शनिवार, 27 जून 2020

धर्म-जाति, नस्ल पर काम नहीं करते हैंं

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को समावेशिता का एक मजबूत संदेश देते हुए कहा कि उनकी सरकार किसी भी धर्म, लिंग, जाति, नस्ल या भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं करती है। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम में मार थोमा चर्च की भूमिका की भी प्रशंसा की। मोदी डॉ. जोसेफ मार थोमा मेट्रोपॉलिटन के 90वें जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। वह वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केरल स्थित चर्च के कार्यक्रम में शामिल हुए।


मोदी ने कहा, सरकार का मार्गदर्शन भारत का संविधान करता है और इसलिए सरकार धर्म, लिंग, जाति, नस्ल या भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं करती है। उन्होंने कहा, द मार थोमा चर्च ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका निभाई है। चर्च राष्ट्रीय एकीकरण की दिशा में काम करने में सबसे आगे रहा है।


इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम का उपयोग कोरोनावायरस के खिलाफ भारत की सफल लड़ाई पर जोर देने के लिए किया। उन्होंने कहा, कोविड-19 के खिलाफ भारत में उबरने की दर (रिकवरी रेट) बढ़ रही है। कोविड-19 या किसी भी अन्य कारणों से किसी भी तरह की जान का नुकसान दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि भारत की प्रति मिलियन (10 लाख) जनसंख्या पर मृत्यु दर 12 के अंदर ही है। इसे संदर्भ में देखें कि इटली में मृत्यु दर प्रति मिलियन जनसंख्या पर 574 है।


उन्होंने कहा कि अमेरिका, स्पेन, ब्रिटेन और फ्रांस के आंकड़े भारत की तुलना में बहुत अधिक हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यापार और व्यवसाय खुलने शुरू हो गए हैं, लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है। चर्च के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के बारे में कहा कि यह हर भारतीय के लिए समृद्धि लाएगा। उन्होंने दावा किया कि इसका उद्देश्य निर्यात आय बढ़ाना है और 55 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देना है।


'विशेष सुरक्षा बल' के गठन को मंजूरी

लखनऊ। कोरोना संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) के गठन को मंजूरी दे दी है। अब कोर्ट, मेट्रो, एयरपोर्ट, औद्योगिक प्रतिष्ठानों, प्रमुख धार्मक स्थलों और बैंकों की सुरक्षा यूपीएसएसएफ के हवाले होगी। मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि पहले चरण में इस बल की 5 बटालियन का गठन किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए जल्द ही ड्राफ्ट तैयार कर प्रस्ताव देने के निर्देश दिए हैं। दरअसल, यूपी में अलग-अलग कोर्ट में हुई घटनाओं के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट बेंच ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सरकार को स्पेशल फोर्स के गठन के आदेश दिए थे।


यूपी सरकार ने केंद्रीय सीआईएसएफ की फोर्स की तर्ज पर यूपीएसएसएफ का गठन करने का फैसला किया है। यह फोर्स मेट्रो रेल, एयरपोर्ट, औद्योगिक संस्थान, बैंक समेत अन्य वित्तीय संस्थाओं और ऐतिहासिक, धार्मिक, तीर्थ स्थलों की सुरक्षा करेगी। इसके गठन को लेकर काफी लंबे समय से चर्चा चल रही थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय की मांग के अनुसार मेट्रो रेल, एयरपोर्ट, औद्योगिक संस्थानों, बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों के साथ जिला न्यायालयों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रशिक्षित बल की जरूरत होती है। इस कारण यूपीएसएसएफ की स्पेशल ट्रेनिंग कराई जाएगी। इसमें आधुनिक सुरक्षा प्रणाली और सुरक्षा उपकरणों की जानकारी दी जाएगी। यूपीएसएसएफ का मुख्यालय लखनऊ में प्रस्तावित है। प्रथम चरण में इस बल की पांच बटालियन का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने जल्द इसकी रूपरेखा तैयार कर प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। पुलिस विभाग के सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों औरैया में जिला कोर्ट में जज पर हमला हुआ था। इसके बाद सरकार ने फोर्स गठन की मंजूरी देने का फैसला लिया। 


