शुक्रवार, 7 अगस्त 2020

वैक्सीन उपलब्ध कराने से होगा सुधार

जेनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने गुरुवार को कहा कि अगर दुनिया की कोई भी कोरोना वैक्सीन सभी को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराई जाए तो दुनियाभर में आर्थिक सुधार तेजी से हो सकते हैं। वह एनबीसी नेटवर्क द्वारा संचालित संयुक्त राज्य में एस्पेन सिक्योरिटी फोरम के सदस्यों के साथ एक ऑनलाइन पैनल चर्चा में बोल रहे थे। टेड्रोस ने कहा कि वैक्सीन साझा करने या अन्य उपकरणों को साझा करने से वास्तव में दुनिया को एक साथ ठीक होने में मदद मिलती है। आर्थिक सुधार तेजी से हो सकता है और कोरोना से नुकसान कम हो सकता है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन को लेकर राष्ट्रवाद अच्छा नहीं है, यह हमारी मदद नहीं करेगा। टेड्रोस ने सोमवार को कहा था कि 20वीं सदी की शुरुआत के बाद से कोरोना वायरस सबसे बड़ा स्वास्थ्य आपातकाल है, लेकिन वैक्सीन की खोज अभूतपूर्व है। गौरतलब है कि डब्ल्यूएचओ के आपात निदेशक माइकल रयान से जब एक प्रस्तावित रूसी टीके के बारे में पूछा गया तो उन्होंने पैनल को बताया कि किसी भी टीके को सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए ट्रायल के नतीजों की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि कोई भी देश तब तक सुरक्षित नहीं होगा जब तक हम सभी सुरक्षित नहीं हैं। रयान ने यह भी कहा कि अधिकारियों को मानव चुनौती अध्ययनों के बजाय क्लीनिकल ट्रायल के माध्यम से कोरोना वायरस वैक्सीन के प्रभावी होने को प्रदर्शित करने में सक्षम होना चाहिए। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोरोना वैक्सीन को लेकर काफी आशावादी दिख रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि यह संभव है कि अमेरिका में 3 नवंबर चुनाव से पहले एक कोरोना वायरस वैक्सीन बन जाए। गौरतलब है कि अमेरिका ने डब्ल्यूएचओ को चीन के हाथ की कठपुतली बताया है। इसके बाद अमेरिका, डब्ल्यूएचओ से हटने का ऐलान कर चुका है।         


ट्रंप के रिसोर्ट में एके 47 के साथ घुसे

फ्लोरिडा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फ्लोरिडा स्थित रिसॉर्ट में शुक्रवार को तीन युवा घुस गए। इनके पास सेमीऑटोमैटिक एके-47 रायफल थी। यह लोडेड थी। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पाम बीच पुलिस ने बताया कि कि ट्रंप उस वक्त वहां नहीं थे, रिसॉर्ट फिलहाल बंद है। ट्रंप का यह आलीशान रिसॉर्ट फोर्ट लाउडेरडेल में है। इसका नाम मार-ए-लेगो है।


पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार सुबह मार-ए-लेगो से करीब तीन किलोमीटर दूर एक संदिग्ध कार देखी गई। पुलिस जैसे ही इसके करीब पहुंची तो कार ड्राइवर ने रफ्तार बढ़ा दी। कार मार-ए-लेगो के करीब पहुंची। इसमें से तीन युवक निकले और रिसॉर्ट की तरफ भागे। तीनों ने रिसॉर्ट की दीवार फांदी और गार्डन तक पहुंच गए। हेलिकॉप्टर और स्निफर डॉग की मदद से इन्हें खोजा गया और फिर गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि इन लोगों ने राइफल खरीदी नहीं बल्कि चोरी की थी।


पुलिस प्रवक्ता माइकल ऑग्रोडनिक ने ‘एपी न्यूज’ को बताया कि तीनों लड़कों ने क्लब से लगभग दो मील (तीन किलोमीटर) की दूरी पर कार पार्क किया गया था, और अधिकारियों के आने पर वे भाग गए। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, पिछा करने पर तीनों लड़के कार छोड़कर क्लब में भाग गए और उन्होंने लोडेड अर्ध-स्वचालित एके-47 राइफल और 14 राउंड मैगजीन को गार्डन में छुपा दिया।            


