बुधवार, 2 सितंबर 2020

दिल्लीः दो दोस्तों को उतारा मौत के घाट

डबल मर्डर: दोस्त ने ही दो साथियों को बेरहमी से उतारा मौत के घाट


हत्या की वजह ने सबको किया हैरान।
 नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली से सनसनीखेज मामला सामने आया है।जहां एक शख्स ने अपने दो साथियों की गला रेतकर हत्या कर दी।जब हत्या की वजह सामने आई तो सभी हैरान रह गए। आरोपी ने साथियों द्वारा महज कमरे का किराया मांगने से नाराज होकर उनकी निर्मम हत्या कर दी।जिसके बाद आरोपी को पुलिस ने चंद घंटों के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया।
ये मामला पश्चिमी दिल्ली के ख्याला रघुवीर नगर इलाके का है।डबल मर्डर की गुत्थी सुलझाते हुए ख्याला थाना पुलिस ने मृतकों के तीसरे साथी को हत्या के जुर्म में गिरफ्तार किया है।आरोपी का नाम शाकिर है जिसकी उम्र 23 साल है।आरोपी शाकिर दोनों मृतक के साथ किराए के डी-17 रघुवीर नगर के मकान में रहता था। पुलिस ने इस आरोपी को उत्तर प्रदेश के गांव अमरोहा से गिरफ्तार किया है।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मृतक अमीर हसन और आजम अली के साथ वह भी लहसुन का व्यापार करता था।जिसमें अमीर की उम्र 48 साल थी और आजम अली की 45 साल। वह उन्हीं के साथ रघुवीर नगर के डी-17 मकान में रहता था। जहां वह  4 महीने पहले लॉकडाउन के दौरान अपने गांव चला गया था और गांव में उसके पास पैसे भी खत्म हो गए थे।ऐसे में वह 15 दिन पहले ही दिल्ली वापस आया।
दिल्ली वापस आने पर अमीर हसन और आजम अली ने उसे भी कमरे का किराया देने के लिए कहा लेकिन  शाकिर ने किराया देने से साफ इनकार कर दिया।इसके चलते दोनों के बीच में काफी झड़प और गाली-गलौज भी हुई।नाराज शाकिर ने दोनों को रास्ते से हटाने की प्लानिंग कर डाली।
प्लानिंग के तहत शनिवार देर रात शाकिर ने अमीर हसन और आजम अली के ऊपर हमला कर दिया जब वह दोनों गहरी नींद में सो रहे थे। शाकिर ने चाकू और मीट काटने वाले चाकू से दोनों की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया।इसके बाद रविवार को इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी।छानबीन में पुलिस को हत्या का शक मृतकों के तीसरे साथी पर गया।
पुलिस ने बिना देरी किए आरोपी की तलाश शुरू की और शाकिर के गांव अमरोहा पहुंच गई। जहां पर आरोपी शाकिर को गिरफ्तार कर लिया गया।डीसीपी दीपक प्रोहित का कहना है कि फिलहाल आरोपी शाकिर अब तक पुलिस की गिरफ्त में है। वहीं, आरोपी के पास से वारदात में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया गया है।                     


यूपी में हिस्ट्रीशीटर को गोली मारकर हत्या

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पीजीआई थानाक्षेत्र में बुधवार को एक हिस्ट्रीशीटर दुर्गेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का मुख्य आरोपी मनीष यादव गिरफ्तार कर लिया गया है। लखनऊ डीसीपी चारु निगम ने बताया कि लखनऊ पीजीआई थाना क्षेत्र में वृंदावन कॉलोनी में दुर्गेश और उसका भाई साथ में रहते थे। यह गोरखपुर के पूर्वा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। दुर्गेश सुबह अपने भाई से मिलने आया था। इस दौरान उससे मिलने मनीष यादव और पलक के साथ कई लोग आए। इन लोगों की आपस में किसी बात को लेकर कहा सुनी हुई। इनकी आपसी झड़प के बाद कुछ लोगों ने इनकी हत्या कर दी। पूरे मामले की जांच की जा रही है। जल्द खुालासा किया जाएगा।


पुलिस ने बताया कि दुर्गेश कोई प्रॉपर्टी डीलर नहीं है। उसके घर में जांच के दौरान स्टांप पेपर, मोहर और ज्वाइनिंग लेटर का मिलना इस बात का सबूत है कि वह जालसाजी का काम करता था।


पत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दो स्कॉर्पियों कार से महिला समेत लगभग आधा दर्जन लोग दुर्गेश से मिलने पहुंचे। इस दौरान रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ। सभी ने दुर्गेश को पीटना शुरू कर दिया। इसी बीच उसे गोली मार दी। उसे गंभीर हालात में ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में लगी है। पुलिस ने मुख्य आरोपी मनीष यादव को गिरफ्तार कर लिया है।


किरायेदार ने बताया कि दो स्कॉर्पियों कार से महिला समेत पांच-छह लोग दुर्गेश को खोजते हुए आए। पहले उसके कमरे में किसी बात पर विवाद हुआ। उसके बाद सब लोग बाहर आ गए। इसी दौरान कहासुनी के बाद एक ने दुर्गेश के पेट में गोली मार दी।           


मिट्टी की खुदाई में निकले 'चांदी के सिक्के'

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में सफीपुर ग्राम पंचायत नन्हकऊ में पंचायत भवन निर्माण के लिए नींव की खुदाई के दौरान मिट्टी के बर्तन में सन 1862 के चांदी व तांबे के सिक्के निकले।

