मंगलवार, 9 जून 2020

अनलॉक में संक्रमण 'संपादकीय'

अनलॉक में संक्रमण    'संपादकीय'

देश में कोरोना वायरस कोविड-19 का संक्रमण बहुत अधिक तेजी से बढ़ रहा है। विश्व में हमारा देश पांचवे नंबर पर पहुंच गया है। देश में 2, 65000 से अधिक संक्रमित है और संक्रमण की गति तेजी से बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में देश में अनलॉक प्रक्रिया स्थापित कर दी है। जिन जनपदों और शहरों में वायरस का संक्रमण शिथिल हो गया है। वहां अनलॉक को लागू करना पूरी तरह ठीक है। लेकिन कई जनपद ऐसे हैं जिनमें संक्रमण रुक नहीं रहा है। जिसमें अकेले गाजियाबाद जनपद में 502 से अधिक संक्रमित हैं। जिनका चिकित्सा विभाग के द्वारा उपचार और रख-रखाव किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में जनपद वासियों को चिंता मुक्त नहीं रहना चाहिए। साधारण लापरवाही जीवन को संकट में डाल सकती हैं। संक्रमण से संबंधित महामारी ने कुछ समय के लिए सब कुछ स्थिर कर दिया था। परिणाम स्वरूप संक्रमण पर एक हद तक नियंत्रण पा लिया गया है। परंतु थोड़ी-सी जो छूट मिली है। इसमें कड़े नियम और निर्देशों का समावेश बेहद जरूरी है। भ्रम और अनर्गल बातें-विचारों का त्याग कर देना चाहिए। एक संक्रमित व्यक्ति से उत्पन्न होने वाली विकराल समस्या का आकलन करना कठिन है। एक ही दिन में जनपद में 10 से अधिक संक्रमित का मिलना जनसाधारण को सचेत रहने का संकेत है। सघन आबादी वाले क्षेत्रों में संक्रमण अपने पैर जमा चुका है। हो सकता है कुछ लोगों के सामने विपरीत स्थितियां बनी हुई है। लेकिन जिस प्रकार से परिस्थितियों के विपरीत जीने का प्रयास किया है कुछ और समय तक जूझना अपना भाग्य मान लेना चाहिए। अपनी इच्छाशक्ति को अधिक प्रबल बनाने की जरूरत है। ताकि भविष्य बाहें फैलाकर नवीन युग में आपका स्वागत करें।

 

मायूस चेहरे, ड़बड़बाई नजरों में तकरार है।

नहीं चलता है 'बस, बेबस अब गुनहगार है।

कटघरे में खड़ी है सत्ता, मन में हाहाकार है। 

 

राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'

कोरोना वायरस से मुक्त हुआ न्यूजीलैंड

वेलिंगटन। पूरी दुनिया के लिए संकट बने कोरोना वायरस को लेकर न्यूजीलैंड से एक अच्छी खबर आई है। यहां इस जानलेवा महामारी से संक्रमित अंतिम मरीज भी स्वस्थ हो गया है। अब देश में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या शून्य हो गई है। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने सोमवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि अंतिम मरीज के स्वस्थ होने के बाद देश ने संक्रमण के प्रसार को रोक लिया है।


न्यूजीलैंड में संक्रमण का अंतिम मामला 17 दिन पहले आया था और फरवरी के अंतिम सप्ताह के बाद से अब सोमवार ऐसा दिन बन गया है जब देश में किसी भी संक्रमित व्यक्ति का उपचार नहीं चल रहा है। अर्डर्न ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि न्यूजीलैंड ने पिछले 17 दिनों में 40,000 लोगों की जांच की है और पिछले 12 दिन से कोई अस्पताल में भी नहीं है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल ने मध्यरात्रि से देश को खोलने के दूसरे चरण को लेकर सहमति दे दी है। उन्होंने कहा, ‘हमें विश्वास है कि फिलहाल के लिए हमने न्यूजीलैंड में वायरस के प्रसार को पूरी तरह से रोक लिया है और इसका मतलब यह नहीं है कि अब हम रुक जाएंगे, इस दिशा में हमारी कोशिशें चलती रहेंगी।’


उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से दोबारा मामले सामने आएंगे लेकिन यह विफलता की निशानी नहीं होगी, यह इस वायरस की वास्तविकता है। लेकिन हमें पूरी तैयारी रखनी है। बता दें कि न्यूजीलैंड में यह जानलेवा महामारी खतरनाक स्तर पर नहीं फैली थी। यहां इससे सिर्फ 1,500 लोग संक्रमित हुए जिनमें से 22 की मौत हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि 50 लाख की आबादी वाले इस देश से संक्रमण खत्म होने के पीछे कई वजहे हैं। दक्षिण प्रशांत में स्थित होने की वजह से इस देश को यह देखने का मौका मिला कि दूसरे देशों में यह संक्रमण कैसे फैला और अर्डर्न ने तेजी से कदम उठाते हुए देश में संक्रमण की शुरुआत में ही बंद के कड़े नियम लागू किए और देश की सीमाओं को भी बंद कर दिया।


संक्रमित संख्या-2,65000, मृतक-7466

पिछले 24 घंटे में 9987 मामले


नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या मंगलवार सुबह दो लाख 65 हजार के पार पहुंच गई। पिछले 24 घंटे में 9,987 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी 2,66,598 कोरोना के मरीज हैं। इसके अलावा 7466 लोगों की मौत हो चुकी है।महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली आदि कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। महाराष्ट्र में अब तक 88,528 कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 44384 सक्रिय केस हैं। 40975 लोग ठीक हो चुके हैं और 3169 लोगों की मौत हुई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, इस समय राजधानी में 29943 कोरोना के मरीज हैं, जिसमें से 874 लोगों की मौत हो चुकी है।तमिलनाडु में कोरोना वायरस के मामले 33229 पहुंच गए हैं। इसमें से 15416 सक्रिय मामले हैं, जबकि 286 लोगों की मौत हो चुकी है। राजस्थान में कोरोना के मरीज दस हजार से ज्यादा हो चुके हैं। 10763 लोग संक्रमण से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 10947 पहुंच गई है, जिसमें से 283 लोगों की मौत हुई है।
मुंबई में कोरोना के केस 50 हजार के पार पहुंचे
मुंबई में कोरोना वायरस मामलों की संख्या सोमवार को 50,000 से अधिक हो गई। नगर में संक्रमण के 1,311 नए मामले सामने आए। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी और बताया कि यहां संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 50,085 तक पहुंच गई है। मृतकों की संख्या 1,702 हो गई है। उधर, पूरे महाराष्ट्र में सोमवार को कोविड-19 के 2553 नए मामले सामने आए और 109 लोगों की मौत हो गई, जिससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ कर 88,528 और मरने वालों की संख्या 3169 हो गई। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिन में 1661 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई।


स्विट्जरलैंड में 7 लाख का आंकड़ा पार

स्विट्जरलैंड। दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार को इस महामारी से संक्रमण का आंकड़ा 7 लाख के पार हो गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दुनियां को चेतवानी देते हुए कहा है कि अब ये महामारी और बदतर होती जा रही है। डब्लूएचओ ने कहा है कि वायरस से दुनिया भर में हालात दिन पर दिन बिगड़ रहे हैं।


डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एदनहोम गेब्रेयासिस ने कहा,“हालांकि यूरोप में हालात सुधर रहे हैं, लेकिन वैश्विक तौर पर ये खराब हो रहे हैं। पिछले 10 दिनों में से 9 दिन रोजाना 1 लाख से ज्यादा केस रिपोर्ट किए गए। रविवार को दुनियाभर में कोरोना वायरस के 136,000 नए केस रिपोर्ट किए गए। ये दुनियाभर में एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है।” उन्होंने आगे कहा कि इसमें से 75% केस 10 देशों में सामने आए हैं, जिनमें से अधिकतर देश अमेरिका और दक्षिण एशिया में हैं।उन्होंने कहा, “इन देशों में अब सबसे बड़ा ख़तरा यह है कि यह अपनी उपलब्धि को लेकर आत्मसंतुष्ट हैं। शोध से आए परिणामों में पाया गया है कि विश्व में अभी भी अधिकांश लोग संक्रमण के दायरे में हैं।”


महामारी के बीच अमेरिका में हो रहे हैं प्रदर्शन


अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से महामारी के बीच लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। डॉ टेड्रोस ने लोगों से सावधानी के साथ प्रदर्शन की अपील की है। उन्होंने कहा कि WHO पूरी तरह से समानता और नस्लवाद के खिलाफ वैश्विक आंदोलन का समर्थन करता है।


उन्होंने कहा, “हम किसी भी प्रकार के भेदभाव को अस्वीकार करते हैं। हम दुनियाभर में विरोध कर रहे सभी लोगों को सुरक्षित रूप से ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। जितना संभव हो, दूसरों से कम से कम एक मीटर की दूरी पर रहें, अपने हाथों को साफ करें, खांसी आने पर फेस कवर करें और अगर आप प्रदर्शन करते हैं तो मास्क ज़रूर पहनें. लेकिन अगर आप बीमार हैं, तो प्लीज़ घर पर ही रहें।”


यूरोप के बाद अब अमेरिका बना गया है कोरोना वायरस का एपिसेंटर


WHO ने कहा कि पहले इस महामारी का एपिसेंटर यूरोप था, लेकिन अब अमेरिका कोरोना वायरस का एपिसेंटर बन गया है। सबसे ज्यादा केसों के मामले में दूसरे नंबर पर लैटिन अमेरिका का देश ब्राजील है, जहां कोरोना के सात लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद रूस, यूके और भारत हैं। रूस में कोरोना साढ़े चार लाख से ज्यादा केस हैं। वहीं यूनाइडेट किंगडन में कोरोना के 2.88 लाख और भारत में 2.56 लाख पार कर गए हैं।


ओपीडी सुविधा को शुरू करने की तैयारी

ऋषिकेश। कोविड-19 के विश्वव्यापी प्रकोप के चलते हुए लाॅकडाउन के कारण अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ऋषिकेश) में बीते मार्च माह में स्थगित की गई ओपीडी सुविधा को जल्द शुरू करने की तैयारी है। इसके लिए एम्स प्रशासन सभी जरुरी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गया है। सबकुछ ठीकठाक रहा तो इसी माह अंतिम सप्ताह में एम्स अस्पताल में जनरल ओपीडी सेवाएं सुचारू हो जाएंगी।


गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव के चलते सार्वजनिक स्थानों पर भीड़भाड़ को कम करने के लिहाज से देशभर में बीती 24 मार्च को लाॅकडाउन व्यवस्था लागू कर दी गई थी, जिसके मद्देनजर एम्स ऋषिकेश में वाह्य रोगी विभाग (जनरल ओपीडी) सेवाओं को भी स्थगित कर दिया गया था। जबकि इस बीच संस्थान में गंभीर रोगियों के लिए ट्रॉमा व इमरजेंसी सेवाएं, दूरदराज रहने वाले मरीजों के चिकित्सकीय परामर्श के लिए टेलीमेडिसीन, वर्चुअल ओपीडी व कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी आदि सेवाएं संचालित की जाती रहीं जो कि अभी भी जारी हैं।


एम्स प्रशासन अब सामान्य मरीजों के लिए शीघ्र ही जनरल ओपीडी सेवाएं फिर से शुरू करने की तैयारी में जुट गया है। जिसके लिए सभी आवश्यक तैयारियों को अंतिमरूप दिया जा रहा है। एम्स के डीन (हॉस्पिटल अफेयर्स) प्रो. यूबी मिश्रा का कहना है कि इसके लिए सभी विभागों से जुड़े विशेषज्ञों से आवश्यक विचार विमर्श कर लिया गया है।


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उन्होंने बताया कि अस्पताल में करीब 15 दिनों में जनरल ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी। इसके लिए विभिन्न विभागों के चिकित्सकों की बैठने के स्थान, मरीजों और तीमारदारों के लिए उचित व्यवस्था के साथ साथ सेनेटाईजर, मास्क आदि सभी जरुरी इंतजामात किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जनरल ओपीडी में आने वाले मरीजों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा।


समुद्री चक्रवात खड़ी करेगा समस्या

मनोहर
अरब सागर से उठे निसर्ग तूफान के असर से तरबतर होने के बाद प्रदेश में अब बंगाल की खाड़ी में बनने जा रहे सिस्टम से अच्छी बरसात होने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक चार दिन बाद जबलपुर, भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में 10 या 11 जून से तेज बौछारें पड़ने का दौर शुरू होगा। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। 15 जून के आसपास प्रदेश में मानसून भी दस्तक दे सकता है। उधर विगत दो दिनों पहले रायसेन, भोपाल में बौछारें पड़ीं, राजगढ़ में बूंदाबांदी हुई।
वर्तमान में हवा का रुख दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से अरब सागर से बड़े पैमाने पर नमी आ रही है। इससे प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं। सोमवार को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। यह शक्तिशाली होकर उड़ीसा, छत्तीसगढ़ होते हुए मप्र में प्रवेश करेगा। इसके असर से 10 जून के बाद प्रदेश में अच्छी बरसात का दौर शुरू हो जाएगा। विशेषकर जबलपुर, भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में इस सिस्टम से अच्छी बरसात होगी।
बारिश का सिलसिला 2-3 दिन तक जारी रह सकता है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी बरसात भी हो सकती है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में चल रही मानसूनी हलचल मानसून को आगे बढ़ाने के लिए अनुकूल हैं। इसे देखते हुए मानसून के 15 जून के आसपास दस्तक देने की संभावना भी बन रही है।


जवान-बुजुर्ग ही नहीं, बच्चे भी प्रभावित

नई दिल्ली (एजेंसी)। डिप्रेशन किसी भी आयु वर्ग के आदमी को प्रभावित करता है, जवान और बुजुर्ग ही नहीं बल्कि बच्‍चे भी इससे प्रभावित होते हैं। अगर आपका बच्‍चा लगातार उदास रहता है, लोगों से बात नहीं कर एकांत में चला जाता है। वह स्‍कूल का होम वर्क नहीं करता और परिवार के लोगों से बात करने में हिचकता है,तब बच्चे में यह डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। डिप्रेशन अपने तरह की गंभीर बीमारी है, जो शरीर में और भी कई तरह की बीमारियों को लगा देती है, लेकिन इसका इलाज उपलब्‍ध है। बच्चों को स्‍कूल में दूसरे बच्‍चों द्वारा बहुत ज्‍यादा तंग करने पर डिप्रेशन हो सकता है।स्‍कूल में बच्‍चे को बुली करने पर आत्‍म-सम्‍मान को झटका लगता है। इससे भी बच्चे डिप्रेशन में चले जाते हैं। लगातार तनाव में रहने की वजह से भी बच्चे डिप्रेशन की स्थिति में पहुंच जाते हैं। बार-बार पड़ने वाले किसी दबाव के कारण भी बच्‍चे इस स्थिति में पहुंच जाते हैं। पढ़ाई का अधिक प्रेसर होने के कारण भी डिप्रेशन बढ़ता है। जिन बच्‍चों के परिवार में कोई सदस्‍य डिप्रेशन का शिकार हो या हो चुका हो उस घर के बच्‍चों के डिप्रेशन में जाने का खतरा ज्‍यादा रहता है। वहीं ऐसा जरूरी नहीं है कि जिन बच्‍चों की अवसाद की फैमिली हिस्‍ट्री न हो, उन्‍हें डिप्रेशन नहीं हो सकता। अगर आपको लग रहा है कि आपके बच्‍चे में अवसाद का खतरा है तो उस परिवार के साथ रखें और खुश रखने का प्रयास करें।
वयस्‍कों की तरह बच्‍चे बदलावों को जल्दी स्‍वीकार नहीं कर पाते हैं। नए घर या स्‍कूल में जाना, पैरेंट्स का तलाक देखना या भाई-बहन या दादा-दादी का बिछड़ना, ये सभी चीजें बच्‍चे के दिमाग पर नकारात्‍मक असर डालती हैं। अगर आपको लग रहा है कि इन चीजों की वजह से आपका बच्‍चा प्रभावित हो रहा है तो जितना जल्‍दी हो सके, उससे इस बारे में बात करें। यदि किसी हादसे के बाद बच्‍चे के व्‍यवहार में बदलाव दिख रहा है तो आपको तुरंत डिप्रेशन की पहचान कर उसका इलाज कराना चाहिए। कुछ बच्‍चों में शरीर के अंदर रसायनों के असंतुलन के कारण अवसाद हो जाता है। हार्मोनल बदलाव और विकास होने के कारण ये असंतुलन हो सकता है, लेकिन ऐसा अपर्याप्‍त पोषण या शारीरक गतिविधियां कम करने की वजह से भी हो सकता है। बच्‍चे का विकास ठीक तरह से हो रहा है या नहीं, इसकी जांच के लिए नियमित चेकअप करवाते रहें।


मुफ्त-अच्छी चिकित्सा का अधिकार नहीं

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार को पश्चिम बंगाल के लिए ‘डिजिटल रैली’ कर रहे हैं। उन्होंने ममता बनर्जी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि ममता जी, क्या बंगाल के गरीब लोगों को मुफ्त और अच्छी वाली चिकित्सा सहायता प्राप्त करने का कोई अधिकार नहीं है? आयुष्मान भारत योजना को यहां अनुमति क्यों नहीं है? ममता जी, गरीबों के अधिकारों पर राजनीति करना बंद करें। आप कई अन्य मुद्दों पर राजनीति कर सकती हैं। अमित शाह ने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि बीजेपी सिर्फ आंदोलन करने के लिए बंगाल के मैदान में नहीं आई है। बीजेपी सिर्फ राजनीतिक दल के विस्तार लिए नहीं आई है,बीजेपी बंगाल के अंदर हमारी संगठन नीव को मज़बूत तो करना चाहती ही है लेकिन बीजेपी फिर से बंगाल को संस्कारिक बंगाल बनाना चाहती है।उन्होंने कहा कि मैं बंगाल की जनता को ये कहना चाहता हूं कि भले ही भाजपा को 303 सीटें देश भर से मिली है। लेकिन मेरे जैसे कार्यकर्ता के लिए सबसे महत्वपूर्ण सीटे हैं। बंगाल की 18 सीटों पर बीजेपी जीतेंगी।


उन्होंने कहा कि 2014 से पश्चिम बंगाल में 100 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं ने यहां राजनीतिक लड़ाई में अपनी जान गंवा दी। मैं उनके परिवारों को सम्मान देता हूं क्योंकि उन्होंने सोनार बांग्ला के विकास में योगदान दिया है। मैं उन लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहता हूं, जिन्होंने कोरोना महामारी और अम्फान के कारण अपनी जान गंवाई है। अमित शाह ने कहा कि देश भर ने आयुष्मान भारत योजना को स्वीकार लिया। अंत में केजरीवाल जी ने भी आयुष्मान भारत योजना को स्वीकार कर लिया। लेकिन मामता दीदी आप क्यों नहीं स्वीकार कर रही हो ये बंगाल की जनता आपसे पूछना चाहती है। उन्होंने कहा कि यूपीए ने 10 साल में एक बार 3.5 करोड़ किसानों का 60 हज़ार करोड़ रुपए का ऋण माफ किया,लेकिन आंकड़े कुछ और है।


पीएम मोदी ने 9.5 करोड़ किसानों के बैंक अकाउंट में 72 हज़ार करोड़ रुपए पहुंचाने का काम किया है और हर साल किसान को 6 हज़ार रुपया पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा ममता दी आप हमारा हिसाब मांगती हो, मैं तो हिसाब लेकर आया हूं। आप कल एक प्रेस कांफ्रेंस करके अपने 10 साल का हिसाब दीजिएगा और ध्यान से दीजिएगा कहीं बम धमाकों या बंद हुई फैक्टरियों की संख्या मत बता दीजिएगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी के मार दिए कार्यकर्ताओं की संख्या मत बता दीजिएगा।


नए सितारो के बारे में जांच-पड़ताल

लंदन (एजेंसी)। शेफ़ील्ड स्टडी ग्रुप के वैज्ञानिकों ने ब्रह्माण्ड में तारा बनाने वाले क्षेत्रों की विशिष्टता का अध्ययन करने के लिए मिल्की वे में बने नए सितारों के बारे में जांच-पड़ताल की। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने नए सितारों अध्ययन के दौरान मैग्मा ओशन प्लॉनेट के बारे में पता लगाया है जिससे अंतरिक्ष में नए सितारों और ग्रहों के बनने की गुत्थी सुलझ सकती है। इतना ही नहीं, वैज्ञानिकों ने यह भी दावा किया है कि स्टेलर नर्सरीज जहां गैस और धूलकणों के मिलने से नए तारों का निर्माण होता है वहां सूर्य से बड़े और तारे भी मौजूद हैं। इस दौरान उन्होंने पाया कि मैग्मा ओशन प्लॉनेट में से एक ग्रह बेबी अर्थ के समान है। इस शोध से अंतरिक्ष में तारे और ग्रह बनने की प्रक्रिया को समझने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि ये मैग्मा ओशन प्लॉनेट सूर्य जैसे अन्य तारों का पता लगाने में भी काम आ सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये ग्रह इतनी गर्मी उत्सर्जित करते हैं कि हम नेक्स्ट जेनरेशन की इन्फ्रा-रेड टेलिस्कोप का उपयोग करके उनसे चमक देख पाएंगे। जिन स्थानों पर हमें ये ग्रह मिले रहे हैं उन तारों की उम्र 100 मिलियन वर्ष से कम है। ऐसे तारों को युवा श्रेणी में रखा जाता है।शेफ़ील्ड विश्वविद्यालय के खगोलविद रिचर्ड पार्कर ने कहा कि मैग्मा ओशन प्लॉनेट चट्टानों और छोटे ग्रहों की क्रमिक टक्कर से बनते हैं। जिसके प्रभाव से उनकी सतह इतनी गर्म हो जाती है कि वह पिघली हुई चट्टान बन जाती है, जिससे उन्हें खोजने में मदद मिलती है।


'कम्युनिटी स्प्रैड' केंद्र कर सकेगा ऐलान


  • केंद्र और दिल्ली के बीच तकरार बढ़ी

  • सत्येंद्र जैन बोले- कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड केंद्र ही कर सकती है ऐलान


नई दिल्ली । दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और तीखी होती राजनीति के बीच कम्युनिटी स्प्रेड को लेकर चर्चा तेज हो गई है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को ऐलान किया कि एम्स डायरेक्टर ने दिल्ली में कोरोना वायरस के कम्युनिटी स्प्रेड को मान लिया है, लेकिन केंद्र ही इसका ऐलान कर सकता है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने जो दिल्ली के अस्पतालों को लेकर फैसला किया था, उसे LG साहब ने खत्म कर दिया है ऐसे में अब दिल्ली वालों का इलाज कहां होगा। दिल्ली में पूरी दुनिया से फ्लाइट यहां आई हैं, ऐसे में यहां केस बढ़ रहे हैं। सत्येंद्र जैन ने फैसले पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अब अगर दिल्ली में बाहर से लोग आएंगे तो राज्य के लोगों का इलाज कहां होगा। केंद्र सरकार के जो 10 हजार बेड हैं, उनमें इलाज करवा लें। केंद्र ने हमारी मांग नहीं मानी कि फ्लाइट बंद की जाए, दिल्ली के अंदर बाहर के लोगों को आने से रोका नहीं गया, जिससे केस बढ़ गए।


स्वास्थ्य मंत्री बोले कि हम लगातार बेड बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, AIIMS के डायरेक्टर ने कम्युनिटी स्प्रेड को मान लिया है लेकिन केंद्र सरकार इसको नहीं मान रही है। दिल्ली में बहुत से ऐसे केस हैं, जिनका कोई सोर्स नहीं है। कम्युनिटी स्प्रेड है या नहीं, वो केंद्र मानेगी तभी होगा।


दिल्ली के अस्पतालों का हाल.. सरकारी आंकड़ा


गौरतलब है कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच इन दिनों कोरोना संकट को लेकर आर-पार की लड़ाई छिड़ गई है। पहले दिल्ली सरकार ने फैसला लिया था कि अब दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ राज्य के निवासी का इलाज होगा, लेकिन उपराज्यपाल ने इस फैसले को तुरंत बदल दिया। जिसके बाद से दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल आमने-सामने है।


बता दें कि दिल्ली में पिछले एक हफ्ते से रोज़ ही एक हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे में चिंता बढ़ती जा रही है। दिल्ली में मंगलवार सुबह तक कुल कोरोना वायरस के मामले 29943 हैं, जबकि 874 लोगों की मौत हो चुकी है।


हिमाचल में कम नहीं हो रहा संक्रमण

नाहन। हिमाचल प्रदेश के कोरोना वायरस के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। मंगलवार सुबह सिरमौर जिले से कोरोना के आठ नए मामले सामने आए हैं। ये सभी औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब स्थित ओरिसन फार्मा इकाई में काम करते हैं। इनमें मालिक दंपति व उनका बेटा भी शामिल है, जो इस समय पंचकूला में रह रहे हैं। प्रशासन ने पहले ही इस फार्मा कंपनी (Pharma Company) को सील करने के आदेश दे दिए थे।


इसी फार्मा इकाई में काम करता था पशोग निवासी संक्रमित


जानकारी के अनुसार सिरमौर जिला से सोमवार को जांच के लिए भेजे गए 41 सैंपलों में से 33 नेगेटिव और आठ की रिपोर्ट पॉजिटिव (Report positive) आई है। सभी संक्रमित उसी फार्मा इकाई में कार्यरत थे जिसमें गांव बाग पशोग का निवासी कार्यरत था और बाद में पॉजिटिव पाया गया था। व्यक्ति फिलहाल सराहां के कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती है। आठ संक्रमितों में से सात लोग फिलहाल हरियाणा में ही हैं, जिनमें कंपनी का मालिक, उसकी बीवी और बेटा पंचकूला में और इकाई का सीईओ यमुनानगर में, दो लोग साढौरा में और एक व्यक्ति नारायणगढ़ में हैं। इसके अलावा एक व्यक्ति को त्रिलोकपुर स्थित कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है। डीसी सिरमौर डॉ. आरके परुर्थी ने इसकी पुष्टि की है। इसी के साथ सिरमौर में कुल संक्रमितों की संख्या 20 हो गई है, जबकि सक्रिय मामलें 16 हैं और चार ठीक हुए हैं। वहीं, हिमाचल प्रदेश में अब तक कुल 429 मरीज आ चुके हैं। एक्टिव केस एक्टिव 197 हैं। अब तक 227 लोग ठीक हुए हैं वहीं पांच की मौत हुई है।


लगातार तेज रफ्तार का 'कहर' जारी

अतुल त्यागी(मेरठ मंडल प्रभारी)

हापुड़। जनपद हापुड़ में तेज रफ्तार का कहर लगातार जारी लोगों की जान पर पड़ रहा है भारी रोज हो रही है है कहीं ना कहीं दुर्घटना। मामला जनपद हापुड़ के थाना गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के  अल्लाबख्शपुर नेशनल हाईवे 9 का है जहां रॉयल इनफील्ड पर जा रहा युवक अज्ञात वाहन से टकराया और हुई मौत।

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस फोर्स के साथ चौकी इंचार्ज सतपाल सिंह मृतक युवक को लिया अपने कब्जे में पीएम के लिए भेजा मृतक युवक अमरोहा के थाना हसनपुर क्षेत्र का बताया जा रहा है।

फिलहाल पुलिस युवक के परिजनों से संपर्क साधने की कोशिश कर रही है और अज्ञात वाहन की तलाश की जा रही है तेज रफ्तार वाहनों को कंट्रोल में करने के लिए परिवहन विभाग को उठाना होगा बड़ा कदम तभी रुकेंगे घटनाएं।

कोरोना लक्ष्ण दिखने के बाद भर्ती कराऐंं

नई दिल्ली। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद भाजपा नेता संबित पात्रा ने ट्वीट कर कहा है कि अब वह घर आ चुके हैं, लेकिन उनको ठीक होने में अभी वक्त लगेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस मुश्किल समय में पार्टी ने उनकी का ध्यान रखा और पार्टी का नेतृत्व परछाई बनकर उनके पीछे खड़ी रहा है। ऐसे में वह यही कहना चाहते हैं कि पार्टी ही उनका परिवार है।


ध्यान रहे संबित पात्रा को अस्पताल से रविवार देर रात ही डिस्चार्ज कर दिया गया था। उनमें कोरोना के लक्षण दिखने के बाद गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन दोबारा जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। डॉक्टरों ने उन्हें अभी उन्हें कुछ दिन होम कवरेन्टीन रहने की हिदायत दी है। गौरतलब है कि पात्रा को कोरोना के लक्षण मिलने पर 28 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।


हादसा होने से बचा, चालक की बची जान

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार (रिपोर्टर पिलखुआ)

 

धौलाना में ट्रक पलटने से हादसा होने से बचा गनीमत रही ट्रक ही पलटा कोई अनहोनी नहीं हुई चालक ने कूदकर बचाई जान।

 

हापुड़। स्लग- हापुड़ के कस्बा धौलाना वशिष्ठ चोक पर नाला नहीं बनने की वजह से दूसरी गाड़ी को बचाने के चक्कर में दादरी से मुजफ्फरनगर सीमेंट की चादरों से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया गनीमत रही ट्रक के चपेट में कोई आया नही वरना हो सकता था कोई बड़ा हादसा ट्रक चालक आरिफ ने बचाई किसी तरह कूदकर जान।

 

जानकारी के अनुसार लोगों ने बताया काफी समय से नाला बनने की शिकायत हो रही है। लेकिन नाला नहीं बन पा रहा पानी भरे रहने की वजह से गड्ढे दिखाई नहीं देते जिनकी वजह से लोग गड्ढों की चपेट में आ जाते हैं। जिसका खामियाजा गाड़ी वालों को भुगतना पड़ता है। अगर यही हादसा सड़क चलते वक्त दिन में हो जाता तो लोगों की जान पर भारी पड़ सकता था।

प्रवासियों के लिए विशेष ट्रेनों की मांग की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अन्य राज्यों से संबंध रखने वाले प्रवासी श्रमिकों को वापस भेजने के लिए अधिक श्रमिक विशेष ट्रेनों की मांग की है। ईंट भट्टों में कार्यरत श्रमिकों की एक बड़ी संख्या अब अपने राज्यों में वापस जाना चाहती है, जिसमें खास तौर पर बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के हैं।


गृह विभाग के अधिकारियों ने ईंट भट्ठा संचालकों के साथ बैठक की और सभी जिलों में जिला मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ऐसे श्रमिकों का डेटा एकत्र करें। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि अपने घर लौटने से पहले ईंट भट्ठा मालिकों से अपनी बकाया राशि पा सकें। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि राज्य में लगभग 12 हजार ईंट भट्टे क्रियाशील हैं लेकिन मानसून के साथ-साथ यह बंद हो जाएंगे। इन ईंट भट्टों पर काम करने वाले श्रमिक घर लौटना चाहते हैं।


उन्होंने कहा, “ईंट भट्टे लॉकडाउन के दौरान काम कर रहे हैं, लेकिन अब मानसून आ रहा है, इससे वे बंद हो जाएंगे। मालिकों और सभी जिला मजिस्ट्रेटों के साथ एक बैठक आयोजित की गई है। जिसमें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि श्रमिकों को घर भेजे जाने से पहले उन्हें सभी बकाया राशि का भुगतान किया जाए।” उत्तर प्रदेश सरकार ने भट्ठा मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए केंद्र से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग की है। अवस्थी ने कहा कि सरकार तब तक मुफ्त ट्रेन और बस सेवाओं का संचालन करती रहेगी, जब तक कि उत्तर प्रदेश के लोग जो दूसरे राज्यों में अटके हुए थे वे वापस नहीं आ जाते। वहीं राज्य के लोग जो दूसरे राज्यों के हैं वे संबंधित राज्यों में नहीं पहुंच जाते।


सरकार ने एक बार फिर से उन लोगों से अपील की है कि जो वापस लौटने की इच्छा रखते हैं वे विशेष राज्य के लिए प्रतिनियुक्त नोडल अधिकारी से संपर्क करें। बस-ट्रेन से अब तक 31 लाख से अधिक लोगों को उत्तर प्रदेश में वापस लाया गया है। वहीं कई अपने दम पर यात्रा कर यहां वापस आ चुके हैं। इस बीच, राज्य के मुख्य सचिव आर.के. तिवारी ने सोमवार से नोएडा प्रशासन को नोएडा-दिल्ली सीमा पर भीड़ को कम करने पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया है क्योंकि दिल्ली ने सोमवार से दोनों राज्यों के बीच मुक्त आवाजाही करने की अनुमति दे दी है। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग को अगले दो दिनों के भीतर पास के लिए एक उचित तंत्र लगाने के लिए कहा है।


नैनीताल को 'रेड जोन' से हटाया गया

हल्द्वानी। जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि केन्द्र सरकार की गाईडलाइन व उत्तराखण्ड शासन के निर्देशानुसार जोन निर्धारण की व्यवस्था को समाप्त करते हुए जनपद नैनीताल को रेड जोन से हटा दिया गया है।


अब जनपद में बाजार प्रातः 07 बजें से सांय 07 बजें तक खोली जायेगी,तथा जनपद में सभी प्रकार का पब्लिक ट्रान्सपोर्ट गाईडलाइन के प्रतिबन्धों के अनुसार 50 प्रतिशत सवारी के साथ अनुमन्य होगा। जिलाधिकारी श्री बंसल ने बताया है कि मुख्य सचिव के प्राप्त आदेशों के क्रम मे जनपद नैनीताल में होटल, रेस्तरां तथा धार्मिक स्थल शासन द्वारा जारी गाईडलाइन के अनुसार खोले दिये गये हैे। उन्होने बताया कि राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण ने केन्द्र के दिशा निर्देशों के अनुसार जनपद के सभी होटल, सेवा क्षेत्र, रैस्टोरेंट, शापिंग माॅल, धार्मिक स्थल और पूजा घरों को खोलने की गाईडलाइन जारी की है। उन्होने बताया कि सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों मे थर्मल स्केनिंग, सेनिटाइजेशन अनिवार्य रूप से किया जाये, स्टाफ व ग्राहक सभी अनिवार्य रूप से मास्क लगायेंगे। जनपद में जिम,बार, सिनेमाहाल, कोचिंग सेन्टर, मनोरंजन पार्क, विद्यालय एवं शैक्षणिक संस्थायें पूर्णतया बन्द रहेंगे।



जिलाधिकारी श्री बंसल ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के बीच अब धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है इसको दृष्टिगत रखते हुये धार्मिक स्थलोें मे पूजा अर्चना के लिए छूट दे दी गई है। उन्होने बताया कि पूजा स्थलों को अनिवार्य रूप से सेनिटाइज किया जाए तथा भक्तों एवं दर्शनार्थियों को धार्मिक स्थलोें मे समूह मे प्रवेश ना कराकर कम से कम लोगों को सोशल डिस्टैसिंग के आधार पर प्रवेश कराया जाए।धार्मिक स्थलों मे आने वाले सभी लोगोें को सामाजिक दूरी के नियम का भी अनुपालन कराया जाए, इसी प्रकार सभी रेस्टोरेंट एवं माॅल मे यह व्यवस्था बनाई जाए।



दलगत नीति से हटकर राष्ट्रहित की सोचेंं

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने चीन और नेपाल सीमा विवाद को लेकर भाजपा और कांग्रेस के चल रहे आरोप-प्रत्यारोप पर निशाना साधा। उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में ही सोचने की सलाह दी है।


मायावती ने मंगलवार को ट्विटर के माध्यम से लिखा, “चीन के साथ ही दूसरे पड़ोसी देश नेपाल के साथ भी सीमा विवाद अब काफी गंभीर रूप धारण करता जा रहा है। ऐसे में देश की सभी राजीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में ही सोचना चाहिए। साथ ही, ऐसे मामलों में यदि केन्द्र सरकार सबको विश्वास में लेकर चले तो यह बेहतर होगा।”


उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा,”यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि कोरोना महामारी के चलते जब देश की जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है तब भी खासकर बीजेपी व कांग्रेस इसकी आड़ में घिनौनी राजनीति कर रहीं हैं तथा अब चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर भी इनमें आरोप-प्रत्यारोप जारी है, जो देशहित में उचित नहीं है।”गौरतलब है कि कोरोना वायरस संकट के दौर में सरकार और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। इसे लेकर सियासत हर रोज आगे बढ़ रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर हैं और जवाब में सरकार व भाजपा नेताओं की तरफ से राहुल पर निशाना साधा जा रहा है।


शायरी छोड़े, वास्तविकता बताए रक्षा मंत्री

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच ट्विटर पर शायरी के माध्यम से जारी हमले के बीच राहुल गांधी ने मंगलवार को तीखा तंज करते हुए पूछा कि शायरी खत्म हो गयी हो तो रक्षा मंत्री देश को बताएं कि क्या चीनी ने भारतीय क्षेत्र में कब्ज़ा कर लिया है।


राहुल गांधी ने भारत-चीन सीमा पर विवाद को लेकर राजनाथ सिंह से पूछा , “हाथ निशान पर रक्षा मंत्री की टिप्पणी पूरी हो, तो क्या वह बता सकते हैं कि लद्दाख में चीन ने क्या भारतीय क्षेत्र पर कब्जा किया है।” कांग्रेस नेता के इस तंज से पहले राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के हाथ चिह्न को निशाना बनाते हुए ट्वीट किया “हाथ’ में दर्द हो तो दवा कीजै, ‘हाथ’ ही जब दर्द हो तो क्या कीजै।”


राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के आठ जून को किए ट्वीट का शायरी में यह जवाब दिया है। राहुल गांधी ने कल अपने ट्वीट में कहा था “सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त लेकिन, दिल को ख़ुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये ख़्याल अच्छा है।”


एलएसी पर चीन के हेलीकॉप्टर नजर आए

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं में जारी तनाव को कम करने के लिए कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत की जा रही है। लेकिन, दोनों सेनाओं के कमांडरों के बीच बातचीत के महज दो दिन बाद सोमवार को ही लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास चीन के हेलिकॉप्टर नजर आए। यह घटना दोनों देशों के सैन्य कमांडरों की 6 जून को हुई मुलाकात के मजह दो दिन बाद हुई है। सैन्य कमांडरों ने पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को कम करने के लिए बातचीत की थी।


सूत्रों के अनुसार बीते 7-8 दिनों में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के हवाई बेड़े की गतिविधियां ज्यादा बढ़ गई हैं और उसके हेलिकॉप्टर लगातार नजर आ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि हो सकता है कि सीमा के करीब कई इलाकों में तैनात चीन के सैनिकों को मदद पहुंचाने के लिए ये हेलिकॉप्टर उड़ान भर रहे हों। पूर्वी लद्दाख में दोनों सेनाओं के बीच टकराव और तनाव की स्थिति के बीच चीन के हेलिकॉप्टर कई बार भारतीय इलाकों में भी नजर आए। ये गलवान घाटी में भारतीय कंस्ट्रक्शन साइट के ऊपर भी उड़ान भरते देखे गए थे।


चीन लगातार अंतरराष्ट्रीय एविएशन नियमों का उल्लंघन कर रहा है और वह भारतीय इलाकों में चॉपर्स के जरिए निगरानी रख रहा है। मई के शुरुआती दिनों में भी चीन के हेलिकॉप्टरों की ऐसी गतिवििधयों के बाद भारतीय एयरफोर्स ने अपने फाइटर जेट्स बोले थे। तब चीन के विमान एलएसी के काफी करीब उड़ान भर रहे थे। यह घटना तब हुई थी, जब दोनों देशों की सेनाओं के जवान सीमा पर आमने-सामने आ गए थे। चीन का सरकारी मीडिया भी लगातार भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। ग्लोबल टाइम्स ने रविवार को हजारों सैनिकों के युद्धाभ्यास का वीडियो शेयर किया।


इसके जरिए चीन का मीडिया यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि सीमा पर चीन किसी भी समय अपने सैनिक और हथियार इकट्ठा कर सकता है। भारतीय एक्सपर्ट ने कहा कि यह चीन की पुरानी आदत है। वक्त आ गया है कि हमें भी उसके दिमाग से खेलना चाहिए। मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने चीन के उत्तर-पश्चिम में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास किया है। इसमें हजारों पैराट्रूपर्स और बख्तरबंद गाड़ियां शामिल हैं।


भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) की लंबाई 3488 किलोमीटर की है। इसी पर दोनों देशों में विवाद है। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताता है। इसके साथ ही कई जगहों पर सीमा विवाद है। भारत और चीन के सैनिकों के बीच मई में तीन बार झड़प हो चुकी है। इन घटनाओं पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारतीय सैनिक अपनी सीमा में ही गतिविधियों को अंजाम देते हैं। भारतीय सेना की लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पार एक्टिविटीज की बातें सही नहीं हैं। वास्तव में यह चीन की हरकतें हैं, जिनकी वजह से हमारी रेगुलर पेट्रोलिंग में रुकावट आती है।


सीएम ने जिलो की स्थिति का जायजा लिया

लखनऊ। करीब दो महीने से लखनऊ से ही कोरोना की स्थिति का जायजा लेने और अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करने के बाद उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वास्तविक स्थिति का जायजा लेने के लिए जिलों का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने रविवार को बस्ती और गोरखपुर का दौरा किया और फिर सोमवार को आजमगढ़ और वाराणसी गए।


अपने दौरे के दौरान उन्होंने न सिर्फ इन जिलों में विकासात्मक परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की, बल्कि स्थानीय अस्पतालों में उपचार की स्थिति की भी जांच की और मरीजों से बातचीत कर उनका हाल जाना। वहीं वाराणसी में योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की देर शाम काशी विश्वनाथ मंदिर (केवीटी) में ई-रुद्राभिषेक की सुविधा का शुभारंभ किया और प्रार्थना की।


केवीटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिंह ने कहा कि यह अनुष्ठान आठ पुजारियों के एक समूह द्वारा टैबलेट की मदद से किया जाएगा, जिन्हें ई-रुद्राभिषेक करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट के विकास की भी समीक्षा की। उन्होंने वाराणसी में एसपीजी डिवीजन अस्पताल और आजमगढ़ में जिला अस्पताल सहित गैर-कोविड -19 अस्पतालों में कोविड -19 परीक्षण के लिए ट्रीनेट मशीनों का उद्घाटन किया। योगी आदित्यनाथ ने इन सभी जिलों में भाजपा नेताओं के साथ एक छोटी बैठक की और सरकार द्वारा कोविड-19 संकट के दौरान किए गए कार्यों का फीडबैक लिया। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार, कुछ जिलों में चिकित्सा सुविधाओं को लेकर मिल रहीं शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री ने जिले में वास्तविकता की जांच करने का निर्णय लिया। सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री आने वाले दिनों में इस तरह के और दौरे कर सकते हैं, ताकि चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्रों सहित सड़कों और अन्य विकास परियोजनाओं की स्थिति का सही आकलन किया जा सके। प्रवक्ता ने आगे कहा, “वह विभिन्न जिलों में प्रवासी मजदूरों को दी जा रही नौकरियों की भी समीक्षा करेंगे।”


एक समुदाय के दो पक्षों में खूनी संघर्ष

अतुल त्यागी(मेरठ मंडल प्रभारी)

प्रवीण कुमार(रिपोर्टर पिलखुवा)

हापुड। रास्ते से निकलने को  लेकर एक ही समुदाय के दो पक्षों में खूनी संघर्ष। दोनों पक्षों में जमकर चले लाठी-डंडे व धारदार हथियार । दोनों पक्षों के करीब तीन लोग घायल। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को धौलाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया भर्ती। एक पक्ष ने पुलिस पर लगाया कार्यवाही न करने का आरोप। थाना धौलाना क्षेत्र के सपनावत गांव की घटना।

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की पंकज कपूर  नैनीताल/हल्द्वानी। उच्च न्यायालय उत्तराखंड द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नैनीताल ...