शुक्रवार, 12 जून 2020

शराब ठेके पर तीन लोगों ने मचाया उत्पात

गाजियाबाद: नया बस अड्डा के पास स्थित ठेके के बाहर तीन लोगों ने मचाया उत्पात, एक आरोपी को भीड़ ने दबोचा, दो आरोपी मौके से फरार होने में हुए कामयाब


अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। मामला आज सुबह 9 बजे का बताया जा रहा है जहां मुफ्त में शराब न देने पर 3 लोगों ने शराब ठेके के बाहर जमकर उत्पात मचाया। इतना ही नहीं आरोपियों ने ठेके पर पथराव भी कर दिया। घटना नगर कोतवाली क्षेत्र में नया बस अड्डा चौकी के पास स्थित शराब ठेके पर हुई। भीड़ ने एक आरोपी को दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया। जबकि दो आरोपी मौके से फरार होने में कामयाब हो गए।


शराब ठेकेदार की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। जानकारी के मुताबिक नेहरू नगर द्वितीय में रहने वाले सचिन नागर का न्यू बस स्टैंड के निकट शराब का ठेका है तीन युवक ठेके पर पहुंचे और शराब मांगने लगे। इस पर ठेके पर मौजूद कर्मचारियों ने रुपए मांगे तो तीनों युवक गाली-गलौच करने लगे। कर्मचारियों के विरोध करने पर युवकों ने जमीन पर पड़े पत्थर उठाकर ठेके पर पथराव शुरू कर दिया। इससे कर्मचारियों और आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई।


लोगों को मौके पर जमा होते देख हमलावर भागने लगे। जिसमें से एक हमलावर को लोगों ने दबोच लिया और पिटाई करने के बाद सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस के हवाले कर दिया। कोतवाल विष्णु कौशिक ने बताया कि पकड़े गए हमलावर का नाम सलीम है। इस संबंध में ठेके मालिक सचिन नागर ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। सलीम से पूछताछ के बाद उसके फरार दो साथियों के बारे में जानकारी मिल गई है। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हें जल्द पकड़ लिया जाएगा।


मक्का की खरीद करें, भ्रष्टाचार रोके

रायपुर। अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर छत्तीसगढ़ किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने आज भी गांव-गांव में ठेका खेती को कानूनी दर्जा देने और मंडी कानून व आवश्यक वस्तु अधिनियम को खत्म करने वाले अध्यादेशों की प्रतियां जलाई। किसान सभा ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि किसानों को बर्बादी से बचाने के लिए पूरे राज्य में सोसाइटियों के जरिये न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मक्का की खरीदी करे और क्वारंटाइन केंद्रों की आड़ में हो रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाते हुए प्रवासी मजदूरों को पौष्टिक भोजन और बुनियादी मानवीय सुविधा उपलब्ध कराए।
आज यहां जारी एक बयान में छग किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते और महासचिव ऋषि गुप्ता ने बताया कि पिछले दो दिनों में प्रदेश में बस्तर से लेकर सरगुजा तक सैकड़ों गांवों में केंद्र और राज्य सरकार की कृषि और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किये गए हैं। ये प्रदर्शन घरों के आंगन, गांव की गलियों, खेतों और मनरेगा स्थलों में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए समूह बनाकर किये गए।
उन्होंने कहा कि तीन अध्यादेशों के जरिये कृषि क्षेत्र में जो परिवर्तन किए जा रहे हैं, वे खेती-किसानी को कॉर्पोरेट गुलामी की ओर ले जाने वाले हैं। इससे किसान समर्थन मूल्य तो दूर, लागत मूल्य से भी वंचित हो जाएंगे और धोखाधड़ी का शिकार होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि इन अध्यादेशों के जरिये मोदी सरकार खेती-किसानी के प्रति अपनी जिम्मेदारियों से पिंड छुड़ाना चाहती है। बिजली क्षेत्र का निजीकरण भी वह इसी उद्देश्य से कर रही है। इससे सीमांत और लघु किसान पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे और देश में भूमिहीनता बढ़ेगी।
किसान सभा ने कांग्रेस सरकार द्वारा इस वर्ष किसानों का मक्का न खरीदे जाने की भी तीखी आलोचना की है। राज्य सरकार के इस कदम से किसान न्याय योजना ‘अन्याय योजना’ में बदल गई है और प्रदेश के किसानों को बाजार के भरोसे छोड़ने से उन्हें 1700 करोड़ रुपयों का नुकसान होने जा रहा है, जिससे किसानों की क्रय शक्ति में गिरावट आने से अर्थव्यवस्था में मांग की कमी आएगी।
किसान सभा नेताओं ने क्वारंटाइन केंद्रों की आड़ में सरकारी संरक्षण में भारी भ्रष्टाचार होने का भी आरोप लगाया तथा कहा कि इन केंद्रों में एक दर्जन से ज्यादा मौतें होना ही इन केंद्रों की बदहाली का प्रमाण है। उन्होंने मांग की कि इन केंद्रों में प्रवासी मजदूरों को पौष्टिक भोजन और मानवीय सुविधाएं दी जाएं और गांव वापसी पर हर मजदूर को एक स्वतंत्र परिवार मानकर राशन और मनरेगा में 200 दिनों का काम दिया जाएं। किसान सभा ने केंद्र सरकार से भी मांग की है कि हर ग्रामीण परिवार को अगले छह माह तक 10000 रुपयों की नगद मदद दी जाए।


