रविवार, 2 अगस्त 2020

रूस चलाएगा टीकाकरण अभियान

मास्को। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण से निजात पाने के लिये रूस कोरोना वायरस के खिलाफ अक्टूबर में एक विशाल टीकाकरण अभियान चलाने की योजना बना रहा है। टीएएसएस न्यूज एजेंसी ने शनिवार को रूसी स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको के हवाले से बताया कि उन्होंने अक्टूबर तक बड़े पैमाने पर वैक्सीन उतारने को लेकर गंभीरता दिखाई है। 
मुराश्को ने कहा कि गामेलेया इंस्टीट्यूट द्वारा कोरोना वायरस वैक्सीन का क्लिनिकल परीक्षण पूरा हो गया है और इसके पंजीयन के लिए कागजी कारर्वाई की जा रही है। रूस में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 5,462 नए मामले सामने आए हैं जिससे कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 845,443 हो गई है।              


सीएम शिवांशु 'निर्भयपुत्र'


अमेरिका में भी टिक-टॉक किया बैन

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को टिकटाॅक बैन करने की घोषणा कर दी। इस पर टिकटाॅक ने बयान दिया कि वह यूएस से कहीं नहीं जा रही। आपको बता दें कि ट्रंप  ने चीनी वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटाॅक द्वारा जासूसी की आशंका को देखते हुए इसे बंद करने की घोषणा की है। डोनाल्ड ट्रंप के टिकटाॅक बैन होने की घोषणा के बाद अमेरिका स्थित टिकटाॅक कंपनी के जनरल मैनेजर वनेसा सामने आ चुके हैं। उन्होंने लोगों को कहा कि उनकी कंपनी यूजर्स को सबसे सुरक्षित ऐप मुहैया कराने के लिए कटिबद्ध है। इतना ही नहीं उन्होंने टिकटाॅक बैन को लेकर कहा कि उनकी कंपनी यूएस से कहीं नहीं जा रही।


 



             


बिल्ली- बच्चे की वीडियो ने ध्यान खींचा

नई दिल्ली। मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देख आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे। इस वीडियो में साफ़ देखा जा रहा है कि बिल्ली और नन्हे बच्चे के बीच गहरी दोस्ती है। नन्हा बच्चा बिल्ली से बहुत प्यार करता है, तो बिल्ली भी उससे बेहद प्यार करती है। इसलिए वह हमेशा बच्चे के साथ रहती है। शायद ऐसा भी हो सकता है कि बच्चे के घरवाले ने बिल्ली को पाला है। दोनों एक दूसरे के साथ खेलते-कूदते रहते हैं। एक साथ ही रहना होता है। हालांकि, बिल्ली इस बात से बेखबर है कि उसका दोस्त उसे नुकसान भी पहुंचा सकता है। एक दिन बच्चे के मन में शरारत सूझती है और वह बिल्ली को गोद मे उठाकर बॉथटब में फेंकने के लिए लाता है। उस जगह पर कई लोग अपने बच्चे के साथ हैं। उस समय बिल्ली को एहसास हो जाता है कि आज दोस्त के अंदाज बदले-बदले से हैं। आज जरूर कुछ गड़बड़ होने वाला है। इसके बाद बिल्ली चौकन्ना हो जाती है और फिर जैसे ही बच्चा अपनी गोद से बिल्ली को बॉथटब में फेंकना चाहता है। तभी बिल्ली उछलकर नीचे आ जाती है और वहां से नौ दो ग्यारह हो जाती है। जबकि बच्चा बिल्ली को फेंकने के क्रम में अपना शारीरिक संतुलन खो देता है, जिससे वह बॉथटब में गिर जाता है। वीडियो बेहद ही मजेदार है। लोग वीडियो को खूब पसंद कर रहे हैं।


इस वीडियो को भारतीय वन सेवा अधिकारी ने शेयर किया है इस वीडियो को भारतीय वन सेवा के अधिकारी सुशांत नंदा ने सोशल मीडिया ट्विटर पर अपने अकांउट से शेयर किया है। इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा है-कर्म उम्र नहीं देखता है। सुशांत नंदा के इस वीडियो को खबर लिखे जाने तक 13 हजार से अधिक लोग देख चुके हैं। वहीं, तकरीबन 1 हजार से अधिक लोगों ने लाइक किया है। जबकि कुछ लोगों ने कमेंट भी किए हैं, जिनमें उन्होंने बच्चे को सबक सीखने की सलाह दी है। एक यूज़र अहिंसा ने लिखा है-शायद अब बच्चे को सीख मिली होगी। एक अन्य यूज़र सिरि ने लिखा है- बेहतर है कि जल्द सीख मिले।         


नवजात का शव लेकर हॉस्पिटल पहुंचा कुत्ता

अशोकनगर। अशोकनगर जिला अस्पताल मे उस वक्त लोग हैरान रह गए जब एक नवजात के क्षत विक्षत शव को कुत्ता मुंह में दबाकर अस्पताल के गेट पर नजर आया। जैसे ही लोगों की नजर कुत्ते पर पड़ी तो उन्होंने तुरंत उसके मुंह से नवजात के शव को छुड़ाया। अस्पताल के गेट पर आधे घंटे तक नवजात का शव पड़ा रहा और लोग उसकी रखवाली करते रहे लेकिन अस्पताल का कोई भी कर्मचारी उसे उठाने नहीं पहुंचा और न ही पुलिस मौके पर पहुंची।