गाजियाबादः न्यायालय में सोमवार से काम

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद । गाजियाबाद में न्यायालय परिसर में कोविड-19 की दस्तक के बाद पूरे न्यायालय परिसर को कंटेनमेंट जोन-2 में शामिल करते हुए 26 जून से 9 जुलाई तक यानी 14 दिन के लिए सील कर दिया गया था। लेकिन 26 जून की शाम मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा दी गई आख्या के बाद जिला जज ने पुराना आदेश रद्द करते हुए नया आदेश जारी किया है। जिसमें 29 जून यानी सोमवार से न्यायालय में सभी विधिवत न्यायायिक कार्य किए जाने के लिए आदेशित किया गया है।मामले की जानकारी देते हुए बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हरप्रीत सिंह जग्गी ने बताया कि न्यायालय परिसर में 2 अधिवक्ताओं को कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया था। जिसके बाद जिला जज द्वारा पूरे न्यायालय परिसर को कंटेनमेंट जोन- 2 में शामिल करते हुए 14 दिन के लिए समस्त न्यायालय परिसर को सील कर दिया गया था। लेकिन 26 तारीख की शाम मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा आख्या देते हुए बताया गया कि 14 दिन कार्यालय बंद किए जाने की आख्या रिहायशी इलाके को ध्यान में रखते हुए दी गई थी। लेकिन न्यायालय या न्यायायिक कार्य कार्यालय के अंतर्गत आता है। जिसके लिए मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के आदेश हैं कि यदि किसी कार्यालय परिसर में कोरोना से पीड़ित पाया जाता है तो उस परिसर को 24 घंटे के लिए सील करते हुए सैनिटाइजेशन की कार्रवाई की जाए। इसलिए उस आदेश को ध्यान में रखते हुए पहले दी गई आख्या को संशोधित करते हुए 26 जून की शाम से न्यायालय परिसर को अनसील करते हुए सामान्य न्यायिक गतिविधियों को संचालित करने की संस्तुति की गई है। यानी अब 29 जून सोमवार से सभी न्यायायिक कार्य सुचारू रूप से किए जाएंगे।
दमकल विभाग के द्वारा किया गया सेनेटाइज
इस मामले में फायर ऑफिसर सुनील कुमार ने बताया कि दमकल विभाग की टीम के द्वारा कोविड-19 महामारी को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को कुल 15 स्थानों को सैनिटाइज किया गया है। जिनमें सबसे पहले न्यायालय परिसर में प्राथमिता पर रहा है।
बेल कराने वाले लोगों को मिलेगी राहत
अधिवक्ता हरप्रीत सिंह जग्गी और खालिद खान ने बताया कि न्यायायिक कार्य बंद किए जाने से वे लोग ज्यादा प्रभावित हो रहे थे, जिनकी बेल होनी थी। जिला जज के द्वारा न्यायालय परिसर को अनसील करते हुए 29 जून से जो न्यायायिक कार्य किए जाने के आदेश दिए गए हैं। इससे उन लोगों को बेहद राहत महसूस होगी जो लोग जेल में बंद हैं।


बाघ के हमले से घायल की, सहायता की

रोहित गोस्वामी

लखीमपुर खीरी। बाघ के हमले से घायल रामनिवास व गुलशन को देखने KGMC हॉस्पिटल लखनऊ पहुंचे विधायक रोमी साहनी, ओर दी 30,000 तीस हजार रुपये की आर्थिक सहायता।

पलिया क्षेत्र के ब्लॉक बांकेगंज के ग्राम छेदीपुर(थर्वरनपुर) में कुछ दिन पहले रामनिवास पुत्र मेवाराम, गुलशन व अपने भाई के साथ खेत मे खाद डाल रहे थे। तभी अचानक बाघ आ गया और इन लोगो पर हमला कर दिया, जिससे रामनिवास व उनका लड़का गुलशन काफी घायल हो गए और जिला अस्पताल से लखनऊ मेडिकल कालेज भेजा गया। विधायक रोमी साहनी को सूचना मिली तो विधायक घायलो से मिलने KGMC हॉस्पिटल लखनऊ पहुंचे और घायलों के इलाज के लिए विधायक रोमी साहनी  ने 30,000 तीस हजार रुपये दिए, विधायक को देखकर माँ ओर बेटा दोनों रोने लगे तो विधायक रोमी साहनी ने उन्हें ढांढस बंधाया और आगे भी इलाज कराने का जिम्मा लिया।

