रविवार, 23 अगस्त 2020

नारा: भाजपा है तैयार, आत्मनिर्भर बिहार

विधानसभा चुनाव 2020 के लिए BJP ने दिया नया नारा: भाजपा है तैयार, आत्मनिर्भर बिहार
पटना। बिहार के पटना में भाजपा के दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति के अंतिम दिन वर्चुअल बैठक में भारतीय जनता पार्टी भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए नया नया नारा दिया। भाजपा है तैयार, आत्मनिर्भर बिहार…।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास ना कोई नीति है ना कोई संकल्प और ना ही सेवा करने का भाव है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनावी मैदान में जाएगा औऱ तीन चौथाई से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगा। कहा कि जब जब भाजपा नीतीश कुमार के साथ चुनावी मैदान में गई है भारी जीत हासिल हुई है और इस बार भी होगी।
इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी तंज कसा। नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना में भाजपा के लोग बिहार से भागकर दिल्ली नही जाते। सुना है कुछ लोग 5 स्टार होटल में थे।
इससे पहले दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार चुनाव की कमान संभालने जा रहे देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि इस बार होने वाला चुनाव बिहार का भाग्य है। यह चुनाव बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और नया इतिहास बनगा। पिछले 15 सालों में बिहार विकास की पटरी पर आया है। अगर इसे विकास की पटरी पर दौड़ानी है तो देश की तरह बिहार में भी एनडीए सरकार जरूरी है।
शनिवार को भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक में बतौर मुख्य अतिथि देवेंद्र फडणवीस ने अपने आप को बिहार से जोड़ने की भरपूर कोशिश की। चाणक्य से लेकर लोकनायक तक को याद किया और कहा कि देश में जहां 50 फीसदी तो बिहार में 58 फीसदी युवा हैं। इन्हीं युवाओं की बदौलत हम बिहार को आगे ले जाएंगे।
उन्होंने कहा कि लालू यादव के शासनकाल में बिहार विनाश के कगार पर औऱ गर्त में चला गया था। एनडीए ने 15 साल में दोगुनी क्षमता से काम करते हुए बिहार को यहां तक लाया है। बिहार में फिर एनडीए की सरकार बनी तो देश के साथ-साथ बिहार भी तरक्की करेगा। यह ऐतिहासिक मौका है और इसे हमें चूकना नहीं है। एनडीए सरकार ने कमजोर तबक तक विकास को पहुंचाया है। बिहार का इतिहास गौरवशाली है। अगर हमें फिर से उसी गौरव को प्राप्त करना है तो एनडीए सरकार को बनाए रखना जरूरी है। इसलिए यह चुनाव केवल जीत के लिए नहीं है बल्कि बिहार को नए रास्ते पर ले जाएगा।
कोरोना औऱ बाढ़ की चर्चा करते हुए कहा भाजपा कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते हुए फडणवीस ने कहा कि कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती। राष्ट्रकवि दिनकर की कविता से अपना भाषण समाप्त करने वाले देवेंद्र फडणवीस ने कहा की हमें रुकना नही है। 
वही अध्यक्षीय भाषण में बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया कि हमें तीन चौथाई सीटें जीतनी है और यह संभव है। एनडीए के तीनों घटक दल मिलकर बिहार में फिर भारी बहुमत से सरकार बनाएंगे। हमें बताना है कि पिछले 15 सालों में बिहार कहां था और इन 15 सालों में बिहार कहां गया है। केंद्र व राज्य सरकार गरीबों के प्रति प्रतिबद्ध है। यूपीए ने जो सोचा भी नहीं था एनडीए ने वह साकार किया है। आत्मनिर्भर भारत की तरह हमें आत्मनिर्भर बिहार भी बनाना है।                      


पेट्रोल के दाम बढ़े, डीजल के दाम स्थिर

लगातार चौथे दिन पेट्रोल के दाम बढ़े, डीजल के भाव स्थिर
नई दिल्‍ली। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने लगातार चौथे दिन पेट्रोल की कीमत में इजाफा किया है। हालांकि, डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ओएमसी ने रविवार को पेट्रोल की कीमत में 14 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। डीजल की कीमत में पिछले 23 दिनों से स्थिर बना हुआ है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक इस बढ़ोतरी के साथ ही राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 81.49 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल का भाव 73.56 रुपये प्रति लीटर है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 88.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 80.11 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल 83.01 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 77.06 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। वहीं, चेन्‍नई में पेट्रोल 84.52 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 78.86 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। उल्‍लेखनीय है कि अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल की कीमत में स्थिरता के बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल की कीमत में तेल कंपनियों ने इस हफ्ते करीब 92 पैसा प्रति लीटर का इजाफा किया है। हालांकि, राहत की बात ये है कि डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है।                 


