल मीडिया और टीवी मीडिया का बड़ा सहारा लिया गया। कोरोना संकट के बीच उभरे आर्थिक संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री ने लोगों से बात की।हर तबके के कारोबारियों से चर्चा की गई।इतना ही नहीं पीएम ने सभी से अपने कर्मचारी की सैलरी ना काटने को कहा। जिसका बड़ा असर हुआ।
PLOS ONE ने अपनी रिपोर्ट में कहा है।कि मार्च की शुरुआत में ही भारत ने कड़े नियम लागू करने शुरू कर दिए थे। दूसरी ओर टेस्टिंग को बढ़ाया जा रहा था। जब लॉकडाउन आया, तब भारत में PPE किट सैनिटाइजर और मास्क जैसी चीज़ें बनाई जाने लगी थीं।आपको बता दें कि इससे पहले भी दुनिया की कई एजेंसी और अखबारों ने माना है कि भारत में सबसे सख्त लॉकडाउन था।जिसका पालन लोगों ने किया।भारत सरकार ने भी दावा किया है कि लॉकडाउन के कारण भारत में करीब 25 लाख कोरोना केस कम हैं।              


पूरी दुनिया में घंटों ठप रहे फेसबुक-इंस्टाग्राम

पूरी दुनिया में घंटों ठप रहे फेसबुक और इंस्टाग्राम यूजर्स में अफरातफरी।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। दुनिया की मशहूर सोशल नेटवर्किंग साइट्स फेसबुक और इंस्टाग्राम देर रात काफी देर तक ठप रहे। जिसके चलते लोगों को काफी देर तक इश सोशल मीडिया साइट्स पर लॉग इन करने में परेशानी हुई।
दरअसल भारत समेत दुनिया के तमाम यूजर्स को एंड्रॉयड और आईओएस पर इंस्टाग्राम और फेसबुक दोनों साइट्स में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग इन सोशल साइट्स को ना तो रिफ्रेश कर पा रहे थे।और ना ही मैसेज भेज पा रहे थे। और ना ही कुछ शेयर कर पा रहे थे। यह टेक्निकल फाल्ट रात लगभग 11 बजे हुई। कई यूजर्स ने ट्विटर पर सोशल साइटों की दिक्कतों के बारे में लिखा। साथ ही हैशटैग  करते हुए ।फेसबुक और इंस्टाग्राम के ठप हो जाने से अपनी समस्याओं के बारे में बताना शुरू किया।
इस फाल्ट के चलते दुनियाभर के यूजर्स घंटों फेसबुक और इंस्टाग्राम को यूज नहीं कर पाए। खैर।काफी देर बाद ये दोनों सोशल मीडिया साइट्स स्मूथली फंक्शन करने में सफल रही। यूजर्स ने लिखा कि उन्हें फेसबुक पर फोटो अपलोड करने में देरी हो रही है। और उनके फेसबुक लाइव में एरर आ रहा है। कुछ इंस्टाग्राम के यूजर्स ने लिखा कि न्यूज फीड को रिफ्रेश करने में बहुत देर तक कुछ नहीं आ रहा है।                 


96,424 नए मामले, आंकड़ा 52 लाख पार

भारत में कोरोना का कहर जारी 24 घंटों में 96,424 नए मामले 1174 मौते।संक्रमितों का आंकड़ा 52 लाख पार।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 52 लाख के पार पहुंच गया है।पिछले 24 घंटों में 96,424 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं। इससे पहले 16 सितंबर को रिकॉर्ड 97,894 संक्रमण के मामले आए थे। वहीं 24 घंटे में 1174 लोगों की जान भी चली गई है। ये लगातार 16वां दिन है ।जब देश में एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।अच्छी खबर ये है कि 24 घंटे में रिकॉर्ड 87,472 मरीज ठीक भी हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 52 लाख 14 हजार हो गई है।इनमें से 84,372 लोगों की मौत हो चुकी है।एक्टिव केस की संख्या 10 लाख 17 हजार हो गई और 41 लाख 12 हजार लोग ठीक हो चुके हैं।संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या करीब चार गुना अधिक है।
6 करोड़ 15 लाख से ज्यादा सैंपल टेस्ट।ICMR के मुताबिक, 16 सितंबर तक कोरोना वायरस के कुल 6 करोड़ 15 लाख सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। जिनमें से 10 लाख सैंपल की टेस्टिंग कल की गई. पॉजिटिविटी रेट 7 प्रतिशत से कम है। कोरोना वायरस के 54% मामले 18 साल से 44 साल की उम्र के लोगों को हैं लेकिन कोरोना वायरस से होने वाली 51% मौतें 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों में हुईं हैं।मृत्यु दर में गिरावट
राहत की बात है। कि मृत्यु दर और एक्टिव केस रेट में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मृत्यु दर गिरकर 1.62% हो गई। इसके अलावा एक्टिव केस जिनका इलाज चल है।उनकी दर भी घटकर 20% हो गई है।इसके साथ ही रिकवरी रेट यानी ठीक होने की दर 79% हो गई है. भारत में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है।
देश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं।महाराष्ट्र में दो लाख से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है।इसके बाद दूसरे नंबर पर तमिलनाडु, तीसरे नंबर पर दिल्ली, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है। इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है।कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश है। मौत के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत का नंबर है।                


