शुक्रवार, 7 अगस्त 2020

श्रीलंकाः कमल वाली पार्टी ने चुनाव जीता

रामकुमार भट्ट


कोलंबो। भारत के बाद श्रीलंका के राजनीतिक परिदृश्य कमलमय हुआ है। प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे की कमल फूल निशान वाली पार्टी एसएलपीपी ने 225 सीटों वाले संसद में दोतिहाई से ज्यादा सीटों पर काबिज हुई है। चुनाव में विपक्ष के बड़े-बड़े नेता धराशाई हो गए हैं।


राजपक्षे के पार्टी की सुनामी इतनी जबरदस्त थी कि लंका के सबसे पुराने राजनीतिक दल यूएनपी के नेता 1977 में राजनीति में कदम रखने के बाद से कभी भी अपनी कोलंबों की सीट नहीं हारने वाले पूर्व प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे को भी अपनी सीट गंवानी पड़ी। यही नहीं चुनाव में लंका की विश्व कप विजेता क्रिकेट टीम के कप्तान और यूएनपी के प्रत्याशी अर्जुना रणतुंगे भी गुम्पाहा सीट से पराजित हो गए। वहीं यूएनपी से अलग होकर सत्ता के लिए संघर्ष कर रही पार्टी एसजेबी के नेता और पूर्व प्रधानंत्री रमसिंघे प्रेमदासा के पुत्र सजिथ प्रेमदासा अपनी सीट बचाने में सफल रहे। पार्टी को द्वीप के अन्य हिस्सों में भी कुछ सफलता हासिल हुई है। चुनाव में जहां महिंदा राजपक्षे कुरुनेगाला सीट और उनके बेटे नमल परिवार की परंपरागत सीट हंबनटोटा से जीत हासिल की। अब लंका के राष्ट्रपति के तौर पर छोटे भाई गोटाबाया राजपक्षे के साथ प्रधानमंत्री राजपक्षे आने वाले पांच सालों तक बिना किसी बाधा के लंका पर शासन करेंगे। अबकी बार लंका की राजनीति में महिंदा के बेटे नमल की भी शक्तिशाली कैबिनेट मंत्री के तौर पर अहम भूमिका होने वाली है।


बिहारः बाढ़ ने 21 लोगों की जान ली

अविनाश श्रीवास्तव


पटना। बिहार की सभी प्रमुख नदियों में उफान जारी है। इस बीच बाढ़ के कारण राज्य के 16 जिलों की 69 लाख की आबादी प्रभावित हो चुकी है। बाढ़ के कारण अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। इधर, राज्य सरकार भी बाढ़ पीड़ित परिवारों के बैंक खाते में 6000 रुपये पहुंचाकर आर्थिक मदद देने में जुटी हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, राज्य के 16 जिलों के कुल 124 प्रखंडों की 1,185 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं। इन क्षेत्रों में करीब 69 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में 8 राहत शिविर खोले गए हैं, जहां 12 हजार से ज्यादा लोग रह रहे हैं। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित इलाकों में कुल 1,402 सामुदायिक रसोईघर चलाए जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन करीब दस लाख लोग भोजन कर रहे हैं।


उन्होंने बताया कि बाढ़ के दौरान अलग-अलग इलाकों में हुईं विभिन्न घटनाओं में 21 लोगों की मौत हुई है। इनमें सबसे अधिक सात लोगों की मौत दरभंगा जिले में तथा छह लोगों की मौत मुजफ्फरपुर जिले में हुई है। इस बीच 23 पालतू पशु की भी मौत हो गई है।उन्होंने बताया कि सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 33 टीमें राहत एवं बचाव का कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 4,81,939 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है। अपर सचिव ने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को ग्रेच्युट्स रिलीफ के अंतर्गत 6,000 रुपये की राशि दी जा रही है। अभी तक 4,50,129 परिवारों के बैंक खाते में कुल 270़80 करोड़ रुपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है। ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है।


बिहार राज्य जलसंसाधन विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि कोसी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। गुरुवार की शाम इसके जलस्तर में वृद्धि हुई थी, लेकिन शुक्रवार को फिर इसकी प्रवृत्ति कमी की दिख रही है। वीरपुर बैराज के पास शुक्रवार को सुबह छह बजे कोसी का जलस्तर 1.85 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे घटकर 1.83 लाख क्यूसेक हो गया।


इधर, गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। गंडक का जलस्राव वाल्मीकिनगर बराज पर सुबह छह बजे 1.61 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे बढ़कर 1.63 लाख क्यूसेक पहुंच गया है। इस बीच, राज्य की करीब सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बागमती जहां ढेंग, सोनाखान, कटौंझा, बेनीबाद और हायाघाट के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, वहीं बूढ़ी गंडक सिकंदरापुर, समस्तीपुर रेल पुल, रोसड़ा रेल पुल और खगड़िया में लाल निशान के ऊपर है। इधर, कमला बलान जयनगर व झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर है। गंगा नदी कहलगांव में लाल निशान के ऊपर है, जबकि घाघरा और अधवारा भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले चार-पांच दिनों तक पूरे बिहार में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जिसको देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट करा दिया गया है।             


बिहार चुनाव की लड़ाई में हुई देरीः गांधी

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भले ही बिहार विधानसभा चुनाव कुछ महीने दूर हैं, लेकिन राज्य कांग्रेस के नेताओं ने एक ऑनलाइन पार्टी बैठक के दौरान राहुल गांधी से कहा कि संगठनात्मक ढांचे के अभाव में बिहार में चुनावी लड़ाई की तैयारी में बहुत देर हो चुकी है। पार्टी सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राहुल गांधी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य इकाई के नेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर उन नेताओं में से थे जिन्होंने कहा कि अप्रैल-मई 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस को तैयारियां करनी शुरू कर देनी चाहिए थी।