फिल्मी जगत के लिए एसओपी की जारी

मीडिया में फिर से काम शुरू करने के लिए सरकार ने जारी की एसओपी
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मीडिया और फ़िल्म जगत में फिर से काम शुरू करने के लिए एक विस्तृत स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी किया है। इसके तहत कार्य स्थानों पर उचित दूरी, स्वच्छता, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षात्मक उपकरणों के लिए प्रावधान सहित तमाम उपाय शामिल हैं। 
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर ने बताया कि मीडिया और फिल्म इंडस्ट्री में कार्य करते समय या फिर शूटिंग के समय कुछ बातों का एहतियात बरतना जरूरी है। कोरोना संक्रमण के चलते ये एसओपी जारी की गई है। एसओपी के अनुसार, शूट स्थानों और अन्य कार्य स्थानों पर पर्याप्त उचित दूरी को सुनिश्चित करना है। साथ ही इसमें उचित स्वच्छता, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षात्मक उपकरणों के लिए प्रावधान सहित उपाय शामिल हैं।                


महंगाई बनी अभिशाप 'विवेचना'

महंगाई बनी अभिशाप   'विवेचना'
 विकासशील राष्ट्रों के सामने महंगाई और बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। कोरोना वायरस के कारण परिस्थितियों की जटिलता बढ़ती जा रही है। विकास की गति स्थिर हो गई है, जिसका निम्न आय वर्ग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह कोरोना वायरस के समान घातक और खतरनाक सिद्ध होगा।
 भारत की हालिया तस्वीर अनुमान के विपरीत है। देश में वायरस के साथ-साथ बेरोजगारी की मार झेल रही जनता के जीवन में महंगाई तांडव कर रही है। कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन में खूब कालाबाजारी की गई है। जिसका सीधा संबंध गरीब जनता से ही रहा है। अब सभी वस्तुओं पर मूल्य वृद्धि से व्यवस्था चरमरा गई है। अति आवश्यक और खाद सामग्री जैसी वस्तुओं के मूल्य में 10 से 25 फ़ीसदी तक वृद्धि की गई है। जिसके कारण जनता को अनावश्यक भार झेलना पड़ेगा। निम्न आय और बेरोजगारी से ग्रस्त परिवारों के लिए यह किसी अभिशाप से कम नहीं है। आधुनिक भारत कुपोषण और भुखमरी की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके लिए सरकार की नीतियों में दोष खोजे जा सकते हैं। लेकिन यह अकारण परिश्रम करने के जैसा है। सरकार की दोषपूर्ण नीतियों के परिणाम स्वरूप देश की जनता लंबे समय तक इस संकट को अपने साथ लेकर चलती रहेगी। इसका सरकार के पास ना कोई उपाय है और ना कोई उपचार। झूठे-सच्चे दावे और वायदों के साथ इस संकट को देश की गरीब जनता को झेलना होगा।
नेतृत्व की क्षमताओं का परीक्षण बुरा दौर होता है।
नेता तो नेता ही होता है, कोई एक-दो चोर होता है।
पालूराम


युवाओं को सरकारी नौकरी में भर्ती करें

केंद्र की राज्यों से एनआरए डाटा से युवाओं को करें नौकरियों में भर्ती।


नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से एनआरए डाटा के इस्तेमाल की अपील की।केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि राज्य अपने यहां सरकारी नौकरियों के लिए युवाओं को छांटने में नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी एनआरए की तरफ से आयोजित कराए जा रही सामान्य योग्यता परीक्षा (सीईटी) के परिणाम का इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने इसके लिए राज्यों और केंद्र सरकार के बीच एमओयू भी करने का इशारा किया है।केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश एनआरए की तरफ से नौकरी चयन के लिए आयोजित किए जा रहे सीईटी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस टेस्ट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट बुधवार को हरी झंडी दिखा चुकी है।
उन्होंने कहा, इस प्रक्रिया से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों समेत सभी भर्ती संस्थाओं को पैसा और समय बचाने में मदद मिलेगी, जबकि दूसरी तरफ यह नौकरी के इच्छुक युवाओं के लिए भी कम खर्च और सुविधा जनक तरीका साबित होगा।
उन्होंने कहा, राज्यों की तरफ से सीईटी स्कोर का इस्तेमाल करने के लिए एक एमओयू भी किया जा सकता है। इसके लिए केंद्रीय कार्मिक विभाग (डीओपीटी) और मैं खुद कई राज्यों के साथ संपर्क में हूं। अधिकतर मुख्यमंत्री इस व्यवस्था को अपनाने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा, सीईटी स्कोर सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों और बाद में निजी क्षेत्र के साथ भी शेयर किया जा सकता है।
आरक्षित वर्ग को नियमों के तहत मिलेगी छूट।केंद्रीय मंत्री ने सीईटी को लेकर जताई जा रही चिंताओं का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, टेस्ट में भाग लेने वाले आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में सरकारी नीति के तहत मिलने वाली सभी छूट का लाभ दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, सीईटी का आयोजन केवल हिंदी या अंग्रेजी में नहीं बल्कि 12 भारतीय भाषाओं में किया जाएगा। साथ ही इसमें संविधान की 8वीं सूची में शामिल अन्य भाषाओं को भी इसमें शामिल किया जाएगा।


