गुरुवार, 10 सितंबर 2020

9 मिनट अंधकार, सरकार का विरोध किया

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। देश में तेज़ी से बढ़ती मंहगाई व बेरोजगारी तथा खराब अर्थव्यवस्था के खिलाफ बुधवार की रात्रि अंधेरा कर मोमबत्तियां व मसालें जला कर विरोध प्रकट किया गया। बेरोजगार युवाओं के साथ कदम।से कदम मिलाकर खड़ी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी आदि राजनीतिक पार्टियों ने सत्ता पक्ष को घेरने में कू कोर कसर नहीं छोड़ा। उत्तर प्रदेश में डूबती कांग्रेस को तो मानों बहुत बड़ा राजमितिक सहारा मिल गया है और इसी लिए पार्टी के आह्वान पर प्रत्येक जनपद में कांग्रेसियों ने भी 09 सितंबर की रात्रि 09 बजे 09 मिनट के लिए अंधेरा कर मोमबत्ती व मसालें जलाई। कांग्रेस ने जहां बेरोजगार युवाओं को अपनी ढाल बनाया है वहीं समाजवादी पार्टी भी तनिक पीछे नहीं है। समजवाड़ाओ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व उनकी पत्नी पूर्व सांसद डिम्पल यादव ने स्वयं अंधेरे में मोमबत्ती जला बेरोजगार कर युवाओं के साथ खड़े होने का एहसास दिलाया। सपा के धर्मेन्द्र यादव सहित वरिष्ठ नेता मोहम्मद एबाद ने भी अपने सहयोगियों के साथ मोमबत्ती जलाई। बहुजन समाज पार्टी का गढ़ माना जाने वाला जनपद अम्बेडकरनगर में भी कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के लोगों ने बीती रात्रि अंधेरा कर मोमबत्तियां व मसालें जला कर मंहगाई, बेरोजगारों व खराब अर्थव्यवस्था पर सरकार को आइना दिखाने का काम किया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने फेसबुक वॉल पर डिम्पल यादव के साथ मोमबत्ती जलाने की तश्वीर शेयर करते हुए लिखा कि “आज आनेवाले कल के बदलाव का इतिहास लिख दिया, सियासत के आसमान पर रोशनी से इंक़लाब लिख दिया” उन्होंने आगे लिखा कि आज युवाओं ने भाजपा के शासनकाल की उल्टी गिनती की शुरूआत कर दी है, हमने नौजवानों की ख़ातिर मोमबत्तियाँ जलाकर हमेशा की तरह आज भी उनका साथ दिया है और देते रहेंगे। श्री अखिलेश ने अगली पोस्ट में बाद सवाल उठाते हुए लिखा कि “समझ नहीं आता भाजपा सरकार चला रही है या देश के साधनों और संसाधनों का बाज़ार लगा रही है. इन्होंने प्रदेश देश में टोल, मंडी, सरकारी मॉल, आईटीआई, पॉलीटेक्निक, हवाई अड्डा, रेल के साथ साथ बीमा कंपनी और निजीकरण से युवाओं के रोज़गार के अवसरों तक को बेच डाला है।                  


संस्थानों पर हमलों को रोकने की अपील

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने स्कूलों और विश्वविद्यालय समेत अन्य शैक्षणिक संस्थानों पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए विश्व समुदाय से इस दिशा में प्रयास करने की अपील की है। गुटेरेस ने शैक्षणिक संस्थानों को हमलों से बचाने के अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में कहा, “ स्कूलों और विश्वविद्यालयों को सुरक्षित स्थान माना जाता है जहां बच्चे और युवा जाकर सीखते हैं और अपना मानसिक तथा बौद्धिक विकास करने के अलावा सशक्त भी होते हैं।”


संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने सभी सदस्य देशों से शिक्षा के अधिकार पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए मौजूदा अंतररराष्ट्रीय समझौतों के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की अपील की है। इसके अलावा स्कूलों और विश्वविद्यालयों का उपयोग सैन्य गतिविधियों और उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भी नहीं होना चाहिए। गुटेरेस ने शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा के लिए कई सदस्य देशों की ओर से उठाए गए कदमों का स्वागत भी किया। गुटेरेस ने समाज के वंचित तबकों समेत सभी के लिए शिक्षा के समान अवसर की उपलब्धता पर बल देते हुए कहा, “मैं संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों से आग्रह करता हूं कि सभी के लिए शिक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करें, विशेष रूप से समाज के वंचित तबकों तथा शरणार्थियों के लिए।”


उन्होंने कहा, “कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी ने हमारे समाज में मौजूद कई कमजोर पहलुओं पर प्रकाश डाला है। इनमें से एक है, शिक्षा तक लोगों की असमान पहुंच। आने वाले दशक में सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी पीछे न रहे। उसके लिए, सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्रों के पढ़ने एवं सीखने के लिए सुरक्षित स्थानों की आवश्यकता है।”          


12 सितंबर से कई ट्रेनों का संचालन होगा

लखनऊ। रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुविधा के लिए अनलॉक-04 में राजधानी से लखनऊ-नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस और लखनऊ-नई दिल्ली स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस सहित कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन 12 सितम्बर से करने जा रहा है। इन स्पेशल ट्रेनों के लिए आज से बुकिंग शुरू हो गई है।