सूत्रों ने कहा कि पार्टी के नेताओं ने बताया कि राज्य में कांग्रेस का संगठनात्मक ढांचा कमजोर है। सूत्रों के मुताबिक, राज्य के नेताओं ने कहा, “बहुत देर हो चुकी है।” भले ही राहुल गांधी ने कहा है कि पार्टी समय पर महागठंबधन भागीदारों के साथ अपने सीट-बंटवारे समझौते को अंतिम रूप देगी। कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि ब्लॉक स्तर तक के 1,000 पार्टी कैडर बैठक में शामिल हुए, जो बाद में एक वर्चुअल रैली में बदल गया क्योंकि एक लाख से अधिक लोग विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से शामिल हुए। राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को राज्य के लोगों को सुशासन प्रदान करने के ‘सकारात्मक एजेंडे’ के साथ बिहार चुनाव लड़ने के लिए कहा था।           


बैराज में हाथ बंधे युवक-युवती के शव

विकास जाटव


नानकमत्ता। नानकसागर बैराज में युवक और युवती के शव मिलने से सनसनी फैल गई। दोनों के एक एक हाथ आपस में बंधे हुए हैं। उनकी शिनाख्त बरेली निवासी किशन लाल कश्श्यप व राजकुमारी के रूप में हुई है। पुलिस ने शवों को बैराज के पानी से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। दोनों 3 अगस्त से अपने अपने घर से लापता थे और उनके परिजनों ने बरेली थाने में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।


मिल रही जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह नानकसागर बैराज से तकरीबन एक हजार आगे पूरब दिशा में ग्रामीणों ने बैराज के पानी में उतराती देखीं। इस घटना की जानकारी पुलिस चौकी नानकसागर को दी गई। इस पर चौकी प्रभारी राजेंद्र पंत पुलिस की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने शवों को पानी से बाहर निकलवाया। युवक का बायां हाथ और युवती का दाहिना हाथ आपस में चुनरी से बंधा था। युवक के शव की तलाशी के दौरान एक आधार कार्ड, 810 रुपये की नकदी बरामद कीं।


छानबीन में पुलिस को पता चला कि मृतक युवक किशनलाल कश्यप है। 25 वर्षीय यह युवक गंगापुर कालोनी बरेली का रहने वाला था। जबकि युवति का नाम राजकुमारी है और 21 वर्षीय यह युवती रामगंगा कालोनीे थाना बिहारी कैंप की रहने वाली थी। पुलिस को यह भी पता चला कि मृतका की हाल ही में शादी भी हो चुकी थी। दोनों तीन अगस्त से अपने अपने घरों से लापता थे। जिनकी स्थानीय थानों में गुमशुदगी दर्ज है। पुलिस ने दोनों के परिजनों को फोन पर शव मिलने के बाबत अवगत करा दिया है। पुलिस क्षेत्राधिकारी महेश चंद्र विंजौला तथा थाना प्रभारी कमलेश भट्ट ने भी मौके पर पहुंच कर मामले की जानकारी ली।            


बरेली पहुंचे योगी, स्थिति का जायजा लिया

बरेली। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार दोपहर करीब ढाई बजे बरेली पहुंचे। वहां पर उन्हें त्रिशूल एयरवेज से कड़े सुरक्षा घेरे में कमिश्नरी तक ले जाया गया। मुख्यमंत्री की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन ने सर्किट हाउस से लेकर चौकी चौराहा तक के इलाके को सेफ जोन में तब्दील कर दिया। दोनों ओर से वाहनों के प्रवेश को रोक दिया गया। बरेली पहुंचते ही मुख्यमंत्री योगी ने सबसे पहले जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करके शहर की स्थितियों का जायजा लिया। इसके बाद सीएम कोविड-19 को लेकर मंडलीय बैठक करेंगे, जिसमें बरेली में बढ़ रहे संक्रमितों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश देंगे।               


250 मुस्लिमों ने 'सनातन' धर्म अपनाया

राणा ओबरॉय


जयपुर / चंडीगढ़। अयोध्या में राम जन्मभूमि पूजन के दिन से देश के कई राज्यों में मुस्लिम परिवारों ने अपने मूल धर्म की ओर लौटना शुरू कर दिया है। मुस्लिम परिवारों का कहना है कि उनके पूर्वजों ने मुगलकाल में भय और डर से मुस्लिम धर्म अपनाया था। वास्तव में वे हिन्दू थे। इसलिए वे अब अपने मूल हिन्दू सनातन धर्म में वापसी कर रहे है। राजस्थान और हरियाणा में सैकड़ों मुस्लिम परिवारों ने हिन्दू समुदाय में लौट कर ख़ुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि वे बगैर किसी दबाव और लालच के हिन्दू धर्म अपना रहे है। राजस्थान के बाड़मेर जिले की पायला कला पंचायत समिति के मोतीसरा गांव में निवासरत 50 मुस्लिम परिवारों ने हिंदू धर्म अपना लिया है। इन लोगों का कहना है कि उन पर किसी भी तरीके का कोई दबाव नहीं था।