काफी देर तक गेट पर ही पड़ा रहा शव
कुत्ते के मुंह में नवजात का शव देखने के बाद जब लोगों ने कुत्ते को भगाया तो कुत्ते ने नवजात के शव को अस्पताल के गेट पर ही छोड़ दिया। मौके पर मौजूद लोगों ने अस्पताल के कर्मचारियों को गेट पर नवजात का शव पड़ा होने की सूचना दी लेकिन अस्पताल का कोई भी कर्मचारी शव को उठाने के लिए नहीं पहुंचा। काफी देर तक लोग नवजात के शव की रखवाली करते रहे। बाद में अस्पताल की ही पुलिसचौकी के एक पुलिसकर्मी ने पहले तो शव को कपड़े से ढंका और फिर उसे दफनाने के लिए अपने साथ ले गया।


कई बार हो चुकी है ऐसी घटना
नवजात के शव को कुत्ते के नोंचने या फिर मुंह में दबाकर घूमने की घटना अशोकनगर जिला अस्पताल में इससे पहले भी कई बार हो चुकी है। अस्पताल के आसपास रहने वाले लोग बताते हैं कि अक्सर कुत्ते नवजात बच्चों के शवों को नोंचते हुए दिखाई देते थे। कई बार तो खुले मैदान में ही नवजात के शव पड़े हुए दिखते हैं ये भी लोगों का कहना है तो ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या यहां पर नवजात शिशुओं के शवों को ऐसे ही खुले में फेंक दिया जाता है और कुत्ते उन्हें अपना निवाला बनाते हैं।           


चीन की 947 बार घुसपैठ की कोशिश

टोक्यो/बीजिंग/मास्को। चीन और जापान के बीच पूर्वी चीन सागर में द्वीपों को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। दोनों देशों में जंग जैसे हालात के बीच पूर्वी चीन सागर में रूस के बढ़ते दखल ने शिंजो आबे सरकार की चिंताओं को और बढ़ा दिया है। जापानी एयरफोर्स ने देश की दक्षिण-पश्चिम सीमा पर हाईअलर्ट भी घोषित कर दिया है। इस इलाके में स्थित जापानी एयरबेस 24 घंटे हाई अलर्ट पर हैं। जापानी फाइटर पायलट देश की हवाई सीमा की सुरक्षा के लिए लगातार कॉम्बेट एयर पेट्रोलिंग भी कर रहे हैं।
एक साल में 947 बार घुसपैठ
जापानी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पिछले एक साल में उसके एयरस्पेस में 947 बार घुसपैठ की कोशिश हुई। इनमें से घुसपैठ की अधिकतर कोशिशें चीनी एयरफोर्स की तरफ से की गई थी। वहीं, मंत्रालय ने यह भी कहा कि वर्तमान समय में दोनों देशों के बीच जैसे हालात हैं उसमें घुसपैठ की कोशिशों में भारी इजाफा हो सकता है।           


देश के लिए बलिदान देना 'सौभाग्य की बात'

सेना में भर्ती होना भाग्य की बात है लेकिन देश के लिए बलिदान देना सौभाग्य की बात है। विष्णु गौड़


रतन सिंह चौहान
पलवल। कारगिल शहीद नायक समुंद्र सिंह हुड्डा की जयंती पर संस्था के आदर्श कॉलोनी स्थित कार्यालय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बृजेश शर्मा अध्यक्ष अखंड भारत संस्कार सभा मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता एच.जी.एम. विद्यालय के निदेशक ज्ञानचन्द सौरौत ने की तथा संचालन  प्रवक्ता विष्णु गौड़ ने किया। इस अवसर पर सतीश गर्ग, रमेश बघेल, मोहित कालडा और धीरज जटवानी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि बृजेश शर्मा ने कहा कि जो व्यक्ति जन्म लेता है उसकी मृत्यु निश्चित है परंतु देश के लिए बलिदान देने वालों का नाम इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में अंकित हो जाता है। कारगिल शहीद नायक समुंद्र सिंह हुड्डा यादगार सेवा समिति के अध्यक्ष रामफल हुड्डा एवं महासचिव दीपचंद सौरौत ने बताया कि एक अगस्त 1969 को शहीद समुंद्र सिंह हुड्डा का जन्म ग्राम सांघी जिला रोहतक में हुआ हुआ। उन्होंने 30 वर्ष की अल्पायु में कारगिल के युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान कर दिया। उन्हें मरणोपरांत भारत सरकार द्वारा वीरता के लिए सेना मेडल से पुरस्कृत किया गया।संस्था द्वारा उनकी पुण्य स्मृति में विभिन्न प्रकार के सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से मुख्य कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाया। ज्ञानचंद सौरौत ने कहा कि सेना में भर्ती होना भाग्य की बात है लेकिन देश के लिए बलिदान देना सौभाग्य की बात है। आज हम शहीदों के अमित बलिदान के परिणाम स्वरूप ही खुली हवा में सांस ले रहे हैं। प्रत्येक भारतवासी शहीदों का आजीवन ऋणी रहेगा। इस अवसर पर प्रदीप मित्तल, योगेश सौरौत, सुखीराम सौरौत,  प्रताप सौरौत,  रवि सौरोत, नवीन शर्मा  आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।            