दो लड़कियों के शव पेड़ पर लटकते मिलें

रायपुर/कोंड़ागांव। दो नाबालिग बालिकाओं का शव पेड़ में फांसी के फंदे पर लटकते हुए मिली है। मामला जिले के फरसगांव थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम छिंदली मुंडापारा का है। दो नाबालिग बालिकाओं का शव संदिग्ध परिस्थितियों में घर से दूर खेत के एक पेड़ में फांसी के फंदे पर झूलते हुए मिली है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई है। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट तथा पुलिस जांच के बाद ही मौत के कारण का खुलासा हो पायेगा।                


आग लगे ट्रैक्टर को सड़क पर दौड़ाता रहा

रायगढ़ की सड़को पर दिखा हॉलीवुड फिल्म घोस्ट राइडर का नजारा । आग लगे ट्रैक्टर को बेखौफ सड़कों पर दौड़ आता रहा ड्राइवर। 


अभिनव शर्मा
रायगढ़। आज सुबह 11:00 बजे के करीब सड़क पर वह नजारा दिखा। जिसने हॉलीवुड की चर्चित फिल्म घोस्ट राइडर की याद दिला दी। आपको बता दें कि घोस्ट राइडर हॉलीवुड की चर्चित फिल्म है। जिस पर हीरो सड़कों पर अपनी बाइक के साथ निकलता है। जिस पर आग लगी रहती है। यहां भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला जिसमें नगर निगम के ट्रैक्टर जो कचरा उठाती है। उसकी ट्रॉली में आग लगा हुआ था। आग की लपटें उठ रही थी ।और ट्रैक्टर चालक बेखौफ सड़कों पर दौड़ा रहा था। लोगों द्वारा टोकने पर भी ट्रैक्टर चालक नहीं रुका और रफ्तार तेज कर आगे की ओर निकल गया। इसी बीच लोगों ने पूरा मामला कैमरे में कैद कर लिया। मामला शहर के इंदिरा नगर क्षेत्र के का है।                 


दवाई बता कर परिवार को जहर खिलाया

कोरोना का दवाई बताकर अपने बच्चों को पिलाया जहर पड़ोसियों की मदद से पहुंचाया अस्पताल।


श्याम अग्रवाल


खरोरा। ग्राम पंचायत केसला में एक शराबी युवक ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ जहर सेवन कर लिया। लोगों को जानकारी होने के बाद तत्काल घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज जारी है।


मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत केसला निवासी प्रेम नारायण देवांगन आदतन शराबी है। उसने शराब की पूर्ति के लिए बहुत लोगों से कर्ज लिया था। कर्ज चुकाने उसने घर की जमीन बेच दिया था।आर्थिक रूप से टूट जाने के बाद घर में कुछ भी नहीं बचा था। अवसाद के चलते उसने कीटनाशक का सेवन कर परिवार समेत आत्महत्या करने का प्रयास किया। उसकी एक नाबालिग बच्ची ने बताया कि पिता ने करोना की दवाई है। कहकर हमें गिलास में डालकर पिलाया।सुबह 9 बजे पड़ोसी सरस्वती देवांगन ने दरवाजा खटखटाया लेकिन दरवाजा कोई नहीं खोला।कुछ अनहोनी की आशंका होने पर उसने इसकी जानकारी आस पड़ोस के लोगों को दिया।और उनकी मदद से दरवाजा खुलवाया।
घर के अंदर का नजारा भयानक था। प्रेम नारायण और उनकी पत्नी बेहोशी की हालात में पड़ी थी।इसके बाद तत्काल प्रेम नारायण व पत्नी कामिनी देवांगन (30) निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं बच्चे प्रिया (11), गायत्री (9), तुलेशवर (7) को केसीएच हॉस्पिटल खरोरा में भर्ती किया गया ।डॉक्टर एसपी साहू ने बताया कि सभी गहन चिकित्सा उपचार के लिए भर्ती किया गया।              