उनके मुताबिक पिछले कई सालों से वे अपने मूल धर्म में वापसी के लिए प्रयासरत थे। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की शुभ तिथि के बाद उन्होंने मुस्लिम धर्म को त्यागने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि वे हिंदू धर्म अपना रहे हैं और हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से ही अपनी जिंदगी को जी रहे हैं। 50 परिवारों ने अपने पूरे सदस्यों के साथ हिंदू धर्म में वापसी की। इस दौरान उनके घर पर हवन यज्ञ करके जनेऊ पहन कर इन परिवार के ढाई सौ लोगों को फिर से हिंदू धर्म की दीक्षा दी गई। इस दौरान पुरोहित ने अनुष्ठान कराया। इस मौके पर बाड़मेर जिले सहित आसपास के अन्य दर्जनों हिंदू संतों को खासतौर से बुलाया गया था। उनके सानिध्य में ही इन लोगों की हिंदू धर्म में घर वापसी हुई है।


इस मामले में हिंदू धर्म अपनाने वाले बुजुर्ग सुभनराम ने बताया कि मुगल काल में मुस्लिमों ने हमारे पूर्वजों को डरा धमकाकर मुस्लिम बनाया था। उनका परिवार हिंदू धर्म से ताल्लुक रखता था। उन्होंने आगे बताया कि इतिहास की जानकारी होने के बाद हमने इस तथ्य पर गौर किया। बुजुर्गों से राय ली कि मुस्लिम बने रहे या वापस हिंदू धर्म में लौटे। उन्होंने बताया कि हमारे रीति रिवाज पूरे हिंदू धर्म से संबंध रखते हैं। इसी के बाद पूरे परिवार ने हिंदू धर्म में वापसी की इच्छा जताई। उनके मुताबिक घर पर हवन यज्ञ कराकर जनेऊ पहनकर खानदान के सभी 250 सदस्यों ने फिर से हिंदू धर्म में वापसी कर ली। गांव के हरजीराम के मुताबिक, कंचन ढाढ़ी जाति से ताल्लुक रखने वाला मुस्लिम परिवार पिछले कई सालों से अपने मूल धर्म में वापसी की राह तक रहा था। बुधवार को राम जन्मभूमि पर राम मंदिर के शिलान्यास के समारोह पर सभी ने हवन पूजा पाठ का प्रोग्राम रखा एवं हिंदू संस्कृति का पालन करते हुए अपनी स्वेच्छा से मूल धर्म में घर वापसी की है। उन्होंने बताया कि उनके ऊपर कोई दबाव वगैरह नहीं है। वहीं, गांव के पूर्व सरपंच प्रभुराम कलबी ने बताया कि ढाढ़ी जाति के परिवार के सदस्यों ने बिना किसी दबाव और अपनी इच्छा से हिंदू धर्म में वापसी की है। उनके मुताबिक संविधान के अनुसार कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म को अपना सकता है। इसमें किसी को कोई आपत्ति भी नहीं, बल्कि पूरे गांव ने इनके इस फैसले का सम्मान किया है।


इधर राजस्थान से सटे हरियाणा के दर्जनों गांव में भी मुगलकाल में मुस्लिम धर्म अपना चुके कई परिवारों ने हिन्दू धर्म की दीक्षा ली है। इन इलाकों में पिछले 3 दिनों से मूल धर्म वापसी कार्यक्रम चल रहा है। मुस्लिम समुदाय के ये लोग बगैर किसी लोभ लालच के हिन्दू धर्म स्वीकार कर रहे है।


साइकिल चालकों में 3 गुना इजाफा हुआ

नई दिल्ली। भारतीय प्राद्योगिकी संस्थान-दिल्ली और रुड़की के पूर्व छात्रों द्वारा किए गए शोध से पता चला है कि लॉकडाउन के कारण दिल्ली में साइकिल उपयोग में लाने वालों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई लेकिन इंफ्रास्टक्च र की कमी के कारण काम और फिटनेस के लिए साइकिल उपयोग में लाने वालों के लिए कई तरह की दुश्वारियां बनी हुई हैं। सर्वे 'लाइवलीहुड साइकिलिस्ट इन दिल्ली' नाम के इस अध्ययन में यह भी कहा गया है कि दिल्ली में 11 लाख साइकिल सवार हैं लेकिन यहां मात्र 100 किमी साइकिल ट्रैक है। ऐसे में अलग-अलग उद्देश्यों के लिए साइकिल का उपयोग करने वालों को रोजाना अनचाहे खतरों का भय सताता रहता है।


इस सर्वे में लगभग 1400 लोगों के शामिल किया गया, जिनमें से 97 प्रतिशत ने रोजाना के आवागमन के माध्यम के रूप में साइकिल का उपयोग करने की इच्छा जतायी लेकिन साथ ही वे कई चीजों को लेकर डरे हुए भी दिखे। इसमें सबसे प्रमुख उनकी सुरक्षा है। इस 'परसेप्शन स्टडी' में यह खुलासा हुआ कि सुरक्षित और सुविधाजनक साइक्लिंग इंफ्रास्ट्रक्च र का अभाव, डेडिकेटेड साइक्लिंग लाइंस का न होना, दूषित वायु और अनियंत्रित ट्रैफिक के चलते दिल्ली के अधिक लोग साइकिल की सवारी नहीं कर पा रहे हैं। इसी कारण कई सामाजिक दिल्ली सरकार के सामने इन मुद्दों को रखने के लिए आगे आई हैं। इन संस्थाओं की मांग है कि दिल्ली सरकार जनता के लिए सुरक्षित साइक्लिंग ढांचा और स्थायी रूप से डेडिकेटेड साइकिल लेन्स स्थानपित करे।


