शुक्रवार, 10 जुलाई 2020

संरक्षण कर्ताओं को रखा गया सुरक्षित

नई दिल्ली(यूए)। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गैंगस्टर विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद शुक्रवार को प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि अपराधी का तो अंत हो गया लेकिन उसके अपराध को संरक्षण देने वालों का क्या हो रहा है।


वाड्रा ने ट्वीट किया “अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या।” कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा “विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया। कई लोगों ने पहले ही ये आशंका जताई थी पर अनेकों सवाल छूट गए।” उन्होंने इस संबंध में सरकार से पूछा “अगर उसे भागना ही था, तो उज्जैन में सरेंडर ही क्यों किया। उस अपराधी के पास क्या राज थे जो सत्ता-शासन से गठजोड़ को उजागर करते। पिछले 10 दिनों की कॉल डिटेल्ज़ जारी क्यों नहीं।”

गौरतलब है कि आठ पुलिसकर्मियों के हत्यारे पांच लाख रुपये के इनामी विकास को उज्जैन से कानपुर ला रही एसटीएफ की गाड़ी पलट गई और उसने पुलिस का हथियार छीकर भागने की कोशिश की जिसके बाद उसे मुठभेड़ में मार दिया गया।


एससी की निगरानी में हो एनकाउंटर जांच

नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने उत्तरप्रदेश के कानपुर कांड की जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में कराने की मांग करते हुए कहा है कि इससे शहीद पुलिस कर्मियों को न्याय मिल सकेगा। मायावती ने शुक्रवार को एक ट्वीट श्रृंखला में कहा कि पुलिस और आपराधिक और राजनीतिक गठजोड़ की भी जांच की जानी चाहिए।


बसपा नेता ने कहा, ” कानपुर पुलिस हत्याकाण्ड की तथा साथ ही इसके मुख्य आरोपी दुर्दान्त विकास दुबे को मध्यप्रदेश से कानपुर लाते समय आज पुलिस की गाड़ी के पलटने व उसके भागने पर यूपी पुलिस द्वारा उसे मार गिराए जाने आदि के समस्त मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। ”


मायावती ने कहा , ” यह उच्च-स्तरीय जांच इसलिए भी जरूरी है ताकि कानपुर नरसंहार में शहीद हुए आठ पुलिसकर्मियों के परिवार को सही इंसाफ मिल सके। साथ ही, पुलिस तथा आपराधिक राजनीतिक तत्वों के गठजोड़ की भी सही शिनाख्त करके उन्हें भी सख्त सजा दिलाई जा सके। ऐसे कदमों से ही यूपी अपराध-मुक्त हो सकता है।”               


खजुराहो-इंदौर एक्सप्रेस का हुआ विस्तार

खुजराहो-इंदौर एक्सप्रेस का हुआ विस्तार प्रयागराज तक जाएगी,जारी हुआ टाइम टेबल
 बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। रेल प्रशासन द्वारा सूचित किया जाता है की गाडी सं 19663/64 खजुराहो-इंदौर एक्सप्रेस (सप्ताह में 04 दिन) का विस्तार प्रयागराज तक कर दिया गया है, साथ ही साथ गाडी का नंबर भी बदलकर 14116/14115 प्रयागराज-डॉ. आंबेडकर नगर कर दिया गया है I गाडी सं 14116 प्रयागराज- डॉ. आंबेडकर नगर एक्सप्रेस सप्ताह में 04 दिन मंगल, शुक्र, शनि और रविवार) का प्रस्थान समय प्रयागराज से 15:20 बजे रहेगा, झाँसी मंडल के चित्रकूट स्टेशन पर इसका समय 17:43-17:45 बजे, बांदा स्टेशन पर इसका समय 18:55-19:00 बजे, महोबा स्टेशन पर इसका समय 19:48-19:50 बजे, खजुराहो स्टेशन पर इसका समय 21:00-21:20 बजे, छतरपुर स्टेशन पर इसका समय 21:53-21:53 बजे, खरगापुर स्टेशन पर इसका समय 22:36-22:38 बजे, टीकमगढ़ स्टेशन पर इसका समय 23:22-23:24 बजे, ललितपुर स्टेशन पर समय 00:48-00:50 बजे पहुचकर बीना, उज्जैन, इंदौर होते हुए अगले दिन सुबह 09:45 बजे डॉ. आंबेडकर नगर पहुंचेगी I
वापसी में डॉ. आंबेडकर नगर से गाडी सं 14115 का प्रस्थान(सोम, बुध, शनि, रविवार को) समय 11:15 बजे होगा, झाँसी मंडल के ललितपुर स्टेशन पर इसका समय 19:40-19:42 बजे, टीकमगढ़ स्टेशन पर इसका समय 20:33-20:35 बजे, खरगापुर स्टेशन पर इसका समय 21:21-21:23 बजे, छतरपुर स्टेशन पर इसका समय 22:02-22:04, खजुराहो स्टेशन पर इसका समय 22:55-23:00 बजे, महोबा स्टेशन पर इसका समय 00:13-00:15 बजे, बांदा स्टेशन पर इसका समय 01:30-01:35 बजे, चित्रकूट स्टेशन पर इसका समय 02:23-02:25 बजे रहेगा I अगले दिन यह गाडी प्रातः 06:00 बजे इंदौर, उज्जैन, बीना होते हुए प्रयागराज पहुंचेगी I
उक्त गाडी का प्रारंभ, सभी ट्रेनों के सामान्य संचालन प्रारंभ होने पर किया जायेगा I               


भाजपा अध्यक्ष को लेकर पीएम से मीटिंग

राणा ओबराय
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर आज दिल्ली में नरेंद्र मोदी से करी मुलाकात
चंडीगढ़/नई दिल्ली। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज सुबह ही दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि सीएम की यह मुलाकात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को लेकर हुई है। यहां पर पीएम मोदी के साथ करीब एक घंटे तक मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल सीधे रोहतक के लिए रवाना हो गए।आपको बता दें कि कल हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल दिल्ली पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। वहीं प्रदेश में अध्यक्ष को लेकर अब लगभग नाम तय हो चुका है। अब राष्ट्रीय अध्यक्ष के बाद प्रधानमंत्री मोदी से भी विचार विमर्श किया गया है।            


नशा विरोधी अभियान में विभागीय साझा

नशा विरोधी अभियान में जिला रैड क्रास सोसायटी के सेमीनार में पुलिस एवं रोडवेज कर्मचारियों ने भाग लिया।