लखनऊ मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि रेलवे प्रशासन अनलॉक-04 में 12 सितम्बर से 80 और स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रहा है। इसमें राजधानी लखनऊ से चलने और गुजरने वाली अप -डाउन ट्रेनों में 02429/30 लखनऊ -नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस, 02003/04 लखनऊ- नई दिल्ली स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस, 05007/08 वाराणसी सिटी- लखनऊ जंक्शन कृषक एक्सप्रेस, 02591/92 गोरखपुर- यशवंत एक्सप्रेस वाया लखनऊ, 05909/10 डिब्रूगढ़,- लालगढ़ अवध असम एक्सप्रेस, 03307/08 धनबाद फिरोजपुर गंगा सतलज एक्सप्रेस और 05933/34 डिब्रूगढ़-अमृतसर एक्सप्रेस शामिल हैं। इन स्पेशल ट्रेनों में आज से बुकिंग शुरू हो गई है।


उन्होंने बताया कि यह सभी स्पेशल ट्रेनें गत 22 मार्च से ही बंद हैं। रेलवे ने पूरे देश में कोरोना महामारी को देखते हुए पहले से ही 230 स्पेशल ट्रेनें चला रखी हैं। अब 80 और ट्रेनों का संचालन शुरू होने से उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में ट्रेनों की संख्या 310 हो जाएगी। इन सभी स्पेशल ट्रेनों में यात्रा करने के लिए कंफर्म टिकट अनिवार्य है। स्पेशल ट्रेनों में सिर्फ रिजर्व सीटों की व्यवस्था की गई है। किसी भी स्पेशल ट्रेन में जनरल डिब्बे नहीं लगेंगे।               


'पेट्रोल-डीजल' के दाम आई कुछ नरमी

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई हालिया गिरावट के बाद तेल विपणन कंपनियों ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मामूली कटौती की। पेट्रोल के दाम में आठ से नौ पैसे जबकि डीजल के दाम में 10 से 12 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है। उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बीते सत्र में कच्चे तेल में आई रिकवरी के दाम फिर नरमी बनी हुई है। कोरोना महामारी का प्रकोप गहराने से तेल की मांग में कमी आने की आशंकाओं से कीमतों में नरमी आई है।


इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें घटकर क्रमश: 81.99 रुपये, 83.49 रुपये, 88.64 रुपये और 84.96 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। वहीं, डीजल की कीमतें घटकर 73.05 रुपये, 76.55 रुपये, 79.57 रुपये और 78.38 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटर कांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के नवंबर डिलीवरी अनुबंध में गुरुवार को पिछले सत्र के मुकाबले 0.37 फीसदी की गिरावट के साथ 40.64 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। बीते सत्र में ब्रेंट क्रूड के दाम में दो फीसदी से ज्यादा की रिकवरी आई।


वहीं, डब्ल्यूटीआई के अक्टूबर डिलीवरी वायदा अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले .0.55 फीसदी गिरावट के साथ 37.84 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। कमोडिटी बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि तेल की वैश्विक मांग में नरमी रहने की आशंका है जिससे कीमतों पर दबाव है।


गड़बड़ और खामियां क्षमा नहीं की जाएगी

श्रावस्ती। जनपद के विभिन्न विभागों एवं कार्यदायी संस्थाओं द्वारा जो भी विकास परख निर्माण कराये जा रहे हैं उन्हे पूरे गुणवत्ता के साथ समय से पूरी किये जाये। यदि औचक निरीक्षणों में किसी भी निर्माणाधीन कार्यों में गुणवत्ता की कमी मिली तो निश्चित ही सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के साथ-साथ विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों को जिम्मेदार मानते हुए उनके ऊपर कड़ी कार्यवायी सुनिश्चित होगी।
उक्त निर्देश कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों की गहन समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी टीके शिबु ने दिया है। सड़कों एवं निर्माणाधीन पुलों की समीक्षा के दौरान सभी सम्बन्धित विभागों से सडकों का नाम, लम्बाई, कुल लागत, अवमुक्त धनराशि अब तक खर्च की गयी धनराशि एवं कार्य के प्रगति का पूरा विवरण तलब किया है, समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने दोनों नगर पालिका/नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारियों को जिन-जिन स्थानों पर भूमि उपलब्ध हो गयी है अपशिष्ट प्रबन्धन हेतु कार्यवाही करने का निर्देश दिया। पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया है शत प्रतिशत पशुओं का टीकाकरण सुनिश्चित कराया जाए और जिले में संचालित गोवा स्थलों में भी सभी पशुओं का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत नगर निकाय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाकर अक्टूबर माह तक पात्रों को गोल्डन कार्ड प्रत्येक दशा में मुहैया कराया जाए। जिले में संचालित 108 एवं 102 एम्बुलेंस ऐसे स्थान जो फोन आने पर भी अटेंड नहीं किए जा सके हैं उनकी सूची कारण सहित मुहैया कराया जाए।                   


