गुरुवार, 4 जून 2020

चेतावनीः फसलों को होगा भारी नुकसान

लखनऊ । अम्फान के बाद अब निसर्ग तूफान का खतरा उत्तर प्रदेश के कानपुर महानगर सहित आसपास के जिलों इटावा, उन्नाव, फर्रूखाबाद, कन्नौज, चित्रकूट, जालौन, बांदा, महोबा, औरैया, उरई में मंडराने लगा है। तूफान को लेकर मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए चेतावनी भी जारी की है।मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बताया गया कि निसर्ग तूफान मुंबई के समुद्री क्षेत्रों से बढ़कर 4 से 7 जून के बीच प्रदेश के मध्य व उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में असर डालेगा। इस दौरान कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है।


आसपास के जिलों में भी छाए रहे काले बादल
साथ ही 30 मई की तरह फिर कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि संभावित है। ऐसे में मौसम विभाग ने किसानों को सतर्क रहने का कहा है। मंगलवार को सुबह से लेकर पूरे दिन बादलों के बीच हल्की धूप रही। इससे दिन का तापमान सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड किया गया । मौसम विभाग के अनुसार इस महीने आज के दिन का अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस निर्धारित है। जबकि 34 डिग्री सेल्सियस रहा। इसी तरह न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 24.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।


बारिश से फसलों को होगा भारी नुकसान
स्थानीय मौसम विभाग के निदेशक डॉ. नौशाद खान के अनुसार इस सप्ताह मध्य उत्तर प्रदेश के ब्लॉक व जिला स्तर पर हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 4 से 7 जून के बीच तेज बारिश की संभावना है। बता दें तीस मई को कानपुर और आसपास के जिलों में तेज आंधी और बारिश के साथ ओले गिरने से भारी तबाही मची थी। जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई थी। फसलें बर्बाद हो गई थीं।


कलेक्टर के कक्ष में रेप की वारदात

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पदस्थ एक कलेक्टर के खिलाफ पुलिस ने बलात्कार का अपराध दर्ज किया है। अपराध कायम करने के बाद पुलिस ने मामले में अपनी जांच शुरु कर दी है। जिस कलेक्टर के ऊपर आरोप लगा है उनका नाम जनक प्रसाद पाठक है। आरोप है कि जांजगीर चांपा में पदस्थ रहने के दौरान उन्होंने वहां एक महिला को उसके पति को नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी देकर उसके साथ बलात्कार किया। आरोप है कि कलेक्टर ने इस वारदात को कलेक्टर कक्ष में ही अंजाम दिया।  घटना 15 मई की बताई जा रही है।


 कलेक्टर- जेपी पाठक


पीड़िता के मुताबिक वे एनजीओ के काम के सिलसिले में जांजगीर-चांपा में कलेक्टर के पद पर पदस्थ जनक प्रसाद पाठक से मिली थी। कलेक्टर ने उन्हें उनका काम करने का आश्वासन दिया था और उनका मोबाइल नंबर ले लिया। उसके नंबर पर कलेक्टर अश्लील मैसेज, वीडियो और फोटो इत्यादि भेजता था। पीड़िता का आरोप है कि कलेक्टर लगातार उसे बुलाते थे।  एक दिन वो उसे धमकी दिये कि अगर वो नहीं आएगी तो उसके पति को नौकरी से बर्खास्त कर देंगे।  घटना दिनांक वो कलेक्ट्रेट गई थी इस दौरान कलेक्टर उससे धक्का देते हुए अंदर कक्ष में ले जाकर बलात्कार किये। मामले में पीड़िता ने कलेक्टर द्वारा भेजे गए मैसेज के स्क्रीन शॉट भी पुलिस को शिकायत के साथ दिये हैं। पुलिस ने आरोपी कलेक्टर जेपी पाठक के खिलाफ धारा  376, 506, 509ख के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।


सीमा-विवाद में चीन ने पांव सिकौड़े

नई दिल्ली। लद्दाख में करीब एक महीने से चल रहे भारत चीन सीमा विवाद में अब चीन पस्त होता नजर आ रहा है। भारत के दबाव और कड़े रूख के चलते चीन अब एलएसी से पीछे हट गया है।

 