सावधानः डेंगू के सक्रिय होने का समय

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। महामारी के इस दौर में लोग अन्य बीमारियों को लेकर उतना सजग नहीं है जितना कि होना चाहिए। ऐसे में आपको याद दिला दूं कि यह मौसम मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों के पनपने और फैलने के लिए भी है। यह दोनों बीमारियां मच्छरों के काटने से फैलती हैं। डेंगू और मलेरिया बुखार के वायरस को यह मच्छर ही इंसानों के शरीर में पहुंचाते हैं। इन पर काबू पाने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। एसीएमओ डॉ. पीके सिंह ने बताया कि डेंगू बीमारी मादा एडिज मच्छर के काटने से होती है। अगस्त, सितंबर व अक्टूबर में अगर किसी को शरीर में दर्द, थकान, भूख ना लगना, हल्का-सा रैश, लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो, लेकिन बुखार न हो तो यह डेंगू हो सकता है। ऐसे में किसी चिकित्सक की सलाह जरूर लें। डेंगू के लक्षण- डेंगू बुखार को ‘हड्डीतोड़ बुखार’ के नाम से भी जाना जाता है। इससे मरीज को इतना दर्द होता है कि जैसे उनकी हड्डियाँ टूट गई हों । इसके अलावा इसमें बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, उल्टी आना और चक्कर महसूस होना, त्वचा पर चेचक जैसे लाल चकत्ते भी हो जाते हैं। डेंगू में प्लैटलेट्स की संख्या तेजी से गिरने लगती है। उपचार- आयुर्वेदाचार्य संत कमल किशोर बताते हैं कि घरेलू इलाज के तौर पर पपीते के पत्ते का रस दिन में दो बार लगभग 2-3 चम्मच लिया जा सकता है। इसके अलावा अनार, गिलोय और तुलसी का काढ़ा भी इस बीमारी में लाभदायक है। पपीते के पत्तों और अनार का जूस लाल रक्त कणों में बढ़ोतरी और कमजोरी दूर करता है। गिलोय भी इस बीमारी में कारगर मानी जाती है। गिलोय का जूस अथवा तुलसी के साथ इसका काढ़ा बनाकर पिया जा सकता है। बचाव- डेंगू का मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपता है, इसलिए इससे बचाव के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है अपने आस-पास सफाई रखें और पानी जमा न होने दें। मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए घर में भी कूलर, टूटे या बेकार बर्तन, बोतल, गमलों में भी पानी न भरा रहने दें। कूलर और गमलों में नियमित पानी बदलते रहें। बुख़ार, गले में ख़राश, जोड़ों में दर्द, आंखें लाल होने जैसे लक्षण नज़र आने पर अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन और भरपूर आराम करें। मच्छरों से बचने के लिए पूरे शरीर को ढकके रखें और हल्के रंग के कपड़े पहने।


विनाशकारी बारिश ने सब कुछ बहाया


तिरुवनंतपुरम। इडुक्की जिले के राजमाला के पेत्तिमुदी में मूसलाधार बारिश के कारण शुक्रवार सुबह भूस्खलन हुआ, जिसमें एक चाय बागान के कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण बिजली की लाइन प्रभावित होने से इलाके में संचार सेवाएं बाधित हैं। उन्होंने बताया कि कम से कम 70 लोगे के वहां फंसे होने की आशंका है। भूस्खलन के कारण करीब 10 मजूदरों के घर वहां धंस गए हैं।


पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर मौजूद हैं और जिला प्रशासन ने अस्पतालों से भी हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इलाके में 'रेड अलर्ट' भी घोषित कर दिया है। इडुक्की जिले के राजामलाई में पिछले चार दिनों से भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम चार लोगों के मारे जाने की आशंका है। मुनार के राजस्व अधिकरी मधु ने कहा, शुरूआती रिपोर्ट में 4 लोगों के मारे जाने के संकेत हैं लेकिन अभी घटना की विस्तृत जानकारी आने का इंतजार है। हम घटनास्थल पर जा रहे हैं।




इसी जिले के निवासी राज्य के ऊर्जा मंत्री एम.एम. मणि ने कहा, भूस्खलन ऐसी जगह पर हुआ था, जहां चाय के मजदूर रहते हैं। यह स्थान एक पहाड़ी के शीर्ष पर है। स्थानीय विधायक भी मौके पर जा रहे हैं। सभी आपातकालीन सेवाओं को वहां लगा दिया गया है। इस बीच, क्षेत्र के निवासी पार्थसारथी ने मीडिया को बताया कि उन्हें करीब 80 श्रमिकों और उनके परिवारों द्वारा बसाई गई तीन लाइनों के बारे में पता था। लेकिन वह ये नहीं जानते कि जब भूस्खलन हुआ था तब वहां कितने लोग थे। क्योंकि पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के कारण कई श्रमिक अपने घरों पर थे।           



