गुरुवार, 27 अगस्त 2020

झूठा आरोप लगाने पर जुर्माना 25 हजार

मुंबई। बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक महिला द्वारा उसके प्रेमी पर दुष्कर्म की झूठी शिकायत दर्ज कराने के खिलाफ 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। क्योंकि महिला ने मामले में शिकायत दर्ज करवाने के बाद मामले में कार्रवाई नहीं करने को कहा था।


जस्टिस आरडी धानुका और वीजी बिष्ट की पीठ ने महिला को चार सप्ताह के भीतर महाराष्ट्र पुलिस कल्याण कोष में 25 हजार रुपये जमा कराने का निर्देश दिया। पीठ ने कहा कि यदि जुर्माना नहीं दिया गया तो उसके प्रेमी के खिलाफ की गई एफआईआर रद्द नहीं होगी।


बताया जा रहा है कि महिला ने 16 मार्च को पालघर जिले के नालासोपारा पुलिस स्टेशन में अपने प्रेमी के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करवाई थी, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि उसके प्रेमी ने उसे नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया है।               


कोरोना वैक्सीन का सहीं ढंग से वितरण


बेंगलुरु। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या विश्वनाथन ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 के वैक्सीन का दुनियाभर में सही ढंग से वितरण बड़ी चुनौती साबित होगा।उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना होगा कि टीके के अधिकाधिक डोज अमीर देशों के पास न चले जाएं और इनका पूरी दुनिया में समान वितरण हो। हमें 2021 की शुरुआत तक कुछ अच्छी खबर मिल जानी चाहिए।


भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की पूर्व महानिदेशक स्वामीनाथन ने कहा कि इसके बाद बड़ी चुनौती यह सुनिश्चित करने की होगी कि अमीर देश सीमित मात्रा में उपलब्ध टीकों के अधिकाधिक डोज न ले लें और इन टीकों का पूरी दुनिया को आवंटन न्यायसंगत तरीके से हो।


आईआईएम बेंगलुरु में सार्वजनिक नीति केंद्र द्वारा ‘सार्वजनिक नीति एवं प्रबंधन’ विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए यह बात कही। आईआईएम बेंगलुरु ने एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।

भारत टीकों के उत्पादन का केंद्र
स्वामीनाथन ने कहा कि टीके के मामले में भारत अच्छी स्थिति में है क्योंकि यहां इस दिशा में कई कंपनियां काम कर रही हैं जिनमें कुछ अपने स्तर से तो कुछ साझेदारी में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत टीकों के उत्पादन का केंद्र है।महामारी ने असमानताओं को बढ़ाया है। यह सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और लचीलापन बढ़ाने के लिहाज से सीखने का अवसर साबित हुआ है।             


रिपोर्ट की कॉपियां 'कैबिनेट' को भेजें

नई दिल्ली। आरबीआई ने अपनी सालाना रिपोर्ट में बताया है कि कोरोना संकट का सबसे अधिक नुकसान गरीबों पर हुआ है, ऐसे में अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर आने में काफी वक्त लग सकता है। इस मामले पर पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरा। अब पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने सवाल उठाए हैं। चिदंबरम ने कहा है कि शायद ही पहले कभी किसी सरकार ने केंद्रीय बैंक के गवर्नर को इस तरह इग्नोर किया होगा।


पी चिदंबरम ने ट्वीट में लिखा, “RBI के गवर्नर को RBI की सालाना रिपोर्ट की कई कॉपियां अंग्रेजी और हिंदी में प्रधानमंत्री और कैबिनेट के हर एक मंत्री को भेजनी चाहिए।


चिदंबरम ने आगे लिखा, “पहले कभी किसी सरकार ने केंद्रीय बैंक के गवर्नर को इस तरह इग्नोर किया होगा। शायद ही वित्त मंत्री और बैंक गवर्नर आपस में बात करते हों। गवर्नर, मेरी संवेदनाएं आपके साथ हैं। आप एक सोए हुए व्यक्ति को जगा सकते हो लेकिन जो व्यक्ति सोने का नाटक कर रहा हो उसे कैसे जगाएंगे।

