शनिवार, 6 जून 2020

दावा: महामारी की वैक्सीन खोजी गई

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उनके देश में कोरोना महामारी की वैक्सीन खोज ली गई है। अमेरिका ने 20 लाख वैक्सीन बना ली है और इसके सुरक्षित होने की बात साफ होते ही इसके इस्तेमाल भी शुरू कर दिया जाएगा। ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि गुरुवार को हमने कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बैठक की। बैठक में पता चला कि हम लोगों ने इसपर काफी अच्छा काम किया है। हम लोगों ने बीस लाख वैक्सीन तैयार करके रख ली हैं। बस अब इसे लोगों तक पहुंचाने का काम बाकी है।इसके अलावा उन्होंने कोरोना को लेकर चीन पर भी हमला किया। ट्रंप ने कहा कि हम दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थ हैं इसलिए कोरोना से जूझ पाने में कामयाब रहे। उधर चीन सरकार ने कहा कि उसे उम्मीद है कि वह इस साल के अंत तक अपनी वैक्सीन बनाकर बाजार में उपलब्ध करा देगी। गौरतलब है कि विश्वभर में कोरोना वायरस से बचने के लिए 100 से ज्‍यादा वैक्‍सीन पर शोध और ट्रायल चल रहे हैं। ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से बनाई गई वैक्‍सीन के क्लिनिकल ट्रायल के नतीजे काफी अच्‍छे आए हैं। कंपनी Moderna Inc का कहना है कि उसकी वैक्‍सीन का क्लिनिकल ट्रायल दूसरे दौर में पहुंच गया है।


लॉक डाउन के नए चरण में मिली छूट

नई दिल्ली। भारत में पीएम मोदी ने कोरोना प्रसार को रोकने के लिए 24 मार्च से लॉकडाउन लगाया था। जिसको रोकने के लिए लगभग हर प्रयास विफल होता नजर आ रहा है। क्योकि लॉकडाउन के नए चरण में छूट मिल गई है। जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण में अप्रत्याशित तेजी आ गई है। शुक्रवार को पहली बार एक दिन में 10 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए और 334 लोगों की मौत हो गई है। यह पहला मौका है जब भारत में दुनिया के किसी देश के मुकाबले एक दिन में सबसे अधिक नए केस भी मिले हैं। रूस में पिछले चौबीस घंटे में 8,726, अमेरिका में 8,580, और ब्राजील में 6,007 नए मामले सामने आए हैं।


इसके साथ ही देश में संक्रमित लोगों की संख्या सवा दो लाख को पार कर गई है, जो इटली से कुछ ही कम है। पिछले हफ्ते भर में ही 60 हजार से ज्यादा केस बढ़ चुके हैं। इस मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सुबह आठ बजे जारी बुलेटिन में बताया गया है कि देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,36,770 हो गई है और अब तक 6,348 लोगों की जान गई है।


ज्ञापनः वाणिज्यिक मदद की मांग उठाई



हफ़ीज अहमद खान की रिपोर्ट


कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश। समाजवादी पार्टी व्यापार सभा व उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल के संयुक्त तत्वाधान में जिलाधिकारी कानपुर ब्रह्म राम देव तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम सम्बोधित ज्ञापन देकर 20 लाख करोड़ के कर्ज की जगह परेशान व्यापारियों, किसानों,मज़दूरों,अभिभावकों व युवाओं के लिए सीधी मदद की मांग उठाई।नेतृत्व कर रहे व्यापार सभा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रान्तीय व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की प्रधानमंत्री ने देश के लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा करी तो देश को लगा कि शायद इससे देश के व्यापारियों,किसानों,मज़दूरों,मध्यमवर्गीय लोगों,अभिभावकों,युवाओं को कुछ मदद मिलेगी,पर ये तो उल्टा देश को नए कर्ज़े में ले जाने वाला पैकेज साबित हुआ। देश को सीधी मदद की ज़रूरत है न की नए कर्ज़े की।कर्ज़े से तनाव व शर्मिंदगी मिलती है तो देश कहीं आत्मनिर्भर बनने की बजाय खुद से शर्मिंदा न बन जाए।अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि ज्ञापन के माध्यम से मांग रखी गई की 20 लाख करोड़ से सीधी मदद बिजली बिल,जीएसटी,स्कूल फीस में कर दें जिससे की सही मायने में कुछ राहत मिल जाएगी।छोटे व्यापारियों, ठेलेवालों,चायवालों,फेरी वालों,किसानों,मज़दूरों,छात्रों,ढाबे








