शनिवार, 1 अगस्त 2020

एसओजी टीम ने शातिर चोर किए गिरफ्तार

अतुल त्याागी, रिंकू सैनी


थाना बाबूगढ़ एवं एसओजी टीम द्वारा तीन शातिर चोरों को किया गया गिरफ्तार


हापुड़। पुलिस अधीक्षक महोदय के आदेशानुसार चलाये गए चेकिंग अभियान के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक हापुड व क्षेत्राधिकारी हापुड नगर व थानाध्यक्ष महोदय के निकट पर्यवेक्षण मे थाना बाबूगढ पुलिस के संयुक्त टीम द्वारा रात्रि चेंकिग के दौरान किठौर मार्ग से तीन शातिर अपराधी जफर याव पुत्र नईम जसौरा थाना मुण्डाली जनपद मेरठ, परवेज पुत्र शौकीन  ग्राम जसौरा जिला मेरठ, सलमान उर्फ इसरार खलीफा ग्राम जसौरा थाना  मेरठ को थाना हापुड देहात से लूटी गयी  (हिरो न0-UP37N-1034)थाना किठौर से चोरी की गयी ( UP16BW-6579) व थाना क्षेत्र से लूटे गये व चोरी किये गये 79000 रूपये व तीन अदद तमंचे, 5 जिन्दा कारतूस  व 315 बोर के साथ गिरफ्तार किया गया है।जिन्हें पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया जिसके सम्बन्ध में थाना  पर क्रमश 291/20 धारा-411.120बी,34 भादवि), मु0अ0स0-292/20 धारा-3/25 शस्त्र अधि0,मु0अ0स0-293/20 धारा-3/25 शस्त्र अधि0,मु0अ0स0-294/20 धारा-3/25 शस्त्र पंजीकृत किया गया है।
चेकिंग के दौरान पुलिस को चकमा देकर तीन अपराधी वसीम मोहम्मद,नदीम और मनशाद मेरठ निवासी भागने में सफल रहे,जिनकी तलाश की जा रही हैं। पुलिस अधीक्षक महोदय ने पूरे टीम को बधाई दिया और कहाँ की पुलिस अपने कर्तव्यों का पालन कर रही है और शहर को अपराधी मुक्त करने का पूरा प्रयास कर रही है। इस चेकिंग टीम में महाराज सिंह, धर्मेंद्र सिंह,आशीष कुमार राजीव कुमार,नरेश कुमार,संजय यादव,अमरेंद्र,अंकुर,आदेश बालियान,अनुज कुमार,सचिन,हरेंद्र,सोनू,अवनीश,अनुज राठी समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।           


वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़, 12 अरेस्ट

अतुल त्यागी, रिंकू सैनी


गढमुक्तेश्वर पुलिस द्वारा अंतर्राज्यीय वाहन चोरी करने वाले गिरोह को किया गया गिरफ्तार


हापुड़। थाना गढमुक्तेश्वर पुलिस द्वारा वाहनों की चोरी की घटनाओं की रोकथाम हेतु अधीक्षक महोदय द्वारा मेरठ रोड़ स्थित नहर पुल पर वाहन चैकिंग अभियान चलाया गया।जिसमे चेकिंग के दौराने मुखविर खास से सूचना प्राप्त हुयी जिसमें एक फर्जी नंबर की ब्रेजा गाड़ी को रोका गया और पूछताछ किया गया जिसमे गाड़ी का नंबर फर्जी पाया गया। पुलिस के गिरफ्त में आये संगठित गिरोह के समीरन चन्द्रदेव पुत्र नारायण चन्द्रदेव निवासी बारोन भन्डन परगना बाथन थाना कलियागंज जिला उत्तरी दिनाजपुर (पश्चिम बंगाल) ने अन्य तीन गाड़ियों और अपने 6 सदस्यों के नाम और पता बताया जिसे पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए 06 सहअभियुक्तों को गिरफ्तार किया और कब्जे से अन्य 03 कार क्रमशः एक ब्रेजा, एक बैलोने और एक वर्ना कार को बरामद किया और अभियुक्त के विरुद्ध मु0अ0सं0 337/20 धारा420/414/482/485 भादवि पंजीकृत कर समीरन चन्द्र देव,मनोज पुत्र रोहतास,अरविन्द गिरी ,आशिम पुत्र उम्मेद ,मनीष पुत्र ईश्वर ,शमीम उर्फ सोनू पुत्र रहीमुद्दीन,खिलाफत उर्फ सूफी को जेल भेज दिया।
पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया की उत्तर प्रदेश राज्य व अन्य राज्यों से मंहगी लग्जरी कारों को चोरी कर उन पर फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर अन्य राज्यों में बेच देते है। गिरोह के प्रत्येक सदस्यों को कार्य सौपा गया है कोई नंबर बदलता कोई चोरी करता तो कोई अन्य राज्य में सप्लाई करता था।
बरामद की गयी वाहनों का असली नंबरUP32LF2724, DL12CR1841, HR51BS7284, DL9CAA9299 है।इनके पास से अन्य चीजे जैसे फर्जी चाभी हथौड़ा जैसे अवजार भी मिले हैं। पुलिस अधीक्षक महोदय ने पूरे टीम को बधाई दिया और कहाँ की पुलिस अपने कर्तव्यों का पालन कर रही है और शहर को अपराधी मुक्त करने का पूरा प्रयास कर रही है उन्होंने आमजन से अनुरोध किया की वह पुलिस को उनके कार्य में सहयोग करें। इस चेकिंग टीम में निरीक्षक श्री मुकेश कुमार, उ0नि0 श्री प्रीतम सिंह,श्री कुशलपाल, श्री अमित कुमार, श्री संजय कुमार,श्री अजीत सिंह,श्री दल सिंह, विक्रान्त               अनुज,राकेश,इमरान,हिमांशु,सुनील,योगेश,दीपक कुमार समेत अन्य पुलिस शामिल थे।           