राहुल गांधी ने क्या कहा था
एक दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी आरबीआई की सालाना रिपोर्ट पर मोदी सरकार को घेरा था। राहुल ने ट्वीट में लिखा था, “RBI ने भी उस बात की पुष्टि कर दी जिसकी मैं महीनों से चेतावनी दे रहा हूं। जरूरी है कि सरकार खर्च बढ़ाए, उधार नहीं। गरीबों को पैसा दे, न कि उद्योगपतियों को टैक्स-कटौती। खपत से अर्थव्यवस्था को फिर शुरू करे। मीडिया द्वारा ध्यान भटकाने से न गरीबों की मदद होगी, न आर्थिक आपदा सुलझेगी।             


वैज्ञानिकों ने मास्क को लेकर किया 'दावा'

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) सहित अन्य अध्ययनकर्ताओं के मुताबिक एन-95 मास्क कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को घटाने में सर्वाधिक कारगर हो सकता है। उन्होंने सुझाव दिया है कि कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिये मास्क नहीं पहनने से बेहतर है कि किसी न किसी तरह का मास्क पहना जाए।


अध्ययनकर्ताओं ने इस बात का जिक्र किया कि खांसने और छींकने के दौरान श्वसन तंत्र से हवा में निकलने वाली सूक्ष्म बूंदें कोविड-19 जैसे संक्रामक रोग के प्रसार का सबसे बड़ा कारण है। इसरो से पद्यमनाभ प्रसन्न सिम्हा और कर्नाटक स्थित जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवस्कुलर साइंसेज एंड रिसर्च के प्रसन्न सिम्हा मोहन राव ने इस संबंध में प्रयोग और अध्ययन किया। यह अध्ययन जर्नल फिजिक्स ऑफ फ्लूइड्स में प्रकाशित हुआ है।               


टीक-टोक के सीईओ ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली। मशहूर सोशल मीडिया एप टिकटॉक के सीईओ केविन मेयर ने कई संकट में कंपनी के घिरने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।







 






भारत में लोकप्रियता के चरम पर होने के बाद बैन लगने से टिकटॉक की हालत खराब हो गई थी। उसके बाद अमेरिका में टिक टॉक पर बैन लगाने पर सरकार कदम उठाने जा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कंपनी को चेतावनी दे दी है कि या तो कंपनी अपना अमेरिकी बिजनेस बेचे या फिर अमेरिका ये ऐप बैन कर देगा। दरअसल, केविन मेयर को चार महीने पहले ही TikTok का सीईओ बनाया गया था। केविन मेयर ने इस्तीफे से पहले कहा कि, पिछले कुछ हफ़्तों में पॉलिटिकल इन्वॉयरमेंट काफ़ी बदल गया है। बदले हुए हालात में मेरे लिए जो करना मुमकिन था, मैंने किया। TikTok के एक प्रवक्ता ने कहा है कि कंपनी केविन मेयर के फ़ैसला का सम्मान करती है। अमेरिका में टिक टॉक ऐप पर कभी भी बैन लग सकता है।               


शासन-प्रशासन से नहीं मिल रही है मदद

रायपुर/बिलासपुर। बिलासपुर जिले के तखतपुर से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर स्थित चितावर गांव में अंधाधुंध बारिश और बाढ़ के कारण हुई नुकसानी से ग्रामीण अभी तक उबर नहीं पाए हैं। एक तरफ मनियारी का ठेल तो दूसरी तरफ छोटी नर्मदा के पानी का ठेला-ठेल.. भयंकरतम बारिश के कारण हुई दो-तरफा मार से चितावर गांव के किसानों, उनके घरों और धान की फसल का हाल "दो पाटन के बीच में" सरीखा हो गया है। भयंकर अतिवृष्टि ने इस गांव के किसानों की साढे तीन सौ एकड़ से भी अधिक कृषि भूमि पर लगी धान की फसल को पूरी तरह नष्ट और बर्बाद कर दिया है।


हालत यह है कि इस बर्बाद हो चुकी फसल को किसान ट्रैक्टर के जरिए जुताई कर उखाड़ रहे हैं, जिससे वहां फिर से धान की फसल लगाई जा सके। लेकिन मुश्किल यह है कि किसानों के पास इस समय धान का थरहा (नर्सरी) भी इतनी मात्रा में नहीं है जो सभी किसानों को रोपा के लिए पूरा हो सके। इसलिए कुछ किसान लईहरा (लईचोपी) पद्धति से धान की बोनी करने की जुगत भिड़ा रहे हैं। वहीं कुछ और किसान बाऊग पद्धति से पहले बोए गए खेतों से पौधे उखाड़ कर उन खेतों में रोपित करने की जुगत लगा रहे हैं, जिन खेतों में लगी धान की पूरी फसल को बारिश ने नष्ट कर दिया।             


