सोमवार, 29 जून 2020

फ्रांस-भारत के लिए हुआ खड़ाः राफेल

पेरिस। शीर्ष रक्षा अधिकारियों ने कहा है कि उम्मीद के अनुरूप फ्रांस भारतीय वायुसेना को दो राफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति जुलाई अंत तक कर देगा। अधिकारियों ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के शुरुआत में ही फ्रांस ने भारत को आपूर्ति तिथि के बारे में सूचित कर दिया था। एक वरिष्ठ आईएएफ अधिकारी ने कहा, फ्रेंच कंपनी दशॉ एविएशन बहुप्रतीक्षित दो राफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति जुलाई अंत तक कर देगी। अधिकारी ने कहा, वे हमें आपूर्ति की तिथि के बारे में और यदि कोई देरी होती है तो उसके बारे में सूचित करेंगे। फिलहाल सभी को उम्मीद है कि फ्रेंच कंपनी ने जो कहा है कि उसके अनुरूप वह आपूर्ति कर देगी।


आपूर्ति तिथि 27 जुलाई के बारे में पूछे जाने पर आईएएफ अधिकारी ने कहा, हमें नहीं पता। रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने भी यही जवाब दिया। फ्रांस ने दो जून को अपने वादे को दोहराया था कि कोविड-19 महामारी द्वारा खड़ी गई चुनौती के बावजूद वह समय पर आपूर्ति के अपने वादे को पूरा करेगा। आपूर्ति की अपेक्षित तिथि जुलाई अंत है। फ्रांस की तरफ से यह वादा तब दोहराया गया था, जब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस के सशस्त्र बल मंत्री फ्लोरेंस पार्ली के साथ टेलीफोन पर बात की थी। उन्होंने कोविड-19 की स्थिति, क्षेत्रीय सुरक्षा सहित आपसी चिंता के मामलों पर चर्चा की थी और वे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर सहमत हुए थे।


दोनों मंत्रियों ने भारतीय और फ्रांसीसी सशस्त्र बलों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की थी। भरतीय रक्षा मंत्रालय ने तब कहा था कि फ्रांस ने कोविड-19 महामारी द्वारा पेश की गई चुनौती के बावजूद राफेल लड़ाकू विमान की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित कराने के अपने वादे को दोहराया था। इसके पहले आठ अक्टूबर, 2019 को राजनाथ सिंह ने फ्रांस में राफेल विमान में एक उड़ान भरी थी। उन्होंने फ्रांस के मेरिगनैक में राफेल को सौंपे जाने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा था, नया राफेल मीडियम मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमएमआरसीए) भारत को मजबूत बनाएगा और देश के हवाई वर्चस्व को काफी बढ़ाएगा, जिससे क्षेत्र में शांति व सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।


रूस के सहयोग से अब तनाव प्रभावित

बिजिंग। चीन से तनाव के बीच भारत की तत्काल रक्षा ज़रूरतों को मुकाम तक पहुंचाने के लिए रूस सहमत हो गया है। इस ख़बर को अंग्रेज़ी अख़बार द हिन्दू ने प्रमुखता से पेज संख्या 9 पर प्रकाशित किया है। प्राप्त सूचना के अनुसार दोनों देशों के बीच यह सहमति भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के हालिया रूस दौरे में बनी। दोनों देशों के बीच रक्षा सौदे में एके-203 असॉल्ट राइफल और का-226टी लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर को लेकर भी बात हुई। द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार भारत ने रूस से कहा है कि उसे रक्षा सौदों में अब देरी नहीं करनी है। इस पर रूस ने भारत को आश्वस्त किया है कि वो अगले कुछ महीनों में इसे अंजाम तक पहुंचा देगा।


राजनाथ सिंह 75वीं विक्ट्री डे परेड की वर्षगांठ पर 21 जून को रूस के चार दिवसीय दौरे पर गए थे। इस दौरे में राजनाथ सिंह की रूस के उप प्रधानमंत्री युर्य बोरिसव से बात हुई थी। हिन्दू ने अपनी इस रिपोर्ट में लिखा है कि भारत ने रूस से इन रक्षा सौदों को जल्दी पूरा करने की मांग तब की है जब लद्दाख में सीमा पर चीन और भारत की सेना आमने-सामने है। दोनों देशों की ओर से सीमा पर सेना और रक्षा बचाव उपकरणों की तैनाती की गई है।