लून वालों,रिक्शा वालों को सीधी आर्थिक मदद उनके खाते में पहुंचा दी जाए ताकि लगभग 3 माह से आमदनीं के लिए जूझ रहे ताकि ये सब सीधे रूप में कुछ राहत पा पाएंगे।कानपुर में बंद मिलों को शुरू करवा दें व चीन से आयात पर टैक्स बढ़ा दें ताकि देश व कानपुर आत्मनिर्भर बन सके।अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की जनहित में प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की गई है।साथ ही ज्ञापन के अलावा प्रान्तीय व्यापार मण्डल की नगर इकाई से जुड़े अभिभावकों ने कानपुर में स्कूलों से फीस जमा करवाने की मोहलत दिलवाने के लिए जिलाधिकारी कानपुर को शाल व सम्मान पत्र देकर उनकी कर्तव्यनिष्ठा के लिए सम्मानित भी किया।संगठन से जुड़े अफीमकोठी व लाटूश रोड के व्यापारियों ने बाजार की अंदर की दुकानें खुलने की प्रार्थना भी जिलाधिकरी से की।अभिमन्यु गुप्ता के अलावा जितेंद्र जायसवाल,हरप्रीत सिंह लवली, पवन जायसवाल ,संतोष कुमार गुप्ता,पियूष गर्ग ,सोनू गुप्ता, रजत, वीरेन्द्र डांग ,मोहम्मद इरफान ,मोहम्मद शाहाब, सोनू कुमार ,आशिफ ,इक़बाल, मोहम्मद शादाब आदि थे।





लॉक डाउन, के स्थान पर ,अनलॉक समझेंं

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच लॉकडाउन का दौर खत्म हो रहा है और उसकी जगह अनलॉक ने ले ली है। इसके तहत केंद्र और राज्यों की सरकार धीरे-धीरे कई क्षेत्रों में छूट दे रही हैं, इससे जन-जीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। इसी क्रम में भारतीय रेलवे ने भी ऐतिहासिक बंदी के बाद यात्री ट्रेनें देश भर में शुरू कर दी हैं। इन ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनेटाइजेशन का सख्ती से पालन कराने का फरमान है। इसके अलावा यात्रियों के लिए रेलवे ने रिजर्वेशन टिकट के लिए कुछ नियमों में भी बदलाव किए हैं।


बिना इस जानकारी के टिकट नहीं मिलेगा


नए आदेश के अनुसार टिकट बुकिंग  के लिए हर यात्री को आरक्षण फॉर्म पर कुछ और जानकारी देनी अनिवार्य होगी. इसके बिना टिकट नहीं मिलेगा। इन जानकारियों में सफर के लिए आप जहां जा रहे हैं? उसका पूरा पता देना होगा. सिर्फ शहर लिखने से काम नहीं चलेगा. इसके अलावा उस जगह का संबंधित पिनकोड भी देना होगा। रेलवे ने कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए यात्री के डेस्टिनेशन सहित अन्य जानकारियों को साझा करना अनिवार्य कर दिया है। अगर आप रिजर्वेशन फॉर्म पर ये जानकारियां नहीं देंगे तो टिकट बुक नहीं होगा। कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम के तहत इन जानकारियों के बाद ही आरक्षित टिकट बनकर मशीन से निकलेगा।


ट्रैवल हिस्ट्री को लेकर कवायद


दरअसल ये सभी जानकारियां इसलिए ली जा रही हैं ताकि ट्रेन में सफर कर चुके किसी यात्री या उसका सहयात्री अगर कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसके डेस्टिनेशन के पते पर उससे संपर्क किया जा सके. इसके लिए आरक्षण फॉर्म पर यात्री के डेस्टिनेशन का पता सहित अन्य जानकारियां देना अनिवार्य कर दिया गया है।