प्रतिबंधों के साथ 'ताजिया' की अनुमति

 सरकार ने प्रतिबंधों के साथ मुहर्रम में ‘ताजिया’, ‘मजलिस’ रखने की दी अनुमति


बृजेश केसरवानी


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने मुहर्रम को लेकर शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद की मांगों को स्वीकार करते हुए कुछ प्रतिबंधों के साथ लोगों को अपने घरों में ‘ताजिया’ रखने और मुहर्रम के दौरान ‘अजादारी’ का पालन करने की अनुमति दे दी है। कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लगाए गए प्रतिबंधों के विरोध में जव्वाद ने शनिवार शाम को धरना दिया था। इसके बाद आधी रात को राज्य सरकार का यह फैसला लिया गया।
हालांकि सरकार ने हर जिले में शिया धर्मगुरुओं की उनके संपर्क नंबरों के साथ एक सूची मांगी है। ये मौलवी जिला नागरिक और पुलिस अधिकारियों से मिलकर मुहर्रम गतिविधियों का समन्वय करेंगे। मुहर्रम के दौरान मिलने वाली शिकायतों से निपटने के लिए एक सचिव रैंक के अधिकारी को भी नियुक्त किया गया है।
मजलिस-ए-उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना कल्बे जव्वाद ने भाजपा सरकार पर मोहर्रम की ‘मजलिस’ को लेकर हुई बात से मुकरने का आरोप लगाया है। मौलवी ने संवाददाताओं को बताया कि शियाओं और ‘अजादारी’ करने वाले सभी लोगों में खासा गुस्सा है। ‘अजादारी’ में इमाम हुसैन और उनके सहयोगियों की कर्बला में हुई शहादत पर दुख मनाया जाता है। वहीं मजलिस में देश भर के इमामवाड़ों में इसे लेकर प्रवचन दिए जाते हैं।
राज्य सरकार के साथ उच्च-स्तरीय वार्ता के बाद राजधानी में केवल सात इमामबाड़ों को पांच लोगों की उपस्थिति में 60 मिनट की ऑनलाइन ‘मजलिस’ की अनुमति दी गई है। मौलवी ने कहा, “बातचीत के दौरान हमने ‘मजलिस’ में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ 1,000 लोगों की उपस्थिति की अनुमति मांग की थी। लेकिन सरकार ने केवल 20 लोगों की उपस्थित की अनुमति दी। हम इसके लिए भी सहमत हो गए लेकिन गुरुवार देर रात भेजे गए आदेश में शहर के केवल सात इमामबाड़ों में पांच-पांच लोगों की अनुमति की बात कही गई।”               


पालघर मामले में सीबीआई जांच की मांग

संतों ने उठाई पालघर लिंचिंग मामले की सीबीआई जांच की मांग
बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंपने के बाद अब संतों ने भी पालघर भीड़ हिंसा के मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग उठाई है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (एबीएपी) ने कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच सीबीआई को सौंपने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने मुंबई पुलिस को अक्षम साबित कर दिया है।
एबीएपी ने मांग की है कि 16 अप्रैल को महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं के साथ हुई भीड़ हिंसा की जांच भी सीबीआई से कराई जाए।परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने कहा, “एबीएपी 26 अगस्त को हरिद्वार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित करने जा रहा है जिसमें अगले साल कुंभ की तैयारियों पर चर्चा करने के अलावा पालघर में हुई हत्याओं की सीबीआई जांच के लिए एक प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा और अगर जरूरत पड़ी तो अखाड़ा परिषद द्वारा कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।”
16 अप्रैल की रात को देशव्यापी लॉकडाउन के बीच दो साधू एक कार में सवार होकर ड्राइवर संग मुंबई के कांदिवली से गुजरात के सूरत में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे थे। इस बीच गडचिनचाइल गांव में एक भीड़ ने पुलिस टीम की मौजूदगी में उन पर हमला किया और बेहद ही बर्बरता के साथ उनकी हत्या कर दी गई।
कल्पवृक्ष गिरि महाराज और सुशील गिरि महाराज संग उनके ड्राइवर को नीलेश यालगडे को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला और पुलिस कथित तौर पर मूक दर्शक बनी रही। नरेंद्र गिरि ने कहा, “प्रस्ताव पारित करने के बाद अखाड़ा परिषद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हत्याओं की सीबीआई जांच की मांग करेगा।”                 


पीसी शर्मा ने भाजपा पर हमला बोला

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने ग्वालियर में हो रहे आयोजन में बीजेपी पर हमला बोला
नई दिल्ली। भाजपा के कार्यक्रमो के लिए कोई नियम कानून नहीं है, लेकिन हिन्दू धर्म मे  गणेश उत्सव नहीं मनाने दिया जा रहा ग्वालियर में कांग्रेस के एक भी व्यक्ति ने भाजपा की सदस्यता नहीं ली है कांग्रेस के नेताओं पर झूठे प्रकरण दर्ज हो रहे हैं, इसलिए हमने समिति बनाई है, भाजपा कुछ भी करे जनता हमारे साथ है।
विधानसभा सभा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव पर कहा
कांग्रेस उचित समय पर अपने पत्ते खोलेगी ,भाजपा ने अध्यक्ष पद के लिए कैंडिडेट उतारा था, इसलिए हमने उपाध्यक्ष पद नहीं दिया।
जमातियों पर कोरोना फैलाने का आरोप लगाया, इन्हें माफी मांगनी चाहिए
'राम मंदिर का मुद्दा कांग्रेस के पक्ष में, राजीव गांधी ने खुलवाए थे दरवाजे राजधानी सहित आसपास हो रही बारिश पर  पूर्व मंत्री  ने कहा कलियासोत डेम के गेट खोले गए लेकिन इससे पहले पुख्ता इंतजाम नहीं किए निचली बस्तीयों में पानी भर गया।                


