नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल ने दिल्ली के नगर निगमों को भंग करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिनके ऊपर कर्मचारियों की सेलरी देने और नगर निगमों की चलाने की जिम्मेदारी है वह भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी एक दूसरे के साथ नूरा कुश्ती कर रहे हैं। दोनों पार्टियां निगम की आर्थिक स्थिति को सुधारने के बजाय एक दूसरे के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करने में जुटी हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकेश गोयल ने कहा कि अपने पूरे राजनीतिक कॅरियर में उन्होंने नगर निगमों की इतनी बुरी हालत कभी नहीं देखी। सत्ताधारी दल बीजेपी नगर निगमों को चलाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। इसलिए नगर निगमों को तुरंत भंग किया जाना चाहिए। दूसरी ओर दिल्ली सरकार पर भी नगर निगमों को चलाने की उतनी ही जिम्मेदारी है। अतः यदि दिल्ली सरकार निगमों को उनका पैसा नहीं दे सकती तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
मुकेश गोयल ने एक इंटरव्यू में कहा कि आप और बीजेपी चुनावी सियासत कर रही हैं। उन्हें नगर निगम के कर्मचारियों को सेलरी देने, दिल्ली की जनता की सेवा करने या नगर निगम की सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने की चिंता नहीं है। यही कारण है कि दोनों पार्टियां आपस में एक साथ मिल-बैठकर इस आर्थिक संकट का समाधान निकालने के बजाय एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोपों में जुटी हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि आप और भाजपा आगे आने वाले नगर निगम चुनावों के लिए सियासत में जुटे हैं, उन्हें नगर निगम के कर्मचारियों के सेलरी या निगम की सेवाओं को सुधारने में कोई दिलचस्पी नहीं है। क्योंकि आप और बीजेपी दोनों ही नगर निगमों को संभाल पाने में नाकाम साबित हो रही हैं, अतः नगर निगमों को तुरंत भंग किया जाना चाहिए।
बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम फिलहाल गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। ज्यादातर कर्मचारियों को पिछले पांच महीनों से सेलरी नहीं मिली है। करीब 24 हजार सेवा निवृत कर्मचारियों को बीते पांच महीनों से उनकी पेंशन नहीं मिली है। इसके चलते पूर्व और वर्तमान कर्मचारी रोजाना सिविक सेंटर में सत्ताधारी दल बीजेपी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। निगमकर्मी रोजाना सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक सिविक सेंटर में अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन में जुटे हैं। जबकि सत्ताधारी दल बीजेपी और दिल्ली सरकार में सत्ता में आम आदमी पार्टी के बीच जुबानी जंग जोरों पर है।