तुमको देखा तो यह ख्याल आयाः जन्मदिन

तुमको देखा तो ये ख्याल आया।


ध्रुव गुप्त।
मुंबई। आधुनिक भारतीय सिनेमा की महानतम अभिनेत्रियों में एक शबाना आज़मी ने अपने चार दशक लंबे फिल्म कैरियर में सिनेमा में संवेदनशील और यथार्थवादी अभिनय के जो आयाम जोड़े उसकी मिसाल भारतीय तो क्या, विश्व सिनेमा में भी कम ही मिलती है। उन्होंने बताया कि बिना शारीरिक हावभाव के आंखों और चेहरे से भी अभिनय किया जा सकता है। 
महान शायर कैफ़ी आज़मी और रंगमंच अभिनेत्री शौकत आज़मी की इस बेटी को फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टिट्यूट से ग्रेजुएशन के बाद जो पहली फिल्म मिली थी ख्वाजा अहमद अब्बास की 'फ़ासला', लेकिन उनकी जो पहली फिल्म परदे पर आई, वह थी श्याम बेनेगल की 'अंकुर'। इस फिल्म की सफलता और ख्याति ने उन्हें उस दौर की एक दूसरी महान अभिनेत्री स्मिता पाटिल के साथ तत्कालीन समांतर और कला सिनेमा का अनिवार्य हिस्सा बना दिया। 
सौ से ज्यादा हिंदी और अंग्रेजी फिल्मों में अभिनय कर चुकी शबाना देश की पहली अभिनेत्री हैं जिन्हें अपनी फिल्मों - अंकुर, अर्थ, खंडहर, पार और गॉडमदर में अभिनय के लिए पांच राष्ट्रीय पुरस्कार और अपनी फिल्मों - अंकुर, थोड़ी सी बेवफाई, मासूम, अवतार, मंडी, स्पर्श, मकड़ी और तहज़ीब के लिए आठ फिल्मफेयर पुरस्कार मिले। 
फिल्मों के अलावा वे अपने सामाजिक सरोकारों और जन मुद्दों पर संघर्ष के लिए भी जानी जाती हैं। बाल कल्याण से जुड़े मसलों, एड्स के प्रति जागरूकता और सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई में उनकी सक्रिय भागीदारी ने दिखाया कि एक कलाकार की संवेदनशीलता पर्दे पर ही नहीं, वास्तविक जीवन में भी व्यक्त होती है।
जन्मदिन पर शबाना जी के लंबे, सृजनशील जीवन के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं।                  


जल, जंगल और जमीन के हक का संघर्ष

बिहार में जल, जंगल और ज़मीन के हक़ों के लिए संघर्ष कर रहे आदिवासियों चलवाई गईं गोलियां।


आवेश तिवारी 
पटना। बिहार के इस चुनावी माहौल में जिला कैमूर के अधौरा प्रखंड़ में अपने जल, जंगल और ज़मीन के हक़ों के लिए संघर्ष कर रहे आदिवासीयों पर बीजेपी जद यू  की गठबंधन सरकार की पुलिस द्वारा बर्बर गोलियां बरसाई गई हैं।
11 सितंबर 2020 को पुलिस और वन विभाग ने निहत्थे आदिवासियों पर गोली चलाई  जिसमें 3 लोग घायल हो गए और कई को चोटें आयी। इतना ही नही  दर्जनों आदिवासीयों को फर्जी मुकदमें में जेल भेज दिया गया।
आदिवासी समुदाय व वनों में रहने वाले वनाश्रित समुदाय अपने बुनियादी अधिकारों वनाधिकार कानून को लागू करने को लेकर दो दिवसीय पूर्व आयोजित कार्यक्रम के अनुसार धरने पर बैठे थे, जो कि 10 और 11 सितंबर को था। 
हजारो की संख्या में बैठे आदिवासियों से जब कोई भी अधिकारी बात करने नही आया तो क्षुब्ध हो कर आदिवासीयों ने पहले दिन शाम को वन विभाग के दफ्तर को घेर कर उसकी सांकेतिक ताला बंदी कर दी थी।                