ऑनलाइन पढ़ाई का फायदा और नुकसान

छात्रों का भविष्य ऑनलाइन पढ़ाई कितना फायदा कितना नुकसान
ऑनलाइन पढ़ाई में कुछ विद्यार्थी अभिभावकों के साथ कर रहें विश्वासघात


नई दिल्ली। ऑनलाइन पढ़ाई के जरिए छात्र अपने भविष्य के साथ कहीं खिलवाड़ तो नहीं कर रहे।
अभिभावक और बच्चों के बीच सवांद और विश्वास की कमी,अभिभावकों को देना होंगा ध्यान।
कोरोना महामारी से तो पूरा विश्व जूझ रहा है देश में भी लॉकडाउन के चलते सभी स्कूल कॉलेज बंद चल रहे हैं ऐसे में बच्चों का भविष्य क्या होगा जिसके चलते ऑनलाइन पढ़ाई का चलन बढ़ता जा रहा है। अभिभावकों को भी ऑनलाइन पढ़ाई बेहतर लगती है। बच्चे जब उनके नजर के पास रहते हैं।
शहर तो शहर अब गाँव में भी ऑनलाइन पढ़ाई का चलन तेज होता जा रहा है कितने ऐसे माता-पिता भी है जिन्होंने कभी भी स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं किया लेकिन अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए ऑनलाइन पढ़ाई के लिए एंड्रॉयड स्मार्टफोन खरीद कर बच्चों को दिया।
क्या ऑनलाइन पढ़ाई से बदलेगा छात्रों का भविष्य?
देखने मे आ रहा हैं कि कम उम्र के बच्चों को उनके माता पिता ने ऑनलाइन पढ़ाई के लिए महंगे मोबाईल उपलब्ध करा रखें हैं। तथा वह माता पिता मोबाईल दिलवाने के बाद अपने बच्चो पर नजर नही रखते हैं। अधिकांश विद्यार्थी कक्षा ग्यारवी और बारहवीं के हैं और संपन्न परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। हैरानी की बात यह है कि जब लॉक डाउन की वजह से ट्यूशन और स्कूल बंद हैं तो किशोर छात्र इस तरह के कामों में अपना समय बिता रहे हैं और इनके माता-पिता को भनक तक नहीं लग रही है कि बच्चे कर क्या रहे हैं। कोरोना के चलते ऑनलाइन कक्षाओं का चलन बढ़ गया हैं और अभिभावक भी सोचते हैं। कि उनके बच्चे मोबाइल पर पढ़ रहे हैं, इसलिए वे उन पर शक नहीं करते। लेकिन कुछ छात्र अभिभावकों के साथ विश्वासघात कर रहे हैं और कुछ छात्र ऐसे भी हैं जो ऑनलाइन पढ़ाई के जरिए अपने भविष्य को खराब कर रहे हैं।आजकल अभिभावक और बच्चों के बीच सवांद और विश्वास की कमी साफ देखने को मिल रही हैं। इसी का नतीजा है कि बच्चे हमेशा मोबाइल, वीडियो गेम और अन्य गैजेटों में उलझे रहते हैं सभी अभिभावकों से अपील की अपनी जिम्मेदारी समझे और वे बच्चों पर नजर रखें, देखें कि उनका बच्चा घंटों उस आभासी दुनिया में क्या कर रहा है, किसके साथ संपर्क में है। एक रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया के ज्यादा प्रयोग से बच्चा इसका आदी हो जाता है और मन ही मन अकेला महसूस करने लगता है। यहीं से अवसाद की शुरूआत हो जाती है। इसलिए अभिभावकों एवं बच्चे के बीच हमेशा संवाद बना रहना चाहिए, ताकि वह बाहरी आभासी आकर्षण एवं गलत लोगों की संगत से बचा रहे। आजकल विविध ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से अश्लीलता एवं फूहड़ता से परिपूर्ण वेब सीरीज दिखाई जा रही हैं जिसका गलत असर किशोर के दिलो दिमाग पर पड़ रहा है और इसे देखने से शारीरिक आकर्षण के प्रति उनका मोह एवं रुझान और भी ज्यादा बढ़ने लगता हैं। जिस वजह से उनका मन पढ़ाई -लिखाई से भटक जाता हैं एवं वे बॉयज लॉकर रूम जैसे ग्रुप बनाने की ओर बढ़ने लगते हैं।सरकार की भी जिम्मेदारी है कि ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जिनका बॉयज लॉकर रूम जैसे ग्रुप पर नियंत्रण नहीं है, उन पर कठोर कार्रवाई करे और यह सुनिश्चित करे कि नाबालिग इसका उपयोग न कर पाएं।               