रतन सिंह चौहान
होडल पलवल। अंतराष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस पखवाड़ा अभियान हरियाणा राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के सहयोग से मनाया गया है। जिसमे मेडिकल, पैरामेडिकल, नेहरू युवा केंद्र, स्काउट्स एवं गाइड पुलिस कर्मियों के सहयोग आयोजन  किया ग‌या है।  नरेश कुमार, उपायुक्त एवं अध्यक्ष, एवं श्री  वाजिद अली, सचिव, जिला रैड क्रॉस सोसाइटी, पलवल के मार्गदर्शन में बस अड्डा, पलवल में  किया गया।  इस सेमीनार में 40 पुलिस कर्मी बस अड्डा पुलिस चौकी तथा  हरियाणा रोडवेज के चालक एवं परिचालकों ने हिस्सा लिया।  सर्वप्रथम श्री महेश मलिक, जिला प्रशिक्षण अधिकारी, रैड क्रॉस सोसाइटी, पलवल ने कोविड-19 संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए सभी से अनुरोध किया कि हम जागरूक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे। इसके लिये जरूरी है कि हमें मास्क लगाना चाहिए, शारीरिक दूरी बनानी चाहिए और हाथों को साबुन-पानी से 69 सेकंड तक धोना चाहिए।
 S -सीधा, U-उल्टा, M-मुठ्ठी, A-अंगूठा, N-नाखून तथा K-कलाई विधि से संक्रमण रहित करने उपरांत ही चेहरे तक हाथ पहुँचने चाहिए। उसके अलावा उन्होंने बताया कि हमें जंक फ़ूड से बचना है और विटामिन सी वाले फल ऑरेंज, नींबू का सेवन करना चाहिए। 


डॉक्टर प्रशांत गुप्ता ने नशीले पदार्थों के सेवन लत पड़ने के कारण  बताये कि जो माता-पिता दोनों ही वर्किंग होने के कारण अपने बच्चों को समय नहीं देते, जो युवा दोस्तों के प्रभाव में आकर नशीली दवाओं का सेवन करते हैं, कुछ लोग बोरियत, अनिंद्रा, गुस्से से बचने के लिए इसका सेवन करते हैं या कुछ लोग दुख दर्द, जीवन की समस्याओं से पलायन करने के लिए नशीली दवाओं का सेवन करना आरम्भ कर देते हैं और आगे चलकर ये लत लग जाती है।  


इस अवसर पर डॉक्टर मुकेश ने सभी उपस्तिथ प्रतिभागियों को नशीली दवाओं के सेवन से बचने के लिए जागरूक किया। उन्होंने बताया कि  नशीले पदार्थों का सेवन किसी भी परिवार, व्यक्ति विशेष, समाज को दीमक की तरह नष्ट कर देता है। नशा, नशीली दवाओं का सेवन करने वाले व्यक्ति, परिवार, समाज  की सामाजिक, संसारिक, आर्थिक हालत को नष्ट कर देता है। हमें चाहिए कि हम स्वयं भी तथा आने वाली पीढ़ी को नशा तथा नशीले पदार्थो के सेवन से दूर रहने के लिए जागरूक करें। इस अवसर पर श्रीमती मीनाक्षी शर्मा परियोजना मैनेजर, टी0आई0 प्रोजेक्ट ने सभी पुलिस कर्मियों तथा चालक, परिचालकों को मास्क वितरित किये और पुलिस विभाग तथा हरियाणा रोडवेज के अधिकारियो का धन्यवाद किया। इस अवसर पर  श्री भोजपाल सहरावत, लेखाकार, टी0आई0 परियोजना, पलवल ने सभी को नशा, नशीले पदार्थों के सेवन से परहेज करने के लिए शपथ दिलाई। इस सेमीनार के आयोजन में श्री कुलबीर देशवाल,  आशीष कुमार का अहम योगदान रहा।              


संस्था-विभाग ने प्रशासन को सौंपी किटस

यारा फर्टिलाइजर्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेड व श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय एवं कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों ने प्रशासन को सौंपे पी.पी.ई. किट्स व फेस मास्क 


रतन सिंह चौहान
होडल पलवल । यारा फर्टिलाइजर्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि धर्मेन्द्र उपाध्याय व श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय दुधौला के डिप्टी रजिस्ट्रार ललित कुमार शर्मा एवं कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपमंडल कृषि अधिकारी कुलदीप तेवतिया ने गुरूवार को नगराधीश जितेन्द्र कुमार से वैश्विक महाकारी कोविड-19 के चलते पी.पी.ई. किट्स व मास्क वितरण के लिए मुलाकात की।
यारा फर्टिलाइजर्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि धर्मेन्द्र उपाध्याय ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में सहयोग देते हुए नगराधीश को 25 पी.पी.ई. किट सौपी। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार ललित कुमार शर्मा ने सुरक्षा कवच अभियान के तहत 1 हजार 500 मास्क भी नगराधीश को सौपे।
नगराधीश जितेंद्र कुमार ने बताया कि कोरोना से जंग लड रहे यौद्धा भी तेजी से संक्रमित हो रहे है। ऐसी स्थिति में उनकी सुरक्षा के लिए यारा फर्टिलाइजर इंडिया प्राईवेट लिमिटेड एवं श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने जिला प्रशासन की सहायता करने में अपना योगदान दिया है। उन्होंने बताया कि यह पी.पी.ई. किट्स व मास्क जरुरतमंदो तक पहुंचाए जाएंगे ताकि कोविड-19 से लडने में रोकथाम की जा सके। नगराधीश ने इस कार्य के लिए सभी अधिकारियो का आभार व्यक्त किया।              


'युवा सेवा संगठन' ने चलाया अभियान

ग्रामीण युवा सेवा संगठन बंचारी ने चलाया स्वच्छता अभियान, खेल के मैदान को किया समतल।


रतन सिंह चौहान
होडल। बंचारी गांव के युवाओं के द्वारा गांव में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक अभियान चलाया गया। अभियान की शुरुआत युवाओं ने सरकारी स्कूल के मैदान से की। संगठन के कार्यकर्ता सरकार के सहयोग के बिना स्वयं अपने समर्थकों से अर्थ व्यवस्था अर्जित करते हुए सामाजिक कार्यों को पूरा करते हैं। संगठन को गांव के शिक्षाविद, सरकारी गैर-सरकारी कर्मचारियों से लेकर आम युवाओं का पूरा सहयोग मिलता है।
गांव के अध्यापक सुनील सौरोत ने गांव के युवाओं, छात्रों सरकारी, गैर सरकारी , बुद्धिजीवी , खिलाड़ियों और शिक्षा से जुड़े लोगों को एकजुट कर युवा सेवा संघठन का गठन किया और उन्हें गांव के विकास और स्वच्छ समाज के लिए कार्य करने को प्रेरित किया। युवाओं ने अध्यापक सुनील कुमार को आश्वस्त किया कि गांव के विकास  में गांव के लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए पूरी तरह तैयार है। संगठन ने स्कूल के मैदान में उग रहे जंगली झाड़ियों को ट्रेक्टर से साफ सफाई कर मैदान को समतल कर दिया है।
संगठन के कार्यकर्ताओं ने पूरे मैदान को समतल कर खंडित पड़े चबूतरे पर इंटरला‌‌किंग टाईल बिछाने का काम किया है। इसके अलावा संघठन ने गांव के युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए एक बाॅलीबाल टीम का गठन किया है जो निरंतर अभ्यास कर ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। संगठन के संयोजक मा. सुनील ने बताया कि उनके गांव के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर खेल में अपना परचम लहराया है। इस अवसर पर फोरमैन राकेश कुमार, सुंदर सिंह, मा पूरन, उदयवीर, मा. राहुल, धर्मेंद्र पुलिसिया, सनेश फौजी, विनोद मिस्त्री, सुखबीर सुरक्षा बल, मा. नरेश, डॉ महेंद्र, गोपाल सिंह व प्रताप आदि अनेक ग्रामीण मौजूद थे।           