एस-400 2021 के आख़िर तक मिलना शुरू होगा


रूस से बातचीत के बाद राजनाथ सिंह ने एक बयान में कहा कि रूस ने भरोसा दिया है कि मौजूदा अनुबंधों को जारी रखा जाएगा और कुछ को जल्द आगे बढ़ाया जाएगा।



आपको ये भी रोचक लगेगाहालांकि एस-400 सौदे पर सूत्रों का कहना है कि इसकी डिलिवरी तय वक़्त पर 2021 के अंत में शुरू हो जाएगी और इस सौदे को आगे बढ़ाना मुश्किल होगा। एक राजनयिक सूत्र ने कहा, "तकनीकी रूप से इसे आगे बढ़ाना संभव नहीं है." वहीं भारतीय सूत्रों का कहना है कि डिलिवरी कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों के अनुरूप पूरी की जाएगी। एक अन्य रजनयिक सूत्र ने बताया कि एके-203 राइफल के सौदे में कुछ प्रगति हुई है, जो दाम के मामले में रुकी हुई थी। ये सौदे साढ़े सात लाख से ज़्यादा राइफल को लेकर हुआ है।इसमें से एक लाख आयातित होंगी और 6.71 लाख राइफल एक जॉइंट वेंचर के तौर पर उत्तर प्रदेश के कोरवा में इंडो-रूस राइफल प्राइवेट लिमिटेड (आईआरआरपीएल) बनाएगा। हालांकि 200 का-226टी लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर का सौदा स्वदेशीकरण के मामले पर अटका हुआ है। टेंडर के दौरान तय हुए स्वदेशीकरण के पर्सेंटेज तक पहुंचने के लिए रूस और भारत संभावनाओं का मूल्यांकन कर रहे हैं। दोनों देख रहे हैं कि भारत में उत्पादन के दौरान भारतीय विमानन सामग्री को कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे इसे नया स्वदेशीकरण का एंगल मिले और साथ ही घरेलू एयरो उद्योग को प्रेरणा भी मिले। भारत के लिए रफ़ाल क्यों है इतना ज़रूरी?



सहयोगी देश भारत को जल्द देंगे हथियार


भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव जारी है, इस बीच भारत के सहयोगी देशों ने तुरंत आवश्यक हथियारों और युद्ध उपकरण की डिलिवरी करने की प्रतिबद्धता ज़ाहिर की है।


द इकोनॉमिक टाइम्स अख़बार के मुताबिक़, फ्रांस ने अगले महीने तक अतिरिक्त रफ़ाल जेट डिलिवर करने का वादा किया है। वहीं इसराइल से भी जल्द ही एयर डिफेंस सिस्टम मिलने की उम्मीद है।


अमरीका भी तोपें भेजेगा और रूस एक अरब डॉलर की क़ीमत वाले हथियार और युद्ध उपकरणों की जल्द डिलिवरी करेगा। ये प्रतिबद्धताएं शीर्ष स्तरीय द्विपक्षीय बैठकों के बाद तय की गई हैं। साथ ही राजधानी में एक प्रमुख बैठक भी हुई, जिसमें फ़ैसला हुआ कि लद्दाख में लंबे वक़्त से चल रहे तनाव के मद्देनज़र भारतीय सैन्य बलों को आपातकालीन आर्थिक शक्तियां दी जाएंगी। द इकोनॉमिक टाइम्स अख़बार के मुताबिक़, अत्यधिक उन्नत रफाल लड़ाकू विमानों की पहली खेप 27 जुलाई को भारत में आने की उम्मीद है। कहा जाता है कि ये विमान दुनिया में संभवत: सबसे बेहतरीन हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से लैस हैं। शुरुआती योजना के तहत चार फाइटर को अगले महीने होम बेस अम्बाला पहुंचना था, लेकिन सूत्रों का कहना है कि फ्रांस ने अतिरिक्त रफाल अब पहली खेप में भेजने की प्रतिबद्धता जताई है। कुल आठ विमानों का जल्द ही सर्टिफिकेशन होना है, लेकिन ये साफ़ नहीं है कि कितने अतिरिक्त फाइटर जल्दी मिल सकते है।