करीब एक महीने से लद्दाख इलाके में जारी सीमा विवाद के बीच पहली बार चीनी सैनिक पीछे हटे हैं। एक महीने से वास्तविक नियंत्रण रेखा यानि एलएसी पर आक्रामक रुख अपनाने वाली चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी भारतीय सेना की सख्ती के आगे टिक नहीं सकी है। खास बात ये है कि चीनी सेना ने पिछले तीन-चार दिन से यहां कोई बड़ी हलचल नहीं की है। चीनी सेना एलएसी से करीब दो किलोमीटर पीछे हट गई है। माना जा रहा है कि भारत का चौतरफा दबाव चीन पर भारी पड़ रहा है। अब चीन भारत के आगे पस्त होता दिख रहा है। गौरतलब है कि 6 जून को भारत और चीन के लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अफसरों की बैठक है। उससे ठीक पहले चीन का ये कदम सीमा विवाद निपटने की दिशा में सकारात्मक पहल माना जा रहा है। लद्दाख में पांच मई से ये विवाद चल रहा है।

हथनी की मौत, सरकार नहीं छोड़ेगी

नई दिल्ली। केरल के मलप्पुरम में गर्भवती हथिनी की मौत को लेकर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गहरी संवेदना व्यक्त की है और कहा है कि उसके मंत्री जावड़ेकर ने गुरुवार को यहां ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार ने केरल के मल्लपुरम में इस हथिनी की मृत्यु पर घटना को गंभीरता से लिया है और उसने इसकी जांच कराकर हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का फैसला किया है।


उन्होंने कहा कि यह भारतीय संस्कृति नहीं है कि पटाखों से किसी जानवर को मार दिया जाए। गौरतलब है कि इस हथिनी की मौत की जांच का निर्णय केरल सरकार ने लिया है और कल से अब तक सोशल मीडिया पर इस घटना की काफी निंदा हुई है और लोगों ने इसके दोषी लोगों को तत्काल गिरफ्तार करने और कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।


रक्षासचिव भी वायरस की चपेट में आया



नई दिल्ली। देश के टॉप अफसरों में से  आ गए। जांच रिपोर्ट में उनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। सूत्रों के मुताबिक, रक्षा सचिव के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है और साउथ ब्लॉक को सैनिटाइज किया जा रहा है।




जानकारी के अनुसार, बुधवार को रक्षा सचिव अजय कुमार में कोविड-19 संक्रमण के लक्षण दिखाई दिए हैं, जिसके बाद रक्षा मंत्रालय ने उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाने को लेकर व्यापक अभियान चलाया गया। इस दौरान रायसीना हिल्स के साउथ ब्लॉक में मंत्रालय के मुख्यालय में कार्यरत कम से कम 35 अधिकारियों को घरों में ही पृथक-वास में भेज दिया गया है। हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया कि रक्षा सचिव में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है अथवा नहीं? वहीं दूसरी ओर रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस मामले में टिप्पणी करने से भी इनकार कर दिया। हालांकि, सेना के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि कुमार संक्रमित पाए गए हैं। कार्यालय नहीं आए राजनाथरक्षा सचिव अजय कुमार में कोरोना के लक्षण दिखाई देने के बाद एहतियातन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को कार्यालय नहीं आए। बता दें कि रक्षा मंत्री, रक्षा सचिव, सेना प्रमुख और नौसेना प्रमुख के कार्यालय साउथ ब्लॉक के प्रथम तल पर हैं।


256 ट्रेन रद्द, प्रवासी मजदूरो को झटका

नई दिल्ली । श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से यात्रा करने का प्लान कर रहे प्रवासी मजदूरों और कामगारों के लिए बड़ा झटका लग सकता है। दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों ने श्रमिक ट्रेनों को रद्द कर दिया है। रेलवे की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक रविवार तक 4040 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। वहीं राज्यों ने 256 ट्रेनों को रद्द कर दिया। ऐसा करने वालों में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक एवं उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहे। आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र ने 1 मई से अब तक 105 ट्रेनें रद्द कीं। रेल मंत्री पीयूष गोयल महाराष्ट्र द्वारा ट्रेनें मांगने और उनका इस्तेमाल नहीं करने को लेकर बहुत मुखर रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार, गुजरात ने 47 ट्रेन, कर्नाटक ने 38 ट्रेन तथा उत्तर प्रदेश ने 30 ट्रेन रद्द कीं। वैसे सर्वाधिक ट्रेनें गुजरात से ही चलीं. अधिकारियों ने संकेत दिया कि ज्यादातर ट्रेनें, भेजने वाले और उनके गंतव्य वाले राज्यों के बीच तालमेल के अभाव के कारण रद्द हुईं।


किसकी गलती से रद्द हुई श्रमिक स्पेशल ट्रेनें?


