शनिवार, 12 सितंबर 2020

राहुल को राज्यों की कमान मिलीः दबदबा

संगठन में राहुल का दबदबा फिर से बढ़ा, मिली राज्यों की कमान।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रहते हुए जो बदलाव संगठन में करना चाहते थे वो अब हुआ है।
राहुल जिन नेताओं को महत्वपूर्ण पदों पर देखना चाहते थे उन्हें जिम्मेदारी के साथ पद भी मिल गए हैं। अब ज्यादातर राज्यों की कमान राहुल के करीबियों के हाथ में है।
पार्टी के 23 असंतुष्ट नेताओं के पत्र ने इस काम को आसान बना दिया। हालांकि कांग्रेस की सर्वोच्च  सीडब्ल्यूसी में उन नेताओं को जगह मिलने से युवा ब्रिगेड को चुनौती मिलती रहेगी।
कांग्रेस में इस बदलाव के स्पष्ट संकेत हैं कि राहुल गांधी अब दुबारा पार्टी की कमान संभालने को तैयार हो गए हैं।
संगठन में युवाओं की भागीदारी तो उन्होंने अपने कार्यकाल में बढ़ा दी थी लेकिन उन्हें बढ़े पद और फैसले का अधिकार नहीं मिल पा रहा था। राहुल अध्यक्ष रहते केसी वेणुगोपाल, प्रियंका गांधी और हरीश रावत को महासचिव बना पाए थे जबकि इस पद पर सर्वाधिक उम्र के मोती लाल वोरा 90 भी शामिल थे।
राहुल तब भी रणदीप सुरजेवाला को कम्युनिकेशन विभाग का प्रभारी महासचिव बनाना चाहते थे लेकिन कई वरिष्ठ महासचिव एक स्वर से विरोध कर देते। अभी हाल अजय माकन को महासचिव बनाने के बाद तय हो गया था कि अब युवाओं को महासचिव बनने का मौका मिलेगा। इस फैसले के बाद असंतुष्ट खुलकर राहुल के हस्तक्षेप को लेकर मुखर हुए।
राहुल की टीम के राजीव शुक्ला को हिमाचल प्रदेश, विवेक बंसल को हरियाणा, मनीष चतरथ जो गांधी परिवार के करीबी हैं को अरुणाचल, देवेंद्र यादव को उत्तराखंड, राजीव साटव को गुजरात की जिम्मेदारी मिली है। रणदीप सुरजेवाला को कर्नाटक का प्रभार जरूर मिला है वे फिलहाल कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट भी देखेंगे।
असंतुष्ट नेताओं में गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा को सीडब्ल्यूसी का फिर से सदस्य बनाया गया है। पत्र में हस्ताक्षर करने वाले मुकुल वासनिक, जितिन प्रसाद को राज्यों का प्रभार और दिल्ली के अरविंदर सिंह लवली को केंद्रीय चुनाव समिति में जगह मिल गई थी।               


गायिका अनुराधा के बेटे का हुआ निधन

मुंबई। साल 2020 लगातार कहर बरपा रहा है। यह साल भारतीय सिनेमा के इतिहास में काले अक्षरों में दर्ज होगा। अभी ये साल पूरा भी नहीं हुआ है और बॉलीवुड ने अबतक ऋषि कपूर, इरफान खान और वाजिद अली जैसे बेहतरीन कलाकारों को बीमारी के चलते खो दिया। कई सेलेब्स ने अन्य वजहों से इस दुनिया को अलविद कह दिया।


अभी इन सबका गम लोग भुला भी नहीं पाए हैं कि मनोरंजन जगत से एक और बुरी खबर सामने आ गई है। बॉलीवुड बैकग्राउंड सिंगर रही अनुराधा पौडवाल के बेटे आदित्य पौडवाल का निधन हो गया है।



        


मरीजों को कोविड अस्पताल में करें भर्ती

मुख्यमंत्री ने कोरोना नियंत्रण में सामाजिक संगठनों, गैर सरकारी और स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लेने कहा