सूचना पर पुलिस ने सिक्कों को कब्जे में लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचाया। बाद में सिक्कों को सील करके डीएम कार्यालय भेज दिया गया। ग्रामीणों के अनुसार दशकों पहले किसी ने यहां सिक्के छिपाए होंगे।



तहसील क्षेत्र के नन्हकऊ गांव में ग्राम पंचायत द्वारा सचिवालय का निर्माण कराने के लिए खुदाई कराई जा रही है। मंगलवार को मजदूर नींव खोद रहे थे तभी अचानक फावड़ा मिट्टी के बर्तन से टकराया।


तेज आवाज होने पर मजदूरों ने तुरंत हाथ से मिट्टी हटाई तो अंदर एक मिट्टी के बर्तन में चांदी व तांबे के सिक्के मिले। थाना आसीवन प्रभारी राजेश ने मौके पर पहुंच सिक्के अपने कब्जे में लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचाया।


एसडीएम राजेंद्र कुमार ने बताया कि चांदी के 17 सिक्के सन 1862 से लेकर 1919 तक के निकले हैं। साथ ही 287 सिक्के तांबे के हैं। तांबे के पुराने होने के कारण सन का पता नहीं चल पा रहा है। इसे सील कर जिलाधिकारी कार्यालय भेजा जा रहा है। वहां से पुरातत्व विभाग को भेजा जाएगा।           





डीएम ने भवन का औचक निरीक्षण किया


तनवीर खान 


उन्नाव। जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने 1 सितम्बर को पूर्वान्ह सवा दस बजे विकास भवन के कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। जिसमें उन्होंने आवश्यक व्यवस्थाओं का जायेजा लिया। जिलाधिकारी ने विकास भवन में स्थापित कोविड हैल्प डेस्क की स्थापना प्रमुख द्वार पर की गई है निरीक्षण के दौरान इस हैल्प डेस्क पर कोई कर्मचारी उपस्थित नही पाया गया और पल्सआक्सीमीटर भी उपलब्ध नही था, जिसपर उन्होने नाराजगी व्यक्त की। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी डा0 राजेश कुमार प्रजापति को निर्देशित किया कि सम्बन्धित कर्मी का इस समबन्ध में स्पष्टीकरण प्राप्त कर समुचित कार्यवाही सुनिश्चत करें कि  कोविड हैल्प डेस्क पर ड्यूटी पर लगाये गये कर्मचारी प्रत्येक दशा में उपस्थित रहे तथा कार्यालय आने वाले प्रत्येक व्यक्तियों की थर्मल स्कैनर, पल्स आक्सीमीटर से जांच अवश्य की जाये।


निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी, परियोजन निदेशक डी0आर0डी0ए0, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, परियोजना अधिकारी डूडा, ए0आर0 कोआपरेटिव अनुपस्थित पाये गये। उन्होंने उक्त अधिकारियों का 01 सितम्बर 2020 का वेतन रोकते हुये स्पष्टीकरण के निर्देश दिये। परियोजनाधिकारी डूडा के कार्यालय के समस्त कर्मी (चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गीता देवी को छोड़कर) निरीक्षण के समय उपस्थित नही पाये गये। मुख्य विकास अधिकारी समस्त अनुपस्थित कर्मचारियों का 1 सितम्बर 2020 का वेतन रोकते हुये स्पष्टीकरण प्राप्त कर जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करें।ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के निरीक्षण के दौरान अधिशाषी अभियन्ता उपस्थित मिले। कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। हेल्प डेस्क पर  पल्स आक्सीमीटर उपलब्ध नही मिला। निर्देशित किया गया तत्काल व्यवस्था कराकर पल्स आक्सीमीटर उपलब्ध नही मिला। निर्देशित किया गया तत्कान व्यवस्था कराकर पल्स आक्सीमीटर रखा जाये। जिला कृषि अधिकारी कार्यालय निरीक्षण के दौरान कार्यालय में अत्यन्त गन्दगी देखने को मिली। कार्यालय के प्रवेश द्वार पर कूड़ा देखने को मिला। उन्होने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्थिति नितान्त आपत्तिजनक है। उन्होने निर्देशित किया कूड़ा हेतु डस्टबिन रखवाकर समय से समुचित निस्तारण किया जाये। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत गत बनाये गये वाररूम का निरीक्षण किया गया। जिसमें साफ-सफाई का अभाव पाया गया । उपस्थित कर्मचारी भी काफी पास-पास बैठे मिले। निर्देशित किया गया कि सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सुनिश्चित करते हुय विभागीय कार्यो का सम्पादन किया जाय तथा कार्यालय की साफ-सफाई कराई जाये।              



गोलाबारी में सैन्य अधिकारी हुए शहीद

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान द्वारा किए गए संघर्ष विराम उल्लंघन में बुधवार को एक जूनियर कमीशंड आर्मी ऑफिसर (जेसीओ) शहीद हो गए।


पुलिस सूत्रों ने बताया कि तारकुंडी सेक्टर में एक अग्रिम चौकी पर तैनात जेसीओ पाकिस्तानी गोलीबारी में घायल हो गए और बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया। पाकिस्तान 2020 की शुरुआत से ही नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करता आ रहा है। 2,720 से अधिक संघर्ष विराम उल्लंघन में 27 नागरिक मारे गए हैं और 100 अन्य घायल हुए हैं।           