इसके लिए हैशटैगदिल्लीधड़कनेदो कैंपेन शुरू किया गया है। यह दिल्ली में स्वच्छ वायु समाधानों और बेहतर एवं टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन साधन विशेषकर साइक्लिंग को लेकर काम कर रहे नागरिक समाज संगठनों का सामूहिक प्रयास है। यह मुहिम दिल्ली को भारत का पहला साइक्लिंग-फ्रेंड्ली शहर बनाने में सहायता करने के लिए चलाया गया है। इसके तहत दिल्ली सरकार के पास एक याचिका दिया जाना है, जिसमें कहा गया है कि दिल्ली में नॉन-मोटराइज्ड ट्रांसपोर्ट पॉलिसी लाई जाये, जिसमें दो पहलुओं को प्राथमिकता मिले। पहला- साइकिल के लिए लेन बनाने को प्राथमिकता दिया जाना और दूसरा-परिवहन के कोविड-प्रूफ साधन के रूप में हर किसी को साइकिल के उपयोग की अनुमति देना।


दिल्ली में लम्बे समय से पर्यावरण, शिक्षा, सामाजिक उत्थान और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए काम कर रही अग्रणी गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) 'स्वच्छा' के कार्यकारी निदेशक और प्रमुख विमलेंदु झा ने कहा, ''दिल्ली में साइकिलों के माध्यम से आजीविका चलाने वाले 91 प्रतिशत लोग हर रोज साइकिल चलाकर अलग-अलग जगहों पर जाते हैं, लेकिन क्या हमारी सड़कें सुरक्षित तरीके से पैदल और साइकिल से चलने के लिए डिजाइन की गयी हैं? इसका उत्तर है, नहीं। दिल्ली के लगभग 11 लाख साइकिल चालकों के लिए मात्र 100 किमी साइकिल ट्रैक है। यही नहीं, दिल्ली कई वर्षों से वायु प्रदूषण की समस्या से जूझ रही है। दिल्ली के वायु प्रदूषण की समस्या को परंपरागत साधनों जैसे कि साइकिल इंफ्रास्ट्रक्च र से हल नहीं किया जा सकता है, बल्कि इसके लिए शहर के कोने-कोने तक कनेक्टिविटी भी बेहद जरूरी है। इसलिए, पैदल चलने वालों की सुरक्षा और दिल्लीं में पैदल व साइकिल से चलने के उनके अधिकार की रक्षा हेतु मजबूत नीतियों की सख्त आवश्यमकता है।''


दिल्ली सरकार के आंकड़े बताते हैं कि शहर में लगभग 11 लाख नियमित साइकिल उपयोगकर्ता हैं। यह आंकड़ा कोविड-19 महामारी से पहले से है और रुझानों से संकेत मिलता है कि संख्या केवल बढ़ेगी। आईआईटी- दिल्ली और रुड़की के पूर्व छात्रों द्वारा किए गए अध्ययन से यह साफ है, जिसमें कहा गया है कि दिल्ली में साइकिल चलानों की संख्या चार फीसदी से बढ़कर 12 फीसदी हो गई है। दिल्ली में राहगिरी डे की सह-संस्थापक सारिका पांडा मानती हैं कि दिल्ली में अभी भी गतिशीलता के संकट से निपटना जरूरी है और शहर को पैदल चलने और साइकिल चलाने की योजनाओं के कार्यान्वयन की आवश्यकता है।           


बेटी की हत्या कर, अंतिम संस्कार किया

गोपीचंद सैनी


मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक पिता ने अपनी 17 वर्षीय बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी औऱ शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया। वहीं, मामला पुलिस के संज्ञाने में आने पर मामले की जांच पड़ताल के बाद पिता योगेश गिरफ्तार कर लिया। साथ ही पुलिस ने श्मशान घाट से अस्थियों को कब्जे में लिया है, जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।


मामला मेरठ जिले के दौराला थाना क्षेत्र के मछली गांव की है। मिली जानकारी के मुताबिक, ज्योति का गांव के ही दीपक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जुलाई में ज्योति और दीपक अपने घर से भाग गए थे। ज्योति के परिजनों ने दीपक के खिलाफ उसे भगा कर ले जाने का केस दर्ज कराया था। दो दिन बाद ज्योति को दिल्ली स्टेशन पर जीआरपी ने बरामद कर परिजनों को सूचना दी थी। दौराला पुलिस ज्योति को ले आई,


जहां पुलिस और कोर्ट के सामने ज्योति ने दीपक पर भगा ले जाने के आरोप झूठे बताते हुए अपनी मर्जी से जाने के बयान दिए थे। जिसके बाद वह केस खत्म हो चुका था और दीपक को बेगुनाह माना था। वहीं, कोर्ट ने ज्योति को उसके परिजनों को सौंपा दिया था। बताया जाता है कि परिजन ज्योति को लगातार समझा रहे थे, मगर वह प्रेमी संग ही रहने की जिद कर रही थी। पुलिस के मुताबिक, बुधवार रात पिता योगेश ने ज्योति का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और गांव के पास ही श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया।


गुरुवार दोपहर बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस गांव में पहुंची और ज्योति के परिजनों से पूछताछ की। ज्योति के पिता योगेश पहले तो ना-नुकर करता रहा, मगर पुलिस ने सख्ती से पूछा तो वह टूट गया और पूरा प्रकरण बताते हुए हत्या करने की बात स्वीकार की। पुलिस ने आरोपित पिता योगेश को गिरफ्तार कर श्मशान घाट से अवशेष बरामद किए हैं। थानाध्यक्ष करतार सिंह का कहना है कि ऑनर किलिंग में आरोपित पिता योगेश को गिरफ्तार कर लिया है। अभी और पूछताछ की जा रही है।                


