मंगलवार, 23 जून 2020

चीन से कम नहीं है भारत की ताकत


 भारत से ताकतवर नहीं है चीनी ड्रैगन, 1962 से 2020 तक पलट गई कहानी


नई दिल्ली। लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प के बाद दोनों देशों में तनाव  चरम पर है। सीमा पर गतिरोध को लेकर जारी सैन्य और कूटनीतिक बैठक का कोई समाधान निकलता दिखाई नहीं दे रहा है।



वहीं, बढ़ते तनाव को देखते हुए दोनों देशों की सेनाओं ने एलएसी के इलाके में अपनी उपस्थिति को और मजबूत कर दिया है। चीन की सरकार समर्थित मीडिया अक्सर भारत को गीदड़ भभकी देती रहती है कि वे सैन्य ताकत के मामले में भारत से श्रेष्ठ हैं, लेकिन वास्तविक कहानी इसके ठीक उलट है।


​1962 से उल्टी है आज की स्थिति

1962 में हिमालयी क्षेत्र में जब धोखे से चीन ने भारत पर आक्रमण कर दिया था तब भारतीय सेना इस ऊंचाई वाले इलाके में युद्ध लड़ने के लिए तैयार नहीं थी। एक महीने तक चले मुकाबले में चीनी सेना ने अक्साई चिन पर कब्जा कर युद्धविराम की घोषणा कर दी थी। चीन ने दावा किया कि इस युद्ध में उसके 700 सैनिक मारे गए, जबकि भारतीय सेना के हजार से ज्यादा सैनिक शहीद हुए।


भारतीय सेना के आगे नहीं टिकेगा चीन

पारंपरिक रूप से माना जाता है कि चीन सैन्य ताकत के मामले में भारत के काफी आगे है। लेकिन, बोस्टन में हार्वर्ड केनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट में बेलफर सेंटर और वाशिंगटन में एक नई अमेरिकी सुरक्षा केंद्र के हालिया अध्ययन में कहा है कि भारतीय सेना उच्च ऊंचाई वाले इलाकों में लड़ाई के मामले में माहिर है। चीनी सेना इसके आसपास भी नहीं फटकती है।


परमाणु हथियार संपन्न दोनों देश, नो फर्स्ट यूज की पॉलिसी

भारत चीन के बीच युद्ध की संभावनाएं वैसे बहुत कम है, लेकिन चीन की शरारत को देखते हुए इसे पूरी तरह से नकारा भी नहीं जा सकता। विशेषज्ञों ने कहा कि युद्ध की स्थिति में भी दोनों देश अपने परमाणु हथियारों के जखीरे के इस्तेमाल से बचना चाहेंगे। क्योंकि इस मामले में दोनों देश लगभग बराबर की स्थिति में हैं।


दोनों देश आज के समय में जल, थल और नभ से परमाणु हमला करने की ताकत रखते हैं। बता दें कि चीन 1964 में परमाणु शक्ति संपन्न देश बना था, जबकि भारत 1974 में। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के 2020 में जारी रिपोर्ट के अनुसार, चीन के पास लगभग 320 परमाणु बम हैं और भारत के पास 150 से अधिक हैं। दोनों देश दोनों एक “नो फर्स्ट यूज” पॉलिसी की बात करते हैं।


वायु सेना की ताकत में भी भारत मजबूत

बेलफर सेंटर के मार्च में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, भारत के पास लगभग 270 लड़ाकू विमान और 68 ग्राउंड अटैक फाइटर जेट हैं। वहीं, भारत ने पिछले कुछ दशकों में चीन से लगी सीमा पर कई हवाई पट्टियों का निर्माण किया है जहां से ये फाइटर जेट आसानी से उड़ान भर सकते हैं।


वहीं, इस स्टडी के अनुसार, चीन के पास 157 फाइटर जेट्स और एक छोटा ड्रोन का बेड़ा भी है। इस स्टडी में बताया गया है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स भारत से लगी सीमा क्षेत्र में आठ ठिकानों का उपयोग करती है, लेकिन इनमें से अधिकांश नागरिक हवाई क्षेत्र हैं।


भारतीय लड़ाकू विमान चीन के मुकाबले ज्यादा प्रभावी

बेलफर सेंटर की इस स्टडी के अनुसार, भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 और सुखोई एसयू 30 लड़ाकू विमान को चीन के जे-10, जे-11 और एसयू-27 लड़ाकू विमानों पर बढ़त हासिल है। चीन ने भारत से लगी सीमा पर इन्हीं विमानों को तैनात किया है।


भारतीय मिराज 2000 और एसयू -30 जेट्स ऑल-वेदर, मल्टी-रोल विमान हैं जबकि चीन का जे-10 ही ऐसी योग्यता रखता है। बेलफर की स्टडी बताती है कि चीन ने अपने पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों को अमेरिका के कथित खतरे से बचाने के लिए मजबूत किया है। इस कारण पश्चिमी क्षेत्र में उसके चार एयरफील्ड कमजोर हुए हैं।


तिब्बत में चीनी लड़ाकू विमानों को यह घाटा

अध्ययन में दावा किया गया है कि तिब्बत और शिनजियांग में चीनी हवाई ठिकानों की अधिक ऊंचाई, क्षेत्र में आम तौर पर कठिन भौगोलिक और मौसम की स्थिति के कारण चीनी लड़ाकू विमान अपने आधे पेलोड और ईंधन के साथ ही उड़ान भर सकते हैं। जबकि, भारतीय लड़ाकू विमान पूरी क्षमता के साथ हमला कर सकते हैं। चीन के एरियल रिफ्यूलिंग कैपसिटी मतलब हवा में ईंधन भरने की क्षमता भी कम है। उसके पास पर्याप्त संख्या में एरियल टैंकर नहीं हैं।


भारत की सेना चीन से बहुत मजबूत और अनुभवी

सीएनएएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की थल सेना हर परिस्थिति में चीनी सेना से बेहतर और अनुभवी है। भारतीय सेना के पास युद्ध का बड़ा अनुभव है जो विश्व में शायद ही किसी और देश के पास हो।


वर्तमान समय में भी भारतीय सेना कश्मीर में आतंकवाद और पाकिस्तान से लड़ाई लड़ रही है। भारतीय सेना को सीमित और कम तीव्रता वाले संघर्षों में महारत हासिल है, जबकि चीन की पीएलए ने 1979 में वियतनाम के साथ अपने संघर्ष के बाद से युद्ध की क्रूरता का अनुभव नहीं किया है।


वियतनाम से हार चुका है चीन

कंबोडिया में वियतनाम के सैन्य हस्तक्षेप के जवाब में चीन ने 1979 में महीने भर तक युद्ध किया था। माना जाता है कि अपनी हार को नजदीक देख चीनी सेना भाग खड़ी हुई थी।


अमेरिकी सेना से युद्ध लड़ने के कारण अधिक अनुभवी वियतनामी सैनिक चीन पर भारी पड़े और उन्हें जमकर नुकसान पहुंचाया था। चीन के सेना की संख्या भ्रामक भी हो सकती है। चीन अपनी सेना की जो संख्या बताता है उसमें भी बड़ी गड़बड़ी है।


चीन की सेना भी मोर्चे पर कम संख्या में

चीन के पीएलए में शामिल सैन्य इकाइयां शिनजियांग या तिब्बत में विद्रोह को दबाने या रूस के साथ चीन की सीमा पर किसी भी संभावित संघर्ष से निपटने के लिए सौंपी गई हैं। यहां से भारतीय सीमा पर फौज को लेकर जाना चीन के लिए संभव नहीं है क्योंकि भारतीय वायुसेना चीन की रेललाइनों को निशाना बना सकती है। वहीं, भारतीय सेना पहले से ही इन इलाकों में बड़ी संख्या में मौजूद है।



अब चीन पर होगी सर्जिकल स्ट्राइक ?