मृतक संख्या-66, 333, संक्रमित-37,69,524

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण की विकराल होती स्थिति के बीच पिछले 24 घंटाें में 78 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं और संक्रमणमुक्त होने वालों की संख्या अपेक्षाकृत कम रहने से सक्रिय मामले 15 हजार से ज्यादा बढ़ गए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में कोरोना के 62,026 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिससे संक्रमणमुक्त होने वालों की संख्या 29,019,09 हो गयी है। इस दौरान कोरोना संक्रमण के 78,357 नये मामलों के साथ संक्रमितों का आंकड़ा 37,69,524 हो गया। स्वस्थ होने वालों की तुलना में संक्रमण के नये मामले अधिक होने से सक्रिय मामले 15,286 बढ़कर 8,01,282 हो गये हैं।


देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 1,045 लोगों की मौत से मरने वालों की संख्या 66,333 हो गयी है। देश में सक्रिय मामले 21.26 प्रतिशत और रोगमुक्त होने वालों की दर 76.98 प्रतिशत है जबकि मृतकों की दर 1.76 प्रतिशत है। कोरोना से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में सक्रिय मामलों की संख्या 4,467 बढ़कर 1,98,866 हो गयी तथा 320 लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 24,903 हो गया। इस दौरान 10,978 लोग संक्रमणमुक्त हुए जिससे स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 5,84,537 हो गयी। देश में सर्वाधिक सक्रिय मामले इसी राज्य में हैं।


दक्षिणी राज्यों में आंध्र प्रदेश में इस दौरान मरीजाें की संख्या 934 बढ़ने से सक्रिय मामले 1,01,210 हो गये। राज्य में अब तक 4,053 लोगों की मौत हुई है, वहीं कुल 3,39,876 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं। कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान मरीजों की संख्या में 3,764 की वृद्धि हुई है और यहां अब 91,018 सक्रिय मामले हैं। राज्य में मरने वालों का आंकड़ा 5,837 पर पहुंच गया है तथा अब तक 2,54,626 लोग स्वस्थ हुए हैं।               


डीएम ने सुनी कई फरियादियों की समस्याएं


बृजेश गोंड


मीरजापुर। कलेक्ट्रेट सभागर में आयुक्त विन्ध्याचल मण्डल प्रीति शुक्ला के कोविड-19 बैठक लेने के बाद शासन के निर्देशानुसार जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने आज कलेक्ट्रेट कार्यालय में पूर्वाहन 11 बजे से जनता दर्शन के दौरान आये हुये फरियादियों के समस्याओं को सुना तथा निस्तारण हेतु सम्बंधित अधिकारियों को उनके दूरभाष पर वार्ता कर निस्तारण हेतु निर्देशित किया। उन्होंने यह भी कहा कि भेजे गये प्रार्थना पत्रों को निर्धारित समय सीमा के अन्दर गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारित कर सम्बंधित फरियादी के मोबाइल नम्बर पर फोन कर अवगत कराया जाये। जनता दर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट जिलाधिकारी कक्ष में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुये फरियादियों के बैठने के लिये कुर्सियों को भी निर्धारित दूरी पर लगायी गयी। जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट में स्थापित हेल्प डेस्क पर उपस्थित कर्मचारियों को निर्देशित किया कि कलेक्ट्रेट में आने वाले सभी व्यक्तियों को थर्मल स्केनिंग किया जाए। जनता दर्शन के दौरान आये हुये लोगों में जमीन विवाद जमीनों की पैमाइश निःशुल्क राशन, प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण की मांग आदि से सम्बंधित प्रार्थना दिये गये जिलसे जिलाधिकारी द्वारा निस्तारण का आश्वान देते हुये सम्बंधित अधिकारियों को निस्तारण के लिये भेजा गया।                   



बाढ़ से निपटने के लिए 'प्रशासन' मुस्तैद


बृजेश गोंड


मीरजापुर। जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने गंगा के बढते जल स्तर को देखते हुये बताया कि सम्भावित बाढ से निपटने के लिये जिला प्रशासन की पूरी तैयारियां की गयी है। उन्होंने बताया कि गंगा में खतरे का निशान 77 दशमलव 08 मीटर है जब कि अभी गंगा का जल स्तर 72 मीटर पर है, खतरे के निशान से 05 मीटर नीचे है जिलाधिकारी ने बताया कि गंगा का जल स्तर पर कल तक एक से0मी0 प्रति घंटे बढ रहा था बीच में घटने भी लगा था परन्तु आज प्राप्त जानकारी के अनुसार जल स्तर 03 सेंटीमीटर प्रतिघंटा बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिये जनपद के विभिन्न स्थानों पर कुल 37 बाढ़ चौकिया बनायी गयी है जिनमें से 24 चुनार तहसील तथा 13 सदर तहसील अन्तर्गत है. ये बाढ़ चौकियां रात- दिन 24 घंटे कार्यरत रहेगी। इन चौकियों पर स्वास्थ्य विभाग, राजस्व, पुलिस तथा पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों की तैनाती की गयी है। बाझ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने के लिये जगह का भी चिन्हांकन कर लिया गया है। शासन के निर्देशानुसार 15 बाढ़ प्रभावित लोगों को 15 दिन के लिये किट देने की व्यस्वस्था कर ली गयी है। बाढ से निपटने के लिये पर्याप्त नाव की व्यवस्था की भी कर ली गयी है। सम्बंधित उप जिलाधिकारी को यह निर्देशित किया गया है कि बाढ़ के दौरान जहां पर नाव चलाने के लिये प्रतिबन्धित किया गया है उस पर निगरानी रखे। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिये सभी तैयारियां पूर्ण रूप से कर ली गयी है।             