कोरोना के संभावित मरीज जांच के लिए सैंपल देने के बाद खुद को रखें आइसोलेट


मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में हुई
कोविड-19 की रोकथाम के प्रभावी उपायों पर चर्चा


रायपुर। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने प्रदेश में कोरोना की रोकथाम के लिए सामाजिक संगठनों, गैर सरकारी और स्वंयसेवी संस्थाओं की भी सहायता लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विभिन्न समाजों द्वारा संचालित धर्मशालाओं तथा आश्रम संस्थाओं के साथ ही उनके संचालन से जुड़े लोगों को भी कोरोना नियंत्रण से जोड़ने कहा है। मुख्यमंत्री ने आज अपने निवास कार्यालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और कलेक्टरों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी प्रकार की सिफारिश और दबाव में आए बिना डॉक्टरों की सलाह एवं मरीज की स्थिति के अनुसार उन्हें बेहतर इलाज मुहैय्या कराएं। उच्च स्तरीय बैठक में स्वास्थ्य मंत्री  टी.एस. सिंहदेव, गृह मंत्री  ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री  रविन्द्र चौबे, मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा, प्रदीप शर्मा, राजेश तिवारी और रूचिर गर्ग, मुख्य सचिव आर.पी. मंडल, स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्ले और मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों और कोरोना केयर सेंटर्स में ऑक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के साथ ही कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच में तेजी लाने और जांच का दायरा बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोविड अस्पतालों और आइसोलेशन सेंटर्स में ज्यादा से ज्यादा डॉक्टरों और नर्सों की मौजूदगी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं, जिससे उनकी बेहतर तरीके से देखभाल हो सके। उन्होंने डॉक्टरों और नर्सिंग स्टॉफ का अस्पताल के वार्डों में नियमित राउंड के साथ ही वहां भर्ती मरीजों से सतत् संवाद बनाए रखने कहा। इसके लिए उन्होंने मेडिकल कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों और नर्सिंग कॉलेजों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की सेवाएं लेने का भी सुझाव दिया।                      


मोबाइल ऐप से हादसे रोकने की कवायद

मोबाइल का ये ऐप रोकेगा सड़क हादसे, स्मार्ट फोन यूजर्स जानें इसकी खासियत।


बरेली। केंद्र और राज्य सरकार मोबाइल एप के जरिए सड़क हादसों को रोकेंगी। बरेली समेत प्रदेश के 16 जिलों में इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस (आई रैड) को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया जा रहा है। आईआईटी मद्रास ने विश्व बैंक की मदद से इस एप को तैयार किया है। फोटोग्राफ-वीडियो और लोकेशन के जरिए दुर्घटना की वजह का पता किया जाएगा। खामियों को दूर कराकर हादसों को रोका जाएगा।
आईआईटी मद्रास ने आई रैड मोबाइल एप को तैयार किया है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने यूपी के 16 ऐसे जिलों को चुना है, जहां दुर्घटना अधिक होती हैं। यहां पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर एप्लीकेशन का इस्तेमाल होगा। एप को हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषा में लागू किया जाएगा। आई रैड को लागू कराने की जिम्मेदारी पुलिस-आरटीओ और एनआईसी पर रहेगी। किसी भी सड़क पर दुर्घटना के बाद मोबाइल एप्लीकेशन में पूरी डिटेल फीड करनी होगी। दुर्घटना का समय, तारीख, लोकेशन, एक्सीडेंट वाली गाड़ियों की डिटेल और नुकसान समेत कई जानकारी देनी होंगी। एप पर दुर्घटना के फोटो और वीडियो भी भेजने होंगे।
एप के जरिए डाटा लोकल पुलिस के साथ आईआईटी मद्रास
पहुंचेगा। इसके बाद दुर्घटना वाली सड़क और जगह का विश्लेषण किया जाएगा। सड़क पर यदि कोई खामियां पाई गईं तो उसे सुधारने के सुझाव दिए जाएंगे। इस एप के संबंध में आईआईटी के एक्सपर्ट दो दिन से पुलिस-आरटीओ और एनआईसी के अधिकारियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दे रहे थे। शुक्रवार को ट्रेनिंग पूरी हो गई।
आईआईटी के सुझाव पर अमल होगा
आईआईटी मद्रास के सुझाव आने के बाद पीडब्ल्यूडी-परिवहन विभाग के एक्सपर्ट दुर्घटना के स्थल का दौरा करेंगे। सड़क का डिज़ाइन और दूसरी खामियों को दूर कराएंगे।
इन जिलों में लागू होगा इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस
बरेली, लखनऊ, अलीगढ़, प्रयागराज, मुरादाबाद, गोरखपुर, कानुपर नगर, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, आजमगढ़, वाराणसी, मथुरा, आगरा और गौतमबुद्ध नगर ।
आईआईटी मद्रास के एक्सपर्ट ने आई रैड के इस्तेमाल की ट्रेनिंग दी है। आईआईटी के लिंक के जरिए हमनें एप को डाउन लोड कर लिया है। उम्मीद है बहुत जल्द आई रैड लागू हो जाएगा। एप सड़क हादसों को कम करने में कारगर साबित होगी। -अनिल गुप्ता, आरटीओ, बरेली।                 