सक्रिय संक्रमण में चौथे नंबर पर भारत

नई दिल्ली। दुनिया के 213 देश कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं। इनमें से कुछ देशों में कोरोना वायरस का प्रभाव अब कम होता नजर आ रहा है तो कुछ देश में महामारी लगातार विकराल रूप लेती जा रही है। भारत भी इस महामारी की चपेट में बुरी तरह फंस चुका है. एशिया में सबसे ज्यादा कोरोना मामले भारत में ही हैं। वहीं दुनिया में भारत चौथे स्थान पर आ गया है। ये भारत के लिए बेहद चिंता की बात है।


शुक्रवार को भारत में एक दिन में अब तक के सबसे ज्यादा 10,956 मामले सामने आए। एक दिन में सबसे ज्यादा 396 मौतें हुई. कुल दो लाख 97 हजार लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं. इनमें से कुल 8,498 की मौत हो गई है। एक लाख 41 हजार का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं एक लाख 47 हजार इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं।


स्पेन, ब्रिटेन को पछाड़ा
स्पेन और ब्रिटेन में हर दिन 500-1000 नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं। जबकि भारत औसतन 10 हजार मामले हर दिन आ रहे. स्पेन और ब्रिटेन में क्रमश: कुल 289,787 और 291,409 कोरोना केस हैं। जबकि भारत में कुल 2,97,535 मामले हैं। हालांकि इन दोनों देशों की तुलना में भारत में मौत की संख्या एक चौथाई से भी कम है। भारत में साढ़ें आठ हजार करीब मौतें हुईं। स्पेन और ब्रिटेन में क्रमश: 27,136 और 41,279 मौतें हुईं।


अमेरिका और ब्राजील के बाद सबसे तेजी से भारत में बढ़ रहे केस
दुनिया में कोरोना केस बढ़ने की रफ्तार ब्राजील में सबसे ज्यादा है। ब्राजील में हर दिन औसतन 30 हजार नए मामले आ रहे। इसके बाद अमेरिका में औसतन 25 हजार नए केस आ रहे। इसके बाद तीसरे नंबर पर भारत में सबसे ज्यादा केस हर दिन दर्ज किए जा रहे हैं।


एक्टिव केस मामले में भारत का दुनिया में चौथा स्थान है। यानी कि भारत चौथा ऐसा देश है, जहां सबसे ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है। अमेरिका, ब्राजील और रूस में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं। चौथे नंबर पर भारत है। इसके बाद पेरू, पाकिस्तान, बांग्लादेश, फ्रांस में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं।


'चांद' पर पेशाब करने वाला इंसान

नई दिल्ली। भारत आज चंद्रमा पर नया इतिहास रचने जा रहा है। शुक्रवार रात को चंद्रयान-2 का विक्रम लैंडर चांद पर अपना कदम रखेगा। इसके बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के नाम पर एक और कामयाबी दर्ज हो जाएगी।


चंद्रयान-2 की लैंडिंग का काउंटडाउन शुरू हो चुका है, तो इसी कड़ी में आज हम आपको चांद पर मानव मिशन से जुड़ी एक अनोखी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं। जब भी कोई चांद पर किए गए मिशन का जिक्र करता है तो सबसे पहले हमारे दिमाग में अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रॉन्ग का नाम आता है। अपोलो 11 के मिशन पर गए नील आर्मस्ट्रॉन्ग, माइकल कॉलिन्स, और बज एल्ड्रिन ने 20 जुलाई 1969 को चांद की सतह पर लैंडिंग की थी।


अपोलो 11 मिशन पर गए नील आर्मस्ट्रांग ने अपना पहला कदम बाहर निकाला और इसी के साथ वह चांद पर पहुंचने वाले दुनिया के पहले इंसान बन गए। नील आर्मस्ट्रॉन्ग के बाद बज एल्ड्रिन ने भी चांद पर अपना कदम रखा। भले ही बज एल्ड्रिन ने चांद पर सबसे पहले कदम रखने का रिकॉर्ड नहीं बनाया लेकिन वह पहले ऐसे इंसान बन गए जिसने चांद पर पेशाब किया। ये तो जाहिर सी बात है एल्ड्रिन ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया था। दरअसल जब वह अपोलो 11 लैंडर की सीढ़ी से उतरने की कोशिश कर रहे थे, उसी वक्त उनके स्पेस सूट में रखे एक खास बैग से पेशाब निकलकर चांद पर फैल गया। जिससे वह थोड़ी देर के लिए घबरा गये।