बाढ़ से यूपी के 300 गांव प्रभावित हुए

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। उत्तराखंड, नेपाल तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत कई जिलों में पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश के चलते उत्तर प्रदेश के तीन सौ से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत और बचाव कार्यो में राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा मोचन बलों(एनडीआरएफ) तथा पीएसी की टीमें तैनात की गयी है।


घाघरा, शारदा,राप्ती, सरयू, गंडक नदिया कई क्षेत्रों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राज्य के 12 जिलों के तीन सौ से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित है। उत्तर प्रदेश में शारदा और सरयू नदी उफान पर है और शारदा पलियाकंला तथा लखीमपुर खीरी में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। इसी तरह सरयू भी बाराबंकी, अयोध्या और बलिया में खतने के निशान से ऊपर है। क्वानो नदी भी बस्ती और संतकबीरनगर में खमरे के निशान के पास है और इनके बढ़ने का सिससिला जारी है।

सूत्रों ने बताया कि घाघरा, शारदा और राप्ती नदी के बढ़ते जल स्तर से बहराइच, बाराबंकी तथा सीतापुर के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। गोंड़ा में घाघरा जबकि बाराबंकी में सरयू नदी खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है। नेपाल से छोड़े गये पानी से बहराइच में बाढ़ का पानी तटवर्ती 75 गावों में घुस गया है। सीतापुर के रामपुर, मथुरा, रेऊआ तथा बेहटा के करीब 60 से अधिक गांव प्रभावित है।


बाराबंकी से मिली रिपोर्ट के अनुसार नेपाल से बरसाती पानी छोड़े जाने से उफनायी सरयू नदी के लाल निशान पार कर लेेने से बाराबंकी जिले की तीन तहसीलों के सैकड़ों गांव जलमग्न हो गये है। सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर बह रही है। बाढ़ के पानी से रामनगर,सिरौलीगौसपुर और फतेहपुर तहसील क्षेत्र के लगभग 100 गांवों में भर गया है। घरों में कई फिट तक पानी भरने से लगभग 50 हजार आबादी को संकट पैदा हो गया है । लोग घर छोड़कर तटबंध पर शरण ले रहे हैं। इस बीच बाढ़ के पानी की चपेट में आने से सिरौली के पास के एक पुल का संपर्क मार्ग बह गया। इससे कई गांवों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। जिला अधिकारी डॉक्टर आदर्श सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन ने बाढ़ में फंसे लोगों और उनके पशुओं को सुरक्षित निकाल सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया गया है जबकि ग्रामीण नाव ना मिलने का आरोप लगा रहे हैं और बाढ़ के पानी से अपनी जान बचाने के लिए मकान की छतों पर डेरा डाले हुए हैं।


ऐसे लोगों का गांव से बाहर निकल पाना मुश्किल हो रहा है। मकान गिरने की आशंका के चलते कई परिवार गहरे पानी के बीच जान को जोखिम में डालकर तटबंध पर पहुंच रहे हैं। नदी का जलस्तर बढ़ने की सूचना पर एसडीएम सिरौलीगौसपुर प्रतिपाल सिंह राजस्व कर्मियों के साथ बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचे और मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया। उधर एडीएम ने बाढ़ चौकियों पर तैनात राजस्व कर्मियों को सतर्क किया है।उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। सूत्रों ने बताया कि एल्गिन ब्रिज पर बने कंट्रोल रूम के मुताबिक नदी का पानी खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर पहुंच गया है। इस वर्ष यह सबसे ज्यादा जलस्तर है। इस बीच नेपाल से शुक्रवार दोपहर फिर साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा गया है। गुरुवार को करीब सात लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। शुक्रवार को फिर पानी छोड़ जाने से सरयू के और उफनाने की आशंका है।


नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही पानी कोरियनपुरवा, तपेसिपाह, दुर्गापुर, लहड़रा समेत आधा दर्जन गांवों में पानी भर गया है। इन गांवों लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं। तेज बारिश और गंडक नदी से पानी छोड़े जाने की वजह से गोरखपुर से होकर बहने वाली नदियां फिर उफना गईं हैं। राप्ती नदी भी खतरे का निशान पार गई है। यह नदी 81 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। इसी का नतीजा है कि 12 और गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया। अभी तक 68 गांव बाढ़ से प्रभावित थे। अब संख्या बढ़कर 80 हो गई है। 19 गांव ऐसे हैं, जो बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिर चुके हैं। नदियों के उफनाने से बंधों पर जबरदस्त दबाव बना है। कटान और बाढ़ का खतरा है। इससे प्रशासनिक अफसर चिंतित है। कमिश्नर जयंत नार्लिकार शुक्रवार को खुद बंधों का निरीक्षण करने निकले। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सहजनवां के साथ कई बंधों का निरीक्षण भी किया।


गोरखपुर सदर, सहजनवां, कैंपियरगंज, बांसगांव, गोला और खजनी तहसील में बाढ़ का पानी ज्यादा तबाही मचा रहा है। सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है। किसानों का कहना है कि अब धान की फसल मिल पानी संभव नहीं है। इसका बड़ा असर धान की पैदावार पर भी पड़ेगा। दूसरी तरफ बहरामपुर गांव में पानी और भर गया है। ट्रांसपोर्ट नगर के आसपास भी कुछ क्षेत्रों में राप्ती नदी का पानी पहुंचा है। राजघाट स्थित श्मशान घाट पूरी तरह से डूब चुका है। बस्ती से मिली रिपोर्ट के अनुसार सरयू नदी खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है नदी का रुख प्रति घंटे दो सेंटीमीटर बढ़ाव की ओर है। बाढ़ और कटान से जिले के 20 से अधिक गांव प्रभावित हो गए हैं।