जेई संगठन का सहयोग सत्याग्रह जारी रहा

जानकी शरण द्विवेदी


गोण्डा। उप्र ऊर्जा प्रबंधन एवं उप्र शासन का ध्यान आकृष्ट कराये जाने को लेकर राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के समस्त सदस्यों का 08 सितम्बर से शुरू हुआ 48 घण्टे का सहयोग सत्याग्रह बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रदेश के समस्त उत्पादन गृहों, जल विद्युत गृहां, पारेषण निगम तथा वितरण निगम के सभी कार्यालयों तथा विद्युत उप केंद्रों में कार्यरत अवर अभियंताओं व प्रोनन्त अभियंताओ ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए कार्य किया। यह जानकारी देते हुए संगठन के केन्द्रीय प्रचार सचिव अरविन्द झा ने बताया कि सहयोग सत्याग्रह कार्यक्रम की समीक्षा हेतु संगठन के उच्चाधिकार समिति की आनलाइन बैठक की गयी, जिसे सम्बोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष इं. जीवी पटेल ने कहा कि लाकडाउन का पालन कराये जाने से लेकर लोगों के आम जन जीवन को आसान बनाये रखने के लिये ऊर्जा विभाग के अभियन्ता गण अपने प्राणां की परवाह किये बिना अनवरत कार्य कर रहे हैं। उप्र सरकार एवं बिजली विभाग के शिखर प्रबंधन द्वारा बिजली क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपे जाने का कुत्सित प्रयास किये जा रहा है। यह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण एवं चिन्तनीय है। इससे न सिर्फ बिजली के कार्मिकों की सेवा शर्ते प्रभावित होंगी, अपितु बिजली की कीमतों में भारी इजाफा होने से आम उपभोक्ताआें को भारी आर्थिक बोझ का सामना एवं निजी कम्पनियों के दलालां से शोषण का शिकार होना पड़ेगा। पूर्व में जिन भी प्रदेशां पर बिजली क्षेत्र को निजी हाथों में सौपे गये, वहां निजीकरण व्यवस्था पूरी तरह से असफल रही है।


केंद्रीय महासचिव इं जय प्रकाश ने कहा कि बेहतर आपूर्ति सेवा एवं लाइन हानियों को कम किये जाने हेतु संगठन द्वारा पूर्व मे अनेकों सुधार प्रस्ताव एवं सुझाव दिए गए किंतु उन पर ऊर्जा प्रबन्धन द्वारा कोई अमल नहीं किये गये एवं न ही ऊर्जा संस्थान में धरातल पर कार्य करने वाले संवर्ग विशेष रुप से जूनियर इंजीनियर्स एवं प्रोन्नत अभियन्ता जिनकी विभिन्न जायज मांगो/समस्याओं यथा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लि. का निजीकरण का प्रयास किये जाने पर तत्काल रोक लगाये जाने एवं संगठनों द्वारा प्रेषित किये सुधार कार्यक्रमों को लागू किये जाने, अवर अभियन्ता के एसीपी व्यवस्था में विद्यमान नान फॅक्शनल ग्रेड पे 4800 रुपए एवं अन्य को विलुप्त किया जाय, सीधी भर्ती के सहायक अभियन्ता को द्वितीय एसीपी के प्रारम्भिक वेतनमान (ग्रेड पे 8700 रुपए) पर देय 02 वेतन वृद्धि के लाभ के अनुरूपता में प्रोन्नत सहायक अभियन्ता के तृतीय एसीपी (ग्रेड पे 8700 रुपए) में प्रारम्भिक वेतनमान पर 02 वेतन वृद्धि का लाभ प्रदान किये जाने का आदेश निर्गत किया जाय। केंद्रीय संरक्षक इं. सतनाम सिंह ने कहा कि सहयोग सत्याग्रह के माध्यम से उप्र ऊर्जा के प्रबंधन एवं उप्र शासन व सरकार का ध्यानाकृष्ट कराया जा रहा है। बावजूद अगर प्रबंधन के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया तो अगले चरण में आंदोलन और भी व्यापक तथा विशाल रूप मे होगा एवं इससे होने वाले किसी भी प्रकार की असुविधा एवं औद्यौगिक अशांति के लिए सीधे उप्र ऊर्जा का शिखर प्रबंधन उत्तरदायी होगा। बैठक मे मुख्य रूप से केंद्र के समस्त पदाधिकारी तथा अंचल एवम निगम के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।              


डीएम ने मासिक विभागीय समीक्षा बैठक की

बहराइच। शासन के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले 37 सूत्रीय तथा नीति आयोग कार्यक्रमों की कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित मासिक समीक्षा बैठक में विभागवार समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने निर्देश दिया कि सम्बन्धित अधिकारी भलि भांति प्रगति से सम्बन्धित विवरण स्वयं परीक्षण कर त्रुटि रहित उपलब्ध कराये। बैठक में अनुपस्थित अधिशासी अभियंता राजकीय निर्माण निगम, पैक्सपेड तथा प्रधानाचार्य आईटीआई से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये गये है। स्वास्थ्य विभाग के योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि विभागीय अधिकारियों द्वारा किये गये निरीक्षणों में पायी गयी कमियों के निराकरण से सम्बन्धित आख्या भी उपलब्ध करायी जाए। आयुष्मान भारत योजना की धीमी प्रगति पर सीएमओ को नोटिस तथा डीएचआईओ व योजना के जिला समन्वयक का वेतन बाधित करने के साथ-साथ सीएमओ को योजना के प्रगति की डे-बाई-डे समीक्षा करने का निर्देश दिया।
दस्तक अभियान व परिवार नियोजन कार्यक्रम की प्रगति भी संतोषजनक न पाये जाने पर डीसीपीएम को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में भी प्रगति की स्थिति संतोषजनक न पाये जाने पर कार्यक्रम प्रभारी का वेतन बाधित करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि सभी स्वास्थ्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों की अपने स्तर से गहन समीक्षा कर अपेक्षित सुधार लाये। इसी प्रकार शिक्षा, कृषि, कार्यक्रम, डीआरडीए, पंचायतीराज, मनरेगा, एनआरएलएम, लोक निर्माण, जल निगम, कौशल विकास, नगर पालिका सहित अन्य विभागों तथा कार्यदायी संस्थाओं के कार्यो की समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। इस अवसर पर मुंख्य विकास अधिकारी कविता मीना, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुरेश सिंह, जिला विकास अधिकारी राजेश मिश्रा, उपायुक्त स्वतः रोजगार सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, उप निदेशक कृषि डा. आर.के. सिंह, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार यादव, डीपीआरओ उमाकान्त पाण्डेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी जी. डी. यादव, जिला अर्थ एवं सख्या अधिकारी अर्चना सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।                 