5 अगस्त को लेकर तैयारियां की तेज

5अगस्त को स्थापना दिवस को लेकर इनसो ने तैयारियां तेज कर दी है।


रतन सिंह चौहान
पलवल। छात्र संगठन इंडियन नेशनल स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ने 5 अगस्त को मनाए जाने वाले स्थापना दिवस को लेकर तैयारियां तेज कर दी है। इसको लेकर पलवल इनसो के प्रभारी भाई अमर सिंह दलाल ने इनसो जिला अध्यक्ष विशाल तेवतिया द्वारा हथीन में जननायक जनता पार्टी के कार्यालय पर इनसो की मीटिंग कर कार्यकर्ताओं को स्थापना दिवस को लेकर दिशा निर्देश दिए। बैठक मे पलवल इनसो प्रभारी अमर सिंह दलाल ने कहा कि छात्र संगठन इनसो हर बार कि तरह इस बार भी अपना स्थापना दिवस एक सामाजिक संदेश के साथ प्रदेशभर में मनाएगी। दलाल ने कहा कि इस बार इनसो के साथी प्रदेशभर में 2 दिन सामाजिक कार्य करते हुए स्थापना दिवस मनाएंगे। उन्होंने बताया कि 4 अगस्त को सुबह इनसो प्रदेश भर में पौधारोपण अभियान चलाएगी और  4 अगस्त दोपहर बाद प्रत्येक जिले में ब्लड डोनेशन कैंप लगाएगी। 5 अगस्त को कोरोना संक्रमण के फैलाव के मद्देनजर स्थापना दिवस के दिन इनसो सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए प्रदेशभर के गांवो व शहरों में सैनिटाइज करते हुए  मास्क, सैनिटाइजर आधी बांटकर कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही लडाई को और मजबूत करेगी। युवा जिला अध्यक्ष बृजेश आटोहा ने कहा की स्थापना दिवस के दिन शाम को युवाओं के प्रेरणा स्रोत डॉक्टर अजय सिंह एक ऑनलाइन वेबीनार के माध्यम से युवाओं से जोड़कर उन्हें संदेश देंगे। इनसो जिलाध्यक्ष विशाल तेवतिया ने कहा कि 4 अगस्त को सीनियर सेकेंडरी स्कूल पलवल मैं पौधारोपण व 11:00 बजे जाट धर्मशाला पलवल में ब्लड डोनेशन कैंप लगाया जाएगा ।  इनसो जिला प्रवक्ता अजय देशवाल पौंडरी,वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष गौरव, डागर हलका अध्यक्ष हथीन नरवीर कुंडू, जिला अध्यक्ष श्रमिक सैल सोनू ने भी मीटिंग को सम्बोधित किया।इस अवसर पर सतपाल डागर,राहुल,सोनू रावत, जोशी,हसीन,शहीद,खलिद,भूपेन्द्र सौरोत,सतेन्द्र गहलब ,नरेंद पुनिया,अमित,गौरव,बबली,रूप सिंह।           


एक पौधा अवश्य लगाना चाहिएः नायर

प्रत्येक नागरिक को एक एक पोधा अवश्य लगाना चाहिए: जगदीश नायर
रतन सिंह चौहान
पलवल। विधायक जगदीश नायर ने रविवार को स्वर्गीय हीरालाल स्वतंत्रता सेनानी खेल स्टेडिय़म बंचारी में नीम, पीपल, बड़ और जामुन के पौधे लगाकर पौधारोपण किया।
विधायक जगदीश नायर ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि देश व प्रदेश में पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पौधों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। यह हमारे पर्यावरण को स्वच्छ रखते है। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक नागरिक को एक एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए और उस पौधे को पेड़ बनने तक उसकी देखभाल भी करनी चाहिए। इस मौके पर विधायक जगदीश नायर ने ग्रामीणों की बिजली,पानी,सडक़ की समस्याओं को सुनकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को हल करने के दिशा निर्देश जारी किए। इस अवसर पर जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ राजवीर सिहं, बिजली विभाग के जेई भरत राम, खेल विभाग व अन्य विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे। इस मौके पर लालचंद ,सतवीर नंबरदार ,गजन पुर्व सरपंच बेढ़ा,बलदेव पूर्व सरपंच, देवी पंडित,नारायण नंबरदार, अतर सिहं सरपंच, सूका मेंबर, तेज सिहं, लालू, सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे।  
पोधा रोपण कार्यक्रम में हिस्सा लेते विधायक जगदीश नायर और ग्रामीण।             


यूपी कैबिनेट मंत्री की संक्रमण से मौत

कोरोना संक्रमण से हुई कैबिनेट मंत्री कमला रानी वरुण की मौत


अतुल आक्रोश


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मिनिस्टर कमला रानी वरुण की कोरोना संक्रमण के चलते एसपीजीआई लखनऊ में मृत्यु हो गई ! विगत 18 जुलाई को उनकी कोरोना की जांच की गई थी, जिसमें उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी साथ ही जांच में उनके परिवार के कई अन्य लोग भी संक्रमित पाए गए थे। पॉजिटिव आने के बाद से ही उनका इलाज लखनऊ के एसपीजीआई में चल रहा था।