परंपरागत ढंग से मनाया गया ईद-उल-जुहा


  • जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने ईद के अवसर पर मुस्लिम समुदाय के नागरिकों को दी हार्दिक बधाई। 

  • जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के द्वारा कानून व्यवस्था को लेकर जनपद में आज किया गया सघन दौरा, अपने अधीनस्थ अधिकारियों को कानून व्यवस्था को लेकर दिए गए आवश्यक दिशा निर्देश।

  • जिला प्रशासन के द्वारा ईद के त्यौहार को दृष्टिगत रखते हुए मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारी के गए थे तैनात।


अश्वनी उपाध्याय

ग़ाज़ियाबाद। संपूर्ण जनपद गाजियाबाद में ईद का त्यौहार परंपरागत एवं आपसी सौहार्द के साथ संपन्न हुआ। जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय ने इस अवसर पर जनपद के सभी मुस्लिम समुदाय के नागरिकों को ईद के मौके पर हार्दिक बधाई दी है। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय एवं एसएसपी कलानिधि नैथानी के द्वारा शनिवार कानून व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए जनपद में मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर दौरा भी किया, जिसके अंतर्गत दोनों अधिकारियों के द्वारा डासना मसूरी कैला भट्टा मुरादनगर मोदीनगर तथा अन्य स्थानों पर सघन स्थल निरीक्षण करते हुए जिला प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों को कानून व्यवस्था तथा शांति व्यवस्था के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए।

ज्ञात हो कि ईद के त्यौहार को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी के द्वारा धर्म गुरुओं के साथ बैठक में की गई थी और सभी को आपसी सौहार्द के साथ ईद का त्यौहार मनाने का आह्वान किया गया था। सभी नागरिकों के द्वारा आज जनपद में शांतिपूर्वक एवं सौहार्द के साथ ईद का त्यौहार आयोजित किया गया है जिसके लिए जिलाधिकारी ने सभी नागरिकों को धन्यवाद दिया है।

जिला प्रशासन के द्वारा ईद के त्यौहार को जनपद में आपसी सौहार्द एवं शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से मजिस्ट्रेट एवं पुलिस के अधिकारी विभिन्न स्थानों पर तैनात किए गए थे।             

घोटाले में 6 अधिकारियों को सस्पेंड किया

राणा ओबराय
रजिस्ट्री घोटाले में सीएम मनोहर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्व विभाग के 6 अधिकारियों को किया सस्पेंड
चण्डीगढ़। गलत रजिस्ट्री करने के कारण हरियाणा में तहसीलदारों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला द्वारा गुडग़ांव रेंज के छह तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने की सिफारिश को मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दी। इसके साथ ही उनको चार्जशीट कर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर ली गई है। डिप्टी सीएम ने कड़े शब्दों में कहा है कि भ्रष्ट अधिकारी को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह कितना ही बड़ा क्यों ना हो। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जमीनों की गलत रजिस्ट्रियों के आरोप में तुरंत प्रभाव से राजस्व विभाग के छ: अधिकारियों को सस्पेंड किया है। इन अधिकारियों के खिलाफ हरियाणा नगरीय क्षेत्र विकास तथा विनियमन अधिनियम, 1975 का उल्लंघन कर विलेखों (डीड) का पंजीकरण करने के मामले में यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। गुरुग्राम जिला के सोहना के तहसीलदार बंसी लाल और नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल, बादशाहपुर के नायब तहसीलदार हरि कृष्ण, वजीराबाद के नायब तहसीलदार जय प्रकाश, गुरुग्राम के नायब तहसीलदार देश राज कांबोज, मानेसर के नायब तहसीलदार जगदीश को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड और हरियाणा सिविल सेवा (दण्ड तथा अपील) नियम, 2016 के नियम 7 के तहत चार्जशीट किया गया है। कादीपुर के नायब तहसीलदार (सेवानिवृत्त) ओम प्रकाश को हरियाणा सिविल सेवा (पेंशन) नियम, 2016 के नियम 12 (2) (बी) के तहत चार्जशीट किया गया है । एक सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन कर दस्तावेजों का पंजीकरण करने के लिए इन अधिकारियों के खिलाफ 1975 के अधिनियम संख्या 8 की धारा 10 के तहत एफआईआर भी दर्ज की जाएगी। गुरुग्राम मण्डल के आयुक्त को उन पटवारियों, जिन्होंने गलत इरादे के साथ खसरा गिरदावरी में भूमि की प्रविष्टियों को ‘कृषि भूमि’ से गैर मुमकिन, गैर मुमकिन पहाड़, गैर मुमकिन फार्महाउस आदि’ में बदल दिया ताकि 1975 के अधिनियम संख्या 8 की धारा 7-ए का उल्लंघन करते हुए विलेखों के पंजीकरण को आसान बनाया जा सके, के बारे में एक विस्तृत जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए भी निर्देश दिया गया है। बता दें कि कल ही डिप्टी सीएम ने गुरुग्राम में पत्रकार वार्ता में कहा था कि राजस्व विभाग के दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों को न केवल सस्पेंड किया जाएगा बल्कि उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी। इसी कड़ी में आज गुडग़ांव रेंज के कमिश्नर की रिपोर्ट के आधार पर डिप्टी सीएम ने तुरंत छह अधिकारियों को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए हैं। इन अधिकारियों के खिलाफ हरियाणा नगरीय क्षेत्र विकास तथा विनियमन अधिनियम, 1975 का उल्लंघन कर विलेखों (डीड) का पंजीकरण करने के मामले में यह कार्रवाई की गई है। प्रवक्ता ने बताया कि 1975 के अधिनियम संख्या 8 की धारा 7-ए के दुरुपयोग को रोकने के लिए नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग और शहरी स्थानीय निकाय विभागों को उनके द्वारा जारी एनओसी के संबंध में एक आंतरिक जाँच करने और जाँच रिपोर्ट दो सप्ताह के भीतर राजस्व विभाग को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि पंजीकरण रोकने की इस अवधि का उपयोग नगर एवं ग्राम आयोजना, शहरी स्थानीय निकाय, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, एचएसआईआईडीसी, शहरी संपदा, पुलिस, वन विभागों और मुकदमेबाजी मामलों को वेब-हेलरिस ऐपलिकेशन के साथ इंटरफेस करके एक प्रौद्योगिकी आधारित चैक स्थापित करने के लिए किया जाए, ताकि कानून का उल्लंघन करके इस तरह के पंजीकरण को रोका जा सके। प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने शहरी स्थानीय निकाय और नगर एवं ग्राम आयोजना विभागों को 15 दिनों के भीतर अपनी जांच करने और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है, ताकि कानूनी प्रावधानों के उल्लंघन में किए गए पंजीकरण के संबंध में इन विभागों के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जा सके।            


