गुरुवार, 10 सितंबर 2020

विटामिनों का सेवन आपको रखेगा सुरक्षित

कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए लोग कई तरहों के उपाय कर रहे हैं। टेक्सास ए एंड एम कॉलेज ऑफ मेडिसिन में हुए एक शोध के अनुसार कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए विटामिन्स काफी महत्वपूर्ण हैं। इस शोध में ये दावा किया गया है कि कुछ विटामिन्स ऐसे हैं जिनके बिना कोरोना वायरस से लड़ाई संभव नहीं है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कोरोना वायरस से लड़ने में कौनसे विटामिन्स काफी महत्वपूर्ण हैं। साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि आपको किस विटामिन की कितनी जरूरत है। 


विटामिन बी-6


विटामिन बी- 6 रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाने और याददाशत को दुरुस्त रखने में सहायक होता है। विटामिन बी- 6 एनीमिया के खतरे को भी कम करने में सहायक होता है।


आप विटामिन बी-6 की कमी को पूरा करने के लिए इन चीजों को डाइट में शामिल कर सकते हैं।


काबुल चना


आलू


केला


विटामिन सी


इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में विटामिन सी सहायक होता है। कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए विटामिन सी से युक्त चीजों का सेवन करने की सलाह दी जा रही है। कोरोना से लड़ाई में विटामिन सी काफी मददगार है।


इन चीजों में पाया जाता है विटामिन सी


खट्टे फल


शिमला मिर्च


ब्रोकोली


पालक


स्ट्रॉबेरी


विटामिन डी


कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए विटामिन डी काफी मददगार साबित हो सकता है। शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर कई तरहों की बीमारियों का खतरा रहता है


शरीर में विटामिन डी की कमी को दूर करने के उपाय...


रोजाना 15 से 30 मिनट तक धूप लें।


डाइट में इन चीजों को शामिल करने से विटामिन डी की कमी को दूर किया जा सकता है...


गाय का दूध


दलिया


संतरा


विटामिन ई


विटामिन ई एंटीऑक्सीडेंट गुणों से लैस होता है। विटामिन ई दिल से संबंधित बीमारियों और कैंसर के खतरे को कम करने में भी सहायक होता है। कोरोना से लड़ाई में विटामिन ई काफी मददगार हो सकता है।           



खादी के 180 से अधिक उत्पाद ऑनलाइन

नई दिल्ली। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के ऑनलाइन बिक्री मंच पर अब 180 से ज्यादा उत्पाद उपलब्ध हो चुके हैं। आयोग इसे इस वर्ष गांधी जयंती तक 1,000 उत्पाद करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। कोविड-19 संकट के बीच आयोग ने सिर्फ मास्क की बिक्री के साथ सात जुलाई को इस मंच की शुरुआत की थी। आयोग एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) मंत्रालय के तहत काम करता है। मंत्रालय ने बुधवार को एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि आयोग की इस पहल से देशभर में खादी ग्रामोद्योग से जुड़े लोग दूर-दूर तक अपने उत्‍पाद बेचने में समर्थ हो रहे हैं। इस मंच पर सात जुलाई को केवल खादी के मास्‍क की ऑनलाइन बिक्री शुरू हुई थी। अब यह पूरी तरह विकसित ई-मा‍र्केट का रूप ले चुका है और इस पर 180 से अधिक उत्‍पाद मौजूद हैं। कई और उत्पादों को शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है। आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने इस बारे में कहा कि खादी उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री स्वदेशी मुहिम को गति प्रदान करने वाली है और इसका उद्देश्‍य स्‍थानीय कारीगरों को सशक्‍त बनाना है। यह ‘आत्‍मनिर्भर भारत’ का निर्माण करने की दिशा में एक मजबूत कदम है। इस मंच पर 50 रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक के उत्पाद मौजूद हैं। आयोग ने कहा कि वह मंच पर रोजाना कम से कम 10 नए उत्‍पाद जोड़ रहा है। उसका लक्ष्य इसे दो अक्टूबर तक 1,000 उत्पाद तक पहुंचाने का है।                