राजनैतिक कैरियर- कमला रानी वरुण का जन्म 3 मई 1958 को हुआ था। 
सन 1989 में भाजपा से टिकट मिलने पर उन्होंने कानपुर शहर के द्वारकापुरी वार्ड से पार्षद पद का पहला चुनाव जीतकर अपने राजनैतिक कैरियर की शुरुआत की थी। सन 1995 में लगातार दूसरी बार पार्षद का चुनाव जीतने के बाद 1996 में भाजपा ने घाटमपुर की संसदीय सीट (सुरक्षित) से चुनाव मैदान में उतारा था। सन 1998 के चुनाव में दोबारा उसी सीट पर जीत हासिल की लेकिन 1999 के लोकसभा चुनाव में बसपा के प्यारेलाल संखवार से मात्र 585 मतों से हार का सामना करना पड़ा था..!
2017 में घाटमपुर सीट से भाजपा ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारा जहां उन्होंने जीत हासिल की। पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा को देखते हुए 2019 में योगी सरकार में उन्हें तकनीकी शिक्षा (कैबिनेट मंत्री) बनाया गया था..!


महंत नरेंद्र गिरी को भूमि पूजन का न्योता

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी अयोध्या में पांच अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। महंत गिरि ने रविवार को बताया कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव संपत राय ने कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए उन्हें निमंत्रण पत्र भेजा है। वह और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरी चार अगस्त को अयोध्या में संपन्न होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए प्रस्थान करेंगे।


गौरतलब है कि संपत राय ने अपने पत्र में लिखा है,“ आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी द्वारा पांच अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि, मन्दिर निर्माण का कार्य प्रारम्भ किये जाने वाले ऐतिहासिक क्षण का आमंत्रण देते हुए हम अत्यन्त हर्ष एवं उल्लास का अनुभव कर रहे हैं। हम आपस से सादर अनुरोध करते हैं कि आप इस सुभवसर पर पधारने की कृपा करें।”


योगी ने रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षाबंधन पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस अवसर पर कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन किया जाए। आज यहां जारी एक बधाई सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि रक्षाबंधन भाई-बहन के पारस्परिक प्रेम, स्नेह व विश्वास का त्यौहार है। यह पर्व कर्तव्य, आत्मीयता, त्याग, सामाजिक एकता व सद्भाव की भावना का प्रतीक है। सीएम योगी ने कहा कि रक्षा बन्धन के अवसर पर कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन किया जाए। कोई भी सार्वजनिक आयोजन न किया जाए। पर्व के सभी अनुष्ठान घर पर ही रहकर किए जाएं।


गौरतलब है कि रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक पर्व तो है ही, यह भारत की गुरु-शिष्य परम्परा का त्योहार भी है। यह दान के महत्व को प्रतिष्ठित करने वाला पावन त्योहार है। रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण मास में ऋषिगण आश्रम में रहकर अध्ययन और यज्ञ करते थे। श्रावण पूर्णिमा को मासिक यज्ञ की पूर्णाहुति होती थी। यज्ञ की समाप्ति पर यजमानों और शिष्यों को रक्षासूत्र बांधने की प्रथा थी, जिसका पालन रक्षाबंधन के रूप में भी किया जाता है। रक्षाबंधन का त्योहार समाज में प्रेम और भाईचारा बढ़ाने का कार्य भी करता है।


विदेशियों के लिए नई गाइडलाइन जारी

नई दिल्ली। सरकार ने विदेशों से भारत आने वालों के लिए कोविड-19 महामारी के मद्देनजर आज नये दिशा-निर्देश जारी किये हैं। नए दिशा-निर्देशों के तहत अनिवार्य संस्थागत क्वारंटीन से छूट के लिए यात्रा शुरू करने से पहले ही ऑनलाइन आवेदन करना होगा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि नये दिशा-निर्देश 8 अगस्त से लागू होंगे। इसके तहत सिर्फ कुछ ही श्रेणी के यात्रियों को अनिवार्य संस्थागत क्वारंटीन से छूट दी जायेगी। छूट के लिए यात्रियों को यात्रा शुरू करने से कम से कम 72 घंटे पहले ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करना होगा। सिर्फ गर्भवती महिलाओं, गंभीर रूप से बीमार लोगों और 10 साल या उससे कम उम्र के बच्चों के माता-पिता तथा जिनके परिवार में किसी की मृत्यु हो गई हो उन्हें ही इससे छूट मिलेगी। अन्य यात्रियों को सात दिन तक संस्थागत क्वारंटीन में अनिवार्य रूप से रहना होगा।


इसके अलावा यदि कोई यात्री विमान में सवार होने से 96 घंटे पहले कोविड-19 की जांच कराता है और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उसे भी संस्थागत क्वारंटीन से छूट मिल जायेगी। उसे घर पर ही 14 दिन तक क्वारंटीन रहना होगा। नये दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि क्वारंटीन से छूट के लिए ऑनलाइन आवेदन के बाद सरकार का जो भी फैसला होगा वह अंतिम होगा तथा बाद में उसमें कोई बदलाव नहीं किया जायेगा। फिलहाल जारी व्यवस्था के तहत लोग भारत आने के बाद प्रवेश स्थान पर क्वारंटीन से छूट के लिए आवेदन करते थे। इसमें काफी समय लगता था और हवाई अड्डे के निकास पर लंबी कतारें लग जाती थीं।