वैश्विक स्तर पर मामलों की संख्या पहुंची

वाशिंगटन डीसी। वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या 2.77 करोड़ के आंकड़ें को पार कर गई है, जबकि संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या बढ़कर 901,000 से अधिक हो गई हैं। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने दी।


विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने अपने ताजे अपडेट में खुलासा किया कि गुरुवार की सुबह तक कुल मामलों की संख्या 27,719,952 हो गई और मृत्यु की संख्या बढ़कर 901,050 हो गई।सीएसएसई के अनुसार, अमेरिका संक्रमण से प्रभावित देशों की सूची में शीर्ष पर बना हुआ है, यहां 6,359,313 मामले और संक्रमण से हुई 190,796 मृत्यु दर्ज की गई हैं। वहीं कोविड-19 के 4,370,128 मामलों के साथ भारत वर्तमान में दूसरे स्थान पर है, जबकि देश में मरने वालों की संख्या 73,890 है।


सीएसएसई के अनुसार, मामलों की दृष्टि से ब्राजील तीसरे (4,162,073) स्थान पर है, और उसके बाद रूस (1,037,526), पेरू (696,190), कोलम्बिया (679,513), मैक्सिको (647,321), दक्षिण अफ्रीका (642,431), स्पेन (543,379), अर्जेंटीना (512,293), चिली (427,027), ईरान (393,425), फ्रांस (383,272), ब्रिटेन (357,597), बांग्लादेश (331,078), सऊदी अरब (323,012), पाकिस्तान (299,659), तुर्की (284,943), इटली (281,583), ईराक (273,821), जर्मनी (256,433), फिलीपींस (256,433), इंडोनेशिया (245,143), यूक्रेन (146,511) इजरायल (141,097), कनाडा (136,135), बोलिविया (122,308), कतर (120,846), इक्वाडोर (112,166), कजाकिस्तान (106,498), डोमिनिकन गणराज्य (100,937) और मिस्र (100,041) हैं।


वहीं 10,000 से अधिक मौतों वाले अन्य देश ब्राजील (128,539), मेक्सिको (69,049), ब्रिटेन (41,683), इटली (35,577), फ्रांस (30,805), पेरू (30,123), स्पेन (29,628), ईरान (22,669), कोलंबिया (21,817), रूस (18,080), दक्षिण अफ्रीका (15,168), चिली (11,702) और अर्जेंटीना (10,658) हैं।         


यूपीः सांसद रीता जोशी की तबीयत बिगड़ी

लखनऊ। सांसद रीता बहुगुणा जोशी की तबीयत अचानक बिगड़ गयी जिसके बाद उन्हें देर शाम एयर एम्बुलेंस से मेदांता रवाना किया गया। ज्ञात हो कि उनके पति पीसी जोशी मेदांता में पहले से ही एडमिट हैं। संजय गांधी पीजीआई में कोरोना का इलाज करा रही प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने खुद को मेदांता रेफर करा लिया।
बताया जा रहा है कि रीता बहुगुणा जोशी की तबियत बिगड़ गई थी जिसके बाद परिजनों की सलाह पर उन्होंने डाक्टरों से खुद को मेदांता रेफर करने की मांग की। उन्हें शाम को एयर एम्बुलेंस से मेदांता रेफर कर दिया गया।
पीजीआई के निदेशक प्रो. आरके धीमान ने बताया कि शाम करीब साढ़े छह बजे उन्हें एयर एम्बुलेंस से मेदांता भेजा गया। उनके रात दिल्ली पहुंचने की संभावना है। उन्होंने बताया कि कल रात में उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। ज्ञात हो कि सांसद की बहू रिचा और पोती को भी कोविड-19 की वजह से मेदांता में शिफ्ट किया जा रहा है।             


नववर्ष पर नहीं बाटेंगे डायरी-पेन कैलेंडर

बरेली। कोरोना के चलते आर्थिक दुश्वारियां बढ़ी तो सरकार ने भी खर्चे कम करने शुरू कर दिए हैं। केंद्र सरकार ने इस बार वॉल कैलेंडर, डेस्कटॉप कैलेंडर, डायरी, ग्रीटिंग कार्ड आदि की प्रिंटिंग पर रोक लगा दी है। बैंकों को भी यह आदेश भेज दिया गया है।
नववर्ष के मौके पर बैंक, बीमा आदि की डायरी, कैलेंडर आदि का सभी को इंतजार रहता है। इस बार सरकार ने इनकी प्रिंटिंग पर रोक लगा दी है। यह आदेश सभी मंत्रालयों, विभागों, ऑटोनॉमस बॉडी व अन्य सरकारी उपक्रमों पर लागू होगा। वित्त मंत्रालय ने बैंकों को भी इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। कैलेंडर डायरी आदि को फिजिकल फॉर्मेट की जगह डिजिटल फॉर्मेट में तैयार कराया जाएगा। आने वाले समय में कॉफी टेबल बुक की प्रिंटिंग पर भी बैन लगने की तैयारी है। सरकार ने ई-बुक प्रमोट करने की बात कही है। यूनियन बैंक के रीजनल हेड राजेश सिंह ने बताया कि वित्त मंत्रालय से आदेश मिल गए हैं। इस बार नव वर्ष पर कोई भी मटीरियल प्रकाशित नहीं कराया जाएगा। फेस्टिवल ग्रीटिंग कार्ड भी पब्लिश नहीं होंगे।