हिमाचलः 1611 के सैंपल, संक्रमित 864

शिमला। प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आ गई है। जिससे सरकार और सेहत विभाग की ओर से प्रदेश के जिलों में संदिग्ध मरीजों के सैंपलों के टेस्ट बढ़ा दिए गए हैं। शुक्रवार को प्रदेश में 1611 सैंपलों को लेकर टेस्ट के लिए भेजा गया। इस समय प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 864 हो गई है। प्रदेश में कांगड़ा जिला सबसे अधिक संक्रमण से प्रभावित हुआ है। यहां पर बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की संख्या भी काफी रही है। यहां दिल्ली, मुंबई, गोवा सहित कई ऐसे राज्यों से लोग वापस लाए गए, जहां पर संक्रमण का प्रभाव सबसे अधिक रहा है। ऐसे में अब यहां 244 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। इसके बाद हमीरपुर जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 228 हो गई है।


बीबीएन में बनाया जा रहा कोरोना से निपटने के लिए इंजेक्शन


देश-विदेश में कोरोना संक्रमण को खत्म करने के लिए टैबलेट व इंजेक्शन बनाने के लिए हजारों डॉक्टर-वैज्ञानिक लगे हुए हैं। ऐसे में खुशी की खबर है कि प्रदेश के फार्मा हब बीबीएन (बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़) में भी इस वायरस को खत्म करने के लिए इंजेक्शन तैयार करने की शुरूआत की गई है। ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स द्वारा एंटीवायरल दवा फेविपिरविर का निर्माण करने के बाद अब इस सूची में एक और नाम जुड़ गया है। नालागढ़ की इमैक्यूल लाइफ साइंस प्राइवेट लिमिटेड रेमडेसिवीर इंजेक्शन का निर्माण करेगी। फिलहाल, रेमडेसिवीर इंजेक्शन के ट्रायल चल रहे हैं और जल्द इसका उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसके अलावा वैक्सीन निर्माता पेनेशिया बायोटेक ने नोवल कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन के विकास, निर्माण और बिक्री के लिए नैसडैक में सूचीबद्घ रेफना के साथ भागीदारी की है। वैक्सीन के लिए कच्चा माल पनेशिया की पंजाब इकाई में तैयार किया जाएगा, जबकि वैक्सीन को निर्णायक रूप बद्दी संयंत्र में दिया जाएगा।


कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले


प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। शुक्रवार देर शाम 25 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। कांगड़ा जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हो गया है। जहां पिछले कल कांगड़ा में 17 मरीज मिले थे, वही आज 16 नए मामले उजागर हुए। इसके अलावा हमीरपुर में 3, ऊना में 2, सोलन, सिरमौर, मंडी और चंबा में एक-एक नया मामला आया। इन्हें मिलाकर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 864 पहुंच गई है। इनमें एक्टिव मरीज 350 हैं। 494 मरीज कोरोना के खिलाफ जंग जीत चुके हैं।


आज 20 संक्रमित मरीज कोरोना को मात देने में कामयाब रहे। सर्वाधिक प्रभावित कांगड़ा जिला में 11 मरीज आज संक्रमण मुक्त हुए। इसके अलावा हमीरपुर में 4, ऊना में 2, सोलन, शिमला और चंबा जिला में एक-एक मरीज स्वस्थ हुआ। स्वास्थ्य विभाग के रात 9 बजे जारी बुलेटिन के मुताबिक कांगड़ा में संक्रमण का आंकड़ा 244 पहुंच गया है। इसके बाद हमीरपुर का नंबर है, जहां 228 मामले हैं। ऊना जिला में अब101 पॉजिटिव मामले हो गए है। सोलन में संक्रमितों की संख्या 92, चंबा में 51, शिमला में 39, बिलासपुर में 38, सिरमौर में 37, मंडी में 25, कुल्लू में 5 और किन्नौर में 4 है।