कैब की पिछली सीट पर मिला युवक का शव

 कैब की पिछली सीट पर मिला युवक का खून से लथपथ शव -चाबीवाले को बुलवाकर खुलवाई कार।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। साहिबाबाद थाना क्षेत्र के मोहन नगर चैराहे पर शनिवार सुबह उस वक्त सनसनी मच गई जब एक कैब की पिछली सीट पर खून से लथपथ शव देखा गया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह मोहन नगर चैराहे पर दिल्ली नंबर स्विफ्ट डिजायर कैब में पीछे की सीट पर एक युवक का खून से लथपथ शव मिला। देर रात से कार मोहन नगर चैराहे पर खड़ी रही और गाड़ी में शव पड़ा हुआ था।
शनिवार सुबह करीब आठ बजे साहिबाबाद पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और चाबी वाले को बुला कर गाड़ी का दरवाजा खुलवा कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। कार नंबर के आधार पर युवक की शिनाख्त के प्रयास किये जा रहे हैं। एसएचओ साहिबाबाद विष्णु कौशिक ने बताया कि कार लॉक थी। चाबी वाले को बुलवाकर कार खुलवाए गई। कार से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मोबाइल व अन्य सामान को लेकर मामले की जांच की जा रही है। शव की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं।               


मुंंहासे के कारण स्किन को ना करें खराब

चेहरे पर मुंहासे हमें गंभीर रूप से परेशान कर सकते हैं। हमें एहसास भी नहीं होता है और यह धीरे-धीरे हमारे चेहरे को पूरा बर्बाद कर देते हैं। इनकी वजह से कई लोगों के अंदर का कॉन्फिडेंस कम होने लगता है। हम में से बहुत से लोग मुंहासों को छिपाने के लिए मेकअप का सहारा लेते हैं। हालांकि, यह सिर्फ स्थिति को बदतर बनाता है। मेकअप से स्किन पोर्स बंद हो जाते हैं, जिससे मुंहासे और ज्यादा फैलने लगते हैं। इससे पहले की बहुत देर हो जाए आपको इसका उपचार करना चाहिए।
आज हम आपको गाजर के जूस से मुंहासों का इलाज करना बताएंगे, जिससे कुछ ही दिनों में आपकी स्किन फिर से चमकदार और बेदाग नजर आने लगेगी। यदि आप सोच रही हैं कि गाजर का रस मुंहासे दूर करने में कैसे मदद करता है और इसका उपयोग कैसे करना है, तो आइए जानते हैं…
मुंहासों के लिए गाजर के रस का फायदा
गाजर का रस विटामिन-ए और सी का एक समृद्ध स्रोत है। विटामिन-ए एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंटहै, जो स्वस्थ त्वचा कोशिकाओं के उत्पादन को प्रोत्साहित करता है और आपके चेहरे पर एक प्राकृतिक चमक लाता है। यह आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से भी बचाता है और त्वचा की उम्र बढऩे की प्रक्रिया को धीमा करता है। लेकिन, सबसे महत्वपूर्ण बात, यह त्वचा को ठीक करने और मुंहासे को साफ करने में मदद करता है। गाजर के रस में मौजूद विटामिन सी त्वचा में कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है। कोलेजन त्वचा की लोच में सुधार करने में मदद करता है, जिससे आपकी त्वचा नरम और चिकनी होती है।
गाजर के रस का मास्क
आप अपनी त्वचा को निखारने और मुहांसों को साफ करने के लिए सीधे अपने चेहरे पर गाजर के रस का उपयोग कर सकती हैं।
चेहरे पर लगाने का तरीका
आपको 2 बड़े चम्मच ताजे गाजर के रस की आवश्यकता होगी।
इसे रूई की मददे से अपने साफ चेहरे पर लगाएं।
जब यह सूख जाए तब चेहरे को धो लें।
अच्छा रिजल्ट पाने के लिए इसे रोज लगाएं।



