सोमवार, 17 अगस्त 2020

सरकार जनता को बताएं, मंशा क्या है

लिमटी खरे


नई दिल्ली। कोरोना कोविड 19 का संक्रमण देश में तेज गति से बढ़ता दिख रहा है। देश में सक्रमित मरीजों की तादाद का आंकड़ा 26 लाखा को पार कर गया हैतो मरने वालों की तादाद 50 हजार से ज्यादा हो चुकी है। सबसे ज्यादा चिंताजनक पहलू यह मना जा सकता है कि नए मिलने वाले संक्रमित मरीजों की तादाद दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। एक दिन में अगर सत्तर हजार मरीज मिलें तो इसे क्या समझा जाए! वर्तमान हालातों को देखकर तो यही लग रहा है कि देश में कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ती तादाद इस ओर इशारा करती दिख रही है कि इस महामारी के संकट से निपटने के बजाए हम इसमें घिरते जा रहे हैं। अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत तीसरा देश नजर आ रहा है जहां हालात बेकाबू ही लग रहे हैं।


सरकार भले ही ठीक होने वाले मरीजों की तादाद बढ़ने का दावा करते हुए अपनी पीठ थपथपा रही होपर नए संक्रमित मरीजों के मिलने का आंकड़ा कम होना बहुत जरूरी है। सरकार के द्वारा तीन चरणों में लाकडॉऊन लगाया गयाइसके बाद भी मरीजों की तादाद बेहताशा बढ़ी हैतो इससे साफ है कि सरकार के द्वारा अपनी मंशा को आम जनता को समझाया नहीं जा सका है। स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासनों के पास भी कोई रोड मेप नहीं दिख रहा है। अब संक्रमित मरीजों की तादाद पर अंकुश लगाना जरूरी है। जमीनी स्तर पर किस तरह के हालात हैंइनकी समीक्षा भी जनता से फीडबैक लेकर किए जाने की जरूरत महसूस हो रही है। प्रशासनिक अधिकारी तो अपनी कालर साफ रखने के लिए मनगढंत आंकड़े और हकीकत पेश कर रहे हों तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।


देश में जिस तरह से मरीज मिल रहे हैंउसे देखकर यही प्रतीत हो रहा है कि कोरोना कोविड 19 का कम्युनिटी ट्रांसमिशन अर्थात सामुदायिक संक्रमण आरंभ हो चुका है। अनेक जिलों के जिलाधिकारियों के द्वारा इसकी संभावनाएं सार्वजनिक रूप से व्यक्त की जा चुकी है। अनेक जिलों में तो आंकड़ा कम करने के लिए स्वस्थ्य व्यक्तियों की जांच कराए जाने की बातें भी समने आ रही हैं। इस काल में अगर किसी जिलेनगर या कस्बे में मौतों को आंकड़ा बढ़ा हो तो प्रशासन को उस पर नजर रखने की जरूरत है। कई जिलों में तो मोक्षधाम या कब्रस्तान के मार्ग में सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए गए हैं।


वैसे इस इस बात पर अभी संशय ही बना हुआ है कि क्या भारत में संक्रमण सामुदायिक प्रसार का रूप अख्तियार कर चुका है। विशेषज्ञों में भी इस बात को लेकर सहमति नहीं बन पाई हैपर जिस तरह से नए संक्रमित मरीजों की तादाद मिल रही हैवइ इस ओर इशारा कर रही है कि देश में कुछ स्थानों पर इस तरह की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। देश में  कोरोना की मार दस राज्यों में ही ज्यादा हैजिनमें महाराष्ट्रगुजराततमिलनाडुपश्चिम बंगालआंध्र प्रदेशतेलंगाना और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य शामिल हैं। कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों में अस्सी फीसद के लगभग एवं महामारी से अब तक काल कलवित हुए बयासी फीसद लोग इन्हीं राज्यों के हैं।