दुर्भाग्य से एल्ड्रिन ने ल्यूनर मॉड्यूल की बहुत धीरे से लैंडिंग की जिससे मॉड्यूल जरूरत के हिसाब से सिकुड़ नहीं सका। नतीजा यह हुआ कि ल्यूनर मॉड्यूल से चांद की सतह तक जो एक छोटा कदम होता, वह एक छलांग में बदल गया। लैंडिंग के बाद इस झटके की वजह से एल्ड्रिन ने जो यूरीन इकठ्ठा करके एक डिवाइस में रखी थी, वह टूट गई और यूरीन उनके एक बूट्स पर गिर गया। जब एल्ड्रिन चांद की सतह पर चले तो ये वहां भी फैलता गया।


6 हजार के करीब पहुंचा संक्रमण

राणा ओबरॉय


चंडीगढ। हरियाणा में 389 नए मामलों के साथ हरियाणा में कोरोना के मरीजों की संख्या 5 हज़ार 968 हो गई है l जिनमे से 2260 मरीज ठीक हुए हैं वहीं 3644 मरीजों का प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है अब तक कोरोना के चलते 64 लोगों ने जान गंवाई है l
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में आज कुल 389 नए मरीज मिले जिनमे गुरुग्राम में 191, फरीदाबाद में 74 मरीजों को मिला कर कुल 389 नए मरीज सामने आये l


बिहारः विद्यालयों में ऑनलाइन नामांकन

बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में होंगे ऑनलाइन नामांकन











बिहार। सभी विश्वविद्यालयों में नामांकन की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। इसके साथ ही निबंधन कार्य भी समय पर पूरे किये जाएंगे। ऑनलाइन डिग्री-वितरण एवं नेशनल एकेडमिक डिपोजिटरी की प्रभावी व्यवस्था भी विश्वविद्यालयों को करनी होगी। सभी विश्वविद्यालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष तैयार होंगे और उन्हें अपने शिक्षण सामग्री को आनलाइन वेबसाइट पर अपलोड करने होंगे। राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने ये आदेश दिए। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उन्होंने गुरुवार को संबंधित कुलपतियों की मौजूदगी में बीआरए बिहार विवि मुजफ्फरपुर, जेपी छपरा, मगध विश्वविद्यालय बोधगया और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय पटना की शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा की।


राज्यपाल ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम वर्ष में निर्धारित सीटों से अधिक नामांकन नहीं हो। ज्यादा नामांकन होने पर संबंधित प्राचार्यों पर कार्रवाई करें। कहा कि आनलाइन कक्षाएं लेकर कोर्स पूरा कीजिए। मौजूदा शिक्षण अवधि (पांच घंटे) को एक घंटा बढ़ाने पर भी विचार हो रहा है। यूजीसी के मार्गनिर्देशों के अनुरूप सभी परीक्षाएं लेकर सितम्बर-अक्टूबर तक 2020 के सभी रिजल्ट घोषित हो जाएं ताकि अगले साल का सत्र समय पर शुरू हो सके। विश्वविद्यालयों को कहा कि यदि जरूरी हो कि आनलाइन टूचिंग को लेकर किसी उत्कृष्ट विश्वविद्यालय में अध्ययन दल भेजें। आनलाइन कक्षाओं में अध्यापन दोनों समानांतर व्यवस्था करना अभी समय की जरूरत बन गई है।


राज्यपाल ने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं के आयोजन, प्रश्न पत्रों के चयन और उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की समरूप व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद को इसके लिए तीन कुलपतियों की एक कमेटी गठित करने का निर्देश दिया, जिसकी सुझाव पर इसे प्रदेश में लागू किया जाएगा। उन्होंने कालेजों, विश्वविद्यालयों को नैक मूल्यांकन की तैयारियों में तेजी लाने का निर्देश दिया। राज्यपाल ने कुलपतियों को छात्र-शिक्षक अनुपात को लेकर समानुपातीकरण करने का भी निर्देश दिया। साथ ही जिन कालेजों में क्वारंटाइन केन्द्र बने थे वहां अपने खर्चे से साफ-सफाई कराने को कहा ताकि आगे शिक्षण की व्यवस्था हो सके।


तीन विवि को दिया शिक्षकों के रिक्त पद भेजने का निर्देश 
समीक्षा के दौरान सामने आया कि सहायक प्राध्यापकों की रिक्तियों की सूची आयुक्त कार्यालय से ‘रोस्टर क्लीयरेंस’ कराते हुए शिक्षा विभाग को भेजने में मगध विश्वविद्यालय ने तत्परता बरती है, परन्तु बीआरए बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर, जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा एवं पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने अबतक रोस्टर क्लीयरेंस कराते हुए शिक्षा विभाग को सूची नहीं भेजी है। राज्यपाल ने रिक्ति-सूची शीघ्र शिक्षा विभाग को भेजने को कहा।











प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जून 13, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-305 (साल-01)
2. शनिवार, जूूून 13, 2020
3. शक-1943, अषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:24।


5. न्‍यूनतम तापमान 24+ डी.सै.,अधिकतम-40+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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(सर्वाधिकार सुरक्षित)


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