रामदेव पर 10 लाख का जुर्माना लगाया

चेन्नई। मद्रास हाई कोर्ट ने योग गुरु बाबा राम देव की पतंजलि आयुर्वेद और दिव्य मंदिर योग ट्रस्ट के खिलाफ 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। कोर्ट ने यह जुर्माना पतंजलि के उस दावे के लिए लगाया गया है, जिसमें कहा गया था कि उनका आयुर्वेदिक सूत्रीकरण कोरोनिल कोरोना वायरस को ठीक कर सकता है। बता दें इससे पहले मद्रास हाई कोर्ट ने कोरोना वायरस के उपचार को लेकर पेश की गई कोरोनिल दवा के ट्रेडमार्क के इस्तेमाल पर रोक लगाई थी।


जस्टिस सीवी कार्तिकेयन ने चेन्नई की कंपनी अरुद्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड की याचिका पर 30 जुलाई तक के लिए यह अंतरिम आदेश जारी किया था। अरुद्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड ने दावा किया था कि सन 1993 से उसके पास 'कोरोनिल' ट्रेडमार्क है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, साल 1993 में ‘कोरोनिल-213 एसपीएल' और ‘कोरोनिल-92 बी' का रजिस्ट्रेशन कराया गया था। वह तब से उसका रिन्युअल करा रही है।




             



5 दिन से जवान लापता, सर्च ऑपरेशन

सोपियांं। जम्मू-कश्मीर के शोपियां से लापता सेना के एक जवान का पांच दिन बाद भी कोई पता नहीं चल पाया है।राइफलमैन शाकिर मंज़ूर अपने परिवार के साथ ईद मनाने के लिए जम्मू-कश्मीर गए थे। वह 2 अगस्त की शाम से लापता हैं। शाकिर 162 बटालियन का हिस्सा हैं। जवान की तलाश में शोपियां में आज सुबह सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान शुरू किया गया।


शोपियां इलाके में आज सुबह बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है। शोपियां के एक स्थानीय नागरिक ने कहा कि सैनिकों और पुलिसकर्मियों की टीम सर्च ऑपरेशन चला रही है। आशंका है कि आतंकवादियों ने राइफलमैन का अपहरण कर लिया है। कुलगाम के पास उनकी जली हुई कार मिली है। शक है कि आतंकवादियों ने जवान का अपहरण कर लिया है। सिपाही की जली हुई कार दक्षिण कश्मीर में रामभामा इलाके के पास मिली थी। घटना के तुरंत बाद शाकिर मंज़ूर के परिवार ने अपील जारी की कि उसे नुकसान न पहुंचाया जाए। यह पहली बार नहीं है कि कश्मीर में अपने घर गए जवानों को आतंकवादियों ने निशाना बनाया है। पिछले कुछ सालों में ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं। मई 2017 में आतंकवादियों ने एक युवा, सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट उमर फैयाज का अपहरण कर लिया, जब वह शोपियां में एक पारिवारिक शादी में भाग ले रहे थे अगले दिन उनकी लाश मिली थी। इसी तरह एक और सैनिक औरंगजेब को 2018 में उस समय अगवा कर लिया गया था जब वह अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए पुंछ जा रहे थे।फिलहाल, 2 अगस्त से लापता सेना के राइफलमैन शाकिर मंजूर को ढूंढने की कोशिश जारी है। शोपियां के अलावा आस-पास के इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसके अलावा सेना आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल करके शाकिर मंजूर का लोकेशन पता करने की कोशिश कर रही है।


कड़े नियमों के बाद बैंकों में धोखाधड़ी जारी

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के कड़े नियमों के बावजूद, बैंकों में धोखाधड़ी जारी है। ऐसी स्थिति में, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि चेक में धोखाधड़ी लेनदेन को रोकने के लिए बैंकिंग प्रणाली में 'पॉजिटिव पे' सुविधा प्रदान की जाएगी। पॉजिटिव पे फीचर के तहत, चेक जारी करने वाला व्यक्ति चेक को किसी और को सौंपने से पहले चेक का फोटो लेता है और उसे बैंक के मोबाइल ऐप पर अपलोड करता है।


सूत्रों के अनुसार, मौद्रिक नीति की द्विमासिक समीक्षा के बाद दास ने कहा, "चेक भुगतान की सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए, 50,000 रुपये या अधिक मूल्य के सभी चेक के लिए 'सकारात्मक भुगतान' सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया गया है।" उन्होंने कहा कि 50,000 रुपये की इस सीमा के तहत, संख्या के संदर्भ में लगभग 20 प्रतिशत और भुगतान मूल्य के अनुसार 80 प्रतिशत लेनदेन आएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस संबंध में अन्य दिशा-निर्देश जल्द ही जारी किए जाएंगे। यह ज्ञात है कि देश का दूसरा सबसे बड़ा निजी बैंक ICICI बैंक 2016 से अपने ग्राहकों को बिना किसी सीमा के ऐसी सुविधाएं प्रदान कर रहा है। इस सुविधा के साथ, बैंक चेक के लाभार्थी के सामने जानता है कि उसके ग्राहक ने चेक जारी किया है। इससे बैंक कर्मचारी चेक का भुगतान करने से पहले उसके पास पहले से उपलब्ध जानकारी का मिलान कर सकता है।           