बच्चों को सोच-समझकर खिलाएं 'बिस्कुट'

रायपुर। बच्चे जब 6 माह से ज्यादा के हो जाते हैं तो उन्हें ठोस आहार खिलाना शुरू कर दिया जाता है। ऐसे में कई लोग अपने बच्चों को बिस्कुट खिलाते हैं। बिस्कुट का टेस्ट बच्चों को अच्छा लगता है, जिसके कारण बच्चे आसानी से बिस्कुट खा लेते हैं। बच्‍चे को सभी बिस्‍कुट खिलाना सही नहीं होता है और इसके नुकसान भी हो सकते हैं। बिस्कुट प्रोसेस्ड होते हैं। इनमें कई तरह के प्रिजर्वेटिव्‍स डाले जाते हैं। इनमें रिफाइंड व्‍हीट फलोर, ट्रांस फैट, एडिटिव्‍स और कई सिंथेटिक तत्‍व भी मिलाए जाते हैं। बिस्कुट में मौजूद तत्व बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। बिस्‍कुटों में अधिक मात्रा में रिफाइंड शुगर का इस्तेमाल किया जाता है।


इनमें इस्तेमाल की जाने वाली शुगर रेगुलर ग्‍लूकोज से ज्‍यादा मीठी होती है, जिससे बच्चे मोटापे और डायबिटीज से शिकार हो सकते हैं। बच्‍चों को बिस्‍कुट से कोई पोषण नहीं मिलता है। मार्केट में बिकने वाले बिस्कुट बच्चों के लिए जंक फूड की तरह काम करते हैं। इससे एनर्जी तो मिलती है लेकिन पोषण नहीं। बिस्कुट में ट्रांस फैट का इस्तेमाल किया जाता है। इससे गंभीर स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं भी हो सकती हैं। इसकी वजह से शरीर में गुड और बैड कोलेस्‍ट्रोल में असंतुलन आ सकता है। आप घर पर ही बच्चों के लिए बिस्कुट बना सकते है। इसमें आप रागी, बेसन, होल व्‍हीट आटे, ओट्स, मीठे के लिए खजूर का सिरप, गुड, घी आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।                 


महिला सिपाही के साथ किया दुष्कर्म

सिदगोड़ा। जमशेदपुर के सिदगोड़ा प्रोफेशनल कॉलेज कोविड केयर सेंटर में एक महिला सिपाही के साथ दूसरे सिपाही ने दुष्कर्म किया। घटना 20 अगस्त की है। 24 अगस्त को थाने में शिकायत के बाद आरोपी सिपाही अनिल सिंह को मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।


अनिल सिंह सिदगोड़ा थाने का सिपाही है, जो कोविड सेंटर में ही सुरक्षा में तैनात था। वहीं, पीड़िता दहेज हत्या के मामले में गिरफ्तार सिदगोड़ा की एक महिला बंदी के साथ यहां प्रतिनियुक्त थी। महिला सिपाही ने बताया कि वह कोरोना पॉजिटिव बंदी के साथ कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी पर थी। उसके पास सिपाही अनिल सिंह घटना वाले दिन शाम 6.30 बजे आया और बातचीत की। उसने महिला सिपाही से कहा कि नीचे वायरस के चलते कमरा ठीक नहीं है।


डीएसपी ने की जांच
घटना के दूसरे दिन पीड़िता ने अपने वरीय अधिकारी को पुलिस लाइन में जाकर घटना की शिकायत की, जिसमें डीएसपी सीसीआर के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया। जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर 24 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज की गई और पीड़िता का एमजीएम अस्पताल में मेडिकल कराया गया। इसके बाद अनिल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।


अनुकंपा पर हुई है बहाली
महिला सिपाही की बहाली अनुकंपा के आधार पर हुई है। उसके पति एएसआई थे, जिनकी पलामू में मौत हो गई थी। मृत्यु के बाद पत्नी को बहाल किया गया। महिला सिपाही सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर की निवासी है।


प्राथमिकी में एसटी-एससी धारा भी लगी
इधर, पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे नीची जाति का कहकर प्रताड़ित किया। इसके आधार पर एसटी-एससी की धारा भी लगाई गई है। इसके साथ ही यदि कोई पुलिस वाला ड्यूटी के दौरान किसी से दुष्कर्म करता है तो उसपर अलग से 376 (2) की धारा लगायी जाती है। उस धारा का भी इस केस में इस्तेमाल किया गया है।