तो अब चीन पर होगी सर्जिकल स्ट्राइक? सेना अलर्ट, मोदी की सभी दलों संग बैठक.. कुछ बड़ी है तैयारी


अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। लद्दाख के गलवान घाटी में सोमवार रात चीन और भारतीय सैनिकों के बीच हुए संघर्ष के बाद भारत पेइचिंग को घेरने के लिए कई मोर्चे पर तैयारी कर रहा है। इस बीच, पीएम नरेंद्र मोदी ने चीन के मुद्दे पर आज एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस वर्चुअल बैठक में पीएम मोदी देश के राजनीतिक दलों के अध्यक्षों से चीन के मसले पर बात करेंगे और उन्हें मौजूदा स्थिति की जानकारी दे सकते हैं। हालांकि पीएम की इस बैठक पर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं। इस बीच, सूत्रों के अनुसार सेना, वायुसेना और नेवी को अलर्ट कर दिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम मोदी कुछ बड़ा सोच रहे हैं।



सर्वदलीय बैठक बुलाने का मतलब

माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस बैठक में चीन (india and china clash) सीमा पर मौजूदा हालात की जानकारी दे सकते हैं। कई विपक्षी दल केंद्र सरकार से चीन सीमा पर चल रही गतिविधियों की जानकारी मांग रहे थे।


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प के बारे में जानकारी मांगी थी। इस घटना में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। इस बैठक में पीएम विपक्षी दलों के साथ आगे की रणनीति पर मंथन कर सकते हैं। यह भी हो सकता है कि मोदी कोई बड़ा कदम उठाने वाले हों और इसपर विपक्षी दलों को भरोसे में लेना चाहते हों।


चीनी सीमा पर मोदी की बड़ी योजना?

लद्दाख में पिछले एक महीने से जारी भारत-चीन तनाव अब खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। ऐसे में हो सकता है कि पीएम मोदी चीन सीमा पर कोई बड़ी योजना बना रहे हों। कहा जा रहा है कि भारत चीन की गलवान घाटी में की गई हिमाकत का बदला जरूर लेगा। इसमें चीन के खिलाफ कड़े आर्थिक फैसले से लेकर कूटनीतिक और सैन्य फैसला तक संभव हो सकता है। पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। माना जा रहा है कि भारत अपने सैनिकों के गंवाने के बाद हर स्तर पर जाने को विचार कर सकता है।


ITBP जवानों की तैनाती बढ़ी

चीन सीमा से लगते लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम तक भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की तैनाती बढ़ा दी गई है। इन इलाकों में ITBP की गश्ती को बढ़ा दिया गया है। सुरक्षाबलों को चीन की किसी भी हिमाकत का भरपूर जवाब देने को कहा गया है।


सेना, वायुसेना और नेवी अलर्ट

उधर, सूत्रों के मुताबिक सेना, वायुसेना और नौसेना को उच्चतम स्तर पर अलर्ट रहने को कहा गया है। सभी सेनाओं को बुरी से बुरी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है। सेना, वायुसेना और नेवी उच्चतम स्तर के अलर्ट पर हैं और बताया जा रहा है कि हथियारों का मूवमेंट भी शुरू हो चुका है। सूत्रों ने बताया कि लोकल कमांडरों को चीन से निपटने के लिए खुली छूट दे दी गई है। सूत्रों ने यह भी बताया कि ITBP को सेना के नियंत्रण में भी लाया जा सकता है।



दोनों सेनाओं के बीच बातचीत का दौर

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर है। इस बीच दोनों देशों के टाप कमांडर और नेता हालात को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच बातचीत हुई।



एलएसी पर पैदा हुए तनावपूर्ण हालात से भारत के साथ चीन भी चिंतित है। इस तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन के बीच बातचीत का दौर चल रहा है। दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। इसी कड़ी में सोमवार को भी दोनों देशों के कोर कमांडर की मैराथन बैठक हुई, जो 11 घंटे तक चली। इस बातचीत में भारत अपने सख्त रूख पर कायम रहा। आज भी बातचीत का ये सिलसिला जारी रहेगा।



भारत ने चीनी अधिकारियों से साफ साफ कह दिया है कि वह सीमा पर पांच मई से पहले की स्थिति बहाल करें। इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है। इस बीच सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे आज लेह का दौरा करेंगे। सेना प्रमुख 14वीं कोर के सैन्य अफसरों के साथ हालात का जायजा लेंगे। गौरतलब है कि भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों की ये बैठक गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद बढ़े तनाव को कम करने को लेकर हो रही है।


सेंसेक्स 180 और निफ्टी 67 अंक चढ़ा

शेयर बाजार में तेजी जारी. सेंसेक्स 180 अंक और निफ्टी 67 अंक चढ़ा



मुंबई । वैश्विक स्तर से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच घरेलू स्तर पर पावर, धातु और हेल्थकेयर जैसे समूहों में हुयी लिवाली के बल पर शेयर बाजार में आज लागतार तीसरे दिन तेजी बनी रही। इस दौरान बीएसई का सेंसेक्स 180 अंक और निफ्टी 67 अंक चढ़ गया।


बीएसई का सेंसेक्स 179.59 अंक बढ़कर 34911.32अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 66.80 अंक चढ़कर 10311.20 अंक पर रहा। बीएसई में दिग्गज कंपनियों की तुलना में छोटी और मझौली कंपनियों में अधिक लिवाली देखी गयी जिससे बीएसई का मिडकैप 2.02 प्रतिशत बढ़कर 13062.67 अंक पर और स्मॉलकैप 1.36 प्रतिशत उठकर 12443.95 अंक पर रहा। बीएसई में आईटी 0.35 प्रतिशत की गिरावट को छोड़कर शेष सभी समूह बढ़त में रहे जिसमें पावर 2.77 प्रतिशत, धातु 2.69 प्रतिशत और हेल्थकेयर 2.26 प्रतिशत शामिल है। बीएसई में कुल 2917 कंपनियों में कारोबार हुअा जिसमें से 1871 बढ़त में और 875 गिरावट में रहे जबकि 171 में कोई बदलाव नहीं हुआ।