1 परिवार के ही 5 लोगों ने लगाई फांसी

टीकमगढ़। एक ही परिवार के 5 लोगो ने फाँसी लगाई
टीकमगढ़। दीपक अग्रवाल। नगर के वार्ड नंबर 8 खरगापुर निवासी धर्म दास सोनी व उसके बाकी सदस्यों ने फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हत्या का कारण अज्ञात है। उक्त मामले में पुलिस जाँच कर रही है। मरने वालो में धर्मदास सोनी उम्र 62 वर्ष पुणे सोनी उम्र 55 वर्ष, मनोहर सोनी उम्र 27 वर्ष
सोनम सोनी 25 वर्ष , सानिध्य उम्र 4 वर्ष,वधर्मदास सोनी जो कि रिटायर्ड वेटनरी पशु अस्पताल में नौकरी करते थे।               


फ्लैट मिलने में देरी होने पर लिया जाएगा जुर्माना

नोएडा। अब किसी बिल्डर ने डेडलाइन तक प्रॉजेक्ट नहीं दिया, तो खरीददार तुरंत रिफंड मांग सकता है। इसके साथ ही फ्लैट मिलने में देरी होने पर एक से लेकर 10 हजार रुपये तक का जुर्माना लगेगा। UP-RERA ने नोएडा और गाजियाबाद के 22 डिवेलपर्स के साथ हफ्ते भर चली बैठक के बाद यह निर्णय लिया है।


दिसंबर 2018 में गठन के बाद यह पहली बार है कि यूपी रेरा ने पेंडिंग पड़े फ्लैट्स के लिए बिल्डर्स के साथ बैठक की है। रेग्युलेटर ने जिला प्रशासन को 2 हजार रिकवरी नोट्स सौंपे। इसके साथ ही नीलामी के लिए डिफॉल्टर बिल्डर्स को 10 दिनों के अंदर भरपाई करने का समय दिया गया है। इससे खरीददारों को रिफंड किया जा सकेगा।                 


यूपी: 1आइएएस 5 पीसीएस का तबादला

यूपी में प्रशासनिक फेर-बदल, एक आईएएस सहित पांच पीसीएस अफसरों के तबादले।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शनिवार देर शाम राज्य सरकार ने प्रशासनिक फेरबदल किया। शासन ने एक आईएएस और पांच पीसीएस अफसरों के तबादले कर दिए। जबकि पूर्व में स्थानांतरित एक पीसीएस अधिकारी को नई तैनाती स्थल पर तुरंत जाकर कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश दिया गया है।
आईएएस अधिकारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंकित खंडेलवाल को मेरठ से इसी पद पर नोएडा ट्रांसफर किया गया है। पीसीएस अधिकारियों में एसडीएम अभय कुमार सिंह को नोएडा से बलिया, एसडीएम रजनीकांत मिश्रा को मैनपुरी से नोएडा, एसडीएम प्रमोद कुमार को संतकबीरनगर से महराजगंज, एसडीएम गुलशन को बागपत से संतकबीरनगर और एसडीएम मान सिंह पुंडीर को रामपुर से मैनपुरी ट्रांसफर किया गया है। एसडीएम संजय मिश्रा का नोएडा से पूर्व में जौनपुर ट्रांसफर किया गया था। उन्हें तुरंत नई तैनाती स्थल पर जाकर कार्यभार करने को कहा गया है।                   


आरपी मंडल को मिल सकता हैं एक्सटेंशन

मुख्य सचिव आरपी मंडल को मिल सकता है 6 महीने का एक्सटेंशन
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव आरपी मंडल को 6 महीने का एक्सटेंशन दिया जा सकता है। इस संबंध में राज्य सरकार ने केंद्र को प्रस्ताव भेज दिया है। ज्ञात हो कि आरपी मंडल 30 नवंबर को रिटायर होने वाले थे, लेकिन उससे पहले राज्य सरकार ने उनके एक्सटेंशन का प्रस्ताव भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, 87 बैंच के आईएएस अधिकारी आरपी मंडल को छह महीने का एक्सटेंशन देने राज्य सरकार की ओर से महीने भर पहले का प्रस्ताव भेजा गया है। इसमें कोरोना काल के दौरान प्रदेश की विपरित परिस्थितियों के साथ सीनियर अफसरों की कमी का हवाला दिया गया है। राज्य सरकार एक्सटेंशन की उम्मीद लगाए हुए है,क्योंकि इसके पहले गुजरात सरकार ने राज्य के मुख्य सचिव अनिल मुकीम को छह साल एक्सटेंशन देने के लिए इसी तरह का प्रस्ताव केंद्र को भेजा था, जिसे केंद्र ने मंजूर कर लिया है।               


3000 फीट ऊंचाई पर विराजमान 'गणेश'

प्रकृति और प्राचीन संस्कृति का अद्भुत मेल, लगभग 3000 फीट की ऊँचाई पर ढोलकाल की पहाड़ियों में विराजमान ऐतिहासिक गणेश प्रतिमा है श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र


जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बैलाडिला पहाड़ी में लगभग 3000 फीट की ऊँचाई पर स्थित ऐतिहासिक गणेश प्रतिमा स्थापित एक मनमोहक स्थल है। माना जाता है कि भगवान गणेश की 3 फीट पत्थर की सुन्दर प्रतिमा 10वीं और 11वीं शताब्दी के बीच नागवंश के दौरान बनाई गई थी। यह साइट का मुख्य आकर्षण है। जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा से लगभग 25 किमी दूर स्थित, यह जगह प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान है, और उन लोगों के लिए जो हरी-भरी पहाड़ियों व वादियों के बीच ट्रेक करना पसंद करते हैं।
काले ग्रेनाइट से बनी है लगभग साढे़ तीन फीट ऊँची प्रतिमा
10वीं-11वीं शताब्दी में छिंदक नागवंशी राजाओ द्वारा दुर्लभ चतुर्भुज गणेश प्रतिमा स्थापित करवाई गई थी। लगभग साढे़ तीन फीट ऊँची और ढाई फीट चौड़ी काले ग्रेनाइट पत्थर से बनी यह प्रतिमा बेहद कलात्मक है। समुद्र तल से इस शिखर की ऊँचाई 3000 फीट है। इस प्रतिमा को छत्तीसगढ़ के सबसे ऊँचे स्थल में स्थापित होने का गौरव भी प्राप्त है। दंतेवाड़ा से 25 किमी दूर बैलाडीला की सबसे ऊँची पहाड़ी ढोलकल पर दुर्लभ गणेश प्रतिमा विराजमान है। हर वर्ष गणेश चतुर्थी में दुर्लभ प्रतिमा के दर्शन करने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।ललितासन में विराजमान हैं गणपति।
दक्षिण बस्तर के बैलाडीला की पहाड़ी श्रृंखलाओं में से एक ढोलकल नामक पहाड़ी की चोटी पर सैकड़ों वर्ष पुरानी गणेश जी की दुर्लभ प्रतिमा स्थित है। इस स्थल की विशेषता यह है कि यहां प्रकृति और प्राचीन समृद्ध संस्कृति का अद्भुत मेल देखने को मिलता है। लगभग तीन हजार फीट की ऊँचाई पर गणेश जी की यह दुर्लभ प्रतिमा, जो कि ललितासन में विराजमान है।
भगवान गणेश व परशुराम का हुआ था युध्द।
जानकारों व पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान गणेश और परशूराम का युद्ध इसी शिखर पर हुआ था। युद्ध के दौरान परशुराम के फरसे से गणेश का एक दांत टूटा था। इस घटना के बाद छिंदक नागवंशी राजाओं ने शिखर पर गणेश की प्रतिमा स्थापित की। पुरातत्व के अनुसार ढोलकल शिखर पर स्थापित दुर्लभ गणेश प्रतिमा लगभग 11वीं शताब्दी की है।
शिखर तक पहुंचने के लिए करनी पड़ती है पैदल यात्रा
ढोलकल शिखर तक पहुंचने के लिए दंतेवाड़ा से करीब 17 किलोमीटर दूर फरसपाल, इसके बाद कोतवाल पारा होकर जामपारा तक पहुंच मार्ग है। जामपारा पहाड़ी के नीचे स्थित है। यहाँ से करीब 5 किमी पैदल चलकर पहाड़ी पगडंडियों से होकर ऊपर पहुंचना पड़ता है। ग्रामीणों के सहयोग से शिखर तक पहुंचा जा सकता है। दुर्गम रास्ते होने के कारण ढोलकाल गणेश प्रतिमा तक श्रद्धालु विशेष मौके पर ही पहुंचते हैं।
क्यूं रखा गया गाँव का नाम ‘फरसपाल’
काले ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित ललितासन में गणेश की प्रतिमा करीब एक हजार साल पुरानी है। ऐसी माना जाता है कि इस पहाड़ पर परशुराम व गणेश जी का युद्ध हुआ था। इस दौरान परशुराम के वार से गणेश का एक दांत टूट गया था, इसलिए इस गाँव का नाम फरसपाल रखा गया।
स्थानीय ग्रामीणों ने की थी स्थल की खोज।
पुरात्वविदों का मानना है कि इस प्रतिमा की स्थापना छिदंक नागवंशी राजाओं ने कराई थी। इसके इर्द-गिर्द सूर्य व शिव की प्रतिमा भी स्थापित थी, लेकिन वर्तमान में यहां अब अवशेष ही शेष हैं। ढोलकल शिखर की खोज स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा की गयी थी।
कई प्रतिमाएं चढ़ चुकी हैं तस्करों की भेंट
ढोकाल शिखर को लेकर किवदंतियां हैं कि गणेश प्रतिमा के बाजू वाली पहाड़ी पर भगवान शिव की प्रतिमा थी। वहीं कुछ दूर एक और पहाड़ी शिखर पर सूर्यदेव की प्रतिमा की स्थापना भी 10 वीं व 11 वीं शताब्दी में कराई गई थी। भगवान शंकर व सूर्यदेव की प्रतिमाएं तस्करों की भेंट चढ़ चुकी है। फिलहाल इन स्थानों पर केवल पत्थरों के अवशेष ही शेष रह गए हैं।
ज्ञात हो कि दक्षिण बस्तर-दंतेवाड़ा में ऐतिहासिक धरोहरों की कमी नहीं है। रख-रखाव के आभाव में ऐतिहासिक धरोहर विलुप्त होने की कगार पर हैं। शासन-प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। पर्यटन मंडल को भी इसकी जानकारी है लेकिन पर्याप्त प्रचार व सुविधाओं के अभाव की वजह से दक्षिण बस्तर का यह सुंदर स्थल आज भी लोगों की नज़रों से मानो ओझल ही है।              