आरोपी सिपाही ने भी लगाए आरोप
इधर, सिपाही अनिल सिंह ने दुष्कर्म की घटना से इनकार करते हुए आरोप लगाया कि महिला सिपाही से उसका एक दोस्त पुलिस लाइन से मिलने आता था। वह भी पुलिस में ही है। वह आईसोलेशन वार्ड में चला जाता था। इसका उसने विरोध किया तो उसपर यह आरोप लगाया जा रहा है। पुलिस ने दोनों की कोरोना जांच कराई है             


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)









 अगस्त 28, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-14 (साल-02)
2. शुक्रवार, अगस्त 28, 2020
3. शक-1943, भाद्रपद, शुुुक्ल-पक्ष, तिथि-दसवीं, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:27, सूर्यास्त 07:10


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


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बुधवार, 26 अगस्त 2020

'ब्रिक्स गेम-2021' का भारत में आगाज

खेलों इंडिया गेम्स 2021 के दौरान ब्रिक्स गेम्स का आयोजन करेगा भारत: रिजिजू


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है,कि अगले साल होने वाले खेलो इंडिया गेम्स के दौरान ब्रिक गेम्स 2021 का आयोजन करने की योजना है। रिजिजू ने कहा, “खेलो इंडिया गेम्स 2021 के दौरान एक ही समय पर एक ही आयोजन स्थल पर ब्रिक्स गेम्स 2021 आयोजित किया जाएगा, ताकि देश के विभिन्न हिस्सों से हमारे खिलाड़ी जो खेलो इंडिया गेम्स में भाग लेंगे, उनके पास ब्रिक्स गेम्स को करीब से देखने और इसका लाभ उठाने का शानदार अवसर होगा।                                                   


भारत के पूर्व 'राष्ट्रपति' कोमा में पहुंचे

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी गहरे कोमा में, वेंटिलेटर सपोर्ट जारी।


नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी गहरे कोमा में चले गए हैं। वह लगातार वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल (आर एंड आर) ने बुधवार को जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा कि वह पिछले 16 दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं,और ब्रेन सर्जरी के बाद गंभीर स्थिति में हैं।               


वैक्सीनः भारत- रूस के बीच बातचीत जारी

दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन: भारत और रूस के बीच बातचीत जारी…स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही ये बड़ी बात


मास्को। कोरोना वायरस की देसी वैक्सीन  कोरोना वैक्सीन बनाने की दिशा में तेजी से काम तो हो ही रहा है, (रशियन वैक्सीन फॉर कॉविड 19) को लेकर भी भारत और रूस के बीच बातचीत चल रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि जहां तक स्पूतनिक वी वैक्सीन (कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी) की बात है। तो इसे लेकर भारत और रूस संपर्क में हैं। हेल्थ मिनिस्ट्री में सेक्रटरी राजेश भूषण ने बताया कि दोनों देशों के बीच शुरुआती सूचनाएं साझा भी हो चुकी हैं। इस बीच सूत्रों ने जानकारी दी है,कि रूस ने स्पूतनिक-वी वैक्सीन को बनाने और उसके तीसरे चरण के परीक्षण को भारत में करने के लिए नई दिल्ली से सहयोग मांगा है।रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 अगस्त को कोरोना वायरस की वैक्सीन ‘स्पूतनिक वी’ का ऐलान किया था। इसके साथ ही कोविड-19 के लिए वैक्सीन को मंजूरी देने वाला रूस दुनिया का पहला देश बन गया। रूस ने तब कहा था कि अगस्त के आखिर तक वैक्सीन को उतार दिया जाएगा। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस ने इस वैक्सीन के पहले बैच का उत्पादन भी कर लिया है। हालांकि, ‘स्पूतनिक वी’ को लेकर विशेषज्ञों ने यह कहकर चिंता जताई है कि इसे बनाने में तय प्रोटोकॉल्स का पालन नहीं किया गया है और यह असुरक्षित हो सकती है।
रूस ने भारत से कोविड-19 वैक्सीन ‘स्पूतनिक वी’ को बनाने और भारत में उसके तीसरे चरण के परीक्षण के लिए सहयोग मांगा है। सरकारी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी भाषा को बताया कि कोविड-19 टीके से जुड़े राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह की 22 अगस्त को हुई पिछली बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई।‘स्पूतनिक वी’ का विकास ‘गमालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट ऑफ एपिडेमोलॉजी ऐंड माइक्रोबायलॉजी’ और ‘रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड’ (आरडीआईएफ) ने मिलकर किया है। इस वैक्सीन के बारे में सीमित डेटा को लेकर कई तबकों ने संदेह जाहिर किया है। सरकार के एक सूत्र ने कहा, ‘रूस सरकार ने भारत सरकार से कोविड-19 के टीके ‘स्पूतनिक वी’ की मैन्यूफैक्चरिंग और यहां इसका तीसरे चरण का परीक्षण करने के लिए सहयोग मांगा है।’
सूत्र ने कहा, ‘जैव प्रौद्योगिकी विभाग और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग से मामले को देखने को कहा गया है। रूस सरकार के अधिकारियों ने ‘स्पूतिनक वी’ के बारे में कुछ सूचना और डेटा साझा किया है, जबकि टीके के प्रभाव व सुरक्षा से जुड़े अन्य डेटा का इंतजार किया जा रहा है।’ यह पूछे जाने पर कि क्या रूस सरकार ने भारत में ‘स्पूतनिक वी’ के विनिर्माण के लिए कोई औपचारिक आग्रह किया है, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘जहां तक स्पूतनिक वी टीके का सवाल है तो भारत और रूस दोनों संपर्क में हैं। कुछ शुरुआती सूचना साझा की गई है, जबकि कुछ ब्योरे का इंतजार है।’
सूत्रों के अनुसार, भारत में रूस के राजदूत निकोलय कुदाशेव ने प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के। विजय राघवन और साथ में जैव प्रौद्योगिकी व स्वास्थ्य अनुसंधान विभागों के सचिवों से इस बारे में संपर्क किया है।               