वैश्विक स्तर पर अधिकांश प्रमुख सूचकांक गिरावट में रहे जिसमें ब्रिटेन का एफटीएसई 0.02 प्रतिशत, जर्मनी का डैक्स 0.13 प्रतिशत, जापान का निक्केई 0.18 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.54 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.08 प्रतिशत शामिल है।



राष्ट्रपति ने जगन्नाथ यात्रा की दी शुभकामनाएं

नयी दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ओडिशा में पुरी जगन्नाथ यात्रा के अवसर पर देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है।


श्री कोविंद ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ‘रथ यात्रा के पावन अवसर पर सभी देशवासियों, विशेष रूप से ओडिशा में प्रभु जगन्नाथ के श्रद्धालुओं को बधाई। मैं कामना करता हूँ कि प्रभु जगन्नाथ की कृपा, कोविड-19 का सामना करने‌ के लिए हमें साहस एवं संकल्प-शक्ति प्रदान करे और हमारे जीवन में स्वास्थ्य और आनंद का संचार करे।’ गौरतलब है कि पुरी में जगन्नाथ यात्रा आज से शुरू हो रही है। इससे संबंधित अनुष्ठान कम से कम 10 दिन चलेंगे।


2 आतंकियों को मारा 1 जवान शहीद

श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई है। पुलवामा के बांदजू इलाके में जारी मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। हालांकि, सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हो गया। इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।कश्मीर जोन के IG विजय कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में अब तक दो आतंकवादी मारे गए हैं। इससे पहले रिपोर्टों के अनुसार, पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने बांदजू में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जैसे ही सुरक्षाबलों ने संदिग्ध स्थान का घेराव किया आतंकवादियों ने उन पर फायरिंग कर दी। इससे पहले सोमवार को पुलवामा के त्राल सेक्टर के बाटगुंड के सीआरपीएफ कैंप के पास फायरिंग के बीच ग्रेनेड से हमला किया गया। ग्रेनेड हमले से पहले जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में अज्ञात बंदूकधारियों ने बीती देर रात ढोक डिफेंस कमेटी (डीडीसी) के सदस्य गोपालनाथ को गोली मार दी।


बता दें कि कश्मीर में सुरक्षाबलों के प्रहार से आतंकी बौखलाए हुए हैं। वो सुरक्षाबलों पर हमला कर रहे हैं. इससे पहले सोमवार को ही दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के वेरीनाग जंगल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। सुरक्षाबलों को जंगल में आतंकियों के छिपे होने का इनपुट मिला था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। अब तक 100 आतंकी ढेरः दक्षिण कश्मीर में रविवार को सुरक्षा बलों ने दो अलग-अलग मुठभेड़ में 4 आतंकियों को मार गिराया था। सबसे पहले सुरक्षा बलों ने शोपियां जिले में एक आतंकी को मार गिराया। फिर श्रीनगर के जादिबल में सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई मुठभेड़ में तीन आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया। पिछले 4 महीने में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन और अंसार गजवात-उल-हिंद के कई कमांडरों को ढेर किया जा चुका है। सुरक्षाबल लगातार कश्मीर घाटी में आतंकियों को ढेर कर रहे हैं। इस साल अब तक 100 से आतंकी मारे जा चुके हैं।


शिक्षक भर्ती: सरकारी नीतियों पर सवाल

अतुल त्यागी

स्लग - सरकार की नीतियों पर सवाल कर 69 हजार शिक्षक की भर्ती पर एसडीम को सौंपा ज्ञापन

 

हापुड़। उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के सिटी कोतवाली क्षेत्र के एसडीएम कार्यालय पहुंच पूर्व विधायक गजराज सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने शहर कांग्रेस कमेटी हापुड़ के बैनर तले सदर एसडीएम को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।  वीओ- आपको बता दे कि सिटी कोतवाली क्षेत्र के नगरपालिका परिषद स्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने एसडीएम कार्यालय पहुँचकर एसडीएम सत्य प्रकाश सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए 69 हजार शिक्षक भर्ती में घोटाले को लेकर व पूर्ण रुप से सही तरीके से जांच कराने की मांग की है। वही पशुपालन विभाग में हुए घोटाले की जांच के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एसडीएम कार्यालय पर पहुंच एक ज्ञापन सौंपा है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अभिषेक गोयल ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष प्रियंका गांधी ने 69 हजार शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले को लेकर सही तरीके से मांग उठाते हुए कहा कि घोटाले बाजों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर पूर्ण रूप से कार्यवाही होनी चाहिए वही पशुपालन विभाग में हुये घोटाले की उच्च न्यायालय स्तरीय जांच की मांग की है।

एसएसपी का अभियान, अपराधियों पर शिकंजा

एसएसपी अभिषेक दीक्षित का विशेष अभियान पाताल हो रहा है सक्सेसफुल शातिर अपराधी जा रहे हैं जेल

 

शंकरगढ़ पुलिस ने ऑपरेशन पाताल को किया सफल एक आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा जेल

प्रयागराज। वरिष्ठ पुलिस अभिषेक दिक्षित अधीक्षक  के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक यमुनापार चक्रेश मिश्रा के मार्गदर्शन में  ऑपरेशन ''पाताल'' के तहत चलाए जा रहे विशेष अभियान के क्रम में_शंकरगढ थाना प्रभारी वेद प्रकाश पांडे द्वारा की गई बड़ी कार्रवाई अवैध शस्त्र रखने वाला आरोपी  सौरभ चन्द्र द्विवेदी को गिरफ्तार कर कब्जे से 01 तमंचा व 02 जिन्दा कारतूस बरामद कर भेजा गया जेल आपको बता दें जिले के कप्तान अभिषेक दीक्षित के द्वारा जिले के समस्त थाना प्रभारी को ऑपरेशन पाताल के तहत अवैध हथियार रखने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है जिसके तहत शंकरगढ़ थाना प्रभारी वेदप्रकाश पांडे एवं उनकी टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई।

 

रिपोर्ट बृजेश केसरवानी

रेस्टोरेंट स्वामी के विरूद्ध की कार्यवाही

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर रेस्टोरेंट स्वामी के विरूद्ध की गयी कार्रवाई

प्रयागराज। कोविड वायरस की रोकथाम के अन्तर्गत जनपद प्रयागराज में संचालित रेस्टोरेंट की जांच के निर्देश दिये गये है, जिसके अन्तर्गत जांच के दौरान यह पाया गया कि शरद शुद्ध शाकाहारी भोजनालय, स्टेशन चैराहा, खुल्दाबाद, प्रयागराज के स्वामी शरद गुप्ता द्वारा निर्गत धारा 144 दं0प्र0सं0 संहिता का उल्लघंन करते हुये भोजनालय का संचालन किया जा रहा था। जांच के दौरान यह पाया गया कि भोजनालय में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा था और भोजनालय के स्टाफ एवं बैंठे व्यक्तियों द्वारा फेस कवर नहीं किया गया था, जिसके दृष्टिगत शरद भोजनालय के स्वामी श्री शरद गुप्ता के विरूद्ध थाना खुल्दाबाद, प्रयागराज में धारा 188 भा0दं0वि0 के अन्तर्गत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी गयी और उनके विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। समस्त होटलों एवं रेस्टोरेंट आदि की जांच किये जाने हेतु सभीy मजिस्टेªट को निर्देश दिये गये है। यह जानकारी अपर जिलाधिकारी(नगर), प्रयागराज अशोक कुमार कनौजिया ने दी है।