देश के हृदय प्रदेश में ट्रू नाट टेस्ट की व्यव्स्था भी की गई है। मध्य प्रदेश के अस्पतालों में इस तरह के मामले प्रकाश में आ रहे हैंजिनमें ट्रू नाट मशीन के द्वारा जांच के दौरान जो मरीज निगेटिव आता है वही मरीज आरटी पीसीआर जांच में पाजिटिव आ रहे हैं। इसी तरह ट्रू नाट के अनेक पाजिटिव मरीज आरटी पीसीआर या अन्य जांच में निगेटिव आए हैं। सबसे पहले तो जांच के तौर तरीकों को विश्वसनीय बनाया जाने की जरूरत महसूस हो रही है।


कोरोना संक्रमण के लिए अभी तक वेक्सीन नहीं बन पाई है। बचाव ही इकलौता कारगर उपाय समझ में आ रहा है। इस लिहाज से लोगों को शारीरिक दूरी बनाकर रखने और मास्क लगाए जाने की महती जरूरत है। मास्क भी इन दिनों उसी तरह लोगों के द्वारा पहना जा रहा है जिस तरह यातायात पुलिस को देखकर दो पहिया वाहन चालक हेलमेट लगा लेता है और चार पहिया वाहन चालक सीट बेल्ट कस लेता है। आज जरूरत है जागरूकता फैलाने की। लोगों को समझाना होगा कि इसके संक्रमण से किस तरह बचा जा सकता है। वैसे सरकारें इस दिशा में प्रयास तो कर रहीं हैंपर जिस तरह से मरीजों के मिलने की तादाद बढ़ी है।


सियासतः बागी मंत्री आरजेडी में होंगे शामिल

मनोज सिंह ठाकुर


पटना । बिहार में आज सियासी सरगर्मी का सोमवार है। इस्‍तीफे की घोषणा के बाद जनता दल यूनाइटेड (JDU) से निष्‍कासित श्‍याम रजक  राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) में शामिल होेंगे। उधर, रविवार को ही आरजेडी से निष्‍कासित तीन विधायक जेडीयू का दामन थामेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर लगभग सभी दलों में ऐसे ही हालात हैं। विधायकों व नेताओं का पाला बदलना जारी है। सभी दल अपने-अपने विधायकों व अन्‍य नेताओ पर नजर रख रहे हैं।


विदित हो कि आरजेडी के विधायक महेश्वरयादव, प्रेमा चौधरी और फराज़ फातमी को पार्टी ने रविवार को निष्‍कासित कर दिया था। आरजेडी के प्रदेश अध्‍यक्ष जगदानंद सिंह ने बताया कि सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर तीनों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निकाला गया है। महेश्वर प्रसाद यादव गायघाट से विधायक हैं। प्रेमा चौधरी पातेपुर की विधायक हैं। इसके बाद के घटनाक्रम में अब जेडीयू के वरिष्ठ नेता विजेंद्र यादव तीनों को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में सदस्यता दिलाएंगे।


श्‍याम रजक थामेंगे लालू की लालटेन


उधर, जेडीयू के वरिष्‍ठ नेता व मंत्री श्‍याम रजक ने रविवार को पार्टी व मंत्री पद छोड़ने की घोषणा कर हड़कम्‍प मचा दिया। बताया जाता है कि इससे जेडीयू अध्‍यक्ष व मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार नाराज हो गए। श्‍याम रजक सोमवार को मंत्री पद व पार्टी से इस्‍तीफा देने की घोषणा कर चुके थे, लेकिन उन्‍हें देर रात तक पार्टी के साथ-साथ मंत्रिमंडल से भी बाहर कर दिया गया। श्‍याम रजक को आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव आरजेडी में शामिल करेंगे। अब वे आरजेडी के साथ जा कर लालू की लालटेन की लौ तेज करेंगे।           