बिसवांः 24 घंटों में 14 गोवंश की हुई मौत

बिसवां बीते 24 घंटों में 14 गौवंशों की संदिग्ध अवस्था में मौत


सीतापुर। कोतवाली बिसवां क्षेत्रान्तर्गत कस्बे के मोहल्ला पटेल नगर में शुक्रवार से  14 गौवंसो की संदिग्ध अवस्था मे मौत का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।पुलिस व प्रशासन ने शवों का पोस्टमार्टम हेतु सेम्पल लेकर भेज दिया है मिली जानकारी के अनुसार कस्बा के मोहल्ला पटेलनगर में शुक्रवार शाम से शनिवार तक 14 गौवंसो कि संदिग्ध अवस्था मे मौत हो गयी जिसकी सूचना की तहरीर हुलास पुरवा निवासी चोटिल गौवंस रक्षक के श्रीकांत मौर्य पुत्र रमाकांत ने कोतवाली में दी सूचना पर पहुंची पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने पशुचिकित्सा अधिकारी बिसवां से मृत पशुओं का सेम्पल लेकर उन्हें दफ़न करवा दिया वहीं पुलिस क्षेत्राधिकारी बिसवां ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।                 


जारी किए गए बयान को किया खारिज

बीजिंग/ इस्लामाबाद। चीन और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद जारी किए गए बयान में जम्मू कश्मीर में वस्तु स्थिति बदलने वाली एकतरफा कार्रवाई के विरोध वाले बयान पर एक दिन बाद भारत ने उसे खारिज कर दिया।


विदेश मंत्रालय (एमईए) में प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर भारत का ''अखंड'' और अलग नहीं किये जाने वाला हिस्सा है और उसे उम्मीद है कि वे देश के आंतरिक विषयों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, ''अतीत की तरह ही, हम चीन-पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की दूसरे दौर की रणनीतिक वार्ता के संयुक्त प्रेस बयान को स्पष्ट रूप से खारिज करते हैं।''


31 अगस्त तक प्रभावी रहेंगे दिशा-निर्देश

राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। पंजाब में अब शाम 6.30 बजे सभी बाजार, मॉल, होटल-रेस्टोरेंट, शराब की दुकानें, धार्मिक स्थल, खेल परिसर बंद हो जाएंगे और शाम 7 बजे से सूबे में कर्फ्यू प्रभावी हो जाएगा और अगली सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा। तेजी से बढ़ रहे कोविड के मामलों को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार ने अनलॉक-3.0 में व्यापक स्तर पर बंदिशें लागू कर लॉकडाउन संबंधी नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। ये दिशा-निर्देश आगामी 31 अगस्त तक प्रभावी रहेंगे।
इस संबंध में राज्य के गृह विभाग की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, हाल के दिनों में राज्य में कोविड के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सभी जिला प्रशासन को सख्ती से लॉकडाउन पर अमल करने को कहा गया है। नए दिशा-निर्देशों के तहत, राज्य के 167 म्युनिसिपल कस्बों में शनिवार और रविवार को पूर्ण कर्फ्यू लागू रहेगा और इस दौरान बाजार आदि नहीं खुलेंगे। इसके साथ ही सूबे के सभी शहरों की म्युनिसिपल सीमा के भीतर शाम 7 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा। 
इस दौरान गैर-जरूरी कामकाज के लिए लोगों के घर से निकलने पर पूरी तरह रोक लगाई गई है। हालांकि नाइट कर्फ्यू के दौरान नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे पर आवश्यक वस्तुओं व सेवाएं और उससे जुड़े व्यक्तियों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं होगी। लोगों की अंतरराज्यीय और राज्य के भीतर आवाजाही, कारगो की लोडिंग व अनलोडिंग के साथ-साथ रेल, बस व विमान द्वारा आवाजाही पर भी कोई रोक नहीं होगी। परीक्षाओं के लिए आवेदकों और विद्यार्थियों की आवाजाही की भी अनुमति रहेगी।                 


हरियाणाः 1161 नए संक्रमित मिले

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा में कोरोना वायरस महामारी की रफ्तार जारी है। आज प्रदेश में 1161 नए पॉजिटिव केस सामने आए, वहीं 600 लोग ठीक होकर घर लौटे। इसके साथ आज 12 मरीजों की मौत हो गई। जिसके बाद कोरोना से मरने वालों की संख्या 597 पहुंच गई है। 