 

रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी 

विश्व हिंदू,बजरंग दल का तूफानी दौरा

विश्व हिंदू परिषद बंजरग दल गाजियाबाद जिले की पूरी टीम का तूफानी दौरा 

 

अकाशुं उपाध्याय

गाजियाबाद। विश्व हिंदू परिषद की जिला गाजियाबाद की टीम ने मोदी नगर की आदर्श नगर कॉलोनी का निरीक्षण किया एवं पीड़ित पक्ष से बात की  गई जिसमें यह चीज उभरकर सामने आई की दूसरी गली में एक विवादित रास्ता दिवार है जहां से कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा हिन्दुओं को परेशान करके वापस उसी चोर रास्ते से भागा जाता है इस रास्ते को बंद करवाने के लिए माननीय विधायक महोदय मंजू शिवाच जी से मुलाकात हुई। जिसमें उन्होंने हमें आश्वासन दिया की वे विवादित हिस्से का पुनर्निर्माण जल्द से जल्द कराया जाएगा । जिसमें दुसरे पक्ष के भी लोग वहां मौजूद थे उन्होंने भी इच्छा जताई के ये विवादित रास्ता जल्द से जल्द बन्द हो इस बैठक में पीड़ित पक्ष के साथ साथ भाजपा पार्षद ललित त्यागी जी ,विश्व हिंदू परिषद जिलाध्यक्ष भोपाल प्रधान जी, जिला मंत्री शशिकांत कौशिक जी , जिला सह मंत्री कुलदीप सिंह, विभाग संयोजक नीरज मावी जी, जिला सह संयोजक गुलशन राजपूत जी, नगर मंत्री अनुराग शर्मा, नगर सह मंत्री अंकित कुमार एवं हिमांशु गर्ग जी, गौ रक्षा प्रमुख ललित कौशिक जी, गौरव जी, एवम् समस्त मुरादनगर टीम भी उपस्थित रहीं व हिन्दू युवा वाहिनी से नगर अध्यक्ष नीरज शर्मा जी, उपाध्यक्ष अभिषेक जांगिड़ जी, ललित कुमार, अमित बाला आदि पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बंधु उपस्थित रहे।

कोरोनिल औषधि पर मंत्रालय का अटैक

नई दिल्ली। आयुष मंत्रालय ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा कोरोना वायरस के उपचार के लिए विकसित आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लिया है। कंपनी को इस मामले की विधिवत जांच होने तक इस तरह के दावों व विज्ञापन के जरिए प्रचार-प्रसार को रोकने के लिए कहा गया है।


कोरोना के इलाज के लिए पतंजलि की दवा को लेकर आयुष मंत्रालय का कहना है कि उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि किस तरह के वैज्ञानिक अध्ययन के बाद दवा बनाने का दावा किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि इससे जुड़ी पूरी जानकारी मांगी गई है। आयुष मंत्रालय ने रामदेव की कंपनी को कोरोना का इलाज करने के लिए बनी दवा के विज्ञापन करने से मना किया है। कहा गया बिना मानक की जांच कराए हर तरह के विज्ञापन पर अगले आदेश तक रोक रहेगी। आपको बता दें कि योग गुरु स्वामी रामदेव ने कोरोनावायरस की दवा कोरोनिल को मंगलवार को बाजार में उतार और दावा किया कि आयुर्वेद पद्धति से जड़ी बूटियों के गहन अध्ययन और शोध के बाद बनी यह दवा शत प्रतिशत मरीजों को फायदा पहुंचा रही है। यहां पतंजलि योगपीठ में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि पूरे विश्व में पहला ऐसा आयुर्वेदिक संस्थान है जिसने जड़ी बूटियों के गहन अध्ययन और शोध के बाद कोरोना महामारी की दवाई प्रमाणिकता के साथ बाजार में उतारी है।


सरकारी योजनाओं का उल्लेखनीय असर

एमएसएमई और एनबीएफसी के लिए सरकारी योजनाओं का उल्‍लेखनीय असर – आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) के तहत मंजूर ऋणों ने 79,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया


अश्वनी उपाध्याय


नई दिल्ली। सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए सरकार द्वारा उठाए गए ठोस कदमों का त्‍वरित असर देखने को मिल रहा है। सरकारी गारंटी प्राप्‍त आपातकालीन क्रेडिट लाइन के तहत सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बैंकों ने 20 जून2020 तक 79,000 करोड़ रुपये से भी अधिक के ऋणों को मंजूरी दे दी है जिनमें से 35,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि पहले ही वितरित की जा चुकी है।


इस योजना के तहत शीर्ष कर्जदाताओं में एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी और केनरा बैंक शामिल हैं। इससे 19 लाख एमएसएमईऔर अन्य कारोबारियों को लॉकडाउन के बाद अपने-अपने व्यवसायों को फिर से शुरू करने में मदद मिली है। ‘आत्‍मनिर्भर’ पैकेज के तहत सरकार ने एमएसएमई और छोटे कारोबारियों को अतिरिक्त ऋण के रूप में 3 लाख करोड़ रुपये देने की अपनी योजनाओं की घोषणा की थी। इस तरह के उद्यम उन ब्याज दरों पर अतिरिक्त ऋणों के रूप में अपनी मौजूदा कर्जराशि का 20% तक प्राप्त करने के पात्र थे जिनकी सीमा तय कर दी गई थी। उधर, मार्च-अप्रैल 2020 में घोषित आरबीआई की विशेष तरलता (लिक्विडिटी) सुविधा के तहतसिडबी ने एनबीएफसीमाइक्रोफाइनेंस संस्‍थानों (एमएफआई) और बैंकों के लिए 10,220 करोड़ रुपये से भी अधिक मंजूर किए हैं, ताकि वे एमएसएमईऔर छोटे कर्जदारों या उधारकर्ताओं को ऋण दे सकें। राष्ट्रीय आवास बैंक (एनएचबी) ने 10,000 करोड़ रुपये की अपनी पूरी सुविधा को मंजूरी आवास वित्‍त कंपनियों के लिए दी है। सिडबी और एनएचबी की ओर से यह पुनर्वित्त उन चालू योजनाओं के अलावा है, जिनके माध्यम से 30,000 करोड़ रुपये से भी अधिक मंजूर किए गए हैं। एनबीएफसी और एमएफआई को विस्तारित आंशिक गारंटी योजना के तहत भी मदद दी जा रही हैजिसके तहत कुल मंजूरियां 5500 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गई हैं। 5000 करोड़ रुपये के और लेन-देन के लिए मंजूरी प्रक्रिया जारी है, जबकि कुछ अन्य सौदों के लिए अभी बातचीत चल रही है।


