शुक्रवार, 12 जून 2020

सीएम आवास को बम से उड़ाने की धमकी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आवास और कई अन्य महत्वपूर्ण जगहों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। ये धमकी कॉल सेंटर पर दी गई है। प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री आवास, 5 कालीदास मार्ग की सुरक्षा बढ़ा दी है। बम निरोधी दस्ते व डॉग स्क्वायड की मदद से छानबीन की जा रही है। बीते दिनों मुंबई से एक युवक को सीएम योगी को धमकी भेजने के मामले में गिरफ्तार भी किया गया था। यूपी पुलिस को धमकी देने वाले कामरान को महाराष्ट्र एटीएस और यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था।


कामरान की गिरफ्तारी के बाद यूपी पुलिस की सोशल मीडिया हेल्प डेस्क को एक नई धमकी मिली थी, जिसमें मुंबई से गिरफ्तार किए गए युवक को छोड़ देने के लिए वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा गया। इस युवक को बाद में महाराष्ट्र एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया था। 20 वर्षीय इस युवक को नासिक से गिरफ्तार किया गया।पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कामरान ने 22 मई को लखनऊ पुलिस मुख्यालय में काम करने वाली सोशल मीडिया हेल्प डेस्क पर फोन कर कहा था कि वह यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को बम धमाके में मार देगा। इस धमकी भरी कॉल को लेकर गोमती नगर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था।


यूपी विधवा पेंशन में मिला बड़ा भ्रष्टाचार

शाहजहांपुर। ग्राम प्रधान और बाबुओं सहित उच्चाधिकारियों ने सरकारी पैसे का बंदरबांट करने के लिए 23 महिलाओं को विधवा बना दिया। उनके खातों मे विधवा पेंशन भेजी जाने लगी, जबकि उन महिलाओं के पति जीवित है। कुल मिलाकर विधवा पेंशन घोटाले की यह सिर्फ बानगी सामने आई है, लेकिन इस पर अगर गहराई से जांच की जाए तो बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। दरअसल, शाहजहांपुर की ब्लाक मिर्जापुर अंतर्गत ग्राम पंचायत सरायं तालुका वानगांव मे विधवा पेंशन घोटाले का मामला सामने आया है। यहां करीब 23 महिलाएं ऐसी हैं, जिनके पति अभी भी जिंदा है। लेकिन कुछ बाबुओं और प्रधान सहित उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से वह महिलाएं अब विधवा हो चुकी है। ऐसा हम नही बल्कि वह महिलाएं और उनके पति खुद बोल रहे है।

जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर इस गांव मे वर्ष 2016 मे समाजवादी पेंशन देने के लिए 33 महिलाओं के कागजात लेकर उनको पात्र बताया गया था। तब से लगातार उनके खातों मे पेंशन भेजी जाने लगी, लेकिन धीरे-धीरे ग्रामिणों का पता चला कि 33 महिलाओं मे से सिर्फ 10 महिलाएं ऐसी है जोकि वास्तव में विधवा है और उनको पेंशन देकर उनकी मदद की जा रही है। लेकिन 23 महिलाएं ऐसी है, जिनके पति जिंदा है।

वर्ष 2016 में विभाग के बाबुओं और ग्राम प्रधान सहित उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से उन महिलाओं को विधवा दर्शाकर उनको पात्र बनाकर उनके खातों मे लगातार पेंशन भेजी जा रही है। गांव की रहने वाली अनीता नाम की महिला का कहना है कि वर्ष 2016 में गांव के प्रधान सहित एक दलाल ने पेंशन बनवाने के नाम पर कुछ जरूरी कागजात मांगे थे, उस वक्त ग्राम प्रधान ने समाजवादी पेंशन के फार्म भरने के लिए दिए थे। वह फार्म भरकर प्रधान को सौंप दिये थे, उसके बाद से उनके खातों मे पैसा आने लगा। लेकिन पैसा आने के बाद जब पैसे निकालकर लाते थे, तब आधे पैसे प्रधान लेता था। लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी है, जिनके खातों मे पैसा आता है और उनके निकाले बगैर ही पैसा निकल जाता है। हालांकि इसकी शिकायत भी की गई थी, लेकिन कार्यवाही कुछ भी नहीं हुई।

वहीं ग्राम प्रधान राजकिशोर से बात की तो उनका कहना है कि इस मामले में उन्हे कोई जानकारी नहीं है। मेरे उपर लगने वाले आरोप निराधार है। ग्रामिणों ने इस पूरे प्रकरण में एक दलाल की भी संलिप्तता बताई है। अभी तक घोटाला सिर्फ एक गांव से निकलकर बाहर आया है, लेकिन पूरे जनपद में विधवा पेंशन की जांच कराई जाए तो और एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है, जिसमें ग्राम प्रधान से लेकर सरकारी अधिकारी भी लपेटे में आ सकता है।

अब देखना यह होगा कि शासन और प्रशासन इस घोटाले पर किस तरह की जांच और कार्रवाई करता है। पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर जांच करवाई जा रही है, जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध रिकवरी करवाकर एफआईआर दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी

यूपीः विशेषज्ञ 'वायरस' को करेंगे काबू

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा समेत 11 जिलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को काबू करने के लिये प्रोफेसर स्तर के वरिष्ठ और अनुभवी विशेषज्ञों को भेजे जाने के निर्देश दिये हैं।


मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा करते हुये कहा कि आगरा, मेरठ, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, गाजियाबाद, कानपुर नगर, झांसी तथा बस्ती में प्रोफेसर स्तर के वरिष्ठ एवं अनुभवी विशेषज्ञ को भेजा जाये, जो स्थानीय मेडिकल टीम को उपचार सम्बन्धी उचित परामर्श तथा सहयोग प्रदान करेंगे।उन्होंने इन जिलों में प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के अधिकारियों को नामित करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह अधिकारी सम्बन्धित जिलों में कैम्प करते हुए जिला प्रशासन के कार्यों का पर्यवेक्षण करते हुए अधिकारियों का सहयोग करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिलों में तैनात अपर निदेशक तथा संयुक्त निदेशक स्तर के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी यह सुनिश्चित कराएं कि अस्पतालों में मरीजों को दवा, शुद्ध व सुपाच्य भोजन तथा पीने के लिए गुनगुना पानी नियमित तौर पर मिले तथा चिकित्सालयों की साफ-सफाई व्यवस्था भी चुस्त-दुरुस्त बनी रहे।


सीएम योगी ने कहा कि निजी टेस्टिंग लैब के कार्यों का प्रभावी अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने नगरीय क्षेत्रों में निगरानी समितियों के सर्विलांस कार्य पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए। साफ-सफाई व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश देते हुए उन्होने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छता आवश्यक है। कोरोना को परास्त करने में साफ-सफाई एक महत्वपूर्ण हथियार है। इसलिए लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के सम्बन्ध में प्रयास जारी रखे जाएं। सभी जिलाधिकारी अपने जिलों के कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करें।उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सक तथा नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें, पैरामेडिक्स मरीजों की निरन्तर माॅनिटरिंग करें।


चीनः दो पति रखने का मिलें अधिकार

बीजिंग। चीन में अविवाहित पुरुषों की बढ़ती तादाद संकट का सबब बनती जा रही है। लैंगिक असमानता की वजह से चीन में हालात इतने ज्‍यादा खराब हो गए हैं कि वर्ष 2050 तक 3 करोड़ पुरुष अविवाहित रह जाएंगे। इस संकट के समाधान के लिए चीन के एक प्रफेसर ने अधिकारियों को एक क्रांतिकारी बदलाव करने का सुझाव दिया है। उन्‍होंने कहा कि सरकार को महिलाओं को दो या दो से अधिक पति रखने का अधिकार देना चाहिए।


चीनी अर्थशास्‍त्री यी कांग एनजी ने कहा कि महिलाओं को कुछ समय के लिए दो या उससे अधिक पति रखने का अधिकार देने से इस सामाजिक समस्‍या का समाधान हो सकता है। उन्‍होंने कहा कि उनके इस सुझाव को अगर मान ल‍िया जाता है तो देश में बढ़ रही अविवाहित लोगों की तादाद को पत्‍नी और खुशी मिल सकेगी। प्रफेसर एनजी फूदान यूनिवर्सिटी में प्रफेसर हैं। प्रफेसर एनजी ने कहा कि बढ़ती प्रतिस्‍पर्धा की वजह से अविवाहित दूल्‍हों के लिए आने वाले समय में योग्‍य दुलहन की तलाश करना बेहद कठिन काम होगा। उन्‍होंने कहा कि अधेड़ उम्र के अविवाहित व्‍यक्ति के लिए दुलहन का दिल जीतने के लिए युवाओं से प्रतियोगिता करनी होगी। वह भी तब जब दुलहनों की तादाद बहुत कम है। उन्‍होंने कहा, ‘(यदि पुरुष की) स्‍वाभाविक जैविक और मनोवैज्ञानिक आवश्‍यकता ठीक ढंग से पूरी नहीं होगी तो इसका निश्चित रूप से इसका उनकी खुशी पर बुरा असर पड़ेगा।’


चीनी अर्थशास्‍त्री ने इस संकट के समाधान के लिए दो सुझाव द‍िए हैं। पहला-वेश्‍यावृत्ति को कानूनी रूप दिया जाए और दूसरा बहुविवाह प्रथा को मंजूरी। इसके तहत महिला को कानूनी तरीके से दो या उससे अधिक पति रखने का हक दिया जाए। चीनी कानून के मुताबिक अभी तक केवल एक शादी की ही अनुमति है। उन्‍होंने कहा कि तिब्‍बत में पहले से ही यह प्रथा चली आ रही है। उन्‍होंने कहा कि उनके जैसे कई लोग हैं जो यह चाहते हैं कि पत्‍नी न होने से अच्‍छा है कि पत्‍नी को साझा कर ल‍िया जाए।