नीतीश के गृह जिले की खुली पोल

पटना। ठीक पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर हो रहे हैं। तेजस्वी ने पिछले 24 घंटे के दौरान वीडियो के साथ दो ट्वीट भी किया है। इसमें पहला वीडियो पटना के  NMCH में दिख रही लापरवाही का है तो दूसरा वीडियो खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से जुड़ा है, जिसमें कु्छ लोग एक गर्भवती महिला को खटिया पर लेकर हॉस्पिटल जा रहे हैं। 

इस विडियों को पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर tweet करते हुए लिखा है कि 15 वर्षो के कथित विकास के साक्षात कहानी सुनिए और देखिए। गर्भवती महिला को एंबुलेंस और सड़क व्यवस्था नहीं होने के कारण खटिया पर  हॉस्पिटल ले जाया जा रहा है। यह video 15 वर्षीय  मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार जी के गृह जिला नालंदा का है। जहां 15 वर्षों से इनके विधायक और सांसद है, विज्ञापन सरकार अब कुछ कहे।              

आयु का नियम, शक्ति से लागू नहीं होगा

-दो-चार साल ऊपर होने पर भी मिल सकती है अहम जिम्मेदारी
-रायशुमारी का काम पूरा, पर्यवेक्षकों ने सोंपी प्रदेश नेतृत्व को सूची

हीरेन्द्र सिंह राठौड़


नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में मंडल, जिलों और प्रदेश संगठन के गठन का दौर जारी है। इस दौरान पार्टी में मंडल व जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा तय होने की वजह से परेशान लोगों के लिए अच्छी खबर है। पार्टी मंडल व जिला अध्यक्षों के मामले में आयु सीमा के नियम को ज्यादा सख्ती से लागू नहीं करेगी। दो-चार साल ऊपर-नीचे वालों को पार्टी में अहम जिम्मेदारियां सोंपी जा सकती है।


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने एटूजैड न्यूज को बताया कि आयु सीमा को लेकर पार्टी नेतृत्व का उद्देश्य बीजेपी में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को नेतृत्व में भागीदारी देने का है। यदि कोई व्यक्ति आयु के मामले में थोड़ा-बहुत ऊपर-नीचे भी है तो भी मजबूत और काम करने वाले नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। पार्टी के नता मिल-बैठकर तय करेंगे कि किसको क्या जिम्मेदारी दी जा सकती है।


बता दें कि प्रदेश बीजेपी के कोर ग्रुप की बैठक में फैसला किया गया था कि मंडल अध्यक्ष के लिए 45 साल और जिला अध्यक्ष के लिए 55 साल की उम्र वाले व्यक्तियों के नामों पर ही विचार किया जाएगा। लेकिन अब पार्टी नेताओं के सुझावों के आने के बाद प्रदेश नेतृत्व इस मामले में कुछ ढील देने पर विचार कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि इस उम्र के मामले में ज्यादा छूट नहीं दी जाएगी। ताकि संगठन में ज्यादा से ज्यादा सक्रियता बनी रहे।
खुद को रिटायर समझ रहे ज्यादा उम्र वाले
दिल्ली बीजेपी में मंडल व जिला अध्यक्षों के लिए आयु सीमा निर्धारित किए जाने के बाद पार्टी में ज्यादा उम्र वाले नेता खुद को रिटायर मानने लगे थे। पार्टी के जूनियर कार्यकर्ताओं ने भी अपने सीनियर कार्यकर्ताओं को पूछना बंद कर दिया है। बताया जा रहा है कि जूनियर कार्यकर्ताओं के मन में यह बात आ गई है कि जो व्यक्ति उम्र ज्यादा होने की वजह से पार्टी में खुद कुछ नहीं बन सकता, वह उन्हें क्या बनवा सकता है? ऐसे में दिल्ली बीजेपी में वर्षों से काम में जुटे नेता अपने आप को अलग थलग मानने लगे हैं।
गुटबाजी में भी निकल जाता समय
हर राजनीतिक संगठन की तरह दिल्ली बीजेपी में कई गुट हैं। एक गुट के वरिष्ठ नेता को बड़ी जिम्मेदारी में कई बार कई साल लग जाते हैं। ऐसे में पार्टी में यह चर्चा भी शुरू हो गई है कि एक गुट के हावी होने के बाद दूसरे गुट के नेताओं को पार्टी-संगठन में स्थान नहीं मिल पाएगा। दिल्ली बीजेपी के एक पदाधिकारी ने कहा कि राजनीतिक दलों में उम्र की सीमा तय करना गलत है। यदि उम्र सीमा ही तय करनी है तो वह सभी के लिए होनी चाहिए। फिर चाहे वह सांसद हो, विधायक हो या फिर राष्ट्रीय संगठन हो अथवा प्रदेश का संगठन।
पूरे संगठन की आयु सीमा तय होने का संदेश
प्रदेश बीजेपी में पूरे संगठन की आयु सीमा तय होने का संदेश गया है। मंडलों में चर्चा है कि जब मंडल अध्यक्ष ही 45 साल का होगा तो उसके साथ 45 से कम आयु वालों को ही रखा जाना तय है। लेकिन इसका असर मंडल के दूसरे लोगों पर पड़ना भी तय है। इसी तरह जिलों में जब अध्यक्ष की उम्र ही 55 साल तय होगी तो बाकी पदाधिकारियों और सदस्यों का इससे कम आयु का रखना भी तय माना जा रहा है। इससे बहुत से नेता अपने आपको अलग थलग पा रहे हैं।
कई मंडलों में नहीं मिल पाए ढंग के नाम!
दिल्ली बीजेपी में चर्चा है कि रायशुमारी के दौरान कई मंडलों में तो 45 साल की आयु सीमा तय किये जाने की वजह से ढंग के नाम ही नहीं मिल पाए। ऐसे मंडलों में वर्तमान अध्यक्षों को ही रिपीट किए जाने की बात कही गई है। वहीं कुछ मंडलों में 50 से 55 साल तक के लोगों के नाम भी सुझाए गए हैं। ऐसे में पार्टी नेतृत्व का आयु सीमा के मामले ढिलाई बरते जाने की पूरी संभावना है।             