लापरवाही बरतने पर 37 पुलिसकर्मी बर्खास्त

नई दिल्ली। उत्तर पश्चिम दिल्ली की डीसीपी विजयंता आर्य ने शनिवार को ईद-उल-अजहा के मौके पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में 37 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया और उन्हें जिला पुलिस लाइन भेज दिया। पुलिसकर्मियों को त्योहार के दौरान विभिन्न जगहों पर ड्यूटी के लिए जाना था, लेकिन कम से कम 37 पुलिसकर्मी नदारद पाए गए। इस मामले को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने रखा गया जिसके बाद कार्रवाई की गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “पुलिसकर्मियों ने लापरवाह रवैया दिखाया और एक महत्वपूर्ण त्योहार के दिन सुबह 5 के आसपास ड्यूटी पर पहुंचना था, लेकिन अपनी ड्यूटी से नदारद रहे। इसलिए, उनमें से 37 को निलंबित कर दिया गया और तत्काल प्रभाव से लाइन में भेज दिया गया।”


महामारी के बीच सुचारु रूप से त्योहार को मनाने के संबंध में दिल्ली पुलिस मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के साथ थाना-स्तर पर बैठकों का आयोजन करती रही है। सुरक्षा सावधानियों के बीच त्योहार सुचारु रूप से मनाया जाना सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में सभी जिलों में अधिकारियों द्वारा व्यवस्था की गई है।              


क्रेन के नीचे दबकर 10 लोगों की मौत

विशाखापट्टनम। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में हिंदुस्तान शिपयार्ड में क्रेन हादसा में 10 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे में एक घायल हुआ है जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीसीपी सुरेश बाबू ने मामले की पुष्टि की। हादसे का विडियो भी सामने आया है। विडियो में दिख रहा है कि शिपयार्ड में लगा क्रेन अचानक नीचे गिर जाता है। क्रेन के नीचे दबने से लोगों की मौत हो गई।


वहीं मंत्री अवंति श्रीनिवास ने घटना की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को कारगर कदम उठाने के आदेश दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारी क्रेन के पास कुल 18 मजदूर काम कर रहे थे। इस बीच अचानक क्रेन टूटकर नीचे गिर गया। क्रेन की चपेट में आने से घटनास्थल पर 10 मजदूरों की मौत हो गई। एक घायल मजदूर को अस्पताल में भर्ती किया गया है। हादसे के वक्त क्रेन से लोडिंग का ट्रायल किया जा रहा था। क्रेन के चपेट में आए अन्य मजदूरों को मलबे से बाहर निकालने का काम जारी है।                


गोद लिए गांव की दुर्दशा, ग्रामीण परेशान

सांसद की गोद में खेल रहे गांव की दुर्दशा से ग्रामीण परेशान


कौशाम्बी। सांसद विनोद सोनकर के गोद में शमशाबाद गांव खेल रहा है, लेकिन फिर भी इस गांव के ग्रामीण परेशान हैं। गांव में जल निकासी की व्यवस्था न होने से पूरा गांव नरक में तब्दील हो गया है। विकास के मामले में सांसद ने शमशाबाद गांव को कई वर्षों पूर्व गोद लिया था, लेकिन सांसद के गोद लेने के बाद भी शमशाबाद गांव का विकास नहीं हो सका। वही केंद्र कि मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार विकास का ढिंढोरा पीट रही है। 


लेकिन केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार के कार्यकाल में भी शमशाबाद गांव का विकास नहीं हो सका है। पहली बारिश में ही पूरे गांव की गली और सड़कें कीचड़ और गंदगी जलभराव से बजबजा रही हैं। ग्रामीणों को गांव से निकलने में तमाम दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है, लेकिन गोद लिए गांव की दुर्दशा सुधारने की ओर सांसद विनोद सोनकर ने भी प्रयास नहीं किया है। इस गांव को गोद लेने के बाद सांसद विकास की ओर भूल गए हैं।


कई वर्षों बाद भी सांसद कौशाम्बी विनोद सोनकर की गोद मे ही यह गांव खेल रहा है। सिराथू तहसील क्षेत्र का ग्रामसभा शमशाबाद अभी तक विकास की जवानी नही देख सका है।गांव की रोड का बहुत बुरा हाल है सड़के एक दम टूट चुकी है ग्रामीणों ने कहा कि इस गांव की गली रोड की दुर्दशा के मामले को जिम्मेदार थोड़ा सा भी संज्ञान में लें आने - जाने में समस्त ग्रामवासी को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।