सर्वधर्म पूजा के बाद राफेल सेना में शामिल

राणा ओबरॉय


अंबाला। सर्वधर्म पूजा के साथ राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो गया। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वायुसेना में राफेल का शामिल होना एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण है। राफेल का भारतीय वायुसेना में शामिल होना भारत और फ्रांस के बीच मजबूत संबंधों का भी आगे बढ़ाता है। इससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंध भी मजबूत हुए हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे मित्र देश फ्रांस के साथ राफेल डील भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा में एक गेम चेंजर है। इसका लॉन्ग रेंज ऑपरेशन, अपने वजन के बराबर सामान और अतिरिक्त फ्यूल रखने की क्षमता और तेज स्पीड जैसी खूबियां इसे बेहतरीन एयरक्राफ्ट में से एक बनाती हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि आज राफेल का इंडक्शन पूरी दुनिया, खासकर हमारी संप्रभुता की ओर उठी निगाहों के लिए एक बड़ा और कड़ा संदेश है। हमारी सीमाओं पर जिस तरह का माहौल हाल के दिनों में बना या बनाया गया है उनके लिहाज से ये इंडक्शन बहुत ही अहम है। उन्होंने कहा कि ये अपनी सीमा सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का भी एक बड़ा उदाहरण प्रस्तुत करता है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की हरकतों का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि ये अपनी सीमा सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का भी एक बड़ा उदाहरण प्रस्तुत करता है। 


विश्व शांति की कामना है भारत का उद्देश्य


उन्होंने कहा कि रक्षा की मजबूती के पीछे हमारा उद्देश्य हमेशा से विश्व शांति की कामना रहा है और आज भी है। इस राह में हमारा देश कोई भी ऐसा कदम न उठाने के लिए प्रतिबद्ध है जिससे कहीं भी शांति भंग हो। ये ही अपेक्षा हम अपने पड़ोसी और दुनिया के बाकी देशों से भी करते हैं।


गौरतलब है कि राफेल लड़ाकू विमान को अंबाला एयरबेस पर औपचारिक तौर पर भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया है। जहां पर एयर-शो हुआ, जिसमें राफेल लड़ाकू विमानों ने आसमान में अपनी ताकत दिखाई। जिसके बाद सभी 5 राफेल लड़ाकू विमान को वाटन कैनन से सलामी दी गई।               


गजबः रोबोट ने अखबार के लिए लेख लिखा


















आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डीप लर्निंग से क्या-क्या संभव है ये समझने के लिए GPT-3 एक बढ़िया उदाहरण है। दरअसल ये पूरा आर्टिकल GPT-3 से लिखवाया गया है। ज़ाहिर है आप जानना चाहेंगे ये GPT-3 क्या है, कैसे काम करता है और किस तरह से इस रोबोट से आर्टिकल लिखवाया गया है। सैन फ़्रैंसिस्को की एक कंपनी है – Open AI, इसी ने GPT 3 सॉफ़्टवेयर तैयार किया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीप लर्निंग पर आधारित है।


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, इसके बारे में साधारण शब्दों में कहें तो, AI एक प्रोग्राम है जिसे इंसानों जैसे ही काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जो नैचुरल इंटेलिजेंस इंसानों में होती है वैसे ही मशीन से हासिल किया जाता है। अब बात करते हैं GPT 3 के बारे में जिसने द गार्डियन का OpEd (ओपिनियन आर्टिकल) है। GPT 3 यानी जेनेरेटिव प्री ट्रेन्ड ट्रांसफ़ॉर्मर 3. ये सॉफ़्टवेयर डीप लर्निंग यूज करके इंसानों जैसा ही टेक्स्ट लिखता हैं।


 
















बागपतः जहरीली शराब पीने से 5 की मौत

पालूराम


बागपत। देश में आये दिन जहरीली शराब की बिक्री और इन शराबों के सेवन से होने वाली मौतों की खबरें आती रहती है। नकली या जहरीली शराब का मामला थम्मन का नाम ही नहीं ले रहा है। अब एक बार फिर यूपी के बागपत में जहरीली शराब पीने से 24 घंटे में 5 लोगों की मौत हो गई।