कश्मीर में एलपीजी स्टॉक का आदेश


नवभारत टाइम्स अख़बार के मुताबिक़, भारत-चीन तनाव के बीच जम्मू-कश्मीर सरकार के दो आदेशों ने स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ा दी है। पहले आदेश में कहा गया कि घाटी में एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स दो महीने के लिए सिलिंडर स्टॉक कर लें। दूसरे आदेश के मुताबिक़ करगिल से सटे गांदरबल में सुरक्षाबलों के लिए स्कूल की इमारतों को ख़ाली कर दिया जाए। उपराज्यपाल ने 23 जून की बैठक के बाद ये आदेश जारी किए थे। जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, आदेशों से कश्मीर में दहशत है। अख़बार के मुताबिक ऑपरेशन बालाकोट और जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने से पहले भी सरकार की ओर से ऐसे ही आदेश दिए गए थे।


दिल्ली दंगों पर क्या है दिल्ली पुलिस का पक्ष


तेरह धार्मिक स्थलों को बनाया निशाना


उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी में हुए सांप्रदायिक दंगों के दौरान 13 धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया गया था। जिसके अनुसार, पुलिस ने इन मामलों में 13 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 33 लोगों को गिरफ्तार किया है। हिंसा के दौरान दोनों पक्षों के धार्मिक स्थलों को कम या अधिक नुकसान पहुंचा। दिल्ली पुलिस ने वकील यूसुफ नकी द्वारा सूचना के अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के तहत दायर किए अलग-अलग आवेदनों के जवाब में यह जानकारी दी है। आरटीआई आवेदनों में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता क़ानून (सीएए) के ख़िलाफ़ और इसके समर्थन में हुए प्रदर्शनों के संबंध में दर्ज प्राथमिकियों की प्रति, गिरफ्तार लोगों के नाम भी मांगे गए थे। हालांकि पुलिस ने किसी भी अभियुक्त का नाम, प्राथमिकियों की प्रति और इन धार्मिक स्थलों का पता देने से इनकार किया। इसने बताया कि सीएए के समर्थन और विरोध में हुए प्रदर्शनों और दंगों के सिलसिले में उत्तर पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग थानों में 193 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। इस बाबद 373 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।


भारत के लिए नई मुसीबत खड़ी करेगा 'चीन'






















RADHEYSHYAM UPADHYAY universalexpress.editor@gmail.com




20:01 (1 hour ago)
 


 










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नई दिल्ली। भारत चीन विवाद के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। चीनी मीडिया के मुताबिक, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी LAC पर चीन, अपनी सेना को ट्रेनिंग देने के लिए 20 मार्शल आर्ट ट्रेनर (China Martial Arts) तिब्बत भेज रहा है। 15 जून से पहले भी चीन ने मार्शल आर्ट लड़ाकों को तिब्बत भेजा था।





हालांकि हमारे भारतीय सेना के घातक कमांडो वहां पहले से ही मौजूद हैं। सेना की हर यूनिट में घातक कमांडो होते हैं, जो हथियारों के साथ लड़ाई के अलावा बिना हथियारों की लड़ाई में भी माहिर होते हैं। चीन अपने इस कदम के जरिए भले ही माइंड गेम खेलने की कोशिश कर रहा हो, लेकिन भारतीय सेना में 'घातक' कमांडो पहले से तैनात हैं। भारतीय सेना के घातक कमांडो बिना हथियारों की लड़ाई में माहिर हैं और दुश्मन को आमने सामने की लड़ाई में चित कर सकते हैं।


15 जून को हुई खूनी झड़प से पहले भी चीन ने तिब्बत के स्थानीय मार्शल आर्ट क्लब से भर्ती लड़ाकों को सेना की डिवीजन में तैनात किया था। भारत और चीन के बीच 1996 में हुए समझौते के मुताबिक एलएसी से दो किलोमीटर के दायरे में न फायरिंग की जाएगी और न ही किसी भी तरह के खतरनाक रासायनिक हथियार, बंदूक, विस्फोट की इजाजत होगी. इसलिए यहां हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। 15 जून को हुई खूनी झड़प के दौरान भी दोनों तरफ से किसी ने भी हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया।