अनेक रोगों का इलाज है गिलोय बैल

गिलोय जो एक मात्र बेल होती है लेकिन क्या आप जानते है गिलोय को भारत में एक औषधि का स्थान मिला है जी हां एक मात्र बेल जो एनेको रोगों को नष्ट करने का काम करती है।  
गिलोय जो एक औषधि के नाम से जानी जाती है। यह बरसात में आधिक मात्रा में पाई जाती है। इसकी एक कलम काट कर भी आप लगते है तो ये एक महीने में विशाल रूप ले लेती है। गिलोय को अनेकों नामों से जाना जाता है इसके पत्ते पान के आकार के होते है। गिलोय के अनेकों फायदे होते है। गिलोय शरीर की क्षमता इम्युनिटी बूस्ट में सबसे फायदेमंद होता है। 
बुखार, खासी, जुखाम, इम्युनिटी बूस्ट, शरीर में थकान होना आदि फायदों में गिलोय जाना जाता है।  
गिलोय के एक तने के छोटे-छोटे पीस करके उसे दो गिलास पानी के साथ जब तक उबालें और जब वह उबल कर एक गिलास हो जाने के बाद उसे ठंडा करके पी ले। गिलोय का काढ़ा बनाने के लिऐ आपको दो गिलास पानी में गिलोय के छोटे-छोटे टुकड़े, लॉन्ग, इलायची, काली मिर्च यह दो दो टुकड़े पानी में डालें और पानी को जब तक उबले जब तक कि वह आधा गिलास ना हो जाए। काढ़ा भरने के बाद उसको थोड़ा गुनगुना होने के बाद पिया जा सकता है। अगर आप रोज एक गिलास पीते हैं तो आपकी शारीरिक क्षमता बढ़ेगी। जैसा कि आप सभी जानते हैं गिलोय हर छोटे-बड़े इलाज के लिए लाभकारी होती है। जिसके लिए गिलोय का तरह तरह से इस्तेमाल किया जाता है। हम आपको बताते हैं कि आप गिलोय की गोलियों को भी बना सकते हैं जिसका आप कहीं भी किसी भी वक्त उपयोग कर सकते हैं गिलोय के टुकड़े या कलम के छोटे-छोटे टुकड़े करके उसे सुखा लें। सुखाने के बाद इसे आप कभी भी उपयोग में ला सकते हैं। इसे आप सुबह शाम मुंह में रख के खा सकते हैं और यह नाही कड़वा होता है इसका स्वाद बिल्कुल टेस्टी होता है। गिलोय शारीरिक क्षमता में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। गिलोय को आयुर्वेद में सबसे उचित स्थान मिला हुआ है।             


सेना प्रमुख ने योगी से मुलाकात की

लखनऊ। लखनऊ स्थित मध्य कमान के दौरे पर आए सैना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश (यूूपी) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की गई मुलाकात बहुत देर तक हुई, लेकिन मुलाकात में कोई जल्दबाजी नहीं की गई मुलाकात आराम से ठंडे दिमाग से बैठ कर हुई। सैन्य प्रमुख नियुक्त होने के बाद जनरल नरवणे का मध्य कमान के लिये यह पहला दौरा है।           


 


पीपीई किट से 2 दिन संक्रमण का खतरा

लखनऊ। कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्यकर्मियों व अन्य के प्रयोग में लाए जा रही पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई किट) की बड़ी भूमिका है। विशेषज्ञों का मानना है कि पीपीई किट यदि ठीक से डिस्पोजल नहीं हुआ तो यह पर्यावरण और संक्रमण को भी बढ़ावा दे सकती है। अस्पतालों, एम्बुलेंस, एयरपोर्ट और यहां तक कि श्मशान घाटों तक पर खुले में फेंकी गई पीपीई किट के बारे में चिकित्सकों का साफ कहना है कि ऐसा करके हम खुद को बचा नहीं रहें हैं, बल्कि अपने साथ ही दूसरों को भी मुश्किल में डालने का काम कर रहे हैं।किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. सूर्यकान्त का कहना है कि इस्तेमाल की गयी पीपीई किट से कम से कम दो दिन तक संक्रमण का पूरा खतरा रहता है। इसलिए किट का चाहे मास्क हो या गाउन उसको कदापि इधर-उधर न फेंके, बल्कि उसके लिए निर्धारित ढक्कन बंद पीली डस्टबिन में ही डालें और अस्पतालों को भी चाहिए कि इस बायो मेडिकल वेस्ट (अस्पताल के कचरे) के निस्तारण की व्यवस्था दुरुस्त रखें। उन्होंने बताया कि ऐसा देखने में आया है कि कुछ लोग किट को इस्तेमाल करने के बाद इधर-उधर फेंक देते हैं जो कि बहुत ही गंभीर मामला है। ऐसे लोगों के खिलाफ आपदा अधिनियम के तहत कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमण के साथ पर्यावरण पर भी असर पड़ता है। अस्पतालों ने वैसे इस काम को एजेंसियों के जिम्मे कर रखा है जो कि कचरे को निस्तारित करने के लिए इन्सीनरेटर मशीन लगा रखी हैं, जहां पर इसका समुचित निस्तारण होता है ताकि किसी तरह के प्रदूषण का खतरा न रहे। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के एनेस्थीजीआलजी एंड क्रिटिकल केयर विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. तन्मय तिवारी का कहना है कि इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बाकायदा गाइड लाइन जारी की है कि पीपीई किट के इस्तेमाल और निस्तारण में किस तरह से सावधानी बरतनी है । उसके मुताबिक ही इसके निस्तारण में सभी की भलाई है। उन्होंने बताया कि देश में इस समय रोजाना लाखों पीपीई किट का इस्तेमाल हो रहा है और यह एक बार ही इस्तेमाल के लिए हैं। इसलिए इस्तेमाल के बाद इसको मशीन के जरिये ही नष्ट किया जाना सबसे उपयुक्त तरीका है।           