मामला चांदीनगर थाना इलाके के चमरावल गांव की है। कुछ ग्रामीणों ने सरकारी ठेके से शराब खरीदी थी। इस जहरीली शराब को पीने से आज सुबह एक युवक की मौत हो गई। इससे अब तक 5 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं मामला समने आने के बाद सीओ ने इसकी जांच करने की बात की है.बताया जा रहा है कि गुरूवार सुबह चमरावल गांव में जहरीली शराब पीने से जिस पांचवी शख्स की मौत हुई है उसका नाम श्यामलाल है। इससे पहले 4 लोगों की मौत हो चुकी है। चारों ग्रामीणों के शव को बुधवार को ही अंतिम संस्कार कर दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने भी कई तस्करों को हिरासत में लिया है।                   


अभाव के कारण नहीं पढ़ पाएंगे 40 करोड़

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण ज्यादातर देशों में पिछले कुछ महीनों से ऑनलाइन शैक्षणिक व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है। लेकिन एक नयी रिपोर्ट में कहा गया है कि इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं होने से विश्व में 40 करोड़ से अधिक बच्चे डिजिटल पढ़ाई करने में असमर्थ हैं। मौजूदा समय में बच्चों पर मंडरा रहे संकट पर चर्चा के लिए आयोजित दो दिवसीय डिजिटल शिखर सम्मेलन ‘‘लॉरियेट्स एंड लीडर्स फॉर चिल्‍ड्रेन समिट’’ में बुधवार को ‘‘फेयर शेयर फॉर चिल्‍ड्रेन- प्रिवेंटिंग द लॉस ऑफ ए जेनरेशन टू कोविड-19’’ नामक यह रिपोर्ट जारी की गई। रिपोर्ट में बताया गया है कि जी-20 देशों द्वारा वित्‍तीय राहत के रूप में 8.02 हजार अरब डॉलर देने की घोषणा की गई थी। लेकिन उसमें से अभी तक केवल 0.13 प्रतिशत या 10.2 अरब डॉलर ही कोविड-19 महामारी के दुष्‍प्रभावों से लड़ने के मद में आवंटित किया गया है। इस शिखर सम्मेलन का आयोजन कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन (केएससीएफ) द्वारा किया जा रहा है।


रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘कोरोना महामारी की वजह से स्‍कूलों के बंद रहने से दुनिया के करीब एक अरब बच्‍चों की शिक्षा तक पहुंच संभव नहीं हो पा रही है। घर पर इंटरनेट की अनुपलब्‍धता के कारण 40 करोड़ से अधिक बच्‍चे ऑनलाइन शिक्षण कार्यक्रमों का उपयोग करने में असमर्थ हैं।’ इसके मुताबिक, 34.70 करोड़ बच्‍चे स्‍कूलों के बंद होने से पोषाहार के लाभ से वंचित हैं। अगले छह महीने में 5 साल से कम उम्र के 10 लाख 20 हजार से अधिक बच्‍चों के कुपोषण से काल के गाल में समा जाने का अनुमान है। टीकाकरण योजनाओं के बाधित होने से एक वर्ष या उससे कम उम्र के 8 करोड़ बच्‍चों में बीमारी का खतरा बढ़ गया है।


नोबेल शांति पुरस्‍कार से सम्‍मानित कैलाश सत्‍यार्थी ने इस रिपोर्ट के निष्कर्षों को लेकर कहा, ‘‘पिछले दो दशकों में हम पहली बार बाल श्रम, गरीबी और स्‍कूलों से बाहर होने वाले बच्‍चों की बढ़ती संख्‍या को देख रहे हैं। कोविड-19 के दुष्‍प्रभावों को दूर करने के लिए जो वादे किए गए थे, उस वादे को दुनिया की अमीर सरकारों द्वारा पूरा नहीं करना उनके असमान आर्थिक रुख का प्रत्‍यक्ष परिणाम है।’              


कंगना ने सीएम उद्धव ठाकरे को ललकारा

कविता गर्ग


मुंबई। उधव ठाकरे और करण जौहर गैंग आओ तुमने मेरे वर्कप्‍लेस को तोड़ दिया। अब मेरा घर तोड़ो, फिर मेरा चेहरा और शरीर तोड़ो। मैं चाहती हूं कि दुनिया स्पष्ट रूप से देखे कि आप वैसे भी क्या करते हैं। चाहे मैं जीऊं या मरूं, मैं आपको बेनकाब कर दूंगी।