डीएम ने कहा पकड़ो पैसे मिठाई ले लेना

जब माझी को डीएम ने पकड़ाया दो हजार का नोट, बोले जाओ बच्चों के लिए मिठाई ले लेना

 

वाराणसी। 97 दिनों तक गंगा की लहरों पर नौका की आवाजाही पर वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से पूर्ण रूप से बंदी थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने इसका संज्ञान लिया और मंगलवार से नगर निगम में रजिस्टर्ड नौका को चलाने की अनुमति प्रदान कर दी। मंगलवार की सुबहनौकासंचालनकाजायज़ा लेने जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा भी गंगा घाट पहुंचे और उन्होंने नौका विहार किया।अपनी कार्यप्रणाली के लिए पूरे देश में चर्चित जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने नौका विहार के बाद नाविक शम्भू सहानी से पैसे पूछे तो शम्भू ने 100 रुपये बताये इसपर जिलाधिकारी ने 2000 रूपये निकलकर शम्भू को दिए और कहा बच्चों के लिए मिठाई लेते जाना।

गाजियाबाद पुलिस ने किया हत्या का खुलासा

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। थाना टीला मोड़ और अपराध शाखा टीम ने तुलसी निकेतन इलाके में हुई हत्या का मुख्य हत्यारोपी शेरखान समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस ने इनके पास से हत्या में शामिल चाकू और स्कूटी भी बरामद कर ली हैं। हालांकि, पुलिस ने हत्या में शामिल तीन आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार करते हुए उन्हें जेल भेज दिया हैं। आपको बताते चलें कि गत् 17 जून को समय करीब 8 बजे थाना टीला मोड़ के तुलसी निकेतन इलाके में रहने वाले बलराम सिंह ने पुलिस को एक लिखित तहरीर देते हुए बताया कि उसकी बेटी नैना के दिल्ली के सुंदर नगरी निवासी शेर खान ने चाकू मार दिया है, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। जिसके बाद नैना को दिल्ली के जी.टी.बी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।



जिसके उपरांत थाना टीला मोड़ पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी थी। जिसको मद्देनज़र रखते पुलिस ने सलमान उर्फ आलू, आरिफ उर्फ आसिज और आमिर चौधरी को 24 घंटों के भीतर गिरफ़्तार करते हुए उन्हें जेल भेज दिया था तथा अन्य शेष आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।

गौरतलब है कि एसएसपी कलानिधि नैथानी ने हत्या की इस घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी सिटी के निर्देशन में दो टीमों का गठन किया गया था। जिसमें क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम एवं क्षेत्राधिकारी नगर चतुर्थ को मुख्य आरोपी शेरखान की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया था। इतना ही नहीं, मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच को भी सक्रिय किया गया था।

आपको बता दें कि दोनों टीमों और क्राइम ब्रांच के अथक प्रयास के बाद इनामी मुख्य आरोपी शेरखान पुत्र अब्दुल वहीद निवासी थाना नंदनगरी दिल्ली को उस समय गिरफ़्तार कर लिया, जब वह अपने ठिकाने को बदलने के लिए अपने भाई इमरान व अपने बहनोई रिजवान पुत्र हैदर के साथ हर्ष विहार के पंचशील कॉलोनी जा रहा था।

दरअसल, पुलिस ने मुख्य आरोपी शेरखान को संरक्षण देने वाले उसके भाई इमरान और उसके बहनोई रिजवान को भी गिरफ़्तार कर लिया हैं, क्योंकि इन्होंने मुख्य आरोपी की गिरफ़्तारी में काफी बांदा उत्पन्न की थी। हालांकि, पुलिस ने पकड़े गए मुख्य आरोपी शेरखान से हत्या की घटना में शामिल चाकू भी बरामद कर लिया हैं। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने मुख्य आरोपी शेरखान की गिरफ़्तारी के लिए 20 हज़ार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था। वहीं, एसएसपी ने अभियुक्तगणों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई करने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं।

बता दें कि पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपी सलमान उर्फ आलू पुत्र सलीम, आमिर पुत्र अब्दुल हनीफ निवासी थाना नंदनगरी दिल्ली और तीसरे आसिफ उर्फ आरिज पुत्र जाकिर निवासी थाना साहिबाबाद को गिरफ़्तार करके उन्हें पूर्व में जेल भेज दिया हैं। वहीं, मुख्य आरोपी को पकड़ने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक रणसिंह, निरीक्षक अपराध शाखा संजय पांडे, उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह, उपनिरीक्षक अपराध शाखा पारस मलिक, कृष्ण कुमार शर्मा, वरिष्ठ सिपाही पंकज कुमार, राजेंद्र कुमार बालेंद्र सिंह, सिपाही मनोज कुमार, अवधेश मलिक निशांत और खुर्शीद शामिल रहें हैं। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करके इनको जेल भेज दिया हैं।

तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप की आवश्यकता

लद्दाख। पूर्वी लद्दाख के गलवान में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास 15 जून को भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के चलते दोनों पड़ोसी देशों के बीच इस वक्त तनाव चरम पर है। इस बीच भारत के पुराने दोस्त रूस ने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता है कि भारत और चीन के बीच विवाद सुलझाने के लिए किसी तीसरे पक्ष की जरूरत है।


भारत-रूस-चीन के विदेश मंत्रियों की मंगलवार को वर्चुअल बैठक के दौरान रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत-चीन के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चल रहे तनानती का भी इस दौरान जिक्र किया और कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि इसमें किसी तीसरे पक्ष के दखल की जरूरत है। लावरोव ने कहा, हम यह उम्मीद करते हैं कि स्थिति लगातार शांतिपूर्ण रहेगी और विवाद का शांतिपूर्ण समाधान किया जाएगा। भारत-चीन विवाद में तीसरे पक्ष की नहीं जरूरत-रूस के विदेश मंत्री



उन्होंने कहा, "मैं नहीं मानता हूं कि उन्हें मदद की जरूरत है खासकर जहां तक देश के मुद्दों की बात है। वे अपने दम पर इसका समाधान कर सकते हैं। रूसी विदेश मंत्री ने आगे कहा कि नई दिल्ली और बीजिंग ने शांतिपूर्ण समाधान को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। उन्होंने रक्षा अधिकारियों, विदेश मंत्रियों के स्तर पर बात की है और दोनों पक्षों ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है जिससे यह संकेत मिलता हो कि कोई कूरूस को यूएनएससी की स्थाई सदस्यता में भारत को समर्थन


इस दौरान रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का समर्थन किया है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि आज हम संयुक्त राष्ट्र में सुधार की समस्या पर बात करते हैं और भारत संयुक्त राष्ट्र में स्थाई सदस्यता के लिए मजबूत नॉमिनी है। हम भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं।हजयशंकर बोले- अंतरराष्ट्रीय कानून के सम्मान की जरूरत विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को रूस-भारत-चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने इस दौरान अन्य देशों से कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करें और साझेदारों के वैध हितों को पहचाने।