स्थानीय स्तर पर भी दिख रहा असर
स्थानीय स्तर पर भी इस बार कोरोना का असर साफ नजर आ रहा है। बड़े शैक्षिक, वित्तीय और औद्योगिक संस्थान कैलेंडर, डायरी आदि छपवाने से परहेज कर रहे हैं। कुछ ही संस्थानों ने बेहद कम संख्या में इस बार छपाई का आर्डर दिया है।           


विटामिनों का सेवन आपको रखेगा सुरक्षित

कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए लोग कई तरहों के उपाय कर रहे हैं। टेक्सास ए एंड एम कॉलेज ऑफ मेडिसिन में हुए एक शोध के अनुसार कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए विटामिन्स काफी महत्वपूर्ण हैं। इस शोध में ये दावा किया गया है कि कुछ विटामिन्स ऐसे हैं जिनके बिना कोरोना वायरस से लड़ाई संभव नहीं है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कोरोना वायरस से लड़ने में कौनसे विटामिन्स काफी महत्वपूर्ण हैं। साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि आपको किस विटामिन की कितनी जरूरत है। 


विटामिन बी-6


विटामिन बी- 6 रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाने और याददाशत को दुरुस्त रखने में सहायक होता है। विटामिन बी- 6 एनीमिया के खतरे को भी कम करने में सहायक होता है।


आप विटामिन बी-6 की कमी को पूरा करने के लिए इन चीजों को डाइट में शामिल कर सकते हैं।


काबुल चना


आलू


केला


विटामिन सी


इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में विटामिन सी सहायक होता है। कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए विटामिन सी से युक्त चीजों का सेवन करने की सलाह दी जा रही है। कोरोना से लड़ाई में विटामिन सी काफी मददगार है।


इन चीजों में पाया जाता है विटामिन सी


खट्टे फल


शिमला मिर्च


ब्रोकोली


पालक


स्ट्रॉबेरी


विटामिन डी


कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए विटामिन डी काफी मददगार साबित हो सकता है। शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर कई तरहों की बीमारियों का खतरा रहता है


शरीर में विटामिन डी की कमी को दूर करने के उपाय...


रोजाना 15 से 30 मिनट तक धूप लें।


डाइट में इन चीजों को शामिल करने से विटामिन डी की कमी को दूर किया जा सकता है...


गाय का दूध


दलिया


संतरा


विटामिन ई


विटामिन ई एंटीऑक्सीडेंट गुणों से लैस होता है। विटामिन ई दिल से संबंधित बीमारियों और कैंसर के खतरे को कम करने में भी सहायक होता है। कोरोना से लड़ाई में विटामिन ई काफी मददगार हो सकता है।           



खादी के 180 से अधिक उत्पाद ऑनलाइन

नई दिल्ली। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के ऑनलाइन बिक्री मंच पर अब 180 से ज्यादा उत्पाद उपलब्ध हो चुके हैं। आयोग इसे इस वर्ष गांधी जयंती तक 1,000 उत्पाद करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। कोविड-19 संकट के बीच आयोग ने सिर्फ मास्क की बिक्री के साथ सात जुलाई को इस मंच की शुरुआत की थी। आयोग एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) मंत्रालय के तहत काम करता है। मंत्रालय ने बुधवार को एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि आयोग की इस पहल से देशभर में खादी ग्रामोद्योग से जुड़े लोग दूर-दूर तक अपने उत्‍पाद बेचने में समर्थ हो रहे हैं। इस मंच पर सात जुलाई को केवल खादी के मास्‍क की ऑनलाइन बिक्री शुरू हुई थी। अब यह पूरी तरह विकसित ई-मा‍र्केट का रूप ले चुका है और इस पर 180 से अधिक उत्‍पाद मौजूद हैं। कई और उत्पादों को शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है। आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने इस बारे में कहा कि खादी उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री स्वदेशी मुहिम को गति प्रदान करने वाली है और इसका उद्देश्‍य स्‍थानीय कारीगरों को सशक्‍त बनाना है। यह ‘आत्‍मनिर्भर भारत’ का निर्माण करने की दिशा में एक मजबूत कदम है। इस मंच पर 50 रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक के उत्पाद मौजूद हैं। आयोग ने कहा कि वह मंच पर रोजाना कम से कम 10 नए उत्‍पाद जोड़ रहा है। उसका लक्ष्य इसे दो अक्टूबर तक 1,000 उत्पाद तक पहुंचाने का है।                