कंगना रनौत ने ये भी कहा कि पिछले 24 घंटों में मेरे कार्यालय को अचानक अवैध घोषित कर दिया गया, उन्होंने फर्नीचर और रोशनी सहित अंदर सब कुछ नष्ट कर दिया है और अब मुझे धमकी मिल रही है कि वे मेरे घर आएंगे और इसे भी तोड़ देंगे, मुझे खुशी है कि फिल्म माफिया की पसंदीदा दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सीएम का मेरा फैसला सही था। बता दें कि इससे पहले कंगना ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में ठाकरे से कहा, ” उद्धव ठाकरे, तुझे क्या लगता है। आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा, यह वक्त का पहिया है याद रखना हमेशा एक जैसा नहीं रहता।”                 


सेना ने नरसंहार की बात स्वीकारीः म्यांमार

बैंकॉक। म्यांमार की सेना छोड़ने वाले दो सैनिकों ने एक वीडियो में अधिकारियों से अगस्त 2017 में यह निर्देश मिलने की बात स्वीकार की है कि जिन भी गांवों में अल्पसंख्यक रोहिंग्या रहते हैं, वहां ‘जितने भी दिखें या जिनके बारे में पता चले उन सभी को गोलियां चला कर मार डालो। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार के दो सैनिकों ने एक वीडियो गवाही में रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों के नरसंहार के अपराध को स्वीकार किया है। इस वीडियो में उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों को फांसी देने, सामूहिक तौर पर दफनाने, गांवों को तबाह करने और बलात्कार की बात स्वीकार की है।


यह टिप्पणी बौद्ध-बहुल म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ सेना द्वारा निर्देशित नरसंहार, बलात्कार और अन्य अपराधों में संलिप्तता की सैनिकों द्वारा पहली सार्वजनिक स्वीकारोक्ति प्रतीत होती है। रखाइन प्रांत में रोहिंग्या विद्रोहियों के खिलाफ म्यांमार की सेना के अभियान से बचने के लिए अगस्त 2017 के बाद से 700,000 से अधिक रोहिंग्या म्यांमार से भागकर पड़ोसी देश बांग्लादेश चले गए हैं। म्यांमार की सरकार ने इन आरोपों से इनकार किया है कि सुरक्षा बलों ने सामूहिक बलात्कार और हत्याएं कीं और हजारों घर जला दिए।


रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने म्यांमार से भागने वाले दोनों सैनिकों को सोमवार को हेग (नीदरलैंड) ले जाया गया था, जहां अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) ने एक मामले की सुनवाई शुरू की, जिसमें इस बात की जांच की जा रही है कि क्या तातमाडोव (म्यांमार सेना) नेताओं ने रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अपराध किए हैं। मायो विन टुन ने अपनी वीडियो गवाही में कहा कि अगस्त 2017 में 15वें सैन्य ऑपरेशन सेंटर के उसके कमांडिंग अधिकारी कर्नल थान टाइक का साफ आदेश था जिसमें उन्होंने कहा था, ‘जिन्हें भी देखो और सुनो गोली मार दो। सैनिक के अनुसार, उन्होंने 30 रोहिंग्या मुस्लिमों के नरसंहार करने और उन्हें दफनाने में हिस्सा लेने के आदेश का पालन किया था, जिन्हें एक मोबाइल टावर और एक सैन्य कैंप के पास दफनाया गया था। इसमें आठ महिलाएं, सात बच्चे और 15 पुरुष शामिल थे।


