रविवार, 5 जुलाई 2020

2036 तक पुतिन राष्ट्रपति बने रहेंगे

मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन वर्ष 2036 तक राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे। उन्हें एक्सटेंशन दिए जाने से जुड़े संवैधानिक संशोधन पर रूस की जनता ने अपनी मुहर लगा दी है। व्लादिमिर पुतिन को वर्ष 2024 में अपना पद छोड़ना था लेकिन अब वो 2036 तक अपने पद पर बने रहेंगे। उन्हें  12 वर्षों का एक्सटेंशन मिला है। और इसी के साथ वो रूस में सबसे लंबे समय तक सत्ता में रहने वाले सर्वोच्च नेता बन जाएंगे। इससे पहले 29 वर्षों तक सत्ता में रहे थे। पुतिन की छवि एक राष्ट्रवादी नेता की है। पुतिन रूस को एक बार फिर से महाशक्ति बनाना चाहते हैं और रूस की 78 प्रतिशत जनता ने उनके पक्ष में मतदान करके एक बार फिर उन पर विश्वास जताया है। व्लादिमीर पुतिन का रूस की सत्ता के शिखर पर पहुंचने का सफर काफी दिलचस्प रहा है। साल 1952 में सेंट पीट्सबर्ग में पैदा हुए पुतिन ने अपने करियर की शुरुआत केजीबी (KGB) से की केजीबी सोवियत युग की सिक्योरिटी पुलिस हुआ करती थी। साल 1990 से 1996 तक मॉस्को आने से पहले वह सेंट पीट्सबर्ग एडमिनिस्ट्रेशन में काम करते रहे। अगस्त 1999 में रूस के प्रधानमंत्री बने।


भूमाफिया 'चीन' की नहीं मिट रही भूख

बीजिंग। 'भूमाफिया चीन' की भूख नहीं मिट रही है। पूरी दुनिया को कोरोना बांटने के बाद चीन कई देशों के साथ तनावपूर्ण रिश्तों को बढ़ावा देने में लगा हुआ है। भारत, म्यांमार, जापान के बाद अब चीन ने रूस से दुश्मनी मोल ली है। वो रूस, जो चीन के साथ ऐसे समय साथ रहा, जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस के लिए उसकी आलोचना कर रही है।


रूस इस समय कोरोना से कहर झेल रहा है लेकिन उसने चीन पर आरोप नहीं लगाए। रूस ने हांगकांग के मुद्दे पर भी चुप्पी साध रखी है। एक भी शब्द चीन के खिलाफ नहीं बोला। लेकिन चीन ने रूस को बदले में क्या दिया? चीन ने रूस के एक शहर पर अपना दावा ठोक दिया है। आप सही पढ़ रहे हैं। चीन ने रूस के शहर व्लादिवोस्तोक पर दावा ठोका है। यह शहर कभी किंग राजवंश से संबंधित था। रूस ने द्वितीय अफीम युद्ध में चीन को हराने के बाद इस क्षेत्र पर नियंत्रण स्थापित कर लिया। चीन को यह क्षेत्र रूस को देना पड़ा। इसके लिए दोनों देशों के बीच 1860 में एक संधि भी हुई थी। तब से यह शहर रूस के आधिपत्य में है लेकिन चीन ने इस संधि को मानने से इनकार कर दिया है।


2 घंटे 43 मिनट तक रहेगा चंद्र ग्रहण

श्रीराम उपाध्याय


नई दिल्ली। चंद्र ग्रहण ज्योतिष और खगोल शास्त्र दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। बीते दिनों में 21 जून को सूर्य ग्रहण लगा था और अब 5 जुलाई को साल का तीसरा चंद्र ग्रहण लगा। जो कि एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण था। लेकिन भारत के लोग इस ग्रहण को नहीं देख पाए।


ग्रहण का समय और सूतक काल: ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई दिया जिस वजह से इसका सूतक काल भी मान्य नहीं था। धार्मिक मान्यताओं अनुसार सूतक काल ग्रहण लगने से पहले की वो अवधि होती है जिसमें किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किये जाते। ग्रहण की शुरुआत 5 जुलाई की सुबह 08:38 AM से हुई। इसका परमग्रास 09:59 AM पर और इसकी समाप्ति 11:21 AM पर। ग्रहण की कुल अवधि 02 घण्टे 43 मिनट की रही। अगला चंद्र ग्रहण 30 नवंबर को लगेगा।