चीन के विदेश मंत्री वांग यी और रूस के अपने समकक्षीय सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत के दौरान एस. जयशंकर ने दुनिया के शक्तिशाली देशों से कहा कि वे हर मायने में उदाहरण पेश करें। भारत-चीन सीमा विवाद का बिना जिक्र किए विदेश मंत्री ने अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करना चाहिए और साझेदारों के वैध हितों की पहचान करे। जयशंकर ने जोर देते हुए कहा कि बहुपक्षवाद का समर्थन करना और सामान्य अच्छी चीजों को बढ़ावा देना ही वैश्विक व्यवस्था को टिकाऊ बनाने का एक मात्र रास्ता है। उन्होंने कहा, विशेष बैठक अंतरराष्ट्रीय संबंधों में विश्वास के सिद्धांतों को दर्शाता है। लेकिन आज चुनौती अवधारणाओं और मानदंडों की नहीं बल्कि उनके व्यवहार की है।


तबादलाः चार जेलों के नए अधीक्षक बनें

चार वरिष्ठ जेल अधीक्षकों का तबादला, आशीष तिवारी लखनऊ जेल अधीक्षक बनाए गए

लखनऊ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय को नैनी जेल भेजा गया

आरके जायसवाल कानपुर नगर के जेल अधीक्षक बनाए गए

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चार वरिष्ठ जेल अधीक्षकों का तबादला कर दिया गया है। लखनऊ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय को नैनी जेल भेज दिया गया है। कानपुर नगर जेल अधीक्षक आशीष तिवारी लखनऊ जेल अधीक्षक बनाए गए हैं। वहीं, बाराबंकी के जेल अधीक्षक आरके जायसवाल कानपुर नगर के जेल अधीक्षक बनाए गए हैं। हरिबक्श सिंह नैनी जेल से बाराबंकी जेल भेजे गए हैं। कुछ दिन पहले ही योगी आदित्यनाथ सरकार ने 14 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया था। 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती मामले में हुए फर्जीवाड़े पर कार्रवाई करने वाले प्रयागराज के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को हटाकर वेटिंग में डाल दिया गया.उनकी जगह अभिषेक दीक्षित को प्रयागराज का नया एसएसपी बनाया गया है।

इसके अलावा अनंत देव को एसएसपी-डीआईजी कानपुर से डीआईजी एसटीएफ बनाया गया, दिनेश कुमार को एसएसपी सहारनपुर से एसएसपी कानपुर, एस. चनप्पा को एसपी शाहजहांपुर से एसएसपी सहारनपुर, एस. आनंद को एसपी अपराध डीजीपी मुख्यालय से एसपी शाहजहांपुर की जिम्मेदारी दी गई है।

इसी हफ्ते योगी सरकार ने 1988 और 1989 बैच के यूपी कैडर के 21 आईएएस अफसरों को अपर मुख्य सचिव पद पर प्रमोशन दिया। इनमें से 20 अधिकारी राज्य में और एक केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं।

पीएम की सर्वदलीय बैठक में बोली शिवसेना


पीएम मोदी की बैठक में चीन पर भड़की शिवसेना- भारत मजबूत है.. मजबूर नहीं, आंखें निकालकर हाथ में देंगे


अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों और चीनी फौजियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद सीमा पर तनाव का माहौल है। ऐसे में शुक्रवार (जून 19, 2020) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक की। बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई।



भारत-चीन मुद्दे पर हुई इस बैठक में सबसे पहले LAC पर वीरगति को प्राप्त होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी दलों के नेताओं को लद्दाख में सेना की तैनाती और अन्य जानकारी दी। रक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि सेना मुस्तैदी के साथ गलवान में खड़ी है।


किस विपक्षी नेता ने क्या कहा?


ममता बनर्जी

इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पारदर्शिता की माँग की। उन्होंने कहा कि सीमा के हालात के बार में सरकार विपक्ष को समय-समय पर जानकारी दे। देश की अखंडता के लिए हम सरकार के साथ हैं। ममत बनर्जी ने सर्वदलीय बैठक को एकता के प्रदर्शन के लिहाज से अच्छा संदेश बताया और कहा कि यह दर्शाता है कि अपने जवानों के लिए हम सब एक हैं। टीएमसी सरकार के साथ खड़ी है।


एनसीपी प्रमुख शरद पवार

एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा, सैनिकों ने हथियार उठाए या नहीं इसका फैसला अंतरराष्ट्रीय समझौतों से होता है। हमें ऐसे संवेदनशील मामलों का सम्मान करने की जरूरत है।


उद्धव ठाकरे, शिवसेनाःसर्वदलीय बैठक में शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी अपना मत रखा। उन्होंने कहा, “भारत शांति चाहता है। लेकिन इसका अभिप्राय ये बिलकुल नहीं है कि भारत कमजोर हैं। भारत मजबूत है, न कि मजबूर। हमारी सरकार में इतनी क्षमता है कि आँखें निकालकर हाथ में दे दे।”











64 फर्जी टीचर्स पर लगेगी गैंगस्टर


मऊ में 64 फर्जी टीचर्स पर लगेगा गैंगस्टर कानून, छह करोड़ की वसूली के लिए होगी कुर्की


लखनऊ/मऊ। उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में फर्जी अनामिका शुक्ला के नाम पर नौकरी का भंडाफोड़ होने से पहले मऊ जिले में 64 फर्जी शिक्षक (Fake Teachers) पकड़े गए थे। इन सभी लोगों ने ना सिर्फ फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी ली बल्कि सरकार से करोड़ों रुपए वेतन भी लिया और गायब हो गए।



मऊ जिले में अब तक बर्खास्त हुए ऐसे 64 शिक्षकों (Fake Teachers) के खिलाफ डीएम के निर्देश पर गैंगेस्टर की कार्रवाई होने जा रही है, इसके साथ इनसे वसूली के लिए लंबित पड़े 6 करोड रुपये की वसूली के लिए कुर्की नोटिस निकाला जा रहा है।


मऊ के डीएम ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि जिले में लंबे समय से कुछ शिक्षक फर्जी (Fake Teachers) तरीके से नौकरी कर रहे थे। सरकारी धन का बखूबी उपयोग कर रहे थे। इतना ही नहीं इनके दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा रहा। जांच के बाद तकरीबन 64 शिक्षकों को बर्खास्त भी किया गया था। इन शिक्षकों के यहां सरकारी धन यानी खजाने से लिए गए 6 करोड़ के वेतन की रिकवरी भी करने के लिए नोटिस जारी किया गया था लेकिन किसी भी फर्जी शिक्षक ने जवाब नहीं दिया।