नियम के विरुद्ध बाजारो का संचालन

अतुल त्यागी

नाजिम कालोनी में खुल रही इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान पर ग्राहकों को दे रहे खुले आम सामान

गढ़मुक्तेश्वर। दुर्गा कालोनी में कोरोना पॉजिटिव मिलने पर किया गया था 250 मीटर की दूरी का एरिया सील होने पर भी नाजिम कालोनी में खुल रही इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान पर ग्राहकों को दे रहे।

खुले आम सामानः आपको बतादे की जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर तहसील में कोरोना पॉजिटिव मिलने पर दुर्गा कालोनी के 250 मीटर का एरिया को किया गया था सील गढ़मुक्तेश्वर सील होने पर नहीं मान रहे दुकानदार जहां इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकाने खुली हुई है जहां शासन व प्रशासन सख्त होने के बावजूद भी नहीं मान रहे दुकानदार नहीं इन्हें किसी का डर जहां दिन दहाड़े खोल रहे इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान जहां देखा गया की बिलाल ने नाजिम कॉलोनी में खोल रखी है, इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान जहां शासन व प्रशासन के नियमों का कर रहे उलंघन ऐसे दुकानदार पर की जाए सख्त कार्यवाही जहां पर देखने वाली बात है कि शासन प्रशासन के नियमों की उड़ा रहे धज्जियां ना है इन्हे किसी का डर ऐसे दुकानदारों पर की जाए कार्यवाही।

'पेयजल' सुविधा में जनता का शोषण

श्रीकान्त शाक्य 

आरओ वाटर के नाम पर जनता को किया जा रहा गुमराह

 नगर में संचालित आरओ प्लांट के स्वामी जनता के साथ कर रहे छलावा। समरसेविल का पानी पिलाकर बोलते है आरओ का पानी है, जांच कराए जाने की मांग

 

कुरावली/मैनपुरी। अभी जनता कोरोना को लेकर पहले से ही परेशान है। दूसरी तरफ गर्मी भी अपनी चरम सीमा पर है। ऐसे में लोगो को हर पल पानी की जरुरत रहती है। लेकिन नगर में पानी की आपूर्ति करने वाले आर प्लांट संचालक नगर की जनता के साथ छलावा कर रहे है। समरसेविल से निकला हुआ पानी पिलाकर बोलते है कि आरओ का पानी है। नगर के यह गोरखधंधा जमकर पैर पसार चुका है। नगर के कई मौहल्ले में संचालित आरओ प्लांट के संचालक जनता को लूटने का काम कर रहे है।

बताते चले कि कोरोना के कहर को देखते हुए छुआछूत को लेकर नगर पंचायत की तरफ जनता की प्यास बुझाने के लिए लगवाए गए आरओं प्योरीफायर बंद कर दिए गए है। पिछले एक पखवाड़े से गर्मी का सितम भी नगर व क्षेत्र के लोगो पर भारी पड़ रहा है। गर्मी के सितम के बीच विकास खंड के गांवों से वाजार के लिए आने वाले लोग नगर पंचायत के वाटर प्योरीफायर बंद होने से पहले से ही परेशान है। ऐसे में शुद्ध पानी की जरुरत के लिए नगर के लोग आरओ प्लांट संचालको के ऊपर निर्भर हो गए है। नगर में आरओ प्लांट की बात करे तो नगर के मौहल्ला घरनाजपुर नई बस्ती, मौहल्ला सुजरई के अलावा एक या दो प्लांट और भी है। लेकिन यह सभी आरओ प्लांट संचालक नगर की जनता को समरसेविल का पानी पिलाकर लूटने का काम कर रहे है। अब खाद्य विभाग को इनके खिलाफ अभियान चलाकर कार्रबाई की जरुरत है जिससे नगर की जनता लुटने से वच जाए। नगर के लोगो ने पानी की जांच कराए जाने की मांग की है।