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एक अधिकारी ने कहा, ‘हम बिना उपयुक्त प्रोटोकॉल के ट्रेनें नहीं चला सकते। कई ऐसे मामले सामने आये जहां भेजने वाले राज्यों ने हमें ट्रेनों में सवार होने को तैयार यात्रियों की लिस्ट उपलब्ध नहीं कराई, इसलिए उन्हें रद्द करना पड़ा। दोनों तरह के राज्यों के बीच समन्वय के अभाव के कारण ट्रेनें रद्द हुईं। गृह मंत्रालय ने इसी बीच श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के लिए प्रोटोकॉल बदल दिया और इन सेवाओं के लिए, गंतव्य वाले राज्यों की सहमति खत्म कर दी। ऐसे में, आने वाली ट्रेनें अस्वीकार करने की संभावना खत्म हो गई। महाराष्ट्र के बाद गुजरात ने सबसे अधिक ट्रेनें रद्द कीं लेकिन उसने सर्वाधिक 1026 प्रवासी विशेष ट्रेनें भी चलाईं और 15.18 लाख श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाया। इन श्रमिकों में 77 फीसदी उत्तर प्रदेश और बिहार गए। महाराष्ट्र ने 802 ट्रेनें चलवाई और वह गुजरात के बाद दूसरे नंबर पर रहा।


दिल्ली सरकार ने भी नहीं की मांग


दिल्ली सरकार की तरफ से और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग नहीं किए जाने के आलोक में राष्ट्रीय राजधानी से इन ट्रेनों का परिचालन समाप्त कर दिया गया है। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, ‘वर्तमान में दिल्ली सरकार से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग नहीं प्राप्त हुई है। दिल्ली के रेलवे स्टेशनों से कोई श्रमिक ट्रेन नहीं चल रही है।’ दिल्ली में फंसे प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए रेलवे एक मई से अब तक 242 ट्रेन चला चुका है।


58 लाख प्रवासियों ने की यात्रा


बता दें कि भारतीय रेलवे ने 3 जून, 2020 की सुबह 10 बजे तक देश भर में 4197 ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनों का परिचालन किया और 58 लाख से अधिक यात्रियों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाया। सिर्फ मई में ही 50 लाख से ज्यादा लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचाया गया। श्रमिक स्पेशल के अलावा रेलवे द्वारा 12 मई से 15 जोड़ी विशेष राजधानी ट्रेनों और 1 जून, 2020 से 100 जोड़ी विशेष मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाया जा रहा है। ये 4,197 ट्रेनें विभिन्न राज्यों से रवाना हुईं. शीर्ष 5 राज्य इस प्रकार हैं, जहां से सबसे ज्यादा ट्रेनें रवाना हुईं. गुजरात से 1026 ट्रेन, महाराष्ट्र से 802 ट्रेन, पंजाब से 416 ट्रेन, उत्तर प्रदेश से 294 ट्रेन और बिहार से 294 ट्रेन। सबसे ज्यादा ट्रेनें उत्तर प्रदेश और बिहार में पहुंचीं। शीर्ष पांच राज्य इस प्रकार हैं, जहां सबसे ज्यादा ट्रेनों की यात्रा समाप्त हुई, उत्तर प्रदेश में 1682 ट्रेन, बिहार में 1495 ट्रेन, झारखंड में 197 ट्रेन, ओडिशा में 187 ट्रेन, पश्चिम बंगाल में 156 ट्रेन।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जून 05, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-297 (साल-01)
2. शुक्रवार, जूूून 05, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- चतुर्दशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:21।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-38+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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(सर्वाधिकार सुरक्षित)


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