एशिया के बड़े सोलर प्लांट का उद्घाटन

रीवा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश के रीवा स्थित एशिया के सबसे बड़े सौर प्लांट का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसकी शुरुआत की। राज्य में दोबारा शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार में प्रधानमंत्री मोदी पहली बार किसी बड़ी योजना की शुरुआत कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के रीवा में 750 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना शुरू की जा रही है। इसके बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने खुद जानकारी दी थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, '10 जुलाई को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्यप्रदेश के रीवा में बने 750 मेगावाट की सौर परियोजना का उद्घाटन करूंगा। यह सौर परियोजना 2022 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता को गति प्रदान करती है।' रीवा की इस परियोजना में 250-250 मेगावाट की तीन सौर उत्पादन इकाइयां शामिल हैं। इससे लगभग 15 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर कार्बन उत्सर्जन की संभावना है।            

 

26506 संक्रमित, आंकड़ा 8 लाख पार

नई दिल्ली। देश में तेजी से फैल रहा कोरोना अब भयावह आंकड़ों की ओर बढ़ चला है, देश में इस समय कोरोना संक्रमितों की संख्या लगभग आठ लाख के करीब पहुंच चुकी है, यही नहीं बीते 24 घंटों में सबसे बड़ी रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है, पिछले 24 घंटों में 26506 नए मरीज मिले हैं, यदि स्थिति यही रही, तो भारत संक्रमितों के मामले में नंबर-1 पर पहुंच जाएगा, इसलिए केंद्र और राज्य सरकारों को अभी सख्त लॉकडाउन लागू करने की जरूरत है, वरना आगे स्थिति भयावह हो सकती है | केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 26 हजार 506 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 475 लोगों की मौत हुई है, यह अब तक एक दिन में सबसे अधिक आंकड़ा है, इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 7 लाख 93 हजार 802 हो गई है, जिनमें से 2 लाख 76 हजार 685 सक्रिय मामले हैं, इस महामारी से 4 लाख 95 हजार 513 लोग ठीक हो चुके हैं. देश में अब तक 21 हजार 604 लोगों की मौत हो चुकी है |                


'अमरनाथ यात्रा' पर रोक के लिए याचिका


  • अमरनाथ यात्रा शुरू होने से कोरोना वायरस फैलने का खतरा

  • श्रद्धालुओं के लिए लाइव दर्शन के इंतजाम करने की मांग

  • अमरनाथ बर्फानी लंगर संगठन ने SC में लगाई है याचिका


नई दिल्ली। कोरोना संकटकाल में इस साल होने वाली अमरनाथ यात्रा पर रोक लगाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका अमरनाथ बर्फानी लंगर संगठन ने दायर की है, जिसमें कहा गया है कि अमरनाथ यात्रा में सालाना 10 लाख से ज्यादा भक्त आते हैं। इतनी संख्या में लोगों के आने से कोरोना फैलने का खतरा बना रहेगा।


याचिका में मांग की गई कि अमरनाथ यात्रा पर रोक लगाने के साथ ही सरकार इंटरनेट और टीवी चैनलों के जरिए अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के लाइव दर्शन का इंतजाम कराए, ताकि कोरोना काल में भी करोड़ों भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकें।


अमरनाथ बर्फानी लंगर संगठन ने याचिका में कहा कि अमरनाथ यात्रा पर रोक लगाना श्रद्धालुओं के हित में भी है। याचिका में सलाह दी गई कि मौजूदा हालात को देखते हुए श्रद्धालुओं और प्रशासन दोनों के लिए अमरनाथ यात्रा शुरू करना सही नहीं है।


अमरनाथ यात्रा के दौरान पुलिस, सुरक्षा बल, श्रमिकों, घोड़े वालों, सामान ढोने वालों और दुकानदारों का एक जगह इकट्ठा होना कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर सही नहीं होगा। इसीलिए अमरनाथ यात्रा इस बार आयोजित ही नहीं होनी चाहिए।


आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रा शुरू करने को लेकर जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं। इसके मद्देनजर सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं। इस बार सिर्फ बालटाल रूट से अमरनाथ यात्रा कराने की योजना बनाई जा रही है। हेलीकॉप्टर से यात्रा पर भी विचार किया जा रहा है, लेकिन अब तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है।


इनके साथ क्या रवैया अपनाएगी सरकार

अनिल मिश्रा


लखनऊ। राजनीति और अपराध जगत का आत्मीय संबंध भी सुर्खियों में आ जाता है। उत्तर प्रदेश की सियासी जमीन पर कई ऐसे नेता उपजे हैं। जिन्होंने इस सूबे की राजनीति को प्रभावित किया है। ऐसे ही यूपी का पूर्वांचल ऐसे ही प्रभावी नेताओं का गढ़ माना जाता है । अपराधियों को नेताओं का समर्थन हो या नेताओं की अपराधियों को कानून के शिकंजे से बचाने की कोशिश, आखिर दलों पर अपराधियों का ये कैसा असर है। छह दशक के भारतीय लोकतंत्र में अपराधी इतने महत्वपूर्ण हो गए हैं कि कोई भी राजनीतिक दल उन्हें नज़रअंदाज़ नहीं कर पा रहा। पार्टियां उन्हें नहीं चुनती बल्कि वे चुनते हैं कि उन्हें किस पार्टी से लड़ना है। उनके इसी बल को देखकर उन्हें बाहुबली का नाम मिला है


अतीक अहमद देश की सियासत में कई ऐसे नेता हैं जिन्होंने जुर्म की दुनिया से निकलकर राजनीति की गलियों में कदम रखा और वे राजनीति में आकर भी अपनी माफिया वाली छवि से बाहर नहीं निकल पाए। उनके कारनामों ने हमेशा उन लोगों को सुर्खियों में बनाए रखा। यूपी की सियासत का एक ऐसा ही नाम है अतीक अहमद। इलाहाबाद के रहने वाले अतीक अहमद को एक खतरनाक बाहुबली नेता के तौर पर जाने जाते हैं। अतीक अहमद फूलपुर से सांसद रह चुके हैं। इस लोकसभा सीट से कभी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू सांसद चुने गए थे। अतीक के 2014 के चुनाव में अपने हलफनामे के अनुसार उनके खिलाफ 42 मामले लंबित हैं। जिसमें हत्या की कोशिश, 6 अपहरण, 4 हत्या का आरोप हैं। इसमें सबसे सनसनीखेज मामला बसपा विधायक राजू पाल का है।