सिर्फ़ अपना पता लिखने से नहीं चलेगा काम


पहले रेलवे आरक्षण के लिए यात्रियों को आरक्षण फॉर्म पर सिर्फ अपना आवासीय पता भरना पड़ता था। वह आवासीय पता भी जानकारी के लिए रिकॉर्ड में रखा जाता था। लेकिन अब यात्रियों को पता के साथ-साथ पोस्ट ऑफिस का पिन कोड देना भी अनिवार्य कर दिया गया है।


निर्माण में पत्रकारिता की 'महत्वपूर्ण भूमिका'

स्वस्थ्य समाज के निर्माण में हेल्थ पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका 

 

गुरुग्राम। स्वस्थ्य समाज के निर्माण में हेल्थ पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका है।कोरोनावायरस के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय लड़ाई में चिकित्सा विज्ञान पर आधारित शोधपूर्ण, विश्लेषणात्मक और खोजपूर्ण पत्रकारिता समय की ज़रूरत है। जन-जागरूकता और सामाजिक चेतना के सहारे किसी भी संकट से बाहर निकला जा सकता है। 

आज गुरुग्राम स्थिर द्रोणाचार्य कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग द्वारा ‘मीडिया और संचार: कोविड -19 और उससे आगे’ विषयक राष्ट्रीय वेबिनार वक्ताओं ने उपरोक्त बातें कहीं। इस कार्यक्रम में पंजाब, हिमाचल, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, झारखंड, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, हरियाणा सहित अन्य राज्यों छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. पूजा  खुल्लर ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा खंभा है।कोरोना संकट के इस दौर में सरकार ने सराहनीय कार्य किए हैं। मीडिया की भी भूमिका सकारात्मक और सराहनीय रही है। 

प्रोफ़ेसर के.एस. चौहान ने कहा कि मुख्यधारा का मीडिया राष्ट्रीय आपदा के इस घड़ी में लोकप्रिय रिपोर्टिंग करने में असफल रहा है। भूखे-प्यासे मज़दूर और श्रमिकों का सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने की जितनी रिपोर्टिंग सोशल मीडिया द्वारा की गयी, उतनी मुख्यधारा के मीडिया द्वारा नहीं की गयी। 

 

डॉ भार्गवी ने कहा कि मीडिया की भूमिका बहुत सराहनीय नहीं रही है। मुठ्ठीभर पत्रकार ही ज़मीनी रिपोर्टिंग कर रहे हैं। कई पत्रकारों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर कुछ नागरिक संस्थानों के साथ जुड़कर छात्र और शिक्षक लोगों का सहयोग कर रहे हैं। 

इग्नू के प्रो.प्रमोद कुमार मेहरा ने कहा कि कोरोनावायरस से पूरी दुनिया लड़ रही है। हमें इस संकट में संतुलन बनाए रखना चाहिए। एक दिन हम ज़रूर इससे बाहर निकल आयेंगे। 

इग्नू स्थित पत्रकारिता विद्यापीठ के शिक्षक डॉ. रमेश यादव ने कहा कि मीडिया का मुख्य कार्य जनता को सूचित और शिक्षित करना है। उपरोक्त दोनों मोर्चे पर मुख्यधारा का मीडिया ईमानदारी से अपनी भूमिका का निर्वाह करने में कमजोर दिखा। कोरोना से लड़ने के लिए चिकित्सा विज्ञान पर केन्द्रित सटीक,, शोधपूर्ण, विश्लेषणात्मक और खोजपूर्ण रिपोर्टिंग की बहुत ज़रूरत है।

 

सहायक प्रोफ़ेसर डॉ सचिन ने ग्रामीण पत्रकारिता की प्रासंगिकता पर ज़ोर दिया। 

कार्यक्रम के संयोजक डॉ. भूप सिंह गोड़ ने सर्वप्रथम वक्ताओं, शिक्षकों और छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि कोरोनावायरस के रोकथाम में हरियाणा सरकार ने शिक्षकों और छात्रों का काफ़ी सहयोग लिया।उन्होंने कहा कि सरकार को शिक्षकों, वैज्ञानिकों और विषय विशेषज्ञों के सुझाव के आधार पर नीति निर्माण करना चाहिए। 