  1. गाजर का रस और समुद्री नमक
    समुद्री नमक में जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करते हैं और आपकी त्वचा को साफ रखते हैं। यह त्वचा में तेल के उत्पादन को संतुलित करने में मदद करता है और इस तरह मुंहासे का सफाया करता है।
    चेहरे पर लगाने का तरीका
    1 टीस्पून गाजर के रस में 1 टीस्पून समुद्री नमक मिलाएं।
    एक कॉटन पैड के उपयोग से इसे चेहरे पर लगाएं।
    जब यह सूख जाए तब चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें।

  2. गाजर का रस और जैतून का तेल
    जैतून के तेल में आवश्यक फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो स्किन में जान डालने का काम करते हैं। यह तेल स्किन के पोर्स को बंद किए बिना गहराई से मॉइस्चराइज करता है और त्वचा को पोषण देता है।
    चेहरे पर लगाने का तरीका
    2 टेबलस्पून गाजर के रस में 1 टीस्पून जैतून का तेल मिलाकर चेहरे पर लगाएं।
    इसे 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें। बाद में इसे अच्छी तरह से धो लें।
    ऐसा सप्ताह में दो बार करें।
    गाजर का रस और मुल्तानी मिट्टी
    ऑयली स्किन वालों को मुंहासों की सबसे ज्यादा समस्या होती है। मुल्तानी मिट्टी चेहरे से अतिरिक्त तेल को सोखने का काम करती है। यह न केवल आपकी त्वचा से तेल और गंदगी को अवशोषित करती है, बल्कि ब्लैकहेड्स, व्हाइटहेड्स और झाइयों को मिटाती है।
    चेहरे पर लगाने का तरीका
    गाजर का रस निकालें और इसे कटोरे में इक_ा करें।
    एक चिकना पेस्ट बनाने के लिए इसमें पर्याप्त मुल्तानी मिट्टी मिलाएं।
    पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं। इसे 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें।
    गुनगुने पानी का उपयोग करके इसे अच्छी तरह से धो लें।
    बेहतर परिणाम के लिए सप्ताह में एक बार इस उपाय को अपनाएं।           