ओवरब्रिज बनाने की मांग पर अड़े ग्रामीण

बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में तालाब को तहस-नहस किए जाने का है आरोप ग्रामीणों ने की ओवरब्रिज बनाए जाने की मांग 

बुलंदशहर। विकासखंड कुठौंद के ग्राम मिहोना  में चकबंदी के पूर्व से पूर्ण रूप से सुसज्जित ग्राम सभा के तालाब को तहसनहस करने पर बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे निर्माण का कार्य कर रही कंपनी आमादा है। इसको लेकर ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर तालाब में एक्सप्रेस वे निर्माण रोके जाने की मांग की है। प्राप्त विवरण के अनुसार ग्राम मिहोना निवासी पूर्व प्रधान भगवान सिंह यादव ओंकार सिंह यादव एवं ग्रामीण राम लखन यादव करण सिंह यादव सरदार सिंह यादव बादाम सिंह यादव लहिया सिंह यादव समेत एक सैकड़ा ग्रामीणों ने जिलाधिकारी सहित आयुक्त ,मंडलायुक्त, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को भेजे गए पत्र में आरोप लगाया है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की कार्यदाई  संस्था जानबूझकर तालाब के अस्तित्व को मिटाने का काम कर रही है।

जिसे हम ग्रामीण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।  विदित हो की प्रशासनिक अधिकारी भी एक्सप्रेस वे ठेकेदारों की हां में हां मिला कर किसानों की आवाज  पर    भारी पड़ रहे हैं ।ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी भी किसानों की मांग नहीं सुन रहे हैं कई बार किसानों द्वारा गुहार भी लगाई गई पर नतीजा सिफर ही रहा।  ग्रामीणों ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि या तो तालाब के ऊपर ओवरब्रिज बनाकर के कार्य कराया जाए तभी काम होने देंगे अन्यथा की स्थिति में ग्रामीण आमरण अनशन से लेकर क्रमिक अनशन और भूख हड़ताल करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। तालाब को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने एक बार पुनः जिलाधिकारी महोदय से मांग की है जनहित में तालाब के अस्तित्व को बचाए जाने के क्रम में वैकल्पिक व्यवस्था बनवाए जाने की कार्यवाही करें।  गौरतलब है कि एक तरफ सरकार जहां तालाब पोखर  आदि के अस्तित्व को बनाए जाने के लिए खूब धन की व्यवस्था कर रही है वहीं दूसरी तरफ ग्राम मिहोना के तालाब को तहस-नहस होता देख रही है।

'गंगा-स्नान' के लिए गई, 3 महिलाएं डूबी

बुलंदशहर/अनूपशहर। सोमवार को गंगा स्नान करने पहुंची तीन महिलाएं गंगा में डूब गईं। सूचना मिलते ही मौके पर पर पहुंचे पुलिस व प्रशासन द्वारा गोताखोरों से महिलाओं को तलाश कराने की प्रक्रिया प्रारंभ कराई गई। परंतु महिलाओं का कुछ पता नहीं चल सका। बताया जा रहा है कि महिलाएं अपने भाई की शादी में शामिल होने परिजनों के साथ मायके में आयी हुई थीं। महिलाएं परिवार के कुछ पुरूषों के साथ गंगा स्थान को पहुंच गई। गंगा स्नान करते समय अचानक गहरे पानी में दो युवक डूबने लगे। युवकों को डूबता देख अपने पति व ननदोई को बचाने के प्रयास में पहुंची सुनीता व उसकी बहन व ननद भी डूबने लगी। इस दौरान किसी प्रकार से पुरूष तो बाहर निकल आए परंतु तीनों महिलाएं गहरे पानी में डूब गईं। सूचना मिलते ही आनन फानन में मौके पर पहुंचे अनूपशहर कोतवाल अखिलेश त्रिपाठी, सीओ अतुल चैबे, एसडीएम पदम सिंह ने मोटरबोट व कांटों तथा स्थानीय गोताखोरों को लेकर मौके पहुंचकर तलाशी अभियान शुरू करा दिया। महिलाओं का पता नहीं चलने पीएसी फ्लड प्लाटून के जवान भी तलाशी में जुटे रहे।


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...