13 आईएएस, 14 आईपीएस का तबादला

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। योगी सरकार ने 13 आईएएस और 14 आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिए हैं। आईएएस अफसरों के तबादले में पांच जिलों रायबरेली, श्रावस्ती, हरदोई, पीलीभीत और कानपुर देहात में नए डीएम तैनात किए गए हैं। इसी तरह सात जिलों गोरखपुर, बागपत, बदायूं, प्रतापगढ़, आजमगढ़, बिजनौर व मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक समेत 14 आईपीएस बदले गए हैं।
प्रतापगढ़ के एसपी अभिषेके सिंह को प्रतापगढ़ जिले का नया एसपी बनाया गया है। उन्हें प्रतापगढ़ में लगातार हत्याएं व अन्य आपराधिक घटनाएं बढ़ने पर हटाया गया है। उनके व्यवहार से भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी भी असंतुष्ट थे। वह लगातार निर्देशों के बावजूद अपराध रोकने में नाकाम रहे थे। बिजनौर में तैनात संजीव त्यागी को प्रतापगढ़ में तैनाती दी गई है। इसी तरह एसटीएफ के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह को आजमगढ़ का एसएसपी नियुक्त किया गया है। प्रदेश सरकार हाल में वहां हुई घटनाओं को लेकर खासी गंभीर थी जबकि जोगिन्दर कुमार को मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में नया एसएसपी बनाया गया है।


आईएएस अफसर
नाम कहां से कहां
वैभव श्रीवास्तव डीएम पीलीभीत डीएम रायबरेली
यशु रस्तोगी डीएम श्रावस्ती उपाध्यक्ष मुरादाबाद विकास प्राधिकरण
टीके शिबु वीसी प्रयागराज विकास प्राधिकरण डीएम श्रावस्ती
शुभ्रा सक्सेना डीएम रायबरेली विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा
अविनाश कुमार विशेष सचिव मुख्यमंत्री डीएम हरदोई
अंकित कुमार अग्रवाल विशेष सचिव नियोजन उपाध्यक्ष प्रयागराज विकास प्राधिकरण
पुलकित खरे डीएम हरदोई डीएम पीलीभीत
राकेश कुमार सिंह डीएम कानपुर देहात उपाध्यक्ष कानपुर विकास प्राधिकरण
दिनेश चंद्रा नगर आयुक्त गाजियाबाद डीएम कानपुर देहात
महेंद्र सिंह तंवर सीडीओ शाहजहांपुर नगर आयुक्त गाजियाबाद
अजय कुमार द्विवेदी सीडीओ सोनभद्र नगर आयुक्त लखनऊ
अमित पाल विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा सीडीओ सोनभद्र
प्रेरणा शर्मा सचिव मुरादाबाद विकास प्राधिकरण सीडीओ शाहजहांपुर


आईपीएस के तबादले
नाम कहां थे कहां गए


जोगिन्दर कुमार एसपी जीआरपी आगरा एसएसपी गोरखपुर
अभिषेक सिंह एसपी प्रतापगढ़ एसपी बागपत
गनेश पी. साहा एसपी मानवाधिकार डीजीपी मुख्यालय पुलिस उपायुक्त नोएडा
अजय कुमार सिंह एसपी बागपत एसपी मिर्जापुर
संकल्प शर्मा पुलिस उपायुक्त नोएडा एसपी बदायूं
संजीव त्यागी एसपी बिजनौर एसपी प्रतापगढ़
सुधीर कुमार सिंह एसएसपी एसटीएफ लखनऊ एसएसपी आजमगढ़
डॉ. धर्मवीर सिंह एसपी मिर्जापुर एसपी बिजनौर
त्रिवेणी सिंह एसएसपी आजमगढ़ एसपी साइबर क्राइम लखनऊ
माणिक्य चंद्र सरोज एसपी प्रशिक्षण एवं सुरक्षा एसपी सतर्कता लखनऊ
डॉ. सुनील गुप्ता एसएसपी गोरखपुर एसपी प्रशिक्षण एवं सुरक्षा
अशोक कुमार त्रिपाठी एसपी बदायूं एसपी मानवाधिकार, डीजीपी मुख्यालय             