चीनी आयात को नया झटका देगा 'भारत'

नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार चीनी आयात को नया झटका देने की तैयारी में है। सरकार चीनी ऐप के बाद अब चीनी खिलौनों के आयात पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। मोदी सरकार इससे चीन को करीब 2000 करोड़ की चोट देने की तैयारी में है। देश में आयातित खिलौनों में से 80 फीसदी खिलौने चीन से आते हैं जिसकी कीमत करीब 2000 करोड़ है। सरकारी सूत्रों के अनुसार चीन घटिया और खराब खिलौने भारत भेजता है। चीनी खिलौने क्वालिटी कंट्रोल में फेल हुए हैं। इसी तरह पिछले कुछ दिनों में चीनी खिलौनों की बारीकी से जांच की गई तो पता चला कि चीनी खिलौने भारतीय मापदंड में पूरी तरफ फेल हैं। वे बच्चों के लिए असुरक्षित साबित हुए हैं।


चीन से प्लास्टिक के खिलौनों का सबसे अधिक आयात होता है। खिलौनों में प्लास्टिक का इस्तेमाल बच्चों के लिए खतरनाक है। छोटे बच्चे चीनी खिलौनों को मुंह में लेते हैं तो उनसे उनको नुकसान हो सकता है। खिलौनों में जिस रंग का इस्तेमाल किया जाता है वह भी घटिया स्तर के हैं और बच्चों के लिए नुकसानदेह हैं। चीनी खिलौनों की फिनिशिंग अच्छी नहीं है जिसकी वजह से बच्चों को चोट लग सकती है। जो केमिकल इस्तेमाल होता है वह भी बच्चों के लिए खतरनाक है। इन खिलौनों पर ये नहीं लिखा होता है कि वे किस देश में बने हैं।     


नागरिकों को भारत न जाने की दी सलाह

अमेरिका ने नागरिकों को भारत न जाने की दी सलाह, भारत को इन देशों के साथ इस श्रेणी में डाला, ये रही वजह