राजनीति में पहला कदम अपराध की दुनिया में नाम कमा चुके अतीक अहमद को समझ आ चुका था कि सत्ता की ताकत कितनी अहम होती है। इसके बाद अतीक ने राजनीति का रुख कर लिया। वर्ष 1989 में पहली बार इलाहाबाद (पश्चिमी) विधानसभा सीट से विधायक बने अतीक अहमद ने 1991 और 1993 का चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ा और विधायक भी बने। 1996 में इसी सीट पर अतीक को समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया और वह फिर से विधायक चुने गए।


बसपा विधायक राजू पाल की हत्या का आरोप 2004 के आम चुनाव में फूलपुर से सपा के टिकट पर अतीक अहमद सांसद बन गए थे। इसके बाद इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट खाली हो गई थी। इस सीट पर उपचुनाव हुआ। सपा ने अतीक के छोटे भाई अशरफ को टिकट दिया था। मगर बसपा ने उसके सामने राजू पाल को खड़ा किया और राजू ने अशरफ को हरा दिया। उपचुनाव में जीत दर्ज कर पहली बार विधायक बने राजू पाल की कुछ महीने बाद 25 जनवरी, 2005 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में सीधे तौर पर सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को आरोपी बनाया गया था।


मुख्तार अंसारी पूर्वांचल से यू तो कई नेता आए लेकिन एक ऐसा भी नेता इस क्षेत्र से आया जो अपराध की दुनिया से राजनीति में आकर पूर्वांचल का रॉबिनहुड बन गया। उस बाहुबली नेता का नाम है मुख्तार अंसारी। प्रदेश के माफिया नेताओं में मुख्तार अंसारी का नाम पहले पायदान पर माना जाता है। मुख्तार अंसारी भी पूर्वांचल में बाहुबली नेता के तौर पर जाने जाते हैं। मऊ विधानसभा क्षेत्र में एक रिकॉर्ड चार बार से विधानसभा के एक सदस्य के रूप में निर्वाचित हो रहे हैं। उनके ऊपर बीजेपी के बाहुबली नेता कृष्णानंद राय की हत्या करवाने का आरोप है। हालांकि इस मामले में दोष सिद्ध नहीं हो सका है। कभी माफिया बृजेश सिंह और मुख्तार अंसारी के बीच शुरू हुई दुश्मनी से पूर्वांचल की धरती लाल हो गई थी। हालांकि दोनों गुटों के बीच हुए एक मुठभेड़ में बृजेश सिंह की मौत की खबर आई। लेकिन कई सालों के बाद बृजेश सिंह को नाटकीय अंदाज में जिंदा पकड़ लिया गया। अंसारी का कब्जा अब ठेकेदारी, खनन, स्क्रैप, शराब, रेलवे ठेकेदारी में है। जिसके दम उसने बहुत बड़ा व्यवसाय खड़ा कर लिया है। अब वह पूरी तरह राजनीति में सक्रिय है। 2014 के लोकसभा चुनाव में उसकी हर चाल ने प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी और और पूरी टीम को परेशान करके रख दिया था।


अपराध की दुनिया में कदम1988 में पहली बार हत्या के एक मामले में उनका नाम आया था। हालांकि उनके खिलाफ कोई पुख्ता सबूत पुलिस नहीं जुटा पाई थी। लेकिन इस बात को लेकर वह चर्चाओं में आ गए थे। 1990 का दशक मुख्तार अंसारी के लिए बड़ा अहम था। छात्र राजनीति के बाद जमीनी कारोबार और ठेकों की वजह से वह अपराध की दुनिया में कदम रख चुके थे। पूर्वांचल के मऊ, गाजीपुर, वाराणसी और जौनपुर में उनके नाम का सिक्का चलने लगा था।


राजनीति में पहला कदम और गैंगवार1995 में मुख्तार अंसारी ने राजनीति की मुख्यधारा में कदम रखा। 1996 में मुख्तार अंसारी पहली बार विधान सभा के लिए चुने गए। उसके बाद से ही उन्होंने ब्रजेश सिंह की सत्ता को हिलाना शुरू कर दिया। 2002 आते आते इन दोनों के गैंग ही पूर्वांचल के सबसे बड़े गिरोह बन गए। इसी दौरान एक दिन ब्रजेश सिंह ने मुख्तार अंसारी के काफिले पर हमला कराया। दोनों तरफ से गोलीबारी हुई इस हमले में मुख्तार के तीन लोग मारे गए। ब्रजेश सिंह इस हमले में घायल हो गया था. उसके मारे जाने की अफवाह थी। इसके बाद बाहुबली मुख्तार अंसारी पूर्वांचल में अकेले गैंग लीडर बनकर उभरे. मुख्तार चौथी बार विधायक हैं।


उत्तरप्रदेश की योगी सरकार क्या अब इन अपराधियो के साथ भी विकास दुबे जैसा व्यवहार करेगी।क्या इन बड़े माफियाओं की संपत्ति को भी जप्त या नष्ट करने का कार्य होगा।आम जनता को योगी सरकार से काफी अपेक्षा है।अपराध जगत से संलिप्त माफियाओं का सफाया होना ही चाहिए।ये अपराधी राजनीति में आकर अपने आपको सुरक्षित करना चाहते है।ऐसे अपराधियो का राजनीति में आना पूरी तरह से बंद होना चाहिए। इस विषय पर देश के सभी राजनितिक दलो को मनन करना चाहिए।जब तक अतीक अहमद और अंसारी जैसे अपराधियो को राजनीति में आना बंद नही होगा तब तक हम स्वस्थ समाज के साथ स्वस्थ राजनीती की अपेक्षा नही रख सकते है। अब इनके जैसे सभी अपराधियो के साथ विकास दुबे जैसा ही रवैया अपनाने का समय है।तब ही ये गंदगी दूर होगी।           


कार नहीं पलटती तो सरकार पलट जाती

अकाशुं उपाध्याय


कानपुर। विकास दुबे के एनकाउंटर के यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर पुलिस और सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने अपने ट्वीट में उस वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर सवाल उठाए हैं, जिसमें विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लाया गया था।


पूर्व मुख्यमंत्री  अखिलेश यादव ने अपने एक ट्वीट में लिखा, दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है। अखिलेश यादव समेत तमाम राजनेताओं ने पहले ही इस बात का शक जताया था कि विकास दुबे के पीछे यूपी सरकार के तमाम रसूखदार लोगों का संरक्षण प्राप्त था।