अंत में हुई परिचर्चा प्रो.ओपी मोगा, डॉ महिन्द्रर, डॉ. जयिता चक्रवर्ती, डॉ. दिनेश, डॉ. संजय जोशी, डॉ. हनी कुमार, डॉ. नेहा चौधरी, डॉ. बलविन्दर, डॉ. मीनाक्षी पांडे और कॉलेज के अन्य शिक्षकों ने सक्रिय तौर पर भाग लिया।

कोरोना संक्रमण की 7वीं रैंक में 'भारत'

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण में भारत लगातार आगे बढ़ रहा है। पहले टाॅप 10 संक्रमित देशों में भारत शामिल हुआ और कुछ ही दिनों बाद जर्मनी और फ्रांस को पीछे छोड़कर 7 वें स्थान पर आ गया। लाॅकडाउन 5 के शुरूआत में भारत 7 वें स्थान पर आया और आज भारत ने इटली जैसे कोरोना से संक्रमित देश को पीछे छोड 6 स्थान पर जगह बना ली। आपको बता दें कि ताजा आंकडों के हिसाब से भारत में गुरूवार को 2 लाख 26 हजार कोरोना संक्रमित मामले आये थे। उस दौरान इटली में 2 लाख 32 हजार के करीब कोरोना पाॅजिटिव केस थे। लेकिन शुक्रवार को 10 हजार से अधिक कोरोना पाॅजिटिव मामलों ने भारत को इटली से आगे कर दिया। ताजा आंकडों में भारत में कोरोना संक्रमित 2 लाख 36 हजार केस हो चुके हैं। भारत एक्टिव केस के मामले में दुनियां में चैथे नम्बर पर है।


जम्मूः 3 अगस्त तक होगी अमरनाथ-यात्रा

जम्मू। जम्मू-कश्मीर में इस साल की अमरनाथ यात्रा 21 जुलाई से शुरू होकर 3 अगस्त को तक चलेगी। यह 15 दिनों की अवधि की होगी। यह बात अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने कही, जो जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में समुद्र तल से 3,880 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर में यात्रा के मामलों का प्रबंधन करता है। यात्रा के लिए ‘प्रथम पूजा’ शुक्रवार को आयोजित की गई थी।


कोरोना वायरस महामारी के कारण इस बार यात्रा की अवधि में कटौती की गई है। साधुओं को छोड़कर अन्य तीर्थयात्रियों में 55 वर्ष से कम उम्र के लोगों को ही अनुमति दी जाएगी। यात्रा करने वाले सभी लोगों के पास कोविड निगेटिव प्रमाणपत्र होने चाहिए। एसएएसबी के एक अधिकारी ने कहा, “तीर्थयात्रियों को जम्मू-कश्मीर में यात्रा शुरू करने की अनुमति देने से पहले उनको वायरस के लिए क्रॉस-चेक किया जाएगा।” साधुओं को छोड़कर सभी तीर्थयात्रियों को यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। यह भी तय किया गया है कि 15 दिनों के दौरान सुबह और शाम गुफा मंदिर में की जाने वाली ‘आरती’ का देश भर के भक्तों के लिए सीधा प्रसारण किया जाएगा।

अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय मजदूरों की अनुपलब्धता और बेस कैंप से गुफा मंदिर तक ट्रैक बनाए रखने में कठिनाइयों के कारण, यात्रा 2020 के लिए गांदरबल जिले में बालटाल बेस कैंप से गुफा तक पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जाएगा। यात्रा 2020 केवल उत्तरी कश्मीर बालटाल मार्ग से होकर निकलेगी। अधिकारियों ने कहा, “इस वर्ष किसी भी तीर्थयात्री को पहलगाम मार्ग के माध्यम से यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी”। यात्रा 2020 का समापन 3 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा पर होगा जिस दिन रक्षा बंधन का त्योहार होता है।


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...