मंत्रालय ने बताया कि उड़ान के समय से कम से कम 72 घंटे पहले ही स्वघोषणा फॉर्म भी भरना होगा। उन्हें यह घोषणा करनी होगी कि वे भारत आने पर 14 दिन क्वारंटीन के नियम का पालन करेंगे जिसमें सात दिन अनिवार्य संस्थागत क्वारंटीन का खर्च वे स्वयं वहन करेंगे। दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि हवाई मार्ग से, समुद्र के रास्ते या सड़क मार्ग से भारत आने वालों की यहां आने पर स्वास्थ्य जांच की जायेगी। जिन यात्रियों में कोविड-19 के लक्षण पाये जायेंगे उन्हें तुरंत अलग कर स्वास्थ्य सुविधा केंद्र ले जाया जायेगा। स्क्रीनिंग के बाद छूट प्राप्त यात्रियों को छोड़कर अन्य यात्रियों को संस्थागत क्वारंटीन में भेज दिया जायेगा।


मई से अब तक विभिन्न माध्यमों से नौ लाख से अधिक भारतीय स्वदेश लौट चुके हैं। शनिवार तक कुल नौ लाख 14 हजार 451 लोग देश लौटे हैं। इनमें 7,88,280 लोग हवाई मार्ग से आये हैं। कुल 5,09,485 यात्री चार्टर्ड विमानों से, 2,78,795 यात्री एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानों से आये हैं। एक लाख आठ हजार 949 लोगों को जमीनी सीमाओं के रास्ते सड़क मार्ग से और 3,987 लोगों को नौसेना के जहाजों से समुद्र के रास्ते लाया गया है। अन्य 13,235 लोग दूसरे माध्यमों से आये हैं।             


संक्रमण का पता लगा, बीईओ फांसी लगाई


उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर कानपुर नगर में तैनात बीईओ (खंड शिक्षा अधिकारी) ने उन्नाव स्थित अपने घर में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। उन्नाव के मोहल्ला कल्याणी निवासी सुरेश चंद्र वर्मा (52) कानपुर में बीईओ (खंड शिक्षा अधिकारी) के पद पर तैनात थे।


उनके पास सदर बाजार का भी अतिरिक्त कार्यभार था। बुखार के साथ सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्होंने कानपुर उर्सला अस्पताल में जांच कराई थी। शनिवार देर रात रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें इसकी सूचना दी गई।


इससे परेशान बीईओ ने घर के अंदर फंदे से लटककर जान दे दी। परिजनों ने शव को फंदे से लटका देख उन्हें नीचे उतारा और जिला अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पर अस्पताल पहुंची पुलिस ने कोरोना प्रोटोकाल के तहत उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।              


कोरोना संक्रमण की चपेट में आएंं 'गृहमंत्री'

अकाशुं  उपाध्याय


नई दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जिसके बाद उन्हें डॉक्टर्स की सलाह पर मेदांता अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। गृहमंत्री अमित शाह ने खुद भी अपने ट्विटर हैंडल पर इस बात की पुष्टि की है। 


अमित शाह ने ट्विटर पर लिखा है, ”कोरोना के शुरूआती लक्षण दिखने पर मैंने टेस्ट करवाया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मेरी तबीयत ठीक है परन्तु डॉक्टर्स की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हो रहा हूं। मेरा अनुरोध है कि आप में से जो भी लोग गत कुछ दिनों में मेरे संपर्क में आयें हैं, कृपया स्वयं को आइसोलेट कर अपनी जाँच करवाएं।


रविवार को देश में कोविड-19 के 54,735 मामले सामने आने के बाद, कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले की संख्या 17 लाख के पार पहुंच गई है। हालांकि 11 लाख से ज्यादा लोग अब तक ठीक भी हुए हैं। महज दो दिन पहले ही देश में संक्रमण के मामलों ने 16 लाख का आंकड़ा पार किया था।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक की डाटा के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 17,50,723 हो गए हैं, जबकि बीमारी से एक दिन में 853 और लोगों के दम तोड़ने के बाद कोविड-19 के कारण मरने वालों की संख्या 37,364 हो गई है। वहीं, संक्रमण से स्वस्थ होने वालों की संख्या भी बढ़कर 11,45,629 हो गई है जबकि देश में 5,67,730 लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं और उनका इलाज चल रहा है। डाटा के मुताबिक कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर 65.44 प्रतिशत है जबकि मृत्यु दर घटकर 2.13 प्रतिशत रह गई है।