पूर्व मुख्यमंत्री  अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में भी इसी तरह की बात का संकेत दिया है। अखिलेश ने ट्वीट में कहा है कि कार पलटने और विकास दुबे के मरने से सरकार के कई राज खुलने से बच गए हैं। आपको जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस के आठ जवानों की बर्बर हत्‍या का मुख्‍य आरोपी विकास दुबे फिल्‍मी अंदाज में मारा गया है। यूपी एसटीएफ की गाड़ी विकास को लेकर कानपुर आ रही थी। स्‍पीड तेज थी। पुलिस के मुताबिक, बर्रा के पास अचानक रास्‍ते में गाड़ी पलट गई। इस हादसे में विकास दुबे और एक सिपाही को भी चोटें आईं। इसके बावजूद विकास की नजरें पुलिस के चंगुल से बचकर भागने पर थी।


पुलिस का कहना है कि उसने मौका पाकर एसटीएफ के एक अधिकारी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। इसी के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। एसटीएफ ने विकास से हथियार रखकर सरेंडर करने को कहा। वह इसके बावजूद नहीं माना तो पुलिस को मजबूरन एनकाउंटर करना पड़ा।            


पाक एयरलाइंस उड़ानों पर लगी रोक

नीरज जिंदल


सिडनी। अमेरिका ने पाकिस्तान को एक बड़ा झटका देते हुए पाकिस्तान की सबसे बड़ी एयरलाइन पीआईए की उड़ानों को प्रतिबंधित कर दिया है। अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसपोर्टेशन ने कहा है कि हमने पाकिस्तानी इंटरनेशनल एयरलाइंस को परमिशन ​देने से जुड़ा फैसला बदल दिया है। इसके तहत पाकिस्तानी इंटरनेशनल एयरलाइंस अमेरिका में चार्टर फ्लाइट्स चला सकती थीं लेकिन अब इन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया है। अमेरिका ने इसके पीछे पाकिस्तानी पायलटों के सर्टिफिकेशंस को लेकर फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन की चिंताओं का हवाला दिया है।
बता दें कि पाकिस्तान अपने कई पायलटों पर रोक लगा चुका है। पिछले महीने पाकिस्तान ने अपने तीसरे पायलट को फर्जी लाइसेंस के चलते हटा दिया था। वहीं अब यूरोपियन यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी ने पीआईए के ऑथराइजेशन को सस्पेंड कर दिया है यह रोक 6 महीने के लिए लगाई गई है।  पीआईए ने कहा कि एयरलाइंस को लेकर जिन जरूरी सुधारों की जरूरत है, उस पर वो काम करेगा। पाकिस्तान ने ऐसे पायलट जिनके लाइसेंस और क्वालिफिकेशंस को लेकर गलत जानकारियां दी गईं थीं, इनकी जांच एक विमान हादसे के बाद शुरू की थी। इसी साल मई में एक पीआईए जेट क्रैश हो गया थी फ्लाइट में सवार 97 यात्रियों की मौत हो गई थी।            


एनकाउंटर के साथ दफन हुए कई राज

नीरज जिंदल


कानपुर। गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी के 24 घंटों के अंदर ही उसका एनकाउंटर हो गया। उज्जैन से खुद की गिरफ्तारी करवाने वाले विकास दुबे ने आज यूपी वापसी के दौरान भागने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया। हालाँकि 7 दिनों से उसकी तलाश में लगी यूपी पुलिस ने कई बड़े खुलासे किये थे। कई पुलिसकर्मियों के साथ उसके सम्पर्क थे, वहीं नेताओं से भी उसका सम्बन्ध था। उम्मीद की जा रही थी कि विकास की गिरफ्तारी के बाद कई चेहरों से पर्दे हटेंगे लेकिन विकास की मौत के साथ ही ये राज बनकर दफ़न हो गए।  उज्जैन से महाकाल से विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद माना जा रहा था कि अब कई बड़े नामों का खुलासा हो सकता है। दरअसल, विकास को पहले से एनकाउंटर की जानकारी थी, वहीं इसके पहले भी उसने एक मंत्री की हत्या कर दी थीं। इन सब के बावजूद वह आजाद था। ऐसे में विकास के संबंध कई राजनेताओं और पुलिस के लोगों से होने की बात सामने आ रही थी लेकिन मुठभेड़ में मारे जाने के बाद अब ऐसा कोई खुलासा नहीं हो सकेगा।
कुख्यात गैंगेस्टर विकास दुबे का आपराधिक साम्राज्य बिना राजनीतिक संरक्षण के चलना मुश्किल था। उसपर प्रदेश के बड़े राजनीतिक दलों का हाथ रहा। विकास 15 साल बसपा, 5 साल बीजेपी और 5 साल सपा के साथ रहा था। वहीं पंचायत चुनाव में बसपा के समर्थन में रहा, जबकी उसकी पत्नी को सपा की आजीवन सदस्य्ता मिली थी। राजनीतिक दलों के संरक्षण में उसने कानपुर में अपना रसूख कायम किया। कई जमीनों पर अवैध कब्जे भी किए। एक दौर ऐसा आया कि जेल में बंद होने के बाद भी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने शिवराजपुर से नगर पंचायत चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। राजनाथ सिंह की सरकार के कार्यकाल में 11 नवंबर 2001 को कानपुर के थाना शिवली के अंदर विकास दुबे ने मंत्री संतोष शुक्ला की गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी, हालाँकि जब कोर्ट में मामला गया तो कई पुलिसकर्मियों ने अपने बयान बदल दिए और वह बरी हो गया। कानपुर काण्ड के बाद जब वह फरार हुआ तो उसकी तलाश में लगी पुलिस ने कई बड़े खुलासे किये। उसके कॉल डिटेल निकलवाई तो पता चला कि 24 पुलिसकर्मियों के साथ विकास का सम्पर्क था। एनकाउंटर की रात भी विकास को पता था कि पुलिस रेड देने वाली है। वहीं उसके गाँव की बिजली भी थाने से कटवाई गयी। मामले में चौबेपुर थाने के दारोगा और कुछ सिपाही सस्पेंड हुए और पूरा थाना लाइन हाजिर हुआ। पूर्व एसएसपी अनंत देव भी जांच के दायरे में आ गए लेकिन विकास की मौत के बाद उसके वर्दी वाले साथी संगियों के नाम से पर्दा नहीं हट सका।           