चंद्र ग्रहण और उपच्छाया चंद्र ग्रहण में अंतर: चन्द्रग्रहण उस घटना को कहते हैं जब चन्द्रमा और सूर्य के बीच में धरती आ जाती है जिससे चंद्रमा आंशिक या पूर्ण रूप से ढक जाता है। इससे चांद बिंब काला पड़ जाता है। आपको बता दें कि ग्रहण लगने से पहले चंद्रमा पृथ्वी की उपच्छाया में प्रवेश करता है जिसे चंद्र मालिन्य कहते हैं और अंग्रेजी में इसको कहते हैं। इसके बाद चांद पृथ्वी की वास्तविक छाया भूभा में प्रवेश करता है। जब ऐसा होता है तब ही वास्तविक ग्रहण होता है। लेकिन कई बार चंद्रमा पृथ्वी की उपच्छाया में प्रवेश करके बिना भूभा में प्रवेश किए बिना ही बाहर निकल जाता है। इस स्थिति में चंद्रमा का बिंब केवल धुंधला पड़ता है, काला नहीं । इस धुंधलापन को सामान्य रूप से देखा भी नहीं जा सकता है। इसलिए चंद्र मालिन्य मात्र होने की वजह से ही इसे उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहते हैं ना कि चंद्र ग्रहण।               


माता-पिता, गुरु के सम्मान का तरीका

भानु प्रताप उपाध्याय


अपने माता पिता का सम्मान करने के 35 तरीके


शामली। उनकी उपस्थिति में अपने फोन को दूर रखो। 2. वे क्या कह रहे हैं इस पर ध्यान दो। 3. उनकी राय स्वीकारें। 4. उनकी बातचीत में सम्मिलित हों। 5. उन्हें सम्मान के साथ देखें। 6. हमेशा उनकी प्रशंसा करें। 7. उनको अच्छा समाचार जरूर बताएँ। 8. उनके साथ बुरा समाचार साझा करने से बचें। 9. उनके दोस्तों और प्रियजनों से अच्छी तरह से बोलें। 10. उनके द्वारा किये गए अच्छे काम सदैव याद रखें। 11. वे यदि एक ही कहानी दोहरायें तो भी ऐसे सुनें जैसे पहली बार सुन रहे हो। 12. अतीत की दर्दनाक यादों को मत दोहरायें। 13. उनकी उपस्थिति में कानाफ़ूसी न करें। 14. उनके साथ तमीज़ से बैठें। 15. उनके विचारों को न तो घटिया बताये न ही उनकी आलोचना करें। 16. उनकी बात काटने से बचें। 17. उनकी उम्र का सम्मान करें। 18. उनके आसपास उनके पोते/पोतियों को अनुशासित करने अथवा मारने से बचें। 19. उनकी सलाह और निर्देश स्वीकारें। 20. उनका नेतृत्व स्वीकार करें। 21. उनके साथ ऊँची आवाज़ में बात न करे। 22. उनके आगे अथवा सामने से न चलें। 23. उनसे पहले खाने से बचें। 24. उन्हें घूरें नहीं। 25. उन्हें तब भी गौरवान्वित प्रतीत करायें जब कि वे अपने को इसके लायक न समझें। 26. उनके सामने अपने पैर करके या उनकी ओर अपनी पीठ कर के बैठने से बचें। 27. न तो उनकी बुराई करें और न ही किसी अन्य द्वारा की गई उनकी बुराई का वर्णन करें। 28. उन्हें अपनी प्रार्थनाओं में शामिल करें। 29. उनकी उपस्थिति में ऊबने या अपनी थकान का प्रदर्शन न करें। 30. उनकी गलतियों अथवा अनभिज्ञता पर हँसने से बचें। 31. कहने से पहले उनके काम करें। 32. नियमित रूप से उनके पास जायें। 33. उनके साथ वार्तालाप में अपने शब्दों को ध्यान से चुनें।34. उन्हें उसी सम्बोधन से सम्मानित करें जो वे पसन्द करते हैं। 35. अपने किसी भी विषय की अपेक्षा उन्हें प्राथमिकता दें।माता-पिता इस दुनिया में सबसे बड़ा खज़ाना हैं। यह मेसेज हर घर तक पहुंचने मे मदद करे तो बड़ी कृपा होगी मानव जाति का उद्धार संभव हैं, यदि ऊपर लिखी बातों को जीवन में उतार लिया तो। सबसे पहले भगवान, गुरु माता पिता हैं, हर धर्म में इस बात का उल्लेख है।