'गुलाब' की क्रीम से रोज करें मसाज

स्किन को चमकदार और ग्लोइंग बनाने के लिए गुलाब का फूल बेहद असरदार होता है। गुलाब में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो चेहरे से लालिमा को कम करने में मदद कर सकती है। यह क्रीम मुंहासे, चेहरे की सूजन और एक्जिमा से भी छुटकारा दिलाती है। गुलाब की पंखुडिय़ां क्लींजर की तरह काम करती हैं और स्किन पोर्स में जमे तेल और गंदगी को दूर करने में सहायक हैं।
यदि आपकी स्किन ड्राय है, तो गुलाब चेहरे को हाइड्रेट और मॉइस्चराइज करने में भी मदद करता है। इससे तैयार फेस पैक लगाने से चेहरा बिल्कुल तरोताजा नजर आता है। यही नहीं, जीवाणुरोधी गुणों के कारण, गुलाब घाव के निशान, चोट और घावों को भी भरने में सहायता करता है।
सामग्री-
गुलाब की पंखुडिय़ां – 1 कप
एलोवेरा जेल- 1 चम्मच
ग्लिसरीन – आधा चम्मच
बनाने की विधि –
1.सबसे पहले गुलाब की पंखुडियों को धोकर ग्राइंडर में पीस लें।
2.फिर इसे एक कांच की कटोरी में निकालें और उसमें एलोवेरा जेल और ग्लिसरीन मिलाएं।
3.इन सभी चीजों को अच्छी तरह से मिक्स करें और पेस्ट बनाएं।
4.अब इस पेस्ट को कांच की शीशी में भर लें।
5.लीजिए तैयार है आपकी गुलाब से तैयार की हुई मसाजिंग क्रीम।
कब और कैसे लगाएं
आप इस मसाजिंग क्रीम को सुबह या रात में सोने से पहले लगा सकती हैं। अपने चेहरे को सबसे पहले धो लें और फिर इस क्रीम का थोड़ा सा हिस्सा उंगलियों में लेकर अपने चेहरे पर लगाएं। इसे लगाने के बाद करीबन 10 मिनट अपने चेहरे की हल्के प्रेशर के साथ मसाज करें।
चेहरे के लिए गुलाब का फायदा
एंटीऑक्सिडेंट का पावरहाउस

हम सभी जानते हैं कि एंटीऑक्सिडेंट त्वचा के लिए अच्छे माने जाते हैं। गुलाब में पाया जाने वाला एंटीऑक्सिडेंट त्वचा की कोशिकाओं को मजबूत करने में मदद करता है, जिससे स्किन रिपेयर होती है। एंटीऑक्सिडेंट मुक्त कणों को बेअसर करने के लिए काम करते हैं, जो त्वचा को एंटी-एजिंग लाभ भी प्रदान कर सकते हैं।
नमी की न होने दे कमी
गुलाब सभी प्रकार की त्वचा के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। यह विशेष रूप से ड्राय स्किन के लिए बहुत बढिय़ा होता है। यह स्किन को मॉइस्चराइज करता है और खुजली को शांत करता है।
झुर्रियों को मिटाकर बनाए जवां
एंटीऑक्सिडेंट से भरे होने के अलावा, गुलाब विटामिन-ए और सी से भरा होता है, जो झुर्रियों की उपस्थिति को कम करता है। इसे नियमित चेहरे पर लगाने से डार्क स्पॉट कम होते हैं और कोलेजन उत्पादन बढता है। गुलाब रेटिनॉल का एक प्राकृतिक स्रोत भी माना जाता है।
स्किन से हटाए गंदगी और तेल
यदि आपकी स्किन ऑयली हो जाती है और आपको बार-बार अपना मुंह धोना पड़ता है, तो ऐसे में गुलाब चेहरे से चिपचिपाहट को हटाने का काम भी करता है। यह अतिरिक्त तेल उत्पादन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यह त्वचा में पानी की मात्रा को बढ़ाता है।
यह नेचुरल चीज आपके चेहरे पर एक मैजिक की तरह काम करेगी। इसका इस्तेमाल रोजाना किया जा सकता है। इसका फायदा देखने के लिए इसे लगभग 1 सप्ताह तक इस्तेमाल करें।           


14 सितंबर को देश में किसान करेंगे प्रदर्शन

नई दिल्ली। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर अपनी लंबित मांगों को लेकर पूरे देश में किसान संसद सत्र के पहले दिन ही 14 सितम्बर को देशव्यापी प्रदर्शन करेंगे। छत्तीसगढ़ में ये प्रदर्शन कोविद-19 के प्रोटोकॉल और फिजिकल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए हर गांव में आयोजित किये जायेंगे। दिल्ली में समन्वय समिति से जुड़े संगठन एक विशाल धरना का आयोजन करेंगे।