किशोरी ने युवक पर लगाया दुष्कर्म का आरोप

संस्कार सिंह


मीरजापुर। देहात कोतवाली इलाके के एक गांव में अपने ननिहाल आयी किशोरी के साथ बद नियति से खींचने की शिकायत की गई हैं । मड़िहान थाना राजगढ़ चौकी क्षेत्र की निवासिनी किशोरी देहात कोतवाली क्षेत्र स्थित ननिहाल में गयी थी। सोमवार की देर शाम नानी के साथ जा रही थी। आरोप है कि सुनसान देख पड़ोसी युवक हरकत करने लगा। विरोध करने पर दुष्कर्म की नीयत से जबरन खिंचने का प्रयास किया। चीखने चिल्लाने व नानी के विरोध करने पर आरोपी युवक छोड़कर भाग गया। पीड़िता की नानी आरोपी युवक के घर उलाहना देने गयी तो परिजन अपशब्द कहते हुए मारपीट पर आमादा हो गए । नानी के सिर का बाल खींचकर भगाने लगे। नामजद शिकायत के बाद हरकत में आयी गुरुसंडी चौकी की पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। मनबढ़ युवक के खिलाफ कार्यवायी की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है।           


सड़क हादसे में 5 युवकों की हुई मौत

वारंगल। तेलंगाना के दामेरा मंडल जिले में बुधवार तड़के एक कार के लॉरी से टकरा जाने के कारण पांच युवकों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त पांच युवक कार में बैठकर वारंगल से मुलुगु जा रहे थे। पांचों युवक वारंगल जिले के पोचम्मा मैदान के रहने वाले थे। इनकी पहचान राकेश, चंदू, रोहित, सबीर और पवन के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।                 


यूपीः 9 साल की बच्ची से किया रेप, हत्या

मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में लापता हुई नौ साल की बच्ची मृत मिली है। अधिकारियों ने कहा है कि पोस्टमार्टम की जांच में पुष्टि हुई है कि बच्ची की हत्या करने से पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया था। बच्ची सोमवार की शाम को लापता हो गई थी। मंगलवार को उसका शव मथुरा के देहरुआ गांव के बाहर मिला था। मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।


मथुरा के एसएसपी गुरावत ग्रोवर ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीड़ित के प्राइवेट पार्ट में चोटें और ब्लड क्लॉट्स मिले हैं। मौत का कारण गले को दबाना बताया गया है। पुलिस के मुताबिक, लड़की रात 8 बजे के आसपास अपनी ही जितनी उम्र की एक अन्य लड़की के साथ पास की दुकान से कुछ सामान खरीदने गई थी, लेकिन वापसी में केवल दूसरी लड़की अकेले अपने घर लौट आई थी।

जब पीड़िता लगभग 10 बजे तक नहीं लौटी तो उसके पिता ने उसे खोजना शुरू किया। जब लड़की नहीं मिली तो उसने करीब आधी रात को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 के तहत एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसे लड़की का शव मिलने के बाद आईपीसी की धारा 302, 376 और पॉक्सो अधिनियम के तहत बदल दिया गया था।


पूछताछ करने पर पीड़ित लड़की के साथ दुकान गई लड़की ने मंगलवार को खुलासा किया कि उसके चाचा बनवारी (38) दोनों को अपनी बाइक पर अपने साथ ले गए थे। वापसी में उन्होंने उसे घर छोड़ा लेकिन पीड़िता को वह अपने साथ ले गया।             


मोदी शासन में बर्बाद हो गया है देश 'भारत'

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने देश को बर्बाद कर दिया है और उसकी गलत नीतियों के करण हम हर मोर्चे पर कमजोर साबित हो रहे हैं। राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, “देश आज मोदी निर्मित तबाही की चपेट में है। देश में आज जीडीपी -23.9 फीसदी की ऐतिहासिक गिरावट है। आज 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। बारह करोड़ नौकरियां चली गयी। राज्यों को उनके हिस्से के जीएसटी का बकाया नहीं दिया जा रहा है।’


उन्होंने ताज़ा घटनाओं को लेकर भी सरकार पर हमला किया और कहा, “हमारे यहां आज दुनिया में सबसे ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं और सबसे ज्यादा लोग मर रहे हैं। हमारी सीमा पर बाहरी ताकतें आक्रामक बनी हुई हैं।”             


1रुपये जुर्माना, सोलह आने ठीक ?