सोना-चांदी के भाव में फिर आया उछाल

मुंबई। घरेलू वायदा बाजार में चांदी का भाव शुक्रवार को रिकॉर्ड 77,949 रुपये प्रति किलो पर चला  और सोना ने भी 56,191 रुपये प्रति 10 ग्राम की रिकॉर्ड उंचाई को छुआ। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी में तेजी के चलते भारतीय बाजार में महंगी धातुएं लगातार नई ऊंचाई को छू रही हैं। हालांकि ऊंचे भाव पर मुनाफावसूली का भी दबाव बना हुआ है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर चांदी के सितंबर एक्सपायरी अनुबंध में शुक्रवार की सुबह 10.19 बजे पिछले सत्र से 248 रुपये यानी 0.33 फीसदी की तेजी के साथ 76300 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले कारोबार के दौरान चांदी का भाव 77,949 रुपये प्रति किलो तक उछला, जो एक नया रिकॉर्ड है। हालांकि शुरूआती कारोबार के दौरान चांदी का भाव 75,063 रुपये प्रति किलो तक फिसला। एमसीएक्स- सोने के अक्टूबर वायदा अनुबंध में आठ रुपये की बढ़त के साथ 55853 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले कारोबार के दौरान सोने का भाव 56,191 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला, जोकि अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। हालांकि आरंभिक कारोबार के दौरान सोने का भाव 55506 रुपये प्रति 10 ग्राम तक फिसला।


एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने कहा कि सोने और चांदी के भाव काफी उंचे स्तर पर हैं इसलिए मुनाफावसूली का दबाव बना हुआ है। इसके अलावा, डॉलर में मजबूती आने से महंगी धातुओं के दाम टूट सकते हैं, मगर यह ज्यादा समय तक नहीं रहेगा। केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि सोने और चांदी में तेजी के सारे कारक अभी मौजूद हैं, लेकिन उंचे भाव पर मुनाफावसूली का दबाव देखा जा सकता है। इसके अलावा डॉलर में मजबूती और फ्राइडे फैक्टर्स के चलते भी सोने और चांदी के दाम पर दबाव रहेगा।           


जनपद में व्यक्ति की पीट पीटकर हत्या

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में कथित तौर पर 42 वर्षीय एक व्यक्ति की पीट-पीट कर कर हत्या कर दी गई। पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि घटना बुधवार देर रात को जगतवल्लभपुर थानांतर्गत भूपतिपुर गांव में हुई। पुलिस ने कहा कि पपीते के पेड़ को काटने पर हुए पारिवारिक विवाद ने झड़प का रूप ले लिया और अधीर राय को डंडे से सिर पर मारा गया जिससे उसकी मौत हो गई। तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि अधीर उनका कार्यकर्ता था और कथित तौर पर जिन्होंने हमला किया वह भाजपा के कार्यकर्ता थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्षों में पुरानी दुश्मनी थी। उन्होंने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और छानबीन जारी है।           


मृतक संख्या-41,585 संक्रमित 20.27

नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच पिछले 24 घंटों में सर्वाधिक 62 हजार से अधिक नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 20.27 लाख और सक्रिय मामलों की संख्या छह लाख के पार हो गई है। राहत की बात यह है कि इस दौरान 49,769 लोगों के स्वस्थ होने से संक्रमणमुक्त हाेने वालों की संख्या भी 13,78,106 लाख पर पहुंच गयी। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पहली बार एक दिन में सर्वाधिक 62,538 संक्रमण के मामले आने से इनकी संख्या 20,27,075 हो गयी तथा 886 लोगों की मौत होने से मृतकाें की संख्या 41,585 पर पहुंच गयी है। मंत्रालय के अनुसार स्वस्थ होने वालों की दर 67.98 प्रतिशत पर पहुंच गयी है और मृत्यु दर 2.05 प्रतिशत है। स्वस्थ होने वालों की दर में निरंतर हो रही वृद्धि के बावजूद संक्रमण के नये मामले बढ़ने से देश में पिछले 24 घंटाें में सक्रिय मामलों में 11,883 की बढ़ोतरी हुई जिससे इनकी संख्या 6,07,384 हो गयी है। बिहार में सबसे ज्यादा 18 87, आंध्र प्रदेश में 1740 और उत्तर प्रदेश में 1681 सक्रिय मामले बढ़े हैं वहीं तमिलनाडु में सर्वाधिक 698, नागालैंड में 52 और झारखंड में 32 सक्रिय मामले घटे हैं।


कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में मरीजों की संख्या 3,44 बढ़ने से सक्रिय मामले 1,46,612 हो गये तथा 316 लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 16,792 हो गया। इस दौरान 10,854 लोग संक्रमणमुक्त हुए जिससे स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 3,16,375 हो गयी। देश में सर्वाधिक सक्रिय मामले इसी राज्य में हैं। आंध्र प्रदेश में मरीजाें की संख्या 1740 बढ़ने से सक्रिय मामले 82,166 हो गये हैं। राज्य में अब तक 1753 लोगों की मौत हुई है, वहीं 8,516 लोगों के स्वस्थ होने से कुल 1,12,870 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।           