वाशिंगटन डीसी। भारत के साथ दोस्ती के दावे करने वाले अमेरिका ने अपने नागरिकों को भारत की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। अमेरिका ने इसकी वजह भारत में कोरोना संकट, अपराध और आतंकवाद को बताया है। यही नहीं अमेरिका ने भारत की यात्रा के लिए रेटिंग चार निर्धारित की है, जिसे सबसे खराब माना जाता है। इस श्रेणी में भारत के अलावा युद्धग्रस्त सीरिया, आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान, ईरान, इराक और यमन शामिल हैं।
अमेरिका ने कहा है, कि भारत में कोरोना संकट है। इसके अलावा देश में अपराध और आतंकवाद में तेजी आई है, इसलिए अमेरिकी नागरिक भारत की यात्रा नहीं करें। अमेरिका ने अपने एडवाइजरी की कुछ अन्य वजहों में महिलाओं के खिलाफ अपराध और उग्रवाद को भी कारण बताया है। उधर, इंडियन टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी संघ (फैथ) ने भारत सरकार से गुहार लगाई है,कि वे अमेरिका सरकार से ट्रेवेल एडवाइजरी को बदलने के लिए दबाव डालें।
'फेथ' ने कहा कि इस समय पर्यटन उद्योग कोरोना महामारी की वजह से गंभीर संकट से गुजर रहा है,और जल्द ही भारत में यह उद्योग फिर से शुरू होने जा रहा है। ऐसे में अमेरिका द्वारा जारी ट्रेवेल एडवाइजरी से पर्यटन उद्योग को खासा नुकसान हो सकता है। भारत में पर्यटन उद्योग के लिए अमेरिकी पर्यटक हर मौसम में बेहद अहम रहे हैं। यही नहीं अमेरिका से आने वाले पर्यटक अन्य देशों की तुलना में सबसे ज्यादा समय तक भारत में रहते हैं। अमेरिकी पर्यटक जहां 29 दिन तक रहता है, वहीं अन्य देशों के लोग 22 दिनों तक रहते हैं। फेथ ने कहा कि अगर अमेरिकी सरकार भारत के पक्ष में ट्रेवेल एडवाइजरी जारी करती है तो यह भारत में यात्रा को लेकर एक अच्छा माहौल पैदा करेगा। इससे कोरोना से प्रभावित पर्यटन उद्योग को बहुत राहत मिलेगी।
23 अगस्त को अमेरिका द्वारा जारी इस ट्रेवेल एडवाइजरी में भारत के अलावा पाकिस्तान, सीरिया, यमन, ईरान और इराक जैसे हिंसा प्रभावित देशों को शामिल किया गया है। इस अमेरिकी एडवाइजरी में यह भी चेतावनी दी गई है, कि कोरोना वायरस की वजह से सीमा और एयरपोर्ट को बंद किया जा सकता है। यात्रा पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। लॉकडाउन लग सकता है। अमेरिका के विदेश विभाग ने विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर और भारत-पाकिस्तान सीमा पर नहीं जाने के लिए चेतावनी जारी की है।             


अफगानिस्तान 'प्रांत' में बाढ़ से भारी तबाही

अफगानिस्तान में बाढ़ से तबाही, 25 की मौत


काबुल। अफगानिस्तान के पूर्वी प्रान्त परवन में बारिश के बाद आई भीषण बाढ़ में 25 लोगों की मौत हो गई है,और 40 लोग घायल हुए हैं। सरकार के एक प्रवक्ता ने बुधवार को ये जानकारी दी। सरकार की प्रवक्ता वहीदा शहकर ने सिन्हुआ न्यूज एजेंसी को बताया कि बाढ़ की वजह से परवन राज्य में भारी तबाही मची है।                    


एनएसयूआई ने शुरू की भूख हड़ताल

जेईई और नीट परीक्षा के विरोध में एनएसयूआई ने शुरू की भूख हड़ताल


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। जेईई मेन और नीट परीक्षा के आयोजन को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। कोरोना महामारी के दौरान इन परीक्षाओं को टालने की मांग की जा रही है। इसी तर्ज पर एनएसयूआई ने बुधवार को अनिश्चितकाल सत्याग्रह शुरू कर दिया है। एनएसयूआई की मांग है, कि वर्तमान समय मे इन परीक्षाओं का होना सही नहीं है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में ये विरोध हो रहा है, वहीं एनएसयूआई के कई अन्य कार्यकर्ता भी उनके समर्थन में दिल्ली स्थित शास्त्री भवन पर भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं।                 


नोएडा में पहली बार बनेगा 'मेट्रो स्टेशन'

नई दिल्ली। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन 3 नए प्रस्तावित रूट पर ऐसे मेट्रो स्टेशन तैयार करने जा रहा है जो पूरे देश में अब तक नहीं बने हैं। इसके लिए मेट्रो स्टेशन के डिजाइन में बदलाव किया गया है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में शानदार 3 मंजिला कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के साथ मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।दिल्ली एनसीआर में दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन और नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने एक मंजिला कमर्शियल कॉन्प्लेक्स का निर्माण किया है, लेकिन ये पहली बार है कि एनएमआरसी अब 3 मंजिला कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में मेट्रो स्टेशन का निर्माण करेगा। इसके लिए 3 नए प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन की लंबाई चौड़ाई में कोई बदलाव नहीं किया गया है, केवल उसके डिजाइन में बदला करते हुए उसकी ऊंचाई को दो मंजिल और बढ़ाने का फैसला लिया गया है।