बहस का विषय इस समय यह है कि वकील प्रशांत भूषण अगर अपने आपको वास्तव में ही निर्दोष मानते हैं तो उन्हें बजाय एक रुपए का जुर्माना भरने के क्या तीन महीने का कारावास नहीं स्वीकार कर लेना चाहिए था ? सवाल बहुत ही वाजिब है। पूछा ही जाना चाहिए। प्रशांत भूषण ने भी अपनी अंतरात्मा से पूछकर ही तय किया होगा कि जुर्माना भरना ठीक होगा या जेल जाना ! प्रशांत भूषण के ट्वीटर अकाउंट पर सत्रह लाख फ़ालोअर्स के मुक़ाबले एक सौ सत्तर लाख से अधिक फ़ालोअर्स की हैसियत रखने वाले ‘चरित्र’ अभिनेता अनुपम खेर ने भी अपना सवाल ट्वीटर पर ही उठाया है :’एक रुपया दाम बंदे का ! और वह भी उसने अपने वकील से लिया !! जय हो !! ’। निश्चित ही लाखों लोग अब इसी तरह के सवाल प्रशांत भूषण से पूछते ही रहेंगे और उनका जीवन भर पीछा भी नहीं छोड़ेंगे। वे अगर चाहते तो जुर्माने या सजा पर कोई अंतिम फ़ैसला लेने से पहले पंद्रह सितम्बर तक की अवधि ख़त्म होने तक की प्रतीक्षा कर सकते थे पर उन्होंने ऐसा नहीं किया। हो सकता है वे न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा के सेवा निवृत होने के पूर्व ही प्रकरण को समाप्त करना चाह रहे हों !


मैंने अपने हाल ही के एक आलेख (‘प्रशांत भूषण को सजा मिलनी ही चाहिए और वे उसे स्वीकार भी करें’) में गांधी जी से सम्बंधित जिस प्रसंग का उदाहरण दिया था उसे ताज़ा संदर्भ में दोहरा रहा हूँ। वर्ष 1922 में अंग्रेजों के ख़िलाफ़ अपने समाचार पत्र “यंग इंडिया ‘ में लेखन के आरोप में (तब ट्वीटर की कोई सुविधा नहीं थी) गांधी जी को अहमदाबाद स्थित उनके साबरमती आश्रम से गिरफ़्तार करने के बाद छह वर्ष की सजा हुई थी। गांधी जी तब आज के प्रशांत भूषण से ग्यारह वर्ष कम उम्र के थे। कहने की ज़रूरत नहीं कि वे तब तक एक बहुत बड़े वकील भी बन चुके थे। हम इस कठिन समय में न तो प्रशांत भूषण से गांधी जी जैसा महात्मा बन जाने या किसी अनुपम खेर से प्रशांत भूषण जैसा व्यक्ति बन जाने की उम्मीद कर सकते हैं।गांधी जी पर आरोप था कि वे विधि के द्वारा स्थापित सरकार के ख़िलाफ़ घृणा उत्पन्न करने अथवा असंतोष फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। अब इसी आरोप को प्रशांत भूषण के ख़िलाफ़ उनके द्वारा की गई सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना के संदर्भ में भी पढ़ सकते हैं। गांधी जी ने अपने ऊपर लगे आरोपों और अंग्रेज जज द्वारा दी गई छह वर्ष की सजा को प्रसन्नतापूर्वक स्वीकार कर लिया था।


प्रशांत भूषण को अगर सजा सिर्फ़ इतने तक सीमित रहती कि या तो वे एक रुपए का जुर्माना भरें या तीन महीने की जेल काटें तो निश्चित रूप से वे कारावास को प्राथमिकता देना चाहते। पर अदालत ने (क़ानून की व्याख्या और बार कौंसिल ऑफ इंडिया का हवाला देते हुए )जैसा कि कहा है प्रशांत भूषण अगर जुर्माना नहीं भरते हैं तो उन्हें तीन महीने की जेल के साथ ही तीन वर्ष के लिए वकालत करने पर प्रतिबंध भी भुगतना पड़ेगा। बातचीत का यहाँ मुद्दा यह है कि अंग्रेज जज एन. ब्रूफफ़ील्ड अगर गांधी जी की सजा के साथ यह भी जोड़ देते कि वे सजा के छह वर्षों तक सरकार के ख़िलाफ़ किसी भी प्रकार का लेखन कार्य भी नहीं करेंगे तो फिर महात्मा क्या करते ?


क्या यह न्यायसंगत नहीं होगा कि प्रशांत भूषण द्वारा एक रुपए का जुर्माना भरकर मुक्त होने के मुद्दे को करोड़ों लोगों की ओर से जनहित के मामलों में सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने से तीन वर्षों के लिए वंचित हो जाने की पीड़ा भुगतने से बच जाने के रूप में लिया जाए ? अनुपम खेर या उनके जैसे तमाम लोग इस मर्म को इसलिए नहीं समझ पाएँगे कि प्रशांत भूषण किसी फ़िल्मी अदालत में ‘अपने निर्देशकों’ द्वारा पढ़ाई गई स्क्रिप्ट नहीं बोलते। और न ही जनहित से जुड़ी किसी कहानी में भी स्क्रिप्ट की माँग के अनुसार नायक और खलनायक दोनों की ही भूमिकाएँ स्वीकार करने को तैयार बैठे रहते हैं।


प्रशांत भूषण का पूरे विवाद से सम्मानपूर्वक बाहर निकलना इसलिए ज़रूरी था कि नागरिकों की ज़िंदगी और उनके अधिकारों से जुड़े कई बड़े काम सुप्रीम कोर्ट से बाहर भी उनकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। बिना किसी अपराध के जेलों में बंद लोगों को इस समय उनकी क़ानूनी सहायता और सांत्वना की सख़्त ज़रूरत है, जो कि ट्वीटर हैंडल पर उनके ख़िलाफ़ ट्रोल करने वाले कभी प्रदान नहीं कर सकते।साथ ही इसलिए भी ज़रूरी था कि अब प्रशांत भूषण उन तमाम लोगों का अदालतों में बचाव कर सकेंगे, जो अपने सत्ता-विरोधी आलोचनात्मक ट्वीट्स या लेखन के कारण अवमाननाओं के आरोप झेल सकते हैं।