समिति ने मास्क-सैनिटाइजर वितरण किया

संस्था ने बांटा मास्क और सैनिटाइजर


विधि सामाजिक उत्थान समिति द्वारा कोरोनावायरस से बचाव हेतु किया गया जन जागरण


कौशाम्बी सिराथू। कोरोनावायरस की महामारी से पूरा विश्व परेशान है और कोरोनावायरस की महामारी में केवल जन जागरूकता ही बचाव का मुख्य साधन है जन जागरूकता के द्वारा इस महामारी को नियंत्रण किया जा सकता है। उक्त बातें विधि सामाजिक नवोत्थान समिति के सचिव मलयज शर्मा ने सिराथू तहसील के गनपा के पास स्थित निर्मला टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में कोरोना वायरस से बचाव एवं नियंत्रण से संबंधित जन जागरूकता अभियान में कहीं और इस मौके पर मौजूद लोगों को संस्था द्वारा सेनेटाइजर और मास्क दिया गया है।


जन जागरूकता अभियान में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए विधि सामाजिक उत्थान समिति के सचिव मलयज शर्मा ने कहा कि जब बहुत आवश्यक कार्य हो तभी लोग घर से बाहर निकले बेवजह सार्वजनिक स्थल पर भीड़ न लगाएं भीड़ लगाने से कोरोनावायरस के संक्रमण फैलने की संभावनाएं अधिक होती हैं। इसलिए भीड़ से बचें और सामाजिक दूरी का पूरी तरह से पालन करें।


उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए इस महामारी के प्रकोप को नियंत्रित किया जा सकता है। जन जागरूकता अभियान के तहत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के पालन करने के लिए उन्होंने प्रेरित किया तथा उन्होंने सभी लोगों से कहा कि इस महामारी से बचने के लिए बार-बार साबुन से हाथ धोने के लिए प्रेरित करते हुए उपस्थित लोगों को मास्क और सेनेटाइजर वितरित किया। इस मौके पर देवेश कुमार नीलकमल मिश्रा सुरेश चंद्र अरविंद द्विवेदी ज्ञानमती जुबेदा रमेश चंद्र सहित तमाम लोग मौजूद रहे।


 ज्ञानू सोनी


ग्रामीणों ने खोल दी घोटाले की पोल

ग्रामीणों ने खोल दिया ग्राम प्रधान की पोल घोटाले का खुला राज


भाजपा सरकार में हो रहे हैं लम्बे लम्बे घोटाले


पूर्व ग्राम प्रधान के कार्यकाल में जो नाली खड़ंजा बना था वह अपना दिखा कर किया घोटाला एडीओ पंचायत के सामने आई सारी सच्चाई सामने


बेरूवा कौशाम्बी। ग्रामीणों ने सारी पोल खोल दिया है ग्राम प्रधान के सारी पोल खुलकर सामने आ गई और ग्राम  कृष्णा डोली मजरा समसपुर में हद तो अब हो गई हैं कि पूर्व ग्राम प्रधान ने नाली व खड़ंजा लगवाया था लेकिन वर्तमान ग्राम प्रधान ने  नाली व  खड़ंजा नही लगवाया हैं और उसी को देखकर सरकारी रकम निकाल कर अपना  बैंक बैलेंस खूब कर लिये हैं और इस तरह में यह लगता हैं कि ग्राम प्रधान व सिंगरेट्री के मिली भगत से हो गये घोटाले लेकिन कोई अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दिया था


जब रेलवे में 60 साल की नौकरी कर के रिटायरी होने के बाद अगर उसे ग्राम प्रधान बना दिया जाए तो यही होता हैं। वह यह सोचता है कि जैसे हमारी रेलवे से पेमेंट आ रही थी वैसे आज ग्राम प्रधान बना कर पैसे आ रहा है और कोई यह नही सोच था कि अगर ग्राम प्रधान बना दिया जाये गा तो कोई काम नहीं कराये गा  सारे का सारा पैसा वह खा जायेगा। प्रधानी का पैसा रेलवे जैसे समझने लगे है प्रधान और अपना जेब भरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ हैं। जब एडीओ पंचायत व सिंगरेट्री ग्राम प्रधान की मौजूदागी में निरीक्षण किया तो सारे का सारे पूर्व प्रधान के कामो को देखकर पैसे का घोटाला कर लिया है।


सूत्रों कि माने तो कृष्णा डोली गांव में वर्तमान में नाली नही बनी हैं। ना खडंजा लगा है ग्राम प्रधान व  सिंगरेट्री मिलकर खूब कस के घोटाला  किये हैं। एडीओ पंचायत ने जैसे ही वह अपने फोरव्हीलर कार मे बैठ कर चले है। वैसे ही ग्राम प्रधान ने कह रहे थे कि पैसे के आगे सब फेल हैं इसका मतलब क्या है यह जांच का विषय है और मुझे जो करना था मैं कर चुका हूँ कालोनी तो योगी आदित्यनाथ दे नरेंद्र मोदी देगे इस तरह में क्या लगता हैं कि ग्राम प्रधान के ऊपर किसी बड़े अधिकारी का हाथ होने के कारण यह ग्राम प्रधान बोल रहा है। इसे किसी बात को डर नही है कृष्णा डोली गांव में न तो किसी को भी कालोनी मिली है और जो शौचालय बनवाया है। वह भी अधूरी है ईट बालू  एक बोरी सीमेंट देकर बोला है कि बनवा लो जो कि पूरी तरह से शौचालय खराब हो चुका है।


ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कुछ महीने पहले एक ट्रैक्टर से जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर प्रार्थना पत्र देते हुए गभीरता से आरोप भी लगाये है। अगर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा का ध्यान आकर्षित करने की मांग भी कर रहे हैं। अगर कृष्णा डोली मजरा समसपुर की ओर नजर नही टेडी किये तो बहुत लम्बा घोटाला उजागर होगा।


मंजीत सिंह


बिहारः 18,722 संक्रमित, 65.08 रिकवरी

पटना। स्वास्थ्य सचिव श्री लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,823 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 35,473 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं। बिहार का रिकवरी रेट 65.08 प्रतिशत है। 31 जुलाई को कोविड-19 के 2,502 नये मामले सामने आये हैं। वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 18,722 एक्टिव मरीज हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 28,624 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 5,76,796 है।              


अयोध्या की सीमाएं सील, हाईवे बंद

संतलाल मौर्य


अयोध्या। सूचना के अनुसार चार व पांच अगस्त को अयोध्या की सुरक्षा में 3500 पुलिसकर्मी, 40 कंपनी पीएसी, 10 कंपनी आरएएफ, दो डीआईजी व आठ पुलिस अधीक्षक तैनात रहेंगे। सुरक्षा की कमान एडीजी कानून व्यवस्था संभालेंगे।


विदित हो चले कि कोरोना के संक्रमण के कारण सुरक्षा व्यवस्था में 45 साल से कम उम्र के सुरक्षकर्मी ही तैनात किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री की मौजूदगी के मद्देनजर अयोध्या हाइवे भी चार-पांच अगस्त को बंद किया जा सकता है। वहीं, तैयारियां को परखने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी तीन अगस्त को अयोध्या का दौरा करेंगे जहां वह व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे।          

एप्स के बाद चीनी भाषा पर लगेगा बैन

नई दिल्ली/ बीजिंग। भारत-चीन सीमा विवाद जारी है। कुछ दिनों पहले, भारत सरकार ने 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही, सरकार ने अब पड़ोसी देश की भाषा को अस्वीकार करने का फैसला किया है। हाल ही में मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित नई शिक्षा नीति में, चीनी को उन विदेशी भाषाओं की सूची में नहीं रखा गया है जो माध्यमिक विद्यालय स्तर पर छात्रों को सिखाई जाएंगी। नई शिक्षा नीति की इस सूची में जर्मन, कोरियाई, फ्रेंच, रूसी, स्पेनिश, पुर्तगाली और थाई विकल्प शामिल हैं जिन्हें छात्र चुन सकते हैं। लेकिन खास बात यह है कि पिछले साल जब नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार किया जा रहा था, जब इसमें फ्रांसीसी, स्पेनिश, जापानी के साथ-साथ चीनी का भी जिक्र था।


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बुधवार को मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा जारी एक नई शिक्षा नीति में चीनी को हटा दिया गया है। कहा जा रहा है कि वर्तमान में चीन के साथ सीमा विवाद के चलते मोदी सरकार ने यह निर्णय लिया है।


यह ध्यान दिया जा सकता है कि भारत सरकार ने हाल ही में चीन के 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसमें टिकटलॉक भी शामिल है। सरकार ने इन ऐप्स को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया था। कुछ ही दिनों बाद, सरकार ने इन ऐप्स के अन्य वेरिएंट और क्लोन के साथ 47 और ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया।         


बलिदानियों के परिजन करें 'भूमि-पूजन'

अयोध्या। अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद (अहिप) के अध्यक्ष एवं श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के आंदोलन से जुड़े प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के आंदोलन में जिन लोगों ने बलिदान दिया है उन्हीं के परिवार के लोगों से मंदिर निर्माण के लिये भूमि पूजन कराना चाहिये। प्रवीण तोगड़िया ने रविवार को कहा “मंदिर निर्माण के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा होने वाले भूमि पूजन को मंदिर आंदोलन में जान गंवाने वाले व्यक्ति के परिवार वालों से कराना चाहिये। तोगड़िया ने कहा कि अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनने जा रहा है। इससे हमारा जीवन धन्य हो गया है। क्योंकि पूरे देश में घूम-घूमकर संत-धर्माचार्यों के सानिध्य में रह करके मंदिर आंदोलन को कई वर्षों तक चलाता रहा, उसके बाद उच्चतम न्यायालय ने भव्य मंदिर निर्माण के लिये जो आदेश दिया है इससे मेरा जीवन धन्य हो गया है।” उन्होंने कहा “हमने अपना धर्म कर्म अदा किया है, क्योंकि मैं अस्पताल में रह करके करीब एक हजार मरीजों का सेवा करता था परन्तु राम के बुलावे में अयोध्या में आ करके राम आंदोलन से जुड़ गया और आज मंदिर बनने जा रहा है, जिससे मेरा जीवन धन्य हो गया है। मैं रामलला का दर्शन करने अवश्य आऊंगा।” तोगडिय़ा ने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के भूमि पूजन पर 1985, 1990, 1992 में जिन-जिन रामभक्तों ने बलिदान दिया है उनके परिवार के एक-एक सदस्य को बुलाना चाहिये। उन्होंने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे अशोक सिंह, गिरिराज किशोर के भी परिवार को इस भूमि पूजन में बुलाना चाहिये। उन्होंने कहा कि जो यह ट्रस्ट बना है वह सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर नहीं है। इस ट्रस्ट में पंद्रह ट्रस्टी के बजाय पांच सौ एक लोगों का नाम होना चाहिये जिसमें हिंदू के सभी जातियों को सम्मिलित करना चाहिये था। वर्तमान में जो ट्रस्ट बना है इसमें गिने-चुने लोग ही हैं। एक प्रश्न के उत्तर में तोगड़िया ने कहा “ मुझे श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से कोई निमंत्रण नहीं भेजा गया है, न ही टेलीफोन द्वारा मुझे कोई सूचना दी गयी है। मंदिर बनने से मेरा जीवन धन्य हो गया है और यह मंदिर सभी हिंदुस्तानियों के सहयोग से बन रहा है, क्योंकि इसमें सभी धर्म-जाति के लोगों ने बलिदान दिया है।” उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के लिये जिन-जिन लोगों ने बलिदान दिया है उन्हीं के परिवार वालों से भूमि पूजन कराना चाहिये।