यह जानकारी समन्वय समिति से जुड़े विजय भाई और छत्तीसगढ़ किसान सभा के राज्य अध्यक्ष संजय पराते ने आज दी। उन्होंने बताया कि इस देशव्यापी किसान प्रदर्शनों के जरिये केंद्र सरकार से कृषि विरोधी अध्यादेशों और पर्यावरण आंकलन मसौदे को वापस लेने, कोरोना संकट के मद्देनजर ग्रामीण गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न और नगद राशि से मदद करने, मनरेगा में 200 दिन काम और 600 रुपये रोजी देने, व्यावसायिक खनन के लिए प्रदेश के कोल ब्लॉकों की नीलामी और नगरनार स्टील प्लांट का निजीकरण रद्द करने, किसानों को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार सी-2 लागत मूल्य का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में देने और उन्हें बैंकिंग तथा साहूकारी कर्ज़ के जंजाल से मुक्त करने, आदिवासियों और स्थानीय समुदायों को जल-जंगल-जमीन का अधिकार देने के लिए पेसा कानून का क्रियान्वयन करने की मांग की जाएगी।


उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में इन मुद्दों पर किसानों और आदिवासियों के बीच काम करने वाले 25 संगठन एक साथ आये हैं। इन संगठनों में छत्तीसगढ़ किसान सभा, आदिवासी एकता महासभा, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन, हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति, राजनांदगांव जिला किसान संघ, छग प्रगतिशील किसान संगठन, दलित-आदिवासी मंच, क्रांतिकारी किसान सभा, छग किसान-मजदूर महासंघ, छग प्रदेश किसान सभा, जनजाति अधिकार मंच, छग किसान महासभा, छमुमो (मजदूर कार्यकर्ता समिति), किसान महापंचायत, परलकोट किसान संघ, अखिल भारतीय किसान-खेत मजदूर संगठन, वनाधिकार संघर्ष समिति, धमतरी व आंचलिक किसान सभा, सरिया आदि संगठन प्रमुख हैं। अपने प्रदर्शनों के जरिये ये संगठन राज्य की कांग्रेस सरकार से भी सभी किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध कराने, बोधघाट परियोजना को वापस लेने, हसदेव क्षेत्र में किसानों की जमीन अवैध तरीके से हड़पने वाले अडानी की पर्यावरण स्वीकृति रद्द करने और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने, पंजीकृत किसानों के धान के रकबे में कटौती बंद करने, सभी बीपीएल परिवारों को केंद्र द्वारा आबंटित प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज वितरित करने, वनाधिकार दावों की पावती देने, हर प्रवासी मजदूर को अलग मनरेगा कार्ड देकर रोजगार देने और भू-राजस्व संहिता में कॉर्पोरेटपरस्त बदलाव न करने की भी मांग करेंगे।                         


किस राशि से, किसका होगा सुधार ?

नई दिल्ली। मेष- मेष छोटी यात्रा के योग हैं। पुराने मित्र से मुलाकात होगी।काम बन जाएगा। वृषभ- मानसिक चिंता दूर होगी। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। उपहार का लाभ होगा। मिथुन- रुका धन मिलेगा। परिजनों से भेंट का योग है। करियर की समस्याएं हल होंगी। कर्क- दौड़-भाग रहेगी। परिवार में व्यस्त रहेंगे। पीपल के नीचे दीपक जलाएं। सिंह- सेहत में सुधार होगा। संतान की समस्या हल होगी। स्थान परिवर्तन का योग है। कन्या- परिवार की समस्या हल होगी। कोई रुका काम पूरा होगा। संपत्ति का लाभ हो सकता है। तुला- परिवार की समस्याएं दूर होंगी। रोजगार में सफलता मिलेगी. नया काम शुरू हो सकता है। वृश्चिक- व्यर्थ की चिंता होगी। ऑफिस में समस्या हो सकती है. शनि मंत्र का जाप करें। धनु- आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। करियर में सुधार होगा।निर्णयों में सावधानी रखें। मकर- सेहत का ध्यान रखें। विवाद ना करें। करियर में बदलाव होगा।         



सारा अली खान भी लेती है ड्रग्सः रिया

मुम्बई। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की सख्त पूछताछ में रिया चक्रवर्ती ने बहुत से ऐसे फिल्मी सितारों का नाम बताया है जो ड्रग्स मामले से जुड़े हुए हैं। रिया चक्रवर्ती ने सारा अली खान के अलावा रकुल प्रीत सिंह समेत 25 ऐसे फिल्मी सितारों का नाम एनसीबी को बताएं है। जो ड्रग्स से जुड़े हुए हैं। रिया से पूछताछ के बाद एनसीबी के पास इन 25 फिल्मी सितारों की सूची बन गई है। जो नशीली दवाओं के घनचक्कर में पड़े हुए हैं। वहीं एनसीबी को ऐसे भी कुछ बड़े फिल्मकारों के नाम मिले हैं जो दाऊद कंपनी से लंबी रकम लिया करते हैं। एनसीबी सब मामलों की फौरी पड़ताल में लगी हुई है। जिनके उजागर होने के बाद बॉलीवुड में बवंडर उठ सकता है।             


गवाहीः भारत में नहीं मिल सकेगा इंसाफ

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने शुक्रवार को भारत से लाइव वीडियो लिंक के जरिए भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के मामले में हीरा कारोबारी की ओर से गवाही दी। शुक्रवार को लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में लाइव सुनवाई के दौरान रिटायर्ड जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने कहा कि, नीरव मोदी को भारत में स्वतंत्र और निष्पक्ष सुनवाई का मौका नहीं मिलेगा। जस्टिस मार्कंडेय काटजू की गवाही को भारत सरकार की ओर से अभियोजन पक्ष ने चुनौती दी। पांच दिन की सुनवाई के अंतिम दिन जस्टिस सैमुअल गूजी ने जस्टिस काटजू की विस्तृत गवाही सुनने के बाद मामले की सुनवाई 3 नवंबर तक स्थगित कर दी। तीन नवंबर को वह भारतीय अधिकारियों द्वारा पेश सबूतों की स्वीकार्यता से संबंधित तथ्यों पर सुनवाई करेंगे। नई दिल्ली से 130 मिनट के अपने बयान में काटजू ने आरोप लगाया कि भारत में न्यायिक व्यवस्था चौपट हो गई है। उन्होंने दावा किया कि जांच एजेंसियां जैसे- सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय राजनीतिक गुरुओं के इशारों पर काम कर रही हैं।


सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू ने कहा कि, भारत के आर्थिक पतन के लिए नीरव मोदी एक “बलि का बकरा” बन गया है, जिस तरह से 1930 के दशक में यहूदियों को नाज़ी जर्मनी में आर्थिक परेशानियों के लिए दोषी ठहराया गया था, और भारत में निष्पक्ष सुनवाई नहीं होगी। काटजू ने लिखित और मौखिक दावे किये हैं कि भारत में न्यायपालिका का अधिकांश हिस्सा भ्रष्ट है और जांच एजेंसियां सरकार की ओर झुकाव रखती हैं।


काटजू ने अपने आरोपों के समर्थन में कई केस और मुद्दों को रखा, जिनमें 2019 में पूर्व जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच की तरफ से अयोध्या पर दिया गया फैसला शामिल हैं, जिन्हें बाद में राज्यसभा का सदस्य नियुक्त किया गया। इसके साथ ही, उन्होंने रिटायरमेंट के बाद जजों की नियुक्ति, मीडिया ट्रायल और न्यायपालिका में भ्रष्टाचार का मुद्दा भी रखा। बैरिस्टर हेलेन मैल्कम ने सवाल किया, ”क्या ऐसा संभव है। आप स्वघोषित गवाह हैं, जो कुछ भी बयान दे सकते हैं। इस पर काटजू ने जवाब दिया, आप अपने विचार रखने के हकदार हैं।                


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...