डिजाइन में बदलाव के बाद डीपीआर को मिली मंजूरी
प्रस्तावित स्टेशन के डिजाइन में बदलाव के बाद इसकी डीपीआर को मंजूरी मिल गई है।दरअसल इस बदलाव का मुख्य कारण राजस्व में बोढ़तरी करना है। मौजूदा समय में एक्वा लाइन घाटे में चल रही है क्योंकि मेट्रो स्टेशन पर कम स्पेस होने के कारण अधिक कमर्शियल गितिविधियां नहीं हो सकती, जिसके कारण राजस्व भी जमा नहीं हो पाता। इस समस्या का हल निकालने के लिए 3 मंजिला कमर्शियल मेट्रो स्टेशन बनाने का फैसला लिया गया है।                         


बच्ची से रेप करने वाला दरिंदा गिरफ्तार

अतुल त्यागी (मंडल प्रभारी)
मुकेश सैनी (जिला प्रभारी)
बहादुरगढ़ पुलिस की पैनी नजर से नहीं बच पाएंगे
अपराधिक घटनाओं में संलिप्त एवं वांछित चल रहे अपराधी नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले दरिंदे को किया गिरफ्तार
गढ़मुक्तेश्वर/हापुड़। जनपद पुलिस के मजबूत सेनापति एसपी संजीव सुमन अपर पुलिस अधीक्षक सर्वेश कुमार मिश्र के निर्देश पर पुलिस क्षेत्राधिकारी गढ़मुक्तेश्वर डाक्टर पवन कुमार के नेतृत्व में अपराधिक घटनाओं में संलिप्त एवं वांछित चल रहे अपराधियों की धरपकड़ अभियान को लेकर बहादुरगढ़ थाना प्रभारी नीरज कुमार की पैनी नजर अपने क्षेत्र में लगी हुई है ड्रोन कैमरा बनकर इसी अभियान को अमलीजामा पहनाते हुए तेजतर्रार थाना प्रभारी नीरज कुमार ने मुखबिर की सूचना पर छापामार कार्यवाही करते हुए अपनी पुलिस टीम के कास्टेबल 389 देवेन्द्र सिंह कांस्टेबल 645 सुनील कुमार हेड कांस्टेबल 186सुधीर कुमार के साथ नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले दरिंदे आलोक कुमार चौहान पुत्र नेपाल सिंह चौहान को गिरफतार कर मु॰अ॰स॰232/20 धारा 376ए बी/506/504भा द वि व 5एम/6पोस्को के मुकदमा पंजीकृत कर माननीय न्यायालय में किया पेश।
वहीं थाना प्रभारी नीरज कुमार का कहना है कि अपराधी या तो क्षेत्र छोड़ जाएंगे या फिर जेल जाएंगे।                  


साजिशः संसद भवन के पास एक पकड़ा

दिल्ली दहलाने की एक और साजिश, संसद भवन के पास पकड़ा संदिग्ध व्यक्ति


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने राजधानी के विजय चौक के पास से एक संदिग्ध शख्स को पकड़ा है। फिरदौर नाम का ये युवक संसद भवन के आस-पास घूम रहा था। संदिग्ध गतिविधियों के चलते वहां मौजूद सीआरपीएफ जवानों ने इसे पकड़ लिया। पूछताछ करने पर उसने अपने बारे में अलग-अलग जानकारियां दीं, फिर इसके बाद इस युवक को पार्लियामेंट थाने ले जाया गया जहां इससे नए सिरे से पूछताछ चल रही है। फिलहाल इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) के अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं। वहीं अन्य एंजेंसियों को भी इसकी जानकारी दी गई है। बता दें कि इस शख्स के पास से एक चिट्ठी मिली है जो कोडवर्ड में लिखी है। इस शख्स के मिलने के बाद संसद भवन और आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जानकारी के अनुसार हिरासत में लिया गया युवक कश्मीरी है। वह संदिग्ध हालात में संसद भवन के आसपास घूम रहा था, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस के एक अधिकारी का कहना है,कि ये है एक सामान्य प्रक्रिया है। पूछताछ के बाद ही कुछ औपचारिक तौर पर कुछ कहा जा सकता है। वहीं, उसके पास से दो पहचान पत्र मिले हैं। एक आधार कार्ड और एक ड्राइविंग लाइसेंस मिला है। दोनों में नाम अलग-अलग हैं। ड्राइविंग लाइसेंस में उसका नाम फिरदौस है, जबकि आधार कार्ड में नाम मंजूर अहमद अहंगेर है। संदिग्ध ने खुद को रथसून बीरवाह, बडगाम का रहने वाला बताया है। उसके पास से एक बैग भी मिला है। पूछताछ में पहले उसने बताया कि वो 2016 में घूमने के लिए दिल्ली आया था।             