सर्वधर्म पूजा के बाद राफेल सेना में शामिल

राणा ओबरॉय


अंबाला। सर्वधर्म पूजा के साथ राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो गया। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वायुसेना में राफेल का शामिल होना एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण है। राफेल का भारतीय वायुसेना में शामिल होना भारत और फ्रांस के बीच मजबूत संबंधों का भी आगे बढ़ाता है। इससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंध भी मजबूत हुए हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे मित्र देश फ्रांस के साथ राफेल डील भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा में एक गेम चेंजर है। इसका लॉन्ग रेंज ऑपरेशन, अपने वजन के बराबर सामान और अतिरिक्त फ्यूल रखने की क्षमता और तेज स्पीड जैसी खूबियां इसे बेहतरीन एयरक्राफ्ट में से एक बनाती हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि आज राफेल का इंडक्शन पूरी दुनिया, खासकर हमारी संप्रभुता की ओर उठी निगाहों के लिए एक बड़ा और कड़ा संदेश है। हमारी सीमाओं पर जिस तरह का माहौल हाल के दिनों में बना या बनाया गया है उनके लिहाज से ये इंडक्शन बहुत ही अहम है। उन्होंने कहा कि ये अपनी सीमा सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का भी एक बड़ा उदाहरण प्रस्तुत करता है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की हरकतों का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि ये अपनी सीमा सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का भी एक बड़ा उदाहरण प्रस्तुत करता है। 


विश्व शांति की कामना है भारत का उद्देश्य


उन्होंने कहा कि रक्षा की मजबूती के पीछे हमारा उद्देश्य हमेशा से विश्व शांति की कामना रहा है और आज भी है। इस राह में हमारा देश कोई भी ऐसा कदम न उठाने के लिए प्रतिबद्ध है जिससे कहीं भी शांति भंग हो। ये ही अपेक्षा हम अपने पड़ोसी और दुनिया के बाकी देशों से भी करते हैं।


गौरतलब है कि राफेल लड़ाकू विमान को अंबाला एयरबेस पर औपचारिक तौर पर भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया है। जहां पर एयर-शो हुआ, जिसमें राफेल लड़ाकू विमानों ने आसमान में अपनी ताकत दिखाई। जिसके बाद सभी 5 राफेल लड़ाकू विमान को वाटन कैनन से सलामी दी गई।               


गजबः रोबोट ने अखबार के लिए लेख लिखा


















आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डीप लर्निंग से क्या-क्या संभव है ये समझने के लिए GPT-3 एक बढ़िया उदाहरण है। दरअसल ये पूरा आर्टिकल GPT-3 से लिखवाया गया है। ज़ाहिर है आप जानना चाहेंगे ये GPT-3 क्या है, कैसे काम करता है और किस तरह से इस रोबोट से आर्टिकल लिखवाया गया है। सैन फ़्रैंसिस्को की एक कंपनी है – Open AI, इसी ने GPT 3 सॉफ़्टवेयर तैयार किया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीप लर्निंग पर आधारित है।


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, इसके बारे में साधारण शब्दों में कहें तो, AI एक प्रोग्राम है जिसे इंसानों जैसे ही काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जो नैचुरल इंटेलिजेंस इंसानों में होती है वैसे ही मशीन से हासिल किया जाता है। अब बात करते हैं GPT 3 के बारे में जिसने द गार्डियन का OpEd (ओपिनियन आर्टिकल) है। GPT 3 यानी जेनेरेटिव प्री ट्रेन्ड ट्रांसफ़ॉर्मर 3. ये सॉफ़्टवेयर डीप लर्निंग यूज करके इंसानों जैसा ही टेक्स्ट लिखता हैं।


 
















बागपतः जहरीली शराब पीने से 5 की मौत

पालूराम


बागपत। देश में आये दिन जहरीली शराब की बिक्री और इन शराबों के सेवन से होने वाली मौतों की खबरें आती रहती है। नकली या जहरीली शराब का मामला थम्मन का नाम ही नहीं ले रहा है। अब एक बार फिर यूपी के बागपत में जहरीली शराब पीने से 24 घंटे में 5 लोगों की मौत हो गई।


मामला चांदीनगर थाना इलाके के चमरावल गांव की है। कुछ ग्रामीणों ने सरकारी ठेके से शराब खरीदी थी। इस जहरीली शराब को पीने से आज सुबह एक युवक की मौत हो गई। इससे अब तक 5 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं मामला समने आने के बाद सीओ ने इसकी जांच करने की बात की है.बताया जा रहा है कि गुरूवार सुबह चमरावल गांव में जहरीली शराब पीने से जिस पांचवी शख्स की मौत हुई है उसका नाम श्यामलाल है। इससे पहले 4 लोगों की मौत हो चुकी है। चारों ग्रामीणों के शव को बुधवार को ही अंतिम संस्कार कर दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने भी कई तस्करों को हिरासत में लिया है।                   


अभाव के कारण नहीं पढ़ पाएंगे 40 करोड़

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण ज्यादातर देशों में पिछले कुछ महीनों से ऑनलाइन शैक्षणिक व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है। लेकिन एक नयी रिपोर्ट में कहा गया है कि इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं होने से विश्व में 40 करोड़ से अधिक बच्चे डिजिटल पढ़ाई करने में असमर्थ हैं। मौजूदा समय में बच्चों पर मंडरा रहे संकट पर चर्चा के लिए आयोजित दो दिवसीय डिजिटल शिखर सम्मेलन ‘‘लॉरियेट्स एंड लीडर्स फॉर चिल्‍ड्रेन समिट’’ में बुधवार को ‘‘फेयर शेयर फॉर चिल्‍ड्रेन- प्रिवेंटिंग द लॉस ऑफ ए जेनरेशन टू कोविड-19’’ नामक यह रिपोर्ट जारी की गई। रिपोर्ट में बताया गया है कि जी-20 देशों द्वारा वित्‍तीय राहत के रूप में 8.02 हजार अरब डॉलर देने की घोषणा की गई थी। लेकिन उसमें से अभी तक केवल 0.13 प्रतिशत या 10.2 अरब डॉलर ही कोविड-19 महामारी के दुष्‍प्रभावों से लड़ने के मद में आवंटित किया गया है। इस शिखर सम्मेलन का आयोजन कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन (केएससीएफ) द्वारा किया जा रहा है।


रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘कोरोना महामारी की वजह से स्‍कूलों के बंद रहने से दुनिया के करीब एक अरब बच्‍चों की शिक्षा तक पहुंच संभव नहीं हो पा रही है। घर पर इंटरनेट की अनुपलब्‍धता के कारण 40 करोड़ से अधिक बच्‍चे ऑनलाइन शिक्षण कार्यक्रमों का उपयोग करने में असमर्थ हैं।’ इसके मुताबिक, 34.70 करोड़ बच्‍चे स्‍कूलों के बंद होने से पोषाहार के लाभ से वंचित हैं। अगले छह महीने में 5 साल से कम उम्र के 10 लाख 20 हजार से अधिक बच्‍चों के कुपोषण से काल के गाल में समा जाने का अनुमान है। टीकाकरण योजनाओं के बाधित होने से एक वर्ष या उससे कम उम्र के 8 करोड़ बच्‍चों में बीमारी का खतरा बढ़ गया है।


नोबेल शांति पुरस्‍कार से सम्‍मानित कैलाश सत्‍यार्थी ने इस रिपोर्ट के निष्कर्षों को लेकर कहा, ‘‘पिछले दो दशकों में हम पहली बार बाल श्रम, गरीबी और स्‍कूलों से बाहर होने वाले बच्‍चों की बढ़ती संख्‍या को देख रहे हैं। कोविड-19 के दुष्‍प्रभावों को दूर करने के लिए जो वादे किए गए थे, उस वादे को दुनिया की अमीर सरकारों द्वारा पूरा नहीं करना उनके असमान आर्थिक रुख का प्रत्‍यक्ष परिणाम है।’              


कंगना ने सीएम उद्धव ठाकरे को ललकारा

कविता गर्ग


मुंबई। उधव ठाकरे और करण जौहर गैंग आओ तुमने मेरे वर्कप्‍लेस को तोड़ दिया। अब मेरा घर तोड़ो, फिर मेरा चेहरा और शरीर तोड़ो। मैं चाहती हूं कि दुनिया स्पष्ट रूप से देखे कि आप वैसे भी क्या करते हैं। चाहे मैं जीऊं या मरूं, मैं आपको बेनकाब कर दूंगी।


कंगना रनौत ने ये भी कहा कि पिछले 24 घंटों में मेरे कार्यालय को अचानक अवैध घोषित कर दिया गया, उन्होंने फर्नीचर और रोशनी सहित अंदर सब कुछ नष्ट कर दिया है और अब मुझे धमकी मिल रही है कि वे मेरे घर आएंगे और इसे भी तोड़ देंगे, मुझे खुशी है कि फिल्म माफिया की पसंदीदा दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सीएम का मेरा फैसला सही था। बता दें कि इससे पहले कंगना ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में ठाकरे से कहा, ” उद्धव ठाकरे, तुझे क्या लगता है। आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा, यह वक्त का पहिया है याद रखना हमेशा एक जैसा नहीं रहता।”                 


सेना ने नरसंहार की बात स्वीकारीः म्यांमार

बैंकॉक। म्यांमार की सेना छोड़ने वाले दो सैनिकों ने एक वीडियो में अधिकारियों से अगस्त 2017 में यह निर्देश मिलने की बात स्वीकार की है कि जिन भी गांवों में अल्पसंख्यक रोहिंग्या रहते हैं, वहां ‘जितने भी दिखें या जिनके बारे में पता चले उन सभी को गोलियां चला कर मार डालो। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार के दो सैनिकों ने एक वीडियो गवाही में रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों के नरसंहार के अपराध को स्वीकार किया है। इस वीडियो में उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों को फांसी देने, सामूहिक तौर पर दफनाने, गांवों को तबाह करने और बलात्कार की बात स्वीकार की है।


यह टिप्पणी बौद्ध-बहुल म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ सेना द्वारा निर्देशित नरसंहार, बलात्कार और अन्य अपराधों में संलिप्तता की सैनिकों द्वारा पहली सार्वजनिक स्वीकारोक्ति प्रतीत होती है। रखाइन प्रांत में रोहिंग्या विद्रोहियों के खिलाफ म्यांमार की सेना के अभियान से बचने के लिए अगस्त 2017 के बाद से 700,000 से अधिक रोहिंग्या म्यांमार से भागकर पड़ोसी देश बांग्लादेश चले गए हैं। म्यांमार की सरकार ने इन आरोपों से इनकार किया है कि सुरक्षा बलों ने सामूहिक बलात्कार और हत्याएं कीं और हजारों घर जला दिए।


रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने म्यांमार से भागने वाले दोनों सैनिकों को सोमवार को हेग (नीदरलैंड) ले जाया गया था, जहां अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) ने एक मामले की सुनवाई शुरू की, जिसमें इस बात की जांच की जा रही है कि क्या तातमाडोव (म्यांमार सेना) नेताओं ने रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अपराध किए हैं। मायो विन टुन ने अपनी वीडियो गवाही में कहा कि अगस्त 2017 में 15वें सैन्य ऑपरेशन सेंटर के उसके कमांडिंग अधिकारी कर्नल थान टाइक का साफ आदेश था जिसमें उन्होंने कहा था, ‘जिन्हें भी देखो और सुनो गोली मार दो। सैनिक के अनुसार, उन्होंने 30 रोहिंग्या मुस्लिमों के नरसंहार करने और उन्हें दफनाने में हिस्सा लेने के आदेश का पालन किया था, जिन्हें एक मोबाइल टावर और एक सैन्य कैंप के पास दफनाया गया था। इसमें आठ महिलाएं, सात बच्चे और 15 पुरुष शामिल थे।