राजकुमार 


राष्ट्रीय पक्षी का हत्यारा गिरोह फिर सक्रिय

राष्ट्रीय पक्षी मोर को मारने वाले गिरोह फिर सक्रिय


पिपरी क्षेत्र में सिर विहीन मिले मोर के दो शव


कौशाम्बी। राष्ट्रीय पक्षी मोर को मारने वाले गैंग के सदस्य फिर सक्रिय दिखाई पड़ रहे हैं। गिरोह के सदस्यों का जमावड़ा पहले सैनी कोतवाली क्षेत्र में होता था। फिर जब पुलिस ने सैनी क्षेत्र में गिरोह के सदस्यों पर कड़ी कार्यवाही किया तो गिरोह के सदस्यों ने सैनी छोड़कर कोखराज थाना क्षेत्र में अपना डेरा जमाया और इस क्षेत्र में मोर की हत्याएं होने लगी।कोखराज की पुलिस ने भी गिरोह के सदस्यों पर कठोर कार्यवाही की तो गिरोह ने दूसरे क्षेत्र में डेरा जमा लिया लेकिन इन दिनों  राष्ट्रीय पक्षी मोर की हत्या करने वाले गिरोह के सदस्य पिपरी थाना क्षेत्र में घूम रहे हैं। आज दो मोर की हत्या कर उन्हें जंगल में फेंक दिया गया है।


जानकारी के मुताबिक पिपरी थाना क्षेत्र के ग्राम कसेन्दा के साठिया जंगल के पीएचसी में दो मोर मरे पाए गए हैं। गिरोह के सदस्यों ने दोनों मोर के सिर काटकर उनको जंगल मे फेक दिया है।वन विभाग को ग्रामीणों ने जानकारी दे दी है लेकिन सूचना देने के बाद भी विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नही पहुचा है।


राजकुमार 


लद्दाख में एक हजार चीनी सैनिक तैनात

लद्दाख। लिपुलेख एक बार फिर से सुर्खियों में है और इस बार वहां नेपाल नहीं बल्कि चीन केंद्र है। लद्दाख में चीन दावा कर रहा है कि उसने वहां से अपनी सेना हटा ली है लेकिन लिपुलेख में चीन के एक हजार सैनिक तैनात होने की खबर सामने आई है। चीन ने लिपुलेख में एलएसी के पार एक हजार सैनिक तैनात किए हैं।


लिपुलेख एक ऐसी जगह है, जो भारत, नेपाल और चीन की सीमाओं को मिलाता है। ऐसी खबरें आ रही हैं कि चीन ने एक बटालियन यानि कि एक हजार से ज्यादा जवान लिपुलेख के पास तैनात कर दिए हैं और इसके जवाब में भारत ने भी एक हजार जवान अपनी सीमा पर तैनात कर दिए हैं।
भारत और चीन के बीच पिछले तीन महीनों से लद्दाख की वास्तविक रेखा नियंत्रण पर तनाव चल रहा है। अभी भी वहां पर चीनी सेना के तैनात होने की पुष्टि की जाती है। 15 जून को चीनी सेना की तरफ से हमला किया गया था, ऐसा पिछले 45 सालों में पहली बार हुआ था।
इस हिंसा में भारत के 20 जवान शहीद हो गए और चीन के 40 जवान मारे जाने की खबर थी। उसके बाद कमांडर स्तर पर चीनी और भारतीय सेनाओं के बीच कई बार वार्तालाप हुई, जिसमें दोनों देशों की ओर से सेना को हटाने की सहमति बनी। चीन ने दावा भी किया कि उसने सीमा से अपने सैनिकों को हटा दिया है लेकिन भारतीय विदेश मंत्रालय और भारतीय सेना ने इस बात का खंडन किया।


लद्दाख के बाद अब चीन लिपुलेख में अपनी सेना तैनात कर रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीएलए के सैनिक लिपुलेख में एलएसी पर तैनात दिखाई दिए हैं। लिपुलेख में भारत ने मानसरोवर जाने के लिए रास्ता बनाया था और नेपाल ने लिपुलेख के भारत की ओर से बनाई गई 80 किमी की सड़क का विरोध किया था। इसके बाद नेपाल ने अपना नया राजनैतिक नक्शा जारी किया, जिसमें कालापानी, लिपुलेख को अपना हिस्सा बताया और भारत की ओर से इस पर कड़ा विरोध जताया गया था। हालांकि भारत, चीन के साथ-साथ नेपाल की सीमा पर अपनी सेना की तैनाती बढ़ा रहा है।              


बकरीदः मस्जिदों पर पुलिस का पहरा

बलरामपुर। उतरौला में कोरोना संक्रमण को देखते हुए बकरीद पर लॉकडाउन की बंदिशें रही उतरौला के ईदगाहों व मस्जिदों में सामूहिक नमाज की मनाही के चलते घरों पर ही नमाज पढ़ी गयी। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।


उतरौला नगर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस व पीएसी तैनात की गई है। आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस व ड्रोन भी नजर बनाए रखेगी। ड्रोन कैमरे से भी निगरानी रखी जाएगी। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने ने शुक्रवार रात अफसरों को जिम्मेदारी सौंपते हुए सतर्क रहने के निर्देश दिए। पुलिस ने शुक्रवार रात नगर के मुख्य बाजार में फ्लैगमार्च भी किया, जिससे त्योहार पर शांति व्यवस्था बनी रहे।


रिपोर्टर :- दीपक गुप्ता


उपचार के दौरान अमर सिंह का निधन

नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद अमर सिंह का निधन हो गया है। बता दें कि अमर सिंह का पिछले 6 महीने से सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। अमर सिंह का हाल के दिनों में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह कई दिनों से बीमार चल रहे थे। बताया जा रहा है कि पिछले डेढ़ महीने से अमर सिंह आईसीयू में भर्ती थे। राज्यसभा सांसद अमर सिंह के निधन पर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी दुख व्यक्त किया है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में अमर सिंह का विशेष महत्व रहा है।


दिवंगत सपा के पूर्व नेता अमर सिंह ने हाल के दिनों में वीडियो जारी करके ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने पर बयान भी दिया था। अमर सिंह ने कहा था कि सिंधिया ने अपने आत्मसम्मान के लिए कांग्रेस छोड़कर अपनी दादी विजयाराजे और पिता माधवराव के मार्ग का अनुसरण किया है। इससे पहले अमर सिंह ने वीडियो जारी कर अमिताभ बच्चन से माफी मांगी थी।