कानपुर घटना के बाद एनकाउंटर का दौर

कानपुर की घटना के बाद शामली में एनकाउंटर का दौर शुरू


बदलता शासन


भानु प्रताप उपाध्याय 


शामली। उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई बड़ी घटना के बात अब पुलिस भी सतर्क हो गई है। जिसके चलते पुलिस अपराधियों का काल बनती जा रही है। शामली में बीती रात दो अलग-अलग थानों की पुलिस के साथ बदमाशों की मुठभेड़ हुई, जिसमे मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इस घटना में 3 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। पकड़े गए बदमाशों के पास से लूट की 5 बाइक, 4 मोबाइल व 4 अवैध तमंचों के साथ भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। वहीं सभी घायलो को जिला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जहाँ पर सभी घायलों का इलाज चल रहा है। मामला सदर कोतवाली और कैराना कोतवाली क्षेत्र का है। कैराना कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि कैराना क्षेत्र के गांव पांवटीकला के खण्डरों में कुछ बदमाश छिपे हुए है, जो किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना के बाद मौके पर पहुँची कैराना पुलिस ने जब वहाँ मौजूद बदमाशो को पकड़ने का प्रयास किया तो बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया, जिसमें आत्मरक्षा में पुलिस ने बदमाशों पर फायर किया। मुठभेड़ में 2 बदमाश पुलिस की गोली लगने से घायल हुए है। जबकि 2 बदमाश अंधेरा का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए।


फरार बदमाशो की सूचना कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी थानों में फ़्लैश की गई। जिसके बाद सदर कोतवाली क्षेत्र के कैराना रोड पर पशुपैठ के पास फरार दोनो बदमाशो से पुलिस की मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी है साथ ही इस घटना में 3 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई दो मुठभेड़ के बाद पुलिस ने कुल 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार पकड़े गए बदमाश शातिर किस्म के चोर ओर लुटेरे हैं। जिसका मुख्य सरगना शिवम नाम का बदमाश है, जो हाल ही में जेल से छूट कर आया था। उसने जेल से आने के बाद अपना एक अलग से गैंग तैयार किया था, जो लूट और चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम देता था। इस गैंग ने 2 दिन पूर्व कैराना क्षेत्र में एक होमगार्ड के साथ मारपीट कर उसे घायल करते हुए लूट की घटना को अंजाम दिया था, जिसमें पुलिस ने कैराना कोतवाली क्षेत्र में अज्ञात में मामला भी दर्ज किया था। पुलिस ने आज उस घटना का भी खुलासा कर दिया। पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों के पास से लूट की 5 मोटरसाइकिल 4 मोबाइल व 4 अवैध तमंचे और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस व खोखे बरामद किए हैं। पकड़े गए बदमाशों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। मुठभेड की सूचना पाकर शामली एसपी ने अस्पताल पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली व घायल पुलिसकर्मियों का हाल-चाल जाना।             



लिफ्ट देकर लूटने वाले दो गिरफ्तार किए

अतुल त्यागी (मेरठ मंडल प्रभारी)
हापुड़ मे लोगों को लिफ्ट देकर लूटने वाले दो शातिर अपराधी चढ़े पुलिस के हत्थे।