सुप्रीम कोर्ट में मुंह बंद रखना पड़ा भारी

नई दिल्ली। किसी वजह से वकील ने जजों के कहने के बावजूद कुछ नहीं बोला। यह साफ नहीं है कि उस दौरान कोई तकनीकी खराबी आ गई थी या असावधानी जैसी कोई और वजह रही। लेकिन जजों ने एक के बाद एक तीन बार वकील से बोलने के लिए कहा।


हालांकि, इसके बावजूद जब वकील ने कुछ नहीं कहा, तो जज नाराज हो गए। जस्टिस नरीमन ने इस मामले को गंभीररता से लेते हुए वकील को चालबाजी करने के लिए लताड़ लगाई। इसके बाद वकील ने अचानक से घबराहट में बोलना शुरू किया और जजों के सामने माफी मांगी। वकील ने कहा कि उसका कोर्ट का समय जाया करने जैसा कोई इरादा नहीं था। वकील ने ध्यान भटकने के लिए एक बार फिर कोर्ट से माफी मांगी। इसके बाद जब कोर्ट ने गंभीर मुद्रा में ही आदेश पढ़ना शुरू किया, तो वकी ने फिर माफी मांगी और जजों से अपनी गलती को आदेश में शामिल न करने के लिए कहा। हालांकि, जस्टिस नरीमन ने इस पर कोई ध्यान न देते हुए फैसले में कहा, "सुनवाई के दौरान माइक चालू होने और जजों के लगातार तीन बार बोलने के लिए कहने के बावजूद वकील ने अपना मुंह नहीं खोला। उसने ऐसा जानबूझकर ऐसा नहीं किया, क्योंकि वह सीनियर एडवोकेट का इंतजार कर रहा था।


बेंच ने कहा, "उसे सीधे कोर्ट को बताना चाहिए था कि वह वरिष्ठ वकील का इंतजार कर रहा है। लेकिन उसने चालबाजी की कोशिश की। हम इसका कड़ा विरोध करते हैं। हम नहीं चाहते कि कोई वकील इस तरह से सुनवाई के तरीकों का मजाक बनाए। हालांकि, इसके बावजूद हमने वकील की बात सुनी है।" इसके बाद जब वकील ने जब जजों से माफी मांगते हुए अपील की कि वे अपने आदेश से उसकी चालबाजी से जुड़ी बात हटा दें, तो बेंच ने कहा कि वे ऐसा नहीं करेंगे। जजों ने डांट लगाते हुए कहा कि अगर वकील चाहता है, तो वे बार काउंसिल ऑफ इंडिया को लिखकर कार्रवाई के लिए कह सकते हैं। हालांकि, वकील ने इसके बाद दोबारा माफी मांगी और चुप्पी साध ली।                   


जनपद में 103 नए मरीज सामने आए

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जनपद में कोरोना संक्रमण की चपेट में 103 नए मरीज आए हैं। इन संक्रमितों में एक डेढ़ वर्ष का बच्चा व 70 साल के बुजुर्ग भी हैं। संक्रमितों में अधिकांश 30 से 45 वर्ष के हैं। पहले से संक्रमित 96 मरीजों के स्वस्थ होने पर उन्हें डिस्चार्ज किया गया है। 


अभी तक संक्रमित मरीजों की संख्या 5769  पहुंच गई है। इनमें से 4660 डिस्चार्ज हो चुके हैं। मौत का आंकड़ा 64 पर ही स्थिर है। अभी 1045 मरीज संक्रमण की चपेट में हैं और उनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों एवं होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है। नए संक्रमित मरीजों में 33 ने कोविड अस्पताल में भर्ती होने की सहमति दी है, जबकि अन्य 70 ने होम आइसोलेशन की अनुमति मांगी है।             


डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की पंकज कपूर  नैनीताल/हल्द्वानी। उच्च न्यायालय उत्तराखंड द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नैनीताल ...