अभी वायरस का खतरा बरकरारः उद्धव

मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना का कहर नहीं थम रहा है। उद्धव सरकार के कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मचा गया है। उनके बंगले के निजी सहायक समेत पांच कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इससे पहले कैबिनेट मंत्री जितेंद्र आव्हाड और अशोक चव्हाण भी पॉजिटिव पाए गए थे और दोनों मंत्री कोरोना को मात दे चुके हैं। धनंजय मुंडे ने 10 जून को एनसीपी के वर्षगांठ समारोह में भाग लिया था। उस समय, वह एनसीपी के कई नेताओं के संपर्क में आए थे।हाल ही में बीएमसी के डिप्टी कमिश्नर और एनसीपी के नगरसेवक की कोरोना वायरस के कारण मौत भी हो गई। बता दें, धनंजय मुंडे एनसीपी नेता और परली से विधायक हैं। वह पिछले साल विधानसभा चुनाव में विधायक चुने गए थे।


उद्धव ठाकरे सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री का कार्यभार संभाल रहे हैं।अकेले मुंबई में ही कोरोना वायरस से कोहराम मचा रखा है। यहां कोरोना वायरस की संख्या 50 हजार को पार कर चुकी है। चीन के वुहान को भी मुंबई ने कोरोना के आंकड़ों में पीछे छोड़ दिया है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जरूरी सामानों की आपूर्ति में लगे कर्मियों की आवाजाही के लिये मुंबई में उपनगरीय ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू करने की मांग करते हुए संकेत दिये कि अगर लोगों ने दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन नहीं किया तो लॉकडाउन जारी रखा जा सकता है। ठाकरे ने कहा कि कोविड-19 का खतरा अब भी बरकरार है।


संक्रमण के बाद 'अनुभाग' किया सील

देहरादून। सचिवालय स्थित विश्वकर्मा बिल्डिंग में कोरोना संक्रमित के संपर्क के पाए जाने के बाद अनुभाग को सील कर दिया गया है। सचिवालय प्रशासन ने इस अनुभाग के सभी कार्मिकों का कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं। टेस्ट की रिपोर्ट आने तक की अवधि में सभी कर्मचारियों को सेल्फ क्वारंटाइन रहने के निर्देश दिए गए हैं।


प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सचिवालय में कैबिनेट बैठक में शिरकत करने आए कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सचिवालय में काफी अफरा-तफरी का माहौल मच गया था। अब एक और नया मामला सामने आया है। सचिवालय में तैनात एक सहायक समीक्षा अधिकारी का भाई कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह सूचना मिलने के बाद सुबह सचिवालय में हड़कंप मच गया। एहतियातन अनुभाग अधिकारी ने सुबह ही अनुभाग बंद करा दिया। इसके बाद इसकी सूचना सचिवालय प्रशासन को दी गई।


पानी के लिए दर-दर भटक रहा 'परिवार'

निजी हैंडपम्प को तहस नहस कर दबंग उठा ले गए समान

पानी के लिए दर - दर भटक रहा है हैंडपम्प लगाने वाला परिवार

कौशाम्बी। मंझनपुर कोतवाली के टेवा पुलिस चौकी के अन्तर्गत निजामपुर हंडिया गांव में पड़ोसियों की दबंगई के चलते एक व्यक्ति के निजी हैंड पम्प को तहस नहस कर दिया गया तथा उसका चैम्बर भी तोड़ दिया गया हैंडपम्प को तोड़कर उसका समान भी दबंग उठा ले गए जिससे एक सप्ताह से जिसका हैंड पम्प है उसी को ही भीषण गर्मी में दर दर पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।

   जानकारी के मुताबिक मंझनपुर कोतवाली के गांव निजामपुर हंडिया में देवनारायण ने अपने जमीन पर अपने गाढ़ी कमाई से अपना निजी हैंड पम्प लगवाया था जिससे पानी की समस्या दूर हो सके निजी हैंडपंप से उनका पूरा परिवार पानी पी कर प्यास बुझाता था लेकिन बगल के ही राजू और उसकी पत्नी सीमा तथा उसका भाई बालकरन के द्वारा आए दिन हैंडपंप को लेकर उन्हें गाली गलौज किया जाता था 

लेकिन हद तब हो गई जब मंगलवार की सुबह पड़ोसियों द्वारा गाली गलौज करते हुए उन्हें मारने के लिए लोहे की रॉड लेकर दौड़ा लिया लेकिन वह लोग जान बचा कर घर के अन्दर घुस गए तभी उन लोगों के द्वारा दरवाजे पर लगे हैंड पम्प के चैम्बर को तोड़ दिया इसके बाद हैंड पम्प को खोलकर उसकी चैन इत्यादि को तोड़ दिया और उसका समान उठा ले गए

 

जिससे खुद घर में हैंड पम्प होने के बावजूद उन्हें पानी के लिए अब दर दर भटकना पड़ रहा है जिससे उनका परिवार परेशान और भय से आशंकित है शिकायती पत्र को मंझनपुर कोतवाली में देते हुए देवनारायण ने अपनी और अपने परिवार को दबंग पड़ोसियों से जान माल का खतरा बताते हुए मंझनपुर कोतवाल से उचित कार्यवाही करने की मांग की है वहीं देवनारायण ने आला अधिकारियों का भी ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है।

 ज़ैगम अब्बास

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