हापुड़। जनपद हापुड़ के थाना बाबूगढ़ पुलिस को उस वक्त बड़ी कामयाबी हाथ लगी जब लोगों को लिफ्ट देकर लूट करने वाले दो शातिर अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आ गए पुलिस ने लूट की योजना बनाते समय दोनों को किया गिरफ्तार ।जिनके कब्जे से पुलिस ने लूट की घटना में लूटे गए 11 मोबाइल तथा अवैध असला तथा लूट में प्रयोग की गई स्विफ्ट डिजायर कार व डिस्कवर मोटरसाइकिल बरामद की उप निरीक्षक राकेश कुमार चौकी प्रभारी कुचेसर चोपला में पुलिस बल के साथ चैटिंग कर रहे थे। तभी पुलिस व पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई की दो अपराधी को बनखंडा नहर के पास ऐसे समय लगभग रात 11:45 पर लूट की योजना बना रहे हैं। पुलिस ने दोनों को मौका ए वारदात से गिरफ्तार कर लिया। जिनके कब्जे से 11 मोबाइल फोन तथा अन्य सामान प्राप्त हुआ गिरफ्तार अभियुक्त मोनू त्यागी पुत्र सुरेंद्र त्यागी ग्राम बीरपुर थाना हापुड़ जनपद हापुड़ तथा हरेंद्र कुमार पुत्र अशोक कुमार निवासी चिचोली थाना हाफिजपुर जनपद हापुड़ को गिरफ्तार किया गया है इन्हीं का एक साथी कमल पुत्र डालचंद निवासी पटना मुरादपुर थाना हापुड़ देहात फरार होने में कामयाब रहा गिरफ्तार करने वाली टीम में उप निरीक्षक राकेश कुमार थाना बाबूगढ़ जनपद हापुड़ आरक्षित हरेंद्र सिंह आरक्षित करणवीर सिंह आरक्षी ब्रह्म सिंह थाना बाबूगढ़ रहे गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है।


फैक्ट्री में धमाका, 8 की मौत, 20 घायल

अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका, आठ की मौत और 20 से अधिक घायल एसएसपी डीएम मौके पर पहुंचे लिया जायजा


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाजियाबाद मोदीनगर तहसील के पास स्थित बरखवां गांव में अवैध रूप से संचालित एक पटाखा फैक्ट्री में रविवार की दोपहर एक के बाद एक कई धमाके हुए। इस घटना में अभी तक आठ लोगों के मौत की पुष्टि हुई है। जबकि दर्जन भर से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है। मामले की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के अलावा अन्य पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ और पुलिस ने फैक्ट्री के अंदर से शवों को निकालने के साथ ही आग बुझाने की कवायद तेज कर दी है।" alt="" aria-hidden="true" /> 


पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री में रविवार को भी बम बनाने का काम चल रहा था। आशंका है कि उस वक्त फैक्ट्री के अंदर करीब 30 लोग काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक एक धमाका हुआ और आग लग गई। देखते ही देखते फैक्ट्री में एक के बाद एक कई धमाके हुए और पूरी फैक्ट्री आग की चपेट में आ गई। अंदर काम कर रहे मजदूरों ने भागने का प्रयास तो किया, लेकिन आग की लपटों में बुरी तरह से घिर जाने की वजह से कुछ ही लोग बाहर निकल पाए। इधर, धमाके की सूचना से बरखवां ही नहीं, आसपास के गांव यहां तक कि गाजियाबाद तक दहशत की स्थिति बन गई। आनन फानन में जिला मुख्यालय से राहत टीमों को रवाना करने के बाद जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय भी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के साथ मौके के लिए रवाना हो गए। उधर, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) नीरज कुमार जादौन भी दल बल के साथ मौके पर पहुंच कर राहत कार्य शुरू करा दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाके की आवाज काफी दूर तक सुनी गई। ग्रामीणों ने बताया कि यह फैक्ट्री अवैध रूप से आवासीय क्षेत्र में करीब पांच साल से संचालित हो रही थी। इसकी पूरी सूचना पुलिस और प्रशासन को थी, बावजूद इसके इसे बंद कराने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। इसी फैक्ट्री में पूर्व में काम करने वाले किसी व्यक्ति ने पुलिस में लिखित शिकायत दी थी। इसके बाद सीओ मोदीनगर और थाना प्रभारी ने फैक्ट्री आकर मुआयना किया था। यहां तक कि फैक्ट्री संचालक को हिरासत में भी लिया गया था। लेकिन देर रात उसे छोड़ दिया गया।                



नवरात्रि का आठवां दिन मां 'महागौरी' को समर्पित

नवरात्रि का आठवां दिन मां 'महागौरी' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय  नवरात्रि का आठवां दिन, यानी कि महा अष्टमी बहुत महत्वपूर्ण मानी जात...