मजदूर शोषण के खिलाफ आवाज उठाई

रायपुर। धरसीवा के औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा त्रिमूर्ति नामक फैक्ट्री में मजदूरो के शोषण का मामला सामने आया है। फैक्ट्री में मज़दरों को अपशब्द बोल कर गाली-गलौज का काम कराया जाता है। शिवसेना ने मजदूरो के अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाई हैं। शिवसेना के पदाधिकारी परमानंद वर्मा ने बताया कि वर्तमान मे धरसींवा के औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा त्रिमूर्ति नामक फैक्ट्री में वर्तमान में कंसल्ट प्राईवेट लिमिटेड मे उपेंद्र नामक फोरमैन काम करता था जिसे फैक्ट्री प्रबंधक द्वारा अपशब्दो का उपयोग कर जबर्दस्ती आवश्यता से अधिक समय तक काम करवाया जा रहा था। श्री वर्मा ने बताया कि मजदूरों को गाली गलौज कर काम कराया जाता हैं, फैक्ट्री के अंदर और कई अन्य कर्मचारियों को भी अपशब्द भाषा का प्रयोग कर ओवरटाइम काम कराया जाता था। मजदूरों ने बताया कि फैक्ट्री प्रबंधन के इस बातों से आहत होकर मजबूरन काम छोड़ने को विवश हो गए। लेकिन उनसे जबरन काम कराने की बात कही जा रही थी वही कंपनी फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा सुरक्षा की अनदेखी कर फैक्ट्री कर्मियों को काम कराया जाता है जिससे आहत होकर मजदूरो ने अपने अधिकारो के लिए आवाज उठाने के लिए शिवसेना से मदद मांगी।   


फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही कभी भी हो सकते हादसे


फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा उद्योग के अंदर कई ऐसे असुविधाएं देखी  गयी हैं जहां न तो मास्क पहने हुए हैं न हीं हेलमेट और ना ही जूता। सुरक्षा के उपकरण पर भी सवालिया निशान उठ रहे हैं मजदूर जान जोखिम में डालकर  बिना हेलमेट और जूते  के अंदर प्रवेश कर रहे हैं। कंपनी प्रबंधक पर सवालिया निशान उठना स्वाभाविक है। प्रबंधन लगातार मजदूरों के सुरक्षा को भी अनदेखी कर रही हैं। शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने मजदूरों के भुगतान को लेकर स्थानीय पुलिस चौकी सिलतरा में पुलिस प्रशासन को अवगत कराया जिसे पुलिस प्रशासन ने संज्ञान में लेते हुए जांच कर मामला लेबर कोर्ट स्थानांतरण करने की बात कही वही पुलिस कर्मी आरएन तिवारी जी का कहना है कि मामला मजदूरों का मजदूरी भुगतान को लेकर हैं जिसे लेबर कोर्ट के द्वारा सुलझाया जा सकता है ऐसे में मजदूरों का केस लेबर कोर्ट में भेजने की बात कही।


         


बरसात से भूस्खलन, 5 लोगों की मौत

इडुक्की। भारी बारिश और बाढ़ के चलते केरल के इडुक्की जिले के राजमला इलाके में भूस्खलन हुआ है। केरल पुलिस के अनुसार इस हादसे में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोगों को बचाया गया है। बचाव कार्य के लिए एनडीआरफ की टीम को भी तैनात किया है। वन अधिकारी और अन्य आपातकालीन सेवा के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बचाव कार्यों के लिए  हेलीकॉप्टर सेवाएं प्रदान करने के लिए भारतीय वायु सेना से संपर्क किया है। यह सेवा जल्द ही उपलब्ध होने की उम्मीद है।


राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि एक मोबाइल मेडिकल टीम और 15 एंबुलेंस को इडुक्की भेजा गया है। जरूरत पड़ने पर और मेडिकल टीमें भेजी जाएंगी। अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के लिए निर्देशित किया गया है।


नाबालिक बच्ची से रेप, कैंची से अंग गोदे

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। 12 साल की बच्ची से रेप के बाद उसके हाथ-पैर और नाजुक अंगों पर जख्म देने वाले संदिग्ध दरिंदे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। युवक की पहचान कृष्णा के तौर पर हुई है। इससे पहले इस मामले में दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस थमाया था। बच्ची को इतने गहरे जख्म दिये गये थे कि अभी भी वो अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है।


पुलिस ने ऐसे पकड़ा: 4 अगस्त को मासूम बच्ची के साथ ऐसी दरिंदगी हुई थी। इस मामले में पुलिस को आऱोपी की तलाश थी। ज्वायंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (वेस्ट) शालिनी सिंह ने मीडिया को बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए 20 टीमें बनाई गई थीं। इस टीम ने 20 CCTV के फुटेज खंगाले। इसके अलावा शक के आधार पर पकड़े गए कई अन्य लोगों से पूछताछ की गई। आखिरकार गुरुवार को पुलिस ने इस मामले के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।


आपराधिक प्रवृति का है कृष्णा: पुलिस ने खुलासा किया है कि कृष्णा आपराधिक प्रवृति का शख्स है। उसके खिलाफ पहले से 4 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, हत्या के प्रयास, लूटपाट जैसे बड़े मामले शामिल हैं। बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले में पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।


घर में अकेली बच्ची से की दरिंदगी: घटना के बारे में पुलिस ने खुलासा किया है कि नाबालिग लड़की अपने परिजनों और एक छोटी बहन के साथ रहती है। घटना के वक्त बच्ची घर में अकेली थी। बच्ची के माता-पिता दैनिक मजदूरी करते हैं। उस दिन वो अपने काम से घर से बाहर गए थे।               


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)


 अगस्त 08, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-359 (साल-01)
2. शनिवार, अगस्त 08, 2020
3. शक-1943, भाद्रपद, कृष्ण-पक्ष, तिथि- पंचमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:15,सूर्यास्त 07:15


5. न्‍यूनतम तापमान 24+ डी.सै.,अधिकतम-38+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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