त्रिपुरा के मुख्यमंत्री की रिपोर्ट निगेटिव

अगरतला। सुप्रीम कोर्ट ने त्रिपुरा के 8,882 तदर्थ शिक्षकों को बर्खास्त किए जाने के फैसले को बरकरार रखा है। ये सभी स्कूली शिक्षा विभाग में कार्यरत थे। जस्टिस यूयू ललित व जस्टिस विनीत शरण की पीठ ने कहा, 'तथ्यों पर विचार करने के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि बड़ी संख्या में नियुक्तियां अवैध और अमान्य पाई गई हैं। जो अभ्यर्थी सक्षम व योग्य हैं उन्हें 31 मार्च, 2023 तक निश्चित रूप से राज्य में शिक्षक पद पर चयन के लिए अवसर प्रदान किए जाएंगे। जो अभ्यर्थी इसमें विफल रह जाते हैं वे रोजगार के विकल्प को जारी रख सकते हैं। हमारी नजर में यह पदावनत करने जैसा नहीं है।'बता दें कि वर्ष 2014 में त्रिपुरा हाई कोर्ट ने 10,323 सरकारी शिक्षकों को यह कहते हुए बर्खास्त कर दिया था कि उनका चयन नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन एक्ट-1993 के अनुरूप नहीं हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2017 में इस आदेश को संशोधित करते हुए राज्य को 31 दिसंबर तक नई नियुक्ति प्रक्रिया संपन्न करने का निर्देश दिया था। इस क्रम में वर्ष 2019-20 में तदर्थ शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया था।


त्रिपुरा के मुख्यमंत्री कोरोना नेगेटिव


त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने मंगलवार को कोविड-19 टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद जानकारी दी कि वे संक्रमित नहीं हैं। उन्होंने ट्वीट में बताया, 'मेरा COVID-19 टेस्ट रिजल्ट नेगेटिव है। अगले सात दिनों के लिए मैं होम क्वारंटाइन रहूंगा मैं सभी गाइडलाइन का पालन करूंगा। काम भी मैं घर से ही करूंगा।' उन्होंने आगे कहा कि COVID-19 के खिलाफ जंग जारी रहेगी और हम एकसाथ जीत हासिल करेंगे।         


देहरादून में 102 संक्रमितो की कोई मौत

देहरादून। प्रदेश में कोरोना जान लेवा भी ही रहा है। आज देर सायं एम्स और दून मेडिकल कालेज में कुल चार लोगों ने और दम तोड़ दिया। अब प्रदेश में मरने वाले कोरोना पीड़ितों की संख्या 102 हो गई है। अब से जच देर पहले एम्स ऋषिकेश में तीन कोरोना पीड़ितों ने और दून मेडिकल कालेज में एक ने दम तोड़ा।
इसके अलावा आज शाम हरिद्वार में 71 नये कोरोना केस दर्ज किये गये हैं। इस तरह प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 8623 जा पंहुची है।               


फिर से स्कूल खुलने की संभावना नहीं है

चैन्नई। तमिलनाडु के स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि मौजूदा स्थिति में स्कूलों को फिर से खोलने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण में कमी आने के बाद स्कूलों को पेरेंट्स व जनता की राय के अनुसार बाद में खोला जाएगा।


मौजूदा हालातों में स्कूलों को फिर से खोलने की कोई उम्मीद नहीं है। कोरोना का संक्रमण जब कम हो जाएगा तब पहले अभ‍िभावकों से राय आमंत्र‍ित की जाएगी। अगर वैक्सीन नहीं बनती है तो फिर बिना जनता की सहमति के स्कूल नहीं खोले जाएंगे। बता दें कि देश भर के पेरेंट्स काेरोना संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए सरकार से मांग कर रहे हैं कि जब तक वैक्सीन या कोरोना की कोई दवा न तैयार हो जाए तब तक स्कूल न खोले जाए। ऐसे हालात में किसी भी तरह से बच्चों की सेहत के साथ समझौता नहीं किया जा सकता। वहीं केंद्र सरकार ने भी ऑनलाइन श‍िक्षा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कई ऑनलाइन पोर्टल भी लांच किए हैं। इससे पहले गृह मंत्रालय ने हाल ही में अनलॉक-3 के लिए गाइडलाइन्स जारी की थीं। इन गाइडलाइन्स के अनुसार स्कूल, कॉलेज और सभी कोचिंग संस्थान 31 अगस्त तक बंद रहेंगे।दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि शैक्षणिक संस्थानों को न खोलने का निर्णय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ व्यापक परामर्श के बाद लिया गया है। हालांकि सरकार इसे आगे भी बढ़ा सकती है।            ककं


यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...