अपने अंतिम ट्वीट में दिवंगत अमर सिंह ने स्वतंत्रता सैनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक को श्रद्धांजलि दी थी और देश के लिए उनके योगदान को याद किया था। अमिर सिंह की मृत्यु का समाचार आने से लगभग 2 घंटे पहले ही उनके एकाउंट से लोकमान्य बालगंगाधर तिलक के बारे में ट्वीट किया था।                 


जेल उड़ाने की धमकी देने वाला गिरफ्तार

गुरुग्राम। पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने जेल उड़ाने की धमकी दी थी। यह युवक डिप्टी जेलर धर्मवीर चौटाला का बेटा रवि चौटाला है। धर्मवीर चौटाला को जेल में मोबाइल फोन और मादक पदार्थों की आपूर्ति के संदेह में गिरफ्तार किया जा चुका है।


आपको बता दें की कुछ दिनों पहले पुलिस ने भोंडसी जेल के डिप्टी जेलर धर्मवीर चौटाला को गिरफ्तार किया था। उसका एक सहयोगी भी गिरफ्तार किया गया था। पुलिस को इनपुट मिला था कि चौटाला जेल में मोबाइल फोन और मादक पदार्थों की अवैध आपूर्ति करते हैं। इसके बाद पुलिस ने चौटाला के घर से लगभग एक दर्जन मोबाइल, सिम कार्ड ओर 210 ग्राम चरस बरामद की थी।


जेल विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया था। इस घटनाक्रम के बाद हाल ही में धर्मवीर चौटाला के बेटे रवि चौटाला का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह जेल उड़ाने की धमकी देता हुआ सुना जा सकता है।


इस पर पुलिस हरकत में आ गई। गुरुग्राम की सीआईए ने सिरसा में दबिश देकर रवि चौटाला को गिरफ्तार कर लिया है। रवि पर भादसं की धारा 121 लगाई गई है, जिसका मतलब भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध करना या ऐसा युद्ध करने का प्रयत्न करनाया ऐसा युद्ध करने का दुष्प्रेरण करना होता है।


रवि को धारा 124ए के अंतर्गत भी निरुद्ध किया गया है, जिसके अनुसार देशद्रोह है। इसमें कोई भी इंसान सरकार-विरोधी सामग्री लिखता या बोलता है या फिर ऐसी सामग्री का समर्थन करता है या राष्ट्रीय चिन्हों का अपमान करने के साथ संविधान को नीचा दिखाने की कोशिश करता है। इसके अतिरिक्त उस पर धारा 189, 506 और 507 भी लगाई गई है।               


यूनिवर्सिटी ने 5 अगस्त तक समय बढ़ाया

लखनऊ। यूनिवर्सिटी ने शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए एमबीए कार्यक्रमों के लिए प्रवेश को उत्तर प्रदेश में एडमिशन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को एक फिर आगे बढ़ा दिया है। यूनिवर्सिटी और उसके काॅलेजों में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 31 जुलाई को समाप्त हो रही थी लेकिन अब 2020 के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख अगस्त 05, 2020 तक बढ़ा दी गई है।


कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह के मुताबिक कोरोना के चलते  आवेदन तिथि आगे बढ़ाई गई है। शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए एमबीए कार्यक्रमों के लिए प्रवेश उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा के माध्यम से किया जा रहा है।छात्र  में दाखिले के लिए गस्त 05, 2020 तक आवेदन कर सकते हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय के एमबीए कार्यक्रम के लिए आवेदन करने में इच्छुक सभी उम्मीदवारों को एचटीटीपी अपसी. एनआईसी पर ऑनलाइन फॉर्म भरना चाहिए। अगस्त 05, 2020 तक/नवीनतम आवेदन कर सकते हैं।


हैदराबाद में 3 मस्जिदें शहीद, लामबंदी

मुसलमानों से मिलकर मुख्यमंत्री मुद्दे को फ़ौरन सुलझाएं: मौलाना वली रहमानी


वीरेंद्र सिंह


नई दिल्ली। हैदराबाद की तीन मस्जिदें तेलंगाना सरकार द्वारा शहीद (demolition) किये जाने के बाद मुसलमानों के ज़ोरदार विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर एक प्रशासनिक अधिकारी ने मस्जिद के पुनर्निर्माण का वादा किया जिसे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने अपर्याप्त बताया। बोर्ड का मानना है कि मुख्यमंत्री के आदेश के बिना यह मस्जिदें शहीद नहीं की जा सकती इसलिए उन्हें चाहिए कि इस मामले में स्पष्टीकरण दें|


ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना मुहम्मद वली रहमानी (maulana wali rehmani) ने इस बारे में एक प्रेस बयान में कहा कि मुख्यमंत्री इस तथ्य से अवगत होंगे कि मस्जिदों को बेचा या स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है। ये मस्जिदें सरकारी अधिकारियों की तरह नहीं हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री कहीं भी ट्रांसफर कर देते हैं ।


मौलाना रहमानी ने कहा कि मस्जिद को कानूनी और शरई दर्जा प्राप्त है और इसके लिए केंद्रीय वक्फ अधिनियम है और शरई तौर पर जो जगह मस्जिद के लिए इस्तेमाल होती है वह हमेशा मस्जिद ही रहती है| उन्होंने कहा कि जो तीन मस्जिदें शहीद हुई हैं, उन्हें उसी स्थान पर बनाया जाना चाहिए और उन्हें मस्जिद के उपयोग में ही रखा जाय । मौलाना रहमानी साहब ने आश्चर्य व्यक्त किया कि मुख्यमंत्री मस्जिद के संबंध में हैदराबाद के लोगों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने का समय नहीं दे रहे हैं, जो एक लोकतांत्रिक देश में एक बहुत ही गलत और अलोकतांत्रिक कदम है। यह सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है कि वह मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की हैदराबाद यूनिट और शहर के लोगों से मिलें और इस मुद्दे को सही दिशा में हल करें। यह मुद्दा केवल हैदराबाद का ही नहीं, बल्कि पूरे देश के मुसलमानों का है और धार्मिक संस्कारों के संरक्षण का है जिसकी गारंटी स्पष्ट रूप भारत के संविधान ने दे रखी है|              