पैसे वसूलने के लिए कुर्की का नोटिस

मामले को गंभीरता से लेते हुए अब बर्खास्त शिक्षकों से धन वसूली के लिए कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। इन सभी शिक्षकों से सरकारी धन हर हाल में वसूला जाएगा। उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर भी बर्खास्त शिक्षकों के संदर्भ में जांच कराई जाएगी। संबंधित लिपिक भी जांच की जद में आएंगे। बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। ताकि जिले में फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने के मामलों में विराम लग सके।


70 क्लर्क भी जांच की जद में आए

जिले में विभिन्न सरकारी विभागों के अभिलेखों से फाइलों के गायब होने का मामला सामने आया है। अभिलेखों के गायब होने के मामले में जिलाधिकारी ने अलग-अलग टीमें गठित कर दी है। साथ ही जांच रिपोर्ट मांगी है। डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी के अनुसार, तकरीबन 70 से अधिक लिपिक जांच की जद में हैं। इन पर सख्त कार्रवाई यानी जांच उपरांत प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। साफ शब्दों में कहा कि कई विभागों में फर्जीवाड़े से संदर्भित फाइलें गायब हो गई हैं। ऐसे में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, सूची तैयार कर ली गई है।



अन्य प्रदेशों की अपेक्षा मृत्यु-दर कम


कोरोना महामारी से अन्य प्रदेशों की अपेक्षा हरियाणा में मृत्यु दर कम : दुष्यंत चौटाला




-उप मुख्यमंत्री ने सोमवार को श्री आत्म मनोहर जैन आराधना मंदिर में आयोजित रक्तदान शिविर में किया रक्तदान


करनाल। (प्रवीण कौशिक)। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी पर रोक लगाने के लिए आवश्यक प्रबंध किए गए हैं, इस बीमारी की अभी तक कोई भी वैक्सीन नहीं बनी है, उसके बावजूद भी हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं कि बीमारी से ज्यादा नुकसान न हो, टैस्टिंग बढ़ाई गई है और समय पर मरीजों को दवाई व ऑक्सीजन मुहैया करवाई जा रही है। हरियाणा में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या भी काफी कम है, रिकवरी रेट ज्यादा है। यदि प्रदेश के लोग इस महामारी से जागरूक रहेंगे तो बिना किसी नुकसान के इस पर जीत हासिल की जा सकती है।


उप मुख्यमंत्री सोमवार को इंद्री रोड स्थित श्री आत्म मनोहर जैन आराधना मंदिर में संत पीयूष मुनि जी महाराज के 32वें दीक्षांत दिवस पर आयोजित रक्तदान शिविर के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस रक्तदान शिविर में उन्होंने स्वयं रक्तदान किया और उनके साथ कार्यकर्ताओं ने भी रक्तदान किया। आज के शिविर में करीब 135 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। सबसे ज्यादा बार रक्तदान करने वाले व अन्य समाजसेवियों को संस्थान की ओर से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम की शुरूआत उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित करके की।

इस मौके पर इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप, जजपा के राष्ट्रीय महासचिव बृज शर्मा, पीयूष मुनि जी महाराज, वीरेन्द्र जैन, सुशील जैन, राहुल जैन, नवीन जैन, गुरुदेव रम्बा भी उपस्थित रहे। उप मुख्यमंत्री ने आत्म मनोहर जैन आराधना मंदिर में आत्म मनोहर चैरिटेबल की ओर से बनाए जाने वाले श्री आत्म मनोहर जैन हैल्थ केयर इंस्टीटयूट के प्रथम तल का भी शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि यह संतों की भूमि है, संतों की कृपा से देश व प्रदेश में नेक काम किए जा रहे हैं। रक्तदान का कार्य अपने आप में समाज की सबसे बड़ी सेवा है जिससे व्यक्ति एक बार रक्तदान करके चार व्यक्तियों के जीवन को बचा सकता है। उन्होंने संस्थान के कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिलाया कि वह संस्थान के हर सहयोग के लिए तैयार हैं।


कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए हरियाणा सरकार ने विशेष प्रयास किए हैं, आम आदमी को भी सरकार के इन प्रयासों के साथ चलना चाहिए। इस बीमारी की दवाई नहीं बनी है, इसके बावजूद भी मरीजों को विशेष सुविधाएं जा रही हैं ताकि इस बीमारी से कोई जान न जाए, समय पर ऑक्सीजन, दवाईयां व मरीजों के ठहरने के उचित प्रबंध किए जा रहे हैं, टैस्टिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। परिणामस्वरूप हरियाणा में कोरोना संक्रमण से मृत्यु दर अन्य राज्यों की अपेक्षा काफी कम है।


उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष घोटालों की बात करता है, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को चाहिए कि वह अपने घोटाले देखे। एक ताजा घोटाला 1983 पीटीआई की नियुक्ति है। इसकी इंक्वारी होनी चाहिए और बाईनेम एफआईआर भी होनी चाहिए। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि चीन ने भारत की सरहद पर जो तनाव पैदा किया है, भारत के सैनिक उसका मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं, देश की 130 करोड़ जनता अपने सैनिकों के साथ-साथ कंधे से कंधा मिलकर साथ खड़ी है और इस घड़ी में पूरा देश एक है।


उप मुख्यमंत्री ने देश में चीन के सामान का बहिष्कार करने के प्रश्र पर कहा कि इसका विकल्प ढूंढा जा सकता है, परंतु इसमें समय लग सकता है। उन्होंने मीडिया को बताया कि शराब का घोटाला नहीं बल्कि चोरी थी, इसकी जांच के लिए तुरंत एसआईटी गठित की गई और तीन अधिकारियों ने इसकी जांच की। इस मौके पर जजपा के राष्ट्रीय महासचिव बृज शर्मा ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। पीयूष मुनि जी महाराज ने सभी को अपना आर्शीवाद दिया और कहा कि उप मुख्यमंत्री का स्वभाव जनहितैषी है, यह ऐसे राजनेता हैं जो हर गरीब व जरूरतमंद की सेवा के लिए आगे हाथ बढ़ाते हैं। कम उम्र में ही इन्होंने अपने पड़दादा चौधरी देवी लाल की तरह ख्याति प्राप्त की है और आगे भी इनका यह स्वगौरव बढ़ता रहेगा। इस कार्यक्रम में वीरेन्द्र जैन, सुशील जैन, अश्विनी जैन, नवीन जैन, मोहन लाल गर्ग ने मुख्य अतिथि, उप मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों को सम्मानित किया।


प्रदेश में पंचायती राज चुनाव होंगे अपने समय पर : उप मुख्यमंत्री

उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पत्रकारों को बताया कि यदि सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो हरियाणा में पंचायती राज के चुनाव निर्धारित समय पर होंगे। बता दें कि जनवरी 2021 में चुनाव लंबित हैं।


इन्हें किया सम्मानित


संस्थान की ओर से मुख्य अतिथि द्वारा आईएमए के पूर्व प्रधान डा. राकेश मित्तल, नवीन जैन, मोहन लाल गर्ग, सुशील जैन, अजय गोयल तथा वरिष्ठ पत्रकार विकास सुखीजा को 123 बार रक्तदान करने पर सम्मानित किया गया।