किसान संगठनों का सरकार पर आरोप

देश के किसान मोदी सरकार के तीन नये विधेयकों का विरोध क्यों कर रहे हैं।


वो दिन दूर नही जब भारत के हिंदू यजीदी बनकर अपनी ही जन्मभूमि पर रहम की भीख मांगते नजर आयेगें।
यूपी में क़ानून का नहीं, अपराधियों से रिश्तों का 'राजधर्म' चलता है।
 जब तुम कहते हो कि भारत पर तुम्हारा बराबर का हक़ है।
कृष्णकांत।
मैंने ये जानना चाहा कि देश के किसान मोदी सरकार के तीन नये विधेयकों का विरोध क्यों कर रहे हैं।किसान संगठनों के विरोध के कारण जायज हैं।
किसान संगठनों का आरोप है।
नए कानून से कृषि क्षेत्र भी पूंजीपतियों और कॉरपोरेट घरानों के हाथों में चला जाएगा और इसका सीधा नुकसान किसानों को होगा।
इन तीनों विधेयक किसानों को बंधुआ मजदूरी में धकेल देंगे।
ये विधेयक मंडी सिस्टम खत्म करने वाले, न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म करने वाले और कॉरपोरेट ठेका खेती को बढ़ावा देने वाले हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान होगा।
बाजार समितियां किसी इलाक़े तक सीमित नहीं रहेंगी।दूसरी जगहों के लोग आकर मंडी में अपना माल डाल देंगे और स्थानीय किसान को उनकी निर्धारित रकम नहीं मिल पाएगी।नये विधेयक से मं​डी समितियों का निजीकरण होगा।
नया विधेयक ठेके पर खेती की बात कहता है।जो कंपनी या व्यक्ति ठेके पर कृषि उत्पाद लेगा, उसे प्राकृतिक आपदा या कृषि में हुआ नुक़सान से कोई लेना देना नहीं होगा।इसका नुकसान सिर्फ किसान उठाएगा।
अब तक किसानों पर खाद्य सामग्री जमा करके रखने पर कोई पाबंदी नहीं थी।ये पाबंदी सिर्फ़ व्यावसायिक कंपनियों पर ही थी।अब संशोधन के बाद जमाख़ोरी रोकने की कोई व्यवस्था नहीं रह जाएगी, जिससे बड़े पूंजीपतियों को तो फ़ायदा होगा, लेकिन किसानों को इसका नुक़सान झेलना पड़ेगा।
किसानों का मानना है कि ये विधेयक "जमाख़ोरी और कालाबाज़ारी की आजादी" का विधेयक है।विधेयक में यह स्पष्ट नहीं है कि किसानों की उपज की खरीद कैसे सुनिश्चित होगी, किसानों की कर्जमाफी का क्या होगा।                  


छात्र सभा सपा की पुलिस से हुई झड़प

 समाजवादी छात्र सभा ने मनाया बेरोजगार दिवस पर पुलिस से हुई झड़प।


अतीश द्विवेदी


लखीमपुर खीरी। समाजवादी छात्र सभा ने प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन को बेरोजगार दिवस के रूप में मनाया। लोहिया भवन से कलेक्ट्रेट तक जाने के लिए कार्यक्रम तय था। पुलिस  ने लोहिया भवन पहुंचने से पहले ही कचहरी के गेट नम्बर दो पर कार्यकर्ताओं की गाड़ियां पुलिस की गाड़ी लगाकर रोक ली गई। छात्रसभा के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए व थाली पीटते हुए पैदल ही आगे बढ़ने लगे। पुलिस ने लोहिया भवन के सामने छात्रसभा के कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोक लिया ।
छात्र सभा के कार्यकर्ता नारे बाजी करते हुए वही लोहिया भवन के सामने सड़क पर लेट गए।  निवर्तमान छात्रसभा जिलाध्यक्ष आकाश लाला ने बताया कि हम तमाम साथी ज्ञापन के माध्यम से मोदी-योगी की जनविरोधी नीतियों के चलते डूबती अर्थव्यवस्था घटते रोजगार, बेहाल तंगहाल आत्महत्या को मजबूर नौजवान की पीड़ा, प्रदेश देश सरकारी विभागों में खाली पड़े रिक्त पदों को भरने, योगी सरकार द्वारा सरकारी नौकरियों में पांच साल के संविदा के कानून को वापस लेने, औऱ लॉकडाउन के चलते बेरोजगार हुए लोगों को 15 हजार मासिक गुजारा भत्ता देने की मांग की है।
निवर्तमान जिला महासचिव प्रवीन यादव ने बताया कि पूंजी परस्त, कारपोरेट परस्त सरकार सार्वजनिक उपक्रमों को निजी हाथों में सौप कर देश को अंदर से खोखला करने पर उतारू है, जिसे समाजवादी कार्यकर्ता और देश का युवा किसी कीमत पर बर्दास्त नहीं करेगा।कार्यकर्ताओं ने तीखी नोक झोंक के बाद वहीं पर आए सदर एस डी एम को ज्ञापन सौंपा। जिसमे प्रमुख रूप खुर्शीद अहमद, पंकज लाला, शाबान अहमद, यज्ञ प्रताप मिश्रा, रजत गुप्ता, अनुभव यादव, सुधाकर लाला, विवेक तिवारी, नईम राईन, प्रशांत लाला, शिवम गुप्ता, तालिब नज़ीर, प्रभात श्रीवास्तव, शोएब अहमद, एहतिशाम खान, बॉबी वर्मा समेत सैकड़ों युवा मौजूद रहे।                  


कहासुनीः बरसाई ईंटें, चले लाठी-डंडे

अतुल त्यागी (मंडल प्रभारी)
हाापुड़। जनपद के थाना धौलाना क्षेत्र में दो पक्षों में जरा सी
 कहासुनी को लेकर जमकर चले लाठी-डंडे और ईंट पत्थर इतना ही नहीं दोनों पक्ष एक दूसरे की जान पर उतारू हो गए।


बड़े ही बेखौफ तरीके से लाठी-डंडे और ईट पत्थरों से लैस होकर दोनों पक्ष सड़क पर उतर आए और आपस में भिड़ गए इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर चले लाठी-डंडे और ईंट पत्थर जिसमें दोनों तरफ से कई लोग घायल हो गए ।


इसी दौरान किसी ने दोनों पक्षों की मार पिटाई का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया अब बड़े ही तेजी से लाठी-डंडों से लैस सड़क पर दोनों पक्षों पर वार करते हुए वीडियो वायरल हो रहा है थाना धौलाना क्षेत्र के गांव दहरा का मामला।


बनियान धारी गैंग ने दो घरों को बनाया निशाना

जनपद हापुड़ के थाना सिंभावली क्षेत्र से बड़ी खबर।
अतुल त्यागी (मंडल प्रभारी)
हापुड़। कच्छा बनियान धारी आधा दर्जन से भी ज्यादा बदमाशों ने दो घरों को बनाया अपना त्निशाना दहशत का माहौल। लाखों रुपए की कीमत के जेवरात और नकदी कच्छा बनियान धारी बदमाश बड़े ही शातिर तरीके से घटना को अंजाम देकर मौके से हुए। हापुड़ के थाना सिंभावली पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल पुलिस गश्त की खुली पोल व्यापारियों से लेकर आम जनता तक घर से लेकर बाहर तक नहीं सुरक्षित। हापुड़ में कहीं ना कहीं रोज हो रही है लूट और डकैती जैसी वारदातें घर से लेकर बाहर तक कोई भी अपने आप को सुरक्षित नहीं समझ रहा पुलिस गश्त की खुल रही है पोल लोगों में दहशत का माहौल।                       


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 सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है मैं मीर हसन पुत्र नसीबुद्दीन निवासी, मकान संख्या-483 सरिता विहार, लोनी ,गाजियाबाद के द्वारा मेरे पुत्र रिजवान एवं उसकी पत्नी रुकैया के व्यवहार और चरित्र के कारण सभी प्रकार के संबंध विच्छेद करता हूं। भविष्य में उनके द्वारा किसी भी प्रकार के कृत्य से मेरा किसी प्रकार कोई संबंध नहीं माना जाए। मो. 8750283831



प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)












 सितंबर 19, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-36 (साल-02)
2. शनिवार, सितंबर 19, 2020
3. शक-1943, अश्विन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:58, सूर्यास्त 06:40 ।


5. न्‍यूनतम तापमान 25+ डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-161, (वर्ष-11) पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254 2. शनिवार, मार्च 30, 2024 3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-षष्ठी,...