तृणमूल कांग्रेस विधायक की संक्रमण से मौत

मनोज सिंह ठाकुर


कोलकाता। पश्चिम बंगाल के तृणमूल कांग्रेस विधायक समरेश दास की कोरोना से मौत हो गई है। उनका एएमआरआई अस्पताल में इलाज चल रहा था। पिछले दिनों उनका कोरोना टेस्ट कराया गया था जिसमें वे पॉजिटिव पाए गए थे। सोमवार सुबह विधायक समरेश दास का निधन हो गया। समरेश दास के निधन के साथ ही बंगाल में कोरोना से किसी टीएमसी विधायक की यह दूसरी मौत है। समरेश दास पूर्वी मिदनापुर जिले के एगरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। इससे पहले तमनोश घोष की कोरोना से मौत हो गई थी। कोरोना का संक्रमण पता चलने के बाद दोनों का अस्पताल में इलाज चल रहा था। घोष दक्षिण 24 परगना जिले के फाल्टा विधानसभा सीट से विधायक थे।


60 साल के तमनोश घोष कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। संक्रमण का पता चलने के बाद घोष को 23 मई को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घोष का पिछले एक महीने से इलाज चल रहा था। बाद में जून के अंतिम हफ्ते में उनकी मौत हो गई थी। बंगाल में कोरोना के पुष्ट मामलों की संख्या 1 लाख से ज्यादा है। हालांकि रिकवरी रेट भी तेजी से बढ़ रही है। मृतकों की तादाद 2200 से ज्यादा दर्ज की गई है।


सोने के पुराने आभूषणों पर जीएसटी लागू

मनोज सिंह ठाकुर


नई दिल्ली। अब पुराने सोने या गोल्ड ज्वैलरी को बेचने पर भी तीन फीसदी का वस्तु एवं सेवा कर (GST) चुकाना पड़ सकता है। जीएसटी की अगली कौंसिल में इसका फैसला हो सकता है। केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने यह जानकारी दी है। इसका मतलब यह है कि लोगों को पुरानी ज्वैलरी बेचने पर मुनाफा पहले से कम हो जाएगा।


बन गई सहमति


थॉमस इसाक ने बताया कि हाल ही में राज्यों के वित्त मंत्रियों के एक समूह (जीओएम) में पुराने सोने और आभूषणों की बिक्री पर तीन फीसदी का वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने के प्रस्ताव पर लगभग सहमति बन गई है।


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस मंत्री समूह में केरल, बिहार, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री शामिल हैं। इस मंत्री समूह का गठन सोने और बहुमूल्य रत्नों के परिवहन के लिए ई-वे बिल के क्रियान्वयन की समीक्षा के लिए किया गया था। मंत्री समूह की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हुई।


इस तरह वसूली जा सकती है जीएसटी


इसाक ने बताया, ‘यह तय किया गया है कि पुराने सोने की बिक्री पर 3 फीसदी का जीएसटी आरसीएम (रिवर्स चार्ज मेकैनिज्म) के द्वारा लगाया जाए। अब कमिटी के अधिकारी इसके तौर-तरीकों पर विचार करेंगे। यानी नई व्यवस्था लागू होने के बाद अगर कोई ज्वैलर पुराने आभूषण आपसे खरीदता है तो वह रिवर्स शुल्क के रूप में तीन फीसदी जीएसटी आपसे वसूल करेगा। आप एक लाख रुपये की पुराने आभूषण बेचते हैं तो जीएसटी के रूप में 3000 रुपये काट लिए जाएंगे।


दुकानदारों के लिए ई-वे बिल भी अनिवार्य


जीओएम ने यह भी फैसला किया है कि सोने और आभूषण की दुकानों को प्रत्येक खरीद और बिक्री के लिए ई-इनवॉयस (ई-बिल) निकालना होगा। यह कदम टैक्स चोरी रोकने के लिए उठाया जा सकता है। अभी भी छोटे शहरों से लेकर बड़े शहरों में कई जगह सोने की बिक्री के बाद दुकानदार कच्चा बिल देते हैं। यह पूरी प्रक्रिया कर चोरी रोकने और काला धन खपाने के लिए होती है। अब इस पर रोक लगाने के लिए ई-बिल निकालना अनिवार्य करने की तैयारी है। बैठक में बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा, ‘यह फैसला किया गया है कि यदि कोई राज्य सोने के लिए ई-वे बिल का क्रियान्वयन करना चाहता है, तो वह राज्य के भीतर सोने को एक जगह से दूसरी लगह भेजने के मामलों में ऐसा कर सकता है। हालांकि, जीओएम का मानना है कि एक राज्य से दूसरे राज्य में सोने के परिवहन के लिए ई-वे बिल का क्रियान्वयन व्यावहारिक नहीं होगा।