जिस तरह की परिस्थितियाँ इस समय देश में है उसमें तीन साल तक एक ईमानदार वकील के मुँह पर ताला लग जाना यथा-स्थितिवाद विरोधी कई निर्दोष लोगों के लिए लम्बी सज़ाओं का इंतज़ाम कर सकता था। किन्ही दो-चार लोगों के आत्मीय सहारे के बिना तो केवल वे ही सुरक्षित रह सकते हैं, जो शासन-प्रशासन की ख़िदमत में हर वक्त हाज़िर रहते हैं।प्रशांत भूषण को अगर जुर्माने और सजा के बीच फ़ैसला करते वक्त अपनी अंतरात्मा के साथ किंचित समझौता करना पड़ा हो तो भी उन्होंने करोड़ों लोगों की आत्माओं को अब और ज़्यादा आज़ादी के साथ साँस लेने की स्वतंत्रता तो उपलब्ध करा ही दी है।क्या हमारे लिए इतनी उपलब्धि भी पर्याप्त नहीं?                  


सरकार ने केंद्र से मांगे ₹2,241 करोड़

हल्द्वानी। मानो या न मानो उत्तराखंड राज्य भारी अर्थसंकट से गुजर रहा है। हालात यह हैं कि डबल इंजन की सरकार होने की वजह से राज्य केंद्र से खुलकर अपनी बकाया राशि की मांग भी नहीं कर पा रहा है। सरकारी आंकड़े के अनुसार जीएसटी से राज्य सरकार को 2,241 करोड़ की क्षतिपूर्ति केंद्र से होनी चाहिए जो वर्तमान में लंबित है। हालांकि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मांग की है कि इस क्षतिपूर्ति को जल्द से जल्द से रिलीज किया जाए। आश्चर्य की बात यह है कि केंद्र सरकार यह क्षतिपूर्ति राज्य को लोन के रूप में देगी।                   


न्यूज पोर्टल को यूपी सरकार ने दी मान्यता

लखनऊ। उप्र सरकार द्वारा सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए वेब समाचार पोर्टल को मान्यता देते हुए सरकारी विज्ञापन भी जारी करने के आदेश दिए हैं। जिसमें सरकार द्वारा उ.प्र. सूचना विभाग के माध्यम से पोर्टल संचालकों से आवेदन मांगे गए हैं।


सूचना एवं जनसंपर्क विभाग उप्र द्वारा वेब समाचार पोर्टलों को मान्यता देते हुए वेब मीडिया विज्ञापन सूची हेतु आवेदन पत्र का प्रपत्र जारी किया गया है। सूचना विभाग के अनुसार समाचार पोर्टल के रजिस्टेªशन में वही पोर्टल संचालक आवेदन कर सकते हैं। जिनके वेब समाचार पोर्टल पर प्रतिमाह 50 हजार से अधिक हिट्स होते हैं। वेब पोर्टल दो साल से लगातार चल रहा हो। वेबसाइट का नाम एवं आईपी एडेªस न बदला गया हो। पोर्टल के संपादक-मालिक आपराधिक प्रवृत्ति के न हों।


वेब पोर्टल पर प्रतिमाह 50 हजार से अधिक यूजर्स होने चाहिए। वेब पोर्टल संचालकों को प्रतिमाह सूचना विभाग को पोर्टल से संबंधित हिट्स एवं यूजर्स की आधिकारिक जानकारी देनी होगी। विज्ञापन की दरें पोर्टल के बीते छह के प्रदर्शन के आधार पर तय होंगी। इसमें हिट्स और यूजर्स की संख्या अहम भूमिका निभाएगी। इसमें सरकार द्वारा वेब पोर्टल को केवल डिस्पले विज्ञापन ही जारी किए जाएंगे। सूचना विभाग द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि वेब समाचार पोर्टल द्वारा किसी भी अन्य गलत तरीके से यदि हिट्स और यूजर्स बढ़ाए जाते हैं तो उसकी विज्ञापन की मान्यता रद्द कर दी जाएगी। इसके साथ ही पोर्टल मान्यता के लिए स्वामी-संपादक को 100 रूपए के शपथ पत्र पर आवेदन करना होगा।


 

प्रेमी ने नाबालिक को बुलाया , गैंगरेप

कोटद्वार। उत्तराखंड की नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। कोटद्वार की रहने वाली नाबालिग लड़की से उत्तर प्रदेश में गैंगरेप करने वाले आरोपियों को पुलिस ने यूपी के बिजनौर जनपद से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी युवक बिजनौर जनपद थाना क्षेत्र के नगीना समस्तीपुर के रहने वाले हैं। आरोपियों में से एक युवक को नाबालिग का प्रेमी बताया जा रहा है जिससे युवती की लंबे समय से बातचीत चल रही थी।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक घटना 28 अगस्त की है। कहा जा रहा है कि नाबालिग का प्रेमी बताए जाने वाले युवक ने पहले नाबालिग को बहला फुसलाकर कोटद्वार से नगीना बुलाया।

फिर नगीना में एक गन्ने के खेत में ले जाकर शारीरिक शोषण किया। इस दौरान युवती और उसके प्रेमी को कुछ युवकों ने गन्ने के खेत में पकड़ लिया। फिर तीन युवकों ने भी युवती का बलात्कार कर डाला।               

संवेदना का उत्तम दृष्टांत 'कहानी'

*आज का प्रेरक प्रसङ्ग*


         !! संवेदनशीलता !!