उन्होंने आगे कहा कि कर्नल थान ने उनकी टुकड़ी को सभी ‘कलार’ को खत्म करने के लिए कहा। कलार रोहिंग्या मुसलमानों के लिए एक अपमानजनक शब्द है। इसके बाद उन्होंने लोगों के सिर में गोली मारकर उनके शवों को गड्ढे में ढकेल दिया। मायो विन टुन ने एक महिला के साथ बलात्कार करने का अपराध स्वीकार भी किया. उन्होंने कहा कि उनके समूह ने मोबाइल फोन, लैपटॉप के साथ पशुओं को भी जब्त कर लिया था। दूसरे सैनिक जॉ नैंग टुन ने कहा कि ठीक इसी दौरान पड़ोसी कस्बे में दूसरी टुकड़ी में शामिल उन्हें और उनके साथियों को वरिष्ठ अधिकारी से आदेश मिला, जिन्हें भी देखो मार दो, चाहे बच्चे हों या बड़े। शवों को बड़े पैमाने पर दफनाने की बात स्वीकार करते हुए जॉ नैंग ने कहा, ‘हमने करीब 20 गांवों को तबाह कर दिया। जॉ नैंग टुन ने कहा कि महिलाओं और पुरुषों दोनों में बच्चों, बड़ों और वृद्धों सहित करीब 80 लोग मारे गए। इस हत्या का आदेश उनके बटालियन कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल मायो मिंट आंग ने दिया था।


एक बार अधिकारी के आदेश पर इस संदेह पर 10 गांववालों को बांधकर गोली मार दी गई थी कि वे अराकान विद्रोही सैन्य समूह के जुड़े हैं। जॉ नैंग टुन ने कहा कि वे गोली चलाने वालों में से एक थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे उस दौरान भी मौजूद थे जब एक सार्जेंट और एक कॉरपोरल ने घरों की तलाशी के दौरान तीन रोहिंग्या महिलाओं के साथ बलात्कार किया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी का बलात्कार नहीं किया। उनके अनुसार, उन्होंने लूट में हिस्सा लिया था, क्योंकि उनकी टुकड़ी के अधिकारी ने बाजारों की छापेमारी से पहले कहा था कि जो तुम लोगे वही पाओगे।


सीमा तनाव के बीच चीन का मिसाइल परीक्षण

पेइचिंग। पूर्वी लद्दाख में युद्ध जैसे हालात के बीच चीन ने अपने उत्‍तरी-पश्चिमी रेगिस्‍तानी इलाके में नई मिसाइलों का परीक्षण किया है। यही नहीं चीनी सेना ने रात के समय युद्धाभ्‍यास भी किया। चीन के सरकारी प्रोपेगेंडा अखबार ग्‍लोबल टाइम्‍स ने दावा किया कि पीएलए की ब्रिगेड ने पश्चिमोत्‍तर चीन के रेगिस्‍तान में लाइव फायर ड्रिल किया। इस दौरान एक नई मिसाइल का परीक्षण किया गया।
ग्‍लोबल टाइम्‍स ने बताया कि चीनी सेना ने रात के समय में भी हमला करने का अभ्‍यास किया। चीनी सेना ने रॉकेट दागे और कई तरह के बमों का परीक्षण भी किया। चीन और भारत के बीच पूर्वी लद्दाख में मई से शुरू हुआ तनाव अब और भी गंभीर होता जा रहा है। गलवान घाटी की हिंसा के बाद पैंगॉन्ग झील पर भी दोनों सेनाओं की बीच झड़प हुई। चीन ने आरोप लगाया है कि भारतीय सेना ने उस पर गोलीबारी की है। इस सबके बीच चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने इस क्षेत्र में भारी सेना और हथियार तैनात करना तेज कर दिया है। देश के अलग-अलग हिस्सों से सेना यहां बुलाई जा रही है।
देशभर से बुलाई सेना, परमाणु बॉम्‍बर ने किया अभ्‍यास
चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने सुरक्षा विश्लेषकों के हवाले से दावा किया है कि चीनी PLA ने सुरक्षाबल और भारी हथियारों की तैनाती बढ़ा दी है और इनके साथ युद्धाभ्यास किया जा रहा है। अखबार के मुताबिक एयर डिफेंस, सशस्त्र वाहन, पैराट्रूपर, स्पेशल फोर्स और इन्फैन्ट्री को देशभर के हिस्सों से बुलाकर इस क्षेत्र में लगाया गया है। PLA के सेंट्रल थिअटर कमांड एयरफोर्स के H-6 बॉम्बर और Y-20 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट ट्रेनिंग मिशन के लिए यहां तैनात किए हैं।                 


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)









 सितंबर 11, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-28 (साल-02)
2. शुक्रवार, सितंबर 11, 2020
3. शक-1943, अश्विन, कृृष्ण-पक्ष, श्राद्ध पक्ष, तिथि- नवमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:35, सूर्यास्त 07:00 ।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया  इकबाल अंसारी  चेन्नई। देश में इन दिनों आईपीएल की धूम मची हुई है। गत चैम्पियन चेन्नई सुपर...