ई-वे बिल के तहत सोने को लाने की तैयारी टैक्स चोरी की बढ़ती घटना को देखते हुए किया गया है। जीएसटी लागू होने के बाद सोने से मिलने वाले राजस्व में कमी आई है। इसके चलते यह तैयारी की जा रही है।           


हाईकोर्ट ने यूजी परीक्षाओं पर लगाई रोक

शिमला। आज से शुरू हुई यूजी की परीक्षाओं को लेकर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने फैसला दिया है। कोर्ट ने इन परीक्षाओं हिमाचल प्रदेश में यूजी परीक्षाओं के आयोजन पर रोक लगा दी है। हाईकोर्ट ने प्रदेश में सोमवार से शुरू हुई कॉलेज और यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं पर रोक लगाई है। साथ ही यह भी आदेश दिया है कि अगले आदेश जारी करने तक परीक्षाओं पर लगी यह रोक बरकरार रहेगी।


जस्टिस सुरेश्वर ठाकुर और जस्टिस सीवी वारोवालिया की खंडपीठ ने यह फैसला याचिकाकर्ता यासीम भट्ट की याचिका पर सुनवाई के बाद दिया है। याचिकाकर्ता का कहना था कि कोरोना काल में इस तरह की परीक्षाएं करवाना उचित नहीं है। लिहाजा कोर्ट ने आदेश देते हुए परीक्षाओं पर रोक लगा दी है।                                         


निर्णयः बिहार में फिर हुआ लॉकडाउन

पटना। बड़ी खबर पटना से है जहां, एक बार फिर से लॉक डाउन की अवधि को बढ़ा दिया गया है। बिहार सरकार ने कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन को 6 सितंबर तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। आज मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इस पर सहमति बनी है।बैठक में पहले की तरह ही 6 सितंबर तक प्रतिबंध रखने का निर्णय लिया गया है। गृह विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। गृह विभाग के आदेश में कहा गया है कि बफऱ जोन और कंटेनमेंट जोन में सख्ती जारी रहेगी।सरकार की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि 30 जुलाई को लॉक डाउन को लेकर जो आदेश जारी किए गए थे वही अब 6 सितंबर तक लागू रहेंगे। बता दें कि बिहार में कोरोना का संक्रमण कमने का नाम नहीं ले रहा है।अभी भी प्रति दिन करीब 4 हजार के आसपास पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं।           


एबीआर को लेकर याचिका की खारिज

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने दूरसंचार कंपनियों की समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) की तत्काल रिकवरी के निर्देश संबंधी एक नई याचिका सोमवार को खारिज कर दी। न्यायमूर्ति अरुण कुमार मिश्रा की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने अंशुल गुप्ता की याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी कि वह इस मामले में खुद सुनवाई कर रही है।


न्यायमूर्ति मिश्रा ने कहा, “हम पहले से ही इस मामले की सुनवाई कर रहे हैं। हम याचिका सुनने के पक्ष में नहीं हैं। (याचिका) खारिज।” न्यायमूर्ति मिश्रा ने याचिकाकर्ता से कहा कि वह क्यों इस मसले को और उलझाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “आप इस प्रकार संविधान के अनुच्छेद 32 का दुरुपयोग न करें।” याचिकाकर्ताओं ने एजीआर की तत्काल रिकवरी के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की थी। एजीआर के तहत दूरसंचार कंपनियों के पास करीब 90 हजार करोड़ रुपये का बकाया है। गौरतलब है कि आज ही एजीआर से संबंधित मुख्य मामले की सुनवाई भी होनी है।           

यूपी में चरम पर है जंगलराजः प्रियंका-राहुल

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज चरम पर है और राज्य की योगी सरकार लोगों और खासकर महिलाओं को सुरक्षा देने में असफल साबित हो रही है।


राहुल गांधी ने ट्वीट किया,“उत्तर प्रदेश में जातीय हिंसा और बलात्कार का जंगलराज चरम पर है। अब एक और भयानक घटना- सरपंच सत्यमेव ने दलित होकर ‘ना’ कहा जिसके कारण उनकी हत्या कर दी गयी। सत्यमेव जी के परिवारजनों को संवेदनाएं।”             

छात्रों का भविष्य दांव पर लगा सकतेः एससी

नई दिल्ली।  नीट जी परीक्षा को सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिल गई है। सुप्रीम कोर्ट यह साफ कर दिया है कि तय तारीखों पर पेपर लिए जाएंगे। कोर्ट ने कहा है कि जिंदगी ऐसे नहीं रूकती, छात्रों का भविष्य दांव पर नहीं लगा सकते।
दरअसल मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जी मैैंंस को कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते स्थगित करने की मांग की गई थी, जिसकी याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी। जेईई परीक्षा 1 सितंबर से 6 सितंबर तक आयोजित की जानी है। वहीं नीट परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित करने की योजना है। सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा, “क्या देश में सब कुछ रोक दिया जाए? एक कीमती साल को यूं ही बर्बाद हो जाने दिया जाए?” मामले की सुनवाई जस्टिस अरुण मिश्रा की अगुवाई वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच कर रही है।                           


मृतक संख्या-50 हजार, संक्रमित 26 लाख













नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं। यही कारण है कि देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 26 लाख के करीब पहुंच गई है। हालांकि, देश में कोरोना के खिलाफ जारी जंग का असर भी नजर आने लगा है और यही कारण है कि इस संक्रमण के कारण होने वाली मौतों की संख्या में गिरावट नजर आने लगी है। भारत कोरोना से सबसे कम मृत्युदर वाले देशों में एक है। हालांकि, संक्रमण तेजी से फैल भी रहा है और 63 हजार से अधिक नए मामलों के साथ कुल संक्रमितों का आंकड़ा 26 लाख के करीब पहुंच गया है। इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी 50 हजार से कुछ ही कम रह गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान 63,490 नए मामले सामने आए हैं और संक्रमितों की संख्या 25 लाख 89 हजार 682 हो गई है। इस दौरान 53,322 मरीज ठीक भी हुए हैं और स्वस्थ हुए लोगों का आंकड़ा भी 18 लाख 62 हजार 258 पर पहुंच गया है।सक्रिय मामले छह लाख 77 हजार 444 रह गए हैं।वहीं, अब तक 49,980 लोगों की मौत भी हो चुकी है। वहीं, राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से पीटीआइ व अन्य स्त्रोतों से रात 10 बजे तक मिले आंकड़ों के मुताबिक शनिवार देर रात से अब तक 56,507 नए मामले सामने आए हैं और संक्रमितों का आंकड़ा 26 लाख 42 हजार 344 हो गई है। इस दौरान 54,177 मरीज ठीक भी हुए हैं और स्वस्थ हुए मरीजों का आंकड़ा 19 लाख नौ हजार 541 पर पहुंच गया है। सक्रिय मामले छह लाख 81 हजार 852 रह गए हैं। अब तक 50,951 लोगों की जान गई है। रविवार को 933 लोगों की मौत हुई, जिसमें सबसे अधिक महाराष्ट्र में 288, तमिलनाडु में 125, कर्नाटक में 124, आंध्र प्रदेश में 88, उत्तर प्रदेश में 56, गुजरात में 20, राजस्थान में 13, ओडिशा में 10 और दिल्ली में 8 मौतें शामिल हैं।         











प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)


 अगस्त 18, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-03 (साल-02)
2. मंगलवार, अगस्त 18, 2020
3. शक-1943, भाद्रपद, कृष्ण-पक्ष, तिथि- अमावस्या, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:17, सूर्यास्त 07:12


5. न्‍यूनतम तापमान 26+ डी.सै.,अधिकतम-37+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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(सर्वाधिकार सुरक्षित)              



डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की पंकज कपूर  नैनीताल/हल्द्वानी। उच्च न्यायालय उत्तराखंड द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नैनीताल ...