यह रहे उपस्थित


इस अवसर पर इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप, अतिरिक्त उपायुक्त अशोक कुमार बंसल, डीआरओ श्याम लाल, सीएमओ डा. अश्विनी आहूजा, आईएमए के प्रधान अरूण गोयल, समाजसेवी आकाश भट्ट, जजपा के महासचिव बृज शर्मा, गुरूदेव रम्बा, प्रेम शाहपुर, पूर्व विधायक रमेश खटक सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


उप मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक के बेटे के निधन पर जताया शोक


उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सोमवार को गांव नरूखेड़ी में पूर्व विधायक नफे सिंह बाल्मीकि के बेटे सुनील के निधन पर शोक प्रकट करने पहुंचे। उन्होंने यहां पहुंचकर शोक संतिप्त परिवार को ढांढस बंधाया। उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक के बेटे का निधन गत माह बीमारी के कारण हो गया था। इस मौके पर जजपा के राष्ट्रीय महासचिव बृज शर्मा, जिलाध्यक्ष प्रेम शाहपुर, मीडिया प्रभारी यशकरण राणा, इंद्रजीत जलमाना, मोशीन चौधरी भी उपस्थित थे।



कांग्रेस छोड़ने वाले राजाओं का हाल


कमलनाथ का सिंधिया पर हमला- कांग्रेस छोड़ने वाले राजा-महाराजाओं का हश्र सबने देखा है


सचिन गौतम


नई दिल्ली। गुरुवार को एमपी की राजधानी भोपाल में विधायकों की बैठक में कांग्रेस नेताओं ने ज्योतिरादित्य सिंधिया (Kamal Nath on Jyotiraditya Scindia) पर जमकर हमला बोला।




पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamal Nath on Jyotiraditya Scindia) ने नाम लिए बगैर सिंधिया को धोखेबाज कहा और उन्हें इतिहास की नसीहत दी। वहीं, दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के साथ उनकी दोस्ती को याद किया। राज्यसभा चुनाव से पहले विधायकों की गुरुवार को हुई बैठक में कमलनाथ और कांग्रेस नेताओं ने महारानी लक्ष्मीबाई को श्रद्धांजलि दी। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक भी मौजूद थे। कमलनाथ ने सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने पर नाम लिए बगैर तंज कसा और कहा, ‘कांग्रेस पार्टी का इतिहास लोगों को जोड़ने का रहा है। जिन राजा-महाराजाओं ने कांग्रेस को धोखा देकर अपनी अलग पार्टी बनाई, उनका हश्र सभी ने देखा। कांग्रेस आज भी आम जन की पार्टी है, यही हमारी संस्कृति है।’ कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस लोगों को जोड़ती है, समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलती है। उन्होंने सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोगों का इतिहास ही धोखे का रहा है।


उपचुनावों में भी सोशल मीडिया निभाएगा अहम भूमिका: कमलनाथ

कमलनाथ ने विधायकों को सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल करने की सलाह दी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में होने वाले उपचुनावों में भी सोशल मीडिया अहम भूमिका निभाएगा। इसलिए सभी विधायकों को इस प्लेटफॉर्म पर मजबूत उपस्थिति दर्ज करानी चाहिए।


बैठक को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने भी संबोधित किया। उन्होंने भी सिंधिया पर अप्रत्यक्ष हमला करते हुए कहा कि प्रदेश के लोगों में उन लोगों के प्रति गुस्सा है जिन्होंने कांग्रेस के साथ धोखा कर बहुमत की सरकार गिरा दी। उन्होंने विधायकों से राज्यसभा चुनाव के अगले दिन से उपचुनाव की तैयारियों में जुटने की अपील भी की।


दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के साथ अपनी दोस्ती को याद किया

पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के साथ अपनी दोस्ती को याद किया। दिग्विजय ने कहा कि अगले साल उन्हें राजनीति में आए 50 साल हो जाएंगे और कमलनाथ से उनकी दोस्ती 40 साल पुरानी है। कई लोगों ने दोस्ती में सेंध लगाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। बैठक में राज्य सभा के लिए कांग्रेस के दूसरे उम्मीदवार फूलसिंह बरैया, राष्ट्रीय सचिव सुधांशु त्रिपाठी, संजय कपूर, और कुलदीप इंदौरा सहित अन्य नेता मौजूद थे।



क्रिकेटर सिद्धू के पीछे पड़ी बिहार पुलिस

मनोज सिंह ठाकुर


अमृतसर। बीते लोकसभा चुनाव में बिहार के कटिहार में कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धु ने चुनाव सभा में एक समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। आचार संहिता उल्लंघन के केस में सिद्धू को शामिल करने के लिए 18 जून से बिहार पुलिस के दो सब-इंस्पेक्टर उनके घर के बाहर रोजाना चार से पांच घंटे इंतजार करते हैं। अभी तक उनसे मुलाकात नहीं हो सकी है।


क्रिकेटर  से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू को नोटिस देने पहुंची बिहार पुलिस को वह चौथे दिन शनिवार को भी नहीं मिले। चुनाव संबंधी एक मामले में उनके खिलाफ नोटिस देने के लिए बिहार पुलिस अमृतसर में मौजूद है। 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मुस्लिम मतदाताओं को एकजुट करने और मतदान करने के लिए प्रेरित करने के लिए भड़काऊ शब्दों का प्रयोग करके भावनाएं भड़काने को लेकर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। चुनाव आयोग के निदेर्श पर पिछले साल अप्रैल में कटिहार जिले के बारसोई पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। सिद्धू उस समय कांग्रेस के तारिक अनवर के लिए प्रचार कर रहे थे। पुलिस टीम में सब-इंस्पेक्टर जावेद अहमद और जनार्दन राम शामिल हैं, जो बुधवार से पंजाब शहर में सिद्धू केघर का दौरा कर रहे हैं, लेकिन वे अभी तक सिद्धू से कोई प्रतिक्रिया प्राप्त करने में विफल रहे हैं।


पुलिस अधिकारी ने अमृतसर में मीडिया से कहा कि हम यहां दस्तावेज देने और जमानत के लिए उनके हस्ताक्षर लेने के लिए आए हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा टीम हमें नहीं मिलने दे रही है। अमृतसर के पुलिस आयुक्त सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि स्थानीय पुलिस से बिहार पुलिस ने कभी संपर्क नहीं किया।


बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर जनार्धन शर्मा ने कहा, '18 तारीख से सिद्धु जी का इंतजार कर रहे हैं। आम आदमी होता तो खुद थाना आकर साइन करता। हम खुद इनके लिए दरवाजे पर आए हुए हैं कि बंद पत्र पर साइन कर दीजिए। इनके पीए फोन ही नहीं उठाते हैं। जो हमारे वरिष्ठ अधिकारी का निर्देश होगा, वही करेंगे।


यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश  संदीप मिश्र  लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके ...