गुरुवार, 11 जून 2020

सिंह को किया लाइन हाजिर बड़ा कदम

बागपत। एसपी ने आज रमाला थाना अध्यक्ष महिपाल सिंह को किया लाइन हाजिर बड़ा कदम

इसके अलावा एक निरीक्षक तथा एक प्रभारी निरीक्षक के कार्य क्षेत्र में भी क्या बदलाव

 

अब रमाला थाने के नए थानाध्यक्ष होंगे रमेश सिंह सिद्धू

दोघट थाना अध्यक्ष होंगे नरेश कुमार देशराज सिंह पुलिस लाइन से 112 प्रकोष्ठ के प्रभारी निरीक्षक होगे

इसके अलावा भी बदलाव किए गए।

आखिर आज थानाध्यक्ष रमाला महिपाल सिंह पर गाज गिर ही गई पुलिस अधीक्षक बागपत प्रताप गोपेंद्र सिंह यादव द्वारा थानाध्यक्ष रामाला महिपाल सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है उनके लाइन हाजिर का मामला भाजपा सांसद डॉ सत्यपाल सिंह के गांव बसोली मैं बीते सप्ताह ट्रिपल मर्डर का होना या फिर थानाध्यक्ष रमाला महिपाल सिंह द्वारा राह चलते व्यक्तियों की दिनदहाड़े मारपीट करना तथा वीडियो वायरल होना दोनों मामलों का हो ना हो सकता है।

आपको बता दें कि पहले तो बीते सप्ताह रमाला थाना अध्यक्ष महिपाल सिंह एवं उनके हमरा सिपाहियों द्वारा क्षेत्र में गश्त के दौरान राह चलते व्यक्तियों की जमकर लाक डाउन के दौरान कई व्यक्तियों की जमकर पिटाई करने होने की वीडियो वायरल हुई थी इसके ठीक अगले दिन दिनदहाड़े बासुंदी गांव में ट्रिपल मर्डर होना एक अपने आप में बहुत बड़ी घटना हुई इस मामले में भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई हालांकि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच होना बताया जा रहा है।

इस घटना में काफी जद्दोजहद के बाद क्रॉस केस हो गया था लेकिन आपको बता दे।

बासुंदी गांव में एक आटा चक्की पर अनाज पिसाई को लेकर हुए विवाद मैं ट्रिपल मर्डर हुआ था जिसमें बताया गया है कि बसौली गांव के आटा चक्की पीसने वाले एक युवक पर गांव के ही एक व्यक्ति ने अपने लगभग 25 30 साथियों के साथ मिलकर उसकी आटा चक्की पर जाकर जानलेवा हमला करते हुए उसको गोली मार दी थी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी इसके बाद ग्रामीणों ने बदमाशों को घेर कर दो बदमाशों को मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया था जबकि उसके अन्य साथी मौके से हवाई फायर करते हुए फरार हो गए थे इस मामले में रवाना पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध मानी गई सूत्रों के अनुसार इन दोनों पक्षों में पहले भी मारपीट और झगड़ा हुआ दोनों पक्ष रमाला थाने पर पहुंचे लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की अगर हल्की-फुल्की पुलिस कार्रवाई कर देती तो इतना बड़ा घटना ना होती इस घटना को होने से बचाया जा सकता था जब दोनों पक्ष झगड़ा होने के बाद थाने पर पहुंचे तो पुलिस ने कोई कार्यवाही ना करते हुए समझौता करना ही उचित समझा आखिर समझौता होता क्यों ना जब बीच में दलालों का अखाड़ा आ गया था इतनी बड़ी घटना को अंजाम दलालों के अखाड़ों द्वारा हे दिलवाया गया अगर पहले दलालों का अखाड़ा बीच में ना आता बीच में ना आता तो हो सकता था पुलिस दोनों पक्षों के खिलाफ कुछ ना कुछ कार्रवाई करते लेकिन पुलिस भी अपना पीछा छुड़ाने के कारण समझौता कराने में ही अधिक दिलचस्पी दिखाएं इसी वजह से ट्रिपल मर्डर हो गया इसके बाद मृतक पक्ष आटा चक्की चालक द्वारा नामजद एवं कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया तो कई दिन बाद एक बदमाश मर्तक के परिजनों द्वारा भी आटा चक्की स्वामी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया गया इस मामले में फिर क्या था राजनैतिक रंग आ गया और एक बड़े स्तर पर गणमान्य व्यक्तियों और पुलिस के बीच पंचायत हुई जिसमें आरोपियों की गिरफ्तारी एवं सही जांच होने की बात रखी गई हालांकि अभी तक इस मामले में घटना के समय वीडियो वायरल भी होना बताया गया कि आधार पर पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी करना बताया गया सूत्रों के अनुसार इस मामले में दर्जनों युवकों को पुलिस ने पूछताछ के लिए लिया और फिर हिरासत में लेना और छोड़ने का सिलसिला शुरू हुआ लेकिन अभी तक जांच जस की तस है हालांकि पुलिस अधीक्षक बागपत भी गांव में घटना के समय मौके पर पहुंचे थे उन्होंने इस घटना मैं लगभग दो दर्जन युवकों को शामिल होना बताया था जिसमें अभी तक गांव में शांति व्यवस्था के लिए पुलिस गांव में मौजूद है और अभी तक आरोपी फरार हैं सूत्रों के अनुसार इस मामले में उच्च स्तरीय जांच चल रही है सूत्रों के अनुसार यह भी ज्ञात हुआ कि पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर और वीडियो वायरल के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी की तलाश कर रही है लेकिन गांव में सन्नाटा है और आटा चक्की स्वामी पक्ष और विपक्ष दोनों ही सह में हुए हैं तथा सभी आरोपी अभी तक फरार है

सूत्रों के अनुसार जिस समय गांव में दिनदहाड़े ट्रिपल मर्डर हुआ और जिसने भी यह देखा हर व्यक्ति डरे और सहमे थे और अभी भी वह खौफ गांव में पसरा हुआ है

जिस समय यह घटना हुई और 1 बदमाशों का जत्था दो दर्जन के लगभग युवक हथियारबंद आटा चक्की पर पहुंचे और पहले युवक के साथ मारपीट हुई और उसके बाद दे दनादन दे दनादन एक के बाद एक फायर होने शुरू हुए तो पड़ोस के घरों के भी दरवाजे बंद हो गए और बदमाश आराम से घटना को अंजाम देकर आटा चक्की युवक को मौत के घाट उतार कर जब चलने लगे तो पड़ोसियों और आटा चक्की युवक के परिजनों ने हिम्मत जुटाकर जब बदमाशों को खेलना शुरू किया तो बदमाश वहां से हवाई फायर करते हुए भागने लगे दो ग्रामीणों के हत्थे दो बदमाश चढ गए जिन्हें मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया बाकी बदमाश हवा में गोली दाग देवें फरार हो गए जिसमें एक युवक सूप थाना रमाला तथा एक युवक थाना दोघट कस्बा दोघट के युवक को ग्रामीणों ने मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया था इस मामले के मुख्य कर्ताधर्ता गांव बसोली के ही एक युवक और आटा चक्की चालक युवक के बीच वे झगड़े के कारण ही इस ट्रिपल मर्डर को अंजाम दिया गया बसौली गांव के युवक ने ही अपने 2 दर्जन से अधिक साथियों को जन्मदिन की दावत देने के बहाने बुलाया और आटा चक्की चला कि युवक के साथ हुए मारपीट की घटना बताते हुए आटा चक्की चालाक युवक को मौत के घाट उतारा और फिर दो बदमाशों को ग्रामीणों ने गिरकर मौत के घाट उतारा इस मामले में अभी तक सभी आरोपी फरार होना बताया गया है इसीलिए थानाध्यक्ष रमाला महिपाल सिंह पर गाज गिरी है पुलिस अधीक्षक बागपत ने आज रमाला थाना अध्यक्ष महिपाल सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है उनके स्थान पर दोघट थाना अध्यक्ष रमेश सिंह सिद्धू को रमन का नया थाना अध्यक्ष नियुक्त किया है और दो बट थाने पर 112 डायल प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार को दोघट का नया थानाध्यक्ष बनाया है वहीं पर 112 डायल प्रभारी पुलिस लाइन से देशराज सिंह को बनाया गया है अब देखना यह है कि नए थानाध्यक्ष इस ट्रिपल मर्डर के मामले को किस तरह से हल करने में सफल होते हैं।

कीट के नियंत्रण के सम्बन्ध में निर्देश दिया

प्रयागराज। जिला उद्यान अधिकारी, प्रयागराज प्रतिभा पाण्डेय ने किसान भाईयों को सूचित करते हुए कहा कि भारत के विभिन्न क्षेत्रों में टिड्डी दल को दृष्टिगत रखते हुए जनपद में इस कीट के नियंत्रण के सम्बन्ध में निर्देश दिया है। यह टिड्डी गण हेमिप्टेरा के सिकेडा वंश का कीट है। यह कीट भारत, पाकिस्तान तथा मध्य एशिया के कई देशों में रेगिस्तानी भूमि में अंडे देते है तथा भोजन अनुकूल मौसम की तलाश में कई मील तक उड़ान भर सकते है। ये फसलों को नष्ट कर देते है, ये बहुत ही डरपोक होने के कारण समूह में रहते हंै। 15 से 30 मिनटों में फसल की पत्तियों को पूर्ण रूप से खाकर नष्ट कर सकते है। यह सभी प्रकार के हरे पत्तों पर झड़ियों एवं फसलों पर बसेरा बनाकर वहीं पर रात गुजारते है। इसलिए उन्हें रात में आराम करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, क्योंकि ये रात भर फसलों को नुकसान पहुंचाते है और फिर सुबह 8-9 बजे के करीब उडान भरते है। इस दल से सुरक्षा के दृष्टिगत सर्तकता के साथ ही अन्य संसाधनों को व्यवस्थित करना आवश्यक है।
टिड्डीयों के झुण्ड को फसलों से दूर रखने के प्रमुख उपायों में टिड्डी दल के समूह को खेतों में उतरने से रोकने के लिए तुरंत अपने खेतों के आस-पास मौजूद घास-फूस जलाकर धुआ उत्पन्न करना चाहिए, जिससे टिड्डी दल आपके खेत में न बैठकर आगे निकल जाए। टिड्डी के प्रकोप की दशा में एक साथ इकट्ठा होकर टीन के डब्बो, थालियों आदि बजाते हुए शोर मचाये। पटाखे फोड़करध्ट्रेक्टर के साइलेंसर को निकालकर भी तेज ध्वनि करें। शोर से टिड्डी दल आस पास के खेत में आक्रमण नही कर पायेंगे। इसके लिए सुबह का समय उपयुक्त होता है। बसन्त का मौसम एवं बलूई मिट्टी टिड्डे के प्रजनन एवं अण्डे देने हेतु सर्वाधिक अनुकूल होता है। अतः टिड्डी दल के आक्रमण से सम्मलित ऐसी खेती वाले क्षेत्रों में जुताई करवा दें एवं जल का भराव कर दें। रासायनिक पदार्थों का प्रयोग करके भी टिड्ड़ी दल के आक्रमण से फसलों को बचाया जा सकता है। इसके लिए मेलाथियान 50 प्रतिशत ई०सी० मेलाथियान 25 प्रतिशत डब्ल्यू०पी० क्लारोपयरीफास 20 प्रतिशत ई0सी0 और क्लारोपयरीफास 50 प्रतिशत ई०सी० को टिड्डीयों के हमलों को रोकने के लिए शाम को पानी में पतला घोल कर फसलों पर कीटनाशक के रूप में छिडकाव करना चाहिए। हालांकि प्रयागराज में टिड्डी दल के तूफानी एंट्री होने से जनपद के तमाम किसानों के होश उड़ गए हैं।


180 से ज्यादा देशों में फैल चुका 'कोरोना'

नई दिल्ली। दुनियाभर के तमाम देशों के साथ-साथ भारत में भी कोरोनावायरस (COVID-19) का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 180 से ज्यादा देशों में फैल चुका यह वायरस अब तक चार लाख से ज्यादा जानें ले चुका है।दुनियाभर में 72 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। यह आंकड़ा हर रोज बढ़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2,86,579 हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 9,996 नए मामले सामने आए हैं और 357 लोगों की मौत हुई है।


देश में पहली बार 24 घंटों में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आए हैं और मौतें हुई हैं। अभी तक 8,102 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 1,41,029 मरीज इस बीमारी को मात देने में सफल भी हुए हैं। रिकवरी रेट में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह 49.21 प्रतिशत पर पहुंच गया है। केंद्र सरकार के मुताबिक, अभी तक 52,13,140 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटों में 1,51,808 सैंपल टेस्ट किए गए। एक दिन में सैंपल टेस्टिंग की यह अभी तक सबसे बड़ी संख्या है। देश के सभी राज्यों से इसके मरीज सामने आ रहे हैं। कई राज्य ऐसे भी हैं, जो इस महामारी से मुक्त हो चुके थे लेकिन प्रवासियों के राज्य में दाखिल होने से वह फिर से इस संक्रमण की जद में आ गए।


गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान करीब दो महीने तक बंद रहने के बाद 8 जून से देश में शॉपिंग मॉल, धार्मिक स्थल, होटल और रेस्तरां फिर से खुल गए हैं। नए नियमों के तहत प्रवेश के लिए टोकन प्रणाली जैसी व्यवस्थाएं की गई हैं। वहीं मंदिरों में प्रसाद आदि का वितरण नहीं किया जा रहा है। कई राज्य की सरकारों ने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच इन सब स्थलों के खुलने से नई चुनौतियां सामने आ सकती हैं।


देश में कोरोना मामलों से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। वहां संक्रमितों की संख्या 1 लाख के आंकड़े को छूने वाली है। वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 32,810 है। बीते कुछ घंटों में दिल्ली में COVID-19 के कुल 1501 मामले सामने आए हैं, वहीं इस दौरान 384 मरीज ठीक भी हुए हैं। अब तक कुल 12,245 मरीज ठीक हो चुके हैं। बीते 24 घंटों में 48 मरीजों की मौत हुई है जो 1 दिन में मरने वालों की सर्वाधिक संख्या है। 31 मौतें पहले हुईं, जिससे मौत का कुल आंकड़ा 905 से बढ़कर 984 पहुंच गया है।दिल्ली में अभी फिलहाल 19,581 एक्टिव मामले हैं।


₹55 करोड़ के जाली नोट जब्त, 6 अरेस्ट

पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में बुधवार को ''चिल्ड्रन बैंक ऑफ इंडिया'' के डमी बिल और जाली अमेरिकी डॉलर समेत करीब 55 करोड़ रुपये के जाली नोट जब्त किए गए। इस बाबत सेना के एक कर्मी समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुणे अपराध शाखा के अधिकारियों ने बताया कि पुणे पुलिस और सेना की दक्षिणी कमान की खुफिया इकाई ने एक संयुक्त अभियान के तहत विमान नगर इलाके में छापा मारा और गिरोह का भंडाफोड़ किया।


उन्होंने बताया कि अबतक 55 करोड़ रुपये से ज्यादा की जाली भारतीय और अमेरिकी मुद्रा गिनी जा चुकी है और गिनती अब भी जारी है। पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) बच्चन सिंह ने बताया कि नोटों की गुणवत्ता सत्यापित कराई जा रही है लेकिन कई नोट ''चिल्ड्रन बैंक ऑफ इंडिया'' के डमी बिल हैं। सिंह ने बताया कि गिरोह के सदस्य लोगों को जाली नोट असली के तौर पर देकर उनके साथ धोखाधड़ी करते थे। डीसीपी ने कहा कि जाली मुद्रा के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच जारी है।


मां-बहन के खिलाफ रेप, धाराओं में मुकदमा

हजरतगंज। एक थाने में तैनात महिला सिपाही ने हजरतगंज कोतवाली में तैनात सिपाही गौरव कुमार पर रेप का आरोप लगाया है। पीड़िता के मुताबिक आरोपी ने उसका अश्लील वीडियो बनाया और झांसा देकर दो लाख रुपये भी ऐंठ लिए। महिला सिपाही ने गौरव, उसके एक दोस्त, मां व बहन के खिलाफ रेप, गर्भपात कराने, जालसाजी व मारपीट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।


महिला सिपाही के मुताबिक वर्ष 2018 में उसकी मुलाकात कम्प्यूटर ऑपरेटर का काम करने वाले सिपाही गौरव कुमार से हुई थी। दोनों में दोस्ती हो गईं। जिसका फायदा उठाकर गौरव एक दिन उसे अपने घर ले गया। वहां आरोपी ने उसे कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ रेप किया। इस दौरान कमरे में मौजूद गौरव के दोस्त अखिलेश ने उसका वीडियो बना लिया। बाद में गौरव ने शादी का झांसा देकर कई बार उसका यौन शोषण किया।


इससे दौरान वह दो बार गर्भवती हुई लेकिन आरोपी ने उसका गर्भपात करवा दिया। कुछ दिनों पहले उसने गौरव से जल्द से जल्द शादी करने की बात कही तो उसने धमकाना शुरू कर दिया। पीड़िता का कहना है कि उसके मोबाइल फोन में आरोपी के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य थे। लेकिन, गौरव चुपके से उसका मोबाइल फोन लेकर चला गया।


दो लाख रुपये भी ऐंठे 
पीड़िता का आरोप है कि गौरव ने जरूरत की बात कहकर उससे दो लाख रुपये भी लिए थेए जोकि आज तक वापस नहीं किए। आरोपी की इस धोखेबाजी से परेशान होकर पीड़िता ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की कोशिश की थी। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां तबीयत में सुधार होने पर डॉक्टरों ने उसे छुट्टी दे। बुधवार को उसने महिला थाने में तहरीर देकर गौरव व उसके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।


प्रदेश में कोरोना संक्रमित आकड़ा-5737



पानीपत/अम्बाला। हरियाणा के अंबाला में दिल्ली से अपनी नानी के घर आई 23 वर्षीय युवती ने कोरोना की वजह से वीरवार को दम तोड़ दिया। प्रदेश में यह कोरोना से होने वाली 53वीं मौत है। वहीं प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमित का आंकड़ा 5737 पहुंच गया है, गुरुवार को 158 मरीज मिले। 5 ठीक होकर घर लौटे।


अम्बाला के डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर संजीव सिंगला ने बताया कि दिल्ली से 23 वर्षीय युवती अम्बाला में अपनी नानी के घर आई थी। 8 जून की रात को अचानक से उसकी तबियत बिगड़ गई। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से उसकी हालत को देखते हुए उसे कोविड अस्पताल मुलाना शिफ्ट कर दिया गया था। उसका कोरोना टेस्ट किया गया था। युवती की बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात में मौत हो गई। गुरुवार को उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। अंबाला में कोरोना से यह तीसरी मौत है।


प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का लगातार बढ़ रहा ग्राफ चिंताजनक स्थिति में पहुंच गया है। मात्र 10 की अवधि में करीब 3500 नए मामलों से प्रदेश संक्रमितों की संख्या के साथ देशभर में 10वें पायदान पर पहुंच गया है। रोचक पहलू यह भी है कि पड़ोसी सूबे पंजाब से हरियाणा में दोगुने मामले हो गए हैं। आरोग्य सेतु के आंकड़ों के मुताबिक पंजाब में करीब 2800 मामले हैं, जबकि प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 5737 पर पहुंच गई है।


संक्रमितों की संख्या में 10वें पर पहुंचने का सबसे बड़ा कारण एनसीआर है। अकेले गुडग़ांव में करीब 45 फीसद मामले हैं और साथ लगते फरीदाबाद में 15 फीसद संक्रमित हैं। दोनों जिलों में करीब 60 फीसद मामलों के चलते ही प्रदेश में लगातार संक्रमण बढ़ रहा है। हालांकि ज्यादातर मामले दिल्ली से जुड़े हुए हैं।


गुरुवार 7 जिलों में 158 नए संक्रमित मिले, जिससे प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5737 हो गई है। केवल पांच लोग ही कोरोना को हराकर घर पहुंचे। इनमें पानीपत में 3 और भिवानी में 2 मरीज शामिल हैं। इसके साथ ही गुडग़ांव में 90, फरीदाबाद में 30, अंबाला में 12, पलवल व करनाल में 10-10, हिसार में 4, पानीपत व जींद में 1-1 संक्रमित मिला।


स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक संदिग्धों के सैंपल लेने का आंकड़ा 160714 पर पहुंच गया है, जिसमें 148914 की रिपोर्ट निगेटिव आई जबकि 6063 का इंतजार है। प्रदेश में पॉजिटिव रेट भी 3.71 फीसद पर पहुंच गया है। रिकवरी रेट 38.23 फीसद है जबकि मामलों के दोगुने होने की अवधि 8 दिन पर पहुंच गई है। प्रत्येक 10 लाख पर जांच का आंकड़ा भी 6340 पर पहुंच गया है। कोरोना से 52 मौतें भी हो चुकी हैं।


फिलहाल प्रदेश में यूएसए से लौटे 21 लोगों, 14 इटली नागिरकों व 133 जमातियों को मिलाकर संक्रमितों का आंकड़ा 5737 पर पहुंच गया है। इनमें सबसे ज्यादा गुडग़ांव में 2636, फरीदाबाद में 885, सोनीपत में 502, रोहतक में 228, पलवल में 152, झज्जर में 112, अंबाला में 123, करनाल में 118, नारनौल में 106, नूंह में 104, हिसार में 106, पानीपत में 87, भिवानी में 82, जींद में 66, रेवाड़ी में 65, कुरुक्षेत्र में 60, सिरसा में 58, फतेहाबाद में 51, कैथल में 46, पंचकूला में 43, चरखी-दादरी में 45 तथा यमुनानगर में 27 संक्रमित मिले हैं।


वहीं 14 इटली नागरिकों सहित कोरोना को मात देने वालों का आंकड़ा 2188 हो गया है। इनमें गुरुग्राम में 824, फरीदाबाद में 306, सोनीपत में 208, झज्जर में 99, रोहतक में 84, नूंह में 78, पानीपत में 60, पलवल में 57, अंबाला में 53, हिसार में 52, करनाल में 47, नारनौल में 73, पंचकूला व जींद में 26-26, कुरुक्षेत्र में 34, भिवानी में 35, सिरसा में 39, कैथल में 28, रेवाड़ी में 12, यमुनानगर में 9, फतेहाबाद में 17 तथा चरखी-दादरी में 7 मरीज ठीक होकर घर लौट चुका है।




युवक ने खाया जहरीला पदार्थ, कराया भर्ती

नाबालिग लड़की व परिजनों ने शादी से इनकार किया तो युवक ने खाया जहरीला पदार्थ

 

युवक को सीएचसी में कराया गया भर्ती

 

सुनील पुरी

 

फतेहपुर। नाबालिक लड़की और उसके परिजनों ने शादी से इनकार किया तो युवक ने जहरीला पदार्थ खा लिया युवक की हालत बिगड़ी तो इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली किशोरी के साथ क्षेत्र के ही दूसरे गांव का युवक काफी दिनों से शादी का दबाव बना रहा था। लेकिन नाबालिक लड़की और उसके परिजन शादी से लगातार इंकार कर रहे थे इसी के चलते एक बार फिर गुरुवार को युवक नाबालिक लड़की के घर पहुंचा और शादी की बात कही इस पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई नाबालिक लड़की और उसके परिवार के सदस्यों ने शादी से इनकार किया जिससे युवक ने लड़की के गांव में ही जहरीला पदार्थ खा लिया युवक की हालत बिगड़ी तो इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया हालांकि काफी दे चले उपचार के बाद युवक की हालत में सुधार हुआ तो परिजन वापस घर ले गए उधर लड़की के परिजनों ने इस मामले की सूचना पुलिस को दी है पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है बताते चले कि आरोपी युवक की बहन की शादी जिस गांव में हुई है उस गांव युवक का आना जाना था इसी के चलते गांव के नाबालिक लड़की और उसके परिजनों पर शादी का पिछले कई दिनों से दबाव बना रहा था लड़की और उसके परिजन शादी से बार-बार इंकार कर रहे थे पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

वांछित अभियुक्त को किया गिरफ्तार

चोरी के वांछित अभियुक्त को पुलिस ने किया गिरफ्तार

सुनील पुरी

बिंदकी फतेहपुर। पुलिस ने गश्त के दौरान चोरी के वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। जिसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर जोनिहा चौकी इंचार्ज राजेंद्र कुमार त्रिपाठी गस्त में थे तभी जोनिहा के समीप उन्हें एक संदिग्ध युवक दिखाई दिया। चौकी इंचार्ज ने आरोपी युवक को गिरफ्तार किया पूछताछ में उसने अपना नाम देवराज निषाद पुत्र रामेश्वर निषाद निवासी रूरा थाना चांदपुर बताया इस संबंध में चौकी इंचार्ज ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी चोरी का वांछित अभियुक्त है। जिस को पकड़ कर कानूनी कार्रवाई की गई।

ट्रक ने मारी टक्कर, दो बच्चों की मौत

बाइक को ट्रक ने मारी टक्कर दो बच्चो की मौके पर मौत

हादसे में पति पत्नी सहित दो बच्चे गम्भीर घायल

टेवा क्षेत्र के पेट्रोल पंप के पास तेज गति ट्रक चालक ने दिया घटना को अंजाम

कौशाम्बी। मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के टेवा पेट्रोल पम्प के पास बाइक सवार एक परिवार को तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी है। जिससे बाइक में सवार दो छोटे बच्चे सड़क पर गिर गए हैं और दोनों बच्चो को ट्रक ने कुचल दिया है। जिससे दोनों बच्चों की मौके पर मौत हो गई है सूचना पाकर मौके पर ग्रामीणों का मजमा लग गया है और इस मौके पर जानकारी मिलते ही पुलिस भी पहुंची है और घायलों को पुलिस ने इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा है। वही हादसे के शिकार दोनों बच्चों की मौत के बाद लाश को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

 

घटनाक्रम के मुताबिक बरैसा थाना पश्चिम सरीरा निवासी हरिश्चन्द्र पुत्र शिवप्रसाद दिवाकर अपनी पत्नी व चार बच्चों के साथ क्रमशः कृष्णा अनुज ,मधु,अंश  के साथ बाइक से मंझनपुर जा रहे थे जैसे ही बाइक सवार

टेवां पेट्रोल पंप के पास पहुँचे कि तेज गति ट्रक का धक्का बाइक में लगते ही बाइक में सवार दो बच्चे सड़क पर गिर गए जिन्हें ट्रक ने कुचल दिया।  इससे दोनों बच्चों कृष्णा उम्र 10 वर्ष और अनुज  उम्र 08 वर्ष की मौके पर मौत हो गई। ट्रक के धक्के से दो बच्चे सड़क के बाहर पटरी में गिरे थे। जिससे उनको भी गम्भीर चोटें आई  है। हरिश्चंद्र व उनकी पत्नी सविता व दो बच्चे गंभीर रूप से घायल है और चारो घायलों को जिला  चिकित्सालय उपचार के लिए भेज दिया गया।

दो बालकों की मौके पर ही मौत हो गई दोनों का शव पीएम के लिए पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया।

सुशील केसरवानी

करोड़ों की कमाई करने वाला गुनहगार

दो वर्ष की तैनाती में ढाई करोड़ की जमीन खरीदने वाला गुनाहगार कौन

कौशाम्बी। पुलिस कार्यालय का वह कौन है गुनाहगार है जो कम पगार पाने पर भी अपनी काली कमाई से प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में ढाई करोड़ कीमत की जमीन खरीद चुका है। इस गुनाहगार के कारनामों की चर्चा इन दिनों पुलिस कार्यालय में तेजी से है और यदि काली कमाई से ढाई करोड़ की जमीन खरीदने के मामले की पुलिस आला अधिकारियों ने इस गुनाहगार की जांच कराई तो काली कमाई के बेताज बादशाह पुलिस कार्यालय के उक्त कर्मी पर गाज गिरना तय है।

 

कौशांबी जिले में दो वर्षों की नौकरी के बीच ढाई करोड़ की जमीन प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कैसे खरीद लिया गया है यह बड़ा जांच का विषय है। पुलिस महकमे में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि यमुना घाट के बालू माफियाओं के साथ-साथ भू माफियाओं से भी उस गुनाहगार के तार जुड़े हैं। जो बालू की खदान में हीरे की तलाश कर रहा है। काली कमाई का बेताज बादशाह उक्त कर्मचारी की दो वर्षों की तैनाती में लखनऊ जैसे महानगरों में ढाई करोड़ की जमीन खरीद लिया जाना अपने आप में आश्चर्य का विषय है कि, कहीं बालू माफियाओं और भूमि माफियाओं के संपर्क में रहकर इसी कमाई से उसने लखनऊ में जमीन तो नहीं खरीदी है।यह बेहद आश्चर्य की बात है कि उक्त कर्मचारी का एक वर्ष का वेतन पांच लाख रुपये के लगभग होगा और दो वर्ष में उस कर्मचारी ने दस लाख रुपए का वेतन सरकार से लिया होगा।

लेकिन दो वर्ष के दौरान ढाई करोड़ की जमीन उक्त कर्मचारी द्वारा खरीद लिया जाना इन दिनों पुलिस महकमे में चर्चा का विषय है और यह बड़ा जांच का विषय है पुलिस महकमे के उक्त कर्मी के काली कमाई के मामले में यदि आला अधिकारियों ने जांच कराई तो ढाई करोड़ कीमत की लखनऊ शहर में जमीन खरीदने के मामले में उक्त गुनाहगार को कठोर दंड मिल सकता है।

सुशील केसरवानी

राज्यसभा चुनाव से पहले खरीद-फरोख्त

नई दिल्ली। राजस्थान में राज्यसभा चुनाव से पहले खरीद फरोख्त का खेल शुरु हो गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर समर्थन के बदले कुछ विधायकों को 25 करोड़ रूपए प्रलोभन देने का आरोप लगाया है। गहलोत ने कहा कि खरीद फरोख्त के लिए जयपुर में करोड़ों-अरबों रुपए ट्रांसफर हो रहे हैं। ये पैसे कौन भेज रहा है। विधायकों को एडवांस देने की बातें हो रही हैं. यहां पर खुला खेल हो रहा है। इसीलिए महेश जोशी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में रिपोर्ट दर्ज कराई है।



मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे विधायक बहुत समझदार हैं, वे समझ गए। उन्हें खूब लोभ लालच देने की कोशिश की गई, लेकिन यह हिंदुस्तान का एकमात्र राज्य है, जहां एक पैसे का सौदा नहीं होता। यह इतिहास में कहीं नहीं मिलेगा। मुझे गर्व है कि मैं ऐसी धरती का मुख्यमंत्री हूं, जिसके लाल बिना सौदे के बिना लोभ लालच के सरकार का साथ देते हैं। महेश जोशी ने एसीबी के महानिदेशक को भेजी शिकायत में कहा है कि अति विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि कर्नाटक, मध्य प्रदेश और गुजरात की तर्ज पर राजस्थान में भी हमारे विधायकों व हमारा समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायकों को भारी प्रलोभन देकर राज्य की लोकतांत्रिक तौर से चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। बता दें कि राजस्थान में राज्यसभा चुनाव की तीन सीटों पर चुनाव होना है।



एसीबी के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने कहा कि शिकायत पर उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिकायत मिली है और इसकी जांच होगी।


चिंताः संक्रमण के मुंह में धकेली दिल्ली

अनिल अनूप


नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली परमाणु बम पर बैठी है, जो कभी भी फट सकता है। दिल्ली में 31 जुलाई तक कोरोना के 5.5 लाख संक्रमित मरीज हो सकते हैं। 15 जुलाई तक 2.25 लाख संक्रमित होने का आकलन है। यह खुलासा दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने तब किया, जब वह उपराज्यपाल की अध्यक्षता वाली आपदा प्रबंधन बैठक में शिरकत के बाद सार्वजनिक हुए थे। उपराज्यपाल के साथ उनके कुछ संवादों का ब्योरा भी उन्होंने दिया। कमोबेश इस स्तर पर संवैधानिक शख्सियत झूठ नहीं बोल सकती, क्योंकि पलट कार्रवाई के लिए संविधान उपस्थित है। उपराज्यपाल ने अस्पतालों पर केजरीवाल सरकार के फैसले को ‘संविधान-विरोधी’ करार देते हुए उसे खारिज कर दिया, लेकिन कोई वैकल्पिक आकलन नहीं दिया कि यदि दिल्ली में संक्रमण की विस्फोटक स्थितियां पैदा होती हैं, जिनके आसार अब पूरे लगते हैं, तो दिल्ली सरकार क्या करेगी? कोई भी उपराज्यपाल या मुख्यमंत्री देश और उसके नागरिकों से बड़ा और महत्त्वपूर्ण नहीं हो सकता। पदेन सुविधाएं और गरिमा संविधान के कारण नसीब होती हैं। उसी संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 आम नागरिक के मौलिक अधिकारों की व्याख्या करते हैं। कोई उपराज्यपाल या मुख्यमंत्री उसे लांघ नहीं सकता। यदि उप मुख्यमंत्री के एक सवाल पर, कोरोना वायरस की संभावित भयावह स्थितियों के संदर्भ में, उपराज्यपाल जवाब देते हैं-‘देखते हैं’, तो फिर कहा जा सकता है कि व्यवस्था के संचालकों और सूत्रधारों ने देश की राजधानी तक को ‘रामभरोसे’ छोड़ दिया है। दूसरी ओर, विश्व स्वास्थ्य संगठन का ताजा आकलन है कि कोरोना महामारी ‘बदतर’ होती जा रही है। दिल्ली में ही कोरोना के मरीज 31,000 को पार कर चुके हैं और मौतें भी 900 से अधिक हो चुकी हैं। विश्लेषण ऐसे भी सामने आए हैं कि यदि कोरोना संक्रमण की गति और उसका विस्तार यही रहे, तो देश में 26 जून तक पांच लाख, 11 जुलाई तक 10 लाख और 28 जुलाई तक 20 लाख संक्रमित मरीज होंगे। क्या उन्हें संभालने और उचित इलाज मुहैया कराने के बंदोबस्त किए गए हैं? देश के औसत आदमी को डराने की मंशा हमारी नहीं है, लेकिन विस्फोटक हालात के प्रति आगाह जरूर कर रहे हैं। आश्चर्य है कि ऐसे चेतावनीपूर्ण हालात के बावजूद केंद्र सरकार के स्वास्थ्य और कोरोना महामारी से संबद्ध अधिकारी ‘सामुदायिक संक्रमण’ की हकीकत मानने को सहमत नहीं हैं, लिहाजा उपराज्यपाल वाली आपदा प्रबंधन की बैठक में इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा की ही नहीं गई। अजीब विरोधाभासी समीकरण हैं कि दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने ‘सामुदायिक संक्रमण’ की बात कही है, लेकिन उपराज्यपाल और केंद्र सरकार इसे नकार रहे हैं। आखिर केंद्र इसे स्वीकार कैसे सकता है? मोदी सरकार की फजीहत होगी और लगातार सवाल पूछे जाएंगे कि इतने लंबे लॉकडाउन के बावजूद संक्रमण इस हद तक कैसे फैल गया कि संभावित आंकड़े दहशत पैदा कर रहे हैं और सामुदायिक संक्रमण की बहस छिड़ गई है? यह भी बेनकाब हो जाएगा कि 24 मार्च के बाद क्या किया गया। मुद्दों से भटकाने के लिए दूसरे कौन से मुद्दे पैदा किए गए। अब देश में स्वास्थ्य सेवाओं पर भी चर्चा छिड़ सकती है। हम जीडीपी का मात्र दो फीसदी भी स्वास्थ्य पर खर्च नहीं कर पाते हैं। कितनी आबादी पर कितने अस्पताल हैं, कितने डॉक्टर और दूसरे कर्मी हैं, यह आंकड़ा भी बेहद शर्मनाक है। अब चर्चा यहां तक सुगबुगाने लगी है कि स्वास्थ्य सेवाओं का ‘राष्ट्रीयकरण’ किया जाए। एक छोटा-सा देश क्यूबा इसका उदाहरण माना जा रहा है, जहां एक भी निजी अस्पताल नहीं है। स्वास्थ्य सेवाओं के संदर्भ में भारत विश्व में 145वें स्थान पर है। बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और म्यांमार सरीखे पड़ोसी देशों की स्थितियां हमसे बेहतर हैं। बहरहाल कोरोना बार-बार करवट बदल रहा है। वह बहुत तेजी से फैलने वाला वायरस है। गर्मी, सर्दी, गीलापन, सूखा और मरुस्थल सरीखी जलवायु और मौसम का इस पर प्रभाव नहीं दिखा है, लिहाजा यह विकराल रूप धारण करता जा रहा है। मुंबई के आंकड़े चीन के वुहान शहर को पार कर 51,000 से अधिक हो गए हैं। क्या अब यह ‘कोरोना राजधानी’ होगी? भारत में कोरोना का कहर कुछ शहरों तक ज्यादा सिमटा है। अब जून के अंत और जुलाई में क्या होगा, वह यथार्थ भी स्पष्ट हो जाएगा। उसके बाद ही हम कह सकेंगे कि भारत में कोरोना वायरस का समापन किस कदर होगा?


दिल्ली के सैकड़ों अध्यापक हुए संक्रमित

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में शिक्षक भी कोरोना संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी डाटा के अनुसार अब तक नगर निगम के 100 से ज्यादा सरकारी शिक्षक कोरोना के शिकार हो चुके हैं। इसके अलावा 50 और शिक्षक भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. ये वैसे शिक्षक हैं, जिनकी ड्यूटी इस वक्त स्कूलों में राशन बांटने या फिर दूसरे प्रशासनिक कार्यों में लगी थी।


4 शिक्षकों की मौत


दुखद बात यह है कि अब तक 4 शिक्षक कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना से मौत का शिकार बने शिक्षकों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने का ऐलान भी किया था। गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव अजयवीर यादव ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक के बाद एक शिक्षक कोरोना के शिकार होते जा रहे हैं और हमारे कई साथी अब तक मौत के मुंह में समा चुके हैं।


एक करोड़ मुआवजे की मांग


एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि जिन शिक्षकों की कोरोना के कारण मौत हुई है उन्हें 1 करोड़ रुपये का मुआवजा फौरन ही दिया जाए। इसके अतिरिक्त बाकी शिक्षकों की ड्यूटी कुछ इस प्रकार की जाए जिससे उन्हें संक्रमण का खतरा कम से कम हो और उनके बचाव के लिए पीपीई किट, मास्क और अन्य साधन उपलब्ध कराए जाएं।बता दें कि दिल्ली में इस वक्त हजारों शिक्षक करुणा से बचाव की ड्यूटी में काम कर रहे हैं। इनमें से कई शिक्षक राशन बांटने की ड्यूटी में है तो कई शेल्टर होम और आइसोलेशन सेंटर पर भी ड्यूटी कर रहे हैं।


दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आज तक से बात करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार में शिक्षकों की जान जोखिम में है। एक के बाद एक शिक्षक संक्रमित हो रहे हैं और कई शिक्षकों की जान जा चुकी है। ऐसे में सरकार को तुरंत ही सख्त कदम उठाना चाहिए नहीं तो हमारे देश के भविष्य निर्माता खुद संकट में पड़ जाएंगे। आदेश गुप्ता ने फौरन ही मृतक शिक्षकों के परिवार वालों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग केजरीवाल सरकार से की है।


8 दिन बाद अस्पताल से ही मिला शव

8 दिन से लापता कोरोना मरीज की लाश अस्पताल के बाथरूम में पड़ी थी, किसी को खबर तक नहींं







कविता गर्ग 


जलगांव। देश में एक ओर जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है, वहीं कई जगहों पर अस्पतालों की लापरवाही का मामला भी सामने आ रहा है। ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के जलगांव सिविल अस्पताल में देखने को मिला है. पिछले 8 दिनों से जिस कोरोना पॉजिटिव मरीज के अस्पताल से लापता होने की बात कही जा रही थी उसका शव आज उसी अस्पताल के एक बाथरूम से बरामद किया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी अविनाश डांगे ने जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.


जानकारी के मुताबिक 80 साल की बुजुर्ग को कुछ दिन पहले भुसावल रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां बुजुर्ग की हालत बिगड़ने पर 1 जून को उन्हें जलगांव के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जांच में पाया गया कि बुजुर्ग को कोरोना है. इस घटना के दूसरे ही दिन यानी 2 जून को बुजुर्ग महिला अस्पताल से कहीं गायब हो गईं. काफी ढूंढने के बाद भी जब बुजुर्ग का कुछ भी पता नहीं चला तो थाने में महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।


बताया जाता है कि आज सुबह किसी ने जानकारी दी कि एक बुजुर्ग महिला का शव अस्पताल के बाथरूम में पड़ा है। बुजुर्ग को देखने से पता चला कि जिसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी वह महिला पिछले 8 दिनों से बाथरूम में पड़ी थी और किसी को इसकी खबर तक नहीं थी। जिलाधिकारी अविनाश डांगे ने कहा कि यह अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही है। अस्पताल के बाथरूम को हर दिन साफ किया जाता है। ऐसे में किसी की भी नजर पिछले 8 दिनों से बुजुर्ग पर नहीं पड़ी। जिलाधिकारी ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की बात कही है।







फॉरेस्ट रेंजर, गार्ड के पदों पर भर्ती

रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने फॉरेस्ट रेंजर और असिस्टेंट फॉरेस्ट गार्ड के पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। छत्तीसगढ़ वन विभाग भर्ती 2020 (CG फॉरेस्ट गार्ड भर्ती 2020) के तहत 178 फॉरेस्ट रेंजर और असिस्टेंट फॉरेस्ट गार्ड के पदों पर नियुक्ति की जाएगी। अगर आप भी वन विभाग में नौकरी करने के इच्छुक हैं तो आवेदन कर सकते हैं।


पदों की संख्या


फॉरेस्ट रेंजर- 157 पद


असिस्टेंट फॉरेस्ट गार्ड – 21 पद


शैक्षिक योग्यता


इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को 12वीं यानी इंटरमीडिएट परीक्षा PCB यानी साइंस स्ट्रीम में पास होना चाहिए और कृषि, वनस्पति विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, भूविज्ञान आदि किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए. बता दें कि चयनित उम्मीदवारों की पोस्टिंग छत्तीसगढ़ में ही होगी।
आयु सीमा


इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवार की उम्र 21 से 30 वर्ष (अन्य राज्य) और 21 से 40 वर्ष (छत्तीसगढ़) निर्धारित है. बता दें कि आयु की गणना 01.01.2020 के आधार पर की जाएगी।


आवेदन शुल्क


छत्तीसगढ़ के एससी/ एसटी और ओबीसी वर्ग के लिए 300 रुपये आवेदन शुल्क निर्धारित है जबकि अन्य सभी उम्मीदवारों को 400 रुपये आवेदन शुल्क देना होगा।


कैसे होगा चयन?


फॉरेस्ट रेंजर और असिस्टेंट फॉरेस्ट गार्ड के पदों पर उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।


आवेदन और परीक्षा की तिथि


ऑनलाइन आवेदन शुरू होने की तिथि- 16 जून 2020


आवेदन की अंतिम तिथि- 15 जुलाई 2020


ऑनलाइन सुधार की तिथि- 18 से 24 जुलाई 2020


लिखित परीक्षा की तिथि- 20 सितंबर 2020


कितनी मिलेगी सैलरी?


फॉरेस्ट रेंजर के 157 पदों पर चयनित उम्मीदवारों को 38100 रुपये प्रतिमाह वेतन मिलेगा जबकि असिस्टेंट फॉरेस्ट गार्ड के 21 पदों पर चयनित उम्मीदवारों को 56100 रुपये प्रति माह वेतन मिलेगा। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करके आधिकारिक नोटिफिकेशन देख सकते हैं।


चिकित्सकों ने इस्तीफे की धमकी दी

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के दो हॉस्पिटल के डॉक्टर और हेल्थ वर्कर सैलरी न मिलने से काफी नाराज हैं। इन्होंने इसका तत्काल भुगतान न होने पर इस्तीफे की धमकी भी दी है। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने ‘नो पे नो वर्क’ की मांग के साथ चिट्ठी लिखी है। साथ ही अपनी समस्या बताते हुए इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। आरडीए का कहना है कि उनकी मांग न मानने की स्थिति में वो इस्तीफा भी दे सकते हैं। इस तरह की मांग दिल्ली के दरियागंज इलाके में स्थित कस्तूरबा गांधी हॉस्पिटल और हिन्‍दू राव हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने की है। बता दें कि यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब दिल्‍ली कोरोना संक्रमण से बुरी तरह से जूझ रहा है।


3 महीने से नहीं हुआ सैलरी का भुगतान


कस्तूरबा गांधी हॉस्पिटल के आरडीए ने एडिशनल एमएस को लिखी अपनी चिट्ठी में रेजिडेंट डॉक्टर के बकाए वेतन के मामले में ध्यान आकर्षित कराया है। साथ ही एक साथ इस्तीफा देनो या ‘नो पे नो वर्क’ की भी बात कही है। इसमें लिखा है कि रेजिडेंट डॉक्टर को पिछले 3 महीनों से सैलरी का भुगतान नहीं हुआ है। वे कोरोना महामारी के संकट के दौरान अपने और अपने परिवार की जिंदगी को दांव पर लगाकर काम कर रहे हैं। सैलरी न मिलने के कारण उन्हें अपने घर का किराया देने, ट्रैवलिंग में होने वाले खर्च और जरूरत के सामान खरीदने तक में समस्या हो रही है।


आरडीए का कहना है कि हम पैसों के बिना काम नहीं कर सकते हैं। उन्होंने बकाए सैलरी के जल्द भुगतान की मांग की है। साथ ही कहा है कि अगर सैलरी का भुगतान 16 जून तक नहीं होगा तो उन्हें सामूहिक इस्तीफा देना पड़ सकता है।


डॉक्टरों ने मांगी 4 महीने की बकाया सैलरी


राजधानी के मलकागंज में स्थित हिन्‍दू राव हॉस्पिटल और एनडीएमएमसी के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोशिसशन ने 4 महीनों की सैलरी के भुगतान की मांग की है। हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट को 30 मई को लिखी चिट्ठी में बकाए सैलरी के भुगतान के संबंध में ध्यान आकर्षित कराया गया है।


इस संबंध में आरडीए का कहना है कि वेतन न मिलने के कारण उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आरडीए ने यह भी कहा है कि हमें लग रहा है कि हमारी बातें अनसुनी कर दी जा रही हैं। आरडीए ने 18 जून तक के बकाए सैलरी के भुगतान की मांग की है। इस चिट्ठी में आरडीए की तरफ से लिखा गया है कि हम आपको असहाय होकर यह सूचना दे रहे हैं कि रेजिडेंट ‘नो पे नो वर्क’ के नियम पर काम करने का निर्णय ले रहे हैं। साथ ही वेतन भुगतान न होने की स्थिति में सामूहिक इस्तीफे की बात भी कही गई है।


आठवीं पास के लिए राजस्थान में भर्ती

जयपुर। लॉकडाउन के बीच प्रदेश के बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए राजस्थान पुलिस ने होमगार्ड की नौकरी के लिए वैकेंसी निकाली है। इसके लिए आधिकारिक तौर पर नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। 8वीं पास उम्मीदवार इस नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके चयन के दौरान किसी भी तरह की लिखित परीक्षा नहीं होगी। इसके लिए पात्र आवेदक 10 जून से लेकर 9 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस बार 2500 पोस्ट के लिए ये आवेदन निकाला गया है। गौरतलब है कि इस भर्ती के लिए आवेदन पहले भी आए थे। लेकिन इसकी प्रक्रिया दोबारा शुरू की गई है।


आयु सीमा 


इन पदों के लिए अप्लाई करने वाले आवेदक की उम्र 18 साल से लेकर 35 साल तक होनी चाहिए. राजस्थान होम गार्ड भर्ती के अंतर्गत चयनितों को हर दिन 693/- रुपए वेतन दिया जाएगा। इसके लिए जनरल और ओबीसी कैटेगरी में आने वाले आवेदकों को एप्लीकेशन फीस के तौर पर 200 रुपए का भुगतान करना पड़ेगा। जबकि एससी, एसटी, ईडब्लूएस और एमबीसी वर्ग में आने वाले उम्मीदवारों को 175 रुपए का भुगतान करना होगा। कैंडिडेट के सेलेक्शन का आधार केवल फिजिकल टेस्ट होगा।


जो भी उम्मीदवार इसके लिए अप्लाई करना चाहते हैं उन्हें ऑफिशियल वेबसाइट http://home.rajasthan.gov.in/ पर लॉगइन कर आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना होगा. आवेदन 10 जून से 9 जुलाई, 2020 के बीच की जा सकती है.


साल 1946 में हुई थी भारत में शुरुआत


भारत में होम गार्डस स्वैच्छिक बल के तौर पर जाना जाता है. इसकी पहली बार दिसंबर 1946 में शुरुआत हुई थी. ताकि पुलिस को वे अशांति और सांप्रदायिक दंगों को नियंत्रित करने में मदद कर सके. इसके बाद इसको देश के कई राज्यों ने अपनाया. आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, प्रदेश में कुल संख्या 30, 714 है. इनमें से 21,770 शहरी होम गार्ड हैं. जबकि 6280 ग्रामीण होम गार्ड हैं। इसके लिए 2,664 जवान बॉर्डर होम गार्ड के तौर पर तैनात हैं। वेबसाइट के अनुसार, संगठन राज्य के योग्य युवाओं की भर्ती करता है और साथ ही उनमें राष्ट्रीय सुरक्षा, अनुशासन और निस्वार्थ सेवा की भावना पैदा करने की कोशिश करता है।


रंगपुरी 'कहानी'

मूर्ख आदमी मकान बनवाता है, बुद्धिमान आदमी उसमें रह ता है, मैं मकान लेकर कहीं जाऊंगा थोड़े ही !!

कल अपनी पुरानी सोसाइटी में गया था। वहां मैं जब भी जाता हूं, मेरी कोशिश होती है कि अधिक से अधिक लोगों से मुलाकात हो जाए। 

कल अपनी पुरानी सोसाइटी में पहुंच कर गार्ड से बात कर रहा था कि और क्या हाल है आप लोगों का, तभी मोटरसाइकिल पर एक आदमी आया और उसने झुक कर प्रणाम किया। 

 

भैया, प्रणाम।” मैंने पहचानने की कोशिश की। बहुत पहचाना-पहचाना लग रहा था। पर नाम याद नहीं आ रहा था। उसी ने कहा, 

भैया पहचाने नहीं? हम बाबू हैं, बाबू। उधर वाली आंटीजी के घर काम करते थे।

मैंने पहचान लिया। अरे ये तो बाबू है। सी ब्लॉक वाली आंटीजी का नौकर।

“अरे बाबू, तुम तो बहुत तंदुरुस्त हो गए हो। आंटी कैसी हैं?”*

बाबू हंसा,

“आंटी तो गईं।”

“गईं? कहां गईं? उनका बेटा विदेश में था, वहीं चली गईं क्या? ठीक ही किया, उन्होंने। यहां अकेले रहने का क्या मतलब था?”

अब बाबू थोड़ा गंभीर हुआ। उसने हंसना रोक कर कहा, 

भैया, आंटीजी भगवान जी के पास चली गईं।”

“भगवान जी के पास? ओह! कब?”

बाबू ने धीरे से कहा, 

“दो महीने हो गए।”

“क्या हुआ था आंटी को?”

 

“कुछ नहीं। बुढ़ापा ही बीमारी थी। उनका बेटा भी बहुत दिनों से नहीं आया था। उसे याद करती थीं। पर अपना घर छोड़ कर वहां नहीं गईं। कहती थीं कि यहां से चली जाऊंगी तो कोई मकान पर कब्जा कर लेगा। बहुत मेहनत से ये मकान बना है।”

 

“हां, वो तो पता ही है। तुमने खूब सेवा की। अब तो वो चली गईं। अब तुम क्या करोगे?”

अब बाबू फिर हंसा,

"मैं क्या करुंगा भैया? पहले अकेला था। अब गांव से फैमिली को ले आया हूं। दोनों बच्चे और पत्नी अब यहीं रहते हैं।”

 

“यहीं मतलब उसी मकान में?”

 

“जी भैया। आंटी के जाने के बाद उनका बेटा आया था। एक हफ्ता रुक कर चले गए। मुझसे कह गए हैं कि घर देखते रहना। चार कमरे का इतना बड़ा फ्लैट है। मैं अकेला कैसे देखता? भैया ने कहा कि तुम यहीं रह कर घर की देखभाल करते रहो। वो वहां से पैसे भी भेजने लगे हैं। और सबसे बड़ी बात ये है कि मेरे बच्चों को यहीं स्कूल में एडमिशन मिल गया है। अब आराम से हूं। कुछ-कुछ काम बाहर भी कर लेता हूं। भैया सारा सामान भी छोड़ गए हैं। कह रहे थे कि दूर देश ले जाने में कोई फायदा नहीं।”

मैं हैरान था। बाबू पहले साइकिल से चलता था। आंटी थीं तो उनकी देखभाल करता था। पर अब जब आंटी चली गईं तो वो चार कमरे के मकान में आराम से रह रहा है। 

आंटी अपने बेटे के पास नहीं गईं कि कहीं कोई मकान पर कब्जा न कर ले। 

बेटा मकान नौकर को दे गया है, ये सोच कर कि वो रहेगा तो मकान बचा रहेगा। 

मुझे पता है, मकान बहुत मेहनत से बनते हैं। पर ऐसी मेहनत किस काम की, जिसके आप सिर्फ पहरेदार बन कर रह जाएं?

मकान के लिए आंटी बेटे के पास नहीं गईं। मकान के लिए बेटा मां को पास नहीं बुला पाया। 

सच कहें तो हम लोग मकान के पहरेदार ही हैं। 

जिसने मकान बनाया वो अब दुनिया में ही नहीं है। जो हैं, उसके बारे में तो बाबू भी जानता है कि वो अब यहां कभी नहीं आएंगे।

मैंने बाबू से पूछा कि,

"तुमने भैया को बता दिया कि तुम्हारी फैमिली भी यहां आ गई है?"

“इसमें बताने वाली क्या बात है भैया? वो अब कौन यहां आने वाले हैं? और मैं अकेला यहां क्या करता? जब आएंगे तो देखेंगे। पर जब मां थीं तो आए नहीं, उनके बाद क्या आना? मकान की चिंता है, तो वो मैं कहीं लेकर जा नहीं रहा। मैं तो देखभाल ही कर रहा हूं।”

 

बाबू फिर हंसा। 

 

बाबू से मैंने हाथ मिलाया। मैं समझ रहा था कि बाबू अब नौकर नहीं रहा। वो मकान मालिक हो गया है। 

 

हंसते-हंसते मैंने बाबू से कहा,

 

“भाई, जिसने ये बात कही है कि

_*मूर्ख आदमी मकान बनवाता है, बुद्धिमान आदमी उसमें रहता है।

 उसे ज़िंदगी का कितना गहरा तज़ुर्बा रहा होगा।”

 

बाबू ने धीरे से कहा, 

“साहब, सब किस्मत की बात है।”

मैं वहां से चल पड़ा था ये सोचते हुए कि सचमुच सब किस्मत की ही बात है।

 

लौटते हुए मेरे कानों में बाबू की हंसी गूंज रही थी...


“मैं मकान लेकर कहीं जाऊंगा थोड़े ही?मैं तो देखभाल ही कर रहा हूं।”

मैं सोच रहा था, मकान लेकर कौन जाता है? सब देखभाल ही तो करते हैं।

आज यह किस्सा पढ़कर लगा कि हम सभी क्या कर रहे है ....जिन्दगी के चार दिन है मिल जुल कर हँसतें हँसाते गुजार ले ...क्या पता कब बुलावा आ जाए....सब यहीं धरा रह जायेगा....।

ट्रस्ट के सदस्यों का पीएम को निमन्त्रण

दो जुलाई को मंदिर निर्माण के लिए हो सकता है भूमिपूजन

 

ट्रस्ट के सदस्यों ने प्रधानमंत्री को दिया निमन्त्रण

 

अयोध्या। रामलला के भव्य मंदिर निर्माण का भूमि पूजन प्रधानमंत्री से कराने के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र समेत मंदिर निर्माण समिति के प्रमुख नृपेंद्र मिश्र दिल्ली में जमे हैं।

संत धर्माचार्यों व ज्योतिषियों के मुताबिक दो जुलाई को आनंद योग में राम मंदि का भूमि पूजन सर्वसिद्धिदायक होगा। सूत्र बताते हैं कि चतुर्मास से पहले ही प्रधानमंत्री के अयोध्या आने की स्वीकृति मिलने की संभावना है।

रामजन्मभूमि परिसर में समतलीकरण का कार्य पूरा होने के बाद अब मंदिर के लिए भूमि पूजन का इंतजार किया जा रहा है। माना जा रहा है कि भूमि पूजन के लिए दो जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आ सकते हैं।

श्रीराजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर उन्हें इसके लिए आमंत्रण दिया है। दो जुलाई को चातुर्मास लग रहा है। इस दौरान चार माह तक कोई शुभ कार्य नहीं होगा। ऐसे में मुमकिन है कि देवताओं के शयन से ठीक पहले अयोध्या में भूमि पूजन हो जाए।

 ज्योतिषाचार्य पंडित कौशल्यानंद वर्धन भी बताते हैं कि देवशयनी एकादशी 30 जून की शाम 6:45 बजे लगेगी जो एक जुलाई को पूरे दिन रहेगी। इसे विष्णु शयनोत्सव के रूप में मनाया जाता है जो तीन दिन का होता है।

इस उत्सव के क्रम में दो जुलाई को गुरू अनुराधा नक्षत्र का शुभ संयोग पड़ रहा है, इस दिन आनंद योग भी है, जो शुभ कार्यों के लिए सर्वसिद्घिप्रदायक है।

इस दिन मध्याह्न में वामन भगवान का पूजन करने से एक यज्ञ का फल प्राप्त होता है। ऐसे में इस दिन प्रधानमंत्री भूमि पूजन करते हैं तो यह शुभ फलदायी होगा। श्रीरामजन्मभूमि के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास कहते हैं कि यदि एकादशी पर प्रधानमंत्री भूमि पूजन करते है तो यह अत्यंत शुभ होगा।

        

पीएमओ से लगातार संपर्क में है ट्रस्टः मातृ जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के आला अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीएमओ के साथ लगातार संपर्क में हैं। प्रधानमंत्री को औपचारिक न्योता भेजा जा चुका है वह इसे स्वीकार भी कर चुके हैं। अगर यह मुहूर्त निकल गया तो फिर दीपावली के 11 दिन बाद ही अगला मुहूर्त आएगा।

उधर, संत भी प्रधानमंत्री को शिलान्यास के लिए आमंत्रण देने की तैयारी में हैं, इसके लिए उनसे मुलाकात का भी मन बना रहे हैं। ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि प्रधानमंत्री से भूमि पूजन के लिए शुभ तिथि पर अयोध्या आने का आग्रह किया जा रहा है। अभी कोई तिथि तय नहीं हो पाई है।

 

भूमि पूजन में आती रहीं अड़चनें: भूमि पूजन की तिथि पहले 30 अप्रैल को तय की गयी थी। लेकिन इसी बीच कोरोना महामारी ने दस्तक दे दी और ट्रस्ट ने भूमि पूजन कार्यक्रम स्थगित कर दिया। अब ट्रस्ट की तरफ से दो जुलाई की तारीख बताई गई है। हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से तारीख को लेकर जवाब आना अभी बाकी है।

राममंदिर की पहली मंजिल का काम पूरा: दो मंजिल के प्रस्तावित राममंदिर की रूपरेखा पहले ही तैयार हो चुकी है। पहली मंजिल का काम तकरीबन पूरा बताया जा रहा है। 212 पिलरों पर बनने वाले राममंदिर के लिए 106 पिलर, छतें, नींव के पत्थर और उसके ऊपर लगने वाले पत्थर तैयार हैं। लगभग सवा लाख घनफुट पत्थरों की तराशी हो चुकी है। अभी 75 हजार स्कवायर घन फुट पत्थर तराशे जाने बाकी हैं। मंदिर 128 फीट ऊंचा और 140 फीट चौड़ा होगा जबकि मंदिर की लंबाई 268 फीट की होगी। महंत कमल नयन दास ने 28 वर्षों बाद कुबेर टीला स्थित कुबेरेश्वर महादेव का किया रुद्राभिषेक।

 

राममंदिर का निर्माण की कामना से बुधवार को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने 28 वर्षों बाद कुबेर टीला स्थित कुबेरेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक किया।

 मंदिर-मस्जिद विवाद के कारण वर्षों से कुबेरेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना नहीं हो पाई थी। कोरोना के शमन, विश्व की बाधाएं दूर करने और राममंदिर निर्माण के लिए शंकरजी से संतों ने आशीर्वाद मांगा। महंत कमलनयन दास ने कहा कि शीघ्र ही मंदिर निर्माण की तारीख तय होगी। अभी रामजन्मभूमि परिसर में कोई निर्माण कार्य नहीं शुरू हुआ है। हम केवल शिव की आराधना करने आए थे, हमारी तैयारी पूरी है। जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।

अयोध्या के रामजन्मभूमि परिसर में कुबेर टीले पर कुबेरेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक किया गया। यहां 28 साल से यहां पूजा नहीं हुई थी। महंत कमलनयन दास ने बुधवार को करीब दो घंटे तक (सुबह 8 से 10 बजे तक) 11 लीटर दूध से अभिषेक किया और फिर बाहर निकले। 

पूजा के बाद लौटे महंत कमलनयन दास ने कहा कि जिस प्रकार भगवान शिव की उपासना के बाद भगवान श्री राम का लंका विजय का अभियान निर्विघ्न संपन्न हुआ। उसी प्रकार यहां पर कुबेेरेश्वर महादेव की पूजा के बाद श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य निर्विघ्न फलीभूत होगा। 

मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने लंका विजय के पहले रामेश्वरम में शिव की आराधना की थी, उसी विरासत के अनुरूप रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से पूर्व शिव की आराधना की गई। कमलनयनदास के अनुसार इसके पीछे मकसद भव्य राममंदिर निर्माण से पूर्व भगवान शिव को प्रसन्न करना है। 

उन्होंने कहा कि श्री राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आते पर कोरोना संकट के चलते हर जगह भीड़भाड़ की आशंका उन्हें अयोध्या आने से रोक रही है। 

बताया कि बीते दिनों समतलीकरण के दौरान रामजन्मभूमि परिसर का भ्रमण करने के दौरान उनकी निगाह कुबेर टीला पर स्थित भगवान कुबेरेश्वर महादेव पर गई और उसी समय उन्होंने तय किया कि जिस प्रकार भगवान राम ने लंका विजय के पूर्व रामेश्वरम में भोलेनाथ की पूजा की। उसी तरह श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से पहले वह शशांक शेखर के रूप में भोले की पूजा करेंगे। रुद्राभिषेक में संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास रामायणी, संत आनंद शास्त्री सहित अन्य वैदिक पंडित मौजूद रहे।

शिव अभिषेक से दूर होंगी विघ्न-बाधाएं: कन्हैयादास

संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास ने भी भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया। अभिषेक पूजन के बाद लौटे महंत कन्हैया दास रामायणी ने कहा कि भगवान भोलेनाथ का अभिषेक कर राममंदिर निर्माण की मंगलकामना की गयी है, भगवान शिव की कृपा से सारी विघ्न बाधाएं दूर होंगी और शीघ्र ही राममंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। संत समाज अयोध्या में दिव्य-भव्य राममंदिर निर्माण के लिए बेसब्र है।

 

पौराणिक एवं पुरातात्विक महत्व का है कुबेर तीला

टीटीलालमजन्मभूमि के जिस परिसर में दिव्य-भव्य राममंदिर निर्माण की तैयारी चल रही है उसी परिसर में पौराणिक एवं पुरातात्विक महत्व का कुबेर टीला भी है। अयोध्या का इतिहास विवेचित करने वाले ग्रंथ रूद्रयामल के अनुसार युगों पूर्व इस स्थान पर धन के देवता कुबेर का आगमन हुआ था। उन्होंने रामजन्मभूमि के निकट ऊंचे टीले पर शिवलिंग की स्थापना की थी, कालांतर में यहां मां पार्वती, गणेश, कार्तिकेय, नंदी, कुबेर सहित कुल नौ देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित की गई और श्रद्घालुओं के बीच यह स्थल नौ रत्न के नाम से पूजित-प्रतिष्ठित हुआ। सन 1902 में एडवर्ड अयोध्या तीर्थ विवेचनी सभा ने 84 कोस की परिधि में रामनगरी के जिन 148 पुरास्थलों को चिह्नित किया, उसमें से एक कुबेर टीला भी था। कुबेर टीला एएसआई के द्वारा भी संरक्षित स्मारक है।

 

गंगा सिंह यादव को फिर मिली जिला कमेटी की बागडोर

 

अयोध्या। लंबी प्रतीक्षा के बाद समाजवादी पार्टी ने गंगा सिंह यादव को फिर से जिला कमेटी की बागडोर सौपी है। करीब नौ महीने बाद जिला कमेटी के अध्यक्ष पद पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ताजपोशी की है। 23 अगस्त 2019 को अखिलेश यादव ने जिला कमेटी समेत सभी प्रकोष्ठों को भंग कर दिया था, तभी से अध्यक्ष पद के लिए कई नामों पर अटकलें लगती रहीं। सांगठनिक तजुर्बे की वजह से बाजी गंगा सिंह यादव के पक्ष में रही। इससे पूर्व भंग कमेटी की कमान भी उन्हीं के पास रही। ताजपोशी के बाद जिलाध्यक्ष गंगा सिंह यादव ने कहा वर्ष 2022 के विधान सभा चुनाव के लिए संगठन को मजबूत करेंगे जिससे अखिलेश यादव की अगुवाई में प्रदेश में पार्टी की सरकार बन सके। यादव ने राष्ट्रीय व प्रांतीय नेतृत्व के प्रति आभार जताया। अभी जिला महासचिव पद पर किसी की नियुक्ति नहीं की गई है। अध्यक्ष पद पर गंगा सिंह यादव की ताजपोशी पर पार्टी नेताओं ने हर्ष जताया है।

 

होटल, रेस्टोरेंट, फूड कोर्ट और कैफेटेरिया आदि को खोलने की  जिला प्रशासन ने सशर्त अनुमति दी

 

अयोध्या। लॉकडाउन के साथ ही बंद हुए जिले के होटल, रेस्टोरेंट, फूड कोर्ट और कैफेटेरिया आदि को खोलने की अनुमति जिला प्रशासन ने सशर्त दे दी है। प्रतिष्ठान सुबह 10 बजे से रात्रि साढ़े आठ बजे तक ही खुल सकेंगे। किसी भी दशा में सीटिग क्षमता से 50 फीसदी से अधिक के बैठने की अनुमति नहीं दी गई है। जिन व्यक्तियों में कोविड-19 के लक्षण प्रदर्शित नहीं होंगे, उन्हें ही परिसर में बैठने की अनुमति होगी। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि संदिग्ध, पुष्ट केस को तत्काल अलग कर दिया जाएगा और इसकी सूचना डाक्टर, जिला अस्पताल या जिला कंट्रोल रूम के नंबर 9453116001 पर देनी होगी। प्रतिष्ठान में डिस्पोजेबल बर्तन और अच्छी गुणवक्ता के पेपर नैपकिन का प्रयोग करना होगा।       भोजनालय व ढाबा पर सामूहिक भोजन की अनुमति नहीं होगी। होम डिलीवरी, पैकेज्ड फूड ही अनुमन्य होगा। हाईवे पर पड़ने वाले ढाबों को इस प्रतिबंध से अलग रखा गया है। जबकि होटल व गेस्ट हाउस को समस्त सुविधाओं युक्त 33 फीसदी कमरे चिकित्सक एवं पैरामेडिकल आदि के क्वारंटाइन किए जाने के लिए उपलब्ध कराना होगा।

 

डिप्टी कलेक्टर की बढ़  सकती है मुसीबत

 

इनोवा गिफ्ट व दाखिल खारिज के नौ मुकदमों की जांच पूरी

 

जिलाधिकारी ने मुख्य राजस्व अधिकारी पुरुषोत्तमदास गुप्त को सौंपी थी जांच

 

अयोध्या। डिप्टी कलेक्टर रामशंकर की मुसीबत बढ़ने जा रही है। उनके खिलाफ इनोवा गिफ्ट व दाखिल खारिज के नौ मुकदमों की जांच पूरी हो गई है। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने इनोवा गिफ्ट की जांच मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेशकुमार व दाखिल खारिज के नौ मुकदमों की जांच मुख्य राजस्व अधिकारी पुरुषोत्तमदास गुप्त को सौंपी थी। दोनों अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है। जिलाधिकारी ने बताया कि डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए वह जांच रिपोर्ट शासन भेज रहे हैं। डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ यह जांच एक शिकायत पर जिलाधिकारी ने कराई है। शिकायत दाखिल खारिज के मुकदमे से जोड़ते हुए इनोवा गिफ्ट किए जाने की थी।कोतवाली नगर में इस इनोवा को खड़ा कराए करीब एक महीने से ज्यादा हो गया। डिप्टी कलेक्टर का उस वक्त कहना था कि होली में घर उन्नाव जाने के लिए रवि बंसल से इसे मंगाया था। लॉकडाउन की वजह से कहने के बावजूद वह ले नहीं गए। सीडीओ ने इनोवा वाहन 70 बीयू 9000 के मालिक अखिलेश दुबे के अलावा रवि बंसल, अरविद मौर्य समेत अन्य के बयान जांच के लिए वीडियोग्राफी के बीच दर्ज कराये। दाखिल खारिज के जिन नौ मुकदमों का निस्तारण सहायक अभिलेख अधिकारी (एआरओ) रहते रामशंकर ने किया उस भूमि से रवि बंसल, अरविद मौर्य आदि का जुड़ाव है। इन सभी मुकदमों में 16 अगस्त 2019 को इन सबके पक्ष में आदेश पारित किया गया है। दाखिल खारिज की पत्रावलियों में नियम से हट कर आदेश पारित करने का आरोप सीआरओ की जांच में प्रमाणित है, जिसकी जिलाधिकारी भी तस्दीक करते हैं।

एआरओ पद से शिकायत बढ़ने के बाद जिलाधिकारी उन्हें हटा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार जांच में इनोवा व दाखिल खारिज के सभी नौ मुकदमों का एक-दूसरे से कनेक्शन पाया गया। दाखिल खारिज की यह भूमि मीरापुर द्वाबा में लगभग 30 बीघा है। पहले यहीं भगवान राम की प्रतिमा लगनी थी। तकनीकी कमेटी के अनफिट करने से यहां का प्रस्ताव निरस्त हो गया।

बेरोजगारी भयावह समस्या बनीः अखिलेश

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आज बेरोजगारी एक भयावह समस्या बन गई है। कोरोना के सच को झुठलाकर भाजपा चुनाव में व्यस्त हो गई है। वह बेकारी और भुखमरी को समस्या ही नहीं मान रही है तो समाधान क्या करेगी? बिहार में चुनाव आते ही कुछ दिनों बाद तो प्रदेश के स्टार प्रचारक भी उड़ जाएंगे।


उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं से वीडियो कॉलिंग कर उनके क्षेत्र की समस्याओं को समझ रहे थे। उन्होंने कहा कि महामारी के समय अन्य असाध्य बीमारियों के इलाज के लिए विधायक निधि से कम से कम 50 लाख रुपये देने की व्यवस्था होनी चाहिए। हृदय रोग, किडनी, लिवर तथा कैंसर के इलाज के लिए समाजवादी सरकार में मुफ्त चिकित्सा व्यवस्था थी। साथ ही विधायक निधि से 25 लाख रुपये देने की व्यवस्था थी। भाजपा सरकार ने इसे बंद कर दिया है।


मीटिंग में सपा जिला अध्यक्ष की घोषणा

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई चंद्रशेखर आजाद के आदेशानुसार राष्ट्रीय कोर कमेटी की मिटिंग मे बुलन्दशहर जिले के जिला अध्यक्ष की घोषणा



 

नई दिल्ली। 10 जुन को दिल्ली केन्द्रीय कार्यालय पर  आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई चंद्रशेखर आजाद के आदेशानुसार राष्ट्रीय कोर कमेटी की मिटिंग मे बुलन्दशहर जिले के जिला अध्यक्ष की घोषणा



की गयी साथ साथ युथ बिर्गेड के जिला अध्यक्ष की भी घोषणा की गयी । सर्वसम्मति से वरिष्ठ नेता एडवोकेट मदनलाल गोतम को जिला अध्यक्ष व ललित भाटी को चन्द्रशेखर आज़ाद युथ बिर्गेड का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया । राष्ट्रीय कोर कमेटी की‌ मिटिंग मे सभी सदस्यों ने बुलन्दशहर जिला अध्यक्ष से एक सप्ताह के अन्दर जिला कमेटी गठित कर केन्द्रीय कार्यलाय को सोपने को कहा गया। राष्ट्रीय कोर कमेटी की मिटिंग मे उपस्थित पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष 

रविन्द्र भाटी,पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी,पुर्व विधायक वासूदेव बाबा पुर्व विधायक सुनील कुमार चित्तोङ ,रिटायर्ड आईएएस निलरत्न ,वीरेंद्र कुमार श्रीस पूर्व मंत्री धर्मेंद्र गौतम,पूर्व जिलाध्यक्ष वरिष्ठ नेता बीर सिंह आदि साथी उपस्थित रहे।


मैच: केकेआर ने आरसीबी को 1 रन से हराया

मैच: केकेआर ने आरसीबी को 1 रन से हराया  मिनाक्षी लोढी कोलकाता। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के मैच नंबर-36 में कोलकाता नाइट राइडर्स (के...