अहिप अध्यक्ष ने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि परिसर में भव्य मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हो रहा है ना कि केन्द्र सरकार द्वारा कानून बना करके। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 1991 का कानून केन्द्र सरकार ने नहीं हटाया तो पांच अगस्त 2020 से अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद मथुरा और काशी के लिये लड़ाई लडऩे के लिये विवश हो जायेगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या यह झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है। देश के बीस हजार स्थानों पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये हो रहे भूमि-पूजन की खुशी तो हम मनायेंगे ही उसके बाद काशी, मथुरा को मुक्त कराने के लिये हमारा संकल्प दोहराया जायेगा।


उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कारसेवा की है उनके परिवार वालों को भी ट्रस्ट में स्थान नहीं दिया गया है। यह बड़ी विडम्बना की बात है, क्योंकि मंदिर निर्माण भी एकता का सबूत है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जिस दिन फैसला आया है उस दिन पूरे देश में कहीं भी कोई घटना नहीं सुनाई पड़ी बल्कि सभी ने इस फैसले को माथों से लगाया है और भव्य मंदिर निर्माण के लिये अपना योगदान दिया है।         


योद्धाओं को राखी बांध की दीर्घायु कामना

योद्धा के रूप में डॉक्टर्स एवं समस्त नर्सिंग स्टाफ को  राखी बांध कर उनके स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना की


रतन सिंह चौहान
पलवल। भारत स्काउट्स एंड गाइड्स पलवल की छात्राओं द्वारा जिला संगठन आयुक्त योगेश सौरौत एवं जिला संयोजक विष्णु गौड़ के मार्गदर्शन में रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर नागरिक अस्पताल होडल में कोरोना योद्धा के रूप में डॉक्टर्स एवं समस्त नर्सिंग स्टाफ को  राखी बांध कर उनके स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना की।  आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी  सामान्य अस्पताल होडल डॉ चरण गोपाल ,डॉ एच.के. पंकज, डॉ रिंकी, डॉ राहुल, डॉ लक्ष्मी,नर्सिंग स्टाफ में मोहम्मद जुबेर, भरतराम, अनूप सौरौत, हरिओम, विकास, सर्वेश सौरोत आदि को गर्ल्स गाइड्स लीसा,सिमरन,मोनिका, पायल एवं गौरवी द्वारा राखियां बांधी गईं। कार्यक्रम का नेतृत्व एच.जी.एम. विद्यालय प्रबंधन समिति के निदेशक ज्ञानचंद सौरोत एवं प्राचार्य मुकेश वशिष्ट ने किया।  संस्था के जिला संगठन आयुक्त योगेश सौरौत ने बताया की संस्था प्रत्येक वर्ष रक्षाबंधन  पर्व पर कार्यक्रम का आयोजन करती है। इस बार कोरोना संक्रमण काल में संपूर्ण देश में डॉक्टरों ने योद्धाओं की भांति कार्य करते हुए और अपनी नागरिकों  के जीवन की  रक्षा की है।उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए भी नागरिकों को बचाया है। इस कोरोना संक्रमण से बहुत से चिकित्सकों की मृत्यु भी हुई है। उन्होंने भी देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। इसलिए वे भी योद्धाओं की भांति सम्मान के अधिकारी हैं।वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ चरण सिंह ने कहा कि संकट के समय प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ईमानदारी से करना चाहिए।  इस वैश्विक आपदा के समय संपूर्ण विश्व के डॉक्टर्स ने अपनी भूमिकाओं का निर्वहन बहुत ही ईमानदारी से किया है। भारत स्काउट्स एंड गाइड्स  इस आयोजन से उनके साथियों का मनोबल बढ़ाया है इस संकट के समय देश के सभी लोगों की दुआएं उनके साथ हैं। इस अवसर पर गाइड विंग की छात्राओं के द्वारा  कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हस्त निर्मित मास्क अस्पताल के सभी स्टाफ एवं सफाई कर्मचारियों को वितरित किए गए। इस अवसर पर गिरधर रावत, हरीश चन्द, देवेंद्र कुमार, हरकेश सौरोत आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।           


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...