गाजियाबादः मंदिर कैंप में 11 संक्रमित मिले

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। सिविल डिफेंस द्वारा नेहरू नगर सेकेंड के शिव मंदिर (सी,ई, एफ़ ब्लॉक) में लगे एंटीजन टेस्ट कैम्प में आज 11 संक्रमितों की पहचान हुई है।  चीफ वार्डन ललित जयसवाल के सौजन्य से लगे इस कैम्प में कुल 103 लोगों ने जांच कराई।


कैम्प में आए डॉक्टरों की टीम को डिप्टी चीफ वार्डन अनिल अग्रवाल, सहायक उप नियंत्रक दिनेश कुमार व डिवीजनल वार्डन राजेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में सिविल डिफेंस के वार्डन अपना सहयोग दे रहें है। कैम्पों में प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक आने वालों के टैस्ट निःशुल्क किये जा रहे है।डिवीजनल वार्डन राजेन्द्र शर्मा ने कैम्प में आए सभी लोगों से अपील की  कि आगे भी सभी लोग कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपने व परिवार तथा आसपास के लोगों को भी इस महामारी से सचेत करते रहें।


इस अवसर पर सिविल डिफेंस की ओर से स्टाफ ऑफिसर सुनील गर्ग, पोस्ट वार्डन नरेन्द्र कुमार, डिप्टी पोस्ट वार्डन विनय जिंदल, सैक्टर वार्डन दीपक अग्रवाल, नितिन वर्मा, अंकित गर्ग, कपिल शर्मा , श्याम कुमार व सकुल अग्रवाल तथा एम एम जी अस्पताल के लैब टेक्नीशियन रमन दीप कुमार, राजीव शर्मा, भुवनेश अत्रि का सहयोग मिला।             


बंद मकान में चोरों ने किया हाथ साफ

उत्तरी दिल्ली। भलस्वा डेरी थाना एरिया के मुकुंदपुर में बीती रात गहने और बच्चों की फीस के लिए रखे रहे पैसे चोर चुरा ले गए। चुराए गए गहने और कैश की कीमत करीब ढाई लाख रुपए हैं। दरअसल मुकुंदपुर में रहने वाले गुलाम सरवर व हलील अहमद दोनों भाई लोकडाउन के दौरान अपने गृह राज्य झारखण्ड चले गए थे ।


दोनों का बेकरी का काम था लेकिन लोकडाउन के बाद ये अभी तक लौट नहीं पाए हैं। दोनों भाई घर के फर्स्ट फ्लोर व ग्राउंड फ्लोर पर अलग-अलग रहते थे। दोनो फ्लोर पर चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। सुबह लोगों ने ताले टूटे हुए दिखाई दिए तो इनके नजदीकी रिश्तेदार को सूचना दी।


इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। इन दोनों भाइयों ने फोन पर जो बताया उसके आधार पर दो से ढाई लाख रुपए की चोरी हुई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।


चाकू से गोदकर, लूट को अंजाम दिया

पूर्वी दिल्ली। राजधानी दिल्ली में अपराधियों के हौसले बुलंद है जिस तरह लोग डाउन अनलॉक किया जा रहा है। वैसे वैसे ही अपराधी भी अपने पैर पसार रहे हैं। ताजा मामला गीता कॉलोनी इलाके का है।चांदनी चौक के व्यापारी के यहां काम करने वाले एक युवक पर अज्ञात बदमाशों ने चाकू से हमला कर दिया। काम करने वाले युवक से चाकू गोदकर करीब 6 लाख की लूट की वारदात को अंजाम दिया।


वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। जिस वक्त आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया उस वक्त विकास स्कूटी से चांदनी चौक से गीता कॉलोनी आ रहा था उसी दौरान बदमाशों ने उस पर हमला कर लूट की वारदात को अंजाम दिया। गंभीर हालत में विकास को पटपड़गंज के मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी है साथ ही आसपास के सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाल रही है।


पोर्टल पर चढ़ेगी, संक्रमण से हुईं मौतें

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग आखिरकार राज्य स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर कोरोना से हुई मौतों को भी दर्ज करने की तैयारियां कर रहा है। अप्रैल 15 को योगी सरकार ने घोषणा की थी कि अस्पताल में मरने वाले हर संक्रमित की मौत की गहन जांच के बाद ही उसे पोर्टल पर चढ़ाया जाए।  तब से लेकर अब तक गाज़ियाबाद जिला स्वास्थ्य विभाग ने राज्य सरकार के पोर्टल पर कोरोना संक्रमितों की मृत्यु से संबन्धित कोई भी डाटा अपलोड नहीं किया था। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने राज्य सरकार के पोर्टल पर कोरोना से संबन्धित हर मौत का विवरण डालना शुरू कर दिया है। सभी मौतों की डिटेल अपलोड हो जाने के बाद राज्य सरकार के विशेषज्ञ मौत के कारणों का पता लगाकर पोर्टल पर दर्ज करेंगे।


सीएमओ ने किया टिप्पणी करने से इनकार


अखबार के मुताबिक गाज़ियाबाद के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ एन के गुप्ता ने पोर्टल पर कोरोना संक्रमितों की डिटेल अपलोड न करने की बात तो मानी लेकिन देरी के कारणों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। सीएमओ का कहना था कि डाटा अपलोड करने के काम में तेज़ी लाई जा रही है और शीघ्र ही सारी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी।


64 पर अटकी है स्वास्थ्य विभाग की सुई


आपको बता दें कि 31 जुलाई तक गाज़ियाबाद में कुल 4,937 कोरोना संक्रमितों की पहचान हो चुकी है।  राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक कोरोना संक्रमण के चलते 64 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। इस हिसाब से कोरोना संबन्धित मृत्यु दर 1.29% बैठती है जोकि उत्तर प्रदेश की कुल घोषित मृत्यु दर (1.90%) से थोड़ी कम है। गाज़ियाबाद में कोरोना संक्रमण से पहली मौत 30 अप्रैल को एक 62 वर्षीय महिला की हुई थी। इस महिला का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। आधिकारिक रूप से कोरोना संक्रमित इस महिला की मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। मई महीने में 4 कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हुई थी जबकि जून में यह संख्या अचानक से बढ़कर 51 हो गई।  सरकारी आंकड़ों में जुलाई महीने में कोरोना संक्रमण से केवल 9 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पोर्टल पर सारी डिटेल अपलोड करने के बाद भी कोरोना से मरने वालों की संख्या में 4-5 लोगों का ही अंतर आएगा।  इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि बहुत से मामलों में पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आती है।         


गरीबों का हक डकार रहे है भ्रष्टाचारी

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। कोरोना महामारी के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के गरीब नागरिकों के लिए अनेक योजनाएँ चलाई जा रही हैं। ऐसी ही एक योजना के तहत सरकारी राशन की दुकानों के माध्यम से बेहद सस्ते दामों पर अन्न उपलब्ध कराया जा रहा है। लेकिन गाज़ियाबाद की खोड़ा कॉलोनी के कुछ राशन डीलर गरीबों के हक का राशन डकार रहे हैं।  दुर्भाग्य की बात है कि राशन के इस काले कारोबार में सत्तारूढ़ दल के कुछ लोग भी तथाकथित रूप से जुड़े हुए हैं।मुफ्त राशन की हो रही है हेराफेरी


क्षेत्र के लोगों का कहना है कि भाजपा के सुशासन के दावों की पोल खोलने के लिए खोड़ा में घोटाले बाज राशन डीलरों ने प्रवासी मजदूरों के लिए आया मुफ्त राशन को बड़े ही शातिराना तरीके से डकार कर लाखों के वारे न्यारे कर लिए और गरीब जनता को भूखे दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर कर दिया।  इन डीलरों ने अपने परिचित और अन्य लोगों के मोबाइल पर ओटीपी भेजकर पूरे कारनामे को अंजाम दिया। लेकिन बाद में सैकड़ों की तादाद में लोग सामने आए।



स्थानीय लोगों के अनुसार राशन डीलरो ने उनके मोबाइल पर ओटीपी भेजा था। लेकिन उन्हें नहीं पता था कि यह ओटीपी फ्री राशन के लिए आया है। उन्होंने किसी परिचित के कहने पर यह ओटीपी बता दिया, लेकिन बाद में पता चला की यह सब कुछ प्रवासियों का फ्री राशन डकारने के लिए किया जा रहा है। बता दें कि खोड़ा में आवंटित राशन के कोटे भाजपा नेताओं को मिले है। जिसके बाद राशन की दुकानों में लगातार घोटाले हो रहे है। लेकिन जिला पूर्ति विभाग सब कुछ जानते हुए भी कार्यवाही करने से बच रहा है।          


अयोध्याः चप्पे-चप्पे पर प्रशासनिक चौकसी

अयोध्या। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के 5 अगस्त को प्रस्तावित शिलान्यास की वजह से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।  जिला प्रशासन और पुलिस मिलकर चप्पे-चप्पे पर नज़र रखे हुए है। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय कैबिनेट के अनेक मंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री और साधुसंत भाग लेंगे।  



प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर अयोध्या में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर तीन अगस्त से पाबंदी लगा दी गई है। पहचान पत्र  के अभाव में  किसी को भी प्रवेश की इजाजत नहीं होगी।  सभी बैरियरों पर सुरक्षा घेरा बेहद सख्त है लेकिन प्रशासनिक व पुलिस अफसरों की ओर से तैयार किए गए सुरक्षा व्यवस्था के अनुसार यह प्रतिबंध श्रावणी पूर्णिमा पर्व तक ही नहीं वरन आगे भी चार व पांच अगस्त को लागू रहेगा। स्थानीय पुलिस सूत्रों के अनुसार तीन अगस्त के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम के दृष्टिगत अयोध्या में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। यही वजह है कि अभी से सभी बैरियर, मोर्चों व बार्डर चौकियों पर पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है। बाहरी वाहनों व रोडवेज बसों की भी चेकिंग की जा रही है। यात्रियों के परिचय पत्र भी देखे जा रहे हैं। सख्ती का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अयोध्या सिटी सर्किल में भी प्रवेश करने वालों की जांच अभी से हो रही है। आधार कार्ड जैसे सरकारी पहचान पत्र व दस्तावेज देखे जा रहे हैं। संदग्धिों की तलाश में होटल, धर्मशाला जैसे सार्वजनिक स्थलों पर भी गोपनीय जांच जारी है। बाहर से आकर जिले में रुके यात्रियों की मंशा को सुरक्षा एजेंसी भांपने की कोशिश कर रही हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार बरती जा रही सख्ती सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट व कोविड- 19 से बचाव के दृष्टिगत हैं।           मनोज सिंह ठाकुर 


मैच: केकेआर ने आरसीबी को 1 रन से हराया

मैच: केकेआर ने आरसीबी को 1 रन से हराया  मिनाक्षी लोढी कोलकाता। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के मैच नंबर-36 में कोलकाता नाइट राइडर्स (के...