प्रदेश में अभी एक्टिव मामले


प्रदेश में एक्टिव मामलों में हमीरपुर ने कांगड़ा को पछाड़ दिया है। हमीरपुर में सबसे ज्यादा 109 एक्टिव मरीज विभिन्न कोविड अस्पतालों में भर्ती हैं। कांगड़ा में एक्टिव मरीजों की तादाद 108, सोलन में 45, ऊना में 28, शिमला में 19, सिरमौर में 13, बिलासपुर व चंबा में 12-12, मंडी में 2 तथा कुल्लू व किन्नौर में एक-एक है।


शादी में बचाव को लेकर एहतियात बरते गए


शिमला में इन दिनों शादियों का सीजन शुरू हो गया है। प्रशासन के अनुसार कोरोना के चलते शादी में सिर्फ 50 लोग ही शामिल हो सकते हैं। लोग इस बात को ध्यान में रखते हुए शादी में कोरोना के बचाव के पूरे हर एहतियात बरत रहे हैं। शुक्रवार को भट्टाकुफर में हुई एक शादी में लोग शादी के दौरान ऐसे ही एहतियात बरते नज़र आये।


शहर के फागली से जैसे ही बारात भट्ठाकुफर पहुंची को बारात के स्वागत से पहले दूल्हे और बारातियो की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। उसके बाद ही सारे रीतिरिवाज हुए। दूल्हे अंशुल व दुल्हन अंकिता ने मास्क लगाकर ही फेरे लिए। उन्होंने कहा कि शादी की खुशी से पहले देश है और हमें कोरोना से हर हाल में लड़ना है। हमारी खुशियों को कोरोना नहीं रोक सकता बस हमें सभी ऐहतिहात बरतते हुए कोरोना को हराना है।


भाजपा अध्यक्ष पर आधे सच का आरोप

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से डोनेशन मिलने के आरोपों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा राहुल गांधी और गांधी परिवार पर निशाना साधने के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने बीजेपी पर जवाबी हमला किया है। पी चिदंबरम ने बीजेपी अध्यक्ष पर आधा सच बोलने का आरोप लगाया है।


चिदंबरम ने शनिवार को अपने ट्वीट में लिखा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा अर्धसत्य बोलने में माहिर हैं। मेरे सहयोगी रणदीप सुरजेवाला ने कल उनकी आधी सच्चाई उजागर की। उन्होंने आगे कहा, “आरजीएफ को 15 साल पहले मिले अनुदान को मोदी सरकार की निगरानी में 2020 में चीन का भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ से क्या करना है।


चिदंबरम ने कहा, “मान लीजिए कि आरजीएफ 20 लाख रुपये लौटा देती है, तो क्या पीएम मोदी देश को भरोसा दिलाएंगे कि चीन अपना अतिक्रमण खाली करेगा और यथास्थिति बहाल करेगा? मि. नड्डा, वास्तविकता के साथ आने के लिए, उस अतीत में नहीं रहते जो आपके आधे-अधूरे सच से विकृत है। कृपया भारतीय क्षेत्र में चीनी घुसपैठ पर हमारे सवालों के जवाब दीजिए।


बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके परिवार पर हमला करते हुए कहा था कि 2017 में डोकलाम स्टैंडऑफ के समय राहुल गांधी चीनी राजदूत के साथ गुपचुप मुलाक़ात करते हैं और उनकी पार्टी देश को इस पर गुमराह करती है। इससे एकदम आगे बढ़ते हुए आज एक नई जानकारी सामने आई। राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी दूतावास से डोनेशन मिला था।


उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी से सवाल है कि 2008 में पार्टी ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एमओयू किया, जिसमें राहुल गांधी ने हस्ताक्षर किए और सोनिया गांधी पीछे खड़ी थीं, पार्टी टू पार्टी रिश्ता क्यों बना? कांग्रेस पार्टी यह बताए कि मनमोहन सिंह की सरकार के 10 साल में ऐसे कितनी पार्टियों के साथ एमओयू साइन किए हैं?” उन्होंने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए डोनर की सूची 2005-06 की है। इसमें चीन की एम्बेसी ने डोनेट किया, ऐसा साफ है। ऐसा क्यों हुआ, क्या जरूरत पड़ी है? इसमें कई उद्योगपतियों, पीएसयू के भी नाम हैं। क्या ये काफी नहीं था कि चीन एम्बेसी से भी रिश्वत ली गई।