गले की खराश, आजमाएं घरेलू नुस्खे

गले में ख़राश चिड़चिड़ापन पैदा करती है। हालांकि, ये कोरोना वायरस के शुरुआती कुछ लक्षणों में से भी है। गले में ख़राश के साथ सूखी खांसी का मतलब है वायरल संक्रमण, जिसका समय रहते इलाज न किया जाए तो कोफी बढ़ सकता है।
घरेलू उपाय आज़माएं :-
कोरोना वायरस में फौरन इलाज की ज़रूरत होती है, हालांकि, कुछ ऐसे घरेलू उपाय हैं, जो आपको गले की ख़राश से राहत दे सकते हैं। हम आज आपको बता रहे हैं ऐसे 5 उपाय जो आपकी ऐसे समय में मदद कर सकते हैं।
अदरक और शहद :-
अदरक और शहद का मिश्रण बिल्कुल काढ़े की तरह करता है और कीटाणु और फैलते संक्रमण से लड़ता है। अदरक, गले की खराश को कम करता है, तो शहद में मौजूद एंटी-इंफ्लामेट्री गुण इम्यूनिटी को मज़बूत करते के साथ गले में राहत पहुंचाता है। अदरक और शहद का मिश्रण बलग़म को ख़त्म करता है, साथ ही गले में ख़राश पैदा कर रही तकलीफ को दूर करता है।
इसके लिए आपको चाहिए :-
अदरक ( कद्दूकस किया हुआ)
कच्चा शहद
ज़ैतून का तेल
आटा
टिशू/रुमाल
गॉज़
टेप
शहद और आटे मिला लें, फिर इसमें कद्दूकस किया हुआ अदरक और ज़ैतून के तेल की 2-3 बूंदें मिला लें। जब ये तैयार हो जाए, तो एक रुमाल या टिशू में इसे रखें। फिर गॉज़ और टेप की मदद से इसे सीने पर लपेट लें। इसे सोने से पहले लगाएं।
नमक के पानी से ग़रारे :-
नमक के पानी से ग़रारे से बेहतर उपाय और कुछ नहीं है। ऐसा करने से न सिर्फ गले की ख़राश से राहत मिलती है, बल्कि रोगाणु और वायरस भी खत्म होते हैं। इसे रोज़ाना कम से कम 3-4 दिनों तक करना चाहिए, उसके बाद ही आपको इसका असर देखने को मिलेगा। हालांकि, ये अभी तक सिद्ध नहीं हो पाया है कि नमक का पानी कीटाणु या फिर कोरोना वायरस को ख़त्म कर सकता है। नमक का पानी गले में आई सूजन और ख़राश को कम कर सकता है। इसके लिए गुनगुने पानी में आधा बड़ा चम्मच नमक मिलाएं और ग़रारे करें। ध्यान रहे कि आप इसे निगले नहीं, बल्कि थूक दें। इसे दिन में 2-3 बार करें। याद रहे, कि गर्म पानी या नमक का पानी कोरोना वायरस को ख़त्म करने का तरीका नहीं है।
मुलैठी खाएं :-
मुलैठी एक आयुर्वेदिक जड़ीबूटी है, जिसे कई बार चाय में भी डाला जाता है। इसके अलावा कई लोग गले की ख़राश के लिए भी इसे खाते हैं। गले में ख़राश के वक्त खुजली से भी राहत दिलाती है मुलैठी। मुलैठी में ज़रूरी एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो बीमारी फैलाने वाले वायरस को ख़त्म करती है।
सेब का सिरका भी है मददगार :-
एप्पल साइडर वेनेगर यानी सेब के सिरके में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं। यह गले में ख़राश से राहत देने में विशेष रूप से सहायक है क्योंकि इसमें मौजूद एसिड खराब बैक्टीरिया को फैलाने वाले संक्रमण को ख़त्म करने में मदद करती है, जिससे गले में सूजन होती है। ख़राश से राहत पाने के लिए, गुनगुने पानी में एक बड़ा चम्मच सेब का सिरका मिला लें और इसे पी लें। स्वाद के लिए आप इसमें शहद भी मिला सकते हैं।
नारियल तेल :-
गले की ख़राश को दूर करने का ये एक पारंपरिक तरीका है। नारियल तेल को मुंह में करीब 20 मिनट तक रखने के बाद थूक देने से कीटाणु ख़त्म होते हैं। ये साथ ही नासिका मार्ग को भी साफ करता है। नारियल तेल गले को राहत पहुंचाता है और इसके साइड-इफेक्ट भी नहीं होते।
इल लेख में दिए गए उपाय गले में ख़राश को दूर करने के लिए बताए गए हैं। हालांकि, ये उपाय कोरोना वायरस को ख़त्म नहीं कर सकते, लेकिन उसके लक्षणों में राहत ज़रूर दे सकते हैं। अगर आपको कोविड-19 के लक्षण महसूस होते हैं, तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें।                     


बोलिविया की राष्ट्रपति कोरोना संक्रमित

लापाज। बोलिविया की राष्ट्रपति जिनिन नॉवेल कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। उन्होंने यह जानकारी स्वयं गुरुवार को दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वो ठीक थीं और आइसोलेशन में काम कर रहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘एक साथ मिलकर हम इससे निकल जाएंगे।’बोलिवियाई सरकार ने इस बात की पुष्टि की है कि स्वास्थ्य मंत्री समेत करीब 7 मंत्री संक्रमित हैं और घर में ही रहकर इलाज करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी टीम में कई लोग बीमार थे इसलिए उन्होंने अपना टेस्ट कराया। उन्होंने कहा, ‘मैं ठीक हूं, आइसोलेशन में रहकर मैं अपना काम जारी रहूंगी। मैं बोलिविया के सभी नागरिकों को धन्यवाद कहना चाहती हूं जो इस स्वास्थ्य संकट में हमारी मदद कर रहे हैं।’ बोलिविया में 6 सितंबर को आम चुनाव होगा। पहले यह मई में आयोजित होना था लेकिन महामारी के कारण इसे टाल दिया गया था।                


रूस और चीन में वैक्सीन ट्रायल शुरू

नई दिल्ली। कोरोना वायरस वैक्‍सीन पर आज दो बड़े अपडेट हैं। रूस की डिफेंस मिनिस्‍ट्री ने जो वैक्‍सीन बनाई है, वह ट्रायल के आखिरी दौर में पहुंच गई है। वैक्‍सीन जिन्‍हें दी गईं, उनमें कोरोना वायरस के प्रति इम्‍यूनिटी डेवलप होते देखी गई है। वहीं दूसरी तरफ, चीन की झिफेई ने अपनी कोविड वैक्‍सीन के फेज 2 ट्रायल शुरू कर दिया है। कंपनी ने तीन हफ्ते पहले ही क्लिनिकल ट्रायल शुरू किया है। कोरोना वैक्‍सीन बनाने के मामले में चीन सबसे व्‍यापक स्‍तर पर कोशिशें कर रहा है। उसकी दुनिया के 19 लीडिंग प्रोग्राम्‍स में से कम से कम 6 में सक्रिय भागीदारी है। भारत में तैयार हुई कोरोना वैक्‍सीन COVAXIN का ह्यूमन ट्रायल जल्‍द शुरू होने वाला है। उससे पहले वैक्‍सीन के बैच की टेस्टिंग CDL कसौली में चल रही है।


इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) – नैशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी (NIV) और भारत बायोटेक ने मिलकर COVAXIN नाम से कोरोना वैक्‍सीन बनाई है। इसके क्लिनिकल ट्रायल की मंजूरी मिलने के बाद फिलहाल वालंटियर्स का एनरोलमेंट हो रहा है। फिलहाल इस वैक्‍सीन के बैच CDL कसौली में चेक किए जा रहे हैं ताकि इंसानों को दिए जाने से पहले उनकी सेफ्टी, शुद्धता, पोटेंसी और स्‍टेबिलिटिी कन्‍फर्म की जा सके।


चीन की फार्मा कंपनी Zhifei ने वैक्‍सीन का फेज 2 ट्रायल शुरू कर दिया है। कंपनी ने पहले कहा था कि फेज 1 ट्रायल 21 जुलाई तक खत्‍म होगा। उसने फेज 1 ट्रायल के डिजाइन या रिजल्‍ट्स को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। Zhifei की वैक्‍सीन चीन की उन 8 वैक्‍सीन में से एक हैं जिनका इंसानों पर ट्रायल चल रहा है।


रशियन डिफेंस मिनिस्‍ट्री की वैक्‍सीन क्लिनिकल ट्रायल के फाइनल स्‍टेज में पहुंच गई है। मंत्रालय के मुताबिक, जिन्‍हें वैक्‍सीन दी गई है उनको कोई दिक्‍कत महसूस नहीं हो रही। न ही वैक्‍सीन के किसी तरह के साइड इफेक्‍ट्स देखनो को मिले हैं। वालंटियर्स पर टेस्टिंग में सामने आया कि वे कोरोना के प्रति इम्‍यूनिटी डेवलप कर रहे हैं। प्रोटोकॉल के तौर पर वालंटियर्स का रेगुलरली ऐंटीबॉडी टेस्‍ट किया जाता है।


अमेरिका की दिग्‍गज फार्मा कंपनी Moderna ने यूरोपियन कंपनी ROVI से हाथ मिलाया है। यह सौदा वैक्‍सीन के बड़े पैमाने पर प्रॉडक्‍शन और डिस्‍ट्रीब्‍यूशन के लिए किया गया है। ROVI वॉयल फिलिंग और पैकेजिंग उपलब्‍ध कराएगी। Moderna ने mRNA-1273 नाम से वैक्‍सीन बनाई है। इस वैक्‍सीन का फेज 2 ट्रायल जल्‍द शुरू होने वाला है।


वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गनाइजेशन ने 2021 तक कोविड-19 वैक्‍सीन की 2 बिलियन डोज तैयार करने का लक्ष्‍य बनाय है। भारत दुनिया की वैक्‍सीन जरूरत का 60 फीसदी सप्‍लाई करता है। इस लिहाज से उसकी भूमिका इसमें बेहद अहम होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि भारत वैक्‍सीन डेवलपमेंट और डिस्‍ट्रीब्‍यूशन में बड़ी भूमिका निभाने को तैयार है।             


विकास दुबे एनकाउंटर पर उठे सवाल

हाथ बंधे क्यों नहीं थे? विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर उठ रहे हैं ये 5 सवाल


सुदेश उपाध्याय


कानपुर। 8 पुलिसकर्मियों के हत्यारे गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार सुबह पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। उज्जैन से कानपुर लाए जाने के दौरान बर्रा इलाके में एसटीएफ की वह गाड़ी पलट गई जिसमें दुबे भी मौजूद था। पुलिस का कहना है कि दुर्घटना का फायदा उठाकर विकास दुबे ने एक पुलिसकर्मी से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और मारा गया। हालांकि, पुलिस की इस थ्योरी पर कई सवाल भी उठ रहे हैं, जिनका अभी जवाब दिया जाना बाकी है।
सवाल 1: पहला सवाल यह है कि क्या आखिर काफिले की वही गाड़ी अचानक कैसे पलटी जिसमें विकास मौजूद था। यदि इसे संयोग मान लिया जाए तो भी बड़ा सवाल यह है कि जब इतने बड़े अपराधी को पुलिस गाड़ी में ला रही थी तो उसके हाथ खुले क्यों थे? क्या उसे हथकड़ी नहीं लगाई गई थी?
सवाल 2: एक दिन पहले जिस तरह विकास दुबे की गिरफ्तारी हुई उसको लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि उसने खुद मंदिर परिसर में कुछ लोगों को अपनी पहचान बताई थी। यदि वह गिरफ्तारी के लिए तैयार नहीं था तो एक हाई सिक्यॉरिटी जोन में क्यों गया? यदि कल गिरफ्तारी के लिए तैयार था तो आज उसने भागने की कोशिश क्यों की? 
सवाल 3: गुरुवार को प्रभात और शुक्रवार को विकास दुबे, इन दोनों का जिस तरह दो दिन में एनकाउंटर हुआ और पूरे घटनाक्रम को देखें तो यह सवाल जरूर उठता है कि क्या यह संयोग है? प्रभात के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने इसी तरह का घटनाक्रम बताया था कि पहले पुलिस की गाड़ी पंक्चर हुई फिर प्रभात पुलिसकर्मियों से पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश करने लगा और फिर एनकाउंटर में मारा गया। आज भी सबकुछ ठीक उसी तरह से हुआ है। 
सवाल 4: दो दिन में दो बार अपराधी पुलिसकर्मियों से हथियार छीन लेते हैं। जानकार सवाल उठा रहे हैं कि क्या पुलिसकर्मियों ने अपने हथियार रखने में लापरवाही बरती जो उनके गिरफ्त में मौजूद कोई बदमाश हथियार छीन लेता है। 
सवाल 5: मीडियाकर्मियों का दावा है कि वे भी उस काफिले के साथ ही उज्जैन से आ रहे थे, लेकिन दुर्घटना स्थल से कुछ पहले मीडिया और सड़क पर चल रही निजी गाड़ियों को रोक दिया गया था। न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी इसका फुटेज जारी किया है। आखिर क्यों मीडिया को आगे बढ़ने से कुछ देर के लिए रोक दिया गया था? यदि विकास ने भागने की कोशिश की तो उसके पैर में गोली क्यों नहीं मारी गई? इस तरह के और भी कई सवाल उठ रहे हैं, जिनका अभी पुलिस को जवाब देना होगा।             


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 11, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-333 (साल-01)
2. शनिवार, जुलाई-11, 2020
3. शक-1943, श्रावण, कृष्ण-पक्ष, तिथि- षष्टि, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:31,सूर्यास्त 07:27।


5. न्‍यूनतम तापमान 26+ डी.सै.,अधिकतम-39+ डी.सै.। बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


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कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...