एक पोस्टमैन ने एक घर के दरवाजे पर दस्तक देते हुए कहा,”चिट्ठी ले लीजिये।” अंदर से एक बालिका की आवाज आई,”आ रही हूँ।” लेकिन तीन-चार मिनट तक कोई न आया तो पोस्टमैन ने फिर कहा,”अरे भाई! मकान में कोई है क्या,अपनी चिट्ठी ले लो।” लड़की की फिर आवाज आई,”पोस्टमैन साहब,दरवाजे के नीचे से चिट्ठी अंदर डाल दीजिए,मैं आ रही हूँ।” पोस्टमैन ने कहा,”नहीं,मैं खड़ा हूँ,रजिस्टर्ड चिट्ठी है,पावती पर तुम्हारे साइन चाहिये।” करीबन छह-सात मिनट बाद दरवाजा खुला। 


पोस्टमैन इस देरी के लिए झल्लाया हुआ तो था ही और उस पर चिल्लाने वाला था लेकिन दरवाजा खुलते ही वह चौंक गया, सामने एक अपाहिज कन्या जिसके पांव नहीं थे,सामने थी। पोस्टमैन चुपचाप पत्र देकर और उसके साइन लेकर चला गया। हफ़्ते, दो हफ़्ते में जब कभी उस लड़की के लिए डाक आती, पोस्टमैन एक आवाज देता और जब तक वह कन्या न आती तब तक खड़ा रहता। एक दिन कन्या ने पोस्टमैन को नंगे पाँव देखा। 


दीपावली नजदीक आ रही थी। उसने सोचा पोस्टमैन को क्या ईनाम दूँ। एक दिन जब पोस्टमैन डाक देकर चला गया,तब उस लड़की ने, जहां मिट्टी में पोस्टमैन के पाँव के निशान बने थे, उन पर काग़ज़ रख कर उन पाँवों का चित्र उतार लिया। अगले दिन उसने अपने यहाँ काम करने वाली बाई से उस नाप के जूते मंगवा लिये। दीपावली आई और उसके अगले दिन पोस्टमैन ने गली के सब लोगों से तो ईनाम माँगा और सोचा कि अब इस बिटिया से क्या इनाम लेना? 


पर गली में आया हूँ तो उससे मिल ही लूँ। उसने दरवाजा खटखटाया। अंदर से आवाज आई,”कौन?” पोस्टमैन,उत्तर मिला। बालिका हाथ में एक गिफ्ट पैक लेकर आई और कहा,”अंकल,मेरी तरफ से दीपावली पर आपको यह भेंट है।” पोस्टमैन ने कहा,”तुम तो मेरे लिए बेटी के समान हो,तुमसे मैं गिफ्ट कैसे लूँ?” कन्या ने आग्रह किया कि मेरी इस गिफ्ट के लिए मना नहीं करें।” ठीक है कहते हुए पोस्टमैन ने पैकेट ले लिया। बालिका ने कहा,”अंकल इस पैकेट को घर ले जाकर खोलना।


घर जाकर जब उसने पैकेट खोला तो विस्मित रह गया,क्योंकि उसमें एक जोड़ी जूते थे।उसकी आँखें भर आई। अगले दिन वह ऑफिस पहुंचा और पोस्टमास्टर से फरियाद की कि उसका तबादला फ़ौरन कर दिया जाए। पोस्टमास्टर ने कारण पूछा, तो पोस्टमैन ने वे जूते टेबल पर रखते हुए सारी कहानी सुनाई और भीगी आँखों और रुंधे कंठ से कहा,”आज के बाद मैं उस गली में नहीं जा सकूँगा। उस अपाहिज बच्ची ने तो मेरे नंगे पाँवों को तो जूते दे दिये पर मैं उसे पाँव कैसे दे पाऊँगा?”


शिक्षाः संवेदनशीलता का यह श्रेष्ठ दृष्टांत है। संवेदनशीलता… यानि,दूसरों के दुःख-दर्द को समझना,अनुभव करना और उसके दुःख-दर्द में भागीदारी करना,उसमें सम्मलित होना। यह ऐसा मानवीय गुण है जिसके बिना इंसान अधूरा है। ईश्वर से प्रार्थना है कि वह हमें संवेदनशीलता रूपी आभूषण प्रदान करें।


दुनिया-भर में कोरोना का कहर जारी

नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है. दुनिया के 200 देशों में फैल चुके कोरोना वायरस 'कोविड 19' का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। दुनियाभर में अबतक कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 2.58 करोड़ तक पहुंच गया है। पिछले 24 घंटों में दुनिया में 2 लाख 57 हजार नए मामले सामने आए हैं और 5 हजार 846 लोगों की जान चली गई है। दुनियाभर में अबतक 2 करोड़ 58 लाख 89 हजार लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 8 लाख 60 हजार 270 लोगों ने अपनी जान गंवाई है तो वहीं 1 करोड़ 81 लाख लोग ठीक भी हुए हैं। पूरी दुनिया में 68 लाख 58 हजार एक्टिव केस हैं यानी कि फिलहाल इतने लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।             