छत्तीसगढ़ः नए मरीजों सहित हुए 2547

रायपुर।  छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में एक क्वारंटाइन सेंटर से 2 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों कोरोना संक्रमित मरीज क्वा रंटाइन सेंटर में रह रहे थे। फिलहाल कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है।


गौरतलब है कि आज प्रदेश में मिले दो नए मरीजों के साथ प्रदेश में अब एक्टिव मरीजो की संख्या 649 हो गई है। वहीें मेडिकल बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में अब तक 2547 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। छत्तीसगढ़ में अब तक 1885 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं। बता दें कि प्रदेश में अब तक 13 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है।




आज राज्य में 89 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की पहचान हुई वहीं 156 मरीज़ स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज हुए। राज्य में 
कुल पॉजिटिव मरीज़ों की संख्या 2545 है व एक्टिव मरीज़ों की संख्या 647 है।




दिल्ली सीएम ने की केंद्र से 5 सूत्री मांग

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना की दिन प्रतिदिन भयावह होती  स्थिति के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस महामारी से निपटने में मिले सहयोग के लिये केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि हम संक्रमण को नियत्रंण मे लाने की पांच सूत्री रणनीति पर आगे बढ़ रहे हैं। राजधानी में संक्रमण की स्थिति पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आज मीडिया को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के खिलाफ युद्ध में दिल्ली सरकार के पांच हथियार हैं..अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाना, बड़े स्तर पर जांच और आइसोलेशन करना, ऑक्सीमीटर और मरीज में ऑक्सीजन के स्तर पर ध्यान देना, प्लाज्मा थेरेपी से इलाज तथा सर्वे और स्क्रीनिंग।


केंद्र से छोटे-छोटे मुद्दों पर टकराव करने वाले केजरीवाल का आज मोदी सरकार के प्रति अंदाज अलग दिखा। उन्होंने कहा दिल्ली में जांच तेजी से बढ़वाने में केंद्र सरकार ने बड़ा सहयोग दिया। केजरीवाल ने कहा कि केंद्र ने ही पहले ऐंटीजेन किट्स दीं और फिर हाथ पकड़कर बताया कि कैसे इस काम में तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा जून में कोरोना उम्मीद से ज्यादा तेजी से बढ़ा इसलिए शुरुआत में बेड्स की कमी हुई लेकिन अब इस कमी को दूर कर लिया गया है। जांच और आइसोलेशन पर उन्होंने कहा कि पहले जांच के लिए धक्के खाने पड़ते थे लेकिन अब स्थिति सुधरी है। जून के पहले सप्ताह में रोज पांच हजार टेस्ट हो रहे थे जिसे अब बढ़ाकर 20 हजार कर दिया गया है। तीसरा हथियार ऑक्सीमीटर है। इस पर उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन वाले लोगों को ऑक्सीमीटर दिया जा रहा है। अगर उन्हें ऑक्सीजन स्तर कम लगता है तो वे फोन करके मदद ले सकते हैं। चौथा हथियार प्लाजमा थेरेपी है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले दिल्ली में इसे आजमाया गया, 29 मरीजों को प्लजामा थेरेपी दी गयी जिसका परीक्षण सफल भी रहा था। सर्वे और स्क्रीनिंग को कोरोना के खिलाफ उन्होंने आखिरी हथियार बताते हुए कहा कि आज से दिल्ली में सीरो सर्वेक्षण शुरू हो रहा है। बीस हजार लोगों के खून के नमूने इसमें लिए जायेंगे ,जिनकी जांच से पता चलेगा कि राजधानी में कोरोना वायरस का कितना फैलाव हुआ है। इसे समझने में इस सर्वेक्षण से बड़ी मदद मिलेगी। केजरीवाल ने बताया कि शुक्रवार को 21 हजार से अधिक जांच की गई जो दिल्ली में अब तक की सर्वाधिक जांच थी। सीरो सर्वे आज से शुरू होकर 10 जुलाई तक पूरा होगा। इससे पता चलेगा कि कितने लोगों के शरीर में इस वायरस से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है। सर्वे में पूरी दिल्ली से करीब 20 हजार नमूने एकत्रित किए जाएंगे शनिवार से दिल्ली के सभी जिलों में सीरोलॉजिकल सर्वे शुरू हुआ है। इसके लिए सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने अपने जिले के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में टीमें तैयार की हैं। करीब 1100 टीमें गठित की गई हैं। टीमें चुनींदा इलाकों में जाकर नमूने एकत्रित करेंगी, जिनकी जांच के नतीजों के आधार पर यह पता चलेगा कि कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज किस तरह विकसित हो रही हैं और उनके विकसित होने की दर क्या है। खून के नमूने की जांच करके आधे घंटे में यह पता लगाया जा सकेगा कि जिस व्यक्ति का नमूना लिया गया है, उसके अंदर हर्ड इम्युनिटी विकसित हुई है या नहीं। नमूने की जांच के लिए एक विशेष किट का इस्तेमाल किया जाएगा। सभी नमूनों की जांच के आधार पर राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) एक रिपोर्ट तैयार करके सरकार को सौंपेगी। अगर कोई व्यक्ति कोरोना की चपेट में आता है, लेकिन उसके अंदर कोई लक्षण नहीं उभरता है, तो ऐसे लोगों के शरीर में 5-7 दिन के अंदर अपने आप एंटीबॉडी बनना शुरू हो जाती हैं, जो वायरस को शरीर में पनपने नहीं देती हैं।सर्वेक्षण से इन्हीं एंटीबॉडीज की जांच करके यह पता लगाया जाएगा कि दिल्ली में कौन कौन से ऐसे इलाके हैं और ऐसी कितनी आबादी है, जहां लोगों को कोरोना हुआ, मगर वे अपने आप ठीक भी हो गए। इससे वायरस के प्रसार और उसकी क्षमता का पता लगाने में भी मदद मिलेगी। गृह मंत्रालय के निर्देश पर एनसीडीसी यह सर्वे करवा रही है। इसमें जिले से 800 से 1000 के करीब नमूने लिए किए जाएंगे। खून के यह नमूने औचक ढंग से घरों को चुनकर वहां रहने वाले लोगों के लिए जायेंगे। दिल्ली कोरोना के मामले में 77,240 के साथ दूसरे स्थान पर है। कोरोना से दिल्ली में 2492 लोगों की मौत हो चुकी है।


नियमों के विरुद्ध अमल में ले सख्त कार्रवाई

नैनीताल। कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु जारी नियमों एवं दिशा-निर्देशों का बार-बार उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाना सुनिश्चित करें। यह निर्देश मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये राज्य में कोरोना संक्रमण व डेंगू पर प्रभावी रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों की जनपदावार गहन समीक्षा करते हुए दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य के सभी जनपदों में माॅर्निंग वाॅक (सुबह की सैर) का समय कम होने के कारण प्रातःकाल में लगने वाली भीड़ को कम करने के लिए सुबह की सैर हेतु समय में वृद्धि करते हुए प्रातः 05 बजे से माॅर्निंग वाॅक (सुबह की सैर) करने की अनुमति दी जाये। उन्होंने राज्य में बाजार में दुकाने प्रातः 7 बजे से सांय 8 बजे तक खुली रखने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को कोरोना संक्रमण की प्रभावी रोकथाम के लिए सतत् प्रयास जारी रखने, सर्विलांस कार्य को बहुत बढ़िया तरीके से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोविड-19 संक्रमण रोकथाम हेतु लगायी गयी टीमों की सुरक्षा हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाऐं बनाये रखने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए। CM रावत ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि डेंगू तथा कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए वृहद्ध स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाया जाये। जन जागरूकता अभियान में प्रधानों, मेम्बरो, क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायत सदस्यों के साथ ही सभी जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जाये। उन्होंने सप्ताह में एक दिन वृहद्ध जन जागरूकता व सफाई अभियान आयोजित करने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए।