उन्होंने आगे कहा कि कर्नल थान ने उनकी टुकड़ी को सभी ‘कलार’ को खत्म करने के लिए कहा। कलार रोहिंग्या मुसलमानों के लिए एक अपमानजनक शब्द है। इसके बाद उन्होंने लोगों के सिर में गोली मारकर उनके शवों को गड्ढे में ढकेल दिया। मायो विन टुन ने एक महिला के साथ बलात्कार करने का अपराध स्वीकार भी किया. उन्होंने कहा कि उनके समूह ने मोबाइल फोन, लैपटॉप के साथ पशुओं को भी जब्त कर लिया था। दूसरे सैनिक जॉ नैंग टुन ने कहा कि ठीक इसी दौरान पड़ोसी कस्बे में दूसरी टुकड़ी में शामिल उन्हें और उनके साथियों को वरिष्ठ अधिकारी से आदेश मिला, जिन्हें भी देखो मार दो, चाहे बच्चे हों या बड़े। शवों को बड़े पैमाने पर दफनाने की बात स्वीकार करते हुए जॉ नैंग ने कहा, ‘हमने करीब 20 गांवों को तबाह कर दिया। जॉ नैंग टुन ने कहा कि महिलाओं और पुरुषों दोनों में बच्चों, बड़ों और वृद्धों सहित करीब 80 लोग मारे गए। इस हत्या का आदेश उनके बटालियन कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल मायो मिंट आंग ने दिया था।


एक बार अधिकारी के आदेश पर इस संदेह पर 10 गांववालों को बांधकर गोली मार दी गई थी कि वे अराकान विद्रोही सैन्य समूह के जुड़े हैं। जॉ नैंग टुन ने कहा कि वे गोली चलाने वालों में से एक थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे उस दौरान भी मौजूद थे जब एक सार्जेंट और एक कॉरपोरल ने घरों की तलाशी के दौरान तीन रोहिंग्या महिलाओं के साथ बलात्कार किया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी का बलात्कार नहीं किया। उनके अनुसार, उन्होंने लूट में हिस्सा लिया था, क्योंकि उनकी टुकड़ी के अधिकारी ने बाजारों की छापेमारी से पहले कहा था कि जो तुम लोगे वही पाओगे।


सीमा तनाव के बीच चीन का मिसाइल परीक्षण

पेइचिंग। पूर्वी लद्दाख में युद्ध जैसे हालात के बीच चीन ने अपने उत्‍तरी-पश्चिमी रेगिस्‍तानी इलाके में नई मिसाइलों का परीक्षण किया है। यही नहीं चीनी सेना ने रात के समय युद्धाभ्‍यास भी किया। चीन के सरकारी प्रोपेगेंडा अखबार ग्‍लोबल टाइम्‍स ने दावा किया कि पीएलए की ब्रिगेड ने पश्चिमोत्‍तर चीन के रेगिस्‍तान में लाइव फायर ड्रिल किया। इस दौरान एक नई मिसाइल का परीक्षण किया गया।
ग्‍लोबल टाइम्‍स ने बताया कि चीनी सेना ने रात के समय में भी हमला करने का अभ्‍यास किया। चीनी सेना ने रॉकेट दागे और कई तरह के बमों का परीक्षण भी किया। चीन और भारत के बीच पूर्वी लद्दाख में मई से शुरू हुआ तनाव अब और भी गंभीर होता जा रहा है। गलवान घाटी की हिंसा के बाद पैंगॉन्ग झील पर भी दोनों सेनाओं की बीच झड़प हुई। चीन ने आरोप लगाया है कि भारतीय सेना ने उस पर गोलीबारी की है। इस सबके बीच चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने इस क्षेत्र में भारी सेना और हथियार तैनात करना तेज कर दिया है। देश के अलग-अलग हिस्सों से सेना यहां बुलाई जा रही है।
देशभर से बुलाई सेना, परमाणु बॉम्‍बर ने किया अभ्‍यास
चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने सुरक्षा विश्लेषकों के हवाले से दावा किया है कि चीनी PLA ने सुरक्षाबल और भारी हथियारों की तैनाती बढ़ा दी है और इनके साथ युद्धाभ्यास किया जा रहा है। अखबार के मुताबिक एयर डिफेंस, सशस्त्र वाहन, पैराट्रूपर, स्पेशल फोर्स और इन्फैन्ट्री को देशभर के हिस्सों से बुलाकर इस क्षेत्र में लगाया गया है। PLA के सेंट्रल थिअटर कमांड एयरफोर्स के H-6 बॉम्बर और Y-20 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट ट्रेनिंग मिशन के लिए यहां तैनात किए हैं।                 


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)









 सितंबर 11, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-28 (साल-02)
2. शुक्रवार, सितंबर 11, 2020
3. शक-1943, अश्विन, कृृष्ण-पक्ष, श्राद्ध पक्ष, तिथि- नवमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:35, सूर्यास्त 07:00 ।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...