स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज जारी बुलेटिन के मुताबिक राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 53290 पहुंच गया है। जिसमें से 8680 मामले सक्रिय हैं। इसके साथ 217 की हालत नाजुक बनी हुई है, इनमें 189 की सांसें ऑक्सीजन के सहारे चल रही हैं तो 28 वेंटीलटर पर जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। प्रदेश में अभी तक 44013 लोग कोरोना को हराकर घर लौट चुके हैं। कुछ दिन से ठीक होने वालों की संख्या में कमी आने के चलते रिकवरी रेट में गिरावट आ गई है। रिकवरी रेट कम होकर 82.59 पहुंच गई है।               


रुकावटः दिल्ली-मेरठ हाईवे का विरोध बढ़ा

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। दिल्ली-मेरठ हाईवे का काम किसानों के विरोध के चलते प्रभावित हो रहा है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के पहले चरण का उद्घाटन 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर चुके हैं। इस एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होने से दिल्ली से मेरठ का सफर केवल 45 मिनट में पूरा किया जा सकेगा, लेकिन अब इसका विरोध हो रहा है। इसी के चलते आज (शनिवार) तमाम किसानों ने इकट्ठा होकर एक्सप्रेस-वे के काम को बंद करवा दिया।


NHAI के अधिकारियों का कहना है कि PWD ने उन्हें सड़क की जो 300 फीट जगह दी थी, उसी पर वो 14 लेन सड़क बना रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 2018 में इसके निर्माण को BJP ने अपनी उपलब्धि में गिनाया था और इस साल के अंत में इसका काम पूरा होना है, लेकिन पहले प्रदूषण फिर कोरोनावायरस और अब किसानों के विरोध के चलते एक्सप्रेस-वे का काम प्रभावित हो रहा है।           


पीएम की केंद्रीय मंत्रियों के साथ अहम बैठक

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश मे प्लास्टिक टॉयज या बच्चों के खिलौने बनाने को बढ़ावा देने के मकसद से पीएम नरेंद्र मोदी ने अन्य कैबिनेट मंत्रियों और उच्च अधिकारियों के साथ अहम बैठक की।


बैठक मे पीएम मोदी ने तमाम मंत्रालय को आदेश दिया कि ऐसी नीति और माहौल बनाया जाए ताकि राज्यों में प्लास्टिक टॉय बनाने के लिए क्लस्टर बनाए जा सकें। ये विशेष क्लस्टर ना केवल देश मे बच्चों के लिए खिलौने बनाएंगे बल्कि देश मे बने खिलौने विदेशों में भी एक्सपोर्ट किए जा सके।                   


झांसी में सफर करना हो जाएगा महंगा

सितंबर माह से दतिया तक का सफर महंगा हो जाएगा। जी हां, झांसी –दतिया के बीच डगरई में टोल प्लाजा बनकर तैयार हो गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की अक्तूबर माह से टोल टैक्स की वसूली की शुरुआत करने की तैयारी है।


झांसी। जनपद में भारी संख्या में लोगों का दतिया आवागमन लगा रहता है। खासतौर पर शनिवार और रविवार को भारी संख्या में लोग पीतांबरा पीठ जाते हैं। लेकिन, अब ये सफर महंगा होने जा रहा है। एनएचएआई का झांसी–दतिया के बीच डगरई में टोल प्लाजा बनकर तैयार हो गया है। टोल टैक्स की वसूली के लिए जरूरी व्यवस्थाएं जुटाना शुरू कर दिया है। सितंबर माह से झांसी से दतिया की ओर जाने वालों से टोल की वसूली शुरू कर दी जाएगी।
13 साल में पूरा हो पाया सड़क का निर्माण
एनएचएआई ने झांसी से ग्वालियर तक फोरलेन का निर्माण वर्ष 2007 में शुरू किया गया था। 2009 में काम पूरा होना था लेकिन, शुरुआती तेजी के बाद काम धीमा पड़ गया। दो साल की जगह पांच साल निकल गए, लेकिन सड़क तैयार नहीं हो पाई। इसे लेकर एनएचएआई और कंस्ट्रक्शन कंपनी के बीच विवाद शुरू हो गया। मामला न्यायालय में पहुंच गया। नतीजतन, सड़क का निर्माण बंद पड़ा रहा। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे और घुमावदार रास्ते होने की वजह से लोगों का वक्त तो जाया होता ही था, साथ ही दुर्घटना का भी खतरा बना रहता था। लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद एनएचएआई ने सितंबर 2018 में काम दोबारा शुरू किया था। अब जाकर काम पूरा हो पाया है।
छह साल में गईं 300 जान


साल 2012 से लेकर 2018 तक लगातार छह साल तक ग्वालियर रोड का निर्माण अधूरा पड़ा रहा। इससे इस सड़क पर आवागमन बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच गया था। एनएचएआई के रिकार्ड के मुताबिक इस अवधि में झांसी से ग्वालियर के बीच छह सौ छोटी – बड़ी सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें तीन सौ से अधिक लोगों की जान गई। साथ ही सैकड़ों लोग घायल हुए।
ग्वालियर मार्ग का काम पूरा हो गया है। टोल टैक्स की वसूली के लिए दतिया के डगरई में टोल प्लाजा बनाया गया है। सितंबर के अंत तक टोल टैक्स की वसूली शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए एनएचएआई की तैयारियां तेजी से जारी हैं।
संजय वर्मा           


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...