  • मण्डलायुक्त अरविन्द सिंह ह्यांकी ने बताया कि मण्डल के सभी जनपदों में कोविड-19 संक्रमण के प्रभावी रोकथाम हेतु किए जा रहे कार्यों की गहनता से समीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि मण्डल में बरसात के मौसम में संभावित दैवीय आपदाओं से प्रभावी ढंग से निपटने के साथ ही डेंगू संक्रमण के फैलने की संभावनाओं पर अंकुश लगाने के लिए दिशा-दिशा दिए गये हैं। उन्होंने बताया कि मण्डल कोरोना संक्रमण, डेंगू की रोकथाम, पेयजल आपूर्ति, बरसात के मौसम में संभावित दैवीय आपदा से प्रभावी नियंत्रण हेतु तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। वीसी में जिलाधिकारी सविन बंसल ने जनपद में कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने डेंगू की रोकथाम के लिए जनपद द्वारा तैयार की गई कार्य योजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। वीसी में अपर आयुक्त संजय खेतवाल, संयुक्त निदेशक एटीआई नवनीत पाण्डे आदि उपस्थित थे।


फैक्ट्री में गैस रिसाव 1 की मौत 3 गंभीर

कुरनूल। आंध्र प्रदेश में कुरनूल जिले के नदयाला शहर में शनिवार को एक एग्रो फैक्ट्री की गैस पाइपलाइन से अमाेनिया गैस के रिसाव से फैक्ट्री के महाप्रबंधक की मौत हो गई और अन्य तीन कर्मचारी बीमार पड़ गए। पुलिस ने बताया कि महाप्रबंधक श्रीनिवास राव की अमोनिया गैस के चपेट में आने से मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री के टेंकर में लगभग दो टन अमोनिया गैस को भंडारण किया गया था। पाइपलाइन में दरार आने से अचानक पाइपलाइन से गैस का रिसाव शुरू हो गया। गैस रिसाव को देखते हुए फैक्ट्री के अन्य कर्मचारी घबराकर वहां से बाहर भाग गए। गैस रिसाव को बंद करने के लिए अग्निशमन के कर्मचारी कार्रवाई में जुट गए।


जिला कलेक्टर जी. वीरापनडियन, पुलिस अधीक्षक के. पक्कीराप्पा और अन्य अधिकारी ने मौके का मुआयना किया।  जिला कलेक्टर ने संवाददाताओं को कहा कि सांस के जरिए गैस शरीर के अंदर जाने से तीन कर्मचारी बीमार पड़ गए हैं और उनकी हालत खतरे से बाहर है। उन्हाेंने कहा कि गैस के रिसाव को बंद करने के लिए युद्धस्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं।


हाईस्कूल-इंटर का परिणाम घोषित किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड ने शनिवार को हाईस्कूल और इंटर का परिणाम घोषित कर दिया है। हाईस्कूल और इंटर दोनों में ही बागपत बड़ौत के श्रीराम इंटर कलेज के छात्रों ने बाजी मारी है। हाईस्कूल की टॉपर रिया आगे चलकर प्रोफेसर बनकर बच्चों में शिक्षा की अलख जगाना चाहती हैे, तो वहीं इंटर में टॉप रहने वाले अनुराग मलिक भविष्य में आईएएस बनने का सपना देख रहे हैं। हाईस्कूल की टॉपर रिया जैन को 600 में से 580 अंक यानी 96़ 67 फीसद अंक मिले हैं। वहीं इंटरमीडिएट के टॉपर अनुराग मलिक को 500 में से 485 अंक यानी 97 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए।


हाईस्कूल की टॉपर रिया जैन ने बताया, “वह प्रतिदिन 15-16 घंटे की पढ़ाई करती थीं।” उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और कालेज के शिक्षकों को दिया है। रिया जैन ने 600 में से 580 अंक प्राप्त किए हैं। वह अंग्रेजी विषय की प्रोफेसर बनना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम से हर मुकाम को पाया जा सकता है। हाईस्कूल टॉप करने वाली रिया जैन के पिता भारत भूषण बागपत बड़ौत के पास हिलवाड़ी गांव के रहने वाले हैं। उनके चार बच्चे हैं। वह चुनरी और वेडिंग दुपट्टे बेचने का काम करते हैं। भारत भूषण ने बातचीत में कहा, “हमारी बच्ची ने बहुत मेहनत से पढ़ाई की है। 16-16 घंटे पढ़ाई की है। आज वह प्रदेश में पहला स्थान लाकर हमारा नाम रोशन किया है। यह हमारे लिए सबसे खुशी का पल है।” अनुराग मलिक ने कहा, “मैंने बहुत मन से पढ़ाई की थी। मैं आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहता हूं। मैंने नार्मल समय में 15 से 16 घंटे पढ़ाई की है। परीक्षा के समय मैंने करीब 18 घंटे पढ़ाई की है। गणित मेरी रुचि का विषय रहा है। सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों का है। अभी से सिविल सर्विस की तैयारी मे डट जाना है।” बागपत जिले के बड़ौत में रहने वाले अनुराग मलिक के पिता प्रमोद मलिक की इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की दुकान है। अनुराग दो भाई हैं। उनका कहना है कि लक्ष्य को साधने के लिए उन्होंने सालभर मेहनत की थी। उन्होंने कहा कि अगर अपने लक्ष्य को पाना है तो सिर्फ उसके अलावा कुछ नहीं फोकस किया जाता है। सफलता निश्चित ही मिलती है।


मनोज सिंह ठाकुर


प्रयागराज में परीक्षा का परिणाम किया जारी

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के 99वें वर्षों के कार्यकाल में दूसरी बार ऐसा हुआ है जब परीक्षा परिणामों की घोषणा प्रयागराज से बाहर की गयी। हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट 2020 परीक्षा का परिणाम प्रयागराज के स्थान पर शनिवार को लखनऊ से जारी किया गया। परिणाम बोर्ड के सचिव के स्थान पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने घोषित किया।


वर्ष 1921 में इलाहाबाद में यूपी बोर्ड की स्थापना की गई थी जबकि 1923 में पहली हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा आयोजित करवाई थी। 99 साल के इतिहास में यह दूसरा अवसर होगा जबकि बोर्ड परीक्षा का परिणाम प्रयागराज की बजाय लखनऊ से जारी किया। इससे पहले प्रयागराज से ही नतीजे जारी होते रहे।


इससे पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार में 2007 में हाईस्कूल परीक्षा का परिणाम लखनऊ से घोषित किया गया था। उस समय परिणाम घोषित होने से पहले ही उत्तीर्ण प्रतिशत लीक हो गया था, जिससे काफी हंगामा हुआ था। हालांकि इंटरमीडिएट का रिजल्ट प्रयागराज से ही जारी हुआ था।


अपनी स्थापना के बाद से बोर्ड ने तमाम उतार चढ़ाव देखे हैं और निरंतर छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ती गई। पहले हाईस्कूल एवं इंटर का रिजल्ट अलग-अलग तारीखों में जारी होता रहा है। बोर्ड प्रशासन ने 2015 से हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट का परिणाम एक साथ घोषित करना शुरू किया। पहले परिणाम जून में आते रहे लेकिन न्यायालय के एक आदेश के बाद रिजल्ट की तारीखें घटती रहीं। पहले मई फिर अप्रैल माह तक परिणाम घोषित हुआ। वर्ष 2019 का परिणाम बोर्ड ने 27 अप्रैल को घोषित किया था।


बोर्ड सूत्रों के अनुसार इस साल यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 18 फरवरी से छह मार्च के बीच आयोजित की गई थी। हाईस्कूल की परीक्षा 12 कार्य दिवस और इंटरमीडिएट की परीक्षा 15 कार्य दिवस में पूरी की गयीं।


इस बार बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में 51 लाख 30 हजार 481 परीक्षार्थी शामिल हुये जिसमें हाईस्कूल में 27 लाख 44 हजार 976 और इंटरमीडिएट में 23 लाख 85 हजार 505 परीक्षार्थी शामिल हुये। वर्ष 2020 बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा समय पर शुरू हुयी थी। देश में कोरोना संकट की वजह से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में बिलंब के कारण परिणाम 27 जून को घोषित किया गया।


बृजेश केसरवानी


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