पेट्रोल-डीजल के तेजी से बढ़ रहे है रेट

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। पेट्रोल की कीमत में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। यह पिछले 2 हफ्ते में 1.65 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है। तेल कंपनियों ने सभी शहरों में पेट्रोल के दाम में इजाफा किया है। हालांकि डीजल के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है और वह पिछले एक महीने से स्थिर है। बुधवार (2 सितंबर) को दिल्ली में पेट्रोल 82.08 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, वहीं मुंबई में 88.73 रुपये प्रति लीटर, चेन्नई में 85.04 रुपये प्रति लीटर और कोलकाता में 83.57 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।


डीजल की बात की जाए तो दिल्ली में डीजल 73.56 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। मुंबई में डीजल 80.11, कोलकाता में डीजल 77.06 रुपये और चेन्नई में डीजल 78.86 रुपये बिक रहा है।


अन्य प्रमुख शहरों में पेट्रोल की कीमत (02 सितंबर, 2020)


आगरा- 82.06 रुपये/लीटर
अहमदाबाद- 79.46 रुपये/लीटर
इलाहाबाद- 82.32 रुपये/लीटर
औरंगाबाद- 89.89 रुपये/लीटर
बेंगलुरु- 84.75 रुपये/लीटर
भोपाल- 89.75 रुपये/लीटर
भुवनेश्वर- 82.64 रुपये/लीटर
चंडीगढ़- 78.96 रुपये/लीटर


अन्य प्रमुख शहरों में डीजल की कीमत (02 सितंबर, 2020)


आगरा- 73.51 रुपये/लीटर
अहमदाबाद- 79.11 रुपये/लीटर
प्रयागराज- 73.86 रुपये/लीटर
औरंगाबाद- 81.28 रुपये/लीटर
बेंगलुरु- 77.88 रुपये/लीटर
भोपाल- 81.26 रुपये/लीटर
भुवनेश्वर- 80.03 रुपये/लीटर
चंडीगढ़- 73.21 रुपये/लीटर


पेट्रोल की कीमत 2018 में पहुंची थी सबसे ऊपर


तेल कंपनियां पूरे देश में समान रूप से दाम बढ़ाती हैं लेकिन राज्यों में इन दोनों ईंधनों पर अलग अलग दर से बिक्री कर अथवा मूल्य वर्धित कर (वैट) लगने से खुदरा दाम अलग अलग होते हैं।             


जनपद में होम आइसोलेशन की अनुमति दी

अल्मोड़ा। कोविड—19 से संक्रमित रोगियों को अब अल्मोड़ा जिले में भी होम आइसोलेशन की सुविधा मिलेगी। बशर्ते रोगी लक्षणरहित हो और घर में होम आइसोलेशन की शर्तो के अनुसार सुविधा हो। यह बात जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने कही है। जिला अधिकारी ने मंगलवार को स्वास्थ्य महकमे की बैठक लेते हुए यह बात कही। उन्होंने जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी को देखते हुए स्वास्थ्य महकमे को सावधान किया है और पहले से अधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि शासन द्वारा जारी दिशा—निर्देशों के अनुसार होम आइसोलेशन के लिए कोविड—19 से संक्रमित रोगी को चिकित्सक की अनुमति लेना जरूरी है। उपचार प्रदान करने वाले चिकित्सक द्वारा होम आइसोलेशन के लिए पात्र व्यक्ति को लक्षणरहित रोगी के रूप मे चिन्हित किया होना चाहिए। इसके अलावा घर में रोगी की 24 घंटे देखभाल करने वाला तीमारदार उपलब्ध हो। रोगी के निवास पर स्वयं को आइसोलेट करने एवं परिजनों को कोरेन्टीन करने की सुविधा हो। घर मे रोगी के लिए एक अलग से शौचालय युक्त कक्ष होना भी अनिवार्य है। तभी होम आइसोलेशन की सुविधा दी जा सकती है। जिलाधिकारी ने बताया कि होम आइसोलेट व्यक्ति को आइसोलेशन अवधि के दौरान चिकित्सालय से सम्पर्क बनाये रखना होगा और 60 साल से अधिक उम्र के रोगी, किसी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति, गर्भवती महिला, 10 साल से कम उम्र के बच्चे, एचआईवी ग्रसित, अंग प्रत्यारोपित किया व्यक्ति तथा कैंसर का उपचार करा रहा रहे कमजोर व्यक्तियों को होम आइसोलेशन की अनुमति नहीं दी जायेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि अगर कोई कोरोना पाॅजिटिव व्यक्ति स्वंय के खर्चे पर होटल में आइसोलेट होना चाहता है, तो उसे होटल में आइसोलशन की अनुमति दी जाएगी बशर्ते उसे गाईडलाइन का पूर्ण पालन करना होगा। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि कान्टेक्ट ट्रैसिंग पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है और सैंपलिग को और बढाकर संक्रमण को रोका जा सकता है।           


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)









 सितंबर 3, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-20 (साल-02)
2  बृहस्पतिवार, अगस्त 3, 2020
3. शक-1943, अश्विन, कृृष्ण-पक्ष, श्राद्ध पक्ष, तिथि- प्रतिपदा, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:28, सूर्यास्त 07:10


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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अगले 5 दिनों में लू चलने की संभावना जताई

अगले 5 दिनों में लू चलने की संभावना जताई इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। दिल्ली समेत देशभर में गर्मी बढ़ रही है। आने